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खेल

कांस्य पदक जीतने वाले निशानेबाज सिंहराज अडाना की तारीफ में PM मोदी ने कह दी ये बड़ी बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तोक्यो पैरालंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले निशानेबाज सिंहराज अडाना की प्रशंसा करते हुए मंगलवार को कहा कि उन्होंने कड़ी मेहनत के दम पर काफी सफलताएं हासिल की।

इससे पहले वीमंस 10 मीटर एयर राइफल SH1 इवेंट में अवनि लेखारा ने गोल्‍ड मेडल जीता था. हालांकि 10 मीटर एयर पिस्‍टल SH1 इवेंट के क्‍वालिफिकेशन में शीर्ष पर रहने के बाद भी भारत के निशानेबााज मनीष नरवाल फाइनल के शुरुआती स्‍टेज में ही बाहर हो गए.

सिंहराज अधाना के ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें बधाई दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, “सिंहराज अधाना का असाधारण प्रदर्शन! भारत के प्रतिभाशाली निशानेबाज ने कांस्य पदक जीता. उन्होंने जबरदस्त मेहनत की है और तमाम सफलताएं हासिल की हैं. उन्हें आगे के प्रयासों के लिए बधाईऔर शुभकामनाएं.”

पोलियो से ग्रस्त होने वाले और पहली बार पैरालंपिक में भाग ले रहे 39 वर्षीय सिंहराज ने कुल 216.8 अंक बनाकर पी1 पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता जो इन खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में भारत का दूसरा पदक है।

इटावा के लाल अजीत सिंह को टोक्यो में जेवलिन थ्रो इवेंट में नही मिला कोई पदक

इटावा-दोस्त की जान बचाते हुए गवाया एक हा जाबांज़ एथलीट डॉक्टर अजीत सिंह का 2017 ट्रेन हादसे से लेकर टोक्यो पैरालम्पिक तक का सफर बेहद ही प्रेरणादायक रहा है 2019 में बीजिंग एवं दुबई में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता में गोल्ड एवं ब्रॉन्ज मैडल जीत चुके इटावा के लाल अजीत सिंहको हालांकि आज टोक्यो में जेवलिन थ्रो इवेंट में नही मिला कोई पद

लेकिन बहिनो एवं दादा को उम्मीद अगले पैरालम्पिक एवं विश्व चैंपियनशिप में जीतेंगे गोल्ड, पैरालम्पिक का आदर्श वाक्य *स्प्रिट इन मोशन* पर खरे उतरते हुए अजीत ने अपने दोस्त की जान बचाते हुए दोस्ती में तो गोल्ड मैडल दिसंबर 2017 में ही जीत लिया था जब एक हादसे में अपनी जान की परवाह न करते हुए ट्रेन से अपने दोस्त की जान बचाते हुए खुद अपना हाथ गवा दिया था और उस हादसे के मात्र 4 माह बाद सीनियर पैरा नेशनल चेम्पियनशिप में पहला स्थान प्राप्त कर बीजिंग पैरा वर्ल्ड एथलीट प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला और पहली ही बार में सबसे दूर भाला फेंक गोल्ड मैडल जीत सबको चौका दिया था अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति की बदौलत ही अजीत सिर्फ खेलो में ही नही पढ़ाई में भी कीर्तिमान हासिल कर चुके है,

ग्वालियर के लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिज़िकल एजुकेशन से फिज़िकल एजुकेशन में पी एच डी कर भरथना के नगला विधि निवासी किसान का बेटा आज एथलीट डॉक्टर अजीत सिंह यादव के नाम से जाने जाते है,

आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति और मजबूत इरादों के लिए इटावा की जनता की तरफ से इटावा के लाल को ढेरो बधाई

पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया को नीरज चोपड़ा ने दी बधाई कहा ये…

टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने सोमवार को टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक जीतने वाले पैरा एथलीट भाला फेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया की सराहना की। उन्होंने कहा, आप हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।

नीरज चोपड़ा ने ट्वीट किया, देवेंद्र भाई साहब: आप हम सभी के लिए प्रेरणा हैं, आपके तीसरे पैरालिंपिक पदक के लिए बधाई! सुंदर भाई को भी कांस्य पदक जीतने के लिए बहुत-बहुत बधाई।

पैरा-एथलीटों में झझरिया ने 64.35 के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक जीता। पैरालंपिक खेलों में यह उनका तीसरा पदक भी था। इस बीच सुंदर ने 62.58 के सीजन के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता। सुंदर फाइनल में भारतीय तिकड़ी में पहले स्थान पर रहे थी क्योंकि उन्होंने 62.58 के सीजन-सर्वश्रेष्ठ के साथ शुरुआत की।

असम में बाढ़ की स्थिति से मचा हाहाकार, 14 जिलों में 2.60 लाख लोग हुए प्रभावित

असम में सोमवार को बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई, जिससे 14 जिलों में 2.60 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।  लखीमपुर में सबसे अधिक 1.05 लाख से अधिक लोग प्रभावित है, इसके बाद माजुली में 57,200 से अधिक लोग और धेमाजी में लगभग 35,500 लोग प्रभावित हैं।

एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में, 732 गांव जलमग्न हैं और पूरे असम में 24,704.86 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हो गई है।
कई किसानों के फसल बर्बाद हो गए।

राहत बचाव का कार्य जारी है। स्थानीय निवासी कमला कहती हैं कि लगभग तीन दिन पहले बाढ़ का पानी मेरे घर में घुस गया था। मेरे बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।

भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है। मैं इस स्थिति में कैसे रहूंगी। वहीं एक और स्थानीय निवासी अली कहते हैं कि बाढ़ की चपेट में 200 से अधिक घर डूब गए हैं। अभी तक कोई हमारी मदद के लिए नहीं आया है।

टोक्यो पैरालिंपिक: भाला फेंक में भारत को मिली बड़ी कामयाबी, इन खिलाडियों ने मेडल जीतकर बढ़ाया देश का मान

भारत के देवेंद्र झांझरिया सुंदर सिंह गुर्जर ने यहां चल रहे टोक्यो पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए भाला फेंक एफ-46 वर्ग में क्रमश: रजत कांस्य पदक अपने नाम किया।

देवेंद्र सुंदर के पदक जीतने के साथ ही भारत ने इस पैरालंपिक में अब तक सात पदक जीत लिए हैं।दो बार पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता देवेन्द्र ने 64.35 मीटर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।

पैरालिंपिक खिलाड़ी सुंदर गुर्जर ने जापान के टोक्यो में 64.01 मीटर जेवलिन थ्रो कर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. सुंदर ने साल 2016 के रियो ओलिंपिक के लिए भी क्वालिफाई किया था हालांकि वह सही टाइम पर अपने कमरे में रिपोर्ट नहीं कर पाए इस वजह से वह डिसक्वालिफाई हो गए थे.

देवेन्द्र का यह स्कोर उनका निजी बेस्ट स्कोर रहा। श्रीलंका के हेरात मुदी यान सैलाजे ने विश्व रिकार्ड बनाते हुए 67.79 का थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता।

Tokyo Paralympics में भारत की बेटी ने रचा इतिहास, गोल्ड जीतने वाली देश की पहली महिला एथलीट बनी अवनि

टोक्यो पैरालिंपक (Tokyo Paralympics) में गोल्ड मेडल जीतकर भारत की अवनि लखेरा ने इतिहास रचा है। भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने गोल्ड जीतने पर उन्हें बधाई दी। बीजिंग ओलंपिक में भारत को पहला गोल्ड दिलाने वाले अभिवन बिंद्रा ने भी उन्हें बधाई दी। पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली अवनि भारत की पहली महिला एथलीट बन गई हैं। अवनि ने 249.6 अंकों के साथ विश्व रिकॉर्ड की बराबरी भी की।

इनमें 4 मेडल भारत ने सोमवार को सिर्फ 2 घंटे के अंतराल में खेले तीन खेलों में हासिल किए हैं.भारत ने महिलाओं की निशानेबाजी में गोल्डन जीत दर्ज की. पुरुषों के डिस्कस थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीता तो जैवलिन थ्रो में चांदी के साथ साथ कांसा भी अपने नाम किया. यानी मेडल का वो हर रंग जो आप देखना चाहते हैं, वो भारत की झोली में नजर आया. अब ऐसी कामयाबी पर तो हिंदुस्तान झूमेगा ही. जश्न मनाएगा ही. और ऐसा हो भी रहा है.

भारत की महिला निशानेबाज अवनि लेखरा (Avani Lekhara) ने, जिन्होंने 10 मीटर एयर स्टैंडिंग में पैरालिंपिक्स रिकॉर्ड बनाते हुए देश के लिए सुनहरी जीत दर्ज की. अवनि लेखारा ने फाइनल में 249.6 पॉइंट हासिल किए, जो कि पैरालिंपिक्स खेलों के इतिहास का नया रिकॉर्ड है.

इटावा महेवा मॉडल पार्क मे बालिकाओं की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ

तरूण तिवारी बकेवर इटावा।
राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर ब्लॉक क्षेत्र महेवा की मुख्यालय ग्राम पँचायत महेवा के मॉडल पार्कस्थित खेल मैदान में” मिशन शक्ति “के तहत बालिकाओं की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआजिसमें बालिकाओं ने बढ़चढ़कर भाग लिया

।कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान महेवा कुमुद सिंह ने की व मुख्य अतिथि के रूप में जिला सयोंजक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मीनाक्षी चौहान मौजूद रहीं ।कार्यक्रम के सयोंजक व क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी महेवा राहुल उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत किया व विजेता बालिकाओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया ।
वहीँ गोला फेक प्रतियोगिता में विनायकपुर की पूनम राजावत प्रथम व नगला बशान सिंह की नेहा राजावत ने दूसरा स्थान प्राप्त किया ।वहीँ खो -खो प्रतियोगिता में महेवा की टीम प्रथम व मेहन्दीपुर की टीम द्वितीय स्थान पर रही ।
वहीँ खेलों में दीपा ,गौरी ,रोशनी ,ज्योति ,अंजली , सहित करीब दो दर्जन छात्राओं ने प्रतिभाग किया ।वहीँ इस अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष युवक समिति राजू दुबे ,क्रीड़ा श्री मनोज गुप्ता ,राणा प्रताप सिंह चौहान ,सुनील राठौर आदि मौजूद रहे ।फोटो

इटावा बकेवर मिशन शक्ति के तहत बालिकाओं की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन

तरूण तिबारी बकेवर इटावा।
ब्लॉक क्षेत्र चकरनगर के ग्राम राजपुर में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर युवा कल्याण एवम प्रांतीय रक्षक दल विभाग के सयोंजन में मिशन शक्तिके तहत बालिकाओं की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोज किया गया जिसमें महिला मंगल दल पदाधिकारियों सहित क्षेत्र की बालिकाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया ।
इस अवसर पर क्षेत्रीय युवा कल्याण एवम प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी राहुल उपाध्याय ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मानसिक व शारीरिक विकास के लिये जीवन मे खेल बहुत आवश्यक है ,खेल के माध्यम से युवाओं में नेतृत्व क्षमता का विकास होता है व महिला सशक्तिकरण में खेल एक प्रमुख अंग है ,आज हमारे देश की बेटियां गाँव स्तर से लेकर ओलंपिक तक मे लोहा मनवा चुकी है ।
खेलों में गाँव की ममतेश ,मुस्कान ,काजल ,उपासना ,खुशबू ,सोनम ,अर्पिता ,प्रिया ,छाया ,गौरी आदि ने खो -खो ,गोला फेक ,लंबी कूद आदि में भाग लिया ।बी ओ श्री उपाध्याय ने प्रतिभाग करने वाली सभी बालिकाओं को स्वल्पाहार कराया व प्रोत्साहित भी किया।फोटो

खराब फॉर्म के कारण इस पाकिस्तानी क्रिकेटर के निशाने पर आए विराट कोहली कहा,”एशियाई बल्लेबाज…”

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का बल्ला पिछले काफी समय से खामोश है। विराट की खराब फॉर्म ने उनका पीछा इंग्लैंड में भी नहीं छोड़ा है और वह अभी तक खेले गए तीन टेस्ट मैचों में महज एक अर्धशतक जड़ सके हैं।

आकिब ने कहा कि विराट एक टिपकल एशियाई बल्लेबाज हैं और वह ऑस्ट्रेलिया में तो सफल हो सकते हैं, लेकिन इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका में स्विंग के चलते वह रन बनाने के लिए तरसते हैं।

लेकिन, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका जैसी जगहों पर जहां पर गेंद स्विंग और सीम करती है तो वह बॉल को चेस करते हैं जो दिखाता है कि वह कंट्रोल आउट स्विंगर के खिलाफ कितना खराब खेलते हैं।’ विराट ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना आखिरी शतक नवंबर 2019 में लगाया था और इसके बाद से वह सेंचुरी नहीं जड़ सके हैं।

लीड्स के हेडिंग्ले में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को इंग्लैंड के हाथों पारी और 76 रनों से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम पहली पारी में महज 78 रनों पर ढेर हुई। जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 432 रन बनाकर 354 रनों की बड़ी बढ़त हासिल की।

खेल दिवस: ओलंपिक खेलों में भारत का अबतक का प्रदर्शन देखकर आपको भी महसूस होगा गर्व, डाले एक नजर

हॉकी के इस देश में पिछले कई वर्षों से क्रिकेट का बोलबाला रहा है। जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक में भारत का अब तक का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। भारत सात पदकों (एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज) के साथ अंकतालिका में 48वें स्थान पर रहा।

टोक्यो ओलंपिक में भारत का अब तक सबसे बड़ा दल शामिल हुआ था। 18 खेलों में 126 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। भारत सात पदकों के साथ अंकतालिका में 48वें स्थान पर रहा। भाला फेंक इवेंट में नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर का थ्रो कर इतिहास रच दिया। उन्होंने भारत का एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने का पिछले 121 साल का इंतजार खत्म किया।

नीरज ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले और व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए। इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद पदक जीता। वहीं, महिला हॉकी पहली बार सेमीफाइनल तक पहुंची। उधर, गोल्फ में अदिती अशोक ने हारकर भी इतिहास रच दिया। वह मामूली अंतर से पदक से चूक गईं।