Friday , November 22 2024

देश

इंटेलिजेंस ऑफिसर के पदों पर यहाँ निकली 1191 पदों पर भर्ती, जरुर देखें

 पुलिस में इंटेलिजेंस ऑफिसर की नौकरी पाने की इच्छा रखने वाले युवाओं के लिए बेहतरीन मौका है. पंजाब पुलिस ने 1191 पदों पर भर्ती निकाली है.

 

महत्वपूर्ण तारीखें…
ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत- 26 जुलाई, 2021
ऑनलाइन आवेदन करने की आखिरी तारीख- 16 अगस्त 2021
पदों का विवरण
> कुल पद- 1191
> इंटेलिजेंस असिस्टेंट के लिए- 818 पद
> कांस्टेबल के लिए- 373 पद

आयु सीमा
पंजाब पुलिस द्वारा निकाली गई इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार की उम्र 21 से 28 वर्ष तक होनी चाहिए.

शैक्षणिक योग्यता
> इंटेलिजेंस असिस्टेंट के पद के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या संस्थान से NIELIT (जिसे पहले DOEACC कहा जाता था) में ‘O’ स्तर का सर्टिफिकेट, या CS, IT, BCA, PGDCA या फिर कंप्यूटर एप्लीकेशन में B.Sc/B.Tech/BE की डिग्री होनी चाहिए.
> कॉन्स्टेबल (PBI) के पद के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन या इसके समकक्ष डिग्री होनी जरूरी है.

आवेदन शुल्क
> सामान्य वर्ग के लिए- 1000 रुपये
> एक्स सर्विसमैन के लिए- 400 रुपये
> EWS/SC/ST और बैकवर्ड क्लास के लिए- 550 रुपये

 

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से बढ़ी BCCI की मुसीबत, IPL 2021 में खिलाड़ियों के खेलने पर संशय

अफगानिस्तान में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच एक नई स्थिति मोड़ ले सकती है। इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने वाले उनके शीर्ष क्रिकेटरों में शामिल राशिद खान और मोहम्मद नबी के भाग लेने पर अनिश्चितता बरकरार है।

मोहम्मद नबी और राशिद खान आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हैं। इस दौरान बीसीसीआई के अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से बातचीत करने की उम्मीद है।

इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के कार्यक्रम के अनुसार इस महीने अफगानिस्तान को श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की क्रिकेट सीरीज खेलने के लिए वहां के दौरे पर जाना है।  दोनों देशों के बीच खेली जाने वाली इस सीरीज का अभी कार्यक्रम तय नहीं किया गया है।

जहां तक राशिद खान की बात है तो वह अफगानिस्तान के टी-20 कप्तान हैं। राशिद के अलावा मोहम्मद नबी और मुजीब जादरान ऐसे क्रिकेटर हैं जो आईपीएल टीमों का नियमित हिस्सा हैं।

राशिद और नबी ने अफगानिस्तान के हालात पर दुनिया के नेताओं से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था। क्योंकि अफगानिस्तान बीते दो दशक से सामाजिक और राजनीतिक दंश झेल रहा है।

कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़ तृणमूल में शामिल होंगी सांसद सुष्मिता देव, सोनिया को सौंपा इस्तीफा

सोमवार को ही कांग्रेस पार्टी छोड़ने वाली पूर्व सांसद सुष्मिता देव तृणमूल कांग्रेस  में शामिल होंगी. वे असम में पार्टी का चेहरा होंगी. वह आज ही कैमेक स्ट्रीट में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से कोलकाता में मुलाकात कर सकती हैं.

सुष्मिता देब ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि वह कांग्रेस की सदस्यता छोड़ रही हैं। आगे उन्होंने लिखा है कि करीब तीस साल कांग्रेस पार्टी के साथ काम करना उनके लिए यादगार रहा। वह जनकल्याण में आगे का अपना वक्त लगाना चाहती हैं।

ट्विटर बायो में किए गए बदलाव के बाद उनके इस्तीफे का अनुमान लगाया जा रहा था, जो सुष्मिता देब का इस्तीफा सामने आने के बाद सच साबित हुआ।16 अगस्त को उन्होंने ट्विटर पर अपने पद के आगे भी ‘पूर्व’ जोड़ दिया। सुष्मिता देब ने अब बायो में खुद को कांग्रेस का भी ‘पूर्व’ सदस्य लिखा हुआ है।

सूत्रों का कहना है कि असम की यह नेता इस समय पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी से मिलने के लिए इस समय कोलकाता में है. टीएमसी के एक सूत्र ने कहा, ‘यदि वे जुड़ती हैं तो असम में तृणमूल कांग्रेस पार्टी का चेहरा होंगी.’

फुटबॉल प्रशंसकों की याद में आज पश्चिम बंगाल में मनाया जाएगा ‘खेला होबे’ दिवस, जरुर देखें

पश्चिम बंगाल में आज ‘खेला होबे दिवस’ मनाया जाएगा. टीएमसी सरकार आज उन फुटबॉल प्रशंसकों की याद में ‘खेला होबे’ दिवस मना रही है जो साल 1980 में एक मैच के दौरान मची भगदड़ में मारे गए थे.

पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने टीएमसी की इस योजना पर कड़ी आपत्ति जताई है. बीजेपी ने कहा कि मुस्लिम लीग ने 1946 में इसी दिन प्रत्यक्ष कार्रवाई दिवस मनाने की घोषणा की थी, जिसके परिणाम भारी हिंसा के रूप में सामने आई थी.

बीजेपी ने कहा कि 16 अगस्त को खेला होबे दिवस के रूप में चुनकर टीएमसी अन्याय और अत्याचारों के उस दौर को वापस लाना चाहती है. वहीं बीजेपी ने खेला होबे दिवस को लेकर कई और भी आरोप लगाए हैं.

हाल ही में संपन्न हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी प्रचंड बहुमत से जीतकर फिर से सत्ता में लौटी है जबकि राज्य में बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है.

पेगासस कांड में याचिकाओं पर आज सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट, 10 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश

पेगासस जासूसी कांड पर सुप्रीम कोर्ट में आज फिर सुनवाई हुई। इस दौरान केंद्र सरकार ने पेगासस मामले पर जवाब दाखिल किया। सरकार की ओर से दो पन्ने के संक्षिप्त हलफनामे में जासूसी के आरोपों का खंडन किया गया है। केंद्र ने यह भी कहा कि मामले की जांच के लिए वह विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाना चाहता है।

हलफ़नामे में केंद्र ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने संसद में पेगासस मामले में विपक्षों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों पर जवाब दिया था और सभी आरोपो से इनकार किया था. दरअसल एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने दावा किया था कि 300 से ज्यादा भारतीय मोबाइल फोन नंबर इजरायली फर्म NSO के पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल करके निगरानी के लिए संभावित लिस्ट में थे.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पेगासस विवाद की जांच के अनुरोध वाली याचिकाओं पर केंद्र को नोटिस जारी करने के बारे में 16 अगस्त को फैसला किया जाएगा।

साथ ही उसने इस बात पर जोर दिया था कि वह बहस के खिलाफ नहीं है, लेकिन जब मामला शीर्ष अदालत में लंबित है तो इस पर यहीं विचार किया जाना चाहिए।इस लिस्ट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और अश्विनी वैष्णव, कारोबारी अनिल अंबानी समेत कम से कम 40 पत्रकार भी थे.

अफगानिस्‍तान में 24 घंटे में बदल गई सत्ता, राष्‍ट्रपति भवन पर आखिरकार तालिबान ने किया कब्‍जा

अफगानिस्‍तान तेजी से पांव पसार रहा था। लेकिन किसी ने शायद ही सोचा था कि तालिबान इतनी जल्‍दी काबुल और फिर राष्‍ट्रपति भवन पर कब्‍जा कर लेगा। बीते 24 घंटों में यहां हालात तेजी से बदले।

हालात ऐसे बन गए राष्‍ट्रपति अशरफ गनी को देश छोड़कर भागना पड़ा। अफगानिस्‍तान के तालिबान के हाथों में पड़ने के बीच लोगों में डर देखा जा रहा है।यह अमेरिका के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

जो बाइडेन व उनके अधिकारियों का अनुमान था कि अमेरिकी सैनिकों के वापस आने के बाद तालिबान को काबुल पर कब्जा जमाने में एक महीने से ज्यादा समय लगेगा।

अपने अनुमान को गलत मानते हुए अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि गर्मियों के अंत तक 2500 अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से वापस आ जाएंगे। वहीं छह हजार सैनिक लोगों की मदद के लिए वहां रहेंगे।

राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन ने सीएनएन को बताया कि हमें नहीं लगा था कि अफगानिस्तान की सेना इतनी जल्दी हार जाएगी और अपने देश की रक्षा नहीं कर पाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार अफगानिस्तान की स्थिति पर राष्ट्रपति बाइडेन जल्द ही राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। बड़ी संख्‍या में वे देश छोड़कर जाने की जुगत में लगे हैं। काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल देखा गया है।

इस साल के अंत तक कार लवर्स के लिए लांच होगी टाटा मोटर्स की हॉर्नबिल एसयूवी, मिलेंगे ये सभी फीचर्स

अगर आप भी टाटा के ग्राहक हैं या इस साल के अंत तक कार लेने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण हो सकती है.  इस साल के अंत तक टाटा अपनी मिनी एसयूवी-क्रासओवर हॉर्नबिल को लॉन्च करेगी. यह एसयूवी नेक्सॉन एसयूवी से कम आकार का होगा.

इस वाहन निर्माता कंपनी ने साल के अंत तक 250 बिक्री आउटलेट खोलने की योजना बनाई है जिससे ग्राहकों को अपने पास लाया जा सके और वाहनों की अतिरिक्त बिक्री की जा सके.

टाटा मोटर्स के अध्यक्ष शैलेश चंद्र ने कहा कि वित्त वर्ष 2021 के शुरूआत में हमारे पास 750 से 800 आउटलेट थे, जो वर्तमान में बढ़कर 920 से 950 तक पहुंच गए हैं, हम इसे और भी बढ़ा रहे है ताकि हमारे नेटवर्क को मजबूत किया जा सके.

अभी चार महीने के खत्म होने बाद हामारा मार्केट शेयर 10.3 प्रतिशत है. अभी भी हमें दो बड़े लॉन्च करने हैं जो कतार में हैं जिनमें हॉर्नबिल एसयूवी शामिल है.. कोरोना महामारी के दूसरी लहर के बाद भी यात्री वालनों की मांग में उछाल देखा गया और टाटा मोटर्स ने इसका लाभ उठाने के लिए एक त्योहार के सीजन में एक आरामदायक इनवेंट्री बनाई है.

ओडिशा: बीजू जनता दल ने पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर किया एक बड़ा एलान, रिजर्व होंगी पार्टी की 27% सीट

ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) ने राज्य में भविष्य में होने वाले सभी चुनावों में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर एक बड़ा एलान किया है.

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अगुवाई वाली बीजद ने निर्णय लिया है कि, राज्य में भविष्य में होने वाले सभी चुनावों में पार्टी 27 प्रतिशत उम्मीदवार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वर्ग से मैदान में उतारेगी.

ओडिशा सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री राणेंद्र प्रताप साई और उच्च शिक्षा एवं कृषि मंत्री अरुण साहू ने  संवाददाताओं से कहा, “बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ओबीसी समुदाय से 27 फीसदी उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का फैसला किया है.” साथ ही उन्होंने कहा कि, “राज्य के अन्य राजनीतिक दलों को भी सामाजिक और शैक्षिक तौर पर पिछड़े ओबीसी उम्मीदवारों को टिकट देने की हिम्मत दिखनी चाहिए.”

 

2018 में शहीद हुए विजय पण्डे को स्वतंत्रता दिवस पर याद कर भावुक हुए उनके पिता कहा ये…

यूपी के फतेहपुर जिले में शहीद विजय पण्डे जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर के 30वीं बटालियन में पोस्ट थे. वह दुश्मनों से लड़ते लड़ते तीन जून 2018 में शहीद हो गए थे. शहीद विजय पण्डे के शहीद होने की सूचना जैसे ही विजय पांडेय के माता पिता को लगी तो पूरे घर में मातम छा गया, जिसके अंतिम दर्शन के लिए जिले के चांदपुर थाना क्षेत्र सतिगांवा गांव में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी.

विजय सेना की जॉब पाकर बहुत खुश हुआ था. जब विजय की मौत की खबर मिली तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया, लेकिन विजय को आज भी पूरा परिवार याद करता है.

शहीद विजय पांडेय की बुआ ने बताया कि विजय पूरे घर का चहेता था. विजय की मौत के बाद से सबसे ज्यादा उसकी मां सरिता पांडेय को दुःख पहुंचा है लेकिन आज भी बेटे के स्मारक पर पहुंचकर बेटे को अपने पास होने का महसूस करती हैं.

शहीद विजय पांडेय के गांव वालों की माने तो शहीद विजय पण्डे जब भी गांव आते थे तो सभी से मिलते थे. सबसे ज्यादा विजय की मौत से माता पिता दुखी हैं.विजय पांडेय की शादी 20 जून 2018 को बुढ़वा गांव में होनी थी, लेकिन शादी से पहले विजय की अर्थी उसके घर आ गई.

सीएम योगी ने विधानसभा में फहराया झंडा, कहा-“हमारी आस्था व्यक्तिगत हो सकती है, लेकिन…”

देश आज 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा पर झंडा फहराया। मुख्यमंत्री योगी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हम सभी लोग अपने-अपने कर्म क्षेत्र में अपने कर्तव्यों का प्रतिबद्धता के साथ पालन करें, यही हमारा ‘राष्ट्र धर्म’ है।

मुख्यमंत्री ने कहा, स्वाधीनता की क्या कीमत होती है, इस बात के जीवंत गवाह देश में बने शहीद स्मारक व स्वाधीनता आंदोलन से जुड़े वे सभी स्मारक हैं, जो आधुनिक भारत के महातीर्थ के रूप में हम सबको देश की स्वाधीनता की लड़ाई का अहसास कराते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, ”हमारे पूर्वजों ने एक समृद्ध भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए आज से 75 वर्ष पूर्व अपना बलिदान दिया था। हमें संतोष है कि आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम लोग ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत और समृद्ध भारत’ की संकल्पना को साकार करने में अपना योगदान पूरी ईमानदारी के साथ दे रहे हैं।”