Wednesday , October 23 2024

देश

विपक्षी दलों के हंगामे के कारण फिर लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए हुई स्थगित

पेगासस जासूसी मामला, तीन केंद्रीय कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.मॉनसून सत्र के पहले सप्ताह में भी इन मुद्दों को लेकर सदन की कार्यवाही बाधित रही.

सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न तीन बजे आरंभ हुई तो विपक्षी दलों के सदस्यों का हंगामा जारी रहा. पीठासीन सभापति रमा देवी ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और चर्चा में भाग लेने की अपील की. इसके बाद भी हंगामा नहीं थमा.

इससे पहले, हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया और मसूर दाल पर आयात शुल्क घटाकर शून्य करने तथा मसूर की दाल पर कृषि बुनियादी ढांचा विकास उपकर को भी आधा कर 10 प्रतिशत करने संबंधी अधिसूचना को पेश किया.

मौसम विभाग ने इन राज्यों में 29 जुलाई तक भारी बारिश की दी चेतावनी, देखें अपने शहर का हाल

हिमाचल प्रदेश में मौसम आगामी चार दिनों तक कहर बरपाएगा. मौसम विभागने 29 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. प्रदेश के निचले और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बारिश  का पूर्वानुमान है.

सोमवार को राजधानी शिमला समेत प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई. शिमला में सुबह से ही धुंध छाई रही. लोग लाइटें जलाकर वाहन चलाते हुए नजर आए.

प्रदेश के राजस्व विभाग के विशेष सचिव सुदेश मोक्टा के अनुसार इस मॉनसून सीजन में हिमाचल में अब तक 196 लोगों की मौत हुई है. मौसम के कहर से 381 मवेशियों जान गई है.

सोमवार को प्रदेश में 32 संपर्क मार्ग बाधित थे और सिरमौर जिले के शिलाई में एनएच 707 आवाजाही के लिए बंद पड़ा है. प्रदेशभर में 55 ट्रांसफार्मर भी ठप है. कई स्थानों पर बिजली,पानी और यातायत सेवाएं बाधित हुई हैं.

UP Assembly Election: BJP पर मायावती ने साधा निशाना कहा, “चुनाव आते ही योगी सरकार को याद आए…”

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) नजदीक है. लिहाजा सूबे की सत्ता में पहुंचने के लिए राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.

मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया ” अगर यह खबर सही है कि यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ सकता है शिक्षा मित्रों का मानदेय तो यह काफी विलम्ब से उठाया गया कदम है जो यह कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिये था जबकि चुनाव के नजदीक ऐसे फैसले करना कांग्रेसी कल्चर रहा है जिसपर अब भाजपा भी चल रही है।

इसी दौरान ब्राह्मणों पर राजनीति  भी खूब हो रही है. एक तरफ जहां बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने अयोध्या में शुक्रवार (23 जुलाई) को प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी का आयोजन कर ब्राह्मण सम्मेलनों के पहले चरण की शुरुआत की तो वहीं सपा राज्य में भगवान परशुराम की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाने का वादा कर रही है. जबकि कांग्रेस में किसी ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग उठ रही है.

जनता यह सब समझती है।” उन्होने कहा 44 बीएसपी की कार्यशैली ऐसी संकीर्ण चुनावी सोच से हमेशा अलग व पाक-साफ रही है। इसी कारण सन् 2007 में सरकार बनते ही हमने अपरकास्ट की भर्ती पर लगी रोक को तुरन्त हटाया जिससे फिर इस पूरे समाज को भरपूर लाभ हुआ तथा उन्हें यहाँ वर्षों बाद बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी मिली।”

उत्तर प्रदेश की सत्ता में आने के लिए अखिलेश यादव चलेंगे ब्राह्मण कार्ड, बनाई ये नई रणनीति

उत्तर प्रदेश में अगले साल के शुरू में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने ब्राह्मण संपर्क कार्यक्रम के तहत ‘प्रबुद्ध सम्मेलनों’ की एक श्रृंखला आयोजित करने की मंजूरी दे दी है.

सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने सोमवार को बताया कि पार्टी के प्रबुद्ध प्रकोष्ठ और परशुराम पीठ के वरिष्ठ सपा नेताओं ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की.

चौधरी ने कहा कि पार्टी के पूर्व विधायक संतोष पांडे के नेतृत्व में परशुराम पीठ ने भी ऐसी बैठक आयोजित करने की इच्छा जताई और पार्टी अध्यक्ष ने इसे हरी झंडी दे दी है.

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ब्राह्मणों और अन्य लोगों के लगातार उत्पीड़न और अत्याचारों को लेकर लोगों में नाराजगी है और उन्हें जागरूक किया जाएगा कि राज्य में सपा के नेतृत्व वाली सरकार में ही उन्हें न्याय मिलेगा.

 

कर्नाटक की सत्ता में आज होगा फेरबदल, राज्यपाल से मुलाकात के बाद येदियुरप्पा देंगे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा

येदियुरप्पा लंच के बाद गवर्नर थावरचंद गहलोत से मिलेगें और अपना इस्तीफा सौपेंगे कर्नाटक सरकार के 2 साल पूरे होने के क्रार्यकर्म के दौरान बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है

राज्य की राजनीति में और प्रमुख जातीय समूह लिंगायत समुदाय के नेता के तौर पर येदियुरप्पा का क़द निर्विवाद रूप में सबसे बड़ा रहा है. कर्नाटक में येदियुरप्पा के जनाधार चलते ही नरेंद्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री पद के लिए अपना अभियान शुरू करते हुए उन्हें पार्टी में वापस बुला लिया था.

तब तक यह अंदाज़ा हो चुका था येदियुरप्पा की कर्नाटक जनता पक्ष पार्टी के चलते 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी को कितना नुकसान उठाना पड़ा था. इससे पहले 2008 के विधानसभा चुनाव के दौरान येदियुरप्पा ने दक्षिम भारत के लिए बीजेपी का दरवाज़ा खोलने वाली जीत हासिल कर पार्टी के बड़े नेताओं को चौंका दिया था.

बेंगलुरु, कर्नाटक में चल रही राजनीतिक सियासी जंग के बीच बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। कर्नाटक सरकार के 2 साल पूरे होने के क्रार्यकर्म के दौरान बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है।

तो क्या सच में कर्नाटक की सत्ता से मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा का जाना तय ? आज शाम होगा फैसला

कर्नाटक में नए मुख्यमंत्री की तलाश जोरों पर चल रही है। मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा का जाना लगभग तय माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी का नाम करीब-करीब तय हो गया है।  केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और प्रदेश सरकार में खनन मंत्री एमआर निरानी का नाम आगे चल रहा है।

बंगलूरू में मीडिया से बात करते हुए बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन पर आलाकमान को फैसला करना है। आज शाम तक तस्वीर साफ हो जाएगी। येदियुरप्पा ने कहा, ‘मैं आलाकमान से सुझाव की उम्मीद कर रहा हूं।  दलित सीएम की नियुक्ति को लेकर आलाकमान निर्णय लेगा। मुझे इसकी चिंता नहीं है।’

इस बीच येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के तौर पर केंद्रीय कोयला, खनन व संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी और प्रदेश सरकार में खनन मंत्री व उद्योगपति एमआर निरानी का नाम आगे चल रहा है। हालांकि जोशी ने कहा कि उनसे इस बारे में अभी तक शीर्ष नेतृत्व ने कोई बात नहीं की है जबकि निरानी का कहना है कि पार्टी जो भी आदेश देगी, वह उसका पालन करेंगे।

पेगासस जासूसी विवाद को लेकर सांसदों ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा, दायर की याचिका

पेगासस कथित जासूसी विवाद को लेकर देश में सियासी बवाल मचा हुआ है। इस्राइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिये कार्यकर्ताओं, नेताओं, पत्रकारों और संवैधानिक पदाधिकारियों की कथित जासूसी की बात सामने आने के बाद से विपक्ष सरकार पर हमलावर है।

मानसूत्र सत्र में भी इस मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हो रहा है। वहीं अब पेगासस मामले की एसआईटी जांच की मांग को लेकर राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।

इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता मोहन लाल शर्मा भी एसआईटी जांच की मांग को लेकर याचिका दायर कर चुके हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता और राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने इस्राइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिये कार्यकर्ताओं, नेताओं।

सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करने वाले माकपा नेता ब्रिटास ने कहा कि हाल में जासूसी के आरोपों ने भारत में लोगों के एक बड़े वर्ग के बीच चिंता पैदा कर दी है और जासूसी का अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गहरा असर पड़ेगा। उन्होंने पेगासस स्पाईवेयर के जरिये जासूसी करने के आरोपों के संबंध में अदालत की निगरानी में जांच कराए जाने का अनुरोध किया है।

27 जुलाई को भारत के दौरे पर आएँगे अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन, कई मुद्दों पर होगी चर्चा

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की 27 जुलाई से भारत की दो दिवसीय यात्रा शुरू हो रही है और इस दौरान अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी तथा आतंक के वित्त पोषण और सुरक्षित पनाहगाहों के लिए पाकिस्तान पर लगातार दबाव बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी.

भारत और अमेरिका के नेताओं के बीच क्वाड के मसौदे के तहत सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा होगी. चार देशों के समूह क्वाड के विदेश मंत्री स्तर की बैठक इस वर्ष के अंत में होने की संभावना है.

दोनों पक्ष क्वाड टीकाकरण अभियान को भी आगे बढ़ाएंगे ताकि हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को 2022 की शुरुआत में ही टीकों की आपूर्ति की जा सके.द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी. अमेरिका के विदेश मंत्रालय की कमान संभालने के बाद ब्लिंकन की यह पहली भारत यात्रा है, साथ ही जनवरी में जो बाइडन के सत्ता में आने के बाद प्रशासन के किसी उच्च अधिकारी की यह दूसरी भारत यात्रा है.

लगातार बारिश के चलते महाराष्ट्र में आई बाढ़ व भूस्खलन, आपदा में अबतक 112 लोगों की हुई मौत

महाराष्ट्र में बारिश के चलते हालात खतरनाक बनते जा रहे हैं। लगातार पांच दिनों से हो रही बारिश की वजह से रायगढ़, कोल्हापुर, सांगली, सतारा, रत्नागिरी और ठाणे में दर्दनाक हादसे हो रहे हैं, अभी तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं।

आंकड़ों के अनुसार, एनडीआरएफ ने इन इलाकों से कुल 73 शव बरामद किए हैं जिनमें से सबसे अधिक 44 शव रायगढ़ की महाड तहसील के सबसे अधिक प्रभावित तलीये गांव से बरामद किए गए हैं। दोपहर 12 बजकर 19 मिनट पर किए गए ट्वीट के अनुसार, इन तीन जिलों में 47 लोग लापता हैं।

ट्वीट में कहा गया है कि एनडीआरएफ रायगढ़ में भूस्खलन से प्रभावित तलीये, रत्नागिरी में पोरासे और सातारा जिले में मीरगांव, अंबेघर और ढोकावाले में बचाव एवं राहत कार्यों में लगा हुआ है।

महाराष्ट्र के पुणे और कोंकण क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश और कुछ इलाकों में हुईं भूस्खलन की घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर शनिवार को 112 हो गयी। इनमें से 52 लोगों की मौत अकेले तटीय रायगढ़ जिले में हुई।

यहां एनडीआरएफ की 34 टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। राज्य के मुंबई, पलघर और ठाणे में आज भी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग की मानें तो राज्य के कई जिलों में आज भारी से भारी बारिश हो सकती है।

हाईकोर्ट तक पहुंचा बाबा रामदेव के एलोपैथिक चिकित्सा को लेकर विवादित बयान देने का मुद्दा, कल होगी सुनवाई

एलोपैथी चिकित्सा और एलोपैथिक डॉक्टरों पर बाबा रामदेव द्वारा दिए गए बयान का मामला अब हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। दिल्ली हाईकोर्ट बाबा रामदेव द्वारा दिए गए कथित बयानों को लेकर दाखिल याचिका पर सोमवार (26 जुलाई) को सुनवाई करेगा।

डॉक्टरों के संगठनों ने रामदेव पर आरोप लगाया है कि वे बड़े पैमाने पर जनता को गुमराह कर रहे थे और गलत तरीके से यह पेश कर रहे थे कि कोविड-19 से संक्रमित हुए कई लोगों की मौत के लिए एलोपैथी जिम्मेदार थी।

साथ ही एलोपैथिक डॉक्टर मरीजों की मौत का कारण बन रहे थे। अपनी याचिका में डॉक्टरों के संगठनों ने बताया है कि रामदेव न सिर्फ एलोपैथिक के इलाज पर बल्कि कोविड वैक्सिनों की सुरक्षा और उसके प्रभाव को लेकर भी जनता के मन में संदेह फैला रहे थे।

उन्होंने विज्ञापन और मार्केटिंग रणनीति के लिए ऐसी टिप्पणीयां कीं। याचिका में कोर्ट से यह अनुरोध किया गया है कि अगस्त में कोविड-19 की तीसरी लहर के आने की आशंका को देखते हुए जरूरी हो गया है कि रामदेव के दुष्प्रचार अभियान पर रोक लगाई जाए।