*परिवार नियोजन के प्रति जनपदवासी हुए जागरूक*
*परिवार नियोजन के साधन अपनाने में सभी निभाएं अपनी जिम्मेदारी – डॉ.संजय*
*इटावा* जनपद में परिवार नियोजन अपनाने के लिए स्वास्थ विभाग की ओर से निरंतर प्रयास जारी हैं।इसी क्रम में अप्रैल 2021 से दिसंबर 2021 तक जनपदवासियों के लिए परिवार नियोजन के समस्त साधन धरातल पर उतारे गए हैं।जहां कोविड काल में लोग घरों में कैद होने को मजबूर थे वहीं उम्मीद से अधिक पीपीआईयूसीडी, गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा को स्वेच्छा से अपनाया गया।इस सफलता का श्रेय स्वास्थ्य विभाग जनपद वासियों को दे रहा है।
*अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व आरसीएच नोडल डॉ.बीएल संजय बताते हैं कि* जनपद में लोग परिवार नियोजन संसाधन अपनाने के लिए धीरे-धीरे जागरूक हो रहे हैं।उन्होंने बताया लॉकडाउन में जहां यह बहुत बड़ा डर था कि जनसंख्या विस्फोट होगा लेकिन कोरोना काल (लॉकडाउन) में लोगों ने आगे बढ़कर परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी संसाधनों को अपनाया जो कि सराहनीय है।
*डॉ.संजय ने बताया* कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जो महिलाएं प्रसव पश्चात नसबंदी कराती हैं उनको प्रोत्साहन राशि के रूप में ₹3000 और आशा को ₹400 दिए जाते हैं।डॉ. संजय ने कहा परिवार नियोजन संसाधनों को अपनाने के लिए सभी (पुरुष व महिलाओं) को मिलकर जिम्मेदारी निभानी होगी।स्वास्थ्य विभाग द्वारा नसबंदी के लिए लोगों को जागरूक बनाया जा रहा है और सही सटीक जानकारी भी दी जा रही है।
*जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ शिशिर गुप्ता ने बताया* अप्रैल 2021-दिसंबर 2021 तक 1200 महिलाओं व 5 पुरुषों की नसबंदी कराई जा चुकी है।उन्होंने बताया कि अप्रैल 2021 से अब तक 6616 महिलाओं ने पी.पी.आई.यू.सी.डी, 13300 महिलाओं ने आई.यू.सी.डी, 3452 महिलाओं नें त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा और 14500 महिलाओं ने साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया को अपनाया है।
*उन्होंने बताया* हम स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर निरंतर परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई संसाधनों के बारे में विस्तृत जानकारी के साथ लोगों को जागरूक करने के लिए प्रयासरत रहते हैं।इसके मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता कार्यक्रम चलाकर पुरुष नसबंदी का संदेश दिया जा रहा है, स्वास्थ्य केंद्रों पर दंपतियों व नव दंपत्ति की काउंसलिंग और प्रसव पश्चात महिलाओं को परिवार नियोजन संसाधन अपनाने के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है।
*जिला परिवार नियोजन एवं लॉजिस्टिक प्रबंधक अमित विश्वकर्मा ने बताया* विशेष रुप से जनपद के नव-विवाहित दंपत्तियों को परिवार नियोजन संसाधन अपनाने के लिए काउंसलिंग की गई साथ में उनको शगुन किट भी निशुल्क वितरित की गई।सभी जिला महिला अस्पताल व समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर परिवार नियोजन संसाधनों को निशुल्क वितरित किया जा रहा है और परिवार विकास कार्यक्रम के तहत आने बाले जिलों में नसबंदी अपनाने वाले पुरुषों को प्रोत्साहन राशि के रुप में 3,000 रुपये और महिलाओं को 2,000 रूपये की राशि दी जाती है।