Friday , November 22 2024

देश

सिद्धू और कार्यकारी अध्यक्षों को ‘पंज प्यारे’ बताने वाले हरीश रावत ने बदले अपने सुर, अब मांगी माफी

पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने अपने पंज प्यारे वाले बयान पर माफी मांग ली है। रावत ने मंगलवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू और कार्यकारी अध्यक्षों के लिए पंज प्यारे शब्द का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद विवाद और तेज हो गया था।

हरीश रावत ने ट्वीट कर अपनी टिप्‍पणी के लिए क्षमा मांगी। उन्‍होंने लिखा, मुझसे कल अपने माननीय अध्‍यक्ष और कार्यकारी अध्‍यक्षों के लिए पंज प्‍यारे शब्द का उपयोग करने की गलती हुई है। मैं देश के इतिहास का विद्यार्थी हूं और पंज प्‍यारों के अग्रणी स्‍थान की किसी से तुलना नहीं हो सकती है।

हरीश रावत ने पूरे मामले पर अफसोस जताते हुए ट्वीट किया कि मुझसे यह गलती हुई। मैं लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं। मैं प्रायश्चित स्‍वरूप अपने राज्‍य के लोगों से क्षमा चाहता हूं और इसके लिए श्री गुरुद्वारा साहिब में सेवा कार्य करुंगा।

अकाली दल ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में रावत के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग तक कर डाली है। विवाद को बढ़ता देख बुधवार को रावत अपने बयान को लेकर माफी मांगते हुए कहा है कि उन्होंने गलती की है।

लखनऊ: 18 महीनों बाद फिर खुलेंगे प्राइमरी स्कूल, लेकिन इन बातों का रखना होगा ध्यान

कोरोना की दूसरी लहर के काबू में आते ही बंद पड़े स्कूल एक बार फिर खुलना शुरू हो गए हैं। यूपी में कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों को वापस खोल दिये गये हैं। इसी कड़ी में प्रयागराज में में 18 महीने बाद प्राइमरी स्कूल में बच्चों की वापसी हुई है।

1 सितंबर से खोले गए प्राइमरी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के मुताबिक क्लास में बैठाने, विद्यालय में प्रवेश, व छुट्टी के बाद बाहर निकालने तक में कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान दिया जा रहा है।

यूपी में 18 महीने बाद 1 सितंबर यानी कि आज बुधवार से एक बार फिर स्कूलों में बच्चों की वापसी से रौनक लौटी है। इसी बीच प्रयागराज के तिकोनया पार्क में IG केपी सिंह एक शिक्षक की भूमिका में नजर आए।

विद्यालय में सैनिटाइजर व साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रधानाध्यपकों को कोविड-19 का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कक्षाओं में बैठाया गया है।

 

 

सीएम योगी ने साधा समाजवादी पार्टी पर निशाना कहा,”सपा की सरकार में लगभग हर तीसरे दिन…”

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने आरोप लगाया कि उनसे पहले समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार के समय राज्य में लगभग हर तीसरे दिन एक बड़ा दंगा होता था जिससे प्रदेश का विकास बाधित हुआ.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ लखनऊ  में अनेक परियोजनाओं के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि आप याद करिए 14 सालों में इस प्रदेश को लोगों ने कहां पहुंचा दिया.

योगी ने कहा कि आज प्रदेश को छठी अर्थव्‍यवस्‍था से ऊपर ले जाकर देश में दूसरी अर्थव्यवस्था बना दिया गया और अब यह लंबी छलांग लगाने की ओर अग्रसर है.

सीएम योगी ने कहा, ”आज मुझे प्रसन्नता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश ने व्यापार सुगमता में एक लंबी छलांग लगाई और देश में 14वें स्थान से उठकर दूसरे नंबर पर आ गया है. कोरोना काल में जब दुनिया में चीन के अंदर से निवेश भाग रहा था तो पांच हजार करोड़ रुपये की सैमसंग की डिस्‍प्‍ले यूनिट को उत्तर प्रदेश में स्थापित करने में ह‍मने सफलता प्राप्त की और अब वहां उत्पादन भी शुरू हो गया है.”

गाजियाबाद से सामने आया दिल देहला देने वाला केस, करंट लगने से चार लोगों ने गवाई जान

दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से बड़ी खबर आई है. थाना सिहानी गेट इलाके के राकेश मार्ग पर करंट लगने से चार लोगों की मौत हो गई है. इनमें एक 35 साल की महिला, दो बच्चों और एक युवक की करंट लगने से मौत की जानकारी सामने आई है.

गाजियाबाद में लगातार बारिश (Rain) हो रही है और चारों तरफ जलभराव हो गया है. इसी वजह से गाजियाबाद की बारिश मौत की बारिश बन गई. टीन सेड में करंट आने से 5 लोग घायल हो गए थे जिसमे 4 की मौत हो गई. उनके घर मातम छा गया है गमगीन माहौल है.

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि दुकान वाले को पता था कि इस खंभे में करंट आ रहा है लेकिन उसने इस पर ध्यान नहीं दिया. जिससे आज 5 लोग इस करंट की चपेट में आ गए.

इन 6 राज्यों में स्कूल खोलने का फैसला सरकार को पड़ा भारी, बच्चों में कोरोना के केस बढ़े

देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेशक कमजोर पड़ गई है लेकिन तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है. इन सबके बीच कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान एक बार फिर से खुल गए हैं.

6 राज्यों पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में बच्चों में कोरोना के बढ़ते मामले चिंतित कर रहे हैं. झारखंड और चंडीगढ़ में, हालांकि ट्रेंड विपरीत है.

राज्य में स्कूल 2 अगस्त से फिर से खुल गए थे. वहीं बाकी राज्यों- बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ में बच्चों में पॉजिटिविटी रेट 2 से 3 प्रतिशत के बीच रहा है. गुजरात में 26 जुलाई से स्कूल खुले हैं.

दिल्ली और तेलंगाना में आंगनबाडी केंद्रों समेत सभी शिक्षण संस्थान 1 सितंबर यानी आज से खुल गए हैं. इस साल गर्मियों में कोविड की दूसरी लहर का कहर झेलने वाली दिल्ली ने स्कूल खोलने को लेकर काफी सावधानी बरती है और चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोलने का ही फैसला किया है. आज से 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को लिए फिजिकल मोड में क्लासेज शुरू कर दी गी हैं.

तकनीशियन और डिप्लोमा ट्रेनी के 316 पदो पर यहाँ निकली भर्ती, जरुर देखें

वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने हाल ही में तकनीशियन और डिप्लोमा ट्रेनी के 316 रिक्त पदो पर युवा और योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे है।

महत्वपूर्ण तिथि व सूचनाएं 

पद का नाम- तकनीशियन और डिप्लोमा ट्रेनी

कुल पद – 316

अंतिम तिथि – 21 – 9 -2021

स्थान- बॉम्बे

पद का नाम पद संख्या योग्यता आयु सीमा वेतन
ग्रेजुएट ट्रेनी 101 बी.टेक
तकनीशियन ट्रेनी 215 डिप्लोमा

कैसे करें आवेदन

योग्य और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन के निर्धारित प्रारूप पर ऑनलाइन आवेदन करते हैं , साथ ही शिक्षा और अन्य योग्यता , जन्मतिथि की तारीख और अन्य आवश्यक जानकारी और दस्तावेजों के साथ स्वयं प्रतिबंधात्मक प्रतियों के साथ पूर्ण विवरण और नियत तारीख से पहले भेजें।

Mughalsarai Assembly: क्या हैं भाजपा का मुगलसराय से कनेक्शन, सुर्खियों में रहने के पीछे हैं ये वजह

मुगलसराय विधानसभा  पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले की एक प्रमुख विधानसभा सीट है. आजादी के बाद इस विधानसभा का नाम चंदौली रामनगर था, लेकिन बाद में इसे बदलकर मुगलसराय कर दिया गया. 2017 के चुनाव के बाद जब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो मुगलसराय काफी सुर्खियों में रहा.

1952 में इस सीट का नाम चंदौली रामनगर (257) था. पहली बार इस सीट पर कांग्रेस पार्टी के उमाशंकर तिवारी निर्वाचित हुए. उमाशंकर तिवारी को 11,353 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी और निर्दल उम्मीदवार नामवर को 6,154 वोट मिले थे. उमाशंकर ने पहला चुनाव 5,199 वोटों से जीता था. 1957 में दूसरी विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी के श्यामलाल यादव चुने गए.

1968 में पांचवीं विधानसभा के चुनाव में एक बार फिर से उमाशंकर तिवारी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े जबकि श्यामलाल यादव भारतीय किसान दल के टिकट पर मैदान में उतरे थे. उमाशंकर ने भारतीय किसान दल के श्यामलाल को 4,625 वोटों से हराकर अपनी हार का फिर बदला लिया.

Corona की नई Study में सामने आया बड़ा सच, गंभीर मरीजों में एक साल बाद भी मिले ये लक्षण

कोरोना महामारी शुरू होने के हाद दुनिया भर में करोड़ो लोग इस बीमारी संक्रमित हुए हैं और लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इस संक्रमण पर कोई शोध किए जा रहे हैं.

इस शोध में यह भी पाया गया है कि हर तीन में से एक लोग में सांस लेने की समस्या बनी रह रही है. वहीं कोरोना के कारण अस्पताल में एडमिट होने वाले लोगों में फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं देखी जा रही है.

इस शोध को करने वाले टीम के मेंबर और चीन-जापान फ्रेंडशिप हॉस्पिटल के प्रोफेसर बिन काओ ने रिपोर्ट पर कहा है है कि हमारा अध्ययन अस्पतालों में भर्ती हुए संक्रमित लोगों के, 12 महीने बाद बीमार होने के संबंध में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर आधारित है.

इस रिपोर्ट के अनुसार कुछ मरीजों को कोरोना के लक्षणों से एक साल बाद भी मुक्ति नहीं मिली है. इस शोध को 7 जनवरी से 29 मई के बीच किया गया है.

Pranab Mukherjee की पहली पुण्यतिथि पर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने किया कुछ ऐसा, जिसे देख सब हुए हैरान

देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी  की पहली पुण्यतिथि पर जिस तरह से कांग्रेस के बड़े नेताओं ने चुप्पी साधी, वैसी किसी को उम्मीद नहीं थी.  उनकी पहली पुण्यतिथि पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की ओर से कोई ट्वीट तक नहीं किया गया.

उधर दिवंगत प्रणब मुखर्जी की दूरदर्शी और राजनेता के तौर पर प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति का सार्वजनिक जीवन शानदार रहा और वह अपने प्रशासनिक कौशल और कुशाग्रता से उन जिम्मेदारियों निभाते थे, जो उनके कंधे पर आती थी.

पूर्व राष्ट्रपति की पहली पुण्यतिथि पर मंगलवार को आयोजित पहले प्रणब मुखर्जी मेमोरियल व्याख्यान में मोदी के संदेश को पढ़ा गया, जिसमें उन्होंने कहा, ‘वह अद्वितीय बौद्धिक क्षमता से परिपूर्ण थे, भारत रत्न प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्र की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान दिया.’

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ‘प्रणब मुखर्जी स्मृति व्याख्यान’ की सफलता के लिए चिट्ठी लिखी थी, जिसको प्रणब दा की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट भी किया. विभिन्न मुद्दों के बारे में उनकी दूरदर्शिता पूर्ण सलाह और मार्गदर्शन पर बहुत हद तक निर्भर थे.

शिवपाल यादव भी सामाजिक परिवर्तन रथ से राज्य में जलायेंगे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की मशाल

इटावा मुलायम सिंह यादव के क्रांति रथ की तर्ज पर शिवपाल यादव भी सामाजिक परिवर्तन रथ से राज्य में जलायेंगे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की ,,मशाल

इटावा- प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूरे राज्य में सामाजिक परिवर्तन रथ से भ्रमण करेगे जिसके लिए सैफ़ई में शिवपाल यादव का रथ बनकर तैयार होगया है जिसके फ़ोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।

सामाजिक परिवर्तन रथ तैयार किये जाने की पुष्टि करते हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की इटावा अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि पार्टी प्रमुख से चल रही बातचीत के मुताबिक यह रथ 15 सितंबर के आसपास उत्तर प्रदेश मे भ्रमण के लिए शुरू किया जायेगा ।

काफी समय से समाजवादियों को एकजुट करने की वकालत ओर समाजवादी पार्टी से गठबंधन की बात कर रहे शिवपाल सिंह यादव के इस रथ की तस्वीरें सामने आने के बाद कई तरह की राजनैतिक चर्चाएं आम हो गयी है लेकिन इन चर्चाओं का कोई आधार नही दिखाई दे रहा है इसलिए इन चर्चाओ का कोई जिक्र मुनासिब नही समझा जा रहा है।
सामाजिक परिवर्तन रथ पूरी तरह से तैयार हो चुका है । फिलहाल सैफई मैं एसएस मेमोरियल स्कूल परिसर के अंदर कड़ी सुरक्षा के बीच खड़ा हुआ है।
इस रथ की कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। रथ के बाहरी ओर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के अलावा शिवपाल, उनके बेटे आदित्य , जनेश्वर मिश्र, डा० राम मनोहर लोहिया ओर चौधरी चरण सिंह समेत समाजवादियों की तस्वीरें लगाई गई है।
अभी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की तरफ से आधिकारिक तौर पर सामाजिक परिवर्तन रथ का कोई कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है लेकिन इस रथ को देख कर ऐसा लग रहा है कि शिवपाल सिंह यादव और उनके बेटे आदित्य यादव इस रथ के जरिए राज्य में लोगों की ना केवल नब्ज को समझेंगे बल्कि अपने पक्ष में लोगों को लाने की कोशिश करेंगे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल के बीच साल 2017 से सत्ता संघर्ष चल रहा है।