Saturday , November 23 2024

अध्यात्म

समस्याओं से लड़ना मत झेन फकीर कहते हैं समस्याओं के साथ वही व्यवहार करना जो बिल्ली ने चूहे के साथ किया

 

मैंने सुना है, ऐसा हुआ, जापान में एक बहुत बड़ा योद्धा था। और योद्धा प्रासंगिक है यहां। उसकी तलवार चलाने की कला का कोई मुकाबला न था। जापान में उसकी धाक थी। उसके नाम से लोग कांपते थे। बड़े-बड़े तलवार चलाने वाले उसके सामने क्षणों में धूल-धूसरित हो गए थे। उसके जीवन की एक कहानी है। वह कहानी झेन फकीर बड़ा उपयोग करते हैं, क्योंकि वह बड़ी विचारपूर्ण है, और तुम्हारे जीवन से जुड़ी है।

एक रात ऐसा हुआ कि योद्धा घर लौटा, अपनी तलवार उसने टांगी खूंटी पर, तभी उसने देखा कि एक चूहा उसके बिस्तर पर बैठा है। वह बहुत नाराज हो गया। योद्धा आदमी! उसने गुस्से में तलवार निकाल ली, क्योंकि गुस्से में वह और कुछ करना जानता ही न था। न केवल चूहा बैठा रहा तलवार को देखता, बल्कि चूहे ने इस ढंग से देखा कि योद्धा अपने आपे के बाहर हो गया। चूहा और यह हिम्मत? और चूहे ने ऐसे देखा कि जा जा, तलवार निकालने से क्या होता है? मैं कोई आदमी थोड़े ही हूं जो डर जाऊं? उसने क्रोध में उठा कर तलवार चला दी। चूहा छलांग लगा कर बच गया। बिस्तर कट गया। अब तो क्रोध की कोई सीमा न रही। अब तो अंधाधुंध चलाने लगा तलवार वह जहां चूहा दिखाई पड़े। और चूहा भी गजब का था। वह उचके और बचे। पसीना-पसीना हो गया योद्धा और तलवार टूट कर टुकड़े-टुकड़े हो गई। और चूहा फिर भी बैठा था। वह तो घबड़ा गया; समझ गया कि यह कोई चूहा साधारण नहीं है, कोई प्रेत, कोई भूत। क्योंकि मुझसे बड़े-बड़े योद्धा हार चुके हैं और एक चूहा नहीं हार रहा!

अब योद्धा एक बात है और चूहा बिलकुल दूसरी बात है। वह घबड़ा कर बाहर आ गया। उसने जाकर अपने मित्रों को पूछा कि क्या करूं? उन्होंने कहा, तुम भी पागल हो! चूहे से कोई तलवार से लड़ता है? अरे, एक बिल्ली ले जाओ, निबटा देगी। हर चीज की औषधि है। और जहां सूई से काम चलता हो वहां तलवार चलाओगे, मुश्किल में पड़ जाओगे। बिल्ली ले जाओ।

लेकिन योद्धा की परेशानी और चूहे की तेजस्विता की कथा गांव भर में फैल चुकी। बिल्लियों को भी पता चल गई। बिल्लियां भी डरीं। क्योंकि उनका भी आत्मविश्वास खो गया। इतना बड़ा योद्धा हार गया जिस चूहे से! पकड़-पकड़ कर बिल्लियों को लाया जाए। बिल्लियां बड़ा मुश्किल से; दरवाजे के बाहर ही अपने को खींचने लगें; बामुश्किल उनको भीतर करें कि वे भीतर चूहे को देख कर बाहर आ जाएं। एक-दो बिल्लियों ने झपटने की भी कोशिश की, लेकिन उन्होंने पाया कि चूहा झपट्टा उन पर मारता है। यह चूहा अजीब था, क्योंकि चूहा कभी बिल्ली पर झपट्टा नहीं मारता जब तक कि उसको एल एस डी न पिला दिया गया हो, या कोई शराब न पिला दी गई हो, जब तक वह होश के बाहर न हो जाए। और चूहा अगर बिल्ली पर झपटे तो बिल्ली का आत्मविश्वास खो जाता है।

तो सारी बिल्लियां इकट्ठी हो गईं। उन्होंने कहा, हमारी इज्जत का भी सवाल है। योद्धा तो एक तरफ रहा, हारे न हारे, हमें कुछ लेना-देना नहीं; ऐसे भी हमारा कोई मित्र न था; चूहे ने ठीक ही किया। मगर अब हमारी इज्जत दांव पर लगी है; अब हम क्या करें? अगर हम हार गए एक दफा और गांव के दूसरे चूहों को पता चल गया, तो यह सब प्रतिष्ठा तो प्रतिष्ठा की ही बात होती है। एक दफा पोल खुल जाए तो बहुत मुश्किल हो जाती है। अगर दूसरे चूहे भी हमला करने लगे तो हम तो गए, कहीं के न रहे। इस योद्धा ने तो डुबा दिया।

तो उन सब ने राजा के महल में एक मास्टर कैट थी–एक बिल्लियों की गुरु–उससे प्रार्थना की कि अब तुम्हीं कुछ करो। उसने कहा, तुम भी पागल हो। इसमें करने जैसा क्या है? मैं अभी आई। वह बिल्ली आई; वह भीतर गई; उसने चूहे को पकड़ा और बाहर ले आई। बिल्लियों ने पूछा कि तुमने किया क्या? उसने कहा, कुछ करने की जरूरत है? मैं बिल्ली हूं, वह चूहा है; बात खतम। इसमें तुमने करने का सोचा कि तुम मुश्किल में पड़ोगे। क्योंकि करने का मतलब हुआ कि डर समा गया। उसका स्वभाव चूहे का है और मेरा स्वभाव बिल्ली का है; बात खतम। हमारा काम पकड़ना है और उसका काम पकड़ा जाना है। यह तो स्वाभाविक है। इसमें कुछ लेना-देना नहीं है। इसमें कुछ करना नहीं है। न इसमें हम जीत रहे हैं, न इसमें वह हार रहा है। इसमें हार-जीत कहां? यह उसका स्वभाव है; यह हमारा स्वभाव है। दोनों का स्वभाव मेल खाता है; चूहा पकड़ा जाता है। तुमने स्वभाव के अतिरिक्त कुछ करने की कोशिश की। और चूहे से कहीं कोई लड़ कर जीता है? और बिल्ली जिस दिन लड़े, समझना कि हार गई। लड़ने की शुरुआत ही हार की शुरुआत है।

समस्याओं से लड़ना मत। झेन फकीर कहते हैं, समस्याओं के साथ वही व्यवहार करना जो बिल्ली ने चूहे के साथ किया। चेतना का स्वभाव पर्याप्त है, होश काफी है। होश के मुंह में समस्या वैसे ही चली आती है जैसे बिल्ली के मुंह में चूहा चला आता है; इसमें कुछ करना नहीं पड़ता।

लेकिन तुम योद्धा बन कर तलवार लेकर खड़े हो जाते हो। दो कौड़ी की समस्या है; सूई की भी जरूरत न थी, तुम तलवार से लड़ने लगते हो। हारोगे।

ओशो ❤❤
संकलन कर्ता
राम नरेश यादव
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दिव्य जीवन जागृति मिशन इटावा
(उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नंबर8218141639,8439492416

आज इस राशि के जातकों को कार्य में मिलेगी सफलता, देखें अपना राशिफल

मेष: कार्यस्थल पर सहयोगियों का भरपूर साथ मिलेगा। आपके काम के जज्बे का सम्मान होगा। कानूनी विवादों या झगड़ों से छुटकारा मिलेगा। शाम का समय अच्छा रहने वाला है। परिवार और मित्रों के साथ कहीं पर्यटन की योजना बन सकती है।

वृषभ: दिन अच्छा रहने वाला है और कार्यों में सफलता मिलेगी। दिन के उतर्राध का समय ज्यादा शुभ रहने वाला है। पुराने समय से रूके हुए पैसे वापस आ सकते हैं। व्यवसाय में कोई नहीं डील मिल सकती है।

मिथुन: समय से जूझना पड़ सकता है। काम की आपाधापी रहेगी। भागदौड़ बनी रहेगी। आर्थिक मोर्चों पर सफलता मिलने की उम्मीद है। पुराना प्यार लौट सकता है।

कर्क: धार्मिक कार्यों की ओर आपकी रूची बढ़ने वाली है। काम को लेकर कुछ दबाव रह सकता है। परिवार में कुछ बातों को लेकर कलह की आशंका है। इसलिए क्रोध और वाणी पर संयम बरतें। नौकरीपेशा जातकों को प्रोमोशन या वेतन में वृद्धि का समाचार मिल सकता है।

सिंह: व्यापार में जुटे जातकों के लिए दिन अच्छा है। पुराने निवेश से अच्छे मुनाफे की उम्मीद है। नई नौकरी तलाश रहे जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें।

कन्या: मेहनत और प्रयास करने की जरूरत है। सफलता के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। पुरुष जातक महिलाओं से विवाद से बचें। सेहत के लिहाज से दिन सामान्य है।

तुला: परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। शादी के इच्छुक जातकों को अच्छा समाचार मिल सकता है। कारोबार के लिए दिन अच्छा और मुनाफा भरा है।

वृश्चिक: आपको नकारात्मकता से दूर रहने की जरूरत है। कार्यस्थल पर किसी षडयंत्र से सतर्क रहने की जरूरत है। काम पर ध्यान दें और उन चर्चाओं से बचे जिसमें आपकी कोई कोई जरूरत या भूमिका नहीं हो। क्रोध पर काबू रखें। कार्यालय में अधिकारियों से मनमुटाव या बहस हो सकती है।

धनु: काम का दबाव आज आप पर बना रहेगा। दिन की शुरुआत भागदौड़ से होगी। कहीं अचानक यात्रा का भी योग बन सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। शुभ समाचार मिलने की संभावना है।

मकर: मान-सम्मान बढेगा और धनलाभ होने के भी योग हैं। आसानी से आपके काम पूरे होंगे और सफलता मिलेगी। मित्रों के साथ पर्यटन पर जाने का आयोजन भी हो सकता है।

कुंभ: आज आपको कुछ सतर्क रहने की जरूरत है। सोच-समझ कर फैसला लें। आपके भरोसेमंद लोगों से निराशा मिल सकती है। व्यापार में सावधानी बरतें। छात्र-छात्राओं के लिए दिन अच्छा है।

मीन: दिन शुभ रहने वाला है। उर्जा के साथ काम करने से सफलता मिलेगी। कार्यस्थल पर सहकर्मियों की सराहना मिलेगी। जीवनसाथी या पार्टनर के साथ किसी मुद्दे पर विवाद हो सकता है, इसका ध्यान रखें।

आज का दिन इस राशि के जातकों के लिए रहेगा धन लाभ से भरा, देखें अपना राशिफल

मेष राशि – मन में निराशा और असंतोष के भाव रहेंगे। परिवार में सुख शांति रहेगी, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। कुटुंब की किसी महिला से धन प्राप्ती के योग बन रहे हैं, भाइयों के साथ मनमुटाव हो सकता है। बातचीत में संयत रहें, वाणी में कठोरता के भाव रहेंगे । यात्रा लाभप्रद रहेगी।

वृष राशि – मानसिक शांति रहेगी, आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, लेकिन आत्म संयत रहें। अपनी भावनाओं को वश में रखें, माता से धन प्राप्ती के योग बन रहे हैं। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी, किसी मित्र के सहयोग से रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी, परंतु किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। खर्चों में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारियों का सहयोग मिलेगा, तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे।

मिथुन राशि – वाणी में कठोरता का प्रभाव बढ़ेगा, मन में निराशा के भाव उत्पन्न हो सकते हैं।  वस्त्रों व गहनों के प्रति रूझान रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें, किसी पुराने मित्र से भेंट हो सकती है। सुस्वाद खान-पान में रुचि बढ़ेगी, किसी पुराने मित्र से भेंट हो सकती है। परिवार के साथ यात्रा पर जाना हो सकता है।

कर्क राशि – आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, कुटुंब परिवार में धार्मिक कार्य होंगे। संतान सुख में वृद्धि होगी, क्रोध के अतिरेक से बचें। उच्च शिक्षा एवं शोध आदि कार्यों के लिए विदेश प्रवास की संभावना बन रही है। नौकरी में कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। स्थान परिवर्तन भी संभव है। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा, भाइयों से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं।

सिंह राशि – आत्मविश्वास में कमी आएगी, भवन सुख का विस्तार होगा, मात-पिता का सहयोग मिलेगा। वस्त्रों आदि के प्रति रूझान बढ़ेगा, संचित धन में कमी आ सकती है। पठन-पाठन में रुचि रहेगी। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे, संतान सुख में वृद्धि होगी। आय में कमी व खर्चों में वृद्धि की स्थिति हो सकती है। रहन-सहन कष्टकारी हो सकता है। शैक्षिक कार्यों में सफल रहेंगे, वस्त्रादि उपहार स्वरूप मिल सकते हैं।

कन्या राशि – शैक्षिक कार्य और मान-सम्मान में वृद्धि होगी। स्वभाव में चिड़चिड़ापन हो सकता है, परंतु आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कार्यों के प्रति जोश व उत्साह रहेगा। नौकरी व कार्यक्षेत्र में विस्तार हो सकता है।  कार्यक्रम में जा सकते हैं। मित्रों का सहयोग मिलेगा, माता को स्वास्थ्य विकार हो सकता है।

तुला राशि – आत्मसंयत रहें, धैर्यशीलता में कमी आएगी। मन में शांति व प्रसन्नता के भाव रहेंगे, लेकिन बातचीत में संयत रहें, क्रोध के अतिरेक से बचें। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम रहेंगे, शोध आदि कार्यों के लिए किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है।

वृश्चिक राशि – दिनचर्या अव्यवस्थित रहेगी, अपनी भावनाओं में वश में रखें, आत्म संयत रहें। संतान की ओर से सुखद समाचार मिल सकता है। शैक्षिक व बौद्धिक कार्यों से यश व मान-सम्मान में वृद्धि होगी। परिवार में शांति रहेगी, वाहन सुख में वृद्धि होगी।  भेंट हो सकती है, अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।

धनु राशि – मानसिक शांति तो रहेगी, फिर भी क्रोध के अतिरेक से बचें। धर-परिवार में धार्मिक कार्य होंगे, परिवार में सुख-शांति रहेगी। नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं, इच्छाविरुद्ध कुछ नए कार्यों की जिम्मेदारी मिल सकती है।। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन भी संभव है, खर्चों में वृद्धि होगी।

मकर राशि- संपत्ति से आय में वृद्धि होगी, माता से धन की प्राप्ती हो सकती है। कला व संगीत के प्रति रुझान बढ़ेगा। नौकरी में कार्यक्षेत्र में परिवर्तन की संभावना बन रही है, स्थान परिवर्तन भी संभव है। कार्यक्षेत्र में परिश्रम की अधिकता रहेगी, आय में वृद्धि होगी।

कुंभ राशि – माता का सांनिध्य व सहयोग मिलेगा, बातचीत में संयत रहें। वाणी में कठोरता के भाव रहेगा, संचित धन में कमी आ सकती है। प्रतियोगी परीक्षा व साक्षात्कार आदि कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। घर-परिवार में धार्मिक संगीत के कार्य होंगे। वाहन सुख में वृद्धि होगी।

मीन राशि – मानसिक शांति तो रहेगी लेकिन व्यवहार में चिड़चिड़ापन भी रहेगा। धैर्यशीलता में कमी आ सकती है, अपनी भावनाओं को वश में रखें। पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। आय में वृद्धि होगी, वस्त्रों आदि पर खर्च बढ़ सकते हैं। शैक्षिक कार्यों में व्यवधान आएंगे, संतान को स्वास्थ्य विकार रहेंगे।

यहाँ जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, देखें अपना राशिफल

मेष राशि :- आपके लिए आज का दिन बहुत अच्छा रहेगा। आज आपका मन मित्रों व स्नेहीजनों के साथ खान-पान, सैर-सपाटे एवं प्रेम सम्बंधों की वजह से प्रफुल्लित रहेगा। यात्रा-पर्यटन के योग हैं। आज मनोरंजन साधनों एवं वस्त्रालंकारों की खरीदी का योग है। तन व मन की तंदुरस्ती अच्छी है। मान-सम्मान मिल सकता है।

वृषभ राशि :- आज का दिन आपके लिए बहुत शुभ है। आपका पारिवारिक वातावरण आनंद व उल्लास से लबालब भरा रहेगा। तन में चेतना एवं स्फूर्ति का संचार होगा। प्रतिस्पर्द्धी एवं दोस्त के वेश में छिपे शत्रु अपने प्रयासों में असफल रहेंगे। दफ्तर में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। स्त्री मित्रों के साथ मेल-मिलाप व प्रणय प्रसंग से आनंद में वृद्धि होगी। आर्थिक लाभ के संकेत मिलेंगे एवं अधूरे कार्य पूर्ण होंगे। बीमारियों से पीड़ितों को राहत मिलेगी।

मिथुन राशि :- आपके लिए आज का मिला-जुला रहेगा। यदि आपको आज कार्यसिद्धि व सफलता न मिले, तो हताश होने से बचना होगा और क्रोध पर संयम रखना पड़ेगा। संतति से सम्बंधित विविध प्रश्नों के विषय में मन चिंताग्रस्त रहेगा। आज कोई यात्रा प्रवास करने से आपको बचना होगा। साथ ही स्वास्थ्य के प्रति सतर्क बरतें।

कर्क राशि :- आपके लिए आज का दिन ठीक नहीं रहेगा। आज आप शारीरिक एवं मानसिक रूप से भरपूर प्रतिकूलता का अनुभव करेंगे। घर में परिवारजनों के साथ अनिच्छनीय प्रसंग घटने की वजह से मन में अशांति होगी। समयानुसार भोजन न मिलने की संभावना है एवं शांतिपूर्ण निद्रा का अभाव रहेगा। जल एवं स्त्रियों से संभलिएगा। क्योंकि धन कि हानि एवं अपयश का योग है।

सिंह राशि :- आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। आपके ऊपर से आज चिंताओं के बादल हटने से आप मानसिक हल्कापन महसूस करेंगे। मन में उत्साह का संचार होगा, जिस वजह से दिनभर का समय आनंदपूर्वक बीतेगा। भाई-बंधुओं एवं स्नेहीजनों से मेलजोल बढ़ेगा। आज कोई महत्त्वपूर्ण योजना भी बना सकते हैं। कोई छोटे प्रवास का आयोजन भी हो सकता है।

कन्या राशि :- आपके लिए आज का दिन मिला-जुला रहेगा। आज आपको अपनी जिह्वा पर संयम न रखना होगा, क्योंकि लड़ाई-झगड़े की संभावना बन रही है। खर्च पर भी संयम रखना अति आवश्यक है। धन सम्बंधित लेन-देन में भी अत्यंत सावधानी की आवश्यकता है। शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट आ सकता है। परिवारजनों से मनमुटाव के प्रसंग बन सकते हैं। खान-पान में भी संयम बरतें।

तुला राशि :- आज का दिन आपके लिए बहुत शुभ है। आपका आज का दिन आनंद व उल्लास से भरा हुआ होगा व शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा होगा। आज किए गए हर कार्य में सफलता मिलेगी। घर का वातावरण प्रफुल्लित रहेगा। मायके से भी लाभ हो सकता है व अच्छे समाचार मिल सकते हैं। आर्थिक लाभ की संभावनाएं हैं। मित्रों और स्नेहीजनों के साथ आनंददायी प्रवास का योग है। उनसे मिली भेट व सौगात पाकर आप आनंदित होंगे।

वृश्चिक राशि :- आपके लिए आज का दिन कष्टपूर्ण रहने के आसार हैं। अनेक चिंताएं सताएंगी व शारीरिक स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहेगा। स्वजनों और स्नेहीजनों के साथ मतभेद खड़े होंगे, परिणामस्वरूप घर में विरोध का वातावरण उपस्थित होगा। आज के कार्य अधूरे रह सकते हैं। किसी कारणवश व्यय भी अधिक होगा। आज के किए गए परिश्रम के असंतोषकारक परिणाम होंगे, जिनसे मन में ग्लानि होगी।

धनु राशि :- आज का दिन आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा। आज अनेक रूप से लाभ होने के कारण आपके हर्षोल्लास में दुगुनी वृद्धि होगी। पत्नी एवं पुत्र की तरफ से लाभदायी समाचार मिलेंगे। मित्रों से हुई मुलाकात से आनंद मिलेगा। विवाहोत्सुकों को योग्य जीवनसाथी मिल सकता है। समयानुसार उत्तम भोजन सुख है। अविचारी निर्णय से गलतफहमियां खड़ी न हों, इसका ध्यान रखिएगा।

मकर राशि :- आपके लिए आज का दिन आर्थिक दृष्टि से बहुत शुभ है। आज आपकों व्यवसाय में लाभ होंने के संयोग हैं। आप पर उच्च अधिकारीगण की कृपादृष्टि होगी और आपके वर्चस्व में वृद्धि होगी। पदोन्नति की पूरी संभावना है। परिवार में आवश्यक विषयों पर चर्चा होगी। माता का आरोग्य अच्छा रहेगा। धन संपत्ति-मान सम्मान के अधिकारी बनेंगे। घर की साज-सज्जा में फेरबदल करेंगे। दिन के कार्यभार से कुछ थकान का अनुभव होगा, परंतु स्वास्थ्य अच्छा रहेगा एवं गृहस्थ जीवन आनंदपूर्ण बीतेगा।

कुंभ राशि :- आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। आपको आज अपनी वाणी पर संयम रखें। आज किसी नए कार्य का प्रारंभ न करें और क्रोध एवं आवेश में वृद्धि न आए इसका ध्यान रखें। परिवार एवं स्नेहियों के साथ उग्र विवाद के कारण दुख हो सकता है। संभवत: प्रवास न करें। हितशत्रुओं के प्रति सावधान रहें। हालांकि, मित्रों से भरपूर सहयोग मिलेगा।

मीन राशि :- आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। आज आप धार्मिक प्रवृत्तियों में व्यस्त रहेंगे एवं स्नेहीजनों के साथ किसी धार्मिक स्थल पर जाने का सुनहरा अवसर है। कर्मनिष्ठ होकर हाथ पर रखे काम को पूर्ण करने का प्रयास करेंगे। आपका व्यवहार आज न्यायानुकूल रहेगा। क्रोध पर संयम रखिएगा। व्यवसाय में बाधा की आशंका है। उच्चपदाधिकारियों की अप्रसन्नता के कारण दुखी होने की संभावना भी है। आरोग्य मध्यम रहेगा।

जय ओशो..🌞🌞

🌺 अकेलापन’ का सीधा सा अर्थ होता है- परिपूर्णता…

मनुष्य ने अभी तक अकेलेपन के सौंदर्यबोध को पहचानना नहीं सीखा है।

वह हमेशा किसी से संबंध बनाने के लिए तड़प रहा है, किसी के साथ होने के लिए; मित्र के साथ, पिता के साथ, पत्नी के साथ, पति के साथ, बच्चे के साथ… किसी न किसी के साथ।

उसने समाज बनाये हैं, क्लब बनाये हैं; लायंस क्लब, रोटरी क्लब। उसने पार्टियाँ बनायी हैं; राजनैतिक, आदर्शवादी। धर्म बनाये हैं; चर्च, मंदिर। लेकिन इन सबके पीछे मूल जरुरत यह है कि तुम किसी तरह यह भूलना चाहते हो कि तुम अकेले हो। इतनी सारी भीडों के साथ जुड़कर तुम कोई बात भुलाने का प्रयास कर रहे हो जो अंधेरे में तुम्हें एकाएक याद आ जाती है कि तुम अकेले पैदा हुए थे, तुम अकेले मरोगे, चाहे तुम कुछ भी करो, तुम अकेले जीते हो।

अकेलापन तुम्हारे अस्तित्त्व का इतना आवश्यक अंग है, कि उसे टालने का कोई उपाय नहीं है।

अकेलेपन; अलोननेस को टालने के लिये, किया गया हर प्रयत्न असफल हुआ है, और वह असफल होगा क्योंकि वह जीवन के मूलभूत नियमों के विपरीत है। जरुरत उस बात की नहीं है जिसमें तुम अपने अकेलेपन को भूल सको, जरुरत यह है कि तुम अपने अकेलेपन के प्रति- जो कि एक वास्तविकता है सजग हो सको।

और इसे महसूस करना, इसे अनुभव करना इतना सुन्दर है, क्योंकि यह भीड़ से, दूसरों से तुम्हारी मुक्ति है। यह एकाकी होने के भय से हमारा मुक्त होना है। ‘एकाकी’ शब्द मात्र तुम्हें तत्क्षण याद दिलाता है कि यह एक घाव की तरह हैः उसे भरने के लिये किसी चीज की जरुरत है। यह एक खाली जगह है, और यह चोट पहुंचाता है। इसमें कुछ भरा जाना जरुरी है।

”अकेलेपन”- इस शब्द में किसी खालीपन का, किसी घाव का बोध नहीं है जिसे भरा जाना है। अकेलापन’ का सीधा सा अर्थ होता है- परिपूर्णता। तुम सपूर्ण हो; तुम्हें पूर्ण करने के लिये किसी अन्य की जरुरत नहीं है।

तो अपने उस अंतरतम केंद्र को पाने की कोशिश करो, जहां तुम सदा अकेले हो, सदा से अकेले रहे हो। जीवन में, मृत्यु में, जहां-कहीं भी तुम हो तुम अकेले रहोगे। लेकिन यह इतना भरा-पूरा है, यह खाली नहीं है- यह इतना भरा-पूरा, इतना परिपूर्ण, इतना लबालब, जीवन के सभी रसों से, अस्तित्त्व के समस्त सौंदर्य से, स्व वरदानों से कि एक बार तुमने अपने अकेलेपन का स्वाद लिया कि हृदय के सारे दर्द विदा को जायेंगे। उसके बजाय असीम माधुर्य की, शांति की, उल्लास की, स्व-आनंद की एक नई लय होगी वहां।

इसका अर्थ यह नहीं है कि जो व्यक्ति अपने अकेलेपन में केन्द्रित है, अपने-आप में पूर्ण है, वह मित्र नहीं बना सकता। सच तो यह है, केवल वही मित्र बना सकता है। क्योंकि अब यह उसकी जरुरत नहीं है, अब यह एक बांटना है। उसके पास इतना अधिक है कि वह बांट सकता है।

– ओशो

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संकलन कर्ता
राम नरेश यादव
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दिव्य जीवन जागृति मिशन इटावा
उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर8218141639,8439492416

कार्यस्थल पर सहयोगियों का मिलेगा साथ आज ऐसा रहेगा 12 राशियों का दिन

मेष: कार्यस्थल पर सहयोगियों का भरपूर साथ मिलेगा। आपके काम के जज्बे का सम्मान होगा। कानूनी विवादों या झगड़ों से छुटकारा मिलेगा। शाम का समय अच्छा रहने वाला है। परिवार और मित्रों के साथ कहीं पर्यटन की योजना बन सकती है।

वृषभ: दिन अच्छा रहने वाला है और कार्यों में सफलता मिलेगी। दिन के उतर्राध का समय ज्यादा शुभ रहने वाला है। पुराने समय से रूके हुए पैसे वापस आ सकते हैं। व्यवसाय में कोई नहीं डील मिल सकती है।

मिथुन: समय से जूझना पड़ सकता है। काम की आपाधापी रहेगी। भागदौड़ बनी रहेगी। आर्थिक मोर्चों पर सफलता मिलने की उम्मीद है। पुराना प्यार लौट सकता है।

कर्क: धार्मिक कार्यों की ओर आपकी रूची बढ़ने वाली है। काम को लेकर कुछ दबाव रह सकता है। परिवार में कुछ बातों को लेकर कलह की आशंका है। इसलिए क्रोध और वाणी पर संयम बरतें। नौकरीपेशा जातकों को प्रोमोशन या वेतन में वृद्धि का समाचार मिल सकता है।

सिंह: व्यापार में जुटे जातकों के लिए दिन अच्छा है। पुराने निवेश से अच्छे मुनाफे की उम्मीद है। नई नौकरी तलाश रहे जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें।

कन्या: मेहनत और प्रयास करने की जरूरत है। सफलता के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। पुरुष जातक महिलाओं से विवाद से बचें। सेहत के लिहाज से दिन सामान्य है।

तुला: परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। शादी के इच्छुक जातकों को अच्छा समाचार मिल सकता है। कारोबार के लिए दिन अच्छा और मुनाफा भरा है।

वृश्चिक: आपको नकारात्मकता से दूर रहने की जरूरत है। कार्यस्थल पर किसी षडयंत्र से सतर्क रहने की जरूरत है। काम पर ध्यान दें और उन चर्चाओं से बचे जिसमें आपकी कोई कोई जरूरत या भूमिका नहीं हो। क्रोध पर काबू रखें। कार्यालय में अधिकारियों से मनमुटाव या बहस हो सकती है।

धनु: काम का दबाव आज आप पर बना रहेगा। दिन की शुरुआत भागदौड़ से होगी। कहीं अचानक यात्रा का भी योग बन सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। शुभ समाचार मिलने की संभावना है।

मकर: मान-सम्मान बढेगा और धनलाभ होने के भी योग हैं। आसानी से आपके काम पूरे होंगे और सफलता मिलेगी। मित्रों के साथ पर्यटन पर जाने का आयोजन भी हो सकता है।

कुंभ: आज आपको कुछ सतर्क रहने की जरूरत है। सोच-समझ कर फैसला लें। आपके भरोसेमंद लोगों से निराशा मिल सकती है। व्यापार में सावधानी बरतें। छात्र-छात्राओं के लिए दिन अच्छा है।

मीन: दिन शुभ रहने वाला है। उर्जा के साथ काम करने से सफलता मिलेगी। कार्यस्थल पर सहकर्मियों की सराहना मिलेगी। जीवनसाथी या पार्टनर के साथ किसी मुद्दे पर विवाद हो सकता है, इसका ध्यान रखें।

विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बीजेपी ने आज बुलाई राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक

यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बीजेपी के दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक चल रही है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं.

बैठक में संगठन महामंत्री बीएल संतोष, यूपी बीजेपी प्रभारी राधामोहन सिंह, रमन सिंह, वसुंधरा राजे सिंधिया, रघुवर दास, महासचिव एवं पंजाब उत्तराखंड के प्रभारी दुष्यंत गौतम, जम्मू-कश्मीर प्रभारी तरूण चुग, गोवा प्रभारी सीटी रवि मौजूद हैं.

बैठक में पीएम मोदी के जन्मदिवस पर 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक देशभर में जो सेवा एवं समर्पण अभियान चलाया गया था उस पर भी चर्चा होगी. इसके लिए सभी नेताओं को इस अभियान की उपलब्धियों से जुड़े रिपोर्ट कार्ड को लेकर आने को कहा गया है.

कोरोना के टीके के 100 करोड़ वें डोज को लेकर प्रोग्राम के अलावा आगामी पांच राज्यों की चुनावी रणनीति पर भी चर्चा होगी. इस बात की भी संभावना है कि बैठक के अंत में प्रधानमंत्री का संबोधन हो. हालांकि पीएमओ ने अबतक इस बात की पुष्टि नहीं की है.

मेरा टेसू यहींअड़ा खाने को मांगे दही बड़ा!

‘मेरा टेसू यहींअड़ा खाने को मांगे दही बड़ा!

सुबोध पाठक

( पंचांग ) में  दर्ज हर तारीख़ किसी त्यौहार , किसी परम्परा या किसी विशेष दिन का इशारा करती है। इसीलिए हमारा देश त्योहारों का देश कहा जाता है। क्षेत्र बार त्योहार और परंपराएं भी हमारे देश की संस्कृति को जीवंत रखती है।  ब्रज क्षेत्र में मनाया जाने वाला “टेसू – झेंझी” का विवाह  भी एक त्योहार और परम्परा से कम नही है। यह परंपरा हर वर्ष बच्चों द्वारा शरद नवरात्रि की नवमी से लेकर शरद पूर्णमासी तक निभाई जाती है।

इस दौरान बच्चे घर – घर जाकर चंदा(भीख) इकट्ठा करते हैं और पूर्णिमा की रात टेसू – झेंझी का विवाह किया जाता है। कई जगह इस परंपरा को आज भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग इसके शादी के कार्ड छपवाते हैं , बैंड, बाजों और आतिशबाजी और बाकायदा  डांस के साथ टेसू की बारात निकलती है। द्वारचार से लेकर झेंझी की पैर पूजाई और कन्यादान तक की रश्में होती है।

सर्वाधिक दुख की बात तो यह है कि इस विवाह को पूरा नहीं किया जाता , पूरे सात फेरे पड़ने से पहले ही टेसू का सिर धड़ से काटकर अलग कर दिया जाता है और झेंझी को फोड़ देते हैं और रातों रात नदी तालाब में दोनों ही सिरा दिए जाते।

इटावा जनपद  ब्रज क्षेत्र में समाहित है। इसलिए इस  परंपरा को बखूबी निभाया जाता। एक तरफ रामलीलाओं की धूम होती ,तो दूसरी तरफ घरों की चौखट पर अंधेरा होते ही टेसू झेंझी लिए  किशोर और किशोरियां झुंड के साथ पहुंचते और लोकगीत व गाने गुंजाते है-

‘मेरा टेसू यहीं अड़ा, खाने को मांगे, दही बड़ा’

 

मेरी झेंझी को रचो है व्याह,  ब्याह को दहेज देव’

टेसू अटर करें , टेसू बटर करें, टेसू लेई के टरे’

 

बच्चों की टोलियाँ के हाथ में एक सजा – धजा मिट्टी का  तीन टांग का दूल्हा होता , जिसे टेसू कहते।  तीन लकड़ियों के ढांचे पर धड़ रखा होता। उस पर एक टिमटिमाता दीपक जलता। जबकि झेंझी एक मिट्टी की मटकी होती, जिसमे चारों ओर ऊपर से नीचे तक छेद होते। मटकी के अंदर दीपक जलता रहता,छेदों से दीपक की किरणें झेंझी की खूबसूरती को बयान करती है।

चंदा माँगने आने वाले किशोर किशोरियों से चंदा देने के बदल ख़ूब सारे टेसू, झेंझी के पारंपरिक गीत सुनने की फरमाइश होती।

 

*बताया जाता है कि टेसू-झेंझी विवाह की  परंपरा महाभारत काल से शुरू हुयी और इसे मनाने के पीछे की कहानी भी उसी वक़्त की है ।इटावा जिले  में एक तहसील है, चकरनगर। इस तहसील का वास्ता महाभारत काल से जोड़ा जाता है। तब चकरनगर , चक्रनगरी कहलाता था। पांडवों ने तब अपना अज्ञातवास यहाँ ही बिताया था । भीम ने इसी चक्रंनगरी में हिडिम्बा राक्षसी से विवाह किया । बाद में उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई। जिसका नाम घटोत्कच था। कुछ सालों बाद घटोत्कच के ही पुत्र बर्बरीक ( टेसू ) को एक ब्राह्मण कन्या से प्रेम हो गया । वह उससे विवाह करना चाहता था। परंतु कन्या के पिता को ये स्वीकार्य नही था । कन्या ब्राह्मण थी, बर्बरीक क्षत्रीय। इसलिए पिता ने कई प्रपंच रचे और विवाह टालना चाहा। इनमें से एक ये भी था कि पिता ने बर्बरीक और झेंझी का विवाह ये कहकर 16 दिन के लिए टाल दिया कि उनकी पुत्री अभी 16 दिन साँझी खेलेगी। इसलिए ब्रज और उसके आसपास रामनवमी से पहले पित्र पक्ष के दौरान गोबर की तरैया ( साँझी ) लगाने की परंपरा किशोरियां सम्पन्न करती हैं।*

*जब बर्बरीक 16 दिन बाद वापस आया तो पिता ने फिर टाल दिया,किंतु जब पूर्णमासी के दिन वो विवाह ना टाल पाए तो उन्होंने बर्बरीक से युद्ध किया।बर्बरीक युद्ध में पराजित हुआ और उसने झेंझी से दुबारा आने का वायदा करके यमुना में छलांग लगा दी। इधर पुत्री के अर्द्ध विवाह को ना मानकर झेंझी को भी मार दिया गयाऔर इस तरह इस प्रेमकहानी का दुःखद अंत हुआ और बाद में बर्बरीक का बध छल से भगवान कृष्ण ने सुदर्शन चक्र सेमहाभारत दौरान किया।*

 

हालाँकि बाद में इस विवाह को एक परंपरा के रूप में मनाया जाने लगा।  इसी अधूरे विवाह के साथ हिंदुओं की सबसे बड़ी रस्म की शुरुआत हुई।  ये माना गया कि पूर्णमासी को टेसू – झेंझी के विवाह के बाद ही सहालग ( विवाह का उपयुक्त समय ) शुरू होता है। कई जगह ये मान्यता  है कि जिनका विवाह न हो रहा हो तो उन्हें टेसू – झेंझी का विवाह कराना चाहिए। ऐसा करने से विवाह में व्यवधान नहीं आता।

 

टेसू – झेंझी के विवाह की ये रिवाज ग्राम्य जीवन  के रिवाजों में लिपटा किशोर किशोरियों का खेल भर है।लेकिन न जाने कितनी परम्पराएं हमने अपने शहरी तौर तरीकों के कारण पीछे छोड़ दीं हैं। वरना ये ताज्जुब ही है कि आजकल ही नहीं, बल्कि20-25 साल पहले भी टेसू झेंझी का विवाह कस्बों  के उन मोहल्लों में ही किया जाता था, जहाँ ग्रामीण परिवेश था , जहाँ घरों के आँगन मिट्टी के थे ,रोटी चूल्हे की आंच पर पकती थी और जीवन खेतों खलिहानों से चलता था।

इस परंपरा का निर्वाहन  अब छोटे और गरीब परिवार के बच्चों के कंधों पर ही शेष है।धनिक और बड़े पैसे वालों के बच्चे इस परंपरा को निभाना शान के खिलाफ मानते । इस वजह ये परंपरा सिर्फ ग्रामीण परिवेश तक ही सीमित रह गयी। उन्होंने अपने प्रयासों से इस प्राचीन परंपरा को आज तक सहेजा हुआ है।

‘मेरा टेसू यहीं अड़ा खाने को मांगे दही बड़ा

शरद पूर्णिमा पर टेसू झेंझी विवाह के साथ शुरु हो जायेगा सहालग

ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी निभाई जा रही त्यौहार की परम्परायें

।भारतीय कैलेंडर ( पंचांग ) में दर्ज हर तारीख़ किसी त्यौहार , किसी परम्परा या किसी विशेष दिन का इशारा करती है। इसीलिए हमारा देश त्योहारों का देश कहा जाता है। क्षेत्र बार त्योहार और परंपराएं भी हमारे देश की संस्कृति को जीवंत रखती है।  ब्रज क्षेत्र में मनाया जाने वाला “टेसू – झेंझी” का विवाह  भी एक त्योहार और परम्परा से कम नही है। यह परंपरा हर वर्ष बच्चों द्वारा शरद नवरात्रि की नवमी से लेकर शरद पूर्णमासी तक निभाई जाती है।

इस दौरान बच्चे घर – घर अपने टेसू व झेंझी लेकर जाते है अौर पारम्परिक गीत सुनाते है इस दौरान लोग बच्चों को रुपये व पुरुष्कार भी देते है । इन्ही रुपयों को बच्चे जोड़ते है अौर  शरद पूर्णिमा की रात टेसू – झेंझी का विवाह धूमधाम से करते है। कई जगह इस परंपरा को आज भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग इसके शादी के कार्ड छपवाते हैं , बैंड, बाजों और आतिशबाजी और बाकायदा  डांस के साथ टेसू की बारात निकलती है। द्वारचार से लेकर झेंझी की पैर पूजाई और कन्यादान तक की रश्में होती है।

सर्वाधिक दुख की बात तो यह है कि इस विवाह को पूरा नहीं किया जाता , पूरे सात फेरे पड़ने से पहले ही टेसू का सिर धड़ से काटकर अलग कर दिया जाता है और झेंझी को फोड़ देते हैं और रातों रात नदी तालाब में दोनों ही सिरा दिए जाते।

गॉवों में आज भी निभायी जा रही परम्परा

आज भी गॉव त्यौहारों की परम्परा को जीवित रखे हुये है। जब कि शहरों में सिर्फ रस्म अदायगी की जाती है। इटावा ब्रज क्षेत्र का हिस्सा है। इसलिए टेसू व झेंझी के विवाह को कई क्षेत्रों में बखूबी निभाया जाता। एक तरफ रामलीलाओं की धूम होती है तो दूसरी तरफ घरों की चौखट पर अंधेरा होते ही टेसू झेंझी लिए  किशोर और किशोरियां झुंड के साथ पहुंचते और लोकगीत व गाने गुंजाते है-

ये गीत है काफी प्रचलित

मेरा टेसू यहीं अड़ा, खाने को मांगे, दही बड़ा

मेरी झेंझी को रचो है व्याह,  ब्याह को दहेज देव

टेसू अटर करें , टेसू बटर करें, टेसू लेई के टरे’

मिटटी के होते है टेसू व झेंझी

टेसू व झेंझी मिटटी से बने होते है जिन्हें सजाया व संवारा जाता है बच्चों की टोलियाँ के हाथ में एक सजा – धजा मिट्टी का  तीन टांग का दूल्हा होता जिसे टेसू कहते।  तीन लकड़ियों के ढांचे पर धड़ रखा होता। उस पर एक टिमटिमाता दीपक जलता। जबकि झेंझी एक मिट्टी की मटकी होती, जिसमे चारों ओर ऊपर से नीचे तक छेद होते। मटकी के अंदर दीपक जलता रहता,छेदों से दीपक की किरणें झेंझी की खूबसूरती को बयान करती है। टेसू लेकर आने वाले किशोर किशोरियों से चंदा देने के बदल ख़ूब सारे टेसू, झेंझी के पारंपरिक गीत सुनने की फरमाइश भी होती है।

महाभारत काल से है यह परम्परा।

टेसू-झेंझी विवाह की  परंपरा महाभारत काल से चली आ रही है। इसे मनाने के पीछे की कहानी भी उसी समय की है ।इटावा जिले के   चकरनगर का वास्ता महाभारत काल से जोड़ा जाता है। तब चकरनगर , चक्रनगरी कहलाता था। पांडवों ने अपना अज्ञातवास यहाँ ही बिताया था भीम ने इसी चक्रंनगरी में हिडिम्बा राक्षसी से विवाह किया । बाद में उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई। जिसका नाम घटोत्कच था। कुछ सालों बाद घटोत्कच के ही पुत्र बर्बरीक ( टेसू ) को एक ब्राह्मण कन्या से प्रेम हो गया  वह उससे विवाह करना चाहता था। परंतु कन्या के पिता को ये स्वीकार्य नही था । कन्या ब्राह्मण थी, बर्बरीक क्षत्रीय। इसलिए पिता ने कई प्रपंच रचे और विवाह टालना चाहा। इनमें से एक ये भी था कि पिता ने बर्बरीक और झेंझी का विवाह ये कहकर 16 दिन के लिए टाल दिया कि उनकी पुत्री अभी 16 दिन साँझी खेलेगी। इसलिए ब्रज और उसके आसपास रामनवमी से पहले पित्र पक्ष के दौरान गोबर की तरैया ( साँझी ) लगाने की परंपरा किशोरियां सम्पन्न करती हैं।

जब बर्बरीक 16 दिन बाद वापस आया तो पिता ने फिर टाल दिया ,किंतु जब पूर्णमासी के दिन वो विवाह ना टाल पाए तो उन्होंने बर्बरीक से युद्ध किया । बर्बरीक युद्ध में पराजित हुआ और उसने झेंझी से दुबारा आने का वायदा करके यमुना में छलांग लगा दी। इधर पुत्री के अर्द्ध विवाह को ना मानकर झेंझी को भी मार दिया गयाऔर इस तरह इस प्रेम कहानी का दुःखद अंत हुआ और बाद में बर्बरीक का बध छल से भगवान कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से महाभारत के  दौरान किया।

आज का दिन इस राशि के व्यापारियों के लिए लाया हैं धन लाभ, देखें अपना राशिफल

मेष: आज दिन आपके लिए अनुकूल रहेगा। परिस्थितियां आपके हित में नजर आ रही हैं। अवसरों का लाभ उठाएं। बड़े भाई से किसी प्रकार का सहयोग प्राप्त हो सकता है। व्यापारियों को लाभ होगा।

वृषभ: आज ऑफिस में बॉस आपके कार्य की तारीफ कर सकता है। पिताजी के साथ अच्छे रिश्ते अच्छे बनेंगे। कार्यक्षेत्र में प्रतिद्वंद्वियों से टफ कंपटीशन मिलेगा। लेकिन आप उन्हें मात देने में सफल होंगे।

मिथुन: आज भाग्य का साथ मिलेगा। ऐसे में आपको आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त हो सकता है। धार्मिक कार्यों में बढ़चढ़कर हिस्सा ले सकते हैं। किसी विद्वान लोगों से आज आपको ज्ञान प्राप्त हो सकता है।

कर्क: आज वाहन सावधानी से चलाएं अन्यथा चोट लगने की संभावना है। आज आपको अप्रत्याशित रूप से परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। गूढ़ विद्या की तरफ मन आकर्षित होगा। ऐसे कार्यों से बचें जिससे आपका मान-सम्मान घटे।

सिंह: जीवनसाथी संग कोई जरूरी कार्य कर सकते हैं। कारोबार में फायदा होगा। पार्टनरशिप में कार्य कर रहे जातकों को अभी अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आपके व्यक्तित्व में निखार होगा।

कन्या: आज थोड़ा आलसपन महसूस होगा। शत्रुओं से सावधान रहें। वे आज आपको कोई नुकसान पहुंचा सकते हैं। अपनी सेहत का भी ध्यान रखें। संक्रमण कालीन समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

तुला: विद्यार्थियों के लिए दिन सामान्य रहेगा। मन में पढ़ाई को लेकर चिंता का भाव रह सकता है। प्रेम जीवन में साथी आज आपसे किसी बात को लेकर नाराज हो सकता है।

वृश्चिक: आज दिन शुभ है। कोई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न कर सकते हैं। आज आपकी खुशियां बढ़ेंगी। चल-अचल संपत्ति में बढोतरी हो सकती है। माता जी की सेहत अच्छी रहेगी। उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।

धनु: आज का आपको अपने क्रोध को शांत रखना होगा। पूरे दिन आप ऊर्जावान रहेंगे। अपने कार्य को लेकर मन में उत्साह का भाव रहेगा। घर में छोटे भाई-बहनों से किसी प्रकार का मतभेत हो सकता है। सोशल मीडिया में अधिक समय बिताएंगे।

मकर: आज आपके पास धन आएगा, लेकिन वह धन आपके पास ज्यादा देर तक नहीं रुकेगा। आर्थिक स्थिति के लिए दिन बढ़िया है। यदि किसी को धन उधार दिया है तो वह आपको वापस मिल सकता है। आप अपनी बातों से दूसरे लोगों को प्रभावित करेंगे।

कुंभ: आपका मन एकाग्र रहेगा। अपनी संवाद कला और तार्किक शक्ति से आप लोगों को प्रभावित करने में कामयाब होंगे। वैवाहिक जीवन में परिस्थितियां आपके अनुकूल होंगी। व्यापार में लाभ के योग बनेंगे।

मीन: आज आपको सावधानी से काम करना होगा। आर्थिक नुकसान होने की संभावना बन रही है। ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे आपको निजी जीवन में शर्मिंदगी उठानी पड़े। लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है।