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विदेश

इस्राइली सेना ने राफा में चलाया अभियान, गाजा में हमास के चंगुल से छुड़ाए दो बंधक

इस्राइली सेना ने गाजा पट्टी के राफा में ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सेना ने सोमवार तड़के एलान किया की सात अक्तूबर के हमलों के दौरान हमास द्वारा बंधक बनाए गए दो लोगों को बचा लिया गया है।

सेना ने चलाया अभियान
सेना ने बयान में कहा, ‘एक संयुक्त आईडीएफ (सेना), आईएसए (शिन बेट सुरक्षा एजेंसी) और राफा में इस्राइल पुलिस के अभियान के दौरान रात में दो इस्राइली बंधकों को बचा लिया गया। इनकी पहचान 60 वर्षीय फर्नांडो साइमन मार्मन और 70 साल के लुई हर के रूप में हुई है। इन लोगों का हमास ने किबुतज नीर यित्जाक से अपहरण कर लिया था।’

चार महीने से ज्यादा समय युद्ध जारी
इस्राइल और हमास के बीच पिछले साल सात अक्तूबर को युद्ध शुरू हुआ था। हमास के हमलों में करीब 1,200 इस्राइली नागरिक मारे गए थे। जबकि, 250 इस्राइलियों को बंधक बना लिया गया था। इनमें से अब भी 130 बंधक हैं, जिनमें से 29 लोगों के मारे जाने की आशंका है। इसके बाद इस्राइल ने युद्ध का एलान किया और हमास पर पलटवार किया।

इस युद्ध में 26 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। इस्राइल ने गाजा में लगातार हमलों का जवाब दिया, जिसके बारे में क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कम से कम 28,176 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।

गाजा के तेरह लाख लोग रह रहे
राफा दक्षिण गाजा पट्टी का शहर है। जहां अभी गाजा के तेरह लाख लोग रह रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के मुताबिक, इस शहर में ज्यादातर वे लोग रह रहे हैं, जो गाजा के अन्य हिस्सों से निकाले गए हैं। नेतन्याहू ने पहले इस शहर को हमास के आतंकवादियों का आखिरी गढ़ बताया था।

हिंदू मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने वाले मेहमानों को मिलेगा अनोखा उपहार, बच्चों ने बनाया ‘छोटा खजाना

संयुक्त अरब अमीरात के अबु धाबी में बनने वाले पहले हिंदू मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए भारतीय स्कूल के बच्चे खास उपहार बना रहे हैं। दरअसल, ये बच्चे छोटे-छोटे पत्थरों पर रंग भरकर उसपर चित्रण कर रहे हैं और इन्हीं चित्रित पत्थरों को डिब्बों में भरकर मेहमानों को उपहार के तौर पर दिया जाएगा।

मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने वाले मेहमानों को मिलेगा छोटा खजाना
बच्चे तीन महीने से हर रविवार को मंदिर स्थल पर पत्थर सेवा कर रहे हैं। वे अब उपहारों को अंतिम रूप दे रहे हैं। इन चित्रित पत्थरों को ‘छोटा खजाना’ नाम दिया गया है। 12 वर्षीय तिथि पटेल के लिए यह मनोरंजन का एक स्रोत है, जिसे वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर कर रही है।

तिथि ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हम बचे हुए पत्थरों को उठाते हैं और उसे साफ करते हैं। फिर इसे पॉलिश करते हैं और इस पर प्राइमर की परत चढ़ाते हैं। इसके बाद इसमें रंग डाला जाता है।’ वहीं आठ वर्षीय रेवा करिया ने बताया कि वह इस रविवार को पत्थरों को उपहार के तौर पर गिफ्ट बॉक्स में भरकर रखी है। उन्होंने इन उपहार के डिब्बों को ‘छोटा खजाना’ नाम दिया है, क्योंकि इसे छोटे-छोटे बच्चों ने अपने हाथों से बनाया है।

उन्होंने आगे कहा, ‘यह पत्थर मोहमानों को इस भव्य मंदिर की उनकी पहली यात्रा को याद दिलाएगा। मेरे लिए यह टीमवर्क का अनुभव है। मैं अपने माता-पिता के साथ यहां आती हूं और वे भी मंदिर की सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं।’ 11 वर्षीय अविनाश ठाकुर ने बताया कि पत्थरों में की गई कलाकारी और पेंटिंग प्रेम, शांति और सद्भाव को दर्शाता है।

पीएम मोदी करेंगे मंदिर का उद्घाटन
बीएपीएस हिंदू मंदिर की स्थापना अबु मुरीखाह, दुबई-अबु धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल रहबा के पास हुई है। यह मंदिर कुल 27 एकड़ में जमीन पर बना है। इस मंदिर का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था और मंदिर के लिए जमीन यूएई सरकार ने दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी को आबू धाबी के बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि यह गल्फ देश में सबसे बड़ा बीएपीएस मंदिर है।

टेक्सास के चर्च में अंधाधुंध गोलीबारी में पांच साल का बच्चा घायल, महिला हमलावर मारी गई

टेक्सास के ह्यूस्टन में रविवार को एक चर्च में गोलीबारी की गई। हालांकि, पुलिस ने गोलीबारी करने वाली महिला को मार गिराया।इस दौरान एक छोटे बच्चे समेत दो लोगों को गोली लगी है।

ये लोग हुए घायल
शहर के पुलिस प्रमुख ट्रॉय फिनर ने बताया कि पांच साल के एक बच्चे की हालत गंभीर है, जबकि कूल्हे में गोली लगने से घायल 57 वर्षीय एक व्यक्ति की हालत स्थिर है। वहीं, लेकवुड चर्च ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दोपहर में बताया कि एक हमलावर द्वारा लगातार गोलियां चलाई जा रही थीं। सूचना पर पुलिस और अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।

महिला की पहचान नहीं
फिनर ने बताया कि करीब 30 साल की महिला ने लंबा ट्रेंच कोट पहन रखा था, जिसके हाथ में राइफल और बैग थामा हुआ था। वह चर्च में घुसी और उसके साथ एक बच्चा भी था, जिसकी उम्र करीब पांच साल थी।उन्होंने बताया कि दोपहर एक बजकर 50 मिनट पर जब चर्च में गोलीबारी हुई तब वहां मौजूद दो अधिकारियों ने गोलियां चलाईं और महिला की मौत हो गई। फिलहाल महिला की पहचान नहीं हो सकी है। अधिकारी ने कहा कि अगर कानून अधिकारी बच्चे को घायल करने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं, तो हम उस महिला हमलावर पर बच्चे की जिंदगी खतरे में डालने का आरोप लगाएंगे।

ओंटारियो में बेटे ने पिता को मौत के घाट उतारा
आजकल मानवता की सरी हदें पार हो रही है। कनाडा के ओंटारियो से एक ऐसी ही खबर सामने आई है, जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल, यहां एक बेटे ने अपने 56 वर्षीय पिता की घर में ही कथित तौर पर हत्या कर दी। हेमिलटन पुलिस ने रविवार को बताया कि शनिवार शाम करीब सात बजकर 40 मिनट पर एक घर से फोन आया, जब वह वहां पहुंचे तो कुलदीप सिंह नामक भारतीय मूल का शख्स बुरी तरह से घायल मिला। सिंह को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

क्या पाकिस्तान के चुनावी नतीजों में हुई धांधली? तीन दिन बाद परिणाम जारी कर पाया ईसीपी

पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए आम चुनाव के नतीजों में देशभर की राजनीतिक दलों को हैरत में डाल दिया। कोई भी पार्टी इन आम चुनाव में बहुमत के आंकड़ों को छू नहीं पाई। सोमवार को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने तीन दिनों के बाद पूरे नतीजे जारी किए।

जिसमें राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं में सभी राजनीतिक दलों की स्थिति की जानकारी दी गई। गौरतलब है कि पाकिस्तान में नतीजों की घोषणा में असामान्य देरी के कारण मत गणना में धांधली के आरोप लगे हैं।

आईये नजर डालते हैं क्या है चुनावी स्थिति
854 राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ। शुरूआती नतीजों के मुताबिक इन सीटों में से 348 निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की। खास बात है कि सभी स्वतंत्र उम्मीदवारों को इमरान खान की पार्टी पीटीआई का समर्थन था।

राजनीतिक दलों में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज 227 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उसके बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी 160 सीटों के साथ दूसरे स्थान स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) 45 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही है।

नेशनल असेंबली के नतीजें
नेशनल असेंबली में निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीटें जीतीं। पूर्व पीएम नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन को 75 सीटें मिलीं और पीपीपी ने 54, एमक्यूएम-पी ने 17 सीटें हासिल कीं। अन्य पार्टियों में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम ने चार सींटे।

पीएमएल-कायद ने तीन और इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी और बलूचिस्तान नेशनल पार्टी ने दो-दो सीटें जीतीं। गौरतलब है कि पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 सीटों में से 133 सीटें जीतनी होंगी।

गठबंधन सरकार बनाने में जुटे राजनीतिक दल, आम चुनावों के नतीजों में आगे रहे इमरान समर्थित निर्दलीय…

पाकिस्तान में गुरुवार को आम चुनाव हुए थे। उसी दिन नतीजे आने थे, लेकिन उस दिन मतगणना पूरी नहीं हो सकी। आखिरकार चुनाव आयोग ने रविवार को अंतिम नतीजों की भी घोषणा कर दी। फैसला जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पाले में गया।

निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीटों पर शानदार जीत हासिल की। किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया है। वहीं, त्रिशंकु संसद की स्थिति स्पष्ट होने के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों ने गठबंधन सरकार बनाने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

देश में आम चुनाव के नतीजों में हुई देरी से सियासी बवाल खड़ा हो गया था, यहा कई पार्टियों ने धांधली जैसे आरोप लगाकर रोना रोया और कुछ ने विरोध-प्रदर्शन किया। इस बीच, पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने रविवार को 265 सीटों पर हुए चुनाव में से 264 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए। हालांकि एक सीट का नतीजा अभी रोक दिया गया है।

इस सीट का नतीजा नहीं किया घोषित
बताया जा रहा कि पंजाब प्रांत के खुशब में एनए 88 का नतीजा आयोग ने धोखाधड़ी की शिकायतों के कारण रोक दिया है। पीड़ित की शिकायतों के सुलझने के बाद इसकी घोषणा की जाएगी।

बता दें, पीटीआई समर्थित अधिकतर निर्दलीय उम्मीदवारों को नेशनल असेंबली में 101 सीटें मिली हैं। इसके बाद, नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 75 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है।

वहीं, बिलावल जरदारी भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को 54 सीटें मिलीं और कराची स्थित मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) उर्दू भाषी लोगों को 17 सीटें मिलीं, जो विभाजन के दौरान भारत से चले गए थे। अन्य छोटी पार्टियों ने बाकी 12 सीटें जीतीं।

सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली की 265 सीटों में से 133 सीटें जीतनी होंगी। नेशनल असेंबली की कुल 336 सीटों में से साधारण बहुमत के लिए कुल 169 सीटों की जरूरत है, जिसमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटें भी शामिल हैं जिन पर बाद में फैसला होगा।

इस बीच, पंजाब, सिंध और खैबर-पख्तूनख्वा की तीन प्रांतीय विधानसभाओं के पूर्ण परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, लेकिन बलूचिस्तान विधानसभा के तीन निर्वाचन क्षेत्रों के परिणाम अभी भी लंबित हैं।

  • पंजाब की 296 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को 138 सीटें मिलीं, इसके बाद पीएमएल-एन को 137 और अन्य दलों को 21 सीटें मिलीं।
  • सिंध की कुल 130 सीटों पर चुनाव लड़ा गया था, जिसमें से 129 के परिणाम घोषित किए गए थे, जबकि ईसीपी ने भ्रष्टाचार के कारण एक निर्वाचन क्षेत्र में फिर से मतदान का आदेश दिया था।
  •  खैबर-पख्तूनख्वा में कुल 113 सीटों के लिए चुनाव हुए थे और 112 सीटों के परिणाम घोषित किए गए थे, एक सीट पर परिणाम रोक दिया गया था। इससे पहले, उम्मीदवारों की मौत के कारण चुनाव के दिन से पहले दो सीटों पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था।

शरीफ को सेना का साथ
पाकिस्तान में राजनीतिक दलों ने रविवार को गठबंधन सरकार के गठन के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए, जब यह स्पष्ट हो गया कि नकदी संकट से जूझ रहे देश को आम चुनावों के बाद त्रिशंकु संसद का सामना करना पड़ेगा। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक एकीकृत सरकार बनाने का आह्वान किया। इसपर पाकिस्तानी सेना ने शरीफ को अपना समर्थन दिया।

आम चुनाव को लेकर बोले ऋषि सुनक- कंजर्वेटिव पार्टी पूरी तरह तैयार, देश की आर्थिक स्थिति में हुआ सुधार

ब्रिटेन में इस साल के आखिरी छह महीनों में आम चुनाव हो सकते हैं। इसको लेकर प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का बयान सामने आया है। सुनक ने कहा कि कि वह इन चुनावों के लिए अपनी नीति पेश करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

भारतीय मूल के ब्रिटेन नेता सुनक ने इसी हफ्ते एक अखबार को इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने कहा कि वह कंजर्वेटिव पार्टी के लिए एक और कार्यकाल दिलाने के लिए अपनी नीतियों को मतदाताओं के सामने पेश करने को पूरी तरह से तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे बढ़ रही है और भविष्य में इसमें और बेहतरी होने की उम्मीद है। इसलिए, वह आम चुनाव में जीत को लेकर आशावादी हैं।

उन्होंने अखबार से कहा कि उन्हें इस साल के शुरुआत से ही महसूस हो रहा है कि देश सही दिशा में जा रहा है। सुनक ने कहा, आर्थिक स्थितियों में सुधार हुआ है। योजनाएं काम कर रही हैं। अब हम करों में कटौती करने में सक्षम हैं। मेरा मानना है कि ये दबाव कम होना शुरू हो गया है और उम्मीद है कि इस साल हम और प्रगति करेंगे। कंजर्वेटिव पार्टी ने देश के मेहनती लोगों के लिए करों में कटौती की अपनी योजना दोहराई।

दूसरे देशों को अरबों डॉलर देने पर एतराज; अमेरिकी प्रशासन पर भड़के ट्रंप ने दिया लोन का सुझाव

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका को दूसरे देशों की मदद के लिए विदेशी सहायता विधेयक जैसे विकल्प नहीं अपनाने चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ देशों को बाइडन प्रशासन 100 बिलियन डॉलर की भारी भरकम सहायता देना चाहता है, लेकिन इससे बेहतर फैसला जरूरतमंद देशों को लोन देना है।

द हिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने दक्षिण कैरोलिना में एक रैली की। उन्होंने सीनेट में लाए गए विदेशी सहायता बिल के खिलाफ सख्त एतराज दर्ज कराते हुए कहा कि राजकोष से इतनी बड़ी राशि का आवंटन चिंताजनक है।

उन्होंने बाइडन प्रशासन की इस पहल पर सवाल खड़ा करते हुए पूरे डेमोक्रेट खेमे को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि केवल एक मूर्ख, कट्टर वामपंथी डेमोक्रेट ही इस भयावह सीमा वाले विधेयक के समर्थन में मतदान करेगा।

भारतीय ट्रक चालक पर नशीली दवाओं को बांटने का आरोप, 87 लाख कनाडाई डॉलर कीमत का सफेद पाउडर बरामद

कनाडा में एक भारतीय ट्रक ड्राइवर पर नशीली पदार्थों को बांटने का आरोप लगाया गया है। दरअसल, उसे 8.7 मिलियन कनाडाई डॉलर मूल्य की कोकीन अमेरिका लाने के प्रयास में पकड़ा गया था। ड्राइवर की पहचान गगनदीप सिंह के तौर पर की गई है। उसे कस्टम और सीमा सुरक्षा अधिकारियों (सीबीपी) ने कोकीन के साथ पकड़ा था

भारतीय ट्रक चालक पर नशीली दवाओं को बांटने का आरोप
अधिकारियों के अनुसार, यह जब्ती बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं के वितरण गतिविधियों के अनुरूप है। आपराधिक शिकायत के अनुसार, आरोपी ने सीबीपी अधिकारियों को अनदेखा करने और उनके द्वारा रोके जाने के बाद टोल से आगे बढ़ने की कोशिश की।

अधिकारियों को परिवहन ट्रेलर में डक्ट टेप से सील किए गए 13 कार्डबोर्ड बक्से मिलने के बाद सीबीपी के-9 को नशीली पदार्थों की गंध के प्रति सतर्क किया गया था।

एक अधिकारी ने बताया कि 290 किलो सफेद पाउडर बरामद किया गया था, जिसे कोकीन के तौर पर पहचाना गया। इसकी कीमत करीबन 8,700,000 कनाडाई डॉलर बताई गई है। वाहन से कैची और डक्ट टेप भी बरामद किया गया था। पूछताछ क बाद अधिकारियों को ट्रक चालक पर संदेह हुआ था,

क्योंकि चालक अपने ट्रक में कृषि उपकरण ले जा रहा था, लेकिन ट्रेलर पर मुहर एक कनाडाई हेल्थ एंड ब्यूटी केयर कंपनी का लगा हुआ था। आरोपी को सात फरवरी को अदालत के समक्ष पेश किया गया था, अबतक कोई भी आरोप साबित नहीं किया गया है।

‘ईरान-भारत संबंध की मिसाल है चाबहार गोल्डन गेटवे’; राजदूत इराज इलाही द्विपक्षीय संबंध पर बोले

चाबहार बंदरगाह का ‘गोल्डन गेटवे’ के रूप में विकास किया जा रहा है। ईरान के राजदूत इराज इलाही ने कहा, चाबहार से जुड़े तमाम विकास भारत और ईरान के संबंधों का अहम उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन कॉरिडोर (आईएनएसटीसी) का कार्यान्वयन दोनों देशों के मजबूत होते द्विपक्षीय संबंधों का महत्वपूर्ण उदाहरण है।

ईरान की 45वीं वर्षगांठ पर एक कार्यक्रम में राजदूत इलाही ने कहा, पिछले अगस्त में जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच ‘सौहार्दपूर्ण बैठक’ हुई थी। उन्होंने कहा कि दोनों शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद ‘गोल्डन गेटवे’ के रूप में चाबहार बंदरगाह के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ। उन्होंने इसे दोनों देशों के बीच ‘अच्छे सहयोग’ की दिशा में एक ‘नया चरण’ करार दिया।

राष्ट्रपति चुनाव के लिए ट्रंप की एक और कामयाबी, नेवादा में रिपब्लिकन उम्मीदवारी की पहली रेस जीते

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की रेस जीतते जा रहे हैं। दरअसल, नेवादा में रिपब्लिकन पार्टी का कॉकस का आयोजन किया गया। इस कॉकस के नतीजों में डोनाल्ड ट्रंप को जीत मिली है। इस जीत ने उन अनुमानों को और मजबूत कर दिया है, जिनमें कहा जा रहा था कि जो बाइडन को एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप की चुनौती का ही सामना करना पड़ेगा।

2020 में बाइडन जीते थे
साल 2020 में जब आम चुनाव हुआ था, तब राष्ट्रपति जो बाइडन ने 18 लाख पंजीकृत मतदाताओं वाले राज्य में केवल 50.1 फीसदी वोट या 33,000 से थोड़े अधिक वोटों के साथ यहां जीत दर्ज की थी। डेमोक्रेट्स पिछले चार राष्ट्रपति चुनावों में नेवादा में जीत चुका है। लेकिन 2022 में एक रिपब्लिकन जो लोम्बार्डो को गवर्नर चुना गया था। हालांकि, लोम्बार्डो पहले ही राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप का समर्थन कर चुके हैं। नेवादा रिपब्लिकन पार्टी गुरुवार के कॉकस के परिणामों के आधार पर 26 प्रतिनिधियों को पुरस्कार देगी। यहां पहले से उम्मीद की जा रही कि डोनाल्ड ट्रंप ही जीतेंगे।

हेली को मिली मात
मंगलवार को ट्रंप के सामने एकमात्र चुनौती मानी जाने वालीं दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली को प्राथमिकी में हार का सामना करना पड़ा।

63 फीसदी ने लिया ये फैसला
हेली मतपत्र पर एकमात्र रिपब्लिकन उम्मीदवार थीं, लेकिन नेवादा जीओपी मतदाताओं के पास इन उम्मीदवारों में से कोई भी नहीं के लिए मतदान करने का विकल्प था और उन्होंने ऐसा ही किया। मतदान करने वाले लगभग 200,000 लोगों में से 63 फीसदी ने ‘किसी के लिए नहीं’ मतदान किया।