Saturday , November 23 2024

देश

“शोभायात्रा और धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए” : मुख्यमंत्री योगी

देश के कई राज्यों में रामनवमी व शोभायात्राओं के कारण बढ़े सामाजिक तनाव को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं। गुरुवार को अफसरों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में कोई भी शोभायात्रा और धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए।

अनुमति देने से पूर्व आयोजकों से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए और इस दौरान किसी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए। माहौल खराब हुआ तो हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी धार्मिक विचारधारा के हर किसी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। पूर्व से अनुमति से जहां माइक लगे हैं वहां माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए।

प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 980 है। विगत 24 घंटों में 01 लाख 14 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 205 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 81 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए।

अखिलेश यादव के ‘बीजेपी के करीब वाले’ बयान पर बोले चाचा शिवपाल-“मैं बीजेपी के साथ हूं तो उन्हें…”

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच की नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है। अखिलेश यादव के शिवपाल यादव को इशारों ही इशारों में बीजेपी का करीबी बताते हुए उन्हें चले जाने की सलाह देने के एक दिन बाद शिवपाल का पलटवार सामने आया है।

शिवपाल ने अखिलेश के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि अगर उन्हें लगता है कि मैं बीजेपी के साथ हूं तो उन्हें तुरंत विधानमंडल से निकाल देना चाहिए। साथ ही शिवपाल यादव ने कहा कि वे जल्द ही आजम खान से मुलाकात करेंगे।

शिवपाल यादव से गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘अगर अखिलेश को लगता है कि मैं गलत हूं, तो मुझे विधान मंडल दल से बाहर कर दें।’ उन्होंने कहा कि वो समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने, लेकिन सपा के विधायकों की बैठक में उन्हें बुलाया नहीं गया। मैं सपा के 111 विधायकों में से एक हूं।

ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन पहुंचे गुजरात, साबरमती आश्रम में चलाया चरखा व की गौतम अडानी से मुलाकात

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपनी दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंच चुके हैं और गुरुवार सुबह 8.30 बजे ब्रिटिश प्रधानमंत्री सीधे अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरे। यहां गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने हवाई अड्डे पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री का स्वागत किया।

अब से कुछ देर पहले बोरिस जानसन साबरमती आश्रम भी पहुंचे और वहां उन्होंने चरखा चलाकर सूत भी काता। इसके अलावा महात्मा गांधी के शिष्य बने ब्रिटिश एडमिरल की बेटी मेडेलीन स्लेड या मीराबेन की आत्मकथा साबरमती आश्रम द्वारा यूके के पीएम बोरिस जॉनसन को उपहार में दी गई।

अहमदाबाद एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद जोरदार स्वागत के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 08:25 बजे होटल हयात पहुंचें और इसके बाद 10:00 बजे साबरमती रिवर फ्रंट पहुंचेंगे। इसके बाद 10:50 बजे उद्योगपति गौतम अडानी से भी उनकी मुलाकात होगी और दोपहर में 12:15 बजे हलोल में जेसीबी प्लांट का दौरा करेंगे।

आपको बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है जब जब कोई ब्रिटिश प्रधान मंत्री भारत के 5वें सबसे बड़े राज्य और ब्रिटेन में लगभग आधी ब्रिटिश-भारतीय आबादी के घर गुजरात का दौरा कर रहा है। ब्रिटेन में गुजरातियों की बड़ी आबादी रहती है।

 

सिविल सेवा दिवस के अवसर पर अधिकारियों को पीएम मोदी ने किया संबोधित कहा-“देश की एकता व अखंडता…”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को सिविल सेवा अधिकारियों से देश की एकता व अखंडता से कोई समझौता ना करने का आह्वान करते हुए कहा कि कोई भी फैसला वह चाहे कितना भी आकर्षक क्यों ना हो, लेने से पहले उन्हें उसे एकता व अखंडता की तराजू में जरूर तौलना चाहिए।

सिविल सेवा दिवस के अवसर पर यहां स्थित विज्ञान भवन में लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार प्रदान करने के बाद सिविल सेवा अधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें अपने फैसलों में यह जरूर देखना चाहिए कि वह देश की एकता और अखंडता में कहीं रुकावट तो पैदा नहीं करेगा।

प्रधानमंत्री ने दूसरा लक्ष्य वैश्विक परिस्थितियों के अनुरूप नवीनता और आधुनिकता को अपनाना और तीसरा लक्ष्य एकता व अखंडता से समझौता ना करना है। उन्होंने कहा, ‘… व्यवस्था में हम कहीं पर भी हों, लेकिन जिस व्यवस्था से हम निकले हैं, उसमें हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है देश की एकता और अखंडता। यह लक्ष्य कभी भी ओझल नहीं होना चाहिए’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोई भी निर्णय…वह चाहे कितना भी लोकलुभावन हो या आकर्षक हो, उसे उस तराजू पर जरूर तौलिए कि कहीं देश की एकता और अखंडता में वह बाधक या रूकावट तो नहीं पैदा करेगा।’

हरीश रावत ने सीएम धामी को लेकर कही ये बड़ी बात-“रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय…”

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने अंदाज में राज्य सरकार को आगाह किया है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि ‘रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय, टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गाठ बन जाय’।

बीते दिवस मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि चारधाम यात्रा पर आने वाले लोगों का वेरिफिकेशन किया जाएगा।

साथ ही राज्य में असामाजिक तत्वों के सत्यापन के लिए एक मुहिम चलाई जाएगी, ताकि माहौल खराब न हो। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद तमाम लोग अपने-अपने ढंग से व्याख्या कर रहे हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी इस पर टिप्पणी की है।

इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उत्तराखंड छोटा राज्य है। यदि सहिष्णुता का मिजाज बिगड़ गया तो हमारी आजीविका पर विशेष तौर पर पर्यटन से जुड़ी हुई आजीविका पर दूरगामी कुअसर पड़ेगा। हमें प्रत्येक स्थिति में परस्पर सौहार्द बनाए रखना है।हरीश रावत ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले कोरोना की चौथी लहर की दस्तक पर चिंता जताई है। उन्होंने सरकार से अभी से जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यात्रा सीजन में यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ेगी।

सहिष्णुता का मिजाज बिगड़ गया तो हमारी आजीविका पर विशेष तौर पर पर्यटन से जुड़ी हुई आजीविका पर दूरगामी कुअसर पड़ेगा। हमें प्रत्येक स्थिति में परस्पर सौहार्द बनाए रखना है।

बड़ा सवाल: “मस्जिदों पर लगा लाउडस्पीकर हटाने से क्या सच में कम हो जाएगा नॉइस पॉल्यूशन ?”

मौजूदा समय में देश में कई मुद्दों पर बहस चल रही है, रामनवमी हनुमान जयंती के मौके पर दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में हुई हिंसा इन मुद्दों में एक है. महंगाई बेरोजगारी पर चर्चा शुरू ही होने वाली थी कि मस्जिदों पर लगा लाउडस्पीकर बीच में आ गया.

इस चर्चा के सूत्रधार MNS प्रमुख राज ठाकरे हैं. उन्होंने 3 मई तक का अल्टीमेटम दिया है कहा है कि 3 मई तक हर हाल में महाराष्ट्र के मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतर जाना चाहिए.

महाराष्ट्र के स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की 2020 की साउंड मॉनिटरिंग रिपोर्ट कहती है कि राज्य में कई जगहों पर नॉइस लेवल बढ़ा है. रिपोर्ट कहती है कि कई जगहों पर स्टैंडर्ड साउंड लेवल के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई हैं.

तेजी से बढ़ रहा ऑटोमोबाइल इसकी सबसे बड़ी वजह है. रिपोर्ट के मुताबिक लोग ट्रैफिक में बेवजह में हॉर्न बजाते हैं रास्ते में तेज आवाज में गाने सुनते हैं, जिससे पब्लिक प्लेस पर हाई लेवल नॉइस जनरेट होती है.

नॉइस पॉल्यूशन को उतनी तवज्जो नहीं मिलती जितनी कि वाटर एयर पॉल्यूशन को मिलती है लेकिन स्वास्थ्य पर इसका असर कम खतरनाक नहीं है. डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनिया में 12 से 35 साल के 110 करोड़ युवाओं पर, नॉइस पॉल्यूशन के चलते सुनने की क्षमता खो देने का रिस्क है.

जहांगीरपुरी में दुकान पर बुलडोजर चलता देख बोली महिला-“अब बचा ही क्या है? सब कुछ तो खत्म कर दिया”

जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद एमसीडी की तरफ से अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू हुई. हालांकि कुछ देर बाद ही कोर्ट की तरफ से रोक का आदेश दिया गया. उसके बावजूद तोड़फोड़ की कार्रवाई जारी है.

कोर्ट ने फिलहाल याथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है. इस दौरान इलाके में लोग बुलडोजर की कार्रवाई से बेहद परेशान दिखें. महिलाओं का गुस्सा साफ देखने को मिला. उन्होंने कहा, सब कुछ तोड़ दिया अब क्या बचा है?

एक महिला ने  कहा, उनके पति की पान की दुकान है जिसे आज अतिक्रमण की कार्रवाई में तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि ये दुकान 35 साल से इस इलाके में है जिससे उनकी रोजी रोटी चल रही है.

उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि, अब बचा ही क्या है? सब कुछ तो खत्म कर दिया. हमें तो जेल में कैद कर दिया है. एक अन्य महिला ने कहा, गरीब आदमी चाय की दुकान चलाकर अपने बच्चे पाल रहा है .

सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले पर गुरुवार को फिर से सुनवाई करेगा. इससे पहले, जमीयत-उलेमा-ए-हिंद देश के कई राज्यों में चल रहे बुलडोज़र एक्शन के खिलाफ अपनी याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की थी.

 

अलीगढ़: बीजेपी विधायक मुक्ता राजा ने जिले में मौजूद मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों की मांगी जानकारी

अलीगढ़ शहर की बीजेपी विधायक मुक्ता राजा ने अलीगढ़ के जिला अधिकारी नगर को पत्र लिखा है.इस पत्र में उन्होंने जिले में मौजूद मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों की जानकारी मांगी है. इसके अलावा बीजेपी विधायक मुक्ता राजा ने अपने पत्र में लाउडस्पीकर को सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार जांच करने की भी बात कही है.

बीजेपी विधायक मुक्ता राजा ने अपने पत्र में मांग करते हुए जिलाधिकारी से जानकारी लेने के लिए लिखा है कि महानगर में कुल कितनी मस्जिद है उनमें से कितनी मस्जिदों पर लाउडस्पीकर लगे हैं.

क्या जिला प्रशासन द्वारा लाउडस्पीकर का भौतिक परीक्षण किया गया है अथवा नहीं. यदि नहीं तो शीघ्र मस्जिदों के लाउडस्पीकर की आवाज को माननीय न्यायालय के निर्देशानुसार कराया जाए.

उन्होंने सुबह पांच बजे से पहले मस्जिदों पर होने वाली अजान उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार है या नहीं. यदि नहीं तो अब तक क्या कार्रवाई की गई इसकी भी जानकारी अपने पत्र में मांगी है.

उन्होंने कहा कि पहले अजाने जो दी जाती थी जब लाउडस्पीकर नहीं थे तो लोग घरों में जाकर अजान दिया करते थे. लेकिन अब ना तो आवाजों में दम है और ना लोगों के अंदर ऐसा रहा कि वह उसको सुन सके.

नोएडा के 602 मंदिरों और 265 मस्जिदों के लिए सीएम योगी ने जारी किया ये कड़ा आदेश, जरुर देखें

लाउडस्पीकर पर जारी घमासान और सीएम योगी के आदेश के बाद नोएडा में 602 मंदिरों और 265 मस्जिदों को पुलिस ने नोटिस जारी किया है. पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के निर्देश के बाद पुलिस अफसरों ने मंदिरों, मस्जिदों का दौरा किया.

बता दें कि पुलिस आयुक्त की ओर से जारी निर्देश में उन्होंने लाउडस्पीकरों के प्रयोग को लेकर जारी निर्देशों का पालन हर हाल में करने को कहा है.

गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने कार्रवाई शुरू करते हुए 621 मंदिरों में से 602 मंदिरों, 268 में से 265 मस्जिदों और 16 अन्य धार्मिक स्थलों के धर्मगुरु और कमेटी को नोटिस जारी किया है. इसे चेतावनी भी दी गई है कि हाईकोर्ट के ध्वनि संबंधित निर्देशों का पालन किया जाए. तेज आवाज में लाउडस्पीकर या डीजे बजाया तो कार्रवाई की जाएगी.

नोएडा में अब धार्मिक जुलूस या शोभायात्रा निकालने से पहले एफिडेविट भी देना होगा. जिसमें आयोजक यह स्पष्ट करेंगे कि कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण या उग्र प्रदर्शन नहीं होगा और अगर ऐसा होता है तो उनके खिलाफ नियमानुसार मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.

दिल्ली में फिर शुरू हुआ कोरोना पाबंदियों का दौर, मास्क न पहनने पर देना होगा 500 रुपए का जुर्माना

दिल्ली में कोरोना के केस एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में दिल्ली में फिर पाबंदियां लगाने का विचार चल रहा है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में मास्क को फिर अनिवार्य किया जा सकता है.

इतना ही नहीं मास्क न पहनने पर 500 रुपए का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की मीटिंग जारी है और कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ये कदम उठाए जा सकते हैं.

बताया जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजधानी में कोरोना की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. इसके अलावा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने स्कूलों को लेकर पहले ही एसओपी जारी कर दी है.

DDMA की बैठक में फैसला हुआ है कि कोरोना के चलते अब स्कूल बंद नहीं किए जाएंगे. हालांकि, स्कूलों के लिए अलग से एसओपी जारी की जाएगी. इसमें कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाने पर जोर दिया जाएगा. साथ ही सार्वजनिक जमावड़ों पर नजर रखी जाएगी.