Friday , October 18 2024

देश

विवादों में घिरी पहलवान विनेश फोगट को मिला नीरज चोपड़ा का समर्थन कहा, “‘मैं इस मुश्किल समय में…”

टोक्यो ओलंपिक में भारत के स्वर्ण पदक विजेता, नीरज चोपड़ा महिला पहलवान विनेश फोगट के पूर्ण समर्थन में आए। विनेश, जिन्हें टोक्यो में अनुशासन तोड़ने का आरोप लगने के बाद आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, को नीरज चोपड़ा का समर्थन मिला है। चोपड़ा ने अपने करियर के आगामी चरण के लिए भारतीय महिला पहलवान का समर्थन किया।

विनेश फोगाट टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए मेडल की सबसे बड़ी दावेदारों में से एक थीं। लेकिन विनेश को क्वार्टर फाइनल मैच में ही हार का सामना करना पड़ा। टोक्यो ओलंपिक के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ ने विनेश फोगाट पर अनुशासन तोड़ने के आरोप लगाए और उनके किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी।

लेकिन भारत के लिए एथलेटिक्स में पहला गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने साफ कर दिया है कि वह विनेश फोगाट का साथ देंगे। नीरज चोपड़ा ने कहा, ”हर खिलाड़ी अपने देश के तिरंगे को ऊंचा करने के मकसद से फील्ड पर उतरता है। विनेश फोगाट भारत की बेस्ट एथलीटों में से एक हैं जिन्होंने कई मौकों पर देश का नाम रोशन किया है। ”

रेसलर विनेश फोगट ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से माफी मांगी है। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) अब विनेश के मामले पर अंतिम विवेक रखता है जिस पर अधिकारियों द्वारा 16 अगस्त को विचार-विमर्श किया जाएगा।

टोक्यो ओलंपिक 2021 में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों संग PM मोदी ने की ब्रेकफास्ट पार्टी, देखें कुछ तस्वीरे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से भारतीय खिलाड़ियों के तोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन की सराहना करने के बाद सोमवार को अपने आवास पर भारत के ओलंपिक दल से नाश्ते पर मुलाकात की ।

ओलंपिक खिलाड़ियों के सम्मान में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर एक खास कार्यक्रम रखा गया था जिसमें पीएम ने खुद खिलाड़ियों के साथ नाश्ता किया और फोटो खिंचवाई तथा उनके अनुभवों को जाना।

वहीं टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं की बैडमिंटन स्पर्धा में पदक जीतने वाली पीवी सिंधु को पीएम मोदी ने आइस्क्रीम खिलाई। बता दें कि ओलंपिक इतिहास में पीवी सिंधु बैडमिंटन में दो पदक जीतने वाले देश की इकलौती खिलाड़ी हैं।

ओलंपिक खिलाड़ियों के सम्मान में आज प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर एक खास कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों के साथ नाश्ता किया। इस दौरान पीएम मोदी ने टोक्यो से गोल्ड जीतकर लौटे नीरज चोपड़ा के साथ कुछ बातें भी की। साथ ही पीएम ने बैंडमिंटन स्टार पीवी सिंधु से भी बातचीत की।

इस दौरान पीएम मोदी ने महिला हॉकी खिलाड़ियों के भी बात की तथा उनकी जमकर प्रशंसा की। 41 साल बाद हॉकी में ओलंपिक मेडल जीतने वाली भारतीय पुरुष टीम ने पीएम मोदी को ऑटोग्राफ की गई हॉकी स्टिक भेंट की।

भारतीय खिलाड़ियों ने तोक्यो ओलंपिक में एक स्वर्ण समेत सात पदक जीते जो अब तक ओलंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है । नीरज चोपड़ा ने भालाफेंक में पीला तमगा जीता जो एथलेटिक्स में भारत का पहला पदक है ।

 

उत्तर प्रदेश में 58,189 पदों पर 10वीं और 12वीं पास युवाओं के लिए निकली नौकरी, जरुर देखें

उत्तर प्रदेश में 58,189 पंचायत सहायक/अकाउंटेंट कम डाटा एंट्री ऑपरेटर के पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। इस भर्ती के लिए संबंधित ग्राम पंचायत का स्थाई निवासी ही आवेदन कर सकता है जिसने 18 वर्ष की आयुसीमा पूरी करने के साथ-साथ 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास कर ली हो।

आवेदन फॉर्म में दसवीं, बारहवीं, कंप्यूटर सर्टिफिकेट, मूल निवास प्रमाण-पत्र, आरक्षित जाति का सर्टिफिकेट (यदि जरूरी हो) और अन्य शैक्षिक योग्यता संबंधी दस्तावेज जरूर लगे होने चाहिए।

आवेदन फॉर्म के साथ 100 रुपये का शपथ पत्र भी शामिल करना होगा। शपथ पत्र न दिए जाने की स्थिति में आवेदन रद्द माना जाएगा।
पंचायत सहायक के पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को वर्तमान प्रधान से आवेदन फॉर्म को प्रमाणित करना होगा।

 

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में शुरू हुई प्रवेश प्रक्रिया, 6 सितम्बर तक करें अप्लाई

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (BBAU), लखनऊ में शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है. 13 अगस्त 2021 से विभिन्न ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई हैं.

आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 6 सितंबर है. जबकि उम्मीदवार 7 सितंबर 2021 तक अपने आवेदन शुल्क जमा कर सकते हैं. शुल्क ऑनलाइन मोड के माध्यम से जमा किया जाएगा.

एडमिशन से इससे संबंधित अधिक जानकारी और ऑनलाइन आवेदन भरने के लिए छात्र – https://bbauet.nta.nic.in या www.nta.ac.in पर विजिट कर सकते हैं. विश्वविद्यालय ने कहा है कि प्रवेश परीक्षा कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) मोड में आयोजित की जाएगी.

इंटेलिजेंस ऑफिसर के पदों पर यहाँ निकली 1191 पदों पर भर्ती, जरुर देखें

 पुलिस में इंटेलिजेंस ऑफिसर की नौकरी पाने की इच्छा रखने वाले युवाओं के लिए बेहतरीन मौका है. पंजाब पुलिस ने 1191 पदों पर भर्ती निकाली है.

 

महत्वपूर्ण तारीखें…
ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत- 26 जुलाई, 2021
ऑनलाइन आवेदन करने की आखिरी तारीख- 16 अगस्त 2021
पदों का विवरण
> कुल पद- 1191
> इंटेलिजेंस असिस्टेंट के लिए- 818 पद
> कांस्टेबल के लिए- 373 पद

आयु सीमा
पंजाब पुलिस द्वारा निकाली गई इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार की उम्र 21 से 28 वर्ष तक होनी चाहिए.

शैक्षणिक योग्यता
> इंटेलिजेंस असिस्टेंट के पद के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या संस्थान से NIELIT (जिसे पहले DOEACC कहा जाता था) में ‘O’ स्तर का सर्टिफिकेट, या CS, IT, BCA, PGDCA या फिर कंप्यूटर एप्लीकेशन में B.Sc/B.Tech/BE की डिग्री होनी चाहिए.
> कॉन्स्टेबल (PBI) के पद के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन या इसके समकक्ष डिग्री होनी जरूरी है.

आवेदन शुल्क
> सामान्य वर्ग के लिए- 1000 रुपये
> एक्स सर्विसमैन के लिए- 400 रुपये
> EWS/SC/ST और बैकवर्ड क्लास के लिए- 550 रुपये

 

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से बढ़ी BCCI की मुसीबत, IPL 2021 में खिलाड़ियों के खेलने पर संशय

अफगानिस्तान में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच एक नई स्थिति मोड़ ले सकती है। इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने वाले उनके शीर्ष क्रिकेटरों में शामिल राशिद खान और मोहम्मद नबी के भाग लेने पर अनिश्चितता बरकरार है।

मोहम्मद नबी और राशिद खान आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हैं। इस दौरान बीसीसीआई के अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से बातचीत करने की उम्मीद है।

इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के कार्यक्रम के अनुसार इस महीने अफगानिस्तान को श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की क्रिकेट सीरीज खेलने के लिए वहां के दौरे पर जाना है।  दोनों देशों के बीच खेली जाने वाली इस सीरीज का अभी कार्यक्रम तय नहीं किया गया है।

जहां तक राशिद खान की बात है तो वह अफगानिस्तान के टी-20 कप्तान हैं। राशिद के अलावा मोहम्मद नबी और मुजीब जादरान ऐसे क्रिकेटर हैं जो आईपीएल टीमों का नियमित हिस्सा हैं।

राशिद और नबी ने अफगानिस्तान के हालात पर दुनिया के नेताओं से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था। क्योंकि अफगानिस्तान बीते दो दशक से सामाजिक और राजनीतिक दंश झेल रहा है।

कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़ तृणमूल में शामिल होंगी सांसद सुष्मिता देव, सोनिया को सौंपा इस्तीफा

सोमवार को ही कांग्रेस पार्टी छोड़ने वाली पूर्व सांसद सुष्मिता देव तृणमूल कांग्रेस  में शामिल होंगी. वे असम में पार्टी का चेहरा होंगी. वह आज ही कैमेक स्ट्रीट में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से कोलकाता में मुलाकात कर सकती हैं.

सुष्मिता देब ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि वह कांग्रेस की सदस्यता छोड़ रही हैं। आगे उन्होंने लिखा है कि करीब तीस साल कांग्रेस पार्टी के साथ काम करना उनके लिए यादगार रहा। वह जनकल्याण में आगे का अपना वक्त लगाना चाहती हैं।

ट्विटर बायो में किए गए बदलाव के बाद उनके इस्तीफे का अनुमान लगाया जा रहा था, जो सुष्मिता देब का इस्तीफा सामने आने के बाद सच साबित हुआ।16 अगस्त को उन्होंने ट्विटर पर अपने पद के आगे भी ‘पूर्व’ जोड़ दिया। सुष्मिता देब ने अब बायो में खुद को कांग्रेस का भी ‘पूर्व’ सदस्य लिखा हुआ है।

सूत्रों का कहना है कि असम की यह नेता इस समय पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी से मिलने के लिए इस समय कोलकाता में है. टीएमसी के एक सूत्र ने कहा, ‘यदि वे जुड़ती हैं तो असम में तृणमूल कांग्रेस पार्टी का चेहरा होंगी.’

फुटबॉल प्रशंसकों की याद में आज पश्चिम बंगाल में मनाया जाएगा ‘खेला होबे’ दिवस, जरुर देखें

पश्चिम बंगाल में आज ‘खेला होबे दिवस’ मनाया जाएगा. टीएमसी सरकार आज उन फुटबॉल प्रशंसकों की याद में ‘खेला होबे’ दिवस मना रही है जो साल 1980 में एक मैच के दौरान मची भगदड़ में मारे गए थे.

पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने टीएमसी की इस योजना पर कड़ी आपत्ति जताई है. बीजेपी ने कहा कि मुस्लिम लीग ने 1946 में इसी दिन प्रत्यक्ष कार्रवाई दिवस मनाने की घोषणा की थी, जिसके परिणाम भारी हिंसा के रूप में सामने आई थी.

बीजेपी ने कहा कि 16 अगस्त को खेला होबे दिवस के रूप में चुनकर टीएमसी अन्याय और अत्याचारों के उस दौर को वापस लाना चाहती है. वहीं बीजेपी ने खेला होबे दिवस को लेकर कई और भी आरोप लगाए हैं.

हाल ही में संपन्न हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी प्रचंड बहुमत से जीतकर फिर से सत्ता में लौटी है जबकि राज्य में बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है.

पेगासस कांड में याचिकाओं पर आज सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट, 10 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश

पेगासस जासूसी कांड पर सुप्रीम कोर्ट में आज फिर सुनवाई हुई। इस दौरान केंद्र सरकार ने पेगासस मामले पर जवाब दाखिल किया। सरकार की ओर से दो पन्ने के संक्षिप्त हलफनामे में जासूसी के आरोपों का खंडन किया गया है। केंद्र ने यह भी कहा कि मामले की जांच के लिए वह विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाना चाहता है।

हलफ़नामे में केंद्र ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने संसद में पेगासस मामले में विपक्षों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों पर जवाब दिया था और सभी आरोपो से इनकार किया था. दरअसल एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने दावा किया था कि 300 से ज्यादा भारतीय मोबाइल फोन नंबर इजरायली फर्म NSO के पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल करके निगरानी के लिए संभावित लिस्ट में थे.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पेगासस विवाद की जांच के अनुरोध वाली याचिकाओं पर केंद्र को नोटिस जारी करने के बारे में 16 अगस्त को फैसला किया जाएगा।

साथ ही उसने इस बात पर जोर दिया था कि वह बहस के खिलाफ नहीं है, लेकिन जब मामला शीर्ष अदालत में लंबित है तो इस पर यहीं विचार किया जाना चाहिए।इस लिस्ट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और अश्विनी वैष्णव, कारोबारी अनिल अंबानी समेत कम से कम 40 पत्रकार भी थे.

अफगानिस्‍तान में 24 घंटे में बदल गई सत्ता, राष्‍ट्रपति भवन पर आखिरकार तालिबान ने किया कब्‍जा

अफगानिस्‍तान तेजी से पांव पसार रहा था। लेकिन किसी ने शायद ही सोचा था कि तालिबान इतनी जल्‍दी काबुल और फिर राष्‍ट्रपति भवन पर कब्‍जा कर लेगा। बीते 24 घंटों में यहां हालात तेजी से बदले।

हालात ऐसे बन गए राष्‍ट्रपति अशरफ गनी को देश छोड़कर भागना पड़ा। अफगानिस्‍तान के तालिबान के हाथों में पड़ने के बीच लोगों में डर देखा जा रहा है।यह अमेरिका के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

जो बाइडेन व उनके अधिकारियों का अनुमान था कि अमेरिकी सैनिकों के वापस आने के बाद तालिबान को काबुल पर कब्जा जमाने में एक महीने से ज्यादा समय लगेगा।

अपने अनुमान को गलत मानते हुए अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि गर्मियों के अंत तक 2500 अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से वापस आ जाएंगे। वहीं छह हजार सैनिक लोगों की मदद के लिए वहां रहेंगे।

राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन ने सीएनएन को बताया कि हमें नहीं लगा था कि अफगानिस्तान की सेना इतनी जल्दी हार जाएगी और अपने देश की रक्षा नहीं कर पाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार अफगानिस्तान की स्थिति पर राष्ट्रपति बाइडेन जल्द ही राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। बड़ी संख्‍या में वे देश छोड़कर जाने की जुगत में लगे हैं। काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल देखा गया है।