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गोरखपुर का जायजा लेने पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार, कहा-“योगी और बीजेपी की विदाई तय”

यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जल जमाव से बेहाल गोरखपुर का जायजा लेने पहुंचे. लल्लू ने यहां पहुंचकर लोगों से बातचीत भी की. लल्लू ने तालाब बनी कॉलोनियों में लोगों का हाल जाना. लल्लू ने कहा कि बीजेपी की सरकार में लोग दुखी है.

इंजीनियरिंग कालेज रोड स्थित वसुंधरा कॉलोनी में घुटने तक पानी में डूबते हुए लल्‍लू लोगों के बीच पहुंचे. लल्लू इस दौरान बीजेपी सरकार पर निशाना साधने से भी नहीं चूके. उन्‍होंने कहा कि यहां के लोगों को दवाई, खाद्य सामग्री और अन्‍य सामान लाना हो, तो यहां के लोगों को कमर भर पानी में डूब के जाना होता है.

जो मुख्‍यमंत्री भ्रष्‍टाचार की बात करते हैं. भ्रष्‍टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण यहीं पर दिखाई दे रहा है. जहां करोड़ों रुपए की लागत से नाले का निर्माण हुआ. पानी निकलने की बजाय पानी उल्‍टा इन जगहों पर आ रहा है. ये प्रमाण है कि सीएम का जीरो टॉलरेंस का सच सबके सामने है. उन्‍होंने कहा कि विकास का मॉडल पूरे देश ने देख लिया है.

 

स्वतंत्र देव सिंह ने कसा अखिलेश यादव पर तंज़ कहा-“सपा सरकार में नियुक्तियों में होता था भ्रष्टाचार”

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सपा पर जमकर हमला बोला है. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार ने प्रदेश के लिए कुछ नहीं किया. सपा सरकार में नियुक्तियों में भ्रष्टाचार होता था. उस दौरान सैफई से आई एक लिस्ट पर एक ही जाति के लोगों की नियुक्तियां की जाती थी.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 15 सालों में जितनी नियुक्तियां नहीं हुई उतनी नियुक्तियां 4 साल में हुई हैं. सरकार ने 4 लाख 30 हजार भर्ती की है. अखिलेश सरकार में गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार यह सब था, लेकिन योगी सरकार में ईमानदार नेता हैं. जनता की सेवा के लिए जुटे हुए हैं.

स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बीजेपी का लक्ष्य गरीबों की सेवा करना है. गरीबों के कल्याण के लिए काम करना, सभी समाज को सभी वर्गों को जोड़ना और उनके लिए काम करना और जनता को खुशहाल रखना ही बीजेपी सरकार का काम है.

उत्तराखंड: आयुष्मान योजना के तहत अब हर परिवार को मिलेगा पांच लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज

उत्तराखंड में अब आधार कार्ड और मार्कशीट जैसे दस्तावेजों से भी आयुष्मान योजना के गोल्डन कार्ड बन जाएंगे। स्टेट हेल्थ एजेंसी ने इसका प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया है।

राज्य में आयुष्मान योजना के तहत हर परिवार को पांच लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज दिया जा रहा है।  राज्य में बड़ी संख्या में ऐसे परिवार हैं, जिनके आयुष्मान की शर्तों के कारण गोल्डन कार्ड नहीं बन रहा है।

इस परेशानी को दूर करने के लिए सरकार ने अब योजना की शर्तों में बदलाव का निर्णय लिया है।आयुष्मान के तहत कुल 70 लाख के करीब कार्ड बनने हैं, जिसमें से 40 लाख कार्ड बन चुके हैं।

राज्य के कई क्षेत्रों से गोल्डन कार्ड बनाने में परेशानियों की शिकायत मिली थी। इन परेशानियों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार का प्रयास है कि यदि कोई राज्य का नागरिक है तो उसे योजना के तहत निशुल्क इलाज दिया जाएगा।

89 साल की उम्र में उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री Kalyan Singh ने ली अंतिम साँस, CM योगी ने दी श्रद्धांजलि

उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री  कल्याण सिंह  का निधन हो गया है. 5 जनवरी 1932 को पैदा हुए कल्याण सिंह 89 साल के थे.राजस्थान के गवर्नर रहे कल्याण सिंह लंबी बीमारी के चलते लखनऊ के संजय गांधी PGI  में 4 जुलाई को भर्ती हुए थे.

सीएम योगी ने कहा कि सोमवार को यूपी में राजकीय अवकाश रहेगा. साथ ही कैबिनेट मीटिंग करके शोक प्रस्ताव पास किया जाएगा.राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कल्याण सिंह के देहांत पर अपनी शोक संवेदना जाहिर की है.

राष्ट्रपति ने कहा, ‘कल्याण सिंह जी का जनमानस से अद्भुत जुड़ाव था. मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने दृढ़तापूर्वक साफ़-सुथरी राजनीति को प्रश्रय दिया व शासन-व्यवस्था से अपराधियों-भ्रष्टाचारियों को बाहर‌ किया. उन्होंने पदों की गरिमा बढ़ाई. उनके निधन से हुई क्षति अपूरणीय है. मेरी हार्दिक शोक संवेदनाएं!’

उन्हें गंभीर हालत में ICU में भर्ती करवाया गया था. बताया जा रहा है कल्याण सिंह की मौत सेपसिस और मल्टी ऑर्गन फेलियर के चलते हुई है.कल्याण सिंह का जन्म अलीगढ़  जिले की अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ था. तब उत्तर प्रदेश अंग्रेजों के शासन काल में ‘संयुक्त प्रांत’ के नाम से जाना जाता था. किसान परिवार में जन्मे कल्याण सिंह के पिता का नाम तेजपाल सिंह लोधी और मां का नाम सीता देवी था.

 

लंबी बीमारी के बाद UP के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का निधन, अंतिम दर्शन करने पहुंचे पीएम मोदी

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी  के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह  के अंतिम दर्शन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गए है. यहां से वो पार्टी के वरिष्ठ नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर जाएंगे.

गौरतलब है कि कल्याण सिंह का बीती रात 9 बजकर 15 मिनट पर निधन हो गया. 89 साल के राजनेता ने लंबी बीमारी के बाद लखनऊ में आखिरी सांस ली. इस दुखद समाचार का पता चलने के बाद से ही उन्हें श्रद्धांजलि देने का सिलसिला लगातार जारी है.

इस बीच खबर है कि देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए लखनऊ पहुंचेगे. राजनाथ सिंह भी यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और लखनऊ से ही अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं.

कल्याण सिंह के निधन पर उत्तराखंड सरकार कई अंगों के काम नहीं करने के कारण शनिवार रात उनका निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार 23 अगस्त को नरौरा में गंगा के घाट पर किया जाएगा.

Corona Update: देश में आए संक्रमण के 30948 नए मामले व 403 मरीजों ने गवाई अपनी जान

देश में कोविड संक्रमण के 30,948 नए मामले सामने आए, जिसके बाद देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या अब 3,24,24,234 हो गई है. जबकि इस दौरान 403 मरीजों की मौत के बाद संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 4,34,367 पर पहुंच गया है.

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक भारत में 21 अगस्त 2021 तक 50 करोड़ 62 लाख 56 हजार 239 कोविड टेस्ट किए गए हैं। जिसमें से 24 घंटे में 15 लाख 85 हजार 681 कोविड टेस्ट किए गए।

केरल में शनिवार को कोविड-19 के 17 हजार 106 नए मामले सामने आए। देश में शनिवार को सबसे ज्यादा मामले केरल से ही थे। वहीं 83 और मरीजों की मौत हो गई। ऐसे में राज्य में कोरोना से मरने वालों की कुल सुंख्या 19 हजार 428 पहुंच गई है

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में देश भर में संक्रमण से 38,487 लोग ठीक भी हुए, जिसके बाद कोरोना से अब तक ठीक होने वालों की संख्या 3,16,36,469 हो गई है. वहीं एक्टव केस की संख्या फिलहाल 3,53,398 है.

प्रबंधक के रिक्त पदों पर यहाँ निकली भर्ती, देखें आवेदन का तरीका

रेल इंडिया तकनीकी और आर्थिक सेवा गुड़गांव में प्रबंधक के रिक्त पद को भरने के लिए अनुभवी उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं।

महत्वपूर्ण तिथि व सूचनाएं

पद का नाम- प्रबंधक

कुल पद – 1

अंतिम तिथि – 9 – 9 -2021

स्थान- गुड़गांव

आयु सीमा-

उम्मीदवारों की अधिकतम आयु विभाग के नियमानुसार मान्य होगी और आरक्षित वर्ग को आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

योग्यता-

उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से इलेक्ट्रिकल में इंजीनियरिंग डिग्री और अनुभव हो।

चयन प्रक्रिया उम्मीदवार का लिखित परीक्षा के आधार पर चयन होगा।

कैसे करें आवेदन

योग्य और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन के निर्धारित प्रारूप पर ऑनलाइन आवेदन करते हैं , साथ ही शिक्षा और अन्य योग्यता , जन्मतिथि की तारीख और अन्य आवश्यक जानकारी और दस्तावेजों को स्वयं की प्रतिलिपि प्रतियों के साथ पूर्ण विवरण और नियत तारीख से पहले भेज दें।

स्नातक डिग्री पास युवाओं के लिए यहाँ निकली नौकरी, ऐसे करना होगा आवेदन

गुजरात स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने कम्पनी सचिव के पद पर अनुभवी उम्मीदवारो की तलाश है।

महत्वपूर्ण तिथि व सूचनाएं –

पद का नाम- कम्पनी सचिव

कुल पद – 1

अंतिम तिथि – 14 – 9 -2021

स्थान- अहमदाबाद

आयु सीमा-

उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 40 वर्ष मान्य होगी और आरक्षित वर्ग को आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

योग्यता-

उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से वाणिज्य में स्नातक और एल.एल.बी डिग्री प्राप्त हो और अनुभव हो।चयन प्रक्रिया उम्मीदवार का लिखित परीक्षा के आधार पर चयन होगा।

कैसे करें आवेदन

योग्य और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन पत्र के निर्धारित प्रारूप पर आवेदन करते हैं , साथ ही शिक्षा और अन्य योग्यता , जन्मतिथि की तिथि और अन्य आवश्यक जानकारी और दस्तावेजों के साथ स्वयं प्रतिबंधात्मक प्रतियां और नियत तारीख से पहले भेजते हैं।

फिरोजाबाद के किसानो पर छाए संकट के बादल, किसानों ने सड़क पर फेंकी फसल

एक तो बरसात का मौसम और उस पर भी सब्जियों की सही कीमत नहीं मिल पाने की वजह से फिरोजाबाद के किसान बेहद परेशान हैं. टूंडला और उसके आसपास के किसान एटा रोड पर स्थित मंडी में अपनी सब्जियां बेचने आते हैं.

बारिश के बाद किसान जब अपनी सब्जी ट्रैक्टर में भरकर बेचने आए तो आढ़तियों ने भाव एकदम गिरा दिए, जिससे गुस्साए किसानों ने सब्जियों को सड़क पर ही फेंक दिया.  विरोध स्वरूप वह लोगों को मुफ्त में सब्जी दे रहे हैं.

किसानों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की. किसानों का यह भी कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बार-बार बात करती है लेकिन यहां तो सब्जी उत्पादन करने वाला किसान ही परेशान है.

जब सब्जी अधिक मात्रा में मंडी में आ जाती है तो उसके भाव गिर जाते हैं. और वैसे भी टूंडला की सब्जी मंडी देहात की मंडी कही जाती है, जहां आसपास के किसान ज्यादा आते हैं और इतनी बिक्री नहीं है.

नहीं रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह

उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SGPGI) में निधन हो गया। क्रिटिकल केयर मेडिसिन (सीसीएम) के आईसीयू में भर्ती कल्याण सिंह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। वह बीती चार जुलाई से अस्पताल में भर्ती थे।

डॉक्टरों ने बताया क सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण उनका निधन हुआ है।  पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत नाजुक बनी हुई थी। शनिवार को उनकी हालत फिर से बिगड़ गई। उनका डायलिसिस किया गया। डॉक्टर ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की भी कोशिश की। लेकिन उन्हे नही बचाया जा सका।

कल्याण सिंह का जन्म 6 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री तेजपाल लोधी और माता का नाम श्रीमती सीता देवी था | कल्याण सिंह के 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और कई बार अतरौली के विधानसभा सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, और साथ ही साथ ये उत्तर प्रदेश में लोक सभा सांसद और राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

पहली बार कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वर्ष 1991 में बने और दूसरी बार यह वर्ष 1997 में मुख्यमंत्री बने थे। इनके पहले मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान ही बाबरी मस्जिद की घटना घटी थी। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये ६ दिसम्बर १९९२ को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया।

दिसम्बर १९९९ में कल्याण सिंह ने पार्टी छोड़ दी और जनवरी २००४ में पुनः भाजपा से जुड़े। २००४ के आम चुनावों में उन्होंने बुलन्दशहर से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा। २००९ में उन्होंने पुनः भाजपा को छोड़ दिया और एटा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय सांसद चुने गये।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ही अपना गोरखपुर दौरा रद्द करके उनका हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल ने बताया कि उन्हें क्रिटिकल केयर आईसीयू में रखा गया था। संस्थान के क्रिटिकल केयर, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजी सहित विभिन्न विभागों के प्रोफेसरों की टीम उनके इलाज में लगी हुई थी। वह कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे।

बता दें कि बीते दो दिन से पूर्व मुख्यमंत्री की हालत ज्यादा गंभीर हो गई थी। ऐसे में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देखने पहुंचे थे। उनकी हालत में किसी तरह का सुधार नहीं होने पर शनिवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिर एसजीपीजीआई गए थे।