Wednesday , October 23 2024

अध्यात्म

यहाँ जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, देखिए अपना राशिफल

मेष- खान-पान लिमिट में रखना चाहिए, क्योंकि सितारा पेट में गड़बड़ी रखने वाला, मौसम के एक्सपोइपर से भी बचाव रखें, नुक्सान का भी डर।

वृष- अर्थ तथा कारोबारी दशा अच्छी, कोशिशों में कामयाबी मिलेगी, मगर पूरा जोर लगाना ठीक रहेगा, पति-पत्नी एक दूसरे के साथ नाराज दिखेंगे।

मिथुन- कमजोर मनोबल तथा डरे-डरे मन के कारण आप किसी भी काम को हाथ में लोने से बचेंगे, मगर आम हालात पहले जैसे बने रहेंगे।

कर्क- गलत तथा बेकारण कामों की तरफ भटकते अपने मन पर जब्त रखें, वैसे कोई भी नया यत्न हाथ में न लें, अर्थ दशा भी ठीकठाक रहेगी।

सिंह- जमीनी जायदादी तथा अदालती कामों के लिए यत्न बेकार सिद्ध होंगे, बड़े लोग भी आपकी किसी बात को लापरवाही के साथ सुनेंगे।

कन्या- मित्र, सज्जन साथी तथा बड़े लोग आपकी बात बेध्यानी के साथ सुनेंगे, कामकाजी भागदौड़ भी बेनतीजा सिद्ध होगी।

तुला- ध्यान रखें कि किसी कारोबारी प्रोग्राम को निपटाते समय आपकी कोई पेमैंट न कहीं फंस जाए, कामकाजी टूर भी न करें।

वृश्चिक- व्यापारिक तथा कामकाजी कामों की दशा ठीकठाक, जो भी काम करें, यत्न करें, भरपूर जोर लगाकर करें, मन पर गलत सोच प्रभावी रहेगी।

धनु- लेन-देन के काम अटैंटिव रह कर करें, ताकि आपकी कोई पेमैंट न किसी के नीचें फंस जाए, खर्चों का भी जोर बना रहेगा।

मकर- व्यापार कारोबार में लाभ यत्न करने पर कोई कामकाजी समस्या ऊी हट सकती है, वैस हर फ्रंट पर आप हावी प्रभावी विजयी रहेंगे।

कुंभ- चूंकि सरकारी कामों के लिए सितारा कमजोर है, इसलिए कोई भी सरकारी काम मैच्योर न हो सकेगा, नुकसान का भी डर।

मीन- मन पर गलत तथा नैगेटिव सोच प्रभावी रहेगी, इसलिए ध्यान रखें कि आप से कोई गलत फैसला न हो जाए, मगर आम हालात पहले जैसे बने रहेंगे।

जहां एक मन है वहां जीवन का सब कुछ है शांत भी है सुख भी है आनंद भी है और जहां एक मन है वहां सब कुछ है

जहां एक मन है वहां जीवन का सब कुछ है शांत भी है सुख भी है आनंद भी है और जहां एक मन है वहां सब कुछ हैऔर जहां एक मन है, वहां जीवन का सब कुछ है-शांति भी,
सुख भी, आनंद भी। जहां एक मन है, वहां सब कुछ है-शक्ति
भी, संगीत भी, सौंदर्य भी। जहां एक मन है, उस एक मन के पीछे
जीवन में जो भी है, वह सब चला आता है। और जहां अनेक मन
हैं, तो पास में भी जो है, वह भी सव बिखर जाता है और खो जाता
है। लेकिन हम सब पारे की तरह हैं-खंड-खंड, टूटे हुए, बिखरे
हुए। खुद ही इतने खंडों में टूटे हैं, कि कैसे शांति हो सकती है!
जोसुआ लिएवमेन ने अपने संस्मरण लिखे हैं। संस्मरण की
किताब को जो नाम दिया है, वह बहुत अच्छा है। और किताब के
पहले ही हिस्से में उसने जो उल्लेख किया है, वह कीमती है। कहा
कि जवान था, विश्वविद्यालय से पढ़कर लौटा था, तो मेरे मन में
हुआ कि अब जीवन का एक नक्शा बना लूं कि जीवन में क्या-क्या
पाना है! स्वभावतः, जीवन का एक नक्शा हो, तो जीवन को
सुव्यवस्थित चलाया जा सके।
तो उसने एक फेहरिस्त बनाई। उस फेहरिस्त में लिखा कि धन
चाहिए, सुंदर पत्नी चाहिए, यश चाहिए, सम्मान चाहिए, सदाचार बनाना है।
चाहिए…। कोई बीस-बाइस बातों की फेहरिस्त तैयार की। उसमें
जो आदमी चाह सकता है। जो भी चाह चाह सकती
सब आ गया,है, वह सब आ गया। जो भी विषय की मांग हो सकती है, वह सबआ गया। जो भी कामना निर्मित कर सकती है, वे सब सपने आगए। पर न मालूम, पूरी फेहरिस्त को बार-बार पढ़ता है, कि इसमें
और कुछ तो नहीं जोड़ा जाना है; क्योंकि वह जीवनभर का नक्शा
सब खोज लेता है, कुछ जोड़ने को बचता नहीं। सब आ गया,
फिर भी, समथिंग इज़ मिसिंग। कुछ ऐसा लगता है कि कोई कड़ी
खो रही है। क्यों लगता है ऐसा? क्योंकि रात सोते वक्त उसने
सोचा कि मैं देखू कि सब मुझे समझ लो कि मिल गया, जो-जो
मैंने फेहरिस्त पर लिखा है, सब मिल गया हो जाएगा सब ठीक?
तो मन खाली-खाली लगता है। मन में ऐसा उत्तर नहीं आता
आश्वासन से भरा, निश्चय से भरा, कि हां, यह सब मिल जाए,
जो फेहरिस्त पर लिखा है, तो बस, सब मिल जाएगा। नहीं, ऐसा
निश्चय नहीं आता; ऐसी निश्चयात्मक लहर नहीं आती भीतर।
तो गांव में एक बूढ़े फकीर के पास वह गया। उसने कहा कि
इस गांव में सबसे ज्यादा बूढ़े तुम हो, सबसे ज्यादा जिंदगी तुमने
देखी है। और तुमने जिंदगी गृहस्थ की ही नहीं देखी, संन्यासी की
भी देखी है। तुमसे बड़ा अनुभवी कोई भी नहीं है। तो मैं यह
फेहरिस्त लाया हूं, जरा इसमें कुछ जोड़ना हो तो बता दो
उस बूढ़े ने पूरी फेहरिस्त पढ़ी, फिर वह हंसा और उसने कलम
उठाकर वह पूरी फेहरिस्त काट दी। और पूरी फेहरिस्त के ऊपर
बड़े-बड़े अक्षरों में तीन शब्द लिख दिए, पीस आफ माइंड, मन
की शांति। उसने कहा, बाकी ये सब तुम फिक्र छोड़ो; तुम यह एक
चीज पा लो, तो यह बाकी सब मिल सकता है। और यदि तुमने
बाकी सब भी पा लिया, तो भी ये जो तीन शब्द मैंने लिखे, ये तुम्हें
कभी मिलने वाले नहीं हैं। और आखिर में निर्णय यही होगा कि यह
पीस आफ माइंड, यह मन की शांति मिली या नहीं!
तो लिएबमेन ने अपनी आत्मकथा लिखी है, उसको नाम दिया
है, पीस आफ माइंड। किताब को नाम दिया, मन की शांति। और
लिखा कि उस दिन तो मुझे लगा कि यह बूढ़े ने सब फेहरिस्त खराब
कर दी। कितनी मेहनत से बनाकर लाया हूं और इस आदमी ने सब
काट-पीट कर दिया। जंची नहीं बात कुछ उसकी। लेकिन जिंदगी
के अंत में लिएबमेन कहता है कि आज मैं जानता हूं कि उस बूढ़े
ने फेहरिस्त काटी थी, तो ठीक ही किया था। उसने फाड़कर क्यों न

फेंक दी! बेकार। आज जीवन के अंत में वे ही तीन शब्द पास घूम
रहे हैं। काश, उस दिन मैं समझ जाता कि मन की शांति ही सब
कुछ है, तो शायद आज तक पाया भी जा सकता था। लेकिन
जिंदगी उसी फेहरिस्त को परा करने में बीत जाती है सबकी।
ओशो
गीता दर्शन

आज इन 5 राशियों का चमकेगा भाग्य, जरुर देखें अपना राशिफल

मेष: कार्यस्थल पर सहयोगियों का भरपूर साथ मिलेगा। आपके काम के जज्बे का सम्मान होगा। कानूनी विवादों या झगड़ों से छुटकारा मिलेगा। शाम का समय अच्छा रहने वाला है। परिवार और मित्रों के साथ कहीं पर्यटन की योजना बन सकती है।

वृषभ: दिन अच्छा रहने वाला है और कार्यों में सफलता मिलेगी। दिन के उतर्राध का समय ज्यादा शुभ रहने वाला है। पुराने समय से रूके हुए पैसे वापस आ सकते हैं। व्यवसाय में कोई नहीं डील मिल सकती है।

मिथुन: समय से जूझना पड़ सकता है। काम की आपाधापी रहेगी। भागदौड़ बनी रहेगी। आर्थिक मोर्चों पर सफलता मिलने की उम्मीद है। पुराना प्यार लौट सकता है।

कर्क: धार्मिक कार्यों की ओर आपकी रूची बढ़ने वाली है। काम को लेकर कुछ दबाव रह सकता है। परिवार में कुछ बातों को लेकर कलह की आशंका है। इसलिए क्रोध और वाणी पर संयम बरतें। नौकरीपेशा जातकों को प्रोमोशन या वेतन में वृद्धि का समाचार मिल सकता है।

सिंह: व्यापार में जुटे जातकों के लिए दिन अच्छा है। पुराने निवेश से अच्छे मुनाफे की उम्मीद है। नई नौकरी तलाश रहे जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें।

कन्या: मेहनत और प्रयास करने की जरूरत है। सफलता के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। पुरुष जातक महिलाओं से विवाद से बचें। सेहत के लिहाज से दिन सामान्य है।

तुला: परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। शादी के इच्छुक जातकों को अच्छा समाचार मिल सकता है। कारोबार के लिए दिन अच्छा और मुनाफा भरा है।

वृश्चिक: आपको नकारात्मकता से दूर रहने की जरूरत है। कार्यस्थल पर किसी षडयंत्र से सतर्क रहने की जरूरत है। काम पर ध्यान दें और उन चर्चाओं से बचे जिसमें आपकी कोई कोई जरूरत या भूमिका नहीं हो। क्रोध पर काबू रखें। कार्यालय में अधिकारियों से मनमुटाव या बहस हो सकती है।

धनु: काम का दबाव आज आप पर बना रहेगा। दिन की शुरुआत भागदौड़ से होगी। कहीं अचानक यात्रा का भी योग बन सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। शुभ समाचार मिलने की संभावना है।

मकर: मान-सम्मान बढेगा और धनलाभ होने के भी योग हैं। आसानी से आपके काम पूरे होंगे और सफलता मिलेगी। मित्रों के साथ पर्यटन पर जाने का आयोजन भी हो सकता है।

कुंभ: आज आपको कुछ सतर्क रहने की जरूरत है। सोच-समझ कर फैसला लें। आपके भरोसेमंद लोगों से निराशा मिल सकती है। व्यापार में सावधानी बरतें। छात्र-छात्राओं के लिए दिन अच्छा है।

मीन: दिन शुभ रहने वाला है। उर्जा के साथ काम करने से सफलता मिलेगी। कार्यस्थल पर सहकर्मियों की सराहना मिलेगी। जीवनसाथी या पार्टनर के साथ किसी मुद्दे पर विवाद हो सकता है, इसका ध्यान रखें।

ए पैगंबर इस आदमी को हम 70 वर्ष से खाना दे रहे हैं हमने इ इसे कभी नहीं कहा कि हमारा नाम लो

।सुना है कि एक पैगम्बर इस्माईल अलैहिस्सलाम भोजन करते समयकिसी-न-किसी को अपने साथ बिठाकर भोजन करवाते थे। कभी अकेलेनहीं खाते थे। एक दिन वे खाना खाने बैठे। दस्तरख्वान सजाया। लेकिनसाथ खाने के लिए कोई न था। इन्तजार करते रहे। और तभी उनकी नजरएक सत्तर वर्ष के बूढ़े पर पड़ी। खुशी से दौड़े। उसे बुलाया। वजू करवाया।वजू करके जब खाना खाने बैठे, तो उस बूढ़े ने बिस्मिल्लाह कहे बिना ही
खाना शुरू कर दिया।इन पैगम्बर ने उसके हाथ को रोक दिया मुँह में जाने के पहले ही।कहने लगे, “बिस्मिल्लाह कहे बिना खाना नहीं खाने दूंगा। अल्लाह का नामलेकर शुरू करो।”लेकिन उस बूढ़े ने इंकार कर दिया बिस्मिल्लाह करने से। वह बोला,
“मैं तो आतिश-परस्त, अग्नि-पूजक पारसी हूँ। मैं नहीं मानता इस्लाम को।इसलिए आप चाहें, तो खिलाएँ या न खिलाएँ। मैं बिस्मिल्लाह नहीं बोलूंगा!”तभी आकाश से एक आयत (गद्य) नाजिल हुई–’ऐ पैगम्बर, इसआदमी को हम सत्तर वर्ष से खाना दे रहे हैं। हमने इसे कभी नही कि हमारा नाम लो। न कभी इसने बिस्मिल्लाह किया। फिर तुम क्यों इसकोखाने से रोक रहे हो? सिर्फ एक दिन खिलाने में भी तुम शर्त लगा रहेहो।”यह आवाज सुनी, तो पैगम्बर रोने लगे और उस व्यक्ति से बोले,”मुझे क्षमा कर दो और खाना खाओ।”
धर्म की कोई शर्त नहीं, कोई सीमा नहीं । राम कहो, रहीम कहो, अल्लाहकहो, ओंकार कहो; कुछ न कहना हो, कुछ न कहो-मौन रहो। अग्नि कोपूजो यह भी उसका प्रतीक है। जल को पूजो वह भी उसका प्रतीक है।सब उसके प्रतीक हैं, क्योंकि वही है और तो कुछ भी नहीं है।
ओशो संकलन कर्ता राम नरेश यादव
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दिव्य जीवन जागृति मिशन इटावा
उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर8218141639

इस दिवाली इन 5 राशियों पर होगी माँ लक्ष्मी की कृपा, जरुर देखें आज का राशिफल

# मेष राशि: आज आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है और यदि आप फील्ड में अधिक रहते हैं तो आपको अपनी पीठ का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

# वृषभ राशि: आज सुख-समृद्धि के साधन बढ़ेगें मकान खरीदने की सोच रहें हो तो आज लेने का प्लान बना सकते हैं। इसी के साथ हड्डी से संबंधित परेशानी हो सकती है।

# मिथुन राशि: आज धन आ भी सकता है और नहीं भी लेकिन अपनी ईमानदारी ना छोड़े। आज शॉर्टकट से दूर रहे और बीमार होने पर अपने आप दवाई कतई न लें. आज आपका दिन ठीक ठाक हो सकता है।

# कर्क राशि: आज मित्र मंडली लगातार बढ़ती जाएगी इस कारण आपको समाज से जुड़े कार्यों पर भी फोकस करना होगा। आज वॉलेट और कार्ड संभाल कर रखें धन हानि हो सकती है।

# सिंह राशि: आज ऑफिस में मीटिंग हो सकती है और इससे आपके कार्य को लेकर आपकी तारीफ हो सकती है। इसी के साथ माईग्रेन हो सकता है उसका इलाज कराएं।

# कन्या राशि: आज क्रिएटिविटी वाले कामों में फोकस करना है और आपके काम में आपको लाभ हो सकता है। आज विवादों एवं सभी प्रकार के अनैतिक कार्यों से दूर रहे तो आपको आनंद मिलेगा।

# तुला राशि: आज यदि आप अविवाहित हैं तो कोई अच्छी पुस्तक पढ़ें और आपसे कोई धन मांगे, तो अगर वह दे सकता है और आप जानते हैं कि वह लौटाएगा तो ही आप धन दे। आज आपको बड़ा लाभ हो सकता है।

# वृश्चिक राशि: आज का पूरा दिन भरपूर नींद लेने एवं मूवी देखने का है। आज छोटे भाई बहनों के साथ समय व्यतीत करें और गैर कानूनी तौर पर अर्जित किया धन कष्टकारी होगा।

# धनु राशि: आज मार्केटिंग से जुड़े लोगों को लाभ होने की प्रबल संभावनाएं है। आज किसी अपने का तीखा व्यवहार आपके मन को चोट पहुंचाने वाला है।

# मकर राशि: आज आपके कार्य में गुणवत्ता का महत्वपूर्ण स्थान है जिसके चलते ऑफिस में आपकी सराहना होगी। आज मन में विचलन की स्थिति बन सकती है और आर्थिक तंगी को लेकर चिन्ता रह सकती है।

# कुंभ राशि: आज आपको पार्टनर का भरपूर सहयोग मिल सकता है और आप समस्या होने पर उनकी मदद ले सकते हैं। आज बाहर की बनी वस्तुएं न खाएं वार्ना कोई बड़ी बिमारी बन सकती है।

# मीन राशि: आज माता-पिता को अपने पैसों से घुमाने भेज सकते हैं इसी के साथ यह माता-पिता की सेवा आपके भाग्य को चमका देगी।

संकीर्णताओं को तोड़ो

सूफी का अर्थ होता है-जो स्वच्छ हो गया, जिसके मन का सारा मैल धुलगया-वह सूफी। फिर तुम्हारी जो मौज हो, नाम दे लेना। नाम से कुछफर्क नहीं पड़ता। कब तक बच्चों जैसे उलझे रहोगे-माटी के खिलौनों से!माटी के खिलौनों से बहल जाते हैं लोग!
जागो। थोड़ा देखो विस्तार । संकीर्णताओं को रोज-रोज तोड़ते चलो।
कितनी ही पीड़ा हो, मगर संकीर्णताएँ तोड़न तभी तुम जान सकोगे
जीवन का परम सत्य। उसे जाने बिना कोई मुक्ति नहीं है, कोई मोक्ष नहींहै।सुना है कि एक पैगम्बर इस्माईल अलैहिस्सलाम भोजन करते समयकिसी-न-किसी को अपने साथ बिठाकर भोजन करवाते थे। कभी अकेलेनहीं खाते थे। एक दिन वे खाना खाने बैठे। दस्तरख्वान सजाया। लेकिनसाथ खाने के लिए कोई न था। इन्तजार करते रहे। और तभी उनकी नजरएक सत्तर वर्ष के बूढ़े पर पड़ी। खुशी से दौड़े। उसे बुलाया। वजू करवाया।वजू करके जब खाना खाने बैठे, तो उस बूढ़े ने बिस्मिल्लाह कहे बिना ही
खाना शुरू कर दिया।इन पैगम्बर ने उसके हाथ को रोक दिया मुँह में जाने के पहले ही।कहने लगे, “बिस्मिल्लाह कहे बिना खाना नहीं खाने दूंगा। अल्लाह का नामलेकर शुरू करो।”लेकिन उस बूढ़े ने इंकार कर दिया बिस्मिल्लाह करने से। वह बोला,
“मैं तो आतिश-परस्त, अग्नि-पूजक पारसी हूँ। मैं नहीं मानता इस्लाम को।इसलिए आप चाहें, तो खिलाएँ या न खिलाएँ। मैं बिस्मिल्लाह नहीं बोलूंगा!”तभी आकाश से एक आयत (गद्य) नाजिल हुई–’ऐ पैगम्बर, इसआदमी को हम सत्तर वर्ष से खाना दे रहे हैं। हमने इसे कभी नही कि हमारा नाम लो। न कभी इसने बिस्मिल्लाह किया। फिर तुम क्यों इसकोखाने से रोक रहे हो? सिर्फ एक दिन खिलाने में भी तुम शर्त लगा रहेहो।”यह आवाज सुनी, तो पैगम्बर रोने लगे और उस व्यक्ति से बोले,”मुझे क्षमा कर दो और खाना खाओ।”
धर्म की कोई शर्त नहीं, कोई सीमा नहीं । राम कहो, रहीम कहो, अल्लाहकहो, ओंकार कहो; कुछ न कहना हो, कुछ न कहो-मौन रहो। अग्नि कोपूजो यह भी उसका प्रतीक है। जल को पूजो वह भी उसका प्रतीक है।सब उसके प्रतीक हैं, क्योंकि वही है और तो कुछ भी नहीं है।
ओशो संकलन कर्ता राम नरेश यादव
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दिव्य जीवन जागृति मिशन इटावा
उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर8218141639

इस राशि के जातकों के लिए आज का दिन रहेगा मंगलमय, देखें अपना राशिफल

मेष:संतान का स्वास्थ्य आपको चिंता में डाले रखेगा। धार्मिक स्थल पर जाने का कार्यक्रम बना सकते हैं। व्यवसाय में कुछ बाधा है। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा।

वृषभ: पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है। खानपान का ध्यान रखने की जरूरत है। व्यवसाय के लिहास से दिन अच्छा है। रूके हुए काम पूरे होंगे। दिया हुआ कर्ज वापस आएगा। किसी पुराने मित्र से मुलाकात से लाभ पहुंचेगा।

मिथुन: जमीन-जायदाद से जुड़े कार्यों में बाधा आ सकती है। किसी बात को लेकर मानसिक तनाव रहेगा। संतान पक्ष को लेकर चिंता रह सकती है। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा। लव लाइफ को जी रहे लोगों के लिए भी दिन अच्छा रहने वाला है।

कर्क: समय और हालात को समझकर आगे बढने की जरूरत है। रिश्तों को लेकर सावधानी बरतें। घर में अच्छा वातावरण बनाने की कोशिश करनी होगी। व्यवसाय और नौकरीपेशा जातकों के लिए दिन अच्छा है।

सिंह: आपके लिए दिन अच्छा रहने वाला है। आर्थिक योजनाएं सफल होंगी। आर्थिक मुनाफा मिलने का भी योग है। नौकरीपेशा जातकों के लिए नए मौके और नई जिम्मेदारी मिल सकती है। स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा।

कन्या: विदेश से धन लाभ हो सकता है। परिवार या करीबी रिश्तेदार के साथ उग्र विवाद से दिन खराब हो सकता है। अग्नि या बिजली के मामले में लापरवाही बरतें और दूरी बनाए रखें। इनसे खिलवाड़ नहीं करें।

तुला: दिन मिलाजुला रहने वाला है। व्यवसाय के मामले में भाग्य का साथ मिलेगा। खासकर बिजनेस में लाभ की उम्मीद कर सकते हैं। रिश्तेदारों या पड़ोसी से विवाद से दिन के उतर्राध में परेशानी बढ़ सकती है।

वृश्चिक: शत्रु से सावधान रहने की जरूरत है। पारिवारिक वातावरण आनंद और उल्लास से भरा होगा। दफ्तर में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। आर्थिक लाभ के संकेत हैं। बीमारी से राहत मिलेगी।

धनु: व्यवसायिक क्षेत्र में कार्य की प्रशंसा होने से कार्य के प्रति उत्साह बढेगा। महिला मित्रों से विशेष लाभ मिलेगा। प्रणय प्रसंग से आनंद में वृद्धि होगी। दूर की यात्रा टालना बेहतर है।

मकर: ये दिन कुछ परेशानी लेकर आया है। सतर्कता बरतने की जरूरत है। किसी और की गलती से आपकी मुश्किल बढ़ सकती है। वाणी पर संयम रखें और वाद-विवाद से खुद को आज बचाने की कोशिश करें।

कुंभ: विवाह के इच्छुक जातकों के लिए दिन अच्छा है। कोई अच्छा रिश्ता आ सकता है। कार्यस्थल पर सहकर्मियों का साथ मिलेगा। किसी समस्य में दोस्त काम आ सकते हैं। जेब खर्च बढ़ेगा। इस पर काबू रखें।

मीन: परिवार के साथ समय बिताने का पर्याप्त समय मिलेगा। माता-पिता का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय के लिए दिन मध्यम है। कमाई धीमी होगी और कुछ परियोजनाओं में परेशानी आ सकती है। नई नौकरी तलाश रहे लोगों के लिए शुभ संकेत हैं।

पुरानी लुकमान की एक कथा है। लुकमान पुराने ज्ञानियों में एक हुआ;कोई जीसस से तीन हजार साल पहले। मुहम्मद ने लुकमान का कुरान में बड़ेआदर से उल्लेख किया है।

पुरानी लुकमान की एक कथा है। लुकमान पुराने ज्ञानियों में एक हुआ;कोई जीसस से तीन हजार साल पहले। मुहम्मद ने लुकमान का कुरान में बड़ेआदर से उल्लेख किया है एक पूरा अध्याय लुकमान के लिए समर्पित किया
है। दुनिया की ऐसी कोई भाषा नहीं है, जहाँ लुकमान का शब्द गहरे में प्रवेश नकर गया हो। जिनको लुकमान का कोई पता भी नहीं है, वे भी उसका उपयोगकरते हैं। लोग नाराज हो जाते हैं तो कहते हैं, ‘बड़े लुकमान बने बैठे हैं।’ उन्हें
पता भी नहीं कि वे क्या कह रहे हैं। कहावत है कि लुकमान को क्या समझाना!लुकमान से ज्यादा कोई समझदार भी नहीं हैं। लुकमान से किसी ने पूछा कि तुझे
इतनी समझदारी कैसे मिली? लुकमान ने कहा, ‘जब मैं नासमझ हो गया।’लुकमान से किसी ने पूछा, ‘तुम इतने समादृत क्यों हो?’ लुकमान ने कहा, ‘जब
मैने आदर की आकांक्षा छोड़ दी।’
लुकमान की एक छोटी कहानी है। और लुकमान ने कहानियों में ही अपनासंदेश दिया है। ईसप की प्रसिद्ध कहानियां आधे से ज्यादा लुकमान की हीकहानियां हैं, जिन्हें ईसप ने फिर से प्रस्तुत किया है। लुकमान कहता है, एक
मक्खी एक हाथी के ऊपर बैठ गयी। हाथी को पता न चला मक्खी कब बैठी।मक्खी बहुत भिनभिनाई, आर्वाज की, और कहा, ‘भाई।’ मक्खी का मन होता है
हाथी को भाई कहने का। कहा, ‘भाई। तुझे कोई तकलीफ हो तो बता देना।वजन मालूम पड़े तो खबर कर देना, मैं हट जाऊंगी।’ लेकिन हाथी को कुछसुनाई न पड़ा। फिर हाथी एक पुल पर से गुजरता था बड़ी पहाड़ी नदी थी,भयंकर गड था, मक्खी ने कहा कि ‘देख, दो हैं, कहीं पुल टूट न जाए। अगर
ऐसा कुछ डर लगे तो मुझे बता देना। मेरे पास पंख हैं, मैं उड़ जाऊंगी।’ हाथी
के कौन में थोड़ी-सी कुछ भिनभिनाहट पड़ी, पर उसने कुछ ध्यान न दिया।खो के बिदा होने का वक्त आ गया। उसने कहा, ‘यात्रा बड़ी सुखदहुई। तीर्थयात्रा थी, साथी-संगी रहे, मित्रता बनी, अब मैं जाती हूं। कोई कामहो, तो मुझे कहना।’तब मक्खी की आवाज थोड़ी हाथी को सुनाई पड़ी। उसने कहा, ‘तू कौन है
कुछ पता नहीं। कब तू आयी, कब तू मेरे शरीर पर बैठी, कब तू उड़ गयी,इसका कोई हिसाब नहीं है। लेकिन मक्खी तब तक जा चुकी थी।
लुकमान कहता है, ‘हमारा होना भी ऐसा ही है। इस बड़ी पृथ्वी पर हमारेहोने न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। इस बड़े अस्तित्व में हाथी और मक्खी केअनुपात से भी हमारा अनुपात छोटा है। क्या भेद पड़ता है? लेकिन हम बड़ा
शोरगुल मचाते हैं। हम बड़ा शोरगुल मचाते हैं! वह शोरगुल किसलिये है? वहमक्खी क्या चाहती थी? वह चाहती थी हाथी स्वीकार करे, तू भी है; तेरा भीअस्तित्व है। पूछ चाहती थी।
हमारा अहंकार अकेले तो नहीं जी सक रहा है। दूसरे उसे मानें, तो ही जीसकता है। इसलिए हम सब उपाय करते हैं कि किसी भांति दूसरे उसे माने,ध्यान दें, हमारी तरफ देखें; उपेक्षा न हो। हम वस्त्र पहनते हैं तो दूसरों के लिये,
स्नान करते हैं तो दूसरों के लिये, सजाते-संवारते हैं तो दूसरों के लिये। धन
इकट्ठा करते, मकान बनाते, तो दूसरों के लिये। दूसरे देखें और स्वीकार करें कि
तुम कुछ विशिष्ट हो। तुम कोई साधारण नहीं। तुम कोई मिट्टी से बने पतले नहीं
हो। तुम कोई मिट्टी से आये और मिट्टी में नहीं चले जाओगे, तुम विशिष्ट हो।
में तुम्हारी गरिमा अनूठी है। तुम अद्वितीय हो। अहंकार, सदा इस
आंखें मिल जाएं, जो मेरी छाया को वजन दे दें।
संकलन कर्ता
राम नरेश यादव
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दिव्य जीवन जागृति मिशन इटावा
उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर8218141639

यहाँ जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, जरुर देखें अपना राशिफल

मेष: दिन कारोबार के लिए बेहतर है। नौकरीपेशा लोगों के लिए भी दिन अच्छा रहने वाला है। नए अनुभव मिलेंगे जो जीवन में आगे बढ़ने में मदद करेंगे। कोई अच्छा प्रस्ताव भी मिल सकता है। संपत्ति विवाद में हल मिलने की संभावना रहेगी।

वृषभ: व्यवसाय में लाभ की उम्मीद कर सकते हैं। नई योजनाएं बनाएंगे। प्रेम प्रस्ताव के लिए दिन अच्छा है। कार्यक्षेत्र में भी सराहना होगी। किसी की बात पर आंख बंदकर भरोसा नहीं करें। स्वास्थ्य के लिए दिन अच्छा है।

मिथुन: वैवाहिक जीवन और मधुर होगा। वाणी पर जरूर नियंत्रण रखें। अगर शादी के बारे में सोच रहे हैं तो इस संबंध में अच्छे प्रस्ताव सामने आ सकते हैं। परिजनों या रिश्तेदारों से अच्छी खबर मिल सकती है।

कर्क: आर्थिक मामलों में सफलता मिलने के आसार हैं। रचनात्मक प्रयासों के बाद अच्छा फल मिलेगा। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। ससुराल पक्ष से खुशखबरी सकती है। दूर के यात्रा को आज टालने का प्रयास करें।

सिंह: सार्वजनिक जीवन में आज सतर्क रहने की जरूरत है। विवादों में नहीं पड़े। रूके हुए काम पूरे होंगे। कड़ी मेहनत का फायदा होगा। तनाव को अपने ऊपर हावी नहीं होने दें। रूके हुए काम पूरे होंगे।

कन्या: कारोबार में उन्नति के योग हैं। नौकरीपेशा लोगों को दफ्तर में सहयोगियों से मदद मिलेगी। नए काम में सफलता मिल सकती है। सेहत का ध्यान रखें।

तुला: सम्मान में वृद्धि होगी। किसी खास से निजी संबंध और प्रगाढ़ होंगे। जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी।

वृश्चिक: कानूनी मसलों में आज सफलता मिलने की उम्मीद है। अनावश्यक खर्च से बचें। वाणी और व्यवहार पर संयम रखने की जरूरत है। काम के दौरान कुछ चुनौतियों और असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए धैर्य बनाये रखने की जरूरत है।

धनु: दिन मिलाजुला रहने वाला है। व्यापार बढ़ेगा और लाभ के संकेत हैं। संतान की शिक्षा को लेकर चिंता बनी रहेगी। कार्यों में सफलता मिलेगी। नये वाहन खरीद सकते हैं।

मकर: अच्छे कार्य से यश और कीर्ति की प्राप्ति होगी। शत्रु परास्त होंगे। स्त्री मित्रों से लाभ मिल सकता है। किसी जगह पर्यटन का कार्यक्रम बना सकते हैं। कार्य के सिलसिले में यात्रा का संयोग बन सकता है।

कुंभ: जल्दबाजी से बचने की जरूरत है। धैर्य की कमी रहेगी। हालांकि, इसका बहुत नुकसान आपको नहीं होने वाला है। काम से सीनियर अधिकारी खुश होंगे। पुराने दोस्तों से मुलाकात संभव है।

मीन: परिवार को लेकर आज चिंता बनी रहेगी। वैवाहिक जीवन आज अच्छा रहेगा और जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। कार्यों में सफलता मिलेगी। व्यापार में कुछ नया शुरू करने के लिए दिन शुभ है।

फकीर ने कहा-यह महल नहीं, सराय है

फकीर ने कहा-यह महल नहीं, सराय है
इब्राहीम सम्राट था-बल्ख का। एक फकीर उसके द्वार पर आया और झंझटकरने लगा कि मुझे इस महल में ठहरना है। लेकिन वह ‘महल’ नहीं कह रहाथा। वह कहता था, इस ‘सराय’ में मुझे ठहरना है। बड़े जोर-जोर से लड़ रहाथा वह पहरेदार से।पहरेदार ने कहा, “हजार दफे कह दिया कि यह धर्मशाला या सराय नहींहै। सराय गाँव में दूसरा है। यह राजा का महल है। यह राजा का खुद का निवासहै। तुम होश में हो? तुम क्या बातें कर रहे हो? यह कोई ठहरने की जगह नहीं।”उसने कहा, “फिर मैं राजा को देखना चाहता हूँ।” इब्राहीम भीतर से सबसुन रहा था। उस फकीर की आवाज में कुछ जादू था, कुछ चोट थी। वह जिसढंग से कह रहा था, ऐसा नहीं लगता था कि सिर्फ जिद्दी और पागल है। उसके कहने में कुछ रहस्य मालूम होता था। उसने कहा, “उसे बुलाओ भीतर।” वहफकीर भीतर आया और कहा, “कौन राजा है?” इब्राहीम जो सिंहासन पर बैठाथा, उसने कहा, “हाँ, मैं राजा हूँ। यह मेरा निवास है और तुम व्यर्थ में पहरेदारसे झंझट कर रहे हो।”फकीर ने कहा, “बड़ी हैरानी की बात है! मैं पहले भी आया था, तब दूसरा आदमी इस सिंहासन पर बैठा था और वह भी यही कहता था।”इब्राहीम ने कहा, “वे मेरे पिता थे, जो स्वर्गवासी हो गए।”उसने कहा, “उनके पहले भी मैं आया था, तब एक तीसरा आदमी बैठाथा। और हर बार पहरेदार भी बदल जाते हैं। आदमी भी बदल जाते हैं। यहमकान वही है। हर बार जब मैं आता हूँ, तब यही झंझट!”
इब्राहीम ने कहा, “वे हमारे पिता के पिता थे, वे भी स्वर्गवासी हो गए।”
उसने इब्राहीम से पूछा, “जब मैं चौथी बार आऊँगा, तुम मुझे यहाँ मिलोगे?इस सिंहासन पर कोई और बैठा होगा। इतने लोग यहाँ बदलते जाते हैं, इसीलिए
तो मैं कहता हूँ कि यह सराय है, धर्मशाला है। तुम भी टिके हो थोड़ी देर; मेरे टिक जाने में क्या बिगड़ रहा है? सुबह हुई, तुम भी चल पड़ोगे, हम भी चल
पड़ेंगे।”कहते हैं कि तब इब्राहीम को बोध हुआ। वह सिंहासन से नीचे उतर आयाऔर बोला, “तूने मुझे जगा दिया। अब तू रुक, मैं चला। अब यहाँ रुककर भी क्या करना है! यहाँ से सुबह जाना पड़ेगा, इतना समय भी क्यों गँवाना!”इब्राहीम ने छोड़ दिया राजमहल। इब्राहीम सूफियों का एक बड़ा फकीर हो गया
ओशो
संकलन कर्ता
राम नरेश यादव
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दिव्य जीवन जागृति मिशन इटावा
(उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नंबर 8218141639