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पेरिस से मुंबई आ रहे विस्तारा के विमान में बम की धमकी, एयरपोर्ट पर इमरजेंसी का एलान

नई दिल्ली:  एक जून यानी शनिवार को सातवें चरण के मतदान के साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 की मतदान प्रक्रिया संपन्न हो गई। उसके बाद शाम को अलग-अलग मीडिया चैनलों और सर्वे एजेंसियों की तरफ से एग्जिट पोल जारी किए गए। तीन सर्वे में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 400 या उससे ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान जताया गया। लोकसभा चुनाव के चार जून को नतीजे सामने आएंगे। इस बीच, कांग्रेस नेता अजय माकन ने मतगणना प्रक्रिया को लेकर बनाए एक नए नियम पर विरोध जताया। उन्होंने निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहली बार सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) की मेज पर चार जून को मतगणना प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को अनुमति नहीं दी जाएगी।

पहली बार ऐसा हो रहा
कांग्रेस नेता ने ईवीएम में कथित धांधली से भी बड़ा मुद्दा बताते हुए भारत के चुनाव आयोग से इसके समाधान का आग्रह किया। माकन ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) की मेज पर उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को मौजूद रहने की पहली बार अनुमति नहीं दी जा रही है। मैंने पहले भी नौ लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़े हैं और ये पहली बार हो रहा है। अगर यह सच है तो यह ईवीएम में कथित धांधली से भी बड़ी बात है। मैं इस मुद्दे को सभी उम्मीदवारों के लिए सामने रख रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग के अधिकारी जल्द ही इसमें सुधार कर लेंगे।’

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दी सफाई
हालांकि, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया कि मतगणना प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को आरओ और एआरओ की टेबल पर रहने की अनुमति होगी। दिल्ली कार्यालय के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, ‘यह स्पष्ट किया जाता है कि उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को आरओ/एआरओ की टेबल पर अनुमति दी जाती है।’

चुनाव आयोग (ईसीआई) ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में एक जून को हुए मतदान में लगभग 62.36 प्रतिशत मतदान हुआ। इससे पहले छह चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई और 25 मई को मतदान हुआ था।

आरोपी नाबालिग की मां भी गिरफ्तार; जांच के लिए बेटे की जगह अपना ब्लड सैंपल देने का आरोप

मुंबई:  महाराष्ट्र में पुणे पोर्श मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। नाबालिग आरोपी के पिता और दादा के बाद अब उसकी मां को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने इसकी जानकारी दी। दरअसल, इस मामले में नाबालिग के खून के नमूने को उसकी मां के खून के नमूने से बदल दिया गया था। जांच के लिए बेटे की जगह अपना ब्लड सैंपल देने के आरोप में मां को गिरफ्तार किया गया है। खून के नमूने बदलने के आरोप में दो डॉक्टरों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। बता दें कि दो दिन पहले पुलिस ने अदालत में बताया कि नाबालिग आरोपी के खून के नमूने को एक महिला के खून के नमूने से बदल दिया गया था। गिरफ्तारी के बाद नाबालिग की मां को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया

क्या था पूरा मामला
पुणे शहर में 18-19 मई की दरम्यानी रात को करीब तीन करोड़ रुपये की पोर्श कार को तेज गति से दौड़ाने के चक्कर में 17 साल के लड़के ने एक बाइक को टक्कर मार दी थी। गाड़ी की टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक अपना संतुलन खोकर काफी दूर तक सड़क पर घिसटते चली गई, जिससे उस पर सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। मौके पर मौजूद लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया।

इस घटना के 14 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी। कोर्ट ने उसे 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने और सड़क दुर्घटनाओं के प्रभाव-समाधान पर 300 शब्दों का निबंध लिखने का निर्देश दिया था। बाद में विवाद बढ़ा तो कोर्ट ने उसकी जमानत रद्द कर दी थी। इसके बाद उसे 5 जून तक एक निरीक्षण गृह भेज दिया गया था। इसके अलावा इस मामले में अबतक नाबलिग के पिता और दादा को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

ससून अस्पताल में लिया गया था नाबालिग के खून का नमूना
पुलिस में जांच में पता चला है कि आरोपी डॉक्टरों ने ससून अस्पताल में नाबालिग के खून के नमूने को उसकी मां के खून के नमूने से बदल दिया था। साथ ही कार में सवार अन्य दो लोगों के खून के नमूने भी उनके भाई और पिता के खून के नमूनों से बदल दिए गए थे। मेडिकल एजुकेशन विभाग की तीन सदस्यों की टीम ने इस मामले में एक जांच रिपोर्ट तैयार की है, जिसे सरकार को सौंप दिया गया है। 19 मई को नाबालिग कथित तौर पर तेज गति से पोर्श कार से एक बाइक को टक्कर मार दी थी।

इस टक्कर से बाइक सवार एक युवक और युवती की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त नाबालिग शराब के नशे में था। हादसे के वक्त कार में चार लोग सवार थे, जिनमें कार का ड्राइवर नाबालिग और उसके दो दोस्त शामिल थे। आरोप है कि हादसे के वक्त नाबालिग ही कार चला रहा था।

प्रज्ज्वल रेवन्ना की मां भवानी की बढ़ीं मुश्किलें, एसआईटी पूछताछ के लिए पहुंची

नई दिल्ली:  कर्नाटक यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना की मुश्किलें भी बढ़ने वाली हैं। दरअसल यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी आज भवानी रेवन्ना से पूछताछ के लिए उनके होलेनरसीपुर स्थित आवास पहुंची। एसआईटी ने प्रज्ज्वल रेवन्ना मामले में पूछताछ के लिए भवानी रेवन्ना को नोटिस जारी किया था। नोटिस के तहत 1 जून को भवानी से पूछताछ की बात कही गई थी।

कोर्ट ने खारिज कर दी थी अग्रिम जमानत याचिका
एसआईटी के नोटिस के खिलाफ भवानी रेवन्ना ने स्थानीय कोर्ट में अपील की, लेकिन कोर्ट ने भवानी रेवन्ना की याचिका खारिज कर दी। प्रज्ज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो के मामले में उसके पिता एचडी रेवन्ना भी गिरफ्तार हो चुके हैं और फिलहाल जमानत पर हैं। प्रज्ज्वल रेवन्ना पर एक महिला को अगवा करने और कथित तौर पर उसका यौन शोषण करने का आरोप है।

इसी मामले में भवानी भी आरोपी हैं। भवानी रेवन्ना ने एसआईटी द्वारा संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए बंगलूरू की अदालत में याचिका दायर कर गिरफ्तारी से राहत देने की अपील की थी, लेकिन कोर्ट ने कहा कि प्रथम दृष्टया महिला को अगवा करने और में भवानी रेवन्ना का हाथ था।

महिला का अपहरण करने के मामले में एसआईटी भवानी रेवन्ना और एचडी रेवन्ना समेत सात लोगों से पूछताछ कर रही है। इस मामले में एसआईटी ने आईपीसी की धारा 364 ए के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें दोषी पाए जाने पर उम्रकैद हो सकती है। भवानी रेवन्ना की अग्रिम जमानत याचिका का विरोध करते हुए एसआईटी ने कोर्ट में बताया था कि अपने बेटे प्रज्ज्वल को बचाने के लिए ही महिला के अपहरण की पूरी योजना भवानी रेवन्ना ने बनाई थी।

कन्याकुमारी:  देश में सातवें और आखिरी चरण के लोकसभा चुनाव की वोटिंग आज यानी एक जून को हो रही है। इस चरण के मतदान की प्रचार अवधि खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी पहुंच गए थे।

आज शाम तक ध्यानमग्न रहेंगे पीएम मोदी

अब वह समंदर में बनी विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यानमग्न थे। अब उनका ध्यान पूरा हो गया है। उनका एक और वीडियो सामने आया है। वीडियो में पीएम मोदी भगवा कुर्ता और गमछे में दिख रहे हैं। उनके हाथों में माला है। इस ध्यान मंडपम की खास बात यह है कि यह वही स्थान है, जहां स्वामी विवेकानंद ने देश भ्रमण के बाद तीन दिनों तक ध्यान किया था। यहीं उन्होंने विकसित भारत का सपना देखा था। ऐसी मान्यता है कि इस स्थान पर देवी पार्वती ने एक पैर पर खड़े होकर साधना की थी।

उगते हुए सूरज को जल चढ़ाया

भाजपा ने एक वीडियो सोशल मीडिया मंच पर साझा किया है। देखा जा सकता है कि पीएम मोदी ने सबसे पहले उगते हुए सूरज को जल चढ़ाया। उसके बाद हाथ जोड़कर प्रार्थना की और माला का जाप किया।

दक्षिण भारत की पारंपरिक पोशाक में दिखे थे मोदी

पीएम मोदी गुरुवार को कन्याकुमारी पहुंचे थे। प्रधानमंत्री धोती पहने दक्षिण भारत की पारंपरिक पोशाक में दिखे। उन्होंने ऑफ-व्हाइट रंग का शॉल ओढ़ रखा था। कन्याकुमारी पहुंचने के बाद भगवती अम्मन मंदिर में प्रार्थना और पूजा-अर्चना की। बता दें, आम चुनाव का प्रचार थमने के बाद पीएम मोदी हर बार आध्यात्मिक यात्रा पर जाते हैं और 2019 के चुनाव प्रचार के बाद वे केदारनाथ गए थे और साल 2014 में वे शिवाजी महाराज से संबंधित प्रतापगढ़ गए थे।

यहीं उन्हें भारत माता के हुए थे दर्शन

भारत दर्शन के दौरान विवेकानंद ने आम लोगों की तकलीफ, दर्द, गरीबी, आत्म सम्मान और शिक्षा की कमी को नजदीक से जाना था। समुद्र तट से करीब 500 मीटर दूर स्थित चट्टान पर विवेकानंद 24 दिसंबर 1892 को तैर कर पहुंचे थे। 25 से 27 दिसंबर तक उन्होंने इसी चट्टान पर ध्यान किया था। उन्होंने यहां भारत के भविष्य के लिए विकसित भारत का सपना देखा था। यह वही जगह है, जहां उन्हें भारत माता के दर्शन हुए थे। इसी स्थान पर उन्होंने अपना बाकी जीवन लोगों को समर्पित करने का सपना देखा था। विवेकानंद शिला पर विवेकानंद स्मारक बनाने के लिए भी लंबा संघर्ष चला है। इसमें एकनाथ रानाडे ने बड़ी भूमिका निभाई थी।

पीएम मोदी ने गुरुवार को पंजाब के होशियारपुर में रैली के साथ अपने चुनाव प्रचार का समापन किया। अब सातवें और आखिरी चरण के लिए 1 जून को मतदान हो रहा है। भाजपा को एक बार फिर सत्ता में लाने के लिए पीएम मोदी ने धुआंधार प्रचार किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 16 मार्च को कन्याकुमारी से ही अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। बीते 75 दिनों में प्रधानमंत्री ने 183 चुनावी कार्यक्रमों में शिरकत की। इनमें चुनावी रैलियां-रोड शो शामिल हैं। इनके अलावा पीएम मोदी ने विभिन्न मीडिया संस्थानों को 80 के करीब इंटरव्यू भी दिए, जिनमें सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर चर्चा की। साथ ही विपक्षी पार्टियों को विभिन्न मुद्दों जैसे धर्म के आधार पर आरक्षण, सीएए, अयोध्या के राम मंदिर और अनुच्छेद 370 के मुद्दों पर घेरा।

कन्याकुमारी कई मायनों में भारत के लिए खास है। यहीं पर भारत की पूर्वी और पश्चिमी तटीय रेख मिलती है। कन्याकुमारी में ही अरब सागर, हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी का मिलन होता है। कन्याकुमारी जाकर एक तरह से पीएम मोदी ने राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया है।

इस भौगोलिक इलाके का एक महत्व यह भी है कि कन्याकुमारी का यह स्थान भारत का सबसे दक्षिणी छोर है। इसके अलावा इसी स्थान पर भारत की पूर्वी और पश्चिमी तट की रेखाएं मिलती हैं। यह हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का मिलन बिंदु भी है। जानकारों की राय में कन्याकुमारी जाकर पीएम मोदी राष्ट्रीय एकता का संकेत दे रहे हैं।

व्हीलचेयर में मतदान करने पहुंचें तेजस्वी यादव, भीषण गर्मी में लाइन में खड़े होकर रवि किशन ने डाला वोट

लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान आज शुरू हुआ। इस चरण के लिए आठ राज्यों की 57 सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस चरण में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, अनुराग ठाकुर समेत कई नेताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भीषण गर्मी के बीच मतदाताओं ने लाइन में खड़े होकर मतदान किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विलासपुर के विजयपुर में अपना वोट डाला। इस दौरान उनके परिवार वाले भी उनके साथ थे।

राजद नेता तेजस्वी यादव अपने भाई और पार्टी के नेता तेज प्रताप यादव के साथ मतदान किया। तेजस्वी यादव व्हीलचेयर में बैठकर मतदान केंद्र पहुंचे। उन्होंने लोगों से संवैधानिक सिद्धांतों, आरक्षण और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ वोड डालने की अपील की।

बॉलीवुड फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने कोलकाता में मतदान किया। मतदान केंद्र से निकलने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, “मैं एक भाजपा का कैडर हूं, मैंने अपना कर्तव्य निभाया।” मंडी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत ने सातवें चरण के लिए अपना वोट डालने के बाद मंडी में भाजपा कार्यालय में पूजा की।

शनिवार को सातवें चरण के मतदान के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर जिले में समीरपुर के एक मतदान केंद्र में अपने परिवार के साथ वोट डाले। भाजपा नेता रवि किशन ने गोरखपुर के एक मतदान केंद्र में भीषण गर्मी में लाइन में लगकर मतदान किया। केंद्रीय मंत्री व अपना दल एस गठबंधन की प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल सेंट मैरिज मतदान केंद्र पहुंचीं और मतदान किया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव हैट्रिक लगाने को लेकर भी है। भाजपा उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद ने पटना में वोट डाला। इस दौरान उनकी पत्नी भी उनके साथ थी। राजद के प्रमुख लालू यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी रोहिणी आचार्य के साथ मतदान किया।

अवैध धन हस्तांतरण मामले में BJP ने सरकार को घेरा, SIT जांच पर जताई आपत्ति; CBI जांच की मांग की

बंगलूरू:  कर्नाटक सरकार ने एक दिन पहले ही महर्षि वाल्मिकी जनजातीय विकास कॉरपोरेशन लिमिटेड में हुए अवैध धन हस्तांतरण के मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। हालांकि, भाजपा ने इस मामले में एसआईटी जांच पर आपत्ति जताई। साथ ही मांग की है कि मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया जाए।

बैंक अधिकारी ने छोड़ा सुसाइड नोट
दरअसल कॉरपोरेशन बैंक के खाते से अवैध तरीके से 88.62 करोड़ रुपये की भारी भरकम रकम का हस्तांतरण किया गया था। बैंक के अकाउंट अधिकारी चंद्रशेखर पी की आत्महत्या के बाद इस मामले का खुलासा हुआ। बैंक अधिकारी ने मरने से पहले एक नोट भी छोड़ा था, जिसमें कॉरपोरेशन बैंक के निलंबित एमडी जे जी पद्मनाभ, अकाउंट अधिकारी परशुराम जी दुरुगन्नावार, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य मैनेजर शुचिस्मिता रावल का नामों का जिक्र किया गया था। नोट में ये भी लिखा है कि मंत्री ने फंड हस्तांतरित करने का मौखिक आदेश दिया था। इस घटना के बाद, राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाया है।

भाजपा ने सरकार को घेरा
भाजपा ने इस मुद्दे पर सरकार को घेर लिया है और मामले की जांच की मांग की है। साथ ही भाजपा ने अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री बी नागेंद्र के इस्तीफे की भी मांग की है। भाजपा का आरोप है कि मंत्री नागेंद्र का इस घोटाले से सीधा संबंध है। दिवंगत बैंक अधिकारी चंद्रशेखर की पत्नी की शिकायत पर शिवमोगा के विनोबा नगर की पुलिस ने मामला दर्ज किया है, जिसके आधार पर सरकार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की है। चार सदस्यों वाली एसआईटी टीम का नेतृत्व बंगलूरू सीआईडी विभाग के आर्थिक अपराध के एडिश्नल डीजीपी मनीष खार्बिकर करेंगे।

सीबीआई जांच की मांग
राज्य भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने एक्स पर कहा, ‘मैं सीबीआई जांच की मांग करता हूं। पारदर्शिता के हित में एसआईटी जांच को खारिज करता हूं और यह सुनिश्चित करता हूं कि असली दोषियों को सजा दी जाए। साथ ही, हम आरोपी मंत्री बी नागेंद्र को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने की मांग करते हैं।’

उन्होंने आगे कहा, ‘महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम में मरे मिले अधिकारी ने एक बड़े भ्रष्टाचार की सिर्फ टिप दी है। सरकारी धन का गबन कर्नाटक कांग्रेस सरकार द्वारा मंत्रियों की संलिप्तता वाली एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है और हमारे इस दावे को भी बल देता है कि कांग्रेस दिल्ली में अपने आकाओं को धन मुहैया कराने के लिए कर्नाटक को एटीएम की तरह इस्तेमाल कर रही है।’

‘सिल्क रूट की तरह गेम चेंजर होगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा’, प्रधानमंत्री मोदी बोले

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) रेशम मार्ग (सिल्क रूट) की तरह एक बड़ा गेम चेंजर साबित होगा। आईएमईसी के लिए पिछले साल भारत की मेजबानी में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक समझौता हुआ था।

एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने आईएमईसी को लेकर कहा, ‘खाड़ी देशों ने सकारात्मक भूमिका निभाई है। अमेरिका और यूरोप ने भी इस पर भारत का समर्थन किया है। G20 में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के हाथ मिलाने की तस्वीरों ने विश्व स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने कहा, जब हम वैश्विक भलाई के लिए काम करते हैं, तो कोई अगर-मगर की बात नहीं होती। आप दुनिया को अपने साथ ले सकते हैं और मेरी यही कोशिश थी।

आप मुझे बताएं कि G8 और G20 का जन्म कैसे हुआ। जिन मुद्दों के लिए इनका गठन किया गया है, हमें उन मुद्दों से कभी भटकना नहीं चाहिए। मैंने हर किसी को आश्वस्त किया। कुछ लोगों के साथ मुझे निजी तौर पर बात करने की जरूरत थी। मैंने वैसा ही किया। दूसरी बात, मेरा इरादा ये था कि मैं आखिरी सत्र में प्रस्ताव नहीं लाऊंगा। मैं इसे इतनी जल्दी करूंगा कि लोग हैरान हो जाएंगे। इसलिए मैंने दूसरे दिन की घोषणा का काम पहले दिन ही पूरा कर लिया। यह मेरी रणनीति थी और वह रणनीति काम कर गई।’

बाइडन और मोहम्मद बिन सलमान के हाथ मिलाने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी दोनों नेताओं से मित्रता है। उन्होंने कहा, हमने आईएमईसी पर काम किया है, जो सिल्क रूट की तरह एक बड़ा गेम चेंजर होने जा रहा है। खाड़ी देशों की सकारात्मक और सक्रिय भूमिका थी। भारत को अच्छी भूमिका निभाने का मौका मिला। अमेरिका और यूरोप हमारे साथ थे। सभी ने सोचा कि एक ठोस और सकारात्मक परिणाम होगा। इसलिए हम उस पर मिलते थे। पीएम ने आगे कहा, इसलिए सऊदी किंग और राष्ट्रपति बाइडन को एक साथ लाने का अवसर था और मेरी दोनों के साथ अच्छी दोस्ती है।

खरगे ने कहा- आपके ड्रामा का खर्च कौन उठाएगा? आस्था है तो घर पर करें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में हैं। वे यहां तीन दिन विवेकानंद मेमोरियल में ध्यान करेंगे। इस पर, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राजनीति में धर्म को नहीं लाना चाहिए। राजनीति और धर्म अलग-अलग विषय है। पीएम मोदी वहां कन्याकुमारी में क्या ड्रामा कर रहे हैं, वहां करीब 10 हजार लोग हैं। यह देश के पैसे की बर्बादी है। देश में आचार संहिता लागू है। इसका खर्च कौन उठाएगा। अगर आपको इतनी ही आस्था है तो आप अपने घर पर यह काम करें। अपनी जेब से खर्च उठाएं।

भगवा कुर्ते और गमछा में दिखे पीएम मोदी
बता दें, पीएम मोदी के ध्यान का आज दूसरा दिन है। उन्होंने सुबह सूर्योदय के समय उन्होंने सूर्य को अर्घ्य दिया। पीएम मोदी के ध्यान का एक वीडियो सामने आया है, वीडियो में पीएम मोदी भगवा कुर्ता और गमछे में दिख रहे हैं। वे स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के समक्ष बैठकर ध्यान कर रहे हैं। उनके हाथों में माला है और ओम की आवाज गूंज रही है। इस ध्यान मंडपम की खास बात यह है कि यह वही स्थान है, जहां स्वामी विवेकानंद ने देश भ्रमण के बाद तीन दिनों तक ध्यान किया था। यहीं उन्होंने विकसित भारत का सपना देखा था। ऐसी मान्यता है कि इस स्थान पर देवी पार्वती ने एक पैर पर खड़े होकर साधना की थी।

एक दिन पहले कन्याकुमारी पहुंचे थे
पीएम मोदी गुरुवार को कन्याकुमारी पहुंचे थे। प्रधानमंत्री धोती पहने दक्षिण भारत की पारंपरिक पोशाक में दिखे। उन्होंने ऑफ-व्हाइट रंग का शॉल ओढ़ रखा था। कन्याकुमारी पहुंचने के बाद भगवती अम्मन मंदिर में प्रार्थना और पूजा-अर्चना की। बता दें, आम चुनाव का प्रचार थमने के बाद पीएम मोदी हर बार आध्यात्मिक यात्रा पर जाते हैं और 2019 के चुनाव प्रचार के बाद वे केदारनाथ गए थे और साल 2014 में वे शिवाजी महाराज से संबंधित प्रतापगढ़ गए थे।

इन मसलों पर भी साधा निशाना
पीएम मोदी पर निशाना साधने के अलावा, उन्होंने कहा कि आरक्षण छीनने का कोई सवाल ही नहीं है। आरक्षण एससी और एसटी समुदाय के लोगों को उनकी आबादी के अनुसार दिया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पीएम मोदी गुजरात से हैं। गुजरात का व्यक्ति यह कहता है कि मैं महात्मा गांधी को नहीं जानता तो मैं क्या कहूं। आरएसएस के सदस्य के नाते आपने उनकी विचारधारा और सिद्धांतों का प्रचार किया लेकिन महात्मा गांधी का नहीं। आप 13 साल मुख्यमंत्री रहे और अब पीएम।

सात साल की उम्र से था एवरेस्ट फतह करने का सपना, सबसे कम उम्र की पर्वतारोही ने बताया अगला लक्ष्य

मुंबई:  मुंबई में रहने वाली काम्या कार्तिकेयन ने हाल ही में अपने नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज कराया है। वह दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हैं। उन्होंने यह उपलब्धि महज 16 साल की उम्र में हासिल की। भारतीय नौसेना अधिकारी की बेटी काम्या मुंबई के नेवी चिल्ड्रन स्कूल में बारहवीं की छात्रा हैं। उनके पिता कमांडर एस कार्तिकेयन भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं। बच्ची का कहना है कि उसका बहुत समय से माउंट एवरेस्ट फतह करना सपना था, जो अब पूरा हो गया है।

लंबे समय से सपना रहा
काम्या कार्तिकेयन ने कहा, ‘मैंने हाल ही में माउंट एवरेस्ट को फतह किया है। मैं नेपाल की तरफ से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई। यह बहुत लंबे समय से मेरा एक सपना रहा है। इसे हासिल करना और सुरक्षित घर वापस आना वाकई अच्छा लग रहा है।’ उसने आगे कहा, ‘मैंने सबसे पहला ट्रेक उत्तराखंड में हिमालयन में सात साल की उम्र में किया था।तबसे मुझे ट्रेकिंग की आदत लग गई। साल 2017 में मैंने एवरेस्ट बेस कैंप तक ट्रेकिंग की। माउंट एवरेस्ट सात में से छठा शिखर था, जिसे फतह किया।’

मेरे लिए यह गर्व का पल
बच्ची काम्या के पिता कमांडर एस कार्तिकेयन ने कहा, ‘मेरे लिए यह गर्व का पल है कि मेरी बेटी ने माउंट एवरेस्ट फतह किया है। वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई है। यह देश के लिए गर्व का पल है। काम्या सात शिखर पर चढ़ना चाहती हैं जो हर महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है। वह पिछले सात सालों से ऐसा कर रही है। आखिरी जो बचा है वह अंटार्कटिका में माउंट विंसन मासिफ है। यही हम आगे चढ़ने का लक्ष्य बना रहे हैं।’

पिता -पुत्री की जोड़ी ने पाई सफलता
पिता -पुत्री की इस जोड़ी ने 20 मई 2024 को नेपाल की ओर से माउंट एवरेस्ट (8849 मीटर) की चढ़ाई सफलतापूर्वक पूरी की। काम्या ने सात महाद्वीपों में से छह सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने में सफलता पाई है। उनका लक्ष्य इस साल दिसंबर में अंटार्कटिका के माउंट विंसन मैसिफ पर चढ़ना है, ताकि वह दुनिया की सात सबसे ऊंची चोटियों को फतेह करने की चुनौती पूरा करने वाली सबसे कम उम्र की लड़की बन सकें।

इससे पहले नौसेना प्रवक्ता ने बताया था कि काम्या और उनके पिता कमांडर एस कार्तिकेयन ने 20 मई को माउंट एवरेस्ट (8,849 मीटर) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। इस उपलब्धि के बाद वह दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की लड़की और नेपाल की ओर से दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय पर्वतारोही बन गई हैं।

प्रज्ज्वल रेवन्ना को छह दिन की पुलिस हिरासत, अश्लील वीडियो मामले में अदालत में हुई थी पेशी

बंगलूरू:  कई महिलाओं के दुष्कर्म और अश्लील वीडियो के आरोपों में घिरे प्रज्ज्वल रेवन्ना को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उन्हें कर्नाटक की विशेष अदालत में पेश किया गया था। अदालत में न्यायमूर्ति केएन शिवकुमार ने मामले की सुनवाई की। इससे पहले प्रज्ज्वल रेवन्ना को सिटी सिविल कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले जांच दल मेडिकल के लिए प्रज्ज्वल को बॉरिंग एंड लेडी कर्जन अस्पताल ले गया था। मामले में जन प्रतिनिधि अदालत में एसआईटी की ओर से पेश वकील ने बताया कि प्रज्ज्वल को गिरफ्तार किया जा चुका है, ऐसे में अग्रिम जमानत याचिका का कोई मतलब ही नहीं रहा। बता दें, प्रज्ज्वल ने कुल तीन मामलों के सिलसिले में तीन अग्रिम जमानत याचिकाएं दायर की थीं।

मीडिया ट्रायल न कराने का अनुरोध
विशेष जांच दल (एसआईटी) आज सुबह बंगलूरू स्थित सीआईडी कार्यालय पहुंची थी। सीआईडी कार्यालय में उनके साथ पूछताछ की जाएगी। एसआईटी सूत्रों की मानें तो उनका पौरूष परीक्षण भी कराया जा सकता है। प्रज्ज्वल के वकील, अरुण ने कहा कि वे जांच में सहयोग करने के लिए आगे आए हैं। मीडिया से उनका अनुरोध है कि उनका मीडिया ट्रायल न किया जाए। उन्हें होलेनरसीपुरा मामले में गिरफ्तार किया गया है।

प्रज्ज्वल की मां को भी नोटिस
इसके अलावा, एसआईटी ने प्रज्ज्वल की मां भवानी रेवन्ना को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। एसआईटी ने उन्हें 1 जून को होलेनरसीपुर स्थित उनके घर पर उपस्थित होने को कहा है। बता दें, आज विशेष अदालत प्रज्ज्वल और उनकी मां की याचिका पर सुनवाई करेगी। उनकी मां ने कथित अपहरण मामले में अग्रिम जमानत मांगी है। हालांकि भवानी इस मामले में आरोपी नहीं हैं, लेकिन एसआईटी कथित तौर पर उनकी भूमिका की जांच करना चाहती है। इसी मामले में प्रज्ज्वल के पिता विधायक एच डी रेवन्ना को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था।

जांच निष्पक्ष होनी चाहिए
मामले में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने कहा कि कानून अपना काम करेगा। एसआईटी जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। पीड़ितों को न्याय दिलाने पर भरोसा होना चाहिए। मामले में कई एंगल है। हम देख रहे हैं क्या होता है।

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बताया कि प्रज्ज्वल रेवन्ना कल रात 12.50 बजे जर्मनी से आए। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। काननू के अनुसार, अधिकारी कार्रवाई करेंगे। मैं कल शिमोगा से आया हूं। मैंने अभी तक अधिकारियों से बात नहीं की है। हम पहले भी साफ कर चुके हैं कि पीड़ितों को एसआईटी के समक्ष अपनी समस्याएं बतानी चाहिए।