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‘लोगों की अदालत की भूमिका को बचाकर रखे सुप्रीम कोर्ट, लेकिन विपक्ष का काम न करे’, सीजेआई का अहम बयान

नई दिल्ली:देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि सुप्रीम कोर्ट को लोगों की अदालत की अपनी भूमिका को भविष्य के लिए संरक्षित रखना चाहिए, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि इसे संसद में विपक्ष की भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि कानूनी सिद्धांत की असंगतता या त्रुटि के लिए न्यायालय की आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन परिणामों के नजरिए से इसकी भूमिका या इसके काम को नहीं देखा जाना चाहिए।

‘जनता की अदालत की भूमिका को भविष्य के लिए बचाने की जरूरत’
दक्षिण गोवा में पहले सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन (एससीएओआरए) के सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने ये बात कही। उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के न्याय तक पहुंच पिछले 75 वर्षों में काफी विकसित हुई है और ये कुछ ऐसा है जिसे हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि जब समाज समृद्ध और संपन्न होता है, तो ऐसी धारणा होती है कि आपको केवल बड़ी-बड़ी चीजों पर ध्यान देना चाहिए। हमारा न्यायालय ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा न्यायालय जनता का न्यायालय है और मुझे लगता है कि जनता के न्यायालय के रूप में सर्वोच्च न्यायालय की भूमिका को भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जाना चाहिए।

‘सुप्रीम कोर्ट को नतीजों के आधार पर परखना गलत’
सीजेआई ने कहा कि ‘मुझे लगता है, विशेष रूप से आज के समय में, हर किसी के बीच यह बड़ा विभाजन है, जिसमें परिणामों के आधार पर आपको परखा जाता है, जब आप लोगों के पक्ष में निर्णय लेते हैं तो सर्वोच्च न्यायालय को अद्भुत संस्था बताया जाता है, और जब आप उनके खिलाफ निर्णय लेते हैं तो संस्था को अपमानित किया जाता है।’ सीजेआई के अनुसार, ‘मुझे लगता है कि यह एक खतरनाक बात है। न्यायाधीशों को मामलों के आधार पर स्वतंत्रता की भावना के साथ निर्णय लेने का अधिकार है।’

आज फिर कई फ्लाइट्स को मिली बम की धमकी, एयरलाइंस ने कहा- यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता

नई दिल्ली:एयरलाइंस को बम की धमकी मिलने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को भी कई फ्लाइट्स में बम रखा होने की धमकी दी गई। जिससे अफरा-तफरी की स्थिति रही। जिन फ्लाइट्स को बम की धमकी मिली है, उनमें से तीन इंडिगो एयरलाइंस और कुछ फ्लाइट्स फ्लाइट अकासा एयर की हैं। अकासा ने संख्या नहीं बताई। इंडिगो ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है और कहा है कि वे सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं।

इंडिगो की तीन फ्लाइट्स में बम की धमकी मिली
इंडिगो एयरलाइंस ने बताया कि उनकी दिल्ली से इस्तांबुल जाने वाली फ्लाइट 6ई में बम रखा होने की धमकी मिली थी। यात्रियों और क्रू की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। हम संबंधित अथॉरिटीज के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और गाइडलाइंस के तहत सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। इंडिगो एयरलाइंस की मुंबई-इस्तांबुल के बीच संचालित होने वाली फ्लाइट 6ई 17 को भी धमकी मिली है। साथ ही जोधपुर से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट 6ई 184 को भी बम की धमकी मिली है। एयरलाइंस ने बताया कि यह विमान सुरक्षित दिल्ली पहुंच गया है। सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया है और सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है।

इंडिगो एयरलाइंस की हैदराबाद से चंडीगढ़ जाने वाली फ्लाइट 6ई 108 को भी बम की धमकी मिली है। एयरलाइन ने कहा कि धमकी के बाद चंडीगढ़ पहुंचने पर फ्लाइट को आइसोलेट किया गया और सुरक्षा का ध्यान रखते हुए यात्रियों को उतारा गया। विमान की जांच की गई।

अकासा एयर की फ्लाइट्स को भी मिली धमकी
वहीं अकासा की एक फ्लाइट को भी आज बम की धमकी मिली। अकासा एयर की भी कुछ फ्लाइट्स को भी बम की धमकी मिली है। कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि अकासा एयर की इमरजेंसी टीम हालात पर नजर बनाए हुए है और सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। इस हफ्ते विभिन्न एयरलाइंस में बम रखा होने की 40 के करीब धमकियां मिल चुकी हैं। इससे विमानन कंपनियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बीते 24 घंटे में विस्तारा की दिल्ली-लंदन फ्लाइट, एयर इंडिया की जयपुर-दुबई एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान सेवा, अकासा एयर की बंगलूरू-मुंबई की फ्लाइट में भी ऐसी ही बम की धमकी मिली। विस्तारा एयरलाइंस की दिल्ली से लंदन जाने वाली फ्लाइट को तो धमकी मिलने के बाद जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ा गया।

आमरण अनशन स्थल पर डॉक्टरों से मिलने पहुंचे मुख्य सचिव, सीएम ममता बनर्जी ने फोन पर की बात

कोलकाता:  आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में आमरण अनशन कर रहे जूनियर डॉक्टरों से पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत और गृह सचिव नंदिनी चक्रबर्ती ने मुलाकात की। इस दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों से फोन पर बात की। उन्होंने जूनियर डॉक्टरों से आमरण अनशन खत्म करने की अपील की। साथ ही कहा वह सोमवार को उनसे मुलाकात करेंगीं।

दरअसल जूनियर डॉक्टर की हत्या के विरोध में आमरण अनशन कर रहे छह चिकित्सकों को हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। मौजूदा समय में एस्पलेनेड क्षेत्र में अनशन कर रहे आठ चिकित्सकों ने राज्य सरकार ने 21 अक्तूबर तक मांगों पर गौर करने की मांग की है।

एक चिकित्सक ने कहा कि अगर उनकी मांगें 22 अक्तूबर तक पूरी नहीं हुईं तो वे पूरे राज्य भर में हड़ताल करेंगे। हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हमारे साथ बैठकर बात करें और हमारी सभी मांगों को पूरा करें। प्रदर्शनकारी चिकित्सकों के साथ ही कई कलाकारों ने सांकेतिक भूख हड़ताल की।

आंदोलन कर रहे चिकित्सकों ने रविवार को अपनी मांगों को लेकर एक महारैली की योजना बनाई है। इसमें वह स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को हटाने की भी मांग करेंगे। इसके अलावा चिकित्सकों ने राज्य सरकार से सभी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में केंद्रीयकृत रेफरल प्रणाली स्थापित करने, बेड रिक्ति नियंत्रण सिस्टम और कार्यस्थलों पर सीसीटीवी, ऑन कॉल ड्यूटी, वॉशरूम बनवाने के लिए टास्क फोर्स का गठन करने की मांग की है।

वहीं मुख्य सचिव के आमरण अनशन स्थल पर पहुंचने के दौरान सीएम ममता बनर्जी ने आंदोलनकारी डॉक्टरों से फोन पर बात की। सीएम ने डॉक्टरों से अनशन खत्म करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर किसी को विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन इससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित नहीं होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि आपकी अधिकतर मांगों को पूरा कर दिया गया है, शेष मांगों को पूरा करने के लिए तीन से चार महीने का समय दीजिए।

‘समाजवादी पार्टी को 12 सीटें चाहिए’, महाराष्ट्र में MVA के सामने अखिलेश यादव ने रखी डिमांड

समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) से 12 सीटें मांगी हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश सिंह यादव ने शनिवार को उत्तर महाराष्ट्र के धुले जिले में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने कुछ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, जहां उनके मौजूदा विधायक हैं और उन निर्वाचन क्षेत्रों में भी जहां उन्हें लगता है कि वे मजबूत हैं।

विपक्षी गठबंधन इंडिया का हिस्सा है समाजवादी पार्टी
इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने राज्य में 12 सीटें मांगी है, उन्होंने आगे कहा कि दो विधायक हमारे हैं और हम वो लोग हैं जो कभी-कभी कम सीटों पर भी संतुष्ट हो जाते हैं। बता दें कि मुलायम सिंह यादव की तरफ से स्थापित उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गठबंधन के इंडिया ब्लॉक की एक प्रमुख दल है।

‘महाराष्ट्र का संदेश देश की राजनीति को बदलने वाला संदेश होगा’
वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि- बीजेपी को हराना जरूरी है क्योंकि हमारे देश की जो संस्कृति है वह मिली जुली संस्कृति है। महाराष्ट्र का संदेश देश की राजनीति को बदलने वाला संदेश होगा।

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होंगे विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र में, तीन दल – शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे), कांग्रेस और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) – जो विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक का भी हिस्सा हैं, एमवीए गठबंधन के हिस्से के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि भाजपा, शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) महायुति गठबंधन के तौर पर राज्य में चुनाव लड़ रहे हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे।

आदिवासी महिला ने पीएम मोदी को भेजे 100 रुपये, प्रधानमंत्री बोले- यह मुझे काम करने के लिए प्रेरित करता

नई दिल्ली: ओडिशा की एक आदिवासी महिला की ओर से सम्मान स्वरूप भेजे गए 100 रुपये की भेंट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अभिभूत कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति का यही आशीर्वाद मुझे विकसित भारत के लिए अधिक से अधिक काम करने की प्रेरणा देता है।

दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांड्या ने एक्स पर एक पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने लिखा कि जब वह भाजपा के राष्ट्रीय सदस्यता अभियान के तहत ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में एक आदिवासी महिला से मिले तो उस महिला ने उनको 100 रुपये दिए। आदिवासी महिला ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद स्वरूप 100 रुपये भेंट करने के लिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष से कहा।

जब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने मना किया तो महिला ने उनकी सारी बातों को नकार दिया और धन्यवाद ज्ञापित करने पर अड़ी रही। इस पोस्ट के साथ बैजयंत पांड्या ने लिखा कि यह उस परिवर्तन का एक प्रतिफल है जो भारत और ओडिशा अनुभव कर रहा है।

एक्स पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की पोस्ट को साझा करते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि मैं इस स्नेह से बेहद प्रभावित हुआ। मैं हमेशा मुझे आशीर्वाद देने के लिए नारी शक्ति को नमन करता हूं। उनका आशीर्वाद मुझे विकसित भारत के निर्माण के लिए काम करते रहने के लिए प्रेरित करता है।

पहली मेट्रो के 40 वर्ष…पहले 3 अब 60 किमी तय करती है दूरी, कोलकाता में 1984 में दौड़ी थी

देश में पहली मेट्रो कोलकाता में चली थी। 24 अक्तूबर 1984 को चली पहली मेट्रो के 40 साल पूरे होने जा रहे हैं। इसने एस्प्लेनेड और भवानीपुर (वर्तमान में नेताजी भवन) के बीच पांच स्टेशनों के साथ 3.40 किमी (2.11 मील) की दूरी तय की थी। कोलकाता मेट्रो ने इन 40 वर्षों में यहां से बढ़कर 60 किलोमीटर तक का विस्तार प्राप्त किया है। कोलकाता मेट्रो के 40 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 18 अक्तूबर से एक सप्ताह तक विभिन्न आकर्षक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

मेट्रो भवन में शुक्रवार को कोलकाता मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक पी. उदय कुमार रेड्डी ने दावा किया कि 2025 तक कोलकाता मेट्रो नेटवर्क का विस्तार 90 किलोमीटर तक हो जाएगा। 2027 तक यह 130 किलोमीटर तक पहुंच जाएगा। इससे कोलकाता और उसके उपनगरों की कनेक्टिविटी में और वृद्धि होगी। उन्होंने कहा, कोलकाता मेट्रो रेलवे ने जिंदगी को तेज, सहज और सुगम बना दिया है। कोलकाता के आसपास हावड़ा, उत्तर और दक्षिण 24 परगना को जोड़ दिया है और यह अब ‘आमार मेट्रो’ बन गई है। उन्होंने बताया कि हम इस सप्ताह विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये मेट्रो की ऐतिहासिक यात्रा को यादगार बनाने की कोशिश करेंगे।

स्मार्ट कार्ड और नया लोगो भी किया जारी
रेड्डी ने कोलकाता मेट्रो का एक स्मार्ट कार्ड व नया लोगो भी जारी किया। यह कार्ड जल्द ही काउंटरों पर उपलब्ध होगा। इस दौरान प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी जिसमें दुर्लभ तस्वीरें, पुराने टिकट, स्मार्ट कार्ड और फिलेटली आइटम प्रदर्शित किए जाएंगे। समारोह के दौरान एक विशेष कवर और डाक टिकट भी जारी किया जाएगा। रेड्डी ने कहा, मेट्रो कोलकाता जैसे शहर में मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (एमआरटीएस) की आवश्यकता को पूरा करने में सफल रही है। लंबित परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है।

कर्मयोगी सप्ताह की शुरुआत करेंगे PM ,लोकसेवक सीखेंगे राष्ट्रीय लक्ष्यों संग जुड़ने का मंत्र

नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में कर्मयोगी सप्ताह यानी राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह का शुभारंभ करेंगे। इसका उद्देश्य सभी लोकसेवकों के बीच आजीवन शिक्षण का बढ़ावा देना और उन्हें खुद को राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ जुड़ना सिखाना है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह लोक सेवकों के लिए व्यक्तिगत और संगठनात्मक क्षमता विकास की दिशा में नई गति प्रदान करने वाला, अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन होगा। यह पहल सीखने और विकास के लिए एक नई प्रतिबद्धता को प्रोत्साहित करेगी। राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह का उद्देश्य एक सरकार का संदेश देना भी है। पीएमओ के मुताबिक, यह कार्यक्रम व्यक्तिगत प्रतिभागियों और मंत्रालयों, विभागों और संगठनों के जुड़ाव के विभिन्न रूपों के माध्यम से सीखने के लिए समर्पित होगा।

इस दौरान प्रत्येक कर्मयोगी कम से कम 4 घंटे की योग्यता-आधारित शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध होगा। प्रतिभागी आईजीओटी मॉड्यूल और प्रख्यात व्यक्तियों की तरफ से आयोजित वेबिनार आदि के माध्यम से लक्षित घंटे पूरे कर सकते हैं।

चार साल पहले हुई शुरुआत
मिशन कर्मयोगी की शुरुआत सितंबर 2020 में हुई थी और तब से इसमें उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इसमें वैश्विक परिप्रेक्ष्य के साथ भारतीय लोकाचार में निहित भविष्य के अनुकूल सिविल सेवा की कल्पना की गई है। इस दौरान, मंत्रालय, विभाग और संगठन क्षेत्र-विशिष्ट दक्षताओं को बढ़ाने के लिए सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित करते हैं।

‘जो छिपा है, जरूरी नहीं…’, बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में उनके बेटे का रहस्यमयी पोस्ट

मुंबई:  राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने शुक्रवार को एक रहस्यमयी पोस्ट साझा किया। इसी दिन उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से भी मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने फड़णवीस को अपने पिता की हत्या के मामले में अब तक की पुलिस जांच की पूरी जानकारी दी। इससे पहले गुरुवार को जीशान सिद्दीकी ने अपने परिवार के लिए न्याय की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने अपील करते हुए कहा था कि उनके पिता की मौत का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए और न ही इसे व्यर्थ में जाने देना चाहिए।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए जीशान सिद्दीकी ने कहा, “जो छिपा है, जरूरी नहीं कि वह सो रहा हो। जो सामने दिख रहा है, जरूरी नहीं कि वह बोलता हो।”

बाबा सिद्दीकी का था दाऊद इब्राहिम से संबंध: दावा
12 अक्तूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के पास बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अबतक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से पांच को पनवेल और कर्जत में छापेमारी के दौरान शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। इस घटना की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक शूटर ने की। शूटर ने दावा किया था कि बाबा सिद्दीकी एक अच्छे इंसान नहीं थे और उनका संबंध भारत के मोस्ट वॉन्टेड अपराधी दाऊद इब्राहिम से था।

योगेश उर्फ राजू (26), जो लॉरेंस बिश्नोई-हाशिम बाबा गिरोह से जुड़ा है, लेकिन उसका बाब सिद्दीकी की हत्या से कोई लेनादेना नहीं है, ने कहा, “उनके खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोप थे। कहा जाता है कि वह दाऊद से जुड़ा हुआ था। जब लोग ऐसे व्यक्तियों से जुड़ते हैं तो कुछ न कुछ होना तय है। बाबा सिद्दीकी के साथ कुछ ऐसा ही हुआ।”

बता दें कि बाबा सिद्दीकी की हतया की जांच जारी है। उनकी हत्या के बाद बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दरअसल, मुंबई पुलिस को धमकी भरा एक संदेश मिला, जिसमें जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ अपने विवाद को सुलझाने का दावा करते हुए सलमान खान से पांच करोड़ रुपये की मांग की गई। संदेश में चेतावनी भी दी गई थी कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो बाबा सिद्दीकी से भी बुरा हाल होगा।

सीट बंटवारे में देरी पर संजय राउत निराश, कहा- राज्य कांग्रेस के नेता नहीं ले पा रहे फैसला

मुंबई: शिवसेना उद्धव के सांसद संजय राउत ने महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे को लेकर हो रही देरी पर निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि सभी सीटों पर बात हो गई है। कुछ सीटें ऐसी हैं, जिन पर राज्य कांग्रेस के नेता फैसला नहीं ले पा रहे हैं।

संजय राउत ने कहा कि मैंने सुबह कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और मुकुल वासनिक से बात की है। आज मैं राहुल गांधी से भी बात करूंगा। उनसे कहूंगा कि सीट बंटवारे के संबंध में लंबित निर्णय में तेजी लाई जाए। कई सीटों पर फैसले हो चुके हैं। महाराष्ट्र के कुछ नेता फैसले लेने में सक्षम नहीं हैं। उन्हें बार-बार सूची दिल्ली भेजनी पड़ रही है। अब वह समय बीत चुका है।

उन्होंने कहा कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस में कोई मतभेद नहीं है। लेकिन कुछ सीटें ऐसी हैं, जिन पर तीनों पार्टियों का दावा है। महाराष्ट्र में नाना पटोले हमारे सहयोगी हैं, उनको कुछ सीटों पर दिक्कत है, उसे सुलझा लिया जाएगा। हम इस बारे में जल्द फैसला लेंगे। गठबंधन में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के साथ ही समाजवादी पार्टी, पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया (पीडब्ल्यूपी) भी है।

वहीं कांग्रेस नेता अतुल लोंधे पाटिल ने कहा कि कल रात को 260 सीटों को लेकर सहमति बन गई है। पार्टी हाईकमान और राहुल गांधी अन्य सीटों को लेकर भी फंसे मामले को जल्द सुलझा लेंगे। इसे लेकर आज मीटिंग बुलाई गई है। एमवीए पूरी ताकत से एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा। महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता से हटाना राज्य के हित के लिए आवश्यक है और हम यह करेंगे।

भाजपा पर बोला हमला
सांसद संजय राउत ने भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे लोग जेल गए और वापस आ गए। हम जानते हैं कि निशाने पर कौन हैं और बीजेपी कैसे और क्या करेगी। भाजपा में भी बिश्नोई गैंग हैं, लेकिन उनके हाथ में कोई हथियार नहीं है। उनके हथियार सीबीआई और ईडी हैं। इन हथियारों का इस्तेमाल करके वह हमको निशाना बना रहे हैं। यह सब झेलने के बाद बावजूद हम पूरी दृढ़ता से साथ खड़े हैं।

सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि चुनाव आयोग ने कुछ महत्वपूर्ण निर्णय दिए हैं। हमें लगता है कि वे निर्णय महाविकास अघाड़ी के हितों के खिलाफ हैं। जबकि इससे शिंदे और भाजपा को मदद मिलेगी। आज के दौर में चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट भी निष्पक्ष नहीं हैं। वे भाजपा की बी, सी और डी टीमें हैं।

‘कुछ खतरनाक ताकतें भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहीं’, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने दी चेतावनी

नई दिल्ली :  भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर लोगों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि कुछ खतरनाक ताकतें भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। वे भारत का खराब रंग सबको दिखाना चाहती हैं। ऐसे प्रयासों को बेअसर करने के लिए जवाबी हमला जरूरी है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्थापना दिवस समारोह में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि इन खतरनाक ताकतों को मानवाधिकार पर उपदेश और व्याख्यान देना तक पसंद नहीं है। उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा, आपात काल और 1984 के सिख दंगे कुछ ऐसी घटनाएं हैं जो स्वतंत्रता की नाजुकता की याद दिलाती हैं।

धनखड़ ने कहा कि कुछ खतरनाक ताकतें हैं, जो गलत तरीके से हमें कलंकित करना चाहती हैं। इन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों के जरिये हमारे मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवाल उठाने के लिए भी योजना बनाकर रखी है। ऐसी ताकतों को बेअसर करने की जरूरत है। यह भारत में फिट होने के लिए जवाबी हमले और प्रतिघात करते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी ताकतों ने सूचकांकों और रैंक के जरिये दुनिया को भारत का खराब रंग दिखाने की कोशिश की है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि भारत सरकार ने कोविड महामारी के दौरान 80 करोड़ लोगों को जाति और पंथ की परवाह किए बिना राशन मुहैया कराया, लेकिन फिर भी भूख सूचकांक में भारत की रैंकिंग खराब दिखाई गई।