गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से अपने 51 साल पुराने रिश्ते को तोड़ दिया है और अब नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। वो काफी लंबे समय से पार्टी की नीतियों को लेकर नाराज चल रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे पांच पृष्ठ के त्यागपत्र में आजाद ने कहा कि वह भारी मन से यह कदम उठा रहे हैं।
वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने उनके डीएनए पर ही सवाल उठा दिया है। जयराम रमेश ने कहा कि गुलाम नबी आजाद का डीएनए मोदीफाइड हो गया है। उन्होंने कहा कि एक ऐसे शख्स को जिसे कांग्रेस की लीडरशिप ने इतना सम्मान दिया, उसने बेहद निजी और घटिया हमले करके विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि आजाद के इस रवैये से उनका असली कैरेक्टर सामने आ गया है।
गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है, उन्होंने पत्र में लिखा है कि राहुल गांधी के अध्यक्ष (2013) बनने के बाद पुरानी कांग्रेस को खत्म कर दिया गया, जिसके कारण धीरे-धीरे पार्टी के जमीनी नेता दूर हो गए। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी को सलाह दी है कि इस समय कांग्रेस को भारत जोड़ो यात्रा से ज्यादा कांग्रेस जोड़ो यात्रा की आवश्यकता है।
गुलाम नबी आजाद ने आज ही 5 पन्नों का लंबा खत सोनिया गांधी को लिखकर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस पत्र में राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनके राजनीति में आने के बाद से ही कांग्रेस की वह व्यवस्था समाप्त हो गई, जिसमें सबकी सहमति और समन्वय से काम किया जाता था।