Friday , October 18 2024

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CM Ashok Gehlot के चार्टर प्लेन को अडानी ग्रुप के एयरपोर्ट प्रशासन ने रोका, ये हैं पूरा मामला

जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निजीकरण के बाद हर आम और खास लोगों की यात्रा पर भी अडानी समूह सख्त हो रहा है. दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल होने गए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को छोड़कर दिल्ली लौट रहे निजी कंपनी के चार्टर प्लेन को अडानी ग्रुप के एयरपोर्ट प्रशासन ने रोक लिया.

जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री (CM Ashok Gehlot) के लिए दिल्ली की कंपनी एआर एयरवेज से विमान किराए पर लिया था.मुख्यमंत्री के सीएमआर की ओर रवाना होने के बाद यह पूरा घटनाक्रम शुरू हुआ.

ऐसे में सभी शर्तों को पूरा करना सभी के​ लिए जरूरी है. किसी विमान को रोका नहीं गया. लैंडिंग और टेक ऑफ चार्ज का भुगतान मांगा, बिना शुल्क दिए कहीं ​भी विमान को उड़ने की इजाजत नहीं है लगभग 11:30 बजे विमान कंपनी ने भुगतान कर दिया तब 11:50 बजे विमान को रवाना किया गया.

विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बीजेपी ने आज बुलाई राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक

यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बीजेपी के दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक चल रही है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं.

बैठक में संगठन महामंत्री बीएल संतोष, यूपी बीजेपी प्रभारी राधामोहन सिंह, रमन सिंह, वसुंधरा राजे सिंधिया, रघुवर दास, महासचिव एवं पंजाब उत्तराखंड के प्रभारी दुष्यंत गौतम, जम्मू-कश्मीर प्रभारी तरूण चुग, गोवा प्रभारी सीटी रवि मौजूद हैं.

बैठक में पीएम मोदी के जन्मदिवस पर 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक देशभर में जो सेवा एवं समर्पण अभियान चलाया गया था उस पर भी चर्चा होगी. इसके लिए सभी नेताओं को इस अभियान की उपलब्धियों से जुड़े रिपोर्ट कार्ड को लेकर आने को कहा गया है.

कोरोना के टीके के 100 करोड़ वें डोज को लेकर प्रोग्राम के अलावा आगामी पांच राज्यों की चुनावी रणनीति पर भी चर्चा होगी. इस बात की भी संभावना है कि बैठक के अंत में प्रधानमंत्री का संबोधन हो. हालांकि पीएमओ ने अबतक इस बात की पुष्टि नहीं की है.

तीन बार यूपी की सत्ता पर काबिज होने वाले ये दिग्गज नेता क्या इस बार कर पाएंगे यूपी में वापसी ?

देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है. साल 2022 में इस राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस बार कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी यह तो वक्त ही बताएगा. उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री मायावती बनी हैं. मायावती 4 बार राज्य की मुख्यमंत्री बन चुकी हैं.

मायावती के नाम राज्य में 4 बार मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड है. मायावती पहली बार जून साल 1995 में मुलायम सिंह की पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ कर बीजेपी और अन्य दलों के समर्थन से पहली बार प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी.

मायावती के बाद तीन नेताओं को तीन बार राज्य का मुख्यमंत्री बनने का अवसर प्राप्त हुआ. चंद्रभानु गुप्त पहली बार साल 1960 से लेकर साल 1962 तक मुख्यमंत्री पद पर रहे. दूसरी बार वह 19 महीने के लिए मुख्यमंत्री बने थे. तीसरी बार चंद्रभानु गुप्त साल 1967 में मुख्यमंत्री बने लेकिन इस बार उनका कार्यकाल केवल 19 दिन का था.

मुलायम सिंह यादव राज्य की सत्ता पर 3 बार काबिज होने वाले तीसरे व्यक्ति हैं. वह पहली बार साल 1989 में मुख्यमंत्री बने थे. पहली बार उनका कार्यकाल 1 साल 201 दिन का था. हालांकि तब वह जनता दल की तरफ से मुख्यमंत्री बने थे. दूसरी बार मुलायम सिंह साल 1993 में 1 साल 6 महीने के लिए मुख्यमंत्री बने. वहीं तीसरी बार वह साल 2003 में मुख्यमंत्री बने.

 

उत्तर प्रदेश में इस दिन सात मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करेंगे पीएम मोदी, जानिए पूरा कार्यक्रम

भगवान बुद्ध की धरती सिद्धार्थनगर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 अक्तूबर को प्रदेश के सात मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करेंगे। इस बात की जानकारी शनिवार को जिले के दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी।

सीएम ने कहा कि जिले के मेडिकल कॉलेज का नामकरण माधव बाबू के नाम पर होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल एवं मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया और अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिए।

सीएम ने पत्रकार वार्ता में कहा कि योग्य एवं सजग राजनीतिक रहे भाजपा के संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष माधव प्रसाद त्रिपाठी के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नाम होने से सिद्धार्थनगर के लोगों को गर्व महसूस होगा।

सीएम ने कहा कि वर्ष 2014 से मार्च 2017 तक प्रदेश में सपा सरकार थी। तत्कालीन सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं में कोई रुचि नहीं थी, जबकि वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है.

ISKCON टेंपल में भीड़ ने की श्रद्धालुओं के साथ मारपीट, हमले में 200 से ज्यादा लोग जख्मी

बांग्लादेश में कुरान को लेकर फैली अफवाह के बाद से मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंदुओं पर हमले जारी हैं. नोआखाली के इस्कॉन टेंपल में भीड़ ने हमला कर दिया. इस दौरान भीड़ ने श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की.

भारत में, इस्कॉन अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश सरकार से तुरंत कार्रवाई करने, सभी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और दोषियों को सजा दिलाने की अपील की है. मंदिरों पर हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं. इस्कॉन मंदिर में मौजूद एक शख्स ने वीडियो बनाया है.

बांग्लादेश के चटगांव मंडल के कोमिला क्षेत्र में कुरान के अपमान की बात फैलाकर हमलावरों ने कई जगहों पर दुर्गा पूजा पंडालों पर हमला किया. इतना ही नहीं मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई. देखते ही देखते हिंदुओं के खिलाफ ये हिंसा बांग्लादेश के कई हिस्सों में फैल गई. इस दौरान हिंदुओं को भी निशाना बनाया गया. इन हमलों में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 500 से ज्यादा हिंदू घायल हुए हैं.

 

रामनगरी अयोध्या के पहले दौरे पर CM धामी ने कहा-“भगवान राम हमारे आदर्श हैं हमारे कण-कण में…”

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रामनगरी अयोध्या पहुंच गए है. उन्होंने अयोध्या आकर कहा कि भगवान राम हमारे आदर्श हैं हमारे कण-कण में विराजमान है. हमारे हर सांस के साथ भगवान राम का हम लोग नाम लेते हैं. उनका जो शासन था हमेशा से हमारे लिए आदर्शों का शासन रहा है.

पुष्कर सिंह धामी अयोध्य़ा में दिल्ली सेवा धाम अयोध्या उनके द्वारा बनाई जा रही भव्य एक धर्मशाला के शिलान्यास के लिए आए हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री उस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची हैं. सीएम धामी ने कहा कि मैं बचपन से यहां आता रहा हूं और अयोध्या में जब भी मैआता था तब मैं सोचता था भगवान कब तक टेंट के नीचे रहेंगे.

बचपन से जो सपना हम लोगों ने देखा था वह काम भी पूरा हो रहा है. भगवान केदारनाथ जी उत्तराखंड में है और भगवान राम अयोध्या में है. भगवान राम और भगवान शिव दोनों परस्पर 2 नाम एक ही जैसा है.

 

राहुल गांधी ने अपने आवास पर सीएम अशोक गहलोत के साथ की बड़ी बैठक, देखें ताज़ा अपडेट

राजस्थान के सियासी संकट के समाधान की राह जल्द खुल सकती है. लंबे अर्से के बाद सीएम अशोक गहलोत  की राहुल और प्रियंका गांधी से दिल्ली में शनिवार को मुलाकात हुई.

इस दौरान राजस्थान के मसले पर राहुल गांधी के आवास पर बड़ी बैठक आयोजित की गई. बैठक में प्रियंका गांधी के अलावा पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल और राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय भी मौजूद रहे.

इस बैठक में गहलोत कैबिनेट विस्तार समेत अहम मुद्दों पर चर्चा हुई बताई जा रही है. इस बैठक के बाद पहले के सी वेणुगोपाल राहुल के आवास से निकले. उसके बाद प्रियंका गांधी वहां से निकलीं.

सीएम अशोक गहलोत के दिल्ली दौरे पर सभी की निगाहें टिकी है. कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में भाग लेने दिल्ली गये गहलोत के दौरे को राजस्थान के सियासी संकट के समाधान के तौर पर भी देखा जा रहा है.  पार्टी आलाकमान इस सकंट को समाप्त करने के लिये पुरजोर कोशिश कर रहा है. इ

राममंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद पहली बार CM पुष्कर सिंह धामी ने की अयोध्या की यात्रा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर रामनगरी अयोध्या पहुंचे। यहां पर वह रामलला हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे। यहीं पर ही आज वह रात्रि विश्राम भी करेंगे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अयोध्या के श्रीराम एयरपोर्ट पर पहुंचे।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अयोध्या की यात्रा को लेकर कहा कि मैं कई बार अयोध्या जा चुका हूं। एक बार फिर अयोध्या जा रहा हूं। देश प्रदेश की खुशहाली समृद्धि शांति के लिए भगवान श्रीराम से प्रार्थना करुंगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का राममंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद यह पहला दौरा है।

बता दें कि उत्तराखंड उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव हैं, जिसके कारण मुख्यमंत्री के इस दौरे के कई मायने निकाले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का राममंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद यह पहला दौरा है।

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बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अचानक बुलाई राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक, पीएम मोदी भी लेंगे हिस्सा

18 तारीख को बीजेपी के सभी राष्ट्रीय अधिकारियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा के सकते हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी कार्यसमिति का एलान करने के बाद पहली बार सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है.

पांचों राज्यों के चुनाव से पहले पदाधिकारियों को चुनावी समर में कमर कसने और पार्टी की जीत सुनिश्चित करने को ज़िम्मेदारी दी जाएगी. कोरोना काल में अब तक का ये सबसे बड़ा चुनावी समर है, उत्तर प्रदेश और उतराखंड में एतिहासिक जीत दोहरने की चुनौती है तो गोवा में तीसरी बार सत्ता में लौटने की जद्दोजहद भी है.

बैठक में प्रधानमंत्री का समापन भाषण होगा. इस दौरान में पार्टी कार्यकर्ताओं को कोरोना काल में सरकार द्वारा किए गए कार्यों जैसे हर गरीब को राशन, सभी को मुफ़्त वैक्सीन जैसे कार्यों का उल्लेख तो करेंगे ही, पार्टी कार्यकर्ताओं को ऐसे कठिन समय में कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलने के लिए धन्यवाद भी देंगे.

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में आखिर किस पार्टी की होगी जीत ? ये हैं जनता की राय….

जैसे-जैसे यूपी विधानसभा चुनाव के दिन करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे सोशल मीडिया से लेकर अवाम की जुबान पर एक ही सवाल गर्दिश कर रहा है कि आखिर यूपी विधानसभा चुनाव-2022 का विजेता कौन होगा, किस नेता के सिर पर सजेगा ताज और किसे करना पड़ेगा जीत के लिए इंतेजार है.

चुनाव में जीत-हार से जुड़ी दिक्कत ये है जैसे-जैसे चुनाव के दिन करीब होते जाते हैं मुद्दे बदल भी जाते हैं और कभी-कभी तो अचानक ऐसे गर्म मुद्दे की दस्तक हो जाती है कि सभी पुराने गिले शिकवे दूर हो जाते हैं और किसी एक पार्टी के हक में हवा बन जाती है और उसका जीतना तय हो जाता है.

फिर भी जो एक मोटी तस्वीर उभरकर आ रही है उसमें साफ दिख रहा है कि बीजेपी, सपा, बसपा, कांग्रेस और एआईएमआईएम के अलावा कई छोटी पार्टियां इस चुनाव में जोरआजमाइश कर रही हैं. सब के अपने अपने दावे हैं.

लेकिन चुनावी तस्वीर साफ होने में अभी और वक्त लगेगा. वैसे सच तो ये है कि कोई विश्लेषण किसी भी पार्टी की जीत या हार का सही आकलन नहीं कर सकता. क्योंकि जनता के मन में क्या है, ये सिर्फ चुनाव नतीजों से ही पता चलेगा.