जसवंतनगर: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित हुए उक्त शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पहुंचीं डॉ. तृप्ति शुक्ला ने बताया कि अत्यधिक योनि स्राव, पेशाब या सेक्स के दौरान दर्द, मासिक धर्म चक्र, रजोनिवृत्ति के बाद और पैल्विक परीक्षा के बीच होने वाले रक्तस्राव तथा अस्पष्टीकृत दर्द, असामान्य पानी का निर्वहन, गंदी महक जैसे लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में इसकी दर सबसे ज्यादा है तथा सर्वाइकल कैंसर सेल कोशिकाओं पर इस्तेमाल करने से कैंसर की ग्रोथ कम होती है कोशिकाओं की मृत्यु दर बढ़ती है इन दोनों की तकनीक से सर्वाइकल कैंसर में भूमिका का पता चलता है इस सर्वाइकल कैंसर से हर वर्ष लगभग 50,000 से ज्यादा महिलाओं की मौत हो जाती है उन्होंने बताया कि महिलाओं में इसके लिए जागरूकता होना बहुत जरूरी है। उन्होंने इसके उपचार हेतु वैक्सीनेशन पर भी जोर दिया।
इस दौरान प्रधानाचार्या राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रज्ञा सिंह, लालमनी, ब्रजेश कुमार,शमीमा, पैरा लीगल वालंटियर लालमन बाथम, रवि कुमार, बृजेश कुमार आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।