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यूपी चुनाव 2022: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने किया बड़ा एलान, नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

यूपी में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एलान किया है कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान ये बयान दिया।

उनके इस एलान से यह स्पष्ट हो गया है कि इस बार भी वह विधान परिषद के जरिए ही सदस्य बनेंगे। वह इन दिनों आजमगढ़ से लोकसभा सदस्य हैं।सपा अध्यक्ष विजय रथ यात्रा पर हैं। वहीं, भाजपा की तरफ से गृहमंत्री अमित शाह ने भी चुनावी शंखनाद कर दिया है। भाजपा यूपी में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर जनता के बीच जाएगी।

इस बार के चुनाव में कांग्रेस भी यूपी में पहले से ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है। पार्टी की चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा प्रदेश में रैली व यात्राएं कर रही हैं। सपा अध्यक्ष कहीं भी सड़कों पर नजर नहीं आए।

जनता की लड़ाई कांग्रेस ही लड़ रही है। जयंत ने लखनऊ में रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि रालोद का गठबंधन सपा से हो चुका है सीटों पर जल्द ही निर्णय होगा।

देश की पूर्व पीएम व ‘आयरन लेडी’ इंदिरा गांधी की 37वीं पुण्यतिथी पर कांग्रेस पार्टी ने अर्पित की श्रद्धांजलि

भारत की पूर्व प्रधानमंत्री और ‘आयरन लेडी’ कही जाने वाली इंदिरा गांधी की आज 37वीं पुण्यतिथी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज शक्ति स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि देने के बाद उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि मेरी दादी अंतिम घड़ी तक निडरता से देश सेवा में लगी रहीं।

नारी शक्ति की बेहतरीन उदाहरण श्रीमती इंदिरा गांधी जी के बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की साल 1984 में  आज के ही दिन सिख अंगरक्षक ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

कांग्रेस ने भी ट्वीट करके पूर्व प्रधानमंत्री के देश को दिए योगदान की सराहना की। पार्टी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इंदिरा गांधी ने ताकत का प्रतिनिधित्व किया।  उन्होंने सेवा का प्रतिनिधित्व किया।

पुणे में वरिष्ठ कांग्रेस नेता उल्हास पवार ने इंदिरा गांधी की याद में एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया है। कांग्रेस पार्टी की शहर इकाई की तरफ से बालासाहब ठाकरे आर्ट गैलरी में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।

SP में शामिल होने वाले BSP के इन विधायकों पर मायावती ने साधा निशाना कहा-“बरसाती मेंढ़क…”

बसपा के छह विधायकों के सपा में शामिल होने पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लालची इन नेताओं को जनता खूब समझती है। इससे सपा को कोई लाभ नहीं बल्कि नुकसान ही होगा।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यूपी विधानसभा आमचुनाव नजदीक आने पर अब फिर से आए दिन दलबदलू लोगों के इस पार्टी से उस पार्टी में आने-जाने का दौर शुरू हो गया है किन्तु इससे किसी भी पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है बल्कि इससे उन्हें हानि ही होगी।

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि केवल दलबदलू ही नहीं बल्कि बरसाती मेंढकों की तरह अनेकों ऐसी पार्टियों के नाम भी लोगों को सुनने को मिल रहे हैं जिनके नाम अब तक देखने-सुनने को नहीं मिले थे।

सपा में शामिल होने वाले बसपा विधायकों में सीतापुर के सिधौली विधायक हरगोविंद भार्गव, जौनपुर की सुषमा पटेल, गाजियाबाद के असलम अली, श्रावस्ती के असलम राइनी, प्रयागराज के हाकिम लाल बिंद व हाजी मुजतबा सिद्दीकी हैं।

पश्चिम बंगाल में देखने को मिला बड़ा खेल, BJP को छोड़ टीएमसी में फिर शामिल हुए ये नेता

पश्चिम बंगाल में भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। इसी साल ममता सरकार में मंत्रीपद छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले राजीब बनर्जी आज टीएमसी फिर से शामिल हो गए।उन्होंने त्रिपुरा में एक जनसभा के दौरान टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में घरवापसी की।

इससे पहले भी कई विधायक और सांसद भाजपा का दामन छोड़कर टीएमएसी में शामिल हो चुके हैं। हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भाजपा छोड़ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का दामन थामा था। इससे पहले कोलकाता में कई भाजपा नेता टीएमसी में शामिल हो चुके हैं।
टीएमसी के पूर्व विधायकों की अपनी पुरानी पार्टी में घर वापसी को लेकर अटकलें तेज हैं। टीएमसी नेताओं का दावा है कि अभी कई भाजपा नेता पार्टी में शामिल होंगे। बता दें कि हाल ही में कांग्रेस नेता सुष्मिता देव भी टीएमसी में शामिल हुईं। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा।

रामदास अठावले से समीर वानखेड़े के पिता व पत्नी ने की मुलाकात, मिला मंत्री का समर्थन

क्रूज ड्रग्स केस और फर्जी सर्टिफिकेट मामले में नवाब मलिक द्वारा बार-बार आरोप लगाए जाने से आहत समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े और पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े ने आज सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले से मुलाकात की।

मुलाकात के बाद अठावले में वानखेड़े का समर्थन किया। वहीं अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर द्वारा एनसीबी (मुंबई) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को समर्थन देने के बाद महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अरुण हलदर आप एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं उसकी गरिमा रखें।
वानखेड़े परिवार से मुलाकात के बाद अठावले ने कहा कि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर जानबूझकर हमले किए जा रहे हैं, उनके व्यक्तिगत जीवन में जाकर फोटो वायरल किए जा रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से मैं नवाब मलिक को बताना चाहता हूं कि आपको समीर वानखेड़े और उनके परिवार को बदनाम करने का षड्यंत्र रोकना चाहिए।
मुझे चुप कराने की कोशिश की गई। लेकिन मैंने कहा था कि हम इसे तार्किक अंत तक ले जाएंगे। अगर कोई कहता है कि वे नवाब मलिक को मार देंगे, तो मैं उसी दिन मर जाऊंगा।

भाजपा और बसपा के इन विधायको ने यूपी चुनाव 2022 से पहले थामा समाजवादी पार्टी का दामन

अगर मामला पूरे तरीके से सेट हो गया तो अगले कुछ दिनों में भाजपा और बसपा के एक दर्जन से ज्यादा विधायक समाजवादी पार्टी के झंडे के नीचे आ जाएंगे। ये विधायक पूर्वांचल अवध और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं।

इनमें से कुछ विधायक तो ऐसे भी हैं जो तीन सप्ताह पहले दिल्ली में एक पूर्वांचल के सांसद से भी मुलाकात कर चुके हैं। उसके बाद से सभी विधायकों ने समाजवादी पार्टी के नेताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के सात विधायक और बसपा के छह विधायक लगातार समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री इस बात की पुष्टि करते हैं कि सत्ता पक्ष और बसपा के कई विधायक उनकी पार्टी ज्वाइन करने वाले हैं
एक साथ पांच विधायकों के बसपा छोड़ने पर मायावती नाराज हो गई हैं।
मायावती ने बसपा के कार्यकर्ताओं को ऐसे लोगों की पहचान कर और हम से दूरी बनाने के निर्देश भी दिए हैं। मायावती ने उत्तर प्रदेश में तमाम राजनीतिक पार्टियों के आने को भी बरसाती मेंढक करार दिया। मायावती कहती है कि चुनाव के समय ऐसी कई पार्टियां मैदान में आ जाती हैं जिनका किसी ने नाम तक नहीं सुना होता है।

इटली दौरे के बाद एक्शन मोड में पीएम मोदी, धीमे टीकाकरण वाले जिलों के DM के साथ करेंगे वार्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समूह-20 और कांफ्रेंस आफ पार्टीज (सीओपी-26) के वैश्विक नेताओं के सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद स्वदेश लौटते ही तीन नवंबर को कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान में पीछे छूट रहे विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे.

पीएमओ ने कहा, ”जी-20 और सीओपी-26 शिखर सम्मेलनों में शामिल होने के बाद भारत लौटते ही प्रधानमंत्री तीन नवंबर को टीकाकरण की कम दर वाले जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक करेंगे.” इस बैठक में उन जिलों को शामिल किया है, जहां वैक्सीन की पहली खुराक देने की दर 50 प्रतिशत से कम और दूसरी खुराक देने की दर बहुत कम है.

पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री कम टीकाकरण दर वाले झारखंड, मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय और कुछ अन्य राज्यों के 40 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ संवाद करेंगे. जी-20 और सीओपी-26 सम्मेलन में शिरकत करने के लिए प्रधानमंत्री गुरुवार को इटली और ब्रिटेन के लिए रवाना हुए थे.

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संपादक
रामनरेश यादव

बंगाल उपचुनाव में CRPF जवानों पर पोलिंग बूथ में घुसकर लोगों को धमकाने का TMC ने लगाया आरोप

बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए सुबह से हो रहे मतदान के बीच सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कई पोलिंग बूथों पर सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ जवानों पर मतदान केंद्र के अंदर घुसकर लोगों को धमकाने का आरोप लगाया है।

तृणमूल ने सबसे पहले दिनहाटा विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या – 296 में मतदान के लिए सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ जवानों पर मतदान केंद्र के अंदर घुसकर लोगों को धमकाने का आरोप लगाया। चुनाव आयोग से भी पार्टी ने इसकी शिकायत की है।

तृणमूल ने इसके साथ ही गोसाबा विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर- 48ए और 49ए पर भी सीआरपीएफ पर बेवजह मतदाताओं को परेशान करने का आरोप लगाया है। तृणमूल ने कहा है कि मोबाइल के साथ बूथ में प्रवेश करने से लोगों को रोका जा रहा है जबकि मोबाइल रखने के लिए जगह की व्यवस्था नहीं की गई है‌।

पहले 80 कंपनियों की तैनाती की बात थी लेकिन परिस्थिति को देखते हुए 12 कंपनियां बढ़ायी गई हैं। सभी मतदान केंद्रों में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है और कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी है। 2 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित होंगे।

भाजपा के विधायक लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं। दूसरी ओर, हाल में भवानीपुर सहित तीन विधानसभा सीटों के उपचुनाव में टीएमसी कांग्रेस की जीत हुई थी।

यूपी: बीजेपी ने 52 सीटों पर रखा जीत का लक्ष्य, आज कानपुर में होगा बीजेपी का चुनावी मंथन

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं राज्य की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर भी राज्य में 2017 की जीत को दोहराने का दबाव है.

वहीं आज कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के नेताओं को चुनाव की तैयारियों के लिए कानपुर बुलाया गया है. जहां धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे. ये बैठख चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के कैलाश सभागार में होगी.

असल में बीजेपी पर 2017 के विधानसभा चुनाव के परिणामों को दोहराने का दबाब है. क्योंकि 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की 52 विधानसभा सीटों में से 47 पर जीत दर्ज की थी. लिहाजा पार्टी के नेताओं को इस क्षेत्र से ज्यादा उम्मीद है और पार्टी इस क्षेत्र पर ज्यादा फोकस कर रही है. हालांकि बुंदेलखंड बीजेपी की प्राथमिकताओं में है.

असल में बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की 52 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है. वहीं आज इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मंडल अध्यक्ष, मंडल प्रभारी और जिला प्रभारी के साथ सभी 17 जिला अध्यक्ष, सभी विधानसभाओं अध्यक्षों और प्रभारियों की बैठक को बुलाया है. जानकारी के मुताबिक हालांकि ये बैठक पहले होनी थी.