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डीजीसीए का एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस, उड़ानों में देरी और यात्रियों की परेशानी पर जताई नाराजगी

नई दिल्ली:  एयर इंडिया का एक विमान तकनीकी खामियों के कारण सैन फ्रांसिस्को के लिए उड़ान नहीं भर सका। इस वजह से यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया की दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में अत्यधिक देरी और यात्रियों की देखभाल न करने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

बता दें कि सैन फ्रांसिस्को जाने वाले एयर इंडिया के विमान को दिल्ली से गुरुवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उड़ान भरनी थी। तकनीकी खामियों के कारण उड़ान में काफी देरी हुई और यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। एयर इंडिया के अधिकारियों ने बताया के इसके बाद उड़ान का समय शुक्रवार दोपहर के लिए पुनर्निधारित किया गया।

दो उड़ानों में अत्यधिक देरी के लिए कारण बताओ नोटिस
डीजीसीए ने पहला कारण बताओ नोटिस 30 मई को दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को जाने वाली एआई 183 की उड़ान में अत्यधिक देरी के लिए जारी किया है। इसके अलावा 24 मई को मुंबई से सैन फ्रांसिस्को जाने वाली एआई 179 विमान की अंतरराष्ट्रीय उड़ान में भी अत्यधिक देरी के लिए नोटिस जारी किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयर इंडिया की उड़ानों में देरी और यात्रियों को होने वाली परेशानी का संज्ञान लिया। इसके बाद डीजीसीए द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

‘एयर इंडिया ने डीजीसीए के नियमों का उल्लंघन किया’
एयर इंडिया के यात्रियों को बिना एयर कंडीशनिंग के विमान में चढ़ाया गया था, जिस वजह से उन्हें भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ा। कारण बताओ नोटिस में इस बात पर जोर दिया गया है कि एयर इंडिया ने डीजीसीए के नियमों का उल्लंघन किया। इस तरह से यात्रियों को बार-बार असुविधा पहुंचाई गई। नोटिस में यह भी बताया गया है कि एयर इंडिया यात्रियों की देखभाल करने में बार-बार विफल हो रही है। उड़ानों में देरी के कारण एयरलाइंस द्वारा यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं से संबंधित मानदंडों का पालन नहीं किया गया।

एग्जिट पोल की चर्चा में शामिल नहीं होंगे कांग्रेस के प्रवक्ता; पार्टी सूत्रों ने दी बड़ी जानकारी

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने बड़ा फैसला लिया है। सातवें चरण में मतदान समाप्त होने के बाद अलग-अलग टीवी चैनलों, सोशल और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर होने वाले एग्जिट पोल डिबेट में कांग्रेस पार्टी अपने प्रवक्ताओं को नहीं भेजेगी। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। पार्टी सूत्रों ने एक जून को होने वाले अंतिम दौर के मतदान से ठीक पहले बताया कि कांग्रेस पार्टी ने चुनावी नतीजों से पहले एग्जिट पोल का हिस्सा न बनने का फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि ऐसी बहसों से कोई सार्थक नतीजे सामने नहीं आते। पार्टी सूत्रों का कहना है कि चार जून को होने वाली मतगणना के बाद देश की जनता का जनादेश सामने आएगा। पार्टी इसे स्वीकार करेगी।

इन राज्यों में होने हैं चुनाव; 542 सीटों पर मतगणना चार जून को
गौरतलब है कि सातवें और अंतिम चरण के लोकसभा चुनाव में आठ राज्यों और केंद्र शासित राज्यों की 57 सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें उत्तर प्रदेश की 13 सीटों, बिहार की आठ, ओडिशा की छह, झारखंड की तीन, हिमाचल प्रदेश की चार, पश्चिम बंगाल की नौ और चंडीगढ़ की एक सीट शामिल हैं। बता दें कि गुजरात की एक सीट पर निर्विरोध भाजपा प्रत्याशी का निर्वाचन हो चुका है। ऐसे में मतदान समाप्त होने के बाद चार जून को 542 लोकसभा सीटों और कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आएंगे। पूर्वोत्तर के दो राज्यों में विधानसभा चुनाव की मतगणना दो जून को ही होगी।

अलग-अलग चरणों में अब तक कितनी वोटिंग हुई
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 66.14%, दूसरे चरण में 66.71% और तीसरे चरण में 65.68% वोटिंग दर्ज की गई। 2019 के मुकाबले तीन चरणों में इस बार कम वोटिंग हुई थी। हालांकि, चौथे दौर में 96 सीटों पर 69.16 मतदान हुआ जबकि 2019 में इन सीटों पर 69.12% वोटिंग हुई थी। पांचवें दौर में सभी आठ राज्यों में 62.20 फीसदी मतदान हुआ। छठे चरण में 63.36 फीसदी मतदान हुआ है।

मतदान से पहले बंगाल में हुई हिंसा, आईएसएफ समर्थकों ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर बम फेंका, पांच घायल

कोलकाता:  लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण से पहले बंगाल में हिंसा हुई है। दरअसल इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के समर्थकों ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर बम फेंक दिया। जिसके विस्फोट से पांच टीएमसी कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। घटना दक्षिण 24 परगना जिले के भानगोर इलाके की है। बंगाल पुलिस ने शुक्रवार की इसकी जानकारी दी। हालांकि भानगोर से आईएसएफ विधायक नावेद सिद्दीकी ने आरोपों से इनकार किया है। नावेद सिद्दीकी ने उल्टा टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आईएसएफ समर्थकों पर बम से हमला करने का आरोप लगाया। आईएसएफ विधायक ने कहा कि हमले में खुद टीएमसी के कार्यकर्ता घायल हो गए।

आईएसएफ ने आरोपों से किया इनकार
भानगोर विधानसभा, जादवपुर लोकसभा सीट के तहत आती है और यहां अंतिम चरण के तहत 1 जून को मतदान होना है। घटना गुरुवार रात की है, जब टीएमसी कार्यकर्ता कथित तौर पर चुनाव प्रचार के बाद अपने घर लौट रहे थे। उसी दौरान उन पर हमला हुआ। घायलों को कोलकाता के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बंगाल सरकार के मंत्री अरूप बिस्वास, जादवपुर से टीएमसी उम्मीदवार सयानी घोष और पार्टी के विधायक शौकत मोल्ला ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की।

आईएसएफ नेता सिद्दीकी ने आरोपों को यह कहकर खारिज कर दिया कि भानगोर में हार के डर से टीएमसी ने साजिश रची है और उनकी कोशिश है कि इसका आरोप हम पर लगाया जाए। कल शौकत मोल्ला के समर्थकों ने आईएसएफ कार्यकर्ताओं पर बम फेंका। वहीं चुनाव आयोग ने भी टीएमसी नेता शौकत मोल्ला को मतदान के दिन अपने विधानसभा क्षेत्र कैनिंग पूर्व से बाहर न जाने का आदेश दिया है।

बंगाल की राजनीति में नई पार्टी है आईएसएफ
आईएसएफ पार्टी की स्थापना साल 2021 में अब्बास सिद्दीकी ने की थी। वहीं अब्बास सिद्दीकी के छोटे भाई नौशाद सिद्दीकी आईएसएफ के चेयरमैन हैं। अब्बास सिद्दीकी अली अकबर के बेटे हैं। अली अकबर फुरफुरा शरीफ छठो हुजूर के नाम से प्रसिद्ध पीर जुल्फिकार अली के बेटे हैं। यही वजह है कि बंगाल में सिद्दीकी परिवार की काफी इज्जत है। बंगाल का सिद्दीकी परिवार कभी टीएमसी समर्थक था, लेकिन अपनी पार्टी बनाने के बाद से आईएसएफ का टीएमसी के साथ तनातनी का रिश्ता बन गया है। आईएसएफ बंगाल में टीएमसी और भाजपा दोनों का विरोध करती है। पार्टी विधायक नौशाद सिद्दीकी को सीएम ममता बनर्जी का आलोचक माना जाता है।

क्या राफेल के डर से चीन ने शिगात्से में तैनात किए J-20 जेट? पूर्व IAF चीफ ने किया था खुलासा

क्या भारत के राफेल फाइटर जेट के डर से चीन ने अपने कब्जे वाले शिगात्से एयर बेस पर एडवांस जे-20 फाइटर जेट्स की तैनाती की है? हाल ही में भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने खुलासा किया था कि जब भारत में पहला राफेल आया था, तो चीन ने जवाब में अपने चार जे-20 लड़ाकू विमान तैनात किए थे। वहीं, जब भारत के पास चार राफेल हो गए थे, तो चीन ने 20 जे-20 फाइटर जेट तैनात कर दिए थे। यानी कि प्रत्येक राफेल का मुकाबला करने के लिए बीजिंग ने पांच जे-20 फाइटर जेट की तैनाती की थी। फिलहाल चीन ने होतान और शिगात्से एयर बेस पर जे-20 स्टील्थ फाइटर जेट की तैनाती कर रखी है।

एक राफेल के मुकाबले में पांच जे-20
19 मई को एक खास बातचीत में भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने राफेल लड़ाकू विमानों के रणनीतिक महत्व पर जोर देते हुए उन्हें भारतीय वायुसेना की ‘इन्वेंट्री का सबसे मजबूत हथियार’ बताया था। उन्होंने कहा था कि कैसे जब भारत में पहला राफेल आया था, तो चीन ने प्रतिक्रिया में अपने चार जे-20 लड़ाकू विमानों को एलएसी पर तैनात किया था। वहीं जैसे ही राफेल की संख्या चार हो गई, तो चीन ने 20 जे-20 तक तैनात कर दिए थे। प्रत्येक राफेल का मुकाबला करने के लिए चीन ने पांच जे-20 तैनात कर दिए थे। पूर्व भारतीय वायु सेना प्रमुख ने भारतीय वायु सेना की उच्च स्तर की तैयारियों का संकेत देते हुए टिप्पणी की थी, “जे-20 को चीन का सबसे उन्नत लड़ाकू विमान माना जाता है, यह राफेल की क्षमताओं का सीधा जवाब था। चीनी जानते थे कि हम क्या कर सकते हैं।”

9 दिन बाद ही चीन ने की जे-20 की तैनाती
वहीं, पूर्व भारतीय वायु सेना प्रमुख के खुलासे के ठीक 9 दिन बाद ही चीन ने 27 मई, 2024 को 12,400 फीट पर शिगात्से एयरबेस में छह जे-20 लड़ाकू विमानों की तैनाती कर दी। शिगात्से एयरबेस पश्चिम बंगाल के हाशिमारा से 290 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित है, जहां भारत ने एक स्क्वाड्रन (16 राफेल) को तैनात किया है। वहीं, गंगटोक से इसकी दूरी 233 किमी है। पूर्वी क्षेत्र में हाशिमारा, चबुआ और तेजपुर स्थित सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों के अलावा पाकिस्तान के साथ सटे पश्चिमी मोर्चे अंबाला में राफेल का दूसरा स्क्वाड्रन तैनात है। खास बात यह है कि पांचवी पीढ़ी का ट्विन-इंजन स्टील्थ फाइटर जेट जे-20 को 2017 में पेश किया गया था, लेकिन शिगात्से इसका स्थाई ठिकाना नहीं है। शिगात्से में जे-10 लड़ाकू विमान और केजे-500 अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल विमान का बेस है।

पीएम मोदी ने काशी की जनता से की खास अपील, जारी किया वीडियो, बोले- पहले मतदान फिर जलपान…

वाराणसी:  पहली जून को लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी की जनता को विशेष तौर पर संबोधित किया है। सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे याद है, मेरे नामांकन वाले दिन युवा पीढ़ी बहुत उत्साहित थी।

कहा कि अब यही उत्साह हर बूथ पर दिखे, मेरा यही आग्रह है। अब काशी के विकास को नई ऊंचाई देने का अवसर है, ये तभी हो पाएगा जब काशी के लोग 1 जून को अधिक से अधिक मतदान करेंगे। काशी के युवा, नारी शक्ति और किसानों से विशेष आग्रह है। आप लोगों का एक-एक वोट मेरी शक्ति को बढ़ाएगा, मुझे नई ऊर्जा देगा। आप लोगों को याद रखना है कि पहले मतदान फिर जलपान। उन्होंने भोजपुरी में लोगों से मतदान स्थल पर पहुंचने की अपील की। साथ ही ज्यादा से ज्यादा मतदान करने का भी आग्रह किया। कहा कि पहले मतदान फिर जलपान….।

आपके याद रखे के हौ, पहले मतदान….
पीएम ने भोजपुरी में कहा कि काशी के हमरे परिवार के लोगन के हमार प्रणाम। लोकसभा चुनाव के मतदान दिन आहिल गइ हौ, हमरे लिए काशी भक्ति, शक्ति और विरक्ति का नगरी हौ, यह विश्व की सांस्कृतिक राजधानी हौ। संगीत और शास्त्रार्थ की धरती हौ, ई नगरी की प्रतिनिधि होना बस बाबा विश्वनाथ की असीम कृपा आप काशीवासियों के आशीर्वाद से ही संभव हौ।

हम एहि लिए कहिला, अब माई गंगा हमे गोद ले ले हैं। काशी के लिए ए बार का चुनाव नव काशी के साथ विकसित भारत के नवनिर्माण का चुनाव हौ। काशी के लोगन के एक जून के दिन नया रिकॉर्ड बनावे के हौ। साथियों बीते दस वर्ष में केंद्र सरकार के हर योजना में काशी हमार साथ देले हौ। हमके मार्गदर्शन देले हौ।

बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम, रिंग रोड का प्रोजेक्ट, बनारस के रेलवे स्टेशन का विकास, गंगा घाट के विकास से रोपवे प्राेजेक्ट तक हर योजना काशी ही नाही पूरे पूर्वांचल के विकास से जोड़ले हौ। अब ई विकास की गति आपके वोट से आगे बढ़े वाली हौ। काशी पिछले दस वर्ष में युवा कल्याण और विकास की राजधानी बन गइल हौ।

सांसद खेल प्रतियोगिता में आप लोगन का उत्साह हम देखले रहली। सिगरा और गंजारी के स्टेडियम हौ। बनास डेयरी और किसान के ले राजातालाब में पेरिसेबल कार्गो सेंटर की सुविधा हो। काशी के लाखों लोगन के मोतियाबिंद का इलाज हौ। पर्यटन विकास के शहर में बढ़त रोजगार हौ, हर योजना में हर अभियान से काशी के युवा पीढ़ी के महिलाओं के किसान के नई शक्ति मिलत हौ।

‘कानून को अपना काम करना चाहिए’, सोने की तस्करी करते पकड़े गए सहयोगी पर शशि थरूर का बयान

नई दिल्ली:  कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गुरुवार को उस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें दावा किया गया कि उनके सहयोगी को दिल्ली एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी करते हुए पकड़ लिया गया था। थरूर ने इस रिपोर्ट पर कहा कि कानून को अपना काम करना चाहिए। थरूर ने बताया कि आरोपी व्यक्ति उनके स्टाफ का पुराना सदस्य है। उन्होंने कहा कि वह कुछ समय के लिए ही एयरपोर्ट पर उन्हें सहायता प्रदान कर रहा था।

शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “अपने स्टाफ के पूर्व सदस्य के बारे में यह सुनकर हैरान हूं। वह मुझे एयरपोर्ट पर सहायता प्रदान कर रहा था।वह एक 72 वर्षीय सेवानिवृत्त व्यक्ति है। उसका समय-समय पर डायलिसिस होता है। उन्हें अनुकंपा के आधार पर पार्ट टाइम के तहत रखा गया था। जांच में मैं अधिकारियों का का पूरा समर्थन करूंगा।”

बता दें कि कस्टम विभाग ने बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट से दो लोगों को गिरफ्तार किया था। उनमें से एक की पहचान शिव कुमार प्रसाद के तौर पर की गई है। व्यक्ति ने यह दावा किया कि वह शशि थरूर का निजी सहायक है। वह एयरपोर्ट पर दुबई से आने वाले एक अन्य व्यक्ति को लेने आया था। दोनों को तब पकड़ लिया गया, जब वे सांसद के सहयोगी को सोना पकड़ाने का प्रयास कर रहे थे। प्रसाद के पास एयरो ड्रोम में प्रवेश करने की अनुमति थी। वह एयपोर्ट परिसर में घुसकर पैकेट लेने की कोशिश कर रहा था। उनके पास से 500 ग्राम सोना बरामद किया गया।

भारी बारिश के कारण मणिपुर में तबाही का मंजर; तीन की मौत, कई इलाके जलमग्न

चक्रवात रेमल ने पूर्वोत्तर में तबाही मचा दी। पश्चिम बंगाल समेत पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्य भारी बारिश के कारण काफी ज्यादा प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश के कारण इन राज्यों के कुछ इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए। नदियों का पानी बढ़ने से सड़कें बह गईं, जिससे सामान्य जनजीवन काफी ज्यादा प्रभावित हो रहा है। मणिपुर के इंफाल घाटी में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई। इसमें तीन की मौत, जबकि हजारों लापता हो गए।

भारी बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न
मणिपुर के सेनापति जिले में भूस्खलन के कारण एक 34 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, इस हादसे में अन्य तीन घायल भी हुए। सेनापति नदी में उफान के कारण एक 83 वर्षीय बुजुर्ग महिला डूब गई। इंफाल में बुधवार को एक 74 वर्षीय व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई। इंफाल नदी के उफान पर होने के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए। नदी का पानी स्थानीय लोगों के घरों में घुस गया।

पश्चिमी इंफाल जिले के 86 इलाकों में बाढ़ की सूचना मिली। इन इलाकों में खुमान लैंपक, नगरम, सागोलबंद, उरीपोक, कीसमथोंग और पाओना क्षेत्र शामिल हैं। लगातार बारिश के कारण इंफाल नदी का तट पूर्वी इंफाल जिले के केइरंग, खाबम और लैरीयेंगबाम लीकाई इलाकों के पास टूट गया, जिसके कारण इन इलाकों में पानी घुस गया। एक अधिकारी ने कहा, “पूर्वी इंफाल जिले के हिंगांग और खुरई क्षेत्र के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों में बाढ़ का पानी छाती के स्तर पर पहुंच गया है।”

भारत के लिए एसएंडपी की रिपोर्ट को भाजपा ने बताया केंद्र सरकार की सफलता, विपक्ष पर साधा निशाना

नई दिल्ली:  एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर अच्छा संकेत देने के बाद भाजपा ने इसे केंद्र सरकार की नीतियों की सफलता करार दिया है। इसके साथ ही विपक्ष को आड़े हाथों लिया है। बता दें कि 10 वर्षों के अंतराल के बाद एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग ने भारत के परिदृश्य को स्थिर से सकारात्मक किया है। एसएंडपी ने यह भी कहा है कि आने वाले दो से तीन वर्षों में भारत की साख को बढ़ाया जा सकता है।

‘केंद्र सरकार की नीतियों पर सफलता की मुहर’
भाजपा प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम का कहना है कि बीते दस वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए निर्णयों की वजह से ऐसा संभव हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की नीतियों पर सफलता की मुहर है। भाजपा नेता ने आगे कहा कि वैश्विक एजेंसियों को पीएम मोदी के ‘विकसित भारत’ का संकल्प समझ में आने लगा है। सैयद जफर इस्लाम के अनुसार केंद्र सरकार की नीतियों और निर्णयों ने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है।

भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भाजपा प्रवक्ता ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा ‘विपक्षी दलों को यह नहीं दिखेगा क्योंकि उनकी आंखों में पट्टी बंधी है। भले ही राहुल गांधी और विपक्ष के नेताओं ने आंखों पर पट्टी बंधी है लेकिन वैश्विक एजेसियों के साथ ऐसा नहीं है।वैश्विक एजेंसियों को साफ तौर पर भारत की अर्थव्यवस्था की प्रगति दिख रही है। इसलिए उन्होंने भारत के परिदृश्य को सकारात्मक करार दिया है।’ उन्होंने आगे कहा कि जनता भी पीएम मोदी के नेतृत्व में देश का विकास देख रही है। सैयद जफर इस्लाम ने दावा किया है कि इस बार लोकसभा चुनाव में देश की जनता ने सुनिश्चित कर लिया है कि भाजपा को बहुमत के साथ जीत दिलानी है।

प्रज्ज्वल की गिरफ्तारी और पीड़ितों को इंसाफ की मांग, सड़क पर उतरे आक्रोशित, ‘हासन चलो’ का नारा दिया

निलंबित जेडी(एस) नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना द्वारा किए यौन शोषण के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग के लिए बृहस्पतिवार को सैकड़ों लोगों सड़क पर उतरे। लोगों ने यौन शोषण पीड़ितों के न्याय के लिए मार्च किया। सड़क पर उतरे लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और इस मामले की निष्पक्ष जांच की भी मांग की।

कर्नाटक के हासन के सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर लगे यौन शोषण के आरोपों की जांच और पीड़िताओं की न्याय की मांग करने लोग सड़कों पर उतर आए हैं। यह मार्च महाराजा पार्क के पास हेमावती प्रतिमा से शुरू हुआ और हसन के डिप्टी कमिश्नर सी सत्यभामा को ज्ञापन सौंपकर समाप्त हुआ। लोगों ने मानवाधिकार समूह ‘नवेडु निलादिदारे’ (अगर हम खड़े नहीं होते) द्वारा ‘नम्मा नादिगे, हसनदा कडेगा’ (हसन की ओर हमारा मार्च) के बैनर तले किया गया। इस मार्च में राज्य भर से नागरिक समाज समूह की महिलाएं, मजदूर, किसान, दलित और यौन अल्पसंख्यक शामिल हुए। मार्च ‘तमते’ (एक वाद्य यंत्र) और ढोल की थाप के साथ की गई।

सड़कों पर उतरे लोगों ने प्रज्ज्वल की गिरफ्तारी की मांग के साथ-साथ पीड़ितों के लिए न्याय की भी मांग की। मार्च के जरिए लोगों ने संदेश दिया कि वे पीड़िताओं के साथ हैं। मार्च के बाद तालुक ऑफिस रोड पर एक मेगा कन्वेंशन का भी आयोजन हुआ। जहां कार्यकर्ताओं ने पीड़िताओं के साथ न्याय और प्रज्ज्वल की गिरफ्तारी की मांग दोहराई।

लोगों का कहना है कि वीडियो में महिलाओं का “राजनीतिक लाभ” के लिए शोषण करने वालों की कड़ी निंदा की। उन्होंने सरकार से पीड़ितों की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। वहीं यौन उत्पीड़न के वीडियो की पेन ड्राइव के प्रसार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की। उन्होंने यह भी मांग की कि प्रशासन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होने वाले वीडियो को हटाने जल्द से जल्द हटाए। पूर्व सांसद सुभाषिनी अली, लेखिका रूपा हसन, विमला के एस सहित प्रसिद्ध कार्यकर्ता मार्च में भाग लेने वालों में शामिल थे।

नाबालिग के खून का नमूना डॉक्टरों ने महिला के सैंपल से बदला, पुलिस ने मांगी सात दिन की हिरासत

पुणे: पुणे कार हादसे के मामले में पुलिस ने आरोपी नाबालिग का खून का नमूना बदलने वाले डॉक्टरों की सात दिन की पुलिस हिरासत मांगी है। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि आरोपी डॉक्टरों ने नाबालिग के खून के नमूने एक महिला के खून के नमूने से बदल दिए थे। पुलिस ने आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया है। गुरुवार को अदालत में पेश कर पुलिस ने कोर्ट से दोनों आरोपी डॉक्टरों की सात दिन की हिरासत देने की मांग की।

ससून अस्पताल में लिया गया था नाबालिग के खून का नमूना
मेडिकल एजुकेशन विभाग की तीन सदस्यों की टीम ने इस मामले में एक जांच रिपोर्ट तैयार की है, जिसे सरकार को सौंप दिया गया है। 19 मई को नाबालिग कथित तौर पर तेज गति से पोर्श कार से जा रहा था। इस दौरान नाबालिग शराब के नशे में था और उसने नशे की हालत में एक बाइक को टक्कर मार दी थी। इस टक्कर के चलते एक युवक और युवती की मौत हो गई थी। हादसे के वक्त कार में चार लोग सवार थे, जिनमें कार का ड्राइवर नाबालिग और उसके दो दोस्त शामिल थे। आरोप है कि हादसे के वक्त नाबालिग कार चला रहा था।

डॉ. तवारे और डॉ. हलनोर पर लगे आरोप
हादसे के बाद नाबालिग के खून के नमूने लिए गए थे। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी नाबालिग के खून के नमूने ससून अस्पताल के दो डॉक्टरों ने पैसों के लालच में बदल दिया था। नाबालिग के ब्लड सैंपल को कूड़ेदान में फेंक दिया गया था। इस मामले में ससून अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. अजय तवारे पर आरोप लगे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जांच में पता चला है कि आरोपी नाबालिग के पिता ने डॉ. तवारे को हादसे के बाद कई बार फोन किया था। माना जा रहा है कि दोनों के बीच खून का नमूना बदलने को लेकर ही बातचीत हुई होगी। डॉ. तवारे ने डॉ. श्रीहरि हलनोर को ब्लड सैंपल बदलने का निर्देश दिया और किसी अन्य व्यक्ति के ब्लड सैंपल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया था।