Friday , November 22 2024

देश

राजस्थान के बाड़मेर में हाइवे पर बने देश के पहले एयरस्ट्रिप का उद्घाटन करने पहुंचे राजनाथ और गडकरी

आज राजस्थान के बाड़मेर में हाइवे पर बने देश के पहले एयरस्ट्रिप (इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड) का उद्घाटन हुआ है. सामरिक लिहाज से अहम इस हवाई पट्टी का उद्घाटन C-130 J हरक्यूलिस की इमरजैंसी लैंडिंग ड्रिल से हुआ. जिस दौरान ये इमरजेंसी लैंडिंग ड्रिल हुआ, उस दौरान हरक्यूलिस विमान में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत भी सवार थे.

राजनाथ और नितिन गडकरी को लेकर सेना के सुपर हरकुलिस ने हाईवे पर बनी 3 किलोमीटर की एयर स्ट्रिप पर लैंडिंग की. इसके बाद फाइटर जेट सुखोई MKI-30 और जगुआर भी यहां उतरे.

यह पाकिस्तान बॉर्डर से सटी देश की पहली इमरजेंसी हवाई पट्टी है, साथ ही पाकिस्तान सीमा से 40 किलोमीटर दूर हाईवे पर रक्षा मंत्री राजनाथ और नितिन गडकरी ने इमरजेंसी फील्ड लैंडिंग स्ट्रिप देश को सौंपी. बाद में हुए एक समारोह में राजनाथ सिंह और गड़करी ने मौजूद लोगों को संबोधित भी किया.

यह एनएच-925ए राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय वायुसेना के विमानों के लिए बना पहला ‘इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड’ है. दोनों मंत्रियों ने ‘एनएच-925’ पर तैयार आपातकालीन लैंडिंग सुविधा पर कई विमानों के संचालन को देखा. सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान और आईएएफ के एएन-32 सैन्य परिवहन विमान और एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर ने भी ईएलएफ पर ‘इमरजेंसी लैंडिंग’ की.

 

मिशन यूपी 2022: बाराबंकी में ओवैसी ने संबोधित किया वंचित-शोषित समाज व कही ये बड़ी बात…

 मिशन यूपी पर निकले एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के दौरे का आज तीसरा दिन है. आज बाराबंकी में ओवैसी वंचित-शोषित समाज सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं.

यूपी दौरे के पहले दिन यानी मंगलवार को ओवैसी ने अयोध्या के रुदौली में रैली की थी. दूसरे दिन यानी बुधवार को सुल्तानपुर में ओवैसी की रैली हुई और आज ओवैसी बाराबंकी में हैं.

उन्होंने उत्तर प्रदेश के अपने दौरे के दूसरे दिन विरोधियों के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्हें राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में वोट काटने वाले के रूप में पेश किया गया था.

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘कहा जाता है ओवैसी लड़ेगा तो वोट काट देगा. सुल्तानपुर में आप सबने अखिलेश यादव को झोली भरकर वोट दिया तो सूर्या (सूर्यभान सिंह बीजेपी विधायक) कैसे जीते? 2019 में लोकसभा के चुनाव में सुल्तानपुर से बीजेपी कैसे जीती, तब ओवैसी तो चुनाव नहीं लड़ रहा था. ?’

मिशन यूपी 2022: ओबीसी मतदाताओं को लुभाने के लिए अयोध्या में एक अहम बैठक का आयोजन करेगी BJP

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी राज्य के ओबीसी मतदाताओं को लुभाने के लिए अयोध्या में एक अहम बैठक आयोजित करने को तैयार है।

दरअसल, उत्तर प्रदेश में 50 फीसदी से अधिक ओबीसी मतदाताओं की आबादी है, जिनमें यादव और अन्य ओबीसी जातियां हैं। यह ओबीसी समुदाय राज्य में सबसे प्रभावशाली समुदायों में से एक है।

ओबीसी समुदाय पर बीजेपी का ज्यादा फोकस इसलिए भी है, क्योंकि मायावती ब्राह्मण वोटरों में सेंधमारी की कोशिश में जुटी हुई हैं। ऐसे में बीजेपी ओबीसी समुदाय पर फोकस कर न सिर्फ उन्हें अपने पाले में लाना चाहती है, बल्कि ब्राह्मण वोटरों को भी संदेश देना चाहती है।

एएनआई से बात करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के लक्ष्मण ने कहा कि मोदी सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं कि ओबीसी को उचित प्रतिनिधित्व मिले। मोदी सरकार की तरह ओबीसी की किसी अन्य प्रधानमंत्री या पार्टी ने राजनीतिक प्रतिनिधित्व की देखभाल नहीं की है।

दरअसल, ओबीसी मोर्चा की बैठक के लिए अयोध्या को चुनना भी बीजेपी की एक सोची समझी चाल है। ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मोर्चा 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में अपने कार्यकर्ताओं को लामबंद करके पार्टी की आसान जीत सुनिश्चित करने में भूमिका निभाएगा।

दुनिया को चपेट में लेने वाली कोरोना महामारी को लेकर अब डॉ गुलेरिया ने दी एक बड़ी चेतावनी…

भारत सोका गाक्का (BSG) ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर  एक वेबिनार का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने लंबे समय से दुनिया को चपेट में लेने वाली कोरोना महामारी पर अपनी बात रखी.

डॉ गुलेरिया ने कहा, “इस महामारी के समय में ‘किसी को भी पीछे न छोड़ें’ की अवधारणा सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. हमें उन सामाजिक असमानताओं को दूर करने की जरूरत है, जो महामारी के समय और उभर कर सामने आयी है. ”

हमें वाततव में सार्वजनिक क्षेत्र के स्वास्थ्य में निवेश करने की आवश्यकता है. लोग सिर्फ अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए गरीबी रेखा से नीचे चले गए हैं.”

उन्होंने इसे संयुक्त राष्ट्र के आदर्शों और क्षमता के एक दृढ़ समर्थक के रूप में किया है. इकेदा ने अपने 2021 के प्रतताव में कहा, “महामारी से निपटने के हमारे साझा प्रयास इस संकट को पूरी तरह बदलने में मानव एकजुटता की आवश्यकता को स्पष्ट करते हैं.”

डेटा एंट्री ऑपरेटर के पदों पर यहाँ निकली भर्ती, देखें जरुरी डिटेल्स

अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान , रायपुर ने रिसर्च वैज्ञानिक, डेटा एंट्री ऑपरेटर और मल्टी टॉस्किंग स्टाफ के रिक्त पदों पर अनुभवी उम्मीदवारो से आवेदन मांगे है।

महत्वपूर्ण तिथि व सूचनाएं –

पद का नाम- रिसर्च वैज्ञानिक, डेटा एंट्री ऑपरेटर और मल्टी टॉस्किंग स्टाफ

कुल पद – 3

साक्षात्कार – 24 – 9 -2021

नौकरी स्थान – रायपुर

पद का नाम

पद संख्या

योग्यता

आयु सीमा

वेतन

रिसर्च वैज्ञानिक

1

एम.डी.एम.एस

25-40

67,000/-

डेटा एंट्री ऑपरेटर

1

स्नातक

21-35

20,000/-

मल्टी टॉस्किंग स्टाफ

1

12वीं

21-35

18,000/-

कैसे करें आवेदन

उम्मीदवार 24-9-2021 को साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। उम्मीदवारों की तिथि के अनुसार साक्षात्कार के समय उनके साथ प्रमाणित और मूल दस्तावेज साथ लाने हैं।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले सीएम पद को लेकर शुरू हुआ सियासी दंगल, बीजेपी में उठापटक के संकेत

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव दहलीज़ पर खड़ा दस्तक दे रहा है तो दूसरी ओर प्रचंड बहुमत पाकर सत्ता में वापसी का दावा करने वाली बीजेपी के भीतर शह मात का खेल खेला जा रहा है.पार्टी में दो धड़े साफ दिखाई दे रहे हैं.

कांग्रेस से भाजपा में आये विधायक पार्टी में कुछ लोगों पर उपेक्षा का आरोप लगाकर और उनको पार्टी से निकालने की साजिश के तहत उनके खिलाफ माहौल बनाने का आरोप लगा रहे हैं.

हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके नाराज होने की बात को नकारा है. उनके मुताबिक उन्होंने उमेश से बात कर ली है. उनकी समस्या को भी सुन लिया गया और मदद का आश्वासन भी दिया जा चुका है. ऐसे में अब कोई नाराजगी नहीं रही है. लेकिन कांग्रेस इस मौके को लपकने में लग गयी है.

वैसे ये कलह तब खुल कर सामने आई जब मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस से भाजपा में आये उमेश शर्मा काऊ एक बीजेपी कार्यकर्ता वीर सिहं पर भड़क गए.  लगातार कोशिश की जा रही है कि उन्हें इतना उत्तेजित कर दिया जाए जिससे उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो जाए.

पहली बार देश में प्राइवेट कंपनी बनाएगी एयरक्राफ्ट, 56 मालवाहक विमान खरीदेगी वायुसेना

देश में पहली बार कोई प्राईवेट कंपनी एयरक्राफ्ट बनाने जा रही है. बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी यानि सीसीएस ने वायुसेना के लिए 56 ‘सी-295एमडब्लू’ मालवाहक विमानों की खरीद के लिए मंजूरी दे दी.

सी-295 मीडियम-वेट मालवाहक विमान हैं जो भारतीय वायु‌सेना के पुराने पड़ चुके एवरो एयरक्राफ्ट की जगह लेंगे. सी-295 एयरक्राफ्ट 5-10 टन का पेयलोड ले जा सकता है और करीब 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है.

सी-295 का गेट पिछले हिस्से में है जिससे सैनिकों (पैरा-ट्रूपर्स) और कार्गो को आसानी से एयर-ड्राप किया जा सकता है. इन विमानों के जरिए वायु‌सेना पैरा कमांडोज़ को एयर-ड्राप करने के लिए इस्तेमाल करेगी.

जो 40 एयरक्राफ्ट भारत में बनेंगे वे अगले एक दशक (दस साल) में वायुसेना को मिल जाएंगे. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सभी 56 विमान स्वदेशी इलेक्ट्रोनिक वॉरफेयर सूट से लैस होंगे.

नाव डूबने से असम में हुआ दिल देहला देने वाला हादसा, एक की मौत 33 अभी भी लापता

असम के जोरहाट जिले में को स्टीमर से टक्कर के बाद यात्रियों से भरी एक नाव ब्रह्मपुत्र नदी में डूब गई। उसमें 120 से ज्यादा लोग सवार थे। हादसे में एक की मौत हो गई, जबकि 33 से ज्यादा यात्री लापता हैं।

एक निजी नाव ‘मां कमला’ निमती घाट से यात्रियों और वाहनों को लेकर माजुली की तरफ रवाना हुई थी। आइडब्ल्यूटी विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘नाव में 120 यात्री सवार थे।’

उन्होंने बताया, ‘डूबने के बाद नाव बहती हुई करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चली गई थी। सेना कुछ अत्याधुनिक मशीनों के साथ गुरुवार को अभियान में शामिल होगी।’

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने दुर्घटना पर चिंता जताते हुए माजुली व जोरहाट जिला प्रशासन को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) व राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की मदद से बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया।

प्रेम प्रसंग और अवैध संबंधों के कारण दोस्त को घर में बुलाकर उतारा मौत के घाट, अब पुलिस ने सुनाई ये सजा

पूर्वी चंपारण के मधुबन थाने की पुलिस ने गड़हिया गांव में हुई गला रेतकर हत्या मामले का खुलासा कर दिया है. वारदात में शामिल तीन नामजद आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.

सबने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. संजीत सहनी की मां के बयान पर मामला दर्ज किया गया था. पूछताछ के बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. छापामारी के लिए टीम में पकड़ीदयाल डीएसपी सुनील कुमार सिंह, मधुबन थानाध्यक्ष राजेश कुमार समेत कई अन्य पुलिस के जवान शामिल थे.

संजीत सहनी के एक दोस्त ने ही उसे घर से बुलाकर उसे रस्सियों से बांध लाठी डंडे से बुरी तरह पिटाई की. बाद में गला रेतकर हत्या कर दी. एसपी ने कहा कि बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

कश्मीरी प्रवासियों के लिए मनोज सिन्हा ने लांच किया ये ऑनलाइल पोर्टल, वापस मिल सकेगी संपति

लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कश्मीरी प्रवासियों के लिए ऑनलाइल पोर्टल लॉन्च किया. प्रशासन द्वारा लॉन्च किए गए इस पोर्टल के मदद से कश्मीर छोड़कर गए कश्मीरी पंडित व सभी प्रवासियों को अपनी जमीन और दूसरी अचल संपति को वापस लाने में मददगार साबित होगा.

पोर्लट को लॉन्च करते हुए कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि कश्मीर से लोगों के पलायन का जिम्मेदार पाकिस्तान है. उन्होंने कहा कि यह पोर्टल कश्मीर के लोगों के लिए लॉन्च किया गया है.

इस पोर्टल पर शिकायत करने के बाद संबंधित शिकायत की एक यूनिक आईडी जेनरेट होती है. इस यूनिक आईडी जेनरेट होने के बाद यह संबंधित शिकायत जिला क्लेटर के पास पहुंचती है.

कशमीर में 1989-90 में आंतकवाद के बढ़ने के कारण तकरीबन 60 हजार परिवारों को कश्मीर छोड़कर जाना पड़ा था। इनमें सबसे अधिक संख्या हिंदू कश्मीरी परिवारों का था. जिनकी संख्या 40 हजार के भी पार थी.