समर चल रहा है और इस सीजन में तेज धूप और हवाओं के कारण त्वचा पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में जरूरी है स्किन की अच्छे से साफ-सफाई व उसे हाइड्रेटेड रखना, जिसका बेस्ट तरीका है समय-समय पर स्किन की टोनिंग करना। मगर जब बात टोनर की आती है तो अधिकतर महिलाएं गुलाब जल से ही टोनिंग करके काम चला लेती हैं, जोकि गलत है। हमेशा अपनी स्किन टाइप के हिसाब से टोनर इस्तेमाल करना चाहिए।
टोनर एक वाटर कंसिस्टेंसी की तरह का होता है और यह पानी की तरह ही काम करता है। यह ऑक्सीजन और हाइड्रोजन से इंफ्यूज़्ड होता है और इसमें ग्लिसरीन, विटामिन ई, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे कई स्किन लविंग इंग्रीडिएंट्स होते हैं। इतना ही नहीं, यह पोर्स को shrink करने में मदद करता है और बैक्टीरिया और गंदगी को आसानी से प्रवेश करने से रोकता है। क्लींजर अक्सर त्वचा के पीएच को भी अम्लीय बनाते हैं। टोनर को वापस उसके सामान्य, स्वस्थ स्तर पर लाने में मदद करता है।
जब आप एक टोनर का चयन कर रही हैं तो आपको हमेशा अपनी स्किन टाइप का ख्याल रखना चाहिए। अन्य स्किन केयर प्रॉडक्ट की तरह ही मार्केट में अलग-अलग स्किन टाइप के लिए टोनर अवेलेबल हैं।
उदाहरण के तौर पर, अगर आपकी स्किन ऑयली है तो आप ऐसे टोनर को चुनें, जिसमें ग्लिसरीन और विच हेज़ल जैसे तत्व हों। यह डेड स्किन सेल्स छुटकारा दिलाने में भी मदद करते हैं। यह पोर्स को टाइट करता है, त्वचा को निखारता है और त्वचा की अशुद्धियों को दूर करके उसे अधिक हेल्दी बनाता है।