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हेल्थ

वजन कम करने में सहायक हैं नाशपाती, जानिए इसके कुछ फायदें

नाशपाती  दुनिया के लोकप्रिय फलों में से एक माना जाता है, इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। नाशपाती में सोडियम, फैट और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है, इसलिए यह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है।

1-पाचन का अनुकूलन 

एक अध्ययन की मानें तो नाशपाती जैसे फल फाइबर का सबसे अच्छा स्त्रोत माने जाते हैं। एक नाशपाती खाने से दैनिक आवश्यकता का 18 प्रतिशत फाइबर मिलता है। फाइबर पाचन स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक बहुत मजबूत एजेंट के रूप में काम करता है।

2. वजन कम करने में सहायक

नाशपाती सबसे कम कैलोरी वाले फलों में से एक है। वहीं इसमें फाइबर प्रचूर मात्रा में पाया जाता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखने में मदद करता है। नाशपाती खाने के बाद आपको भूख कम लगती है और आप ज्यादा खाने से बच जाते हैं।

3- ब्लड प्रेशर 

नाशपाती में एंटी-कार्सिनोजेन ग्लूटाथियोन और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

 

यदि आपके शरीर में भी दिख रहे हैं ये लक्ष्ण तो आज ही हो जाएं सतर्क

शरीर को स्‍वस्‍थ्‍य रहने के लिए विटामिन और मिनरल्‍स की जरूरत होती है। शरीर में कमी होने पर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। स्‍वस्‍थ्‍य रहने के लिए शरीर में जरूरी पोषक तत्‍व होना चाहिए।

ऐसा जरूरी भी नहीं है कि हम भोजन में सभी विटामिन और मिनरल्‍स खा रहे हैं। इसलिए शरीर में कमी होने पर वह प्रतिक्रिया देना शुरू कर देते हैं इसलिए आइए जानते हैं, विटामिन और मिनरल की कमी होने पर क्‍या करें।
नाखून और बालों गिरना- नाखून बढ़ नहीं रहे हैं, टूट रहे हैं और बाल लगातार गिर रहे हैं। इसका मतलब आपके शरीर में मिनरल्‍स और विटामिन की कमी है। शरीर में पोषक तत्‍वों की कमी होने पर यह संकेत नजर आते हैं।

दांतों से खून आना – अक्‍सर ब्रश करने के दौरान मुंह से ब्‍लड आ जाता है। ऐसे में आपको विटामिन सी की कमी है। शरीर में विटामिन सी की कमी होने पर हड्डियां भी कमजोर होने लगती है। इस कमी को पूरा करने के लिए डॉक्‍टर अलग से सप्‍लीमेंट्स देते हैं।

त्‍वचा लाल हो जाना – कुछ लोगों को जरा सी खरोच या रगड़ लगने पर त्‍वचा एकदम लाल हो जाती है। ऐसे में आपके शरीर में विटामिन बी 6 की कमी है। विटामिन बी 6 शरीर में कोलेजन बढ़ाने में मदद करता है। इससे त्‍वचा पर ग्‍लो बना रहता है।

सेब का अत्यधिक सेवन करना भी आपकी सेहत पर पड़ सकता हैं भारी, देखिए यहाँ

किसी भी चीज की अधिकता सेहत के लिए हानिकारक होती है। फिर चाहे वो फल हो या फिर सब्जी या फिर फास्ट फूड। सेब एक ऐसा फल है जो आपको बाजार में 12 महीने आराम से मिल जाएगा।

ये ना केवल स्वाद में बेहतरीन होता है बल्कि सेहत के लिए भी अच्छा होता है। लेकिन क्या आपको पता है सेब का अधिक सेवन करना भी आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। जानें सेब के अधिक सेवन से सेहत को कौन कौन से नुकसान हो सकते हैं।

आप एक दिन में कितने सेब खा सकते हैं? शोध के मुताबिक एक व्यक्ति एक दिन में एक से दो सेब खा सकता है. लेकिन अगर आप इसका अधिक मात्रा में सेवन कर रहे हैं तो संभवतः इसके कुछ खतरनाक प्रभाव हो सकते हैं.

पाचन संबंधी समस्याएं
फाइबर हमारे पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है. लेकिन बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन पाचन संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है.

यह आपके दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है

सेब अम्लीय होते हैं. इसका बहुत अधिक सेवन आपके दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है.

एलर्जी
सेब उन लोगों के लिए बल्कुल ठीक नहीं है जिन लोगों को इसे खाने से एलर्जी का अनुभव होता है.

महिलाओं को अपनी डाइट में जरुर शामिल करने चाहिए ये पोषक तत्व

शरीर को हेल्दी रखने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरुरत होती है। अगर शरीर में जरुरी पोषक तत्व न हो तो शरीर में कमजोरी और सुस्ती आ सकती है। जरुरी विटामिन और प्रोटीन के अभाव में शरीर को कई तरह की बीमारियां भी हो सकती हैं।

कैल्शियम
कैल्शियम हड्डियों की मजबूती और शरीर के सही विकास के लिए जरूरी होता. इसके अलावा मांसपेशियों, नर्व सिस्टम के विकास में मदद करता है. बचपन और 20 साल की उम्र में बोन डेंसिटी निर्माण की अहमियत होती है. 20 साल के बाद बोन विकार का खतरा रहता है. डेयरी उत्पाद, सोया और मछली का सेवन कैल्शियम प्राप्ति का अहम जरिया हैं. महिलाओं को प्रतिदिन एक हजार मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है.

आयरन
मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को आयरन की कमी हो जाती है. यहां तक कि गर्भावस्था में भी स्वस्थ लाल रक्त कोशिका का लेवल बहाल रखने के लिए आयरन की जरूरत पड़ती है. मासिक धर्म के दौरान आयरन की कमी से महिलाओं का शरीर पीला और कमजोर पड़ जाता है. इसकी कमी दूर करने के लिए मांस, मछली, कद्दू और अनार बेहतरीन फूड होते हैं.

आयोडीन
बच्चे के शारीरिक विकास के लिए आयोडीन दूसरा जरूरी मिनरल होता है. ये बच्चे के दिमाग में असामान्य वृद्धि को रोकता है. 25-40 साल की उम्र वाली महिलाओं के गर्भवती होने की ज्यादा संभावना रहती है. इसलिए उन्हें 150 माइक्रोग्राम आयोडीन सेवन की सलाह दी जाती है. आयोडीन के अलावा आयरन भी 25-40 साल के ग्रुप की महिलाओं के लिए जरूरी होता है. 25-50 साल की उम्र की महिलाओं को प्रतिदिन 18 मिलीग्राम आयरन चाहिए जबकि गर्भवती महिलाओं को रोजाना 27 मिलीग्राम की जरूरत होती है.

कद्दू के बीज डायबिटीज जैसे रोगों में हैं अत्यंत लाभकारी

आपको जानकार हैरानी होगी कि कद्दू के बीज में विटामिन-बीवफ़ॉलिक एसिड केअतिरिक्तएक ऐसा केमिकल भीउपस्थितहोता है, जो हमारे मूड को बेहतर करने में मदद करता है.सिर्फ इतना ही नहीं, कद्दू के बीज डायबिटीज जैसे रोगों में भी बहुत ज्यादा लाभ पहुंचाता है.ये शरीर में इंसुलिन की मात्रा को संतुलित करने में भी मददगार साबित होता है.आप इन बीजों को रोस्ट करके अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

कद्दू के बीज में हैं लाभकारी गुण

ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए कम नमक के साथ इस्तेमाल करना मुफीद माना जाता है. एक बीज खा लेने से 7-8 मिलीग्राम Beta carotene हासिल होता है. जिससे दिल की बीमारी और कैंसर से बचाव संभव हो सकता है. दिन में एक बार मुट्ठी भर कद्दू के इस्तेमाल से गुर्दों की सफाई करने में मदद मिलती है. कद्दू के बीज में अलग-अलग मात्रा में शरीर को स्वस्थ रखनेवाले तत्व पाए जाते हैं.

100 ग्राम कद्दू के बीज में 153 ग्राम कैलोरी, वसा 153 ग्राम, फाइबर 1.1 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट्स 7 ग्राम, सोडियम 5 मिलीग्राम, लोहा 4 मिलीग्राम, मैग्नीशियम 152 मिलीग्राम, फॉस्फोरस 333 मिलीग्राम, विटामिन ए और बी, सी और ई हासिल किए जा सकते हैं. शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि कद्दू के बीच खाने से शरीर पर साइड इफेक्ट्स नहीं होता. कद्दू एशिया, अफ्रीका, अमेरिका और गर्म मुल्कों में पाई जानेवाली अहम सब्जी है. कद्दू के बीज गुदे से चिपके हुए होते हैं.

क्या आप भी खाने के साथ रोजाना करते हैं अचार का सेवन तो पढ़े ये खबर

आम, नींबू और गाजर जैसे हेल्दी फलों और सब्ज़ियों में हल्दी, धनियां, कलौंजी और सरसों जैसे आयुर्वेदिक और औषधिय गुणों से भरपूर मसालों के मिश्रण से बनने वाले अचार को लेकर हालांकि, कई तरह की बातें की जाती हैं। यह सवाल उठता है कि क्या अचार हमारी सेहत के लिए नुकसान पहुंचता है? अचार के सेवन से जुड़ी कुछ ऐसे ही मिथकों के बारे में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रूजुता ने हाल ही में बात की और बताया कितनी सच और कितनी झूठी हैं ये बातें।

रूजुता दिवेकर कहती हैं कि, ब्लड प्रेशर बढ़ने की वजह नमक नहीं बल्कि, हमारी लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें हैं। जैसे, एक्सरसाइज़ ना करना, नींद की कमी, जंक फूड खाने जैसी आदतों की वजह से लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। हालांकि, जो लोग अपनी डायट में साधारण समुद्री नमक की बजाय, काला नमक और सेंधा नमक का प्रयोग कर सकते हैं।

तेल के सेवन से दिल की बीमारियां नहीं होती-यह कहना है रूजुता दिवेकर का। ब्लड प्रेशर की तरह हार्ट डिज़िज़ेज भी लाइफस्टाइल मिस्टेक्स की वजह से बढ़ती हैं। रूजुता दिवेकर सलाह देती हैं कि अपनी पारिवारिक और क्षेत्र विशेष की पाक कला में इस्तेमाल होने वाले नैचुरल तेलों का प्रयोग अचार बनाने के लिए करना चाहिए। इससे घर का बना अचार हेल्दी और सुरक्षित बनता है। जबकि, कमर्शियल अचार का सेवन करने से बचना चाहिए।

1 गिलास पानी में ये चीज़ मिलाकर पीने से आपको मिलेगा हार्ट अटैक से छुटकारा

लाइफस्टाइल में बड़े पैमाने पर आ चुके बदलाव ने ह्रदय की कार्यक्षमता को प्रभावित किया है। हार्ट अटैक की घटनाओं में पिछले कुछ सालों में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है। ऐसे मौकों पर मरीज की हालत देखकर आसपास के लोग डर जाते हैं।

शोधकर्ताओं के अनुसार, जिस व्यक्ति को आर्ट अटैक आता है, उसे तुरंत 1 गिलास पानी में 1 चम्मच लाल मिर्च का पाउडर घोलकर पिला दें। ऐसा करते वक्त मरीज का होश में रहना जरूरी होता है। वहीं, अगर मरीज होश में नहीं है, तो उसके जीभ के नीचें 1 चुटकी लाल मिर्च रख दें।

ऐसा करने से मरीज के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन होने लगेगा। इस घरेलू नुस्खे को अपनाने में ज्यादा देरी ना करें। इसके साथ-साथ मरीज को तुरंत हॉस्पिटल भी ले जाएं।

लाल मिर्च के सेवन से हार्ट अटैक के साथ-साथ स्किन की कई समस्याओं से निजात पाया जा सकता है।रोजाना 1 चुटकी लाल मिर्च के सेवन से फ्लू जैसी समस्याओं से बचाव किया जा सकता है।

इस घबराहट के बीच सिर्फ व्यक्ति को अस्पताल ले जाने का खयाल दिमाग में कौंधता है। परंतु मरीज की बिगड़ती हालत के चलते कुछ उपाय भी अपनाए जाना जरूरी हैं। जिससे अस्पताल पहुंचने के पहले मरीज़ की जान बचाई जा सके।

पाचन शक्ति बढाने के लिए भुने हुए चने का दिन में एक बार जरुर करें सेवन

आपने भुने हुए चने तो कई बार खाए होंगे लेकिन इससे होने वाले चमत्कारी लाभ के बारे में शायद ही आपको ज्ञान हो। भुने हुए चने खाने से शरीर को जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ होता है। आइये जानते हैं इससे होने वाले गुणकारी लाभ के बारे में।बहुत पहले से ही भुने हए चने को गरीबों का बादाम की संज्ञा दी गयी है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

मोटापा घटाए
  • अगर आप मोटापे से ग्रस्त हैं तो भुने हुए चने खाना आपके लिए बहुत ही फायदेमंद रहेगा।
  • रोजाना भुने हुए चने खाने से मोटापे की समस्या में राहत मिलती है।
  • इसका सेवन शरीर से अतिरिक्त चर्बी को पिघलाने में मदद करता है।
पेशाब संबंधी रोग से छुटकारा
  • भुने हुए चनों के सेवन से पेशाब से जुड़ी बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
  • जिनको भी बार-बार पेशाब आने की समस्या हो उन्हें रोजाना गुड़ के साथ चने का सेवन करना चाहिए।
पाचन शक्ति बढ़ाए
  • चने से खून साफ होता है जिससे त्वचा में निखार आता है।
  • चने में फॉस्फोरस होता है जो हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ाता है।

सर्दी-खांसी-जुकाम की समस्या हो या डेंगू बुखार आपको हर बीमारी से बचाएगी गिलोय

गिलोय के बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं लेकिन इसके बहुत से चमत्कारी लाभ है। ये अनेकों मर्ज से निजात दिलाने के लिए अत्यंत ही लाभदायक है।  गिलोय की एक सबसे अच्छी खासियत ये है कि यह जिस भी पेड़ पर चढ़ जाती है, उसके गुण को अपने भीतर चढ़ा लेती है। नीम पर चढ़ी हुई गिलोय सबसे उत्तम मानी जाती है।

 

सर्दी-खांसी
  • किसी व्यक्ति को लगातार सर्दी-खांसी-जुकाम की समस्या हो रही हो तो उन्हें गिलोय के रस का सेवन कराएं।
  • दो चम्मच गिलोय का रस हर रोज सुबह लेने से खांसी से काफी राहत मिलती है।
  • यह उपाय तब तक आजमाएं, जब तक खांसी पूरी तरह ठीक न हो जाए।
ज्वर
  • गिलोय को ज्वरनाशक भी कहा जाता है। अगर कोई व्यक्ति काफी दिनों से किसी भी तरह के बुखार से पीड़ित है और काफी दवाएं लेने के बाद भी बुखार में कोई आराम नहीं मिल रहा हो तो ऐसे व्यक्ति को रोजाना गिलोय का सेवन करना चाहिए।
आंखों की रोशनी
  • जिनकी आंखों की रोशनी कम हो रही हो, उन्हें गिलोय के रस को आंवले के रस के साथ देने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है और आंख से संबंधित रोग भी दूर होते हैं।
  • गिलोय एक शामक औषधि है, जिसका ठीक तरह से प्रयोग शरीर में पैदा होने वाली वात, पित्त और कफ से होने वाली बीमारियों से छुटकारा दिला सकता है।

बदलते मौसम में पेट से जुड़ी समस्याएं होने पर इन चीजों का रखें ख़ास ध्यान

आज के इस बदलते मौसम में पेट से जुड़ी समस्याएं होना एक आम बात हो गयी है। इन समस्याओं में Acidity होना अब कोई बड़ी बात नहीं रह गयी है। हर दूसरा व्यक्ति इससे परेशान दिखाई देता है। हालाँकि गैस की समस्या बहुत ही ज्यादा परेशानी उत्पन्न करती है। लेकिन अब इस उपाय द्वारा घर बैठे अपनी इस समस्या से निदान पाया जा सकता है।

Acidity होने पर इन चीजों का रखें ध्यान

  • एसिडिटी होने पर तुलसी के पत्तो का उपयोग करना चाहिए। ये गैस की समस्या को दूर करने के अच्छे उपायों में से एक है।
  • गैस बनने पर आप तुलसी के पत्तों को चबाएं या तुलसी के चार-पांच पत्तों को एक कप पानी में उबाल कर उसमें शहद डालकर पी भी सकते हैं।
  • रात को सोने से पहले और सुबह उठने के बाद एक ग्लास गुनगुना पानी पिएं।
  • कभी भी भोजन के दौरान या तुरंत बाद पानी ना पिएं।
  • भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से पाचन सही से नहीं हो पाता और गैस बनती है।
  • सुबह खाली पेट नींबू के रस में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर पीने से गैस की समस्या दूर हो जाएगी