Tuesday , December 3 2024

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देश में थर्ड वेव से पहले देखने को मिले डरावने आकडे व 24 घंटे में टीकाकरण की रफ़्तार हुई धीमी

भारत में कोरोना संक्रमण के मामले एक दिन गिरावट के बाद फिर बढ़ गए हैं लेकिन टीकाकरण का आंकड़ा घटा है. एक दिन पहले पांच महीनों में सबसे कम कोरोना केस सामने आए थे और रिकॉर्ड टीकाकरण हुआ था.

नए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 35,178 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं. वहीं इसी समय 440 लोगों की मौत हो चुकी है. इसी दौरान 37,169 लोगों को इलाज कर ठीक किया जा चुका है. अबतक 3,14,85,923 लोगों को इलाज कर ठीक किया जा चुका है. वहीं वर्तमान में कोरोना के कुल 3,67,415 एक्टिव मामले हैं और अबतक कोरोना संक्रमण से 4,32,519 लोगों की मौत हो चुकी है

सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ा जारी किया है. मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 35,178 नए कोरोना केस आए. वहीं 55 लाख टीके लगाए गए, जबकि इससे एक दिन पहले रिकॉर्ड 88 लाख टीके लगाए गए थे. देशभर में पिछले 24 घंटे में 440 कोरोना संक्रमितों की जान चली गई. 24 घंटे में 37,169 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 2431 एक्टिव केस कम हो गए.

प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारपुरी बनेगी एक नई धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी: CM पुष्कर सिंह धामी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केदारनाथ में जनभावनाओं के अनुरूप ईशानेश्वर मंदिर के पुनर्निर्माण, आस्था चौक पर ‘ऊँ’ (ओंकार) की प्रतिमा स्थापित करने व शंकराचार्य समाधि और शिव उद्यान के डिजाइन में संशोधन करने के निर्देश दिये.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2013 में केदारनाथ में आई आपदा के बाद प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारपुरी एक नई, सुरक्षित व सुविधायुक्त धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी के रूप में निर्मित हो रही है.

प्रथम चरण के 245 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों को शुरू करने के वास्ते 22 राजकीय भवनों को अन्यत्र स्थानांतरित करने का निर्णय राज्य मंत्रिमंडल द्वारा लिया जा चुका है जिससे अब कार्यों में तेजी आ सकेगी.

प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. एस एस सन्धु ने प्रस्तुतिकरण देते हुए बताया कि केदारनाथ पुनर्निर्माण के प्रथम चरण के कार्य पूर्ण हो चुके हैं जिसमें टेंपल प्लाजा, एराइवल प्लाजा, मन्दाकिनी एवं सरस्वती नदी पर सुरक्षा दीवार का निर्माण, पांच घाटों का निर्माण, पांच अतिथिगृहों और तीन ध्यान गुफाओं का निर्माण शामिल है.

गोरखपुर: 24 घंटे के अंदर दोगुनी हुई बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्‍या, निचले इलाकों में घुसा पानी

गोरखपुर में राप्‍ती, रोहिन और घाघरा ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. तीनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. 24 घंटे के अंदर ही बाढ़ से प्रभावित गांवों की संख्‍या भी दोगुनी हो गई हैं.

रास्ते पानी में डूब गए हैं जिस वजह से नाव का सहारा लिया जा रहा है. निचले इलाकों में जरूर राप्ती ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. लोगों के घर बाढ़ के पानी की चपेट में आ गए हैं.

बाढ़ के कारण नदियों के किनारे रहने वाले लोग दहशत के साए में जीवन-यापन करने को मजबूर हैं. कोलिया, मंझरिया, डोमिनगढ़ के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने गोरखपुर जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि नदियों के जल स्तर बढ़ने से पहले होने वाली समस्याओं को दूर किया जाए, लेकिन लोग परेशान और बेहाल हैं.

सपा नेता के खिलाफ देशद्रोह का केस हुआ दर्ज़, तालिबानी आतंकियों के साथ की थी स्वतंत्रता सेनानियों की तुलना

सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को तालिबानी आतंकियों की देश के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ तुलना करना भारी पड़ गया है. पुलिस ने सपा सांसद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने कई धाराओं में सपा नेता के खिलाफ केस दर्ज किया है.

शफीकुर्रहमान ने तालिबानी आतंकियों को देश के स्वतंत्रता सेनानियों की तरह बताया था. शफीकुर्रहमान के इस बयान के बाद विरोधी दल उन पर हमलावर हैं. बीजेपी ने तो उनसे माफी की मांग कर डाली है.

शफीकुर्रहमान बर्क के बयान की आलोचना सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी की है. उन्होंने कहा, “मैं एक पार्टी के सांसद का वक्तव्य सुन रहा था. वह तालिबान का बड़ी बेशर्मी के साथ समर्थन कर रहे थे. यानी उनके बर्बर कृत्यों का समर्थन कर रहे थे.”

शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान पर कब्जे की तुलना भारत में ब्रिटिश राज से कर दी थी. सपा सांसद ने कहा कि हिंदुस्तान में जब अंग्रेजों का शासन था और उन्हें हटाने के लिए हमने संघर्ष किया, ठीक उसी तरह तालिबान ने भी अपने देश को आजाद किया. उन्होंने तालिबान की तारीफ करते हुए कहा कि, इस संगठन ने रूस, अमेरिका जैसे ताकतवर मुल्कों को अपने देश में ठहरने नहीं दिया.

कभी जिस स्कूल से की थी पढ़ाई आज उन्हीं के नाम पर पड़ा स्कूल नाम, ऐसी हैं ओलंपिक पदक विजेता रवि दहिया की कहानी

दिल्ली के आदर्श नगर स्थित विद्यालय को अब स्कूल के ही पूर्व छात्र और ओलंपिक पदक विजेता रवि दहिया के नाम से जाना जाएगा। दिल्ली सरकार ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक विजेता रवि दहिया को सम्मानित करते हुए आदर्श नगर स्थित राजकीय बाल विद्यालय का नाम बदलकर रवि दहिया बाल विद्यालय कर दिया है।

रवि दहिया ने टोक्यो ओलंपिक में पहली बार शिरकत की और कुश्ती में रजत पदक हासिल किया। वह दूसरे भारतीय हैं जिन्होंने ओलंपिक में कुश्ती प्रतियोगिता का रजत पदक जीता है।

रवि दहिया ने यह भी कहा कि कोरोना के समय जब सब जगह लॉकडाउन लगा था, तब भी दिल्ली सरकार ने मेरी ट्रेनिंग नहीं रुकने दी. दिल्ली सरकार ने मिशन एक्सिलेंस के तहत रवि दहिया को उनकी ट्रेनिंग के दौरान ट्रेनिंग, कोच और अन्य स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स के लिए सहायता दी थी.

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे स्कूल से पढ़कर निकला एक बच्चा देश के लिए ओलंपिक पदक जीतकर आ रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्कूल में रवि दहिया का एक बड़ा पोट्रेट भी लगाया जाएगा। वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग देकर खिलाड़ियों को ओलंपिक के लिए तैयार किया जाएगा।

ENG vs IND: विराट ब्रिगेड ने एक बार फिर पेश की एकता की मिसाल, 11 हीरो की टीम ने यूँ रचा इतिहास

इंग्लैंड में लगातार दूसरे टेस्ट के लिए स्पिनरों पर एक विकेट के लिए भी निर्भर नहीं रहने वाली भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों ने सोमवार को लॉर्डस स्टेडियम में टीम को शानदार टेस्ट जीत दिलाने में मदद की। यह सब नई आक्रामक विकेट लेने वाली गेंदबाजी के कारण संभव हुआ। लॉर्डस में दूसरे टेस्ट में जीत इस साल विदेश में पांच टेस्ट में से भारत की तीसरी जीत थी। इनमें से दो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, जबकि एक इंग्लैंड में आई है।

गावस्कर-तेंदुलकर-द्रविड़ से आगे निकलकर यह सिलसिला विराट कोहली तक पहुंचता है. लेकिन अब नया भारत है. भारतीय टीम वनमैन आर्मी की अपनी छवि तोड़कर बाहर आ गई है. अब विराट ब्रिगेड में हर खिलाड़ी मैच विनर है. हर खिलाड़ी हीरो है.

साल 2021 में हमने एक-दो नहीं, कई बार देखा कि जब भारत के सितारा खिलाड़ी किसी वजह से टीम से बाहर थे या आउट हो गए थे, तो युवा और कम नाम वाले खिलाड़ियों ने मोर्चा संभाला. साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया हमारी इस खूबी का शिकार हुआ. भारतीय टीम ने सिडनी में कंगारुओं से लगभग तय जीत छीनी और फिर ब्रिस्बेन में पटकनी भी दी.

IIT बॉम्बे ने अफगान छात्रों के लिए एडमिशन को टालने का लिया निर्णय व कही ये बड़ी बात

अफगानिस्तान के हालातों को देखते हुए IIT बॉम्बे ने अफगान छात्रों के लिए एडमिशन को टालने का निर्णय लिया है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे इस वर्ष अफगान छात्रों के लिए एडमिशन के एक साल तक टालने को तैयार है।

IIT बॉम्बे ने अपने बयान में कहा कि, अफगानिस्तान में बड़ी तेजी के साथ स्थिति बदली है। छात्रों ने बताया कि उनके देश में सत्ता बदल गई है और उनके पास इंटरनेट की पहुंच नहीं है। ये छात्र अपने राष्ट्र के निर्माण में मदद कर सकते हैं, इसलिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में IIT बॉम्बे ने इन छात्रों के प्रवेश को एक साल के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया है।

इस पर संस्थान ने कहा कि हम उनके अनुरोध पर सहमत हुए हैं, ये अफगान छात्र अपने देश के विकास में महत्वपूर्ण नेतृत्व की भूमिका निभाएंगे। एक अधिकारी ने कहा कि एडमिशन टालने के लिए उन्हें शिक्षा मंत्रालय से अनुमति की आवश्यकता हो सकती है और इसके अलावा इन छात्रों को वीजा की सुविधा के लिए विदेश मंत्रालय को भी सूचित करना होगा।

शिक्षित युवाओं के लिए 137 पदों पर निकली नौकरी, आज ही ऐसे करें आवेदन

झारखंड के शिक्षित युवाओं के लिए नौकरी का बेहतरीन मौका आया है.

महत्वपूर्ण तिथि:-
आवेदन करने की आखिरी दिनांक- 27 अगस्त 2021

पदों का विवरण:-
137 फील्ड इंजीनियर

शैक्षणिक योग्यता:-
137 फील्ड इंजीनियर के पदों में आवेदन देने के लिए उम्मीदवारों के पास B.SC (Engg.)/B.E/B.Tech/BE (Power Engg.)/ M.Tech/ME की डिग्री होना जरुरी है. फील्ड इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल), फील्ड इंजीनियर (सिविल), फील्ड पर्यवेक्षक (इलेक्ट्रिकल) तथा फील्ड पर्यवेक्षक (सिविल) के पदों से जुड़े विभिन्न योग्यताओं की जानकारी के लिए PGCIL की ऑफिशियल नोटिफिकेशन देख सकते हैं.

आवेदन शुल्क:-
PGCIL के 137 फील्ड इंजीनियर के पदों के लिए अप्लाई करने के लिए अनारक्षित और OBC श्रेणी के आवेदकों को आवेदन शुल्क 400 रुपये देने होंगे. जबकि SC/ST/PwBD एवं एक्स सर्विसमैन को इन पदों में आवेदन देने के लिए आवेदन शुल्क नहीं देना होगा.

आयु सीमा:-
फील्ड इंजीनियर पदों के लिए आवेदन कर रहे आवेदकों की आयु 27 अगस्त, 2021 तक 29 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसके लिए आवेदकों का जन्म 27 अगस्त, 1992 से पहले और 27 अगस्त, 2003 के पश्चात् नहीं होनी चाहिए.

 

बिहार: बाढ़ प्रभावित जिलों का सीएम नीतीश कुमार ने किया दौरा, लगातार कर रहे सर्वेक्षण

 बिहार में बाढ़ से कई जिले प्रभावित हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रभावित जिलों का दौरा कर रहे हैं. बुधवार को वह कटिहार जाएंगे. यहां बरारी विधानसभा क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से वह निरीक्षण करेंगे. इसके अलावा बरारी प्रखंड क्षेत्र के बीएम कॉलेज में संचालित सामुदायिक भोजनालय का भी निरीक्षण करेंगे.

लोग घर छोड़कर सुरक्षित पर शरण ले चुके हैं. वहीं, फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है. गंडक, पुनपुन, कोसी के बाद अब गंगा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. नदियों में लगातार बढ़ रहे जलस्तर ने अधिकारियों की परेशानी बढ़ा दी है.

इसके पहले मुख्यमंत्री ने आरा और सारण जिले का भी जायजा लिया था. बाढ़ पीड़ितों से बातचीत कर उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली थी. निरीक्षण कर वापस लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था कि बाढ़ प्रभावित इलाकों की हुई क्षति का ठीक से आकलन कराएं.  राहत और बचाव कार्य तेजी से करें ताकि लोगों की त्वरित सहायता हो सके.

 

राम मंदिर जमीन घोटाले में सामने आया एक बड़ा ट्विस्ट, मंदिर के पक्षकार ने दी 4 अलग-अलग तहरीर

अयोध्या में राम मंदिर जमीन खरीद फरोख्त का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा और एक फिर यह मामला सामने आया है. आम आदमी पार्टी (AAP) के बाद अब राम मंदिर के पक्षकार ने रामजन्मभूमि थाने में 4 अलग-अलग तहरीर दी है.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर सबसे पहला आरोप लगा दो करोड़ की जमीन साढ़े 26 करोड़ में खरीदने को लेकर. उसके बाद अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भांजे दीपनारायण उपाध्याय द्वारा खरीदी गई 20 लाख की जमीन राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा ढाई करोड़ में खरीदने को लेकर.

साल 2011 में यह जमीन 1 करोड़ रुपये में इरफान अंसारी, हरीश पाठक और उनकी पत्नी कुसुम पाठक के नाम एग्रीमेंट की गई थी जिसे 2017 में हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने दो करोड़ रुपये में खरीद लिया था.

राम मंदिर ट्रस्ट ने आगे की आधी कीमती जमीन सीधे हरीश पाठक से 8 करोड़ रुपये में खरीदी और आधी पीछे की जमीन सुल्तान अंसारी और जमीन के एग्रीमेन्ट में शामिल नहीं रहे रवि मोहन तिवारी से साढ़े 18 करोड़ में खरीदी.