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पंजाब की सत्ता में लगी आग, सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के एक फैसले पर विपक्ष ने किया हमला

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एक फैसले के बाद विवाद बढ़ गया है. इस मुद्दे को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय को सफाई देनी पड़ी है.  पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अमित शाह से मिलने के लिए दिल्ली रवाना होना था.

मामला बढ़ने के बाद पंजाब मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस घटना को लेकर सफाई दी गई. सीएमओ ने बताया कि चार्टर्ड प्लेन पकड़ने के लिए मुख्यमंत्री ने हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया.

सीएमओ की ओर से यह भी कहा गया है कि चूंकि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के पास समय कम था, इसलिए वह मोहाली में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए सीएम के आवास के सामने स्थित राजिंदर पार्क से सरकारी हेलिकॉप्टर ले गए.

सीएमओ की ओर से कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने राजिंदर पार्क से उड़ान भरी और मोहाली हवाई अड्डे पर उतरे. बता दें कि यह काफी कम दूरी थी इस कारण हेलिकॉप्टर उतरने के बाद अफवाह भी फैली कि मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर में खराबी आ गई है.

हिंसा का शिकार हुए पत्रकार और किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज लखीमपुर खीरी जाएंगे अखिलेश यादव

लखीमपुर खीरी में राजनीतिक दलों को सशर्त जाने की अनुमति मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव व बहुजन समाज पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र गुरुवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे। अखिलेश दोपहर करीब एक बजे सबसे पहले थाना धौरहरा के ग्राम लहबड़ी में मृत किसान नक्षत्र सिंह को श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करने जाएंगे।

इसके बाद सपा अध्यक्ष दोपहर करीब सवा दो बजे निघासन में पत्रकार रमन कश्यप को श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करेंगे। यहां के बाद अखिलेश यादव घटना में मारे गए किसान लवप्रीत ङ्क्षसह को श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करने उनके आवास पलिया जाएंगे। वहीं, बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र गुरुवार सुबह 10 बजे लखनऊ से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होंगे।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तो चुनावी दंगल से पहले ही हिंसा हो गई, लेकिन सरकार और विपक्ष के बीच घटना के बाद से खींचातानी जारी है। यूपी के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले ही हुई इस सनसनीखेज घटना के बाद विपक्षी दलों में पहले पीड़ित और घटनास्थल तक पहुंचने की दौड़ रविवार से ही शुरू हो गई थी।लखीमपुर खीरी जाने के ऐलान के बाद बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को भी हाउस अरेस्ट कर लिया गया था।

लखीमपुर खीरी केस पर आज सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई, यूपी सरकार से मांगी स्टेटस रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने की मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है. सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कहा कि सरकार बताए कि इस हिंसा में किन-किन लोगों की मौत हुई है.

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने बताया कि इस मामले में दो वकीलों ने मुझे चिट्ठी लिखी थी. उनके नाम शिवकुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा हैं. हमने चिट्ठी पर संज्ञान लिया. सुनवाई के दौरान एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट से सभी 8 मौतों पर रिपोर्ट लेने का अनुरोध किया. जिसपर चीफ जस्टिस ने कहा कि वह सबको सुनने के बाद ज़रूरी आदेश देंगे. वहीं, वकील शिवकु त्रिपाठी ने कहा कि एफआईआर हो. सीजेआई ने कहा कि एफआईआर तो हो चुकी है.

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की वकील गरीमा ने पूछा कि आगे क्या हो रहा है? इस गरिमा ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, इसपर एसआईटी बनी है और न्यायिक जांच आयोग भी गठित हुआ है. सीजेआई ने पूछा कि आयोग के अध्यक्ष कौन हैं?

Lakhimpur Kheri: हिंसा का शिकार हुए मृतक किसानों और पत्रकार के परिजनों से प्रियंका गांधी ने की थी ये बात…

लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में मृतक किसानों और पत्रकार के परिजनों से मिलने के बाद राहुल गांधी सुबह दिल्ली वापस लौट गए. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को एयरपोर्ट छोड़ने पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने मीडिया से बात की.

प्रियंका ने कहा कि सरकार ने पूरी पुलिस फ़ोर्स निकाल दी उन्हें रोकने के लिए, नाकाबंदी हुई. पीड़ित परिवारों के इर्दगिर्द नाकाबंदी कर दी. लेकिन अपराधियों के लिए कोई पुलिस फ़ोर्स नही निकाली. प्रियंका ने सवाल किया कि जिस दिन ये सब हुआ पुलिस फ़ोर्स कहां थी, क्या कर रही थी? क्या पुलिस सिर्फ नेताओं को रोकने के लिए है? प्रियंका ने कहा कि उन्हें बगैर FIR गिरफ्तार किया, कोई कागज नहीं दिखाया.

प्रियंका ने कहा कि जो भाजपा कार्यकर्ता मारे गए वो उनके परिजनों से भी मिलना चाहती थी. लखनऊ IG से कहा कि चेक कर लीजिए अगर वो मिलना चाहते हैं तो मैं आना चाहती हूं. तो उन्होंने कहा कि नहीं मिलना चाहते. उन्होंने कहा, उनको भी मेरी संवेदना प्रकट कर दीजिये. जांच निष्पक्ष होगी तो मंत्री को इस्तीफा देना पड़ेगा.

आज उत्तराखंड के दौरे पर रवाना होंगे PM Modi, देश को समर्पित करेंगे 35 ऑक्सीजन प्लांट्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज उत्तराखंड पहुंचेंगे और राज्य की अपनी यात्रा के दौरान पीएम केयर फंड के तहत बनाए गए 35 ऑक्सीजन प्लांट्स को देश को समर्पित करेंगे. पीएमओ (PMO) के जारी किए गए बयान के मुताबिक ये कार्यक्रम सुबह 11 बजे AIIMS, ऋषिकेष में शुरू होगा.

बयान के मुताबिक पीएम केयर्स फंड के तहत इन पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को चालू किए जाने के पीछे अहम वजह पहाड़ी इलाकों में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता को सुनिश्चित करना है. करीब 7 हजार से ज्यादा कर्मचारी इन ऑक्सीजन प्लांट्स का रखरखाव और देखभाल करेंगे.

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री मनसुख, उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे. आज पीएम मोदी एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से सीधे दिल्ली से एम्स ऋषिकेश के हैलीपेड पर लैंड करेंगे. इससे पहले ये भी कहा जा रहा था कि पीएम मोदी दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट आ सकते हैं और वहां से ऋषिकेष के प्रस्थान कर सकते हैं.

किसान नेता राकेश टिकैत ने किया उत्तराखंड में किसान महापंचायत का आयोजन, ये होगा खास

यूपी के लखीमपुर खीरी घटना के बाद बुधवार को किसान नेता राकेश टिकैत जसपुर में फिर गरजेंगे। उत्तराखंड में किसान महापंचायत को सफल बनाने को भाकियू नेता राकेश टिकैत आज जसपुर आ रहे हैं। राकेश टिकैत के बेटे चरण सिंह टिकैत जसपुर पहुंच चुके हैं और राकेश टिकैत भी जल्द पहुंचने वाले हैं।

तहसील परिसर में किसान महापंचायत के लिए ब्लॉक क्षेत्र के किसान नेता गांव- गांव जाकर लोगों से किसान महापंचायत में पहुंचने की अपील की है। महापंचायत के लिए तहसील परिसर में मंच निर्माण भी किया गया है। पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्ता फोर्स भी तैनात किया है।

किसान नेता सुखबीर सिंह भुल्लर ने बताया कि किसान महापंचायत की तैयारियां पूरी कर ली गई है । किसान नेता राकेश टिकैत जसपुर में किसानों को संबोधित करेंगे। कहा कि किसानों को कृषि कानून मंजूर नहीं है।

घाटी में नहीं कम हो रहा दहशत का सिलसिला, पिछले 4 दिनों में 5 नागरिक हुए गोलियों का शिकार

एक घंटे से भी कम समय में तीन और लक्षित हत्याओं के साथ कश्मीर में पिछले 4 दिनों में पांच नागरिक हत्यारों की गोलियों के शिकार हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, इन हथियाओं में अधिकांश हथियाएं राजधानी श्रीनगर में हुई हैं.

आतंकियों ने श्रीनगर और बांदीपोरा में इन हत्या को अंजाम दिया जिसके बाद एक बार फिर कश्मीर घाटी में सुरक्षा के माहौल पर सवाल उठने लगे हैं. श्रीनगर में शुक्रवार को अज्ञात आतंकवादियों ने जहां दो नागरिकों की हत्या कर दी वहीं मंगलवार 5 अक्टूबर को दो और नागरिक मारे गए.

श्रीनगर स्थित रसायनज्ञ माखन लाल बिंदू, प्रसिद्ध बिंदू मेडिकेट के मालिक, जिनकी आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस साल ग्रीष्मकालीन राजधानी में मारे गए अल्पसंख्यक समुदाय के तीसरे प्रमुख व्यापारी हैं.

त्राल के एक कश्मीरी पंडित बीजेपी नेता राकेश पंडित की 2 जून को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी जबकि सितंबर में बिहार के एक मजदूर की दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

Lakhimpur Kheri: सिद्धार्थ नाथ सिंह ने राहुल गांधी पर कसा तंज़ कहा,”समझ नहीं आ रहा है कि भाई-बहन…”

उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह (Sidharth Nath Singh) ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जाने के कार्यक्रम को ‘राजनीतिक पर्यटन’ करार देते हुए कहा कि किसी को भी हालात बिगाड़ने नहीं दिए जाएंगे.

सिंह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लखीमपुर खीरी जाने के आज के कार्यक्रम के बारे में पूछे जाने पर कहा कि विपक्ष नकारात्मक रवैया दिखा रहा है और वह इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रहा है, समझ नहीं आ रहा है कि भाई-बहन (राहुल और प्रियंका गांधी) इतना क्यों ‘उछल’ रहे हैं.

सिंह ने गांधी पर तंज करते हुए कहा, “आज कांग्रेस के नंबर वन परिवार के एक और युवराज को जोश आया कि बहन (प्रियंका गांधी) तो है ही, इसलिए हम भी राजनीतिक पर्यटन पर निकलेंगे. मगर युवराज यह भूल जाते हैं और इतिहास गवाह है कि इस आजाद देश में कभी नरसंहार हुए हैं तो वे कांग्रेस के शासनकाल में ही हुए हैं.”

उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने कहा, “यह समझ में नहीं आ रहा है कि विपक्ष के लोग और विशेष रूप से कांग्रेस के दोनों भाई-बहन इतना क्यों ‘उछल’ रहे हैं. वे कहते हैं कि लोग नाखुश हैं. “

लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर अमित शाह से वार्ता करने पहुंचे अजय मिश्र टेनी

केंद्र सरकार में गृह राज्यमंत्री का पद संभाल रहे अजय मिश्र टेनी बुधवार दोपहर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। बताया गया है कि शाह ने टेनी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर तलब किया है।अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र पर आरोप है कि उनके काफिले ने प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़वा दी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलेपमेंट (बीपीआरडी) ने अपने नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ हेड्स ऑफ प्रीजन ऑफ ऑल स्टेट्स एंड यूनियन टेरिटरीज कार्यक्रम में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया गया था।

अजय मिश्र ने किसान संगठनों के दावे के उलट कहा है कि उनका बेटा घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था। उन्होंने यहां तक कहा कि उनके पास सबूत है कि आशीष उस वक्त एक दूसरी जगह कार्यक्रम में हिस्सा ले रहा था।

अजय मिश्र ने उल्टा किसानों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब उपद्रवियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रही गाड़ियों पर पथराव किया, तब एक गाड़ी नियंत्रित हो गई, जिसके नीचे आने से कुछ किसानों की जान चली गई।

लखीमपुर खीरी हिंसा: 55 घंटे के भीतर सामने आए ये 10 वीडियो लेकिन अभी भी नहीं हुई कोई गिरफ्तारी

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद से सियासत धधक रही है. 55 घंटे बीत जाने के बीच घटना से जुड़े कम से कम 10 वीडियो सामने आ चुके हैं, लेकिन अब तक 8 लोगों की मौत के मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.

गिरफ्तारी के नाम पर बस प्रियंका गांधी शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार हुई हैं. इस मामले में नामजद गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा से कोई पूछताछ नहीं हुई है.

जिस घटना के दो दिन बाद तक मृतक किसान के परिजन अंतिम संस्कार तक से इनकार करते हैं, वहां आरोपी आशीष मिश्रा को घटना के तीसरे दिन बाद भी खुद पर हुई एफआईआर की जानकारी नहीं है.

इस पूरे घटनाक्रम से पहले एक सवाल उठा कि आखिर उत्तर प्रदेश के केंद्र में मौजूद लखीमपुर खीरी के किसान क्यों प्रदर्शनकारी बने? दावा हुआ था केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के सितंबर के आखिरी में दिए गए उस बयान के कारण, जिसमें किसानों को दो मिनट में सिखाने की बात उन्होंने कही थी.