सुबोध पाठक
जसवंतनगर। ब्रह्माणी देवी मंदिर की एक दीवार बारिश के दौरान अचानक ढह गई। हालांकि किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है।
बलरई क्षेत्र में स्थित प्राचीन सिद्धपीठ मां ब्रह्माणी देवी मंदिर यमुना नदी के नजदीक एक टीले पर बना हुआ है जिसके आसपास चारों तरफ बड़ी बड़ी खाई है। मंदिर में पहले से चटकी हुई एक दीवार तेज बारिश नहीं झेल पाई और अचानक से ढह गई।मुख्य देवी मन्दिर के पिछले हिस्से की दीवार जहाँ पर श्रद्धालु सिक्का चिपकाकर मन्नतें माँगते थे उसके पीछे परिक्रमा लगाने वाली बाउन्ड्री दीवार ढही है। बगल में स्थित एक कमरे की दीवार कुछ साल पहले ही गिर चुकी थी जिसका निर्माण कार्य अभी तक नहीं हो सका है।
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक मंदिर के कर्ता-धर्ता पुजारियों में आपसी सहमति नहीं है और मन्दिर उपेक्षाओं का शिकार बना हुआ है। यदि एकजुटता होती तो आपसी सहमति से भी चटकी हुई दीवार की मरम्मत कराई जा सकती थी। मंदिर पर अपना आधिपत्य जमाने वाले दो पुजारी परिवार बारी बारी से मेले का चढ़ावा इत्यादि ग्रहण करते हैं उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
पुजारियों का कहना है कि प्रशासन नुकसान का आंकलन कराकर दीवार का निर्माण व मरम्मत करा दे जिससे साल भर में लगने वाले तीन मेलों में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को दर्शन करने में किसी तरह का कोई खतरा न हो।