Wednesday , October 23 2024

अध्यात्म

मेरा टेसू यहींअड़ा खाने को मांगे दही बड़ा!

‘मेरा टेसू यहींअड़ा खाने को मांगे दही बड़ा!

सुबोध पाठक

( पंचांग ) में  दर्ज हर तारीख़ किसी त्यौहार , किसी परम्परा या किसी विशेष दिन का इशारा करती है। इसीलिए हमारा देश त्योहारों का देश कहा जाता है। क्षेत्र बार त्योहार और परंपराएं भी हमारे देश की संस्कृति को जीवंत रखती है।  ब्रज क्षेत्र में मनाया जाने वाला “टेसू – झेंझी” का विवाह  भी एक त्योहार और परम्परा से कम नही है। यह परंपरा हर वर्ष बच्चों द्वारा शरद नवरात्रि की नवमी से लेकर शरद पूर्णमासी तक निभाई जाती है।

इस दौरान बच्चे घर – घर जाकर चंदा(भीख) इकट्ठा करते हैं और पूर्णिमा की रात टेसू – झेंझी का विवाह किया जाता है। कई जगह इस परंपरा को आज भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग इसके शादी के कार्ड छपवाते हैं , बैंड, बाजों और आतिशबाजी और बाकायदा  डांस के साथ टेसू की बारात निकलती है। द्वारचार से लेकर झेंझी की पैर पूजाई और कन्यादान तक की रश्में होती है।

सर्वाधिक दुख की बात तो यह है कि इस विवाह को पूरा नहीं किया जाता , पूरे सात फेरे पड़ने से पहले ही टेसू का सिर धड़ से काटकर अलग कर दिया जाता है और झेंझी को फोड़ देते हैं और रातों रात नदी तालाब में दोनों ही सिरा दिए जाते।

इटावा जनपद  ब्रज क्षेत्र में समाहित है। इसलिए इस  परंपरा को बखूबी निभाया जाता। एक तरफ रामलीलाओं की धूम होती ,तो दूसरी तरफ घरों की चौखट पर अंधेरा होते ही टेसू झेंझी लिए  किशोर और किशोरियां झुंड के साथ पहुंचते और लोकगीत व गाने गुंजाते है-

‘मेरा टेसू यहीं अड़ा, खाने को मांगे, दही बड़ा’

 

मेरी झेंझी को रचो है व्याह,  ब्याह को दहेज देव’

टेसू अटर करें , टेसू बटर करें, टेसू लेई के टरे’

 

बच्चों की टोलियाँ के हाथ में एक सजा – धजा मिट्टी का  तीन टांग का दूल्हा होता , जिसे टेसू कहते।  तीन लकड़ियों के ढांचे पर धड़ रखा होता। उस पर एक टिमटिमाता दीपक जलता। जबकि झेंझी एक मिट्टी की मटकी होती, जिसमे चारों ओर ऊपर से नीचे तक छेद होते। मटकी के अंदर दीपक जलता रहता,छेदों से दीपक की किरणें झेंझी की खूबसूरती को बयान करती है।

चंदा माँगने आने वाले किशोर किशोरियों से चंदा देने के बदल ख़ूब सारे टेसू, झेंझी के पारंपरिक गीत सुनने की फरमाइश होती।

 

*बताया जाता है कि टेसू-झेंझी विवाह की  परंपरा महाभारत काल से शुरू हुयी और इसे मनाने के पीछे की कहानी भी उसी वक़्त की है ।इटावा जिले  में एक तहसील है, चकरनगर। इस तहसील का वास्ता महाभारत काल से जोड़ा जाता है। तब चकरनगर , चक्रनगरी कहलाता था। पांडवों ने तब अपना अज्ञातवास यहाँ ही बिताया था । भीम ने इसी चक्रंनगरी में हिडिम्बा राक्षसी से विवाह किया । बाद में उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई। जिसका नाम घटोत्कच था। कुछ सालों बाद घटोत्कच के ही पुत्र बर्बरीक ( टेसू ) को एक ब्राह्मण कन्या से प्रेम हो गया । वह उससे विवाह करना चाहता था। परंतु कन्या के पिता को ये स्वीकार्य नही था । कन्या ब्राह्मण थी, बर्बरीक क्षत्रीय। इसलिए पिता ने कई प्रपंच रचे और विवाह टालना चाहा। इनमें से एक ये भी था कि पिता ने बर्बरीक और झेंझी का विवाह ये कहकर 16 दिन के लिए टाल दिया कि उनकी पुत्री अभी 16 दिन साँझी खेलेगी। इसलिए ब्रज और उसके आसपास रामनवमी से पहले पित्र पक्ष के दौरान गोबर की तरैया ( साँझी ) लगाने की परंपरा किशोरियां सम्पन्न करती हैं।*

*जब बर्बरीक 16 दिन बाद वापस आया तो पिता ने फिर टाल दिया,किंतु जब पूर्णमासी के दिन वो विवाह ना टाल पाए तो उन्होंने बर्बरीक से युद्ध किया।बर्बरीक युद्ध में पराजित हुआ और उसने झेंझी से दुबारा आने का वायदा करके यमुना में छलांग लगा दी। इधर पुत्री के अर्द्ध विवाह को ना मानकर झेंझी को भी मार दिया गयाऔर इस तरह इस प्रेमकहानी का दुःखद अंत हुआ और बाद में बर्बरीक का बध छल से भगवान कृष्ण ने सुदर्शन चक्र सेमहाभारत दौरान किया।*

 

हालाँकि बाद में इस विवाह को एक परंपरा के रूप में मनाया जाने लगा।  इसी अधूरे विवाह के साथ हिंदुओं की सबसे बड़ी रस्म की शुरुआत हुई।  ये माना गया कि पूर्णमासी को टेसू – झेंझी के विवाह के बाद ही सहालग ( विवाह का उपयुक्त समय ) शुरू होता है। कई जगह ये मान्यता  है कि जिनका विवाह न हो रहा हो तो उन्हें टेसू – झेंझी का विवाह कराना चाहिए। ऐसा करने से विवाह में व्यवधान नहीं आता।

 

टेसू – झेंझी के विवाह की ये रिवाज ग्राम्य जीवन  के रिवाजों में लिपटा किशोर किशोरियों का खेल भर है।लेकिन न जाने कितनी परम्पराएं हमने अपने शहरी तौर तरीकों के कारण पीछे छोड़ दीं हैं। वरना ये ताज्जुब ही है कि आजकल ही नहीं, बल्कि20-25 साल पहले भी टेसू झेंझी का विवाह कस्बों  के उन मोहल्लों में ही किया जाता था, जहाँ ग्रामीण परिवेश था , जहाँ घरों के आँगन मिट्टी के थे ,रोटी चूल्हे की आंच पर पकती थी और जीवन खेतों खलिहानों से चलता था।

इस परंपरा का निर्वाहन  अब छोटे और गरीब परिवार के बच्चों के कंधों पर ही शेष है।धनिक और बड़े पैसे वालों के बच्चे इस परंपरा को निभाना शान के खिलाफ मानते । इस वजह ये परंपरा सिर्फ ग्रामीण परिवेश तक ही सीमित रह गयी। उन्होंने अपने प्रयासों से इस प्राचीन परंपरा को आज तक सहेजा हुआ है।

‘मेरा टेसू यहीं अड़ा खाने को मांगे दही बड़ा

शरद पूर्णिमा पर टेसू झेंझी विवाह के साथ शुरु हो जायेगा सहालग

ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी निभाई जा रही त्यौहार की परम्परायें

।भारतीय कैलेंडर ( पंचांग ) में दर्ज हर तारीख़ किसी त्यौहार , किसी परम्परा या किसी विशेष दिन का इशारा करती है। इसीलिए हमारा देश त्योहारों का देश कहा जाता है। क्षेत्र बार त्योहार और परंपराएं भी हमारे देश की संस्कृति को जीवंत रखती है।  ब्रज क्षेत्र में मनाया जाने वाला “टेसू – झेंझी” का विवाह  भी एक त्योहार और परम्परा से कम नही है। यह परंपरा हर वर्ष बच्चों द्वारा शरद नवरात्रि की नवमी से लेकर शरद पूर्णमासी तक निभाई जाती है।

इस दौरान बच्चे घर – घर अपने टेसू व झेंझी लेकर जाते है अौर पारम्परिक गीत सुनाते है इस दौरान लोग बच्चों को रुपये व पुरुष्कार भी देते है । इन्ही रुपयों को बच्चे जोड़ते है अौर  शरद पूर्णिमा की रात टेसू – झेंझी का विवाह धूमधाम से करते है। कई जगह इस परंपरा को आज भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग इसके शादी के कार्ड छपवाते हैं , बैंड, बाजों और आतिशबाजी और बाकायदा  डांस के साथ टेसू की बारात निकलती है। द्वारचार से लेकर झेंझी की पैर पूजाई और कन्यादान तक की रश्में होती है।

सर्वाधिक दुख की बात तो यह है कि इस विवाह को पूरा नहीं किया जाता , पूरे सात फेरे पड़ने से पहले ही टेसू का सिर धड़ से काटकर अलग कर दिया जाता है और झेंझी को फोड़ देते हैं और रातों रात नदी तालाब में दोनों ही सिरा दिए जाते।

गॉवों में आज भी निभायी जा रही परम्परा

आज भी गॉव त्यौहारों की परम्परा को जीवित रखे हुये है। जब कि शहरों में सिर्फ रस्म अदायगी की जाती है। इटावा ब्रज क्षेत्र का हिस्सा है। इसलिए टेसू व झेंझी के विवाह को कई क्षेत्रों में बखूबी निभाया जाता। एक तरफ रामलीलाओं की धूम होती है तो दूसरी तरफ घरों की चौखट पर अंधेरा होते ही टेसू झेंझी लिए  किशोर और किशोरियां झुंड के साथ पहुंचते और लोकगीत व गाने गुंजाते है-

ये गीत है काफी प्रचलित

मेरा टेसू यहीं अड़ा, खाने को मांगे, दही बड़ा

मेरी झेंझी को रचो है व्याह,  ब्याह को दहेज देव

टेसू अटर करें , टेसू बटर करें, टेसू लेई के टरे’

मिटटी के होते है टेसू व झेंझी

टेसू व झेंझी मिटटी से बने होते है जिन्हें सजाया व संवारा जाता है बच्चों की टोलियाँ के हाथ में एक सजा – धजा मिट्टी का  तीन टांग का दूल्हा होता जिसे टेसू कहते।  तीन लकड़ियों के ढांचे पर धड़ रखा होता। उस पर एक टिमटिमाता दीपक जलता। जबकि झेंझी एक मिट्टी की मटकी होती, जिसमे चारों ओर ऊपर से नीचे तक छेद होते। मटकी के अंदर दीपक जलता रहता,छेदों से दीपक की किरणें झेंझी की खूबसूरती को बयान करती है। टेसू लेकर आने वाले किशोर किशोरियों से चंदा देने के बदल ख़ूब सारे टेसू, झेंझी के पारंपरिक गीत सुनने की फरमाइश भी होती है।

महाभारत काल से है यह परम्परा।

टेसू-झेंझी विवाह की  परंपरा महाभारत काल से चली आ रही है। इसे मनाने के पीछे की कहानी भी उसी समय की है ।इटावा जिले के   चकरनगर का वास्ता महाभारत काल से जोड़ा जाता है। तब चकरनगर , चक्रनगरी कहलाता था। पांडवों ने अपना अज्ञातवास यहाँ ही बिताया था भीम ने इसी चक्रंनगरी में हिडिम्बा राक्षसी से विवाह किया । बाद में उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई। जिसका नाम घटोत्कच था। कुछ सालों बाद घटोत्कच के ही पुत्र बर्बरीक ( टेसू ) को एक ब्राह्मण कन्या से प्रेम हो गया  वह उससे विवाह करना चाहता था। परंतु कन्या के पिता को ये स्वीकार्य नही था । कन्या ब्राह्मण थी, बर्बरीक क्षत्रीय। इसलिए पिता ने कई प्रपंच रचे और विवाह टालना चाहा। इनमें से एक ये भी था कि पिता ने बर्बरीक और झेंझी का विवाह ये कहकर 16 दिन के लिए टाल दिया कि उनकी पुत्री अभी 16 दिन साँझी खेलेगी। इसलिए ब्रज और उसके आसपास रामनवमी से पहले पित्र पक्ष के दौरान गोबर की तरैया ( साँझी ) लगाने की परंपरा किशोरियां सम्पन्न करती हैं।

जब बर्बरीक 16 दिन बाद वापस आया तो पिता ने फिर टाल दिया ,किंतु जब पूर्णमासी के दिन वो विवाह ना टाल पाए तो उन्होंने बर्बरीक से युद्ध किया । बर्बरीक युद्ध में पराजित हुआ और उसने झेंझी से दुबारा आने का वायदा करके यमुना में छलांग लगा दी। इधर पुत्री के अर्द्ध विवाह को ना मानकर झेंझी को भी मार दिया गयाऔर इस तरह इस प्रेम कहानी का दुःखद अंत हुआ और बाद में बर्बरीक का बध छल से भगवान कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से महाभारत के  दौरान किया।

आज का दिन इस राशि के व्यापारियों के लिए लाया हैं धन लाभ, देखें अपना राशिफल

मेष: आज दिन आपके लिए अनुकूल रहेगा। परिस्थितियां आपके हित में नजर आ रही हैं। अवसरों का लाभ उठाएं। बड़े भाई से किसी प्रकार का सहयोग प्राप्त हो सकता है। व्यापारियों को लाभ होगा।

वृषभ: आज ऑफिस में बॉस आपके कार्य की तारीफ कर सकता है। पिताजी के साथ अच्छे रिश्ते अच्छे बनेंगे। कार्यक्षेत्र में प्रतिद्वंद्वियों से टफ कंपटीशन मिलेगा। लेकिन आप उन्हें मात देने में सफल होंगे।

मिथुन: आज भाग्य का साथ मिलेगा। ऐसे में आपको आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त हो सकता है। धार्मिक कार्यों में बढ़चढ़कर हिस्सा ले सकते हैं। किसी विद्वान लोगों से आज आपको ज्ञान प्राप्त हो सकता है।

कर्क: आज वाहन सावधानी से चलाएं अन्यथा चोट लगने की संभावना है। आज आपको अप्रत्याशित रूप से परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। गूढ़ विद्या की तरफ मन आकर्षित होगा। ऐसे कार्यों से बचें जिससे आपका मान-सम्मान घटे।

सिंह: जीवनसाथी संग कोई जरूरी कार्य कर सकते हैं। कारोबार में फायदा होगा। पार्टनरशिप में कार्य कर रहे जातकों को अभी अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आपके व्यक्तित्व में निखार होगा।

कन्या: आज थोड़ा आलसपन महसूस होगा। शत्रुओं से सावधान रहें। वे आज आपको कोई नुकसान पहुंचा सकते हैं। अपनी सेहत का भी ध्यान रखें। संक्रमण कालीन समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

तुला: विद्यार्थियों के लिए दिन सामान्य रहेगा। मन में पढ़ाई को लेकर चिंता का भाव रह सकता है। प्रेम जीवन में साथी आज आपसे किसी बात को लेकर नाराज हो सकता है।

वृश्चिक: आज दिन शुभ है। कोई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न कर सकते हैं। आज आपकी खुशियां बढ़ेंगी। चल-अचल संपत्ति में बढोतरी हो सकती है। माता जी की सेहत अच्छी रहेगी। उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।

धनु: आज का आपको अपने क्रोध को शांत रखना होगा। पूरे दिन आप ऊर्जावान रहेंगे। अपने कार्य को लेकर मन में उत्साह का भाव रहेगा। घर में छोटे भाई-बहनों से किसी प्रकार का मतभेत हो सकता है। सोशल मीडिया में अधिक समय बिताएंगे।

मकर: आज आपके पास धन आएगा, लेकिन वह धन आपके पास ज्यादा देर तक नहीं रुकेगा। आर्थिक स्थिति के लिए दिन बढ़िया है। यदि किसी को धन उधार दिया है तो वह आपको वापस मिल सकता है। आप अपनी बातों से दूसरे लोगों को प्रभावित करेंगे।

कुंभ: आपका मन एकाग्र रहेगा। अपनी संवाद कला और तार्किक शक्ति से आप लोगों को प्रभावित करने में कामयाब होंगे। वैवाहिक जीवन में परिस्थितियां आपके अनुकूल होंगी। व्यापार में लाभ के योग बनेंगे।

मीन: आज आपको सावधानी से काम करना होगा। आर्थिक नुकसान होने की संभावना बन रही है। ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे आपको निजी जीवन में शर्मिंदगी उठानी पड़े। लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है।

आज का दिन मेष, मकर और इस राशि के लिए रहेगा बेहद ख़ास, देखें अपना राशिफल

मेष: कार्यस्थल पर सहयोगियों का भरपूर साथ मिलेगा। आपके काम के जज्बे का सम्मान होगा। कानूनी विवादों या झगड़ों से छुटकारा मिलेगा। शाम का समय अच्छा रहने वाला है। परिवार और मित्रों के साथ कहीं पर्यटन की योजना बन सकती है।

वृषभ: दिन अच्छा रहने वाला है और कार्यों में सफलता मिलेगी। दिन के उतर्राध का समय ज्यादा शुभ रहने वाला है। पुराने समय से रूके हुए पैसे वापस आ सकते हैं। व्यवसाय में कोई नहीं डील मिल सकती है।

मिथुन: समय से जूझना पड़ सकता है। काम की आपाधापी रहेगी। भागदौड़ बनी रहेगी। आर्थिक मोर्चों पर सफलता मिलने की उम्मीद है। पुराना प्यार लौट सकता है।

कर्क: धार्मिक कार्यों की ओर आपकी रूची बढ़ने वाली है। काम को लेकर कुछ दबाव रह सकता है। परिवार में कुछ बातों को लेकर कलह की आशंका है। इसलिए क्रोध और वाणी पर संयम बरतें। नौकरीपेशा जातकों को प्रोमोशन या वेतन में वृद्धि का समाचार मिल सकता है।

सिंह: व्यापार में जुटे जातकों के लिए दिन अच्छा है। पुराने निवेश से अच्छे मुनाफे की उम्मीद है। नई नौकरी तलाश रहे जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें।

कन्या: मेहनत और प्रयास करने की जरूरत है। सफलता के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। पुरुष जातक महिलाओं से विवाद से बचें। सेहत के लिहाज से दिन सामान्य है।

तुला: परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। शादी के इच्छुक जातकों को अच्छा समाचार मिल सकता है। कारोबार के लिए दिन अच्छा और मुनाफा भरा है।

वृश्चिक: आपको नकारात्मकता से दूर रहने की जरूरत है। कार्यस्थल पर किसी षडयंत्र से सतर्क रहने की जरूरत है। काम पर ध्यान दें और उन चर्चाओं से बचे जिसमें आपकी कोई कोई जरूरत या भूमिका नहीं हो। क्रोध पर काबू रखें। कार्यालय में अधिकारियों से मनमुटाव या बहस हो सकती है।

धनु: काम का दबाव आज आप पर बना रहेगा। दिन की शुरुआत भागदौड़ से होगी। कहीं अचानक यात्रा का भी योग बन सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। शुभ समाचार मिलने की संभावना है।

मकर: मान-सम्मान बढेगा और धनलाभ होने के भी योग हैं। आसानी से आपके काम पूरे होंगे और सफलता मिलेगी। मित्रों के साथ पर्यटन पर जाने का आयोजन भी हो सकता है।

कुंभ: आज आपको कुछ सतर्क रहने की जरूरत है। सोच-समझ कर फैसला लें। आपके भरोसेमंद लोगों से निराशा मिल सकती है। व्यापार में सावधानी बरतें। छात्र-छात्राओं के लिए दिन अच्छा है।

मीन: दिन शुभ रहने वाला है। उर्जा के साथ काम करने से सफलता मिलेगी। कार्यस्थल पर सहकर्मियों की सराहना मिलेगी। जीवनसाथी या पार्टनर के साथ किसी मुद्दे पर विवाद हो सकता है, इसका ध्यान रखें।

आज का दिन इस राशि के जातकों के लिए रहेगा मंगलमय, देखें अपना राशिफल

मेष:संतान का स्वास्थ्य आपको चिंता में डाले रखेगा। धार्मिक स्थल पर जाने का कार्यक्रम बना सकते हैं। व्यवसाय में कुछ बाधा है। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा।

वृषभ: पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है। खानपान का ध्यान रखने की जरूरत है। व्यवसाय के लिहास से दिन अच्छा है। रूके हुए काम पूरे होंगे। दिया हुआ कर्ज वापस आएगा। किसी पुराने मित्र से मुलाकात से लाभ पहुंचेगा।

मिथुन: जमीन-जायदाद से जुड़े कार्यों में बाधा आ सकती है। किसी बात को लेकर मानसिक तनाव रहेगा। संतान पक्ष को लेकर चिंता रह सकती है। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा। लव लाइफ को जी रहे लोगों के लिए भी दिन अच्छा रहने वाला है।

कर्क: समय और हालात को समझकर आगे बढने की जरूरत है। रिश्तों को लेकर सावधानी बरतें। घर में अच्छा वातावरण बनाने की कोशिश करनी होगी। व्यवसाय और नौकरीपेशा जातकों के लिए दिन अच्छा है।

सिंह: आपके लिए दिन अच्छा रहने वाला है। आर्थिक योजनाएं सफल होंगी। आर्थिक मुनाफा मिलने का भी योग है। नौकरीपेशा जातकों के लिए नए मौके और नई जिम्मेदारी मिल सकती है। स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा।

कन्या: विदेश से धन लाभ हो सकता है। परिवार या करीबी रिश्तेदार के साथ उग्र विवाद से दिन खराब हो सकता है। अग्नि या बिजली के मामले में लापरवाही बरतें और दूरी बनाए रखें। इनसे खिलवाड़ नहीं करें।

तुला: दिन मिलाजुला रहने वाला है। व्यवसाय के मामले में भाग्य का साथ मिलेगा। खासकर बिजनेस में लाभ की उम्मीद कर सकते हैं। रिश्तेदारों या पड़ोसी से विवाद से दिन के उतर्राध में परेशानी बढ़ सकती है।

वृश्चिक: शत्रु से सावधान रहने की जरूरत है। पारिवारिक वातावरण आनंद और उल्लास से भरा होगा। दफ्तर में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। आर्थिक लाभ के संकेत हैं। बीमारी से राहत मिलेगी।

धनु: व्यवसायिक क्षेत्र में कार्य की प्रशंसा होने से कार्य के प्रति उत्साह बढेगा। महिला मित्रों से विशेष लाभ मिलेगा। प्रणय प्रसंग से आनंद में वृद्धि होगी। दूर की यात्रा टालना बेहतर है।

मकर: ये दिन कुछ परेशानी लेकर आया है। सतर्कता बरतने की जरूरत है। किसी और की गलती से आपकी मुश्किल बढ़ सकती है। वाणी पर संयम रखें और वाद-विवाद से खुद को आज बचाने की कोशिश करें।

कुंभ: विवाह के इच्छुक जातकों के लिए दिन अच्छा है। कोई अच्छा रिश्ता आ सकता है। कार्यस्थल पर सहकर्मियों का साथ मिलेगा। किसी समस्य में दोस्त काम आ सकते हैं। जेब खर्च बढ़ेगा। इस पर काबू रखें।

मीन: परिवार के साथ समय बिताने का पर्याप्त समय मिलेगा। माता-पिता का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय के लिए दिन मध्यम है। कमाई धीमी होगी और कुछ परियोजनाओं में परेशानी आ सकती है। नई नौकरी तलाश रहे लोगों के लिए शुभ संकेत हैं।

रामकृष्ण के जीवन में ऐसा उल्लेख है कि जीवन भर तो उन्होंने मां काली की पूजा— अर्चना की, लेकिन अंततः अंतत: उन्हें लगने लगा कि यह तो द्वैत ही है, अभी एक का अनुभव नहीं हुआ। प्रीतिकर है, सुखद है, लेकिन अभी दो तो दो ही बने हैं।

कोई स्त्री को प्रेम करता, कोई धन को प्रेम करता, कोई पद को, उन्होंने मां काली को प्रेम किया—लेकिन प्रेम अभी भी दो में बंटा है; अभी परम अद्वैत नहीं घटा। पीड़ा होने लगी। तो वे प्रतीक्षा करने लगे कि कोई अद्वैतवादी, कोई वेदांती, कोई ऐसा व्यक्ति आ जाये जिससे राह मिल सके।

एक परमहंस, ‘तोतापुरी’ गुजरते थे, रामकृष्ण ने उन्हें रोक लिया और कहा, मुझे एक के दर्शन करा दें। तोतापुरी ने कहा, यह कौन—सी कठिन बात है? दो मानते हो, इसलिए दो हैं। मान्यता छोड़ दो! पर रामकृष्ण ने कहा, मान्यता छोड़नी बड़ी कठिन है। जन्म भर उसे साधा। आंख बंद करता हूं काली की प्रतिमा खड़ी हो जाती है। रस में डूब जाता हूं। भूल ही जाता हूं कि एक होना है। आंख बंद करते ही दो हो जाता हूं। ध्यान करने की चेष्टा करता हूं द्वैत हो जाता है। मुझे उबासे!

तो तोतापुरी ने कहा, ऐसा करो जब काली की प्रतिमा बने तो उठाना एक तलवार और दो टुकडे कर देना। रामकृष्ण ने कहा, तलवार वहां कहां से लाऊंगा?

तो जो तोतापुरी ने कहा, वही अष्टावक्र का वचन है। तोतापुरी ने कहा, यह काली की प्रतिमा कहां से ले आये हो? वहीं से तलवार भी ले आना। यह भी कल्पना है। इसे भी कल्पना से सजाया— संवारा है। जीवन भर साधा है। जीवन भर पुनरुक्त किया है, तो प्रगाढ़ हो गई है। यह कल्पना ही है। सभी को आंख बंद करके काली तो नहीं आती।

ईसाई आंख बंद करता है, वर्षों की चेष्टा के बाद, तो क्राइस्ट आते हैं। कृष्ण का भक्त आंख बंद करता है तो कृष्ण आते हैं। बुद्ध का भक्त आंख बंद करता है तो बुद्ध आते हैं। महावीर का भक्त आंख बंद करता है तो महावीर आते हैं। जैन को तो क्राइस्ट नहीं आते। क्रिश्चियन को तो महावीर नहीं आते। जो तुम कल्पना साधते हो वही आ जाती है।

रामकृष्ण ने काली को साधा है तो कल्पना प्रगाढ़ हो गई है। बार—बार पुनरुक्ति से, निरंतर—निरंतर स्मरण से कल्पना इतनी यथार्थ हो गई है कि अब लगता है काली सामने खड़ी है। कोई वहां खड़ा नहीं। चैतन्य अकेला है। यहां कोई दया नहीं है, दूसरा नहीं है।

तुम आंख करो बद—तोतापुरी ने कहा—उठाओ तलवार और तोड़ दो।

रामकृष्ण आंख बंद करते, लेकिन आंख बंद करते ही हिम्मत खो जाती : तलवार उठाये, काली को तोड़ने को! भक्त भगवान को काटने को तलवार उठाये, यह बड़ी कठिन बात है!

संसार छोड़ना बड़ा सरल है। संसार में पकड़ने योग्य ही क्या है? लेकिन जब मन की किसी गहन कल्पना को खड़ाकर लिया हो, मन का कोई काव्य जब निर्मित हो गया हो, मन का स्वप्न जब साकार हो गया हो, तो छोड़ना बड़ा कठिन है। संसार तो दुख—स्वप्न जैसा है। भक्ति के स्वप्न, भाव के स्वप्न दुख—स्वप्न नहीं हैं, बड़े सुखद स्वप्न हैं। उन्हें छोड़े कैसे, तोड़े कैसे?

आंख से आंसू बहने लगते। गदगद हो जाते। शरीर कंपने लगता। मगर वह तलवार न उठती। तलवार की याद ही भूल जाती। आखिर तोतापुरी ने कहा, बहुत हो गया कई दिन बैठकर। ऐसे न चलेगा। या तो तुम करो या मैं जाता हूं। मेरा समय खराब मत करो। यह खेल बहुत हो गया।

तोतापुरी उस दिन एक कांच का टुकड़ा ले आया। और उसने कहा कि जब तुम मगन होने लगोगे, तब मैं तुम्हारे माथे को कांच के टुकड़े से काट दूंगा। जब मैं यहां तुम्हारा माथा काटू तो भीतर एक दफा हिम्मत करके उठा लेना तलवार और कर देना दो टुकड़े। बस यह आखिरी है, फिर मैं न रुकूंगा।

तोतापुरी की धमकी जाने की, और फिर वैसा गुरु खोजना मुश्किल होता! तोतापुरी अष्टावक्र जैसा आदमी रहा होगा। जब रामकृष्ण आंख बंद किये, काली की प्रतिमा उभरी और वे मगन होने को ही थे, आंख से आंसू बहने को ही थे, उद्रेक हो रहा था, उमंग आ रही थी, रोमांच होने को ही था, कि तोतापुरी ने लिया माथे पर जहां आज्ञा—चक्र है, वहां लेकर ऊपर से नीचे तक कांच के टुकड़े से माथा काट दिया। खून की धार बह गई। हिम्मत उस वक्त भीतर रामकृष्ण ने भी जुटा ली।

उठा ली तलवार, दो टुकड़े कर दिये काली के। काली वहां गिरी कि अद्वैत हो गया, कि लहर खो गई सागर में, कि सरिता उतर गई सागर में। फिर तो कहते हैं, छह दिन उस परम शून्य में डूबे रहे। न भूख रही न प्यास; न बाहर की सुध रही न बुध, सब भूल गये। और जब छह दिन के बाद आंख खोली तो जो पहला वचन कहा वह यही—आखिरी बाधा गिर गई! द लास्ट बैरियर हैज फालन।

ओशो, अष्टावक्र महागीता-५
संकलन कर्ता
राम नरेश यादव
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दिव्य जीवन जागृति मिशन इटावा
(उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नंबर8218141639,8439492416

यहाँ देखिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, देखें अपना राशिफल

मेष राशि:- नोकरी एवम रोजगार मिलने का योग हैं. देश विदेश की यात्रा का योग बन रहा है. समय अनुकूल चल रहा है. अपने समय का सदुपयोग करना ही श्रेष्ठकर रहेगा. लाभ मिलेगा. ऋण से मुक्ति मिलेगा. लाभकारी योजनाएं बनेंगी. शत्रु शांत रहेंगे. व्यापार, निवेश, नौकरी लाभकारी रहेंगे.
वृषभ:- समस्त समस्याओ का समाधान होगा. लाभ का योग बन रहा है. संतान सुख प्राप्त का योग बन रहा है. संतान की चिंता समाप्त होगी. धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी. निवेश, व्यापार-नौकरी लाभ देंगे. यात्रा मंगलकारी रहेगी. शत्रु शांत रहेंगे.
मिथुन राशि:- वाद-विबाद से वचना ही लाभप्रद रहेगा. यात्रा एवम मित्रो से लाभ प्राप्त होगा. राजनीतिग्यो के लिए श्रेष्ठ समय चल रहा है. पदोन्नति का योग तथा नये व्यापर से लाभ मिलेगा शुभ घटनाओं के होने का प्रबल योग है. आर्थिक निवेश सोच-समझकर करें. शुभ समाचार मिलेंगे.
कर्क राशि:- सद्बुद्धि एवम आध्यत्म में रूचि बढ़ेगी. राजनैतिक लाभ मिलेगा. दूर देश की यात्रा होगी. कार्य के विस्तार की योजना बनेगी. शत्रु चिंतित करेंगे. संपत्ति से लाभ होगा. निवेश तथा नौकरी के अनुकूल परिणाम होंगे. यात्रा हो सकती है.
सिंह:- आलस्य का परित्याग श्रेयस्कर रहेगा।मनोबल बढ़ेगा. कार्य में मन लगाना श्रेयस्कर रहेगा. पराक्रम से लाभ तथा सम्मान बढ़ेगा. परीक्षा में सफलता मिलेगी. आवेश में कोई कार्य नहीं करें. गुस्सा पर नियंत्रण रखें. पिता से वाद विवाद न करे.
कन्या राशि:- सलाह एवम मशविरा से लाभ मिलने का योग है. बुद्धि के कार्य लाभ देंगे. निवेश, नौकरी में लाभ होगा. यात्रा मंगलकारी होगी. जोखिम न उठाएं. शत्रु शांत रहेंगे. लाभदायक समाचार मिलेंगे.
तुला राशि:- मान सम्मान में वृद्धि व्यापार में वृद्धि का योग है. उत्तम समय है, लाभ प्राप्त करने का. यात्रा से लाभ होगा. नये रोजगार से लाभ मिलेगा. आर्थिक लाभ होगा. पदोन्नति का योग है.
वृश्चिक:- पराक्रम से लाभ एवम मान प्रतिष्ठा में वृद्धि का योग है. व्यापार में लाभकारी सौदे होंगे. विद्यार्थी के सफलता का समय चल रहा है. धन ‍अर्जित करेंगे. यात्रा हो सकती है. स्थायी संपत्ति के मामलो से लाभ मिलने का योग है.
सावधानी: अति विश्वास करना नुकसानदेह हो सकता है
धनु राशि:- व्यापार निवेश में जोखिम उठाने से लाभ बढ़ेगा. नौकरी आदि में प्रमोशन मिल सकता है। विरोधी परास्त होंगे. कार्य में मित्रों की मदद से सफलता मिलने का योग है. शुभ कार्य एवम संतान लाभ का योग बन रहा है.
सावधनी: नये कार्य करने से बचे
मकर राशि:- देश विदेश की यात्रा का योग है. मान सम्मान में वृद्धि होने का योग है।शुभ कार्य होंगे. यात्रा से लाभ तथा व्यापार में निवेश से लाभ प्रापर होंगे. सरकारी नौकरी तथा साक्षात्कार में बुलावा आ सकता है. शुभ समय है. वाणी पर संयम आवश्यक है.
कुंभ राशि:- आर्थिक स्थिति सुद्रढ़ होगा. मनोबल बढ़ेगा. विरोधियो से कष्ट मिल सकता है. शुभ घटनाये घटित हो सकता है. प्रतिष्ठा में वृद्धि होगा. रोग एवम शत्रु से परास्त होंगे. अपनी गोपनीयता बरते
मीन राशि:- रुका हुआ कार्य सम्पन्न होगा. योजनाएं लाभ देंगी. बहुत दिनों से चिर प्रतीक्षित रुका हुआ धन वापस आएगा. निवेश लाभकारी रहेगा. भागदौड़ बनी रहेगी बाधाओं के साथ कार्यो में सफलता मिलेगी.

आज का दिन इस राशि के जातकों के लिए रहेगा मंगलमय, देखें अपना राशिफल

मेष:संतान का स्वास्थ्य आपको चिंता में डाले रखेगा। धार्मिक स्थल पर जाने का कार्यक्रम बना सकते हैं। व्यवसाय में कुछ बाधा है। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा।

वृषभ: पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है। खानपान का ध्यान रखने की जरूरत है। व्यवसाय के लिहास से दिन अच्छा है। रूके हुए काम पूरे होंगे। दिया हुआ कर्ज वापस आएगा। किसी पुराने मित्र से मुलाकात से लाभ पहुंचेगा।

मिथुन: जमीन-जायदाद से जुड़े कार्यों में बाधा आ सकती है। किसी बात को लेकर मानसिक तनाव रहेगा। संतान पक्ष को लेकर चिंता रह सकती है। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा। लव लाइफ को जी रहे लोगों के लिए भी दिन अच्छा रहने वाला है।

कर्क: समय और हालात को समझकर आगे बढने की जरूरत है। रिश्तों को लेकर सावधानी बरतें। घर में अच्छा वातावरण बनाने की कोशिश करनी होगी। व्यवसाय और नौकरीपेशा जातकों के लिए दिन अच्छा है।

सिंह: आपके लिए दिन अच्छा रहने वाला है। आर्थिक योजनाएं सफल होंगी। आर्थिक मुनाफा मिलने का भी योग है। नौकरीपेशा जातकों के लिए नए मौके और नई जिम्मेदारी मिल सकती है। स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा।

कन्या: विदेश से धन लाभ हो सकता है। परिवार या करीबी रिश्तेदार के साथ उग्र विवाद से दिन खराब हो सकता है। अग्नि या बिजली के मामले में लापरवाही बरतें और दूरी बनाए रखें। इनसे खिलवाड़ नहीं करें।

तुला: दिन मिलाजुला रहने वाला है। व्यवसाय के मामले में भाग्य का साथ मिलेगा। खासकर बिजनेस में लाभ की उम्मीद कर सकते हैं। रिश्तेदारों या पड़ोसी से विवाद से दिन के उतर्राध में परेशानी बढ़ सकती है।

वृश्चिक: शत्रु से सावधान रहने की जरूरत है। पारिवारिक वातावरण आनंद और उल्लास से भरा होगा। दफ्तर में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। आर्थिक लाभ के संकेत हैं। बीमारी से राहत मिलेगी।

धनु: व्यवसायिक क्षेत्र में कार्य की प्रशंसा होने से कार्य के प्रति उत्साह बढेगा। महिला मित्रों से विशेष लाभ मिलेगा। प्रणय प्रसंग से आनंद में वृद्धि होगी। दूर की यात्रा टालना बेहतर है।

मकर: ये दिन कुछ परेशानी लेकर आया है। सतर्कता बरतने की जरूरत है। किसी और की गलती से आपकी मुश्किल बढ़ सकती है। वाणी पर संयम रखें और वाद-विवाद से खुद को आज बचाने की कोशिश करें।

कुंभ: विवाह के इच्छुक जातकों के लिए दिन अच्छा है। कोई अच्छा रिश्ता आ सकता है। कार्यस्थल पर सहकर्मियों का साथ मिलेगा। किसी समस्य में दोस्त काम आ सकते हैं। जेब खर्च बढ़ेगा। इस पर काबू रखें।

मीन: परिवार के साथ समय बिताने का पर्याप्त समय मिलेगा। माता-पिता का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय के लिए दिन मध्यम है। कमाई धीमी होगी और कुछ परियोजनाओं में परेशानी आ सकती है। नई नौकरी तलाश रहे लोगों के लिए शुभ संकेत हैं।

यहाँ जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, देखें अपना राशिफल

मेष राशि

इस महीने आपको अपने परिवार से काफी मदद मिलेगी और चीजें भी सुचारू रूप से चलेंगी। इस महीने व्यक्ति के स्वास्थ्य में भी सुधार होगा। हालाँकि, आपकी सफलता आपकी यात्रा के परिणामस्वरूप आपकी अपेक्षा से कम होगी, एक मौका है कि यह बहुत महंगा हो सकता है।

वृषभ राशि

व्यावसायिक पात्रों के लिए अक्टूबर एक अच्छा महीना है क्योंकि वे सफल होंगे, और इसके परिणामस्वरूप सफलता के नए अवसर पैदा होंगे। कार्यक्षेत्र में आप खुद को सीमित महसूस कर सकते हैं। धोखा देने में आपको धन खर्च करना पड़ सकता है, इसलिए सावधानी से आगे बढ़ें। यदि आप अपनी भावनाओं को प्रबंधित करने में असमर्थ हैं तो आपका स्वास्थ्य खराब रहेगा।

मिथुन राशि

वृष राशि में जन्में, आपके आर्थिक रूप से संपन्न होने की संभावना है। इस माह स्वास्थ्य में भी बड़ा सुधार होगा। स्वस्थ जीवन आपको अपने समय का बेहतर प्रबंधन करने में मदद कर सकता है। अगर हम मिलकर योजना बनाएंगे तो हम क्षेत्र में और प्रगति करेंगे।

कर्क राशि

अपने प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने से आपके लिए अच्छी खबर आ सकती है! अध्ययन के इस क्षेत्र में प्रगति के अवसर प्रचुर मात्रा में हैं। यह महीना आर्थिक रूप से भी अधिक समृद्ध है, और एक महिला आपकी निवल संपत्ति को बढ़ाने में आपकी सहायता कर सकती है। इस महीने आपके स्वास्थ्य में नाटकीय रूप से सुधार होगा, और परिणामस्वरूप आप विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी कार्यों में संलग्न होने के लिए प्रेरित होंगे।

सिंह राशि

जब काम पर अहंकार के टकराव की बात आती है, तो उनसे बचना सबसे अच्छा है। हो सकता है कि आपके मासिक बिल भी बढ़ जाएं। हालाँकि अक्टूबर के अंत तक आपके लिए स्थिति में सुधार होगा।

कन्या राशि

दूसरी ओर, आपकी भावनात्मक उथल-पुथल काम करने के लिए आपका पीछा करेगी। यदि आप अपना पैसा वित्तीय समस्याओं की ओर लगाते हैं, तो पैसा कमाना आसान हो जाएगा। रातों-रात आपके स्वास्थ्य में नाटकीय परिवर्तन देखने को मिल सकता है। परिवार में कुछ ऐसा होता है जो मस्तिष्क में भावनात्मक प्रतिक्रिया उत्पन्न कर सकता है। जब आप यात्रा कर रहे हों तब भी आपके लिए कुछ भी गलत होने की संभावना हमेशा बनी रहती है।

तुला राशि

आर्थिक समस्याओं के कारण आप और आपके साथी के रिश्ते में और दूरियां आ सकती हैं। इस महीने आपको बिलों का भुगतान करना होगा और किसी पुराने रिश्तेदार की देखभाल की कीमत दोनों अधिक होगी।

वृश्चिक राशि

आपका प्रोजेक्ट जितना बेहतर होगा, आप उसमें उतना ही अधिक प्रयास करेंगे। बच्चा होने से पूरे परिवार में खुशियां आती हैं। पैसों की बात करें तो आपका ध्यान की कमी आपको परेशानी में डाल सकती है। यदि आप अच्छे स्वास्थ्य में हैं, तो आप किसी के साथ घनिष्ठता की भावना रख सकते हैं।

धनु राशि

इसका मतलब है कि आपकी प्रमुखता के कारण पारिवारिक मामलों में आपका बहुत प्रभाव पड़ेगा। आपका और आपके परिवार का स्वास्थ्य हमेशा पहले आना चाहिए। प्रेम संबंध कितने भी लंबे समय तक चले, आप अभी भी अपने भीतर एक गर्म और अस्पष्ट अनुभूति के साथ बचे हैं। कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए हालात खराब होने की संभावना है।

मकर राशि

कार्यक्षेत्र में तरक्की होगी और आपका मन संतुष्ट रहेगा। आर्थिक धन वृद्धि इस महीने भी संयोग से बढ़ जाती है। इस समयावधि के दौरान आपको कोई नया प्रोजेक्ट भी सौंपा जा सकता है। एक दूसरे के लिए आपका स्नेह उतना ही अधिक होता है जब समय आपके पक्ष में होता है और आप दोनों एक ही चीज की इच्छा रखते हैं।

कुंभ राशि:

प्रगति होगी, और परिणामस्वरूप कुंभ राशि को अधिक गंभीरता से लिया जाएगा। धन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अक्टूबर भी एक अच्छा महीना है, क्योंकि पूरे वर्ष धन बनाने के कई अवसर हैं। परिवार के खुशियों के द्वार खुलेंगे, और परिवार के सदस्यों के बीच का बंधन मजबूत होगा।

मीन राशि

इस महीने आर्थिक दृष्टि से आपके सामने आने की प्रबल संभावना है। आपको मॉल से टकराने में भी खुजली होगी। अपने प्रेम जीवन का आनंद लें, और आपके पिता के परिवार का कोई व्यक्ति आपकी मदद करने वाला है। अधिक प्रयास करके अपने परिवार में अधिक खुशी और सफलता लाने का प्रयास करें।

आज का दिन इन तीन राशियों के लिए हैं लाभदायक, देखें अपना राशिफल

राशिफल-
मेष-बचकर पार करें। स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान दें। परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। कोई रिस्‍क न लें। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम और व्‍यापार सही चलेगा। बजरंग बाण का पाठ करें।
वृषभ-जीवनसाथी के स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान दें। रोजी-रोजगार की तरक्‍की में नई चीजों की शुरुआत न करें। जैसा चल रहा है चलने दें। स्‍वास्‍थ्‍य प्रभावित दिख रहा है। प्रेम में दूरी है। व्‍यापार रुक-रुककर चलता रहेगा। लाल वस्‍तु का दान करें।

मिथुन-शत्रुओं पर भारी पड़ेंगे लेकिन स्‍वास्‍थ्‍य प्रभावित दिख रहा है। प्रेम करीब-करीब ठीक रहेगा। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से सही चल रहे हैं। लाल वस्‍तु का दान करें।

कर्क-मन अवसादग्रस्‍त हो सकता है। विद्यार्थियों के लिए थोड़ा सा उहापोह की स्थिति है। स्‍वास्‍थ्‍य प्रभावित दिख रहा है। प्रेम की स्थिति अच्‍छी नहीं है। व्‍यापार में थोड़ा मध्‍यम स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

सिंह-घरेलू सुख बाधित है। स्‍वास्‍थ्‍य प्रभावित दिख रहा है। खासकर सीने में तकलीफ हो सकती है। प्रेम की स्थिति ठीक-ठाक है। संतान पक्ष ठीक चल रहा है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से भी आप सही दिख रहे हैं। काली वस्‍तु का दान करें।

कन्‍या-व्‍यापार साथ देगा लेकिन नाक, कान, गले की परेशानी हो सकती है। स्‍वास्‍थ्‍य प्रभावित है। प्रेम की स्थिति ठीक-ठाक है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से सही चल रहे हैं। लाल वस्‍तु का दान करें।

तुला-वाणी पर नियंत्रण रखें। गले की परेशानी हो सकती है। ध्‍यान दें। सिरदर्द, नेत्रविकार से भी आपको थोड़ी दिक्‍कत दिख रही है। प्रेम की स्थिति बेहतर है। व्‍यापार आपका सही चलता रहेगा। लाल वस्‍तु का दान करें।

वृश्चिक-मध्‍यम समय है। थोड़ा बचकर पार करें। स्‍वास्‍थ्‍य प्रभावित हो सकता है। प्रेम और व्‍यापार सही चलता रहेगा। इसमें कोई दिक्‍कत नहीं है। शासन सत्‍ता पक्ष का सहयोग मिलेगा। सूर्यदेव को जल दें। लाल वस्‍तु को पास रखें।

धनु-खर्च से परेशान रहेंगे। नेत्र विकार की आशंका है। कर्ज की स्थिति आ सकती है। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम है। प्रेम की स्थिति ठीक-ठाक है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से सही चलते रहेंगे। थोड़ा रुक-रुककर आगे बढ़ेंगे। केसर का तिलक लगाएं, बजरंग बाण का पाठ करें।

मकर-रुका धन वापस मिलेगा। आय के नवीन स्रोत बनेंगे। भ्रामक समाचार की प्राप्ति होगी। संतान की सेहत पर ध्‍यान दें। प्रेम मध्‍यम, व्‍यापार करीब-करीब सही चलता रहेगा। लाल वस्‍तु का दान करें।

कुंभ-शासन-सत्‍ता पक्ष का सहयोग मिलेगा। उच्‍चाधिकारी प्रसन्‍न होंगे। सीने में विकार की आशंका है। स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान दें। प्रेम और व्‍यापार आपका सही चलता दिख रहा है। भगवान शिव की अराधना करें।

मीन-भाग्‍यवश कुछ काम बनेगा। यात्रा से बचें। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम मध्‍यम, व्‍यापारिक दृष्ट‍िकोण से सही चल रहे हैं। बजरंग बली की अराधना करते रहें।

आज पूरी होगी इस राशि के जातकों की सभी मुराद, देखें अपना राशिफल

मेष- इस राशि के जातकों के लिए कर्मक्षेत्र, कारोबार के लिहाज से दिन अच्छा है। वाणी पर संयम रखें और सूझबूझ से काम लें। किसी विवाद में उलझने की कोशिश नहीं करें।

वृषभ- कर्मक्षेत्र, कारोबार के लिए दिन अनुकूल है। संतान पक्ष को उन्नति मिलेगी। दिनमान अनुकूल प्रभाव देगा। स्वास्थ्य का ख्याल रखें।

मिथुन- नौकरीपेशा जातक को परिश्रम की अधिकता रहेगी। मानसिक तनाव रह सकता है।

कर्क- संतान पक्ष को प्रगति मिलेगी। आर्थिक प्रापंचिक सुखद रहेगा। भाग्य को शुभदता प्रदान प्रदान करेगा।

सिंह- पूर्वार्ध का समय अनुकूल है। उतर्राध के समय में महत्वपूर्ण निर्णय टाल देने चाहिए। दिनमान मध्यम है।

कन्या- पारिवारिक वातावरण हर्षवर्धकर रहेगा। धर्मकार्यों में अभिरूचि रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा।

तुला- स्थायी संपत्ति से लाभ प्राप्त होगा। राजकीय पक्ष यशप्रद रहेगा। भाग्य अच्छा रहने वाला है।

वृश्चिक- सेहत के लिए दिन अनुकूल है। सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी। प्रवास लाभप्रद रहेंगे। दिनमान अच्छा है।

धनु- प्रापंचिक खर्चों में वृद्धि होगी। प्रवास के योग हैं। मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। दिनमान मध्यम है।

मकर- भूमि निर्माण कार्यों में यश की प्राप्ति होगी। पारिवारिक सुख प्राप्त होगा। व्यापार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलेगा।

कुंभ- कर्मक्षेत्र, कारोबार में नये अनुबंध प्राप्त हो सकते हैं। नये प्रोजेक्ट के लिए दिन अच्छा है। परिवार का आनंद मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा।

मीन- नौकरीपेश जातक को अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। अभिष्ट कार्य सिद्धि का योग निर्माण होता है।