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लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर अमित शाह से वार्ता करने पहुंचे अजय मिश्र टेनी

केंद्र सरकार में गृह राज्यमंत्री का पद संभाल रहे अजय मिश्र टेनी बुधवार दोपहर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। बताया गया है कि शाह ने टेनी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर तलब किया है।अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र पर आरोप है कि उनके काफिले ने प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़वा दी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलेपमेंट (बीपीआरडी) ने अपने नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ हेड्स ऑफ प्रीजन ऑफ ऑल स्टेट्स एंड यूनियन टेरिटरीज कार्यक्रम में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया गया था।

अजय मिश्र ने किसान संगठनों के दावे के उलट कहा है कि उनका बेटा घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था। उन्होंने यहां तक कहा कि उनके पास सबूत है कि आशीष उस वक्त एक दूसरी जगह कार्यक्रम में हिस्सा ले रहा था।

अजय मिश्र ने उल्टा किसानों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब उपद्रवियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रही गाड़ियों पर पथराव किया, तब एक गाड़ी नियंत्रित हो गई, जिसके नीचे आने से कुछ किसानों की जान चली गई।

लखीमपुर खीरी हिंसा: 55 घंटे के भीतर सामने आए ये 10 वीडियो लेकिन अभी भी नहीं हुई कोई गिरफ्तारी

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद से सियासत धधक रही है. 55 घंटे बीत जाने के बीच घटना से जुड़े कम से कम 10 वीडियो सामने आ चुके हैं, लेकिन अब तक 8 लोगों की मौत के मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.

गिरफ्तारी के नाम पर बस प्रियंका गांधी शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार हुई हैं. इस मामले में नामजद गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा से कोई पूछताछ नहीं हुई है.

जिस घटना के दो दिन बाद तक मृतक किसान के परिजन अंतिम संस्कार तक से इनकार करते हैं, वहां आरोपी आशीष मिश्रा को घटना के तीसरे दिन बाद भी खुद पर हुई एफआईआर की जानकारी नहीं है.

इस पूरे घटनाक्रम से पहले एक सवाल उठा कि आखिर उत्तर प्रदेश के केंद्र में मौजूद लखीमपुर खीरी के किसान क्यों प्रदर्शनकारी बने? दावा हुआ था केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के सितंबर के आखिरी में दिए गए उस बयान के कारण, जिसमें किसानों को दो मिनट में सिखाने की बात उन्होंने कही थी.

चिराग पासवान ने बदला अपनी पार्टी का नाम, अब ‘हेलिकॉप्टर’ के जरिए मांगेंगे वोट

चुनाव आयोग (Election Commission) ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) को ‘लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)’ नाम और चुनाव चिन्ह ‘हेलीकॉप्टर’ आवंटित किया है. जबकि पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) को ‘राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी’ नाम और ‘सिलाई मशीन’ चुनाव चिह्न के रूप में आवंटित किया गया है.

इससे पहले दो अक्टूबर को चुनाव आयोग ने चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस धड़ों द्वारा लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नाम या उसके चिह्न ‘बंगले’ का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी थी।

बता दें कि पिछले साल लोजपा नेता रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके बेटे चिराग पासवान और दिवंगत नेता के भाई पारस ने पार्टी नेतृत्व पर दावा पेश किया था और इस संबंध में चुनाव आयोग से संपर्क किया था। इसके बाद पार्टी में विवाद की बात सामने आई थी।

लखनऊ को आज पीएम मोदी से मिलेगी 4737 करोड़ की 75 परियोजनाओं की सौगात, जरुर देखें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लखनऊ में हैं. यहां पीएम मोदी 4737 करोड़ की 75 परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखेंगे. लखनऊ पहुंचकर पीएम मोदी सबसे पहले अर्बन कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने पहुंचे.  उन्होंने तीन दिवसीय कॉन्क्लेव की शुरुआत की. पीएम मोदी के साथ वहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे.

हरदीप सिंह पुरी के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित किया. वह बोले कि केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार आने के साथ ही देश के शहरी विकास की गति लगातार आगे बढ़ती जा रही है. आज से शुरू हो रहे कॉन्क्लेव में हमारे सामने शहरी विकास के नए-नए आयाम आएंगे और पूरे देश में ट्रांसफॉर्मेशन में अपना योगदान देंगे.

अर्बन कॉन्क्लेव कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 1947 में आजादी के वक्त हमारे शहरों की आबादी लगभग 6 करोड़ थी, 2030 में ये आबादी 60 करोड़ होने जा रही है. मुझे विश्वास है कि 2030 तक 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए हमारी केंद्रीय योजनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.

 

पीएम मोदी ने अपने लखनऊ दौरे पर किया न्यू अर्बन कानक्लेव कार्यक्रम का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लखनऊ में देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर ‘न्यू अर्बन इंडिया’ थीम के साथ केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय व नगर विकास विभाग, उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

सोमवार को जारी एक सरकारी बयान में कहा गया कि ‘न्यू अर्बन इंडिया’थीम पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी सम्मिलित होंगे। राजनाथ सिंह सोमवार को ही लखनऊ आ गए।

प्रधानमंत्री सभी जिलों में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत चयनित 75 हजार लाभाॢथयों को चाभी वितरण कर उनसे संवाद भी करेंगे। इसके अलावा, मोदी जनपद लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, प्रयागराज, गाजियाबाद और वाराणसी के लिए 75 स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का फ्लैग आफ भी करेंगे।

लखीमपुर खीरी कांड की सुप्रीम कोर्ट ने करी निंदा कहा-“हमने कृषि कानूनों पर रोक लगाईं फिर सड़कों पर…”

सुप्रीम कोर्ट ने  लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा जब ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं तो कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होता है। अदालत ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी दावा तो करते हैं कि उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण है, लेकिन जब वहां हिंसा होती है तो कोई जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं होते हैं। 

सुप्रीम कोर्ट ने किसान महापंचायत से पूछा कि जब हमने तीन कृषि कानूनों पर फिलहाल रोक लगा रखी है, फिर सड़कों पर प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं? किसान महापंचायत के वकील ने कहा कि उन्होंने किसी सड़क को ब्लॉक नहीं कर रखा है। इसपर बेंच ने कहा कि कोई एक पक्ष अदालत पहुंच गया तो प्रदर्शन का क्या मतलब है? सरकार ने आश्वासन दिया है कि वे इसे लागू नहीं करेंगे फिर प्रदर्शन क्यों जारी है?

सुप्रीम कोर्ट ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के कारण दिल्ली से नोएडा के बीच सड़कों की नाकेबंदी के खिलाफ एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए 43 किसान संगठनों को नोटिस जारी किया। दरअसल इस याचिका में इन किसान संगठनों से भी पक्षकार बनने के लिए कहा गया है।

लखीमपुर खीरी कांड: रात भर की मेहनत के बाद योगी सरकार के इन कदमों से रुकी हिंसा की चिंगारी

आरंभ जैसा अप्रत्याशित था, वैसा ही अनपेक्षित अंत भी रहा। कृषि कानूनों के विरोध में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में चल रहा प्रदर्शन इतना हिंसक होकर आठ लोगों की मौत का कारण बनेगा, यह किसी को आभास नहीं था।

भरोसा इस पर भी नहीं होगा कि तमाम अदृश्य कारणों से भड़की चिंगारी यूं देखते ही देखते ठंडी भी हो जाएगी।  किसानों के घावों पर सीएम योगी ने दवा लगाई और दोपहर होते-होते प्रदेश में फिर सुकून, फिर शांति।

लखीमपुर खीरी में रविवार को उपद्रव में किसान और भाजपा समर्थकों की मौत ने प्रदेश भर में सनसनी फैला दी। चूंकि, कृषि कानून विरोधी आंदोलन को विधानसभा चुनाव से पहले हवा देने की भरपूर कोशिश विपक्ष ने की है उस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधानी में नहीं थे। सीतापुर में कार्यक्रम के बाद गोरखपुर पहुंचे थे। वहीं रात्रि प्रवास प्रस्तावित था, लेकिन इधर हालात खराब थे और उधर मौसम।

कृषि कानून विरोधी आंदोलन के अगुआ राकेश टिकैत का लखीमपुर कूच यह अंदेशा खड़ा कर रहा था कि अब यह मुद्दा तूल पकड़ेगा। मगर, नाराज किसानों से बातचीत के लिए सशक्त माध्यम तलाश रहे सीएम योगी आदित्यनाथ की नजर में टिकैत ही वह व्यक्ति थे, जिनकी बात किसान आसान से मान सकते हैं।

लखीमपुर खीरी की घटना पर छत्तीसगढ़ के पूर्व CM ने भूपेश बघेल की सरकार को घेरा कहा ये…

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना को छत्तीसगढ़ के पूर्वमुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि लखीमपुर की घटना पर जो राजनीति हो रही है, वो दुःखद है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पहले ही घोषणाएं कर दी हैं.

उन्होंने रहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री वहां जा रहे हैं, लेकिन सिलगेर की घटना पर ना तो प्रियंका गईं, ना भूपेश बघेल गए. उस समय इनकी संवेदना कहां मर गई थी?

कांग्रेस में मचे घमासान पर बीजेपी नेता ने कहा कि मैं चाहूंगा जो होना है, जल्दी हो जाए, ताकि सरकार विकास कार्यों पर ध्यान दे, विधायकों को इन्होंने ही भेजा. कोई विधायक चार्टर प्लेन से कैसे आना-जाना कर सकता है? सरकार इनसे नहीं संभल रही है.

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश के जवाब पर कहा कि आदिवासियों के लिए इस भाव से अगर बात करेंगे तो समझ में आता है कि आदिवासियों की चिंता, केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए है.

लखीमपुर कांड पर शिवसेना का हमला,”यह राम राज्य है क्या? शाहरुख के बेटे का केस इतना अहम है ?”

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खेरी में केंद्रीय मंत्री के बेटे की गाड़ी किसानों की मौत के बाद बीजेपी की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने जिले को सील कर दिया है.

संजय राउत ने कहा, ” प्रियंका गांधी से आपके राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं. कांग्रेस से हो सकते हैं. लेकिन उनका गुनाह क्या है कि उन्हें बिना वारंट अरेस्ट किया गया है? वे इंदिरा गांधी की नातिन हैं .

यही राम राज्य है क्या? किसानों के साथ जो हुआ, उस पर इस सरकार को माफी मांगनी ही चाहिए. देश में अघोषित आपातकाल है. ” पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने यह कहा.

इसके अलावा शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में भी बीजेपी पर ज़ोरदार हमला किया गया है. इसमें लिखा गया है, ” महाराष्ट्र में बीजेपी के नेता मराठवाडा, विदर्भ के संकटग्रस्त किसानों से मिलने गए, उन्हें किसी ने नहीं रोका. लेकिन यूपी के किसानों की हत्या की गई. किसानों को मारना और विपक्षी नेताओं का मुंह बंद करना कैसा लोकतंत्र है? अगर केंद्रीय मंत्री के बेटे द्वारा किया गया यह अपराध किसी दूसरे राज्य (गैर भाजपा शासित) में घटा होता तो बीजेपी देश को सर पर उठा लेती. ”

 

लखीमपुर खीरी कांड पर राहुल गांधी की प्रियंका को सलाह कहा-“तुम पीछे नहीं हटोगी, किसानों…”

लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद मौके पर पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की उनके भाई राहुल गांधी ने हौसला अफजाई की है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश प्रशासन आपके साहस से स्तब्ध है।

राहुल गांधी ने में ट्वीट कर कहा, “प्रियंका, मैं जानता हूँ तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं। न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे।”

कांग्रेस ने इससे पहले एक वीडियो ट्वीट किया था जिसमें प्रियंका गांधी वाड्रा को लखीमपुर खीरी जाते समय यूपी पुलिस के साथ बहस करते हुए देखा गया। पार्टी ने कहा कि प्रियंका को सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया जा रहा था।

लोगों से वहां इकट्ठा होने का आग्रह भी किया। वीडियो में प्रियंका को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “वारंट निकलो, ऑर्डर निकलो, मैं यहां से नहीं हिल रही हूं। अगर आप मुझे उस कार में डाल देंगे तो मैं आप पर अपहरण का आरोप लगाऊंगी। आरोप पुलिस के खिलाफ नहीं बल्कि आप पर होगा।”