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भारत निर्मित ‘पिनाक’ खरीदने की तैयारी कर रहा फ्रांस; आर्मेनिया पहले ही दे चुका है ऑर्डरफ्रांस अपनी रक्षा जरूरतों को पूरी करने के लिए भारत निर्मित पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम खरीदने पर विचार कर रहा है। ऐसा कोई सौदा रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया पहल की एक बड़ी सफलता साबित होगा। पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर के मूल्यांकन के लिए एक शीर्ष फ्रांसीसी सैन्य अधिकारी अभी भारत आए हुए हैं। फ्रांसीसी सेना के ब्रिगेडियर जनरल स्टीफन रिचो ने कहा, हम अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का मूल्यांकन कर रहे हैं। हमें इस तरह के सिस्टम की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिनाक व ऐसे अन्य सिस्टम का तुलनात्मक मूल्यांकन किया जा रहा है। दोनों देशों के रिश्ते केवल व्यापारिक संबंधों तक ही केंद्रित नहीं हैं और हम साझा सहयोग को और आगे बढ़ाना चाहते हैं। फ्रांस के दोनों वरिष्ठ अधिकारी दोनों पक्षों के बीच वार्ता के सिलसिले में ही आए हैं। वर्ष के शुरू में शुरुआत में सीडीएस जनरल अनिल चौहान की यात्रा के दौरान फ्रांस के साथ इस रॉकेट सिस्टम पर चर्चा हुई थी। 75 किमी से अधिक है मारक क्षमता यह रॉकेट सिस्टम कई वैरिएंट में उपलब्ध है और 75 किलोमीटर और उससे भी अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेद सकता है। इससे पहले आर्मेनिया इसे खरीदने के लिए ऑर्डर दे चुका है और कई अन्य देश इसमें रुचि दिखा रहे हैं। पिनाका एमबीआरएल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित किया है और इसका उत्पादन सोलर इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा और ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड कंपनीज आदि मिलकर कर रहे हैं। कारगिल युद्ध में सटीक रहा था पिनाका मार्क-1 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पिनाक मार्क-1 संस्करण का इस्तेमाल किया था, जिसने पहाड़ की चौकियों पर तैनात पाकिस्तानी चौकियों को सटीकता के साथ निशाना बनाया था और युद्ध में दुश्मन को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया था।

नई दिल्ली: फ्रांस अपनी रक्षा जरूरतों को पूरी करने के लिए भारत निर्मित पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम खरीदने पर विचार कर रहा है। ऐसा कोई सौदा रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया पहल की एक बड़ी सफलता साबित होगा। पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर के मूल्यांकन के लिए एक शीर्ष फ्रांसीसी सैन्य अधिकारी अभी भारत आए हुए हैं।

फ्रांसीसी सेना के ब्रिगेडियर जनरल स्टीफन रिचो ने कहा, हम अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का मूल्यांकन कर रहे हैं। हमें इस तरह के सिस्टम की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिनाक व ऐसे अन्य सिस्टम का तुलनात्मक मूल्यांकन किया जा रहा है। दोनों देशों के रिश्ते केवल व्यापारिक संबंधों तक ही केंद्रित नहीं हैं और हम साझा सहयोग को और आगे बढ़ाना चाहते हैं। फ्रांस के दोनों वरिष्ठ अधिकारी दोनों पक्षों के बीच वार्ता के सिलसिले में ही आए हैं। वर्ष के शुरू में शुरुआत में सीडीएस जनरल अनिल चौहान की यात्रा के दौरान फ्रांस के साथ इस रॉकेट सिस्टम पर चर्चा हुई थी।

75 किमी से अधिक है मारक क्षमता
यह रॉकेट सिस्टम कई वैरिएंट में उपलब्ध है और 75 किलोमीटर और उससे भी अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेद सकता है। इससे पहले आर्मेनिया इसे खरीदने के लिए ऑर्डर दे चुका है और कई अन्य देश इसमें रुचि दिखा रहे हैं। पिनाका एमबीआरएल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित किया है और इसका उत्पादन सोलर इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा और ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड कंपनीज आदि मिलकर कर रहे हैं।

कारगिल युद्ध में सटीक रहा था पिनाका मार्क-1
1999 के कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पिनाक मार्क-1 संस्करण का इस्तेमाल किया था, जिसने पहाड़ की चौकियों पर तैनात पाकिस्तानी चौकियों को सटीकता के साथ निशाना बनाया था और युद्ध में दुश्मन को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया था।

‘झूठ का कारोबार करने महाराष्ट्र आ गया कांग्रेस का समोसा कॉकस’, स्मृति ईरानी का तंज

मुंबई:  हरियाणा विधानसभा चुनाव में जलेबी खूब चर्चा में रही थी। वहीं अब महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों के बीच समोसा सूर्खियां बटोर रहा है। दोनों ही बार कांग्रेस नेता वजह बने हैं। इस बार हिमाचल प्रदेश में समोसा विवाद गहराया हुआ है। वहीं, अब हिमाचल का समोसा विवाद महाराष्ट्र में भी पहुंच गया है। भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस के तीन प्रतिनिधियों को राज्य भेजे जाने पर शनिवार को आलोचना की। साथ ही उन पर झूठ फैलाने और विकास के महत्वपूर्ण मुद्दों का हल करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।

इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में चुनाव पूर्व वादों को पूरा करने संबंधी कांग्रेस नेताओं के दावे पर पलटवार किया। भाजपा की पूर्व सांसद ने कांग्रेस समूह को ‘समोसा कॉकस’ कहा। साथ ही उनके पिछले कामों और बयानों के लिए उनकी चुटकी ली।

झूठ का कारोबार करने आया कांग्रेस का समोसा कॉकस
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस का समोसा कॉकस झूठ का कारोबार करने महाराष्ट्र में आ गया है। उन्होंने महाराष्ट्र में जो तीन प्रतिनिधि भेजे हैं, वे अपने आप में अनोखे हैं- एक ऐसे प्रतिनिधि हैं, जिनके साथ भ्रष्टाचार शब्द जुड़ा हुआ है और उन्हें कांग्रेस के वोट की चिंता नहीं है, बल्कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की चिंता है। दूसरे प्रतिनिधि ने तेलंगाना के लोगों को सोना देने का वादा किया और लोग उन्हें वहां खोज रहे हैं। तीसरे प्रतिनिधि ऐसे हैं- अगर किसी ने समोसा खा लिया, तो उसने इसकी जांच के लिए सीआईडी जांच बैठा दी।’

ऐसे शुरू हुआ समोसा विवाद
बता दें कि बीते माह हिमाचल प्रदेश में सीआईडी दफ्तर में एक कार्यक्रम हुआ था। इस कार्यक्रम में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम में होटल से केक और समोसे मंगवाए गए थे। ये मुख्यमंत्री को परोसे जाने थे, लेकिन प्रोटोकॉल के तहत मैन्यू में इनका जिक्र नहीं था। ऐसे में वहां पर मौजूद स्टाफ ने सीएम के साथ आए पुलिस कर्मचारियों और अन्य लोगों को ही समोसे खिला दिए। इस पर सीआईडी प्रमुख एसआर ओझा ने मौखिक तौर पर जांच के आदेश दिए थे।

तीन पेज की जांच में क्या लिखा
सबसे अहम बात है कि इस मामले की जांच रिपोर्ट तीन पेज की बनाई गई और पता चला कि सीएम के स्टाफ को समोसे खिला दिए गए। वहीं, रिपोर्ट में इस मामले को एंटी सीआईडी और एंटी सरकार बताया गया। ये रिपोर्ट लीक हो गई और अब इस पर खासा बवाल हो रहा है।

सत्ता हासिल करने के लिए झूठ फैलाती है कांग्रेस
ईरानी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता हासिल करने के लिए झूठ फैलाती है और सरकार बनाने के बाद लोगों को लूटने और विभाजित करने का काम करती है। उन्होंने इन प्रतिनिधियों पर विकास के मुद्दों पर काम करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया और दावा किया कि वे अपने अभियान के दौरान झूठ फैलाने की कोशिश करेंगे।

नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को केरल हाईकोर्ट ने दी गर्भपात कराने की अनुमति, एकल न्यायाधीश के आदेश को किया

केरल उच्च न्यायालय ने एक 16 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता की गर्भपात की याचिका को खारिज करने वाले अपने एकल न्यायाधीश के आदेश को खारिज कर दिया और उसे 26 हफ्ते से अधिक लंबे गर्भ को चिकित्सीय तरीके से खत्म कराने की अनुमति दे दी। इस मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश नितिन जामदार और न्यायमूर्ति एस मनु की खंडपीठ ने कहा कि मेडिकल बोर्ड ने लड़की की जांच करने के बाद यह राय दी थी कि उसे मानसिक आघात पहुंचेगा, लेकिन एकल न्यायाधीश ने इस पर विचार नहीं किया क्योंकि पैनल में कोई मनोचिकित्सक नहीं था।

पीठ ने सुनवाई से पहले पीड़िता के मानसिक स्वास्थ्य पर मांगी रिपोर्ट
पीठ ने आगे कहा कि न्यायाधीश को लड़की की मनोचिकित्सक की तरफ से जांच के लिए निर्देश जारी करना चाहिए था। दुर्भाग्य से, ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया। दरअसल पीठ ने ये टिप्पणी नाबालिग की मां की तरफ से दायर अपील पर एकल न्यायाधीश के फैसले को खारिज करते हुए की। जब 7 नवंबर को खंडपीठ के समक्ष अपील सुनवाई के लिए आई, तो उसने निर्देश दिया था कि नाबालिग की मनोचिकित्सक की तरफ से जांच की जाए और गर्भावस्था के कारण होने वाली परेशानी के संबंध में उसके मानसिक स्वास्थ्य के बारे में एक रिपोर्ट पेश की जाए।

मनोचिकित्सक की रिपोर्ट में पीड़िता की स्थिति को लेकर हुआ खुलासा
मनोचिकित्सक की रिपोर्ट में कहा गया था कि लड़की अवसादग्रस्त प्रतिक्रिया के साथ समायोजन विकार का अनुभव कर रही थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि उसके पास गर्भावस्था को जारी रखने की मानसिक क्षमता नहीं है और ऐसा करना उसके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होगा। खंडपीठ ने कहा, इसके अनुसार, याचिकाकर्ता (मां) को मेडिकल बोर्ड और मनोचिकित्सक की राय के अनुसार अपनी नाबालिग बेटी के गर्भ को समाप्त करने (एमटीपी) की अनुमति दी जाती है। पीठ ने राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल को नाबालिग के गर्भ को समाप्त करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया को पूरा करने का निर्देश दिया।

युवक ने भाजपा प्रत्याशी से वादों को लेकर किए सवाल, गुस्साए समर्थकों ने रैली से बाहर धकेला

मुंबई:महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक युवक को भाजपा विधायक और प्रत्याशी से वादों को लेकर सवाल पूछना भारी पड़ गया। युवक ने रैली में भाजपा प्रत्याशी से सवाल पूछे तो उनके समर्थकों ने युवक को पकड़कर रैली स्थल से बाहर धकेल दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि प्रत्याशी और भाजपा विधायक ने युवक को विरोधी दल का सदस्य बताया और उन्हें बोलने न देने का आरोप लगाया।

गंगापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और भाजपा प्रत्याशी प्रशांत बंब शुक्रवार रात को गवली शिवरा गांव में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान एक युवक ने उनसे पुराने वादों को लेकर सवाल किए। वीडियो के मुताबिक जब भाजपा प्रत्याशी रैली को संबोधित कर रहे हैं तो एक युवक उनसे सवाल करता नजर आ रहा है। वीडियो में भाजपा प्रत्याशी युवक से कहते नजर आ रहे हैं कि आपको अपनी मृत्यु तक पछतावा होगा।

इसे लेकर भाजपा प्रत्याशी बंब ने कहा कि वह व्यक्ति 30 मिनट से बोल रहा था। वह मुझे भाषण देने से रोकने के लिए ऐसा कर रहा था। यह पहली बार नहीं है जब किसी ने उनके कार्यक्रम को बाधित करने की कोशिश की हो। मैं ऐसे लोगों से 28 बार पहले भी मिल चुका हूं। वह मेरे प्रतिद्वंद्वी सतीश चव्हाण के समर्थक हैं। वे उनकी कार में घूम रहे थे।

वहीं महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने बंब पर आरोप लगाया कि सवाल पूछने पर उस व्यक्ति को धमकाया गया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विपक्षी नेताओं को खुली चर्चा के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। क्या भाजपा विधायक को सवालों पर आम आदमी को धमकाना शोभा देता है? क्या उनकी पार्टी उन्हें यह सिखाती है कि अगर आप जवाब नहीं दे सकते, तो व्यक्ति को धमकाएं।

महाराष्ट्र में एमवीए बनाम महायुति
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं, सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) से मिलकर बना विपक्षी एमवीए गठबंधन राज्य में सत्ता हासिल करना चाहता है, जो महायुति गठबंधन को चुनौती देता है, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं।

भड़काऊ भाषणों, झूठ के जरिए मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटका रही भाजपा, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का आरोप

मुंबई: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को महाराष्ट्र के नागपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा पर भड़काऊ भाषण और झूठ के जरिए लोगों का ध्यान भटकाने का आरोप लगाया। खरगे ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि इनका कोई नेता बोलता है- बंटेंगे तो कटेंगे, तो कोई बोलता है- एक हैं तो सेफ हैं। सच्चाई ये है कि बांटने वाले भी आप हैं और काटने वाले भी आप हैं। लेकिन दोष दूसरों पर देते हैं।

महाराष्ट्र सरकार पर भी खरगे का निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “महाराष्ट्र में बेरोजगारी, किसानों, युवाओं, महिलाओं और नशे से जुड़ी कई बड़ी समस्याएं हैं। महाराष्ट्र पहले कानून व्यवस्था, न्याय और रोजगार के लिए जाना जाता था। लेकिन प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद सारी चीजें बदल गईं हैं, जिस तरह की सरकार होनी चाहिए, वो नहीं है।”

‘अपने वादे पूरे नहीं कर पाए पीएम मोदी’
खरगे ने मोदी सरकार पर अपने वादे पूरे न करने का आरोप लगाते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी सिर्फ झूठ बोलते हैं। उन्होंने कहा था कि हर साल 2 करोड़ नौकरियां देंगे, विदेशों से काला धन लाएंगे, सबके खाते में 15-15 लाख आएगा। नोटबंदी से काला धन मिटेगा। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। नरेंद्र मोदी अपने इन वादों को पूरे नहीं कर पाए।”

‘देश की असल समस्याओं पर ध्यान नहीं देते मोदी’
कांग्रेस प्रमुख ने कहा, नरेंद्र मोदी झूठ बोलकर हर जगह भ्रम फैलाने का काम करते हैं। जब कांग्रेस अपनी योजनाओं से लोगों को फायदा पहुंचाती हैं, तो पहले वे उसकी बुराई करते हैं, फिर हमारी योजनाओं की ही नकल करने लगते हैं। जब राहुल गांधी जी संविधान बचाने की बात करते हैं, तो नरेंद्र मोदी और उनके लोग उनके खिलाफ बोलने लगते हैं।”

BJP के लोग कभी कहते हैं कि हम संविधान की लाल किताब दिखाकर अर्बन नक्सल को प्रमोट कर रहे हैं, तो कभी कहते हैं संविधान की किताब में खाली पन्ने हैं। ये लोग छोटी बातों को उछालकर मुद्दा बनाते हैं और देश की असल समस्याओं पर ध्यान नहीं देते।

‘दलित-आदिवासी एकता के कारण समर्थन आधार खो रही कांग्रेस’, नांदेड़ में गरजे पीएम मोदी

नांदेड़ :  महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री ने शनिवार को नांदेड़ में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, आज पूरे महाराष्ट्र में महायुति और भाजपा के पक्ष में लहर है। आज देश विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है और देश की जनता जानती है कि भाजपा और उसके सहयोगी दल इसके लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं। यही वजह है कि जनता बार-बार भाजपा और राजग (एनडीए) सरकार को चुन रही है।

‘विकसित महाराष्ट्र के लिए महायुति सरकार चाहिए’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, आज मैं डबल ड्यूटी कर रहा है। सबसे पहले मैं मोदी के लिए मदद मांग रहा हूं और दूसरा महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए। हरियाणा चुनाव में भाजपा को इतिहास में सबसे ज्यादा वोट मिले। अब महाराष्ट्र की जनता भी इतिहास दोहराने जा रही है। उन्होंने कहा, पिछले दो दिनों में मैं महाराष्ट्र में जहां भी गया, सभी के मन में यही बात थी कि लोकसभा में जो कमी थी, इस बार विधानसभा में उसे मजबूती से पूरा करना है। लोग कह रहे हैं कि विकसित महाराष्ट्र के लिए महायुति सरकार चाहिए। महाराष्ट्र ने लंबे समय तक कांग्रेस और उसके पापों का प्रकोप झेला है।

‘दलित-आदिवासी एकता से समर्थन आधार खो रही कांग्रेस’
मोदी ने आगे कहा, दलितों और आदिवासियों की एकता के कारण कांग्रेस पिछले कुछ वर्षों से अपना समर्थन आधार खोती जा रही है। कांग्रेस के लोग ‘भारत का संविधान’ शीर्षक वाली एक लाल किताब दिखा रहे हैं, जिसके अंदर खाली पन्ने हैं। यह बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति कांग्रेस की उपेक्षा और नफरत का प्रमाण है।

‘कांग्रेस के लोगों को अनुच्छेद 370 से इतना प्यार क्यों?’
कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने की विपक्षी पार्टी की मांग का जिक्र करते हुए मोदी ने पूछा, कांग्रेस के लोगों को अनुच्छेद 370 से इतना प्यार क्यों है? कांग्रेस के इस मूर्खतापूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण सियासी खेल से पूरा देश सदमे में है।

आरजी कर दरिंदगी के तीन महीने पूरे, जूनियर डॉक्टरों ने निकाली रैली, पीड़िता के लिए न्याय की मांग

कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों ने दुष्कर्म और हत्या की शिकार महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए शनिवार को रैली निकाली। बता दें कि ये रैली आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के वारदात के तीन महीने पूरे होने पर निकाली गई। इस घटना से पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया था। इस रैली में उनके मुद्दों से सहानुभूति रखने वाले आम लोगों के एक वर्ग ने भी हिस्सा लिया।

कॉलेज स्क्वायर से एस्प्लेनेड तक निकाली रैली
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के बैनर तले जूनियर डॉक्टरों ने शहर के सभी मेडिकल कॉलेजों में मंच स्थापित किए, जिन पर 9 अगस्त को डॉक्टर की हत्या के बाद से तीन महीने से अधिक समय से चल रहे विरोध प्रदर्शनों की तस्वीरें, बैनर और पोस्टर लगाए गए। आज जूनियर डॉक्टरों ने अपनी विरोध रैली को कॉलेज स्क्वायर से शहर के बीचों-बीच मौजूद एस्प्लेनेड तक निकाली। इस दौरान दरिंदगी की पीड़िता के लिए न्याय की मांग की गई।

8 अगस्त की रात महिला के साथ दरिंदगी की वारदात
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना आठ अगस्त की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। उसने आठ अगस्त अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद दोस्तों के साथ डिनर किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। घटना के अगले दिन नौ अगस्त की सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया, जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की वारदात की पुष्टि हुई थी।

चीफ जस्टिस बनने के बाद ‘सुबह की सैर’ पर नहीं जा पाएंगे जस्टिस संजीव खन्ना! जानें वजह

नई दिल्ली: न्यायमूर्ति संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के 51वें चीफ जस्टिस (सीजेआई) बनेंगे। उनका कार्यकाल केवल छह महीने का ही होगा और वे मई, 2025 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना कानूनी पेशे में चार दशक से अधिक समय से सक्रिय हैं। सोशल मीडिया और वीडियो माध्यमों की बढ़ती लोकप्रियता के इस दौर में अदालत में मामलों की सुनवाई का सीधा प्रसारण, कानून से जुड़ी हस्तियों और अदालतों से बाहर उनसे जीवन जुड़ी खास बातें जानने में दिलचस्पी भी बढ़ रही है। इसी कड़ी में जस्टिस संजीव खन्ना से जुड़ा एक चौंकाने वाला दावा सामने आया है। सूत्रों के हवाले से मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया है कि जस्टिस संजीव खन्ना प्रधान न्यायाधीश बनने के बाद सुबह की सैर नहीं कर सकेंगे।

चीफ जस्टिस बनने के बाद वे सुबह की सैर नहीं कर सकेंगे
जस्टिस संजीव खन्ना को जानने वाले कानूनी पेशेवर बताते हैं कि न्यायमूर्ति खन्ना बेहद आम जीवन जीने में यकीन रखते हैं। ऐसे में जब वे भारत के 51वें चीफ जस्टिस नामित हुए तो उनकी सुरक्षा को लेकर खास बंदोबस्त किए जाने लगे। सुप्रीम कोर्ट से जुड़े वकील बताते हैं कि दैनिक जीवन में जस्टिस खन्ना सुबह की सैर जरूर करते हैं। हालांकि, अब चीफ जस्टिस बनने के बाद वे सुबह की सैर नहीं कर सकेंगे। उन्होंने कुछ खास कारणों से सुबह की सैर छोड़ने का फैसला किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया है कि सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस की कुर्सी संभालने के बाद न्यायमूर्ति खन्ना को विशेष सुरक्षा घेरा प्रदान किया जाएगा। देश के चुनिंदा शीर्ष संवैधानिक पदों में शामिल इस पद पर आसीन शख्सियत को लेकर कई प्रोटोकॉल फॉलो करने पड़ते हैं। इन्हीं में एक है सुरक्षा बंदोबस्त। हालांकि, बेहद साधारण और आम जीवन जीने वाले न्यायमूर्ति खन्ना अपने करीबी लोगों और दोस्तों से मिलने के दौरान भी काफी लो प्रोफाइल तरीके से रहते हैं। वे अपनी गाड़ी भी खुद ड्राइव करना पसंद करते हैं।

चीफ जस्टिस की मॉर्निंग वॉक को लेकर सामने आई खबरों में दावा किया गया है कि सोमवार, 11 नवंबर को चीफ जस्टिस के रूप में शपथ लेने से पहले ही न्यायमूर्ति खन्ना ने अपनी पसंदीदा गतिविधि- ‘एकांत में सुबह की सैर’ छोड़ने का निर्णय लिया। ऐसा इसलिए क्योंकि नियुक्ति अधिसूचना जारी होने के बाद उन्हें सुरक्षाकर्मियों के साथ सुबह की सैर पर जाने की सलाह दी गई, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे ऐसा करने के आदी नहीं हैं।

‘पीएम के अरब देशों के दौरे पर भी भाजपा करेगी…?’ ‘वोट जिहाद’ को लेकर बरसे असदुद्दीन ओवैसी

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम मुद्दे राजनीतिक दलों की तरफ से उठाएं जा रहे हैं। वहीं इस कड़ी में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को भाजपा नेताओं की ‘वोट जिहाद’ टिप्पणी पर निशाना साधा और पूछा कि क्या वे प्रधानमंत्री के अरब देशों के दौरे के समय भी यही भाषा बोलते हैं।

भाजपा पर मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने का लगाया आरोप
हैदराबाद के सांसद ने सत्तारूढ़ पार्टी पर महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या जैसे मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने का आरोप लगाया। उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर में औरंगाबाद सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र में घर-घर जाकर मतदाताओं से बातचीत की। बता दें कि एआईएमआईएम ने इस निर्वाचन क्षेत्र से नसीर सिद्दीकी को उम्मीदवार बनाया है, जहां उनका मुकाबला शिवसेना के मौजूदा विधायक प्रदीप जायसवाल और शिवसेना (यूबीटी) के बालासाहेब थोराट से है।

‘औरंगाबाद संभाग में 300 से ज्यादा किसानों ने की आत्महत्या’
एआईएमआईएम प्रमुख ने पूछा, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य में ‘वोट जिहाद’ की बात कर रहे हैं। लेकिन क्या वे प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के अरब देशों के दौरे के समय भी यही भाषा बोलते हैं। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद (छत्रपति संभाजीनगर) संभाग में 324 किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, इसके बजाय, फडणवीस को ‘वोट जिहाद’ याद आ रहा है। वे केवल एक समुदाय को निशाना बना रहे हैं। उन्हें जवाब देना चाहिए कि वे मराठा समुदाय के लिए आरक्षण सुनिश्चित करने में विफल क्यों रहे।

मराठा, मुस्लिम और दलितों से एकजुट रहने की अपील
इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने मराठा, मुस्लिम और दलितों से एकजुट रहने की भी अपील की। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए, यह समय की मांग है कि मराठा, मुस्लिम और दलित एकजुट रहें और सद्भाव से रहें। औरंगाबाद सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र का एक हिस्सा है, जहां मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। महाराष्ट्र में कुछ गैर सरकारी संगठनों की तरफ से ‘वोट जिहाद’ का प्रचार करने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर, ओवैसी ने कहा कि कोई भी कानून का पालन करके चुनाव प्रचार कर सकता है। उन्होंने पूछा, इसमें ‘जिहाद’ कहां से आ गया?।

पशुओं की दवाओं पर भी माफिया की नजर…नकली होने का संदेह, मेडिकल एजेंसी पर मारा छापा

आगरा: औषधि विभाग की टीम ने पशुओं की नकली दवाओं की शिकायत पर फव्वारा स्थित दुर्गा मेडिकल स्टोर और अछनेरा मेडिकल एजेंसी पर छापा मारा। 4 जिलों की टीम ने 5 घंटे तक मेडिकल स्टोर पर रिकाॅर्ड खंगाले। जांच के लिए 12 नमूने लिए हैं। नोटिस देकर 3 महीनों की दवाओं की खरीद-बिक्री के रिकाॅर्ड तलब किए हैं।

सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि मार्क लाइफ साइंसेज सिक्किम और हीलर्स लैब सोलन की कंपनी पशुओं की दवाएं बनाती है। लखनऊ में मार्क इंडिया के नाम से मुख्यालय है। इनके अधिकारियों ने शिकायत की थी कि फव्वारा स्थित दुर्गा मेडिकल स्टोर और अछनेरा मेडिकल एजेंसी से इनकी कंपनी के नाम से नकली दवाएं बाजार में बेची जा रही हैं। इस पर टीम भेजकर जांच कराई।

टीम ने दुर्गा मेडिकल स्टोर पर संबंधित दवाओं के रिकाॅर्ड खंगाले। यहां दवाओं के खरीद और बिक्री के बिल भी मांगे हैं। इस स्टोर से दवाओं के 8 नमूना लिए हैं। अछनेरा मेडिकल एजेंसी पर भी खरीद-बिक्री के रिकाॅर्ड खंगालने के साथ दवाओं के बैच नंबर का मिलान किया। यहां से दवाओं के चार नमूने लेकर लैब भेज दिए हैं। इनमें सेरी डि एडवांस, मार्कोजाइल एलएम, कैलरिट 12 और फिक्सो इंजेक्शन के विभिन्न बैच के 12 नमूने लिए हैं।

5 घंटे तक चली जांच
सहायक आयुक्त औषधि ने बताया कि आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के औषधि निरीक्षकों की टीम बनाई गई। इसमें दोनों मेडिकल स्टोर पर दो-दो जिलों की टीम जांच करने के लिए भेजी। दोपहर से शाम तक दवाओं के बैच नंबर, निर्माता कंपनी समेत अन्य का मिलान किया। दवाएं कहां से खरीदी और किन्हें बेची, इसकी भी जानकारी की। करीब 5 घंटे तक कार्रवाई चली।