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खेल

मलेशिया ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट के रोमांचक मुकाबले में मारिन से हारी सिंधू

पीवी सिंधू चोट के उबरने के बाद वापसी करते हुए पहले ही दौर में हार गई जबकि फॉर्म में चल रहे एच एस प्रणय ने अपना शानदार फॉर्म बरकरार रखते हुए मलेशिया ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट के रोमांचक मुकाबले में बुधवार को हमवतन लक्ष्य सेन को हरा दिया।

छठी वरीयता प्राप्त सिंधू अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद बायें टखने में हुए फ्रेक्चर से उबरकर वापसी कर रही थी। उन्हें रियो ओलंपिक चैम्पियन स्पेन की कैरोलिना मारिन ने 21.12, 10.21, 21.15 से हराया।

केरल के 30 वर्ष के प्रणय का सामना अब इंडोनेशिया के चिको ओरा द्वि वोर्डोयो से होगा  उनका सामना इंडोनेशिया के मोहम्मद शोहिबुल फिकरी और बाबास मौलाना से होगा। मालविका बंसोड़ पहले दौर में कोरिया की अन सि यंग से 9.21, 13.21 से हार गई।

महिला युगल में अश्विनी भट और शिखा गौतम पहले दौर में थाईलैंड की एस पाएवसम्परान और पुतिता एस से 10.21, 13.21 से हार गई।  जल्दी ही वापसी करके स्कोर 13.13 कर लिया।विवादित लाइन कॉल के बाद स्कोर 19.19 था।

Virat Kohli और Anushka Sharma ने यूँ मनाया बेटी वामिका का जन्मदिन, शेयर की क्यूट तस्वीर

11 जनवरी 2021 को भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली और बॉलीवुड एक्टर अनुष्का शर्मा  के घर बेटी का जन्म हुआ था, जिसका नाम वामिका  है।वामिका आज अपना दूसरा जन्मदिन मना रही हैं। इस मौके पर मॉम अनुष्का शर्मा ने उसके साथ प्यारी सी फोटो शेयर की।

इस बीच उन्होंने अपनी बेटी वामिका के जन्मदिन पर उसके साथ एक प्यारी सी फोटो शेयर की और कैप्शन में लिखा- ‘2 साल पहले मेरा दिल खुला हुआ था।’ इस प्यारी सी तस्वीर में अनुष्का शर्मा ब्लैक कलर की हूडी और पिंक कलर का लोअर पहने नजर आ रही हैं और अपनी बेटी को गोद में लिया हुआ है। वहीं वामिका दो चोटी बनाई हुई है और मम्मा को किस कर रही है।

11 जनवरी 2021 को अनुष्का ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में वामिका को जन्म दिया था। जन्म के बाद से ही अनुष्का और विराट ने साफ कर दिया था कि वह नहीं चाहते कि उनकी बेटी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो।

वामिका के जन्मदिन से 1 दिन पहले 10 जनवरी को विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ धमाकेदार पारी खेली और इस साल का पहला शतक अपने नाम किया।

Hockey World Cup 2023: हरमनप्रीत सिंह सहित इन खिलाड़ियों पर रहेगी सबकी नजर

हॉकी वर्ल्ड कप 2023  की आधिकारिक शुरूआत 11 जनवरी से हो रही है पहला मुकाबला 13 जनवरी को खेला जाएगा। हॉकी विश्व कप का फाइनल मुकाबला 29 जनवरी को खेला जाएगा।

जिन खिलाड़ियों पर विश्व कप जिताने का दारोमदार है उनमें कप्तान हरमनप्रीत सिंह सहित करीब आधा दर्जन खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं।  आकाशदीप सिंह, मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, पीआर श्रीजेश के नाम प्रमुख हैं।

भारतीय हॉकी टीम के कप्तान और डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह के कंधों पर भारत को वर्ल्ड कप विनर बनाने की बड़ी जिम्मेदारी है। हरमनप्रीत सिंह ने ओलंपिक में ब्रांज मेडल जीता है और जूनियर विश्व कप के भी विनर रहे हैं। हरमनप्रीत सिंह एशिया कप का खिताब भी जिता चुके हैं।

2018 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के कप्तान रहे मनप्रीत सिंह स्टार खिलाड़ी हैं और टोक्यो में ओलंपिक कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रह चुके हैं। मनदीप सिंह ने 2022 में कुल 13 गोल दागे थे और उन्हें भारतीय टीम का सबसे चतुर खिलाड़ी माना जाता है। मनदीप सिंह के अनुभव का भारतीय टीम को फायदा मिल सकता है।

भारतीय टीम के स्टार गोलकीपर पीआर श्रीजेश पर भारतीय टीम को विश्व चैंपियन बनाने का दारोमदार है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था और उनकी भी तमन्ना है कि भारतीय टीम को वर्ल्ड चैंपियन बनाएं।

रणजी ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ ने फिर दिखाया अपना कमाल, बने सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी

रणजी ट्रॉफी में असम के खिलाफ 379 रनों की बड़ी पारी खेलने वाले पृथ्वी शॉ ने कई बड़े रिकॉर्ड्स भी ब्रेक कर दिए हैं। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में पृथ्वी दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।

जबकि मुंबई की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में वे नंबर वन हो गए हैं। इसके साथ ही यह युवा बल्लेबाज एक और बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंच गया था.

1948 में महाराष्ट्र के बल्लेबाज बाबूसाहेब निंबालकर ने काठियावाड़ के खिलाफ रणजी इतिहास की सबसे बड़ी पारी खेली थी और वह रिकॉर्ड अभी तक कायम है। निंबालकर ने तब 494 गेंदों का सामना करते हुए 443 रनों की बड़ी पारी खेली थी।

दूसरी सबसे बड़ी पारी 1991 में संजय मांजरेकर ने 377 रनों की खेली। हालांकि अब पृथ्वी शॉ ने मांजरेकर को पीछे छोड़ दिया है और इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।

कमर के ‘स्ट्रेस फ्रेक्चर’ के चलते जसप्रीत बुमराह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला से हुए बाहर

जसप्रीत बुमराह की भारतीय टीम में वापसी फिर टल गई है क्योंकि यह तेज गेंदबाज कमर के ‘स्ट्रेस फ्रेक्चर’ से पूरी तरह से उबरने में नाकाम रहा है  श्रीलंका के खिलाफ आगामी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला से  बाहर हो गया।

 लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सहयोगी स्टाफ और मेडिकल टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को देखते हुए सामूहिक रूप से फैसला किया कि इस तेज गेंदबाज की वापसी को टाला जाए।

बीसीसीआई ने बयान में कहा, ”टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह श्रीलंका के खिलाफ तीन मैच की आगामी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला से बाहर हो गए हैं। एकदिवसीय श्रृंखला से पहले गुवाहाटी में टीम से जुड़ने की तैयारी कर रहे बुमराह को शीर्ष स्थिति में होने के लिए कुछ और समय चाहिए।

बोर्ड ने कहा, ”अखिल भारतीय सीनियर चयन समिति ने जसप्रीत बुमराह के विकल्प के रूप में किसी खिलाड़ी के नाम की घोषणा नहीं की है।” बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर पीटीआई को बताया, ”बुमराह टीम के साथ गुवाहाटी नहीं गए हैं। पूर्ण फिटनेस हासिल करने के लिए उसे अब भी कुछ समय चाहिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दौरान उसकी जरूरत पड़ेगी।”

बुमराह न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जनवरी से शुरू हो रही एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए उबर पाते हैं या नहीं और क्या उन्हें एक भी घरेलू मैच खेले बिना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिलेगा।

टेस्ट मैच में अपनी पहली जीत के लिए इस टीम को लगे पांच साल, एक बार फिर हुआ ऐसा…

बांग्लादेश आज के समय में अच्छी टीम माने जाने लगी है.  टीम ने  भारत को अपने घर में वनडे सीरीज में हरा दिया था और टेस्ट सीरीज में भी टीम इंडिया को टक्कर दी थी. बांग्लादेश को टेस्ट दर्जा साल 2000 में मिला था.

बांग्लादेश को अपनी पहली टेस्ट जीत आज ही के दिन यानी 10 जनवरी को 2005 में जिम्बाब्वे के खिलाफ मिली थी. ये टेस्ट मैच छह जनवरी से शुरू हुआ था और 10 जनवरी को खत्म हुआ था.

इस जीत को हासिल करने से पहले बांग्लादेश ने काफी मशक्कत की थी टीम को 34 टेस्ट मैच खेलने के बाद पहली टेस्ट जीत नसीब हुई थी और ये जीत भी ऐसे ही नहीं थी, बांग्लादेश ने विशाल अंतर से जिम्बाब्वे को हराया था.

बांग्लादेश ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी की और 488 रन बनाए. उसके लिए कप्तान हबीबुल बशर ने 94 रन बनाए थे. राजिन सालेह ने 89 रनों की पारी खेली थी. जिम्बाब्वे की टीम इसके जवाब में अपनी पहली पारी में 312 रन ही बना पाई थी. उसके लिए कप्तान तटेंडा टायबू ने 92 और एल्टन चिगम्बुरा ने 71 रनों की पारियां खेली थीं.

PAK vs NZ: वनडे सीरीज का पहला मुकाबला आज, न्यूजीलैंड का स्कोर 50 रन के पार

पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच वनडे सीरीज का पहला मुकाबला कराची में खेला जा रहा है। पाकिस्तान किटें ने  टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। नसीम शाह ने पाकिस्तान को शानदार शुरुआत दिलाई।
  डेवोन कॉन्वे को पवेलियन भेजा। कॉन्वे पहली ही गेंद में क्लीन बोल्ड हो गए। वह अपना खाता भी नहीं खोल पाए। इसके बाद केन विलियम्सन और डेरिल मिशेल ने पारी संभाली है। 

उन्होंने सिर्फ एक गेंद का सामना किया और खाता भी नहीं खोल पाए।न्यूजीलैंड का दूसरा विकेट 37 रन पर गिरा, फिन एलेन 29 रन बनाकर आउट, मोहम्मद वसीम जूनियर ने अघा सलमान के हाथों कैच कराया।

न्यूजीलैंड: फिन एलेन, डेवोन कॉन्वे, केन विलियम्सन (कप्तान), टॉम लाथम (विकेटकीपर), डेरिल मिशेल, ग्लेन फिलिप्स, माइकल ब्रेसवेल, मिशेल सैंटनर, हेनरी शिपली, टिम साउदी, लॉकी फर्ग्यूसन।

पाकिस्तान: फखर जमान, इमाम-उल-हक, बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), हैरिस सोहेल, आघा सलमान, मोहम्मद नवाज, उस्मा मीर, मोहम्मद वसीम जूनियर, नसीम शाह, हारिस रऊफ। शक्तिराज सिंह

कपिल देव ने की सूर्यकुमार यादव की तारीफ कहा:”कभी-कभी मेरे पास शब्दों की कमी हो जाती”

1983 में कपिल देव की अगुआई में भारतीय टीम ने पहला वनडे वर्ल्ड कप जीता था। कपिल देव की गिनती भारत के महानतम कप्तानों और खिलाड़ियों में होती है।

कपिल देव अपने बेबाक स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। क्रिकेट से जुड़े मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं। अब कपिल ने भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार सूर्यकुमार यादव  को लेकर बयान दिया है।

कपिल देव  ने एक चैनल पर बातचीत करते हुए कहा ‘कभी-कभी मेरे पास शब्दों की कमी हो जाती है। जब हम सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा, विराट कोहली को देखते हैं तो हमें आश्चर्य होता है कि हम ऐसा खिलाड़ी फिर कब देखेंगे। वो लैप शॉट, फाइन लेग शॉट के अलावा खड़े खड़े मिड ऑन और मिड विकेट की ओर भी छक्का जड़ सकते हैं, जिससे गेंदबाज डर जाता है’।

उन्होंने आगे कहा कि ‘सूर्यकुमार अपनी बल्लेबाजी के अंदाज से गेंदबाजों को मुश्किल कर में ले आते है और वो गेंदबाजी की लाइन-लेंथ का बेहद अच्छी तरह से पढ़ लेते और मैदान के चारों ओर खेल लेते है।ऐसे कुछ ही लोग होंगे, जो सूर्यकुमार की तरह सफाई के साथ गेंद को खेल पाते हैं’।

श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज से क्यों हुए बाहर हुए जसप्रीत बुमराह ? जानिए यहाँ

भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को तीन मैचों की वनडे सीरीज से बाहर कर दिया गया है। कुछ समय पहले ही बुमराह को टीम में शामिल करने का ऐलान किया गया था।

अब बोर्ड का मानना है कि वे जसप्रीत बुमराह को लेकर किसी तरह की जल्दबाजी के मूड में नहीं हैं।  फैंस का कहना है कि बुमराह को लेकर बीसीसीआई अभी असमंजस में दिख रही है।

10 जनवरी को भारत बनाम श्रीलंका के बीच पहला वनडे क्रिकेट मैच खेला जाना है और जसप्रीत बुमराह को टीम में शामिल किया गया था। लेकिन बुमराह 10 तारीख को होने वाले मुकाबले के लिए टीम के साथ गुवाहाटी नहीं पहुंचे।

जसप्रीत बुमराह सितंबर 2022 से ही टीम से बाहर चल रहे हैं और इसकी वजह उनकी पीठ की चोट बताई जा रही है। इसी कारण से उन्हें टी20 वर्ल्ड कप में भी शामिल नहीं किया गया था।कुछ दिन पहले ही जब श्रीलंका के खिलाफ टीम का ऐलान किया गया तो एनसीए ने उन्हें पूरी तरह से फिट करार दिया और उन्हें टीम में शामिल कर लिया गया।

 

Indian Hockey Team के इतिहास के बारे में नहीं जानते होंगे आप !

15वां हॉकी विश्व कप  भारत में आयोजित किया जा रहा है. 13 जनवरी से शुरु हो रहे हॉकी के इस महासंग्राम में भारत चैंपियन बनने का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है. 1973 में हुए विश्व कप में नीदरलैंड्स ने भारत को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हार गया था .

भारत ने एम्सटर्डम ओलंपिक 1928 में पहली बार भाग लिया और जीत के साथ आगाज किया. भारतीय टीम 1928 से 1956 तक ओलंपिक चैंपियन रही और लगातार छह बार गोल्ड मेडल  जीते.

1936 में जर्मनी में हुए ओलंपिक का फाइनल मैच देखने के लिए एडोल्फ हिटलर  भी पहुंचे थे जिसमें भारत ने जर्मनी को 8-1 से हराकर सबको चौंका दिया था. इस मैच को देखने के बाद हिटलर भारतीय टीम से बेहद प्रभावित हुए थे.

फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 0-1 से हराया था. इस हार से भारत सातवीं बार गोल्ड मेडल जीतने से चूक गया. टोक्यो ओलंपिक 1964 में भारतीय टीम ने पाकिस्तान से 1960 रोम ओलंपिक की हार का बदला लिया और 1-0 से हराकर सातवीं बार गोल्ड जीता.