उत्तरकाशी जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों में रविवार सुबह भूकंप का तेज झटका आया। भूकंप का झटका इतनी तेज था कि लोग घरों से बाहर निकल आए। पिछले नौ दिनों के भीतर यह तीसरी घटना है। हालांकि हिमालयी क्षेत्र में इस तरह की घटनाओं को सामान्य बताया जा रहा है।
केदारनाथ धाम में मंदिर परिसर से करीब पांच से सात किमी की दूरी पर चौराबाड़ी ग्लेशियर के टूटने की घटनाएं हो रही हैं।सुबह लोग आम दिनों की तरह दैनिक क्रियाकलापों में व्यस्त थे, कि इसी बीच 10:43 बजे भूकंप तेज झटका आया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि घटना को लेकर भूगर्भीय टीम के दो-तीन दिन में केदारनाथ आने की उम्मीद है, जो इस क्षेत्र का निरीक्षण करेगी।
रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 2.5 मापी गयी है। जिला आपदा प्रबंधन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र बाड़ाहाट रेंज में ग्राम नाल्ड के जंगलों में जमीन से पांच किमी नीचे था।तहसीलदार बड़कोट शीशपाल सिंह असवाल ने बताया कि तहसील बड़कोट, पुरोला, मोरी क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस नहीं हुए हैं।
भूकंप के झटके ने अक्टूबर माह में ही वर्ष 1991 में आए विनाशकारी भूकंप की यादें ताजा कर दी।केदारनाथ में वर्षों से रहने वाले लोग भी इस तरह की घटना को सामान्य बता रहे हैं।