*औरैया, गर्मी के मौसम में रखें सेहत का ख्याल- डॉ ओमवीर सिंह*
*औरैया।* गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है और इसके साथ ही बीमारियों की बरसात भी शुरू हो गई है। गर्मियों को एक तरह से बीमारियों का मौसम कहा जाता है। गर्मी के मौसम में कालरा, गैस्ट्रोएन्टराइटिस , दस्त , पेचिश, टाइफाइड बुखार , पीलिया व उल्टी आदि संक्रामक बीमारियां होती हैं। तथा समय-समय पर सही उपचार नहीं मिलने पर जानलेवख भी हो सकती है। होम्योपैथिक डॉक्टर ओमवीर सिंह ने बताया कि कुछ सावधानियां अपनाकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि गर्मी में होने वाली ज्यादातर बीमारियां बैक्टीरिया एवं वायरस के संक्रमण के कारण होती हैं। क्योंकि गर्मी के मौसम में इनके संक्रमण की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। यह संक्रमण प्रदूषित पानी , भोजन प्रदूषित खाने पीने की वस्तुओं तथा व्यक्तिगत अभाव के कारण फैलता है।
श्री सिंह ने बीमारियों से बचाव के लिए उपाय बताते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में हमेशा ताजा धर्म व स्वच्छ भोजन करना चाहिए। भोजन पकाने में स्वच्छ पानी का प्रयोग करना चाहिए, एवं खाना बनाने की स्थान को स्वच्छ रखना चाहिए। खाने- पीने की वस्तुओं को ढक कर रखना चाहिए। बगैर कटी हुई रसदार फल खाना चाहिए- जैसे खीरा, ककड़ी, खरबूजा व तरबूज आदि पर्याप्त मात्रा में खाना चाहिए। गर्मी के मौसम में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। किसी प्रकार की परेशानी होने पर तत्काल ओआरएस का घोल आरंभ कर देना चाहिए अथवा चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
*गर्मी के मौसम में क्या काम नहीं करें*
गर्मी के मौसम में बासी खाना नहीं खाए। बाजार में चाट , पकौड़ा , तली भुनी चीजें , कटे हुए फल एवं खुली हुई चीजें ना खाएं। कोल्ड ड्रिंक एवं डिब्बाबंद जूस का प्रयोग ना करें , धूप में ना निकले। हल्के सूती एवं हल्के रंग के सूती कपड़े पहने। फुल आस्तीन के कपड़े पहन कर घर से निकले , साथ ही धूप से बचने के लिए सिर पर अंगोछा अवश्य बांधे। घर से पर्याप्त पानी पीकर ही निकले। खाली पेट नहीं निकले। सादा भोजन करके ही निकले। गर्मी के मौसम में पानी , छाछ , नींबू पानी व नारियल पानी तथा ओआरएस का घोल प्रयोग करें। इसके साथ ही तरल पदार्थों का सेवन अधिक करें। अंत में उन्होंने कहा कि गर्मी में त्वचा की सुरक्षा रखे। गर्मी के मौसम में सूरज की किरणों से चेहरा काला होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए चेहरा को ढक कर रखें। छाता लगाकर निकले, गर्मी में घमौरियों के होने की समस्या रहती है , इसलिए पसीना को सुखा लें। जहां तक संभव हो सके ठंडे स्थान पर रहे।
रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता