उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2846 नवचयनित प्रवक्ताओं और सहायक अध्यापकों को नियुक्ति प्रत्र प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ”सरकार ने प्रयास किया कि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को तेज करते हुए रिक्तियों को पूरी तरह भरें।”
सीएम ने कहा कि नई शिक्षा नीति आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। 2017 से पहले पारदर्शी व्यवस्था नहीं थी लिहाजा प्रतिभागी निराश रहता था। पिछले 15 से 20 सालों में कभी इतनी नियुक्तियां नहीं हुईं.
जितनी नियुक्तियां हमारे साढ़े चार साल के कार्यकाल में हुई हैं। प्रदेश के अंदर कानून-व्यवस्था की बेहतर स्थिति की वजह से देश के अलावा विदेश में भी उत्तर प्रदेश की छवि बदली है।
लेकिन किसी भी शिक्षक को पूरी प्रक्रिया में कहीं भी सिफारिश कराने की जरूरत नहीं आई होगी। पिछली सरकार वंशवाद, जातिवाद और भ्रष्टाचार में डूबी थी, लेकिन आज हमारी सरकार में पारदर्शी तरीके से लोगों को नियुक्त किया जा रहा है ताकि प्रदेश की प्रतिभा को आगे बढ़ाया जा सके।