Sunday , November 24 2024

इटावा राजकीय महिला शरणालय में मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस*

*राजकीय महिला शरणालय में मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस*

*इस वित्तीय वर्ष में खोले गए 4500 सुकन्या समृद्धि  खाते*

*इटावा* देश में हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस जीसी मनाया जाता है।बालिका दिवस मनाने का सबसे बड़ा उद्देश्य लड़कियों को हरसंभव मदद पहुंचाना और अलग-अलग तरीके के अवसर प्रदान करना है।इस वर्ष भारत में 14वां राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है। सामाजिक रुप से बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए उनके आने वाले भविष्य को बेहतर बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। *यह कहना है जिला प्रोबेशन अधिकारी सूरज सिंह का।*
सूरज सिंह ने बताया कि सोमवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सराय ऐसर स्थित राजकीय महिला शरणालय में गर्म कपड़े और म्यूजिकल उपकरण व खाद्य सामग्री,खेल सामग्री *जसवीर सिंह यादव पूर्णकालिक सचिव,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा वितरित की गई।* उन्होंने बताया कि बालिकाओं की स्थिति में सुधार के लिए हम सबको सोच बदलने की जरूरत है आज हर क्षेत्र में देश की बेटियां सफलता प्राप्त कर रही हैं और देश को गौरवान्वित कर रही हैं इसलिए इस दिवस का और महत्व बढ़ गया है।उन्होंने कहा आज का दिन बेटियों के प्रति समर्पित है,हम सब सामाजिक,आर्थिक,मानसिक रूप से जनपद की बेटियों को सशक्त बनाएं।
*बेटियों को उज्जवल भविष्य देने के लिए सुकन्या समृद्धि के 4500 बालिकाओं के खाते खोले गए*

*डाक अधीक्षक आरके यादव ने बताया* कि राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि के 15 खाते खोले गए।उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत न्यूनतम खाता राशि ढाई सौ रुपए की राशि से खाता खोला जा सकता है।इस खाते को खुलवाने के लिए आप अपने नजदीकी डाक घर पर जाकर संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते हैं।
*जनसंपर्क निरीक्षक आशुतोष त्रिवेदी ने बताया* कि सभी ब्लाकों में कैंप लगाकर बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि खाते के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है और डाक विभाग द्वारा भरपूर प्रयास किया जा रहा है,इस योजना के तहत बालिकाओं के अधिक से अधिक खाते खोले जाएं और उनको आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाए।उन्होंने बताया राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सोमवार को 15 बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाते खोले गए।उन्होंने बताया कि अप्रैल 2021 से अब तक जनपद में 4500 बालिकाओं के खाते खोले जा चुके हैं।सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए बालिका का जन्म प्रमाण पत्र और माता या पिता का आधार कार्ड लाना आवश्यक है।
*इस योजना की मुख्य विशेषताएं निम्न है-*
₹250 की न्यूनतम राशि के साथ खाता खोला जा सकता है।
खाता 10 वर्ष तक की आयु की बालिका माता-पिता/ अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है।
एक बालिका के लिए केवल एक खाता स्वीकार्य और एक परिवार में केवल दो खाते ही स्वीकार्य है।
1 वर्ष में न्यूनतम ढाई ₹250और अधिकतम ₹150000 जमा किया जाता है।
बालिका की आयु 18 वर्ष होने पर 50% तक राशि खाते से निकाल सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि खाते को भारत में कहीं भी ट्रांसफर कराया जा सकता है,बैंक से पोस्ट ऑफिस पोस्ट ऑफिस से बैंक में भी ट्रांसफर किया जा सकता है