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अतिक्रमण अभियान में हुई नाजायज तोड़फोड़ को लेकर व्यापारियों ने दिया प्रशासन के खिलाफ ज्ञापन

 फोटो:- नगरपालिका के कर अधिकारी अरविंद शर्मा को ज्ञापन सौंपते आलोक  दीक्षित एवं नगर के व्यापारी गण, जुलूस निकालकर ज्ञापन देने जाते व्यापारी नेता
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जसवंतनगर(इटावा)। शनिवार को प्रशासन द्वारा नगर में चलाये गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान दुकानदारों का बेरहमी से किये गए गए नुकसान को लेकर व्यापारियों और दुकानदारों ने सोमवार को नगर मे  हड़ताल करने व दुकाने बंद रखने का उपक्रम किया।

मगर आधे से ज्यादा उन दुकानदारों ने साथ नहीं दिया, जिनकी तरफ अतिक्रमण हटाओ अभियान उस दिन पहुंचा ही नहीं था।  इसलिए बाजार बंदी तो ज्यादा सफल नहीं रही और दोपहर बाद पालिका बाजार छोड़कर सारे बाजार खुल  गए।
    सुबह से ही यहां का पालिका बाजार तो पूरी तरह बंद रहा। इसकी 80 के करीब दुकानों में सुबह से ही ताले पड़े रहे। सदर बाजार, बजाज लाइन, और नदी पुल तक का बाजार मात्र घंटे- दो घंटे ही बंद रहा।
     अतिक्रमण हटाओ अभियान के प्रति दुकानदारों में व्याप्त रोष और हड़ताल की खबर सुन उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल इटावा के अध्यक्ष आलोक दीक्षित सुबह ही नगर में पहुंच गए। उन्होंने एक-एक कर दुकानदारों की व्यथा सुनी। बड़ी संख्या में दुकानदारों ,व्यापारी नेताओं और सभासदों के साथ पूरे बाजार में नारेबाजी करते जुलूस निकाला।
   बाद में पालिका परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने अधिशासी अधिकारी और पालिका अध्यक्ष के न मिलने पर एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी जसवंतनगर और थाना पुलिस के विरुद्ध पालिका के कर अधिकारी अरविंद शर्मा को सौंपाया।
     जिलाधिकारी इटावा को संबोधित ज्ञापन में अतिक्रमण अभियान चलाने वाले उप जिलाधिकारी तथा कस्बा इंचार्ज को टारगेट करते हुए कहा गया कि अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने से पूर्व मुनादी की गई थी कि दुकानदार नालियां खोल दें, ताकि उनकी साफ-सफाई हो सके। मगर अभियान चलाकर दुकानदारों की दुकानों पर जबरदस्त और पूर्वाहग्रस्त तोड़फोड़ की गई।  तोड़फोड़ पालिका बाजार में तो सर्वाधिक की गई। दुकानदारों का सामान तोड़ने के साथ उनसे अभद्रता भी की गई। धूप ,बरसात और छाया के लिए लगाये गये टीन शेड उखाड़ फेंके गये। दुकानों पर लगे वेशकीमती बोर्ड भी तोड़ दिए गए। अभियान में शामिल अधिकारी और कर्मचारी हमलावर जैसा व्यवहार कर रहे थे। दुकानदारों को अपमानित करने के साथ-साथ उनकी एक नहीं सुन रहे थे।
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  पालिका बाजार में हुआ है सर्वाधिक नुकसान
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    शनिवार को चले अतिक्रमण हटाओ अभियान में सर्वाधिक नुकसान पालिका बाजार के दुकानदारों का किया गया और कई मोबाइल की दुकानो  को तहस-नहस कर दिया गया। दुकानदारों का कहना है कि अतिक्रमण के नाम पर  पालिका बाजार में ही हर बार दुकानदारों को नुकसान पहुंचाया जाता है।  उन्हें बेइज्जत किया जाता है ,जबकि दुकानदार पालिका को बाकायदा दुकानों का किराया देते हैं।
   ज्ञापन में प्रशासनिक अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है कि शासन के निर्देशों को धता बताते हुए दूषित मानसिकता से नाली खुलवाने के नाम पर व्यापारियों के सामान की तोड़फोड़ कर आर्थिक नुकसान करते हुए कई व्यापारियों के साथ अभद्र व्यवहार में मारपीट तथा उत्पीड़न किया गया है। साथ ही जिन  व्यापारियों को आर्थिक नुकसान पहुंचा है उसका आकलन नगर पालिका चेयरमैन व बोर्ड की समिति बनाकर कराया जाए। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री, विधायक शिवपाल सिंह यादव को भी प्रतिलिपि भेजी है
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     अफसरों से नुकसान की वसूली की जाए
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     ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि जिलाधिकारी देखें कि मुख्यमंत्री योगी का आदेश है कि जन संपत्ति को, जो कोई भी नुकसान पहुंचाए उसकी वसूली उसी से ही की जाए। इसलिए जसवंत नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर जो जन संपत्ति का नुकसान उप जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने किया है, उसकी बसूली उनसे की जाए और  उससे  शिकार दुकानदारों की भरपाई हो।
     ज्ञापन देने जाने वालों में आलोक दीक्षित के अलावा विद्याराम यादव अशोक यादव क्रांतिकारी, सभासद राजीव यादव, ऋषि कांत चतुर्वेदी, इरशाद भाई, अजहरुल्ला खान, सभासद शेष कुमार ओम प्रकाश  गुप्ता, पंकज ,महेश चंद्र, सज्जन सिंह, दीपक, अंकुल, हासिम, सुरेंद्र सिंह पप्पू, राजू गुप्ता, विकास कुमार, शैलेश कुमार, संजय कुमार, प्रशांत कुमार, आदि लोग थे।
     शिवपाल सिंह यादव का इंतजार
  जसवंत नगर के ज्यादातर व्यापारी अपने क्षेत्रीय विधायक और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह की प्रतीक्षा में है और वह जानते हैं कि जिस दिन विधायक जी जसवंतनगर आएंगे उज्जैन उस दिन अतिक्रमण अभियान चलाने वाले और व्यापारियों का नुकसान करने वाले अफसरों की  शामत जरूर आएगी।
*वेदव्रत गुप्ता
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