Friday , October 18 2024

देश

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने की आत्महत्या, शव के पास मिला सुसाइड नोट

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने प्रयागराज में सोमवार की शाम कथित तौर पर आत्महत्या  कर ली. पुलिस को शव के पास से 7-8 पेज का सुसाइड नोट  बरामद हुआ है.

प्रयागराज रेंज के आईजी केपी सिंह ने बताया कि उन्हें महंत नरेंद्र गिरि के फंदे पर लटकने की सूचना मिली और जब पुलिस पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर उन्हें उतारा गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. उन्होंने भी प्रथम दृष्ट्या इसे आत्महत्या बताया है. लेकिन पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है.

महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर संत समाज से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , पूर्व सीएम अखिलेश यादव और अन्‍य कई नेताओं तक ने शोक व्यक्त किया है.

नरेंद्र गिरि अखिल भारतीय खाड़ा परिषद के अध्यक्ष थे. 1954 में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की स्थापना हुई थी. यह परिषद देश के प्रमुख 13 अखाड़ों की प्रतिनिधि संस्था है. अध्यक्ष के तौर पर यह महंत नरेंद्र गिरि का दूसरा कार्यकाल था. अखाड़ा परिषद ही एक तरह से महामंडलेश्वर और बाबाओं को सर्टिफिकेट दिया करती है. कहा जाता है कि देश के 13 अखाड़ों के जिम्मे एक तरह से सनातन हिंदू धर्म की रक्षा का भार है.

“पड़ोसी देश अफगानिस्तान की सत्ता में हुए बदलाव से चिंतित है भारत”: विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला

विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान के पड़ोसी होने के नाते भारत का उस देश में हुए हालिया बदलाव और क्षेत्र पर उसके असर को चिंतित होना स्वाभाविक है। विदेश सचिव ने कहा, चीन से संबंधों की प्रगति पारस्परिक सम्मान, पारस्परिक संवेदनशीलता और आपसी हितों पर निर्भर हैं.

विदेश सचिव जेपी मॉर्गन ‘इंडिया इंवेस्टर समिट’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोस में खासकर अफगानिस्तान और पूर्वी सीमा पर चीन के हालात हमें नई वास्तविकताओं के बारे में याद दिलाते हैं कि परंपरागत सुरक्षा चुनौतियां बनी हुई हैं।

अफगानिस्तान के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि नई दिल्ली पड़ोसी मुल्क में आए हालिया बदलाव का भारत और क्षेत्र पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित है। एक पड़ोसी होने के नाते हम स्वाभाविक रूप से अफगानिस्तान के अंदर हालिया परिवर्तनों और इसके हम पर और क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंतित हैं।

कोविड-19: सक्रिय मामले हुए 6 महीने में सबसे कम, देश में अबतक दर्ज़ हुए 26,115 नए मामले

कोरोना मरीजों की रिकवरी बेहतर होने की वजह से सक्रिय मामले पांच महीने बाद सबसे कम हुए हैं। हालांकि कुछ राज्यों में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।

साथ ही वायरस में लगातार हो रहे म्यूटेशन नए खतरे की आशंका को और अधिक मजूबत कर रहे हैं। करीब 150 दिन बाद सक्रिय मरीजों की संख्या कम होकर अब 3,18,181 दर्ज की गई है। देश में सक्रिय दर 0.95 फीसदी है। इसके अलावा कोरोना रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ते हुए अब 97.72 फीसदी है।

24 घंटे की अवधि में सक्रिय कोविड-19 केसलोड में 8,606 मामलों की कमी दर्ज की गई है।केरल ने 15,692 ताजा कोविड-19 मामलों और 92 मौतों की सूचना दी, जिससे केसलोड 45,24,185 और मरने वालों की तादाद 23,683 तक पहुंच गई।दैनिक सकारात्मकता दर 1.85 प्रतिशत दर्ज की गई थी। पिछले 22 दिनों से यह 3 फीसदी से भी कम है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया, पिछले एक दिन में 30,256 नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं और 295 लोगों की मौत हो गई है।

युवक को अगवा कर मांगी थी 2 करोड़ की फिरौती, पुलिस ने रंगे हाथों अपहरणकर्ताओं को पकड़ा

होशियारपुर में सोमवार सुबह अगवा किए गए आढ़ती के 21 वर्षीय बेटे राजन को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के साथ मुकाबले के बाद छुड़वा लिया। मंगलवार अल सुबह चार बजे के करीब पुलिस टीम अपहृत युवक राजन को माउंट एवेन्यू स्थित उसके घर छोड़ गई। सूत्रों के मुताबिक टांडा से बटाला रोड पर किसी स्थान पर गन्ने के खेतों में पुलिस और आरोपियों के बीच मुकाबला हुआ।

अज्ञात नकाबपोशों ने सोमवार सुबह करीब 4.45 बजे फगवाड़ा रोड स्थित मुख्य सब्जी मंडी से फल आढ़ती जसपाल के 21 वर्षीय पुत्र राजन का अपहरण कर लिया था। राजन अपनी दुकान मैसर्स जसपाल एंड राजन, दुकान संख्या 94 पर अपनी कार से पहुंचा था। उन्होंने उसे जबरन अपनी कार (वरना) में खींच लिया और भाग निकले। इन अपहरणकर्ताओं में से एक अपहरणकर्ता राजन की कार को लेकर चला गया।

करीब आधे घंटे के बाद राजन के पिता मंडी की शेड में पहुंचे और मजदूरों से उसके बारे में पूछा। उस वक्त तक उन्हें राजन के अपहरण की खबर नहीं थी। मजदूरों ने उन्हें बताया कि वह वहां नहीं आया है, तो सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई और राजन के अपहरण की घटना की सीसीटीवी फुटेज मिल गई।

उत्तराखंड की राजनीति में वापस लौटने के लिए कांग्रेस लगा रही एड़ी चोटी का जोर, करी ये बड़ी घोषणा

चुनावी साल होने की वजह से सियासी दल घोषणाओं में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। उत्तराखंड की राजनीति में अपना मुकाम बनाने में जुटी आम आदमी पार्टी के अलावा कांग्रेस भी घोषणाओं में जुटी है।  कांग्रेस से पूर्व सीएम हरीश रावत ही वादों और दावों की लिस्ट बनाने में लगे हैं।

दिल्ली की तर्ज पर आप ने उत्तराखंड में पहले 300 यूनिट फ्री बिजली की घोषणा की।  सरकार बनने के छह माह में एक लाख नौकरी देने, बेरोजगारी भत्ता देने के साथ सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में स्थानीय युवाओं के लिए 80 फीसद आरक्षण का वादा भी किया।

अलावा कई अन्य वादे भी हो चुके हैं। वहीं, अब हरदा ने फेसबुक के माध्यम से कहा कि हम चाहते हैं कि उत्तराखंड स्मार्टफोन टेक्नोलॉजी के यूज में दूसरे राज्यों से आगे निकल सकें। डिजिटल के साथ कोरोना के दौर में यह बेहद फायदेमंद रहेगा।

चित्रकूट में योगी सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में आखिर कितना हुआ बदलाव, यहाँ डाले एक नजर

विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े उत्तर प्रदेश में अब सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिना रही है.

सांसद राम कृपाल सिंह पटेल ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में साढ़े चार साल में चित्रकूट जिले में अलग-अलग योजनाएं लागू कीं. जिले का विकास हुआ.

चित्रकूट बांदा के सांसद ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ ही पुल-पुलिया के निर्माण की योजनाएं गिनाईं और कहा कि जिले में एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 10.2 किलोमीटर है. इसमें नदी पर एक पुल, एक आरओबी, एक ओवरब्रिज और 13 पुलिया का निर्माण चल रहा है.

उन्होंने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर के तहत तहसील कर्वी के ग्राम खुटौरा और बकटा बुजुर्ग में नेशनल हाईवे के किनारे 102. 430 हेक्टेयर भूमि क्रय की गई है.

 

“नफरत और बंटवारे की राजनीति करने वालों को जनता उनके घर बिठायेगी”: Salman Khurshid

कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के आगामी चुनाव में जनता शीघ्र ही नफरत और बंटवारे की राजनीति करने वालों को उनके घर बिठायेगी.

केंद्रीय मंत्री रह चुके खुर्शीद ने कहा कि जनता बंटवारे और नफरत की राजनीति करने वाले ताकतों से ऊब चुकी है. खुर्शीद ने कहा कि सत्ता के तानाशाही अंदाज से, भ्रष्टाचार, मंहगाई, बेरोजगारी और गुंडाराज से लोग अब मुक्ति चाहते हैं. कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष खुर्शीद आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणा पत्र संवाद कार्यक्रम के लिए वाराणासी आये थे.

कांग्रेस नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की एक बड़ी आबादी और बड़े भू-भाग का प्रतिनिधित्व करता है और प्रदेश में उद्योग व कल कारखाने का अभाव है.

खुर्शीद ने कहा, ” मैं (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी के स्मार्ट बनारस को अभी खोज ही नही पाया हूं. मैं मोदी जी के स्मार्ट बनारस को देखने की लालसा लिए आया था, पर दुर्भाग्यवश मुझे वह स्मार्ट बनारस कहीं मिला ही नही.” कांग्रेस नेता ने कहा, ”बनारस की मूलभूत समस्यायें आज भी जस की तस हैं. मुझे दुःख हो रहा है कि बनारस के लोगों ने जिस भावना से मोदी जी को वोट देकर प्रधानमंत्री बनाया, उन्होंने जनता की उसी भावना को ठेस पहुंचायी है.”

पंजाब के राजनैतिक संकट में मास्टरमाइंड ‘नवजोत सिंह सिद्धू’ का आखिर क्या था चन्नी को CM बनाने में रोल

नवजोत सिंह सिद्धू के पेश किए गए सीएम पद के दावे और दो दिनों तक चले मंथन के बाद आखिरकार आज पंजाब को चरणजीत सिंह चन्नी  के रूप में नया मुख्यमंत्री मिलेगा. सिद्धू के कैप्टन को आउट करने के बाद कई अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं.

चन्नी के रूप में पंजाब को नया सीएम देने का आलाकमान का दांव एक तीर से कई निशाने का है, लेकिन ये सिद्धू के लिए भी कोई घाटे का सौदा नहीं है. आलाकमान चाहता है कि पंजाब में गुटबाजी खत्म हो और अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बड़ी जीत हासिल करे.

सिद्धू ने खुद को सीएम बनाने का दांव भी चला और फिर उसके बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा को सीएम बनाने के लिए खूब मेहनत की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो आखिकार सिद्धू की सिफारिश में जो नाम रहा वो चन्नी का ही था.

ज्यादातर इस समुदाय का वोटर ग्रामीण इलाके से जुड़ा हुआ है, ऐसे में नए सीएम के दलित होने से इसका फायदा कांग्रेस को होगा. पंजाब में माझा मालवा और दोआबा को लेकर पूरा जातीय समीकरण बंटा है.

 

50% उपस्थिति के साथ देश के इन राज्यों में सरकार ने दी स्कूल खोलने की अनुमति, लेकिन ये हैं शर्ते

कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट को देखते हुए देश के कई राज्यों में आज से फिर से स्कूल खुल रहे हैं. इन राज्यों में मध्य प्रदेश और हरियाणा शामिल है. मध्य प्रदेश में जहां आज से पहली कक्षा से लेकर 5वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं.

मध्य प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में गिरावट के मद्देनजर कक्षा एक से पांच तक के प्राथमिक स्कूल आज से फिर से शुरु हो रहे है, हालांकि इनमें विद्यार्थियों की उपस्थिति की सीमा 50 प्रतिशत तय की गई है. इससे पहले प्रदेश सरकार ने कक्षा 6 से 12वीं तक के स्कूलों को 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ फिर से शुरु करने की अनुमति दी थी.

हालांकि विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में उपस्थिति अनिवार्य नहीं की गई है. इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी. वहीं विद्यार्थियों को स्कूलों में आने के लिए अपने अभिभावकों की लिखित अनुमति लेनी होगी.

 

PUNJAB POLITICS: कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने आखिर क्यों उपमुख्‍यमंत्री पद लेने से किया इंकार

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह  के इस्‍तीफा देने के बाद कांग्रेस  ने चरणजीत सिंह चन्‍नी  को पंजाब का नया मुख्‍यमंत्री बनाने का फैसला लिया है.मुख्‍यमंत्री बनने की रेस शामिल रहे कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने  को उपमुख्‍यमंत्री का पद लेने से इनकार कर दिया है.

कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक ने शनिवार को कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के इस्‍तीफे के बाद चन्‍नी के नाम की घोषणा से पहले ही सुनील जाखड़ को उपमुख्‍यमंत्री का पद देने के लिए उनसे बातचीत की थी, लेकिन जाखड़ ने इसे स्‍वीकार नहीं किया.

सूत्रों ने बताया कि सुनील जाखड़ ने दोनों ही नेताओं को अलग-अलग बताया कि वह कांग्रेस के ईमानदार कार्यकर्ता हैं और किसी पद के लिए लालायित नहीं हैं. उन्होंने उनसे कहा कि वह कभी कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे और डिप्टी सीएम का पद भी स्वीकार नहीं करेंगे.

एक दलित सिख को मुख्यमंत्री के रूप में नामित करने के बाद कांग्रेस कम से कम एक हिंदू नेता को डिप्टी सीएम बनाना चाहती है. सुखजिंदर सिंह रंधावा को भी दूसरा डिप्टी सीएम नामित किया जा सकता है और उन्हें एक महत्वपूर्ण विभाग आवंटित किया जा सकता है. वह सीएम पद की रेस में थे और अमरिंदर कैबिनेट में जेल विभाग देख रहे थे.