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करोड़ों की लागत से बने पुलों पर जानलेवा ‘सरिया’ निकले  गड्ढे 

  फोटो:- रेलवे फाटक ओवरब्रिज पर बना गड्ढा और उभरी लोहे की सरिया
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 जसवंतनगर(इटावा)।..”ए भाई ज़रा देख के चलो, ऊपर ही नहीं…नीचे भी” गाने की ये पंक्तियां एकदम सटीक बैठतीं हैं जसवन्त नगर में जगह जगह सड़कों पर हुए जानलेवा गड्ढों पर !
    सड़कें तो सड़कें यहां हाल के ही  वर्षों में करोड़ों की लागत से बनाए गए दो पुलों की भी कलई खुलने लगी है। कचौरा घाट और यमुना पार इलाके को जसवंतनगर के मुख्य बाजार से जोड़ने वाला रेलवे फाटक ओवर ब्रिज पुल हो या फिर नदी का पुल, दोनों ही पुल कुछ ही सालों में उखड़ने लगे हैं। अखबारों में भी उनकी हालत की खबरें प्रकाशित हुई हैं, लेकिन जिम्मेदारअफसरों और उनके विभागों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगीं है।
 अनेकों बार स्थानीय दुकानदारों द्वारा चंदा करके नदी के पुल की मरम्मत कराई गई, लेकिन फिर से पुल पर गड्डा होने से सरिया निकलने लगीं हैं और अब तो ये पुल।के ज्यादा हिस्से में खतरनाक रूप से निकल आई है। वहीं रेलमंडी में रेलवे फाटक पर बने “ओवरब्रिज पुल” पर लगभग एक वर्ष पहले एक छोटा गड्डा बनना शुरू हुआ था, अब उसी गड्ढे से बड़ी बड़ी सरिया सुरसा जैसा मुंह खोले बाहर निकल रहीं हैं। उन पर पुल पर बीच-बीच में जहां गाटर पर पाई गई हैं वहां भी रोड धसक सी रही है। पुल पर बनाई गई हॉट मिक्स सड़क भी कई जगह अभी छोटे-छोटे गड्ढों में तब्दील हुई है जो अगली बरसात में बड़े गड्ढों में तब्दील हो जाएगी।
   इस पुल से स्कूलों के सैंकड़ो बच्चों सहित ग्रामीण और भारी वाहन निकलते हैं। रात के अंधेरे में या दिन में ही नज़र न पड़ने पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। मां नारायणी इंटर कॉलेज और चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल अकैडमी कॉलेज  साइकिलों और दुपहिया वाहनों से आने जाने वाले अनेक छात्र -छात्राएं इन बाहर उभारों सरियों में उलझ कर घायल हो चुके हैं। कई वाहनों के पंचर होने की रोज ही घटना घटित होती है, लेकिन इस और किसी का कोई ध्यान नहीं है। शायद जिम्मेदार किसी बड़े हादसे के इंतजार में बैठे हैं।
   बड़ी संख्या में छात्रों दुकानदारों वाहन चालकों ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से नदी पुल और हाईवे पुल पर बन रहे गड्ढों को दुरुस्त कराने की अपील की है।
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  *वेदव्रत गुप्ता