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हेल्थ

इस मौसम में बढ़ जाती हैं हार्ट फेल की समस्या, खान-पान में बरते ये सावधानियां

आज के समय में अस्पताल में भर्ती होने की दर और दिल गति रुकने (हार्ट फेल) मरीजों की मृत्युदर में अधिकता देखी गई है इन दिनों अपने दिल का ख्याल कैसे रखें, इसके लिए चिकित्सकों ने कुछ तरीका सुझाए हैंसर्दियों के इस असर की जानकारी से मरीजों  उनके परिवारवालों को लक्षणों के प्रति ज्यादा ध्यान देने के लिये प्रेरित करती है

यह पाया गया कि एआरएनआई थैरेपी जैसे उन्नत इलाज जीवनशैली में परिवर्तन के साथ  बेहतर हो सकते हैं, जिससे हार्ट फेलियर मरीजों की जिंदगी में उल्लेखनीय रूप से सुधार लाया जा सकता है

हार्ट फेलियर के लिए खतरे के कुछ कारक

वायु प्रदूषण: ठंडा मौसम, धुंध  प्रदूषक जमीन के  करीब आकर बैठ जाते हैं, जिससे छाती में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है  सांस लेने में कठिनाई पैदा हो जाती है आमतौर पर हार्ट फेल मरीज सांस लेने में तकलीफ का अनुभव करते हैं  प्रदूषक उन लक्षणों को  भी गंभीर बना सकते हैं, जिसकी वजह से गंभीर मामलो में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ सकता है

कम पसीना निकलना: कम तापमान की वजह से पसीना निकलना कम हो जाता है इसके परिणामस्वरूप बॉडी अलावा पानी को नहीं निकाल पाता है  इसकी वजह से फेफड़ों में पानी जमा हो सकता है, इससे हार्ट फेलियर मरीजों में ह्दय की कार्यप्रणाली पर गंभीर असर पड़ सकता है

विटामिन-डी की कमी: सूरज की रोशनी से मिलने वाला विटामिन-डी, दिल में स्कार टिशूज को बनने से रोकता है, जिससे हार्ट अटैक के बाद, हार्ट फेल में बचाव होता है सर्दियों के मौसम में सही मात्रा में धूप नहीं मिलने से, विटामिन-डी के स्तर को कम कर देता है, जिससे हार्ट फेल का खतरा बढ़ जाता है

अनार का जूस पीने से आपके स्वास्थ्य को मिलेंगे ये सभी फायदे, डाले एक नजर

सेहत के लिए फल वरदान हैं, लेकिन कभी-कभी यही फल नुकसानदाय‍क भी प्रतीत होते हैं। आपको जानकर आश्चर्य हो रहा होगा, लेकिन एक बार इसे पढ़ने के बा आप भी जान जाएंगे इस फल के नुकसान को। अगर आपकी तासीर ठंडी है या फिर आप इंफ्लूएंजा, खांसी अथवा कब्ज से पीड़ित हैं तो आपको अनार का सेवन नहीं करना चाहिए, इससे आपको नुकसान हो सकता है।.

अनार का जूस पीने से रक्तचाप में सुधार होता है, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम होता है, और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम हो जाता है. अनार का सेवन संक्रमण को दूर करने में मदद कर सकता है.अनार के जूस के सेवन से दिल स्वस्थ रहता है. अनार का जूस स्वास्थ्यवर्धक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. तो य‍ह हानिकारक हो सकता है।

इन सब के अलावा अनार खाने का एक नुकसान यह भी है कि इसे खाने के लिए मेहनत करनी होती है, जिसमें छिलके उतारकर अनाक के दाने अलग करना शामिल हैं।अनार के रस में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो गठिया से लड़ने में मदद करता है और मेमोरी में सुधार कर सकते हैं. अनार का रस याददाश्त बढ़ाने में मददगार हो सकता है.

हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इन फलों का जरुर करना चाहिए सेवन

हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी समस्या है, जो गर्मियों के दिनों में सबसे ज्यादा परेशान करती है। जो लोग इस समस्या से गुजर रहे हैं उनके लिए गर्मियों में इस समस्या को कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल होता है। नियमित जीवनशैली और खानपान पर ध्यान रखकर इस बीमारी को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

तरबूज- यह कम कैलोरी वाला फल मीठा और ताजा होता है। इसे अपने फलों के सलाद, या जूस के रूप में डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें विटामिन सी और ए, पोटेशियम, अमीनो एसिड, लाइकोपीन, सोडियम और एंटीऑक्सिडेंट से भरा हुआ है जो शरीर को हाई ब्लड प्रेशर से लड़ने में मदद कर सकता है

कीवी- एंटीऑक्सिडेंट और खनिज से भरपूर इस फल में फाइबर, विटामिन सी और फोलेट शामिल होते हैं, जो पाचन में सुधार, इम्यूनिटी को बढ़ावा देने और स्किन के स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मदद करते हैं। कीवी रक्तचाप से होने वाली बीमारियों जैसे स्ट्रोक, दिल के दौरे आदि को भी रोक सकते हैं।

केला- पोटेशियम से भरपूर और सोडियम में कम आहार हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोगों और स्ट्रोक से बचाता है। केला एक ऐसा फल है, जो पाचन को भी बढ़ावा देता है, लोगों को लंबे समय तक पूर्ण महसूस करने में मदद करता है और हाई ब्लड प्रेशर से लड़ने में मदद करता है।

स्ट्रॉबेरी- स्ट्रॉबेरी में एंथोसायनिन (एंटी-ऑक्सीडेंट यौगिक), विटामिन सी, पोटेशियम और ओमेगा -3 फैटी एसिड होते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकते हैं।

 

 

मोटापे को ट्रीट करने के लिए बेहद लाभदायक हैं एप्पल साइडर विनेगर

एप्पल साइडर विनेगर का उपयोग हजारों वर्षों से एक स्वास्थ्य टॉनिक के रूप में किया जाता रहा है। कई शोधों से पता चलता है कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। एप्पल साइडर विनेगर को अपने आहार में शामिल करने से आपको वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है?

एप्पल साइडर विनेगर का मुख्य सक्रिय घटक एसिटिक एसिड है। इसे एथेनोइक एसिड के रूप में भी जाना जाता है। एसिटिक एसिड क संपर्क में आने वाले चूहों के एक अन्य अध्ययन में एंजाइम एएमपीके में वृद्धि देखी गई, जो वसा जालने को बढ़ावा देता है और लीवर में वसा और चीनी के उत्पादन को कम करता है।

मोटापे को ट्रीट करने के लिए, एसिटिक एसिड या एसीटेट ने डायबिटीज वाले चूहों में, उनका वजन बढ़ने से बचाया और पेट की वसा भंडारण और लीवर की वसा को कम करने वाले जीन की अभिव्यक्ति को बढ़ाया।

इस अध्ययन के अनुसार, एप्पल साइडर विनेगर के 1 या 2 बड़े चम्मच को अपने आहार में शामिल करने से आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। यह आपके शरीर के वसा प्रतिशत को भी कम कर सकता है, जिससे आप पेट की चर्बी कम कर सकते हैं और अपने रक्त ट्राइग्लिसराइड्स को कम कर सकते हैं।

सुबह उठते ही यदि आप भी सबसे पहले करती हैं ये काम तो आज ही हो जाए सावधान

सुबह आंख खोलने के बाद ज्यादातर लोग अपना मोबाइल फोन उठाते हैं। वजह चाहे टाइम देखना हो, अलार्म बंद करना या मैसेज या कॉल चेक करना अधिकतर लोगों का हाथ सबसे पहले मोबाइल पर जाता है। इसके कुछ फायदे तो कई नुकसान भी हैं जिनसे लोग वाकिफ नहीं या ज्यादातर इस पर ध्यान नहीं देते।

मान लीजिए उठकर आप ऑफिस के ईमेल सबसे पहले चेक करते हैं तो आपको लगने लगेगा कि दिन बहुत बिजी रहने वाला है। इससे आपका स्ट्रेस बढ़ सकता है। सुबह उठते ही आप दिमाग को इन्फॉर्मेशंस से भरने लगते हैं यह आपकी मन पर अच्छा असर नहीं डालता।

अगर आप इंस्टाग्राम या फेसबुक भी चेक करते हैं तो भी इनडायरेक्टली नकारात्मक विचारों का शिकार हो सकते हैं। मान लीजिए सोशल मीडिया पर किसी ने अपने घूमने या नई गाड़ी खरीदने का पोस्ट डाला।

इसके लिए आप फोन को तकिए के नीचे या साइड टेबल पर रखने के बजाय दूर रखना शुरू कर सकते हैं। सुबह उठते ही किसी और एक्टिविटी में इन्वॉल्व होने की कोशिश करें। उठकर पानी पिएं, मेडिटेशन करें या घरवालों को हंसकर गुड मॉर्निंग विश करें। कुछ दिन तक ऐसा करने से ये आपकी आदत में आ जाएगा।

 

 

वजन को बढ़ने से रोकने के लिए भी कारगर हैं शहद, यहाँ देखिए इसके कुछ फायदें

वैसे तो शहद हमारी स्किन के साथ सेहत के लिए भी लाभकारी होता हैं, इसलिए हर रोज शहद यूज लेना चाहिए। शहद लगाने से त्वचा में निखार आता है। कई ब्यूटी प्रॉडक्ट में शहद का यूज किया जाता है। ऐसे में अपनी डेली रूटीन में शहद को यूज कीजिए। चलिए आपको शहद के ब्यूटी लाभ के बारे में बताते हैं.

यहां हम बता रहे हैं कि वजन घटाने के लिए हनी का इस्तेमाल किस प्रकार करें। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, शहद में वजन को बढ़ने से रोकने के गुण पाए जाते हैं और यह वजन के बढ़ने की गति को धीमा कर देता है। इसके अलावा, शहद के गुण कुछ हद तक वजन को कम करने में भी कारगर हो सकते हैं ।

एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध एक अन्य शोध में भी कहा गया है कि मोटापे को नियंत्रित करने के लिए शहद का इस्तेमाल दवा की तरह किया जा सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि शहद में एंटीओबेसिटी प्रभाव होता है।

रात को सोने से पहले पैरों की मालिश करने से आपको मिलेंगे ये अद्भुत फायदे

मालिश के बारे में सुनते ही लोगों के मन में तेल मालिश से जुड़ी बाते आने लगती हैं। हमारे सिर से लेकर शरीर के हर अंग पर तेल मालिश के कई फायदे होते हैं लेकिन हम उनके बारे में अक्सर अंजान रहते हैं।

हम हमेशा समझते हैं कि सिर पर तेल मालिश करने से हमारा शरीर का संतुलन बना रहता है.और अगर रात को सोने से पहले पैरों की मालिश की जाए तो आपको इसके कई फायदे मिलते हैं।

  • थकान से निजात: यह आपको दिनभर की थकान से निजात दिलाकर, आपको मानसिक और शारीरिक तौर पर सुकून देता है, जिससे आप अच्छी नींद ले पाते हैं। तनाव और सिरदर्द से निजात पाने के लिए भी यह एक बेहतरीन तरीका है।
  • अच्छी नींद: अगर आपको भी रात को नींद न आने की समस्या हैं, तो ऐसे में आप सोने से पहले अपने पैरों के तलवों की मालिश करें। इससे दिमाग शांत होता हैं और रात में नींद भी अच्छी आती है।
  • वजन कम: सोने से पहले पैर के तलवों में मालिश करना आपका वजन कम करने में मदद करता है। जी हां, यह आपके मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है जो आपका वजन कम करने में सहायक है, वह भी सेहतमंद तरीके से।

दूध और दही का नियमित सेवन करने से दूर होगी दुबलेपन की समस्या

आमतौर पर लोग मोटापा घटाने के लिए तरह-तरह के नुस्खे अपनाते हैं। जैसे मोटे लोग अपने वजन को लेकर परेशान रहते हैं, वेसे ही पतले लोग भी अपने दुबलेपन को लेकर चिंता में रहते हैं। ऐसे में आप इन घरेलू नुस्खों को अपनाकर आप अपना वजन बढ़ा सकते हैं। तो आइए जानते हैं वजन बढ़ाने के टिप्स।

चलिए जानते हैं विस्तार से-
1 .डाइट-
आपके दुबलापन को दूर करने में डाइट आपकी मदद कर सकता है. अपने प्रतिदिन के आहार में संतुलित और स्वास्थ्यवर्धक आहार के साथ वर्कआउट को भी शामिल करें. कुछ ही दिनों में आपको फर्क नजर आएगा.
2 .केला-
सुबह नाश्ते में केला को जरूर शामिल करें. दूध और दही के साथ केला खाना काफी फायदेमंद होता है. बनाना मिल्क शेक भी सेवन कर सकते हैं. यह वजन बढ़ाने का प्रभावी तरीका है.
3 .प्रोटीन युक्त आहार-
शरीर का वजन बढ़ाने के लिए प्रोटीन युक्त आहार सेवन करें. इसलिए अपने आहार में चिकन, अंडा, दूध, बादाम, मूंगफली को जरूर शामिल करें.
4 .कार्बोहाइड्रेट युक्त चीजें-
शरीर का वजन बढ़ाने के लिए कार्बोहाइड्रेट युक्त चीजों को आहार में शामिल करें. इसके लिए पास्ता, ब्राउन राइस, ओटमील आदि कार्बोहाइड्रेट के स्रोत है. इसके अलावा हरी साग- सब्जियां भी शामिल करें.

दूध और मछली का यदि आप भी करते हैं एक साथ सेवन तो जान ले इससे होने वाले नुकसान

आयुर्वेद में दूध की काफी महत्ता है। प्राचीन काल से दूध अपने आप में पूर्ण पोषक तत्व में आता है। यानि कि इसे हल्दी के साथ लिया जाता है और अलग-अलग चीजों के साथ मिलाकर भी पिया जाता है।

दूध में प्रोटीन ही नहीं, बल्कि विटामिन A, B1, B2, B12 और D, पोटैशियम, मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व हैं। शाकाहारी लोगों के लिए दूध प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत है। आयुर्वेद में भी दूध का बहुत महत्व है, यह पौष्टिक होने के साथ-साथ पाचन-तंत्र को भी ठीक करता है।

यह तो आप में से ज्यादातर लोग जानते होंगे कि दूध और मछली कभी भी साथ में या एकदम आगे-पीछे नहीं लेना चाहिए. चूंकि दूध की तासीर ठंडी होती है और मछली की तासीर गर्म होती है. इसलिए दूध और दही के साथ मछली न खाने की सलाह दी जाती है.

कभी भी दूध के साथ नींबू, करेला और कटहल एक साथ न खाएं. अगर आपने ऐसा किया तो आपको इंफेक्शन होने की संभावना रहेगी. ऐसा करने पर दाद, खाज, एग्जिमा, खुजली, सोरायसिस आदि होने की संभावना बनी रहती है.

यूं तो दही और दूध का किसी तरह का कोई मेल नहीं है, लेकिन फिर भी कुछ लोग दूध और दही का शर्बत या शिकंजी बनाकर पीते हैं. इसके अलावा कुछ लोग दूध और दही को मिलाकर चिवड़ा भी खाते हैं. इस तरह से दूध और दही को एक साथ सेवन करने पर आपके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है.

एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर लहसुन का नियमित सेवन करेगा ब्लडप्रेशर संबंधी समस्या को दूर

आमतौर पर लहसुन हर घर में इस्तेमाल में लाया जाता है. सब्जी में तड़के के लिए या चटनी का स्वाद बढ़ाने के लिए लहसुन बहुत कारगर होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि इसके अलावा लहसुन को किस चीज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

लहसुन को औषधीय रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. जी हां, लहसुन खाने के बहुत सारे फायदे होते हैं. अगर लहसुन का सेवन खाली पेट किया जाए तो खासकर मर्दों के लिए यह और भी लाभदायक होता है. लहसुन नैचुरल एंटी-बायोटिक है और इससे कई तरह के संक्रमण होने का खतरा कम रहता है.

1 अंकुरित लहसुन का सेवन दिल के लिए फायदेमंद है। यह रक्त के निर्बाध संचार और हृदय तक रक्त के आसानी से संचारित होने में मददगार होता है।

2 यह आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है, और कई तरह की बीमारियों से आपकी रक्षा करता है।

3 एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण यह आपको तनाव रहित रखने में मदगार है साथ ही आपकी त्वचा को झुर्रियों से बचाकर आपको जवां बनाए रखने में भी सहायक है।

4 ब्लडप्रेशर को नियंत्र‍ित रखने के लिए अंकुरित लहसुन बेहद फायदेमंद होता है। इसकि नियमित सेवन से ब्लडप्रेशर संबंधी समस्या से आसानी से बचा जा सकता है।