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पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने राहुल गांधी को बताया ‘साहब’, भाजपा बिफरी, कहा- इनकी भाषा एक जैसी

नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने बीते दिनों राहुल गांधी की तारीफ में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। जिस पर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोला था और आरोप लगाया कि क्या कांग्रेस, पाकिस्तान से चुनाव लड़ने की योजना बना रही है? अब एक बार फिर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने राहुल गांधी के समर्थन में ट्वीट किया है और अपने ट्वीट में राहुल गांधी के लिए ‘राहुल साहब’ लिखा है। भाजपा ने फिर कांग्रेस को घेरा है।

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस से पूछे सवाल
भाजपा सांसद और पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ‘पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने हाल ही में जो कहा, वही यहां विपक्ष कह रहा है कि भाजपा को भारत की सत्ता में नहीं आना चाहिए, प्रधानमंत्री को हारना चाहिए…। मैं सभी से अपील करता हूं कि जाएं और फवाद चौधरी के ट्वीट और भारत में विपक्ष जो कह रहा है, उसकी तुलना करें। आज एक नए ट्वीट में फवाद चौधरी ने परिवार (गांधी परिवार) के प्रति प्यार जताया है और राहुल गांधी के लिए राहुल साहब शब्द का इस्तेमाल किया है। अब तक कांग्रेस पार्टी ने इससे इनकार नहीं किया है।’

क्या है फवाद चौधरी के ट्वीट में
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने शनिवार को साझा किए अपने एक पोस्ट में लिखा कि ‘राहुल गांधी में अपने परदादा जवाहरलाल नेहरू की तरह एक समाजवादी है। बंटवारे के 75 साल बाद भी भारत और पाकिस्तान की समस्या एक जैसी है।’ फवाद चौधरी ने आगे लिखा कि ‘राहुल साहब ने अपने पिछले भाषण में बताया कि 30-50 परिवारों के पास भारत की कुल संपत्ति का 70 प्रतिशत है। ऐसा ही पाकिस्तान में भी है, जहां पाकिस्तान बिजनेस काउंसिल और रियल एस्टेट कारोबारियों के पास ही पाकिस्तान की 75 फीसदी संपत्ति है। पूंजीवाद में संपत्ति का सही बंटवारा ही सबसे बड़ी चुनौती है।’

पूर्व PM देवेगौड़ा के बेटे और पोते की बढ़ीं मुश्किलें, एक बार फिर लुकआउट नोटिस जारी

बंगलूरू: कर्नाटक की राजनीति में हलचल मची हुई है। कई महिलाओं से यौन शोषण के आरोप झेल रहे पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उनके खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में केस दर्ज हो गया है। वहीं, प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ एक बार फिर लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। इसकी जानकारी खुद गृह मंत्री जी परमेश्वर ने दी। वहीं, सीएम सिद्धारमैया ने इस मामले को लेकर एसआईटी अधिकारियों के साथ बैठक की। साथ ही अधिकारियों को जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए।

गृह मंत्री परमेश्वर ने बताया, ‘हमने एचडी रेवन्ना और प्रज्वल रेवन्ना दोनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। हमने एचडी रेवन्ना को लुकआउट नोटिस जारी किया था क्योंकि वह विदेश जाने की योजना बना सकते हैं। लेकिन दूसरा नोटिस कल दिया गया। उनके पास नोटिस का जवाब देने के लिए आज शाम तक का समय है।’

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, ‘रेवन्ना ने मैसूर अपहरण मामले में भी जमानत की अर्जी लगाई है। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।’

रेवन्ना के घर पहुंची एसआईटी
एसआईटी के अधिकारी जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना और प्रज्ज्वल रेवन्ना के होलेनारसिपुरा स्थित आवास पर पहुंचे हैं।

एचडी रेवन्ना के खिलाफ क्या है अपहरण का मामला?
दो मई को मैसूरु जिले के केआर नगर पुलिस स्टेशन में एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसकी मां 29 अप्रैल से लापता है और बाद में, उसके यौन उत्पीड़न के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। अपनी शिकायत में व्यक्ति ने कहा कि उसने और उसकी मां ने होलेनरासीपुरा में रेवन्ना के आवास और फार्महाउस पर छह साल तक काम किया। हालांकि, उसने तीन साल पहले नौकरी छोड़ दी थी।

यह है मामला
बता दें कि 33 वर्ष के प्रज्ज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा के पोते और विधायक व पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे हैं। उनके खिलाफ कई महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं और कई इससे जुड़े कई वीडियो वायरल हो गए हैं। राज्य सरकार ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया है। प्रज्ज्वल कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जैसे ही सांसद से जुड़े वीडियो सामने आने लगे, वह वोटिंग खत्म होने के बाद वह देश छोड़कर भाग गए।

‘वह महज प्यार था’, महिला को कथित तौर पर थप्पड़ मारने वाले वायरल वीडियो पर आई कांग्रेस सांसद की सफाई

निजामाबाद:  सोशल मीडिया पर कांग्रेस सांसद जीवन रेड्डी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें कथित तौर पर रेड्डी एक महिला बुजुर्ग को थप्पड़ मारते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, निजामाबाद से कांग्रेस के सांसद उम्मीदवार रेड्डी ने अपनी सफाई दी है। उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि महिला को प्यार से सहलाया था। वहीं, बुजुर्ग महिला ने बदनाम करने का आरोप लगाया है।

बुजुर्ग महिला ने कहा मुझे बदनाम किया जा रहा
कथित वायरल वीडियो में दिख रही बुजुर्ग महिला ने कहा, ‘मेरे पास न तो घर है और न ही मुझे पेंशन मिलती है। मैंने उनसे (जीवन रेड्डी) से कहा कि कृपया मुझ पर दया दिखाएं। फिर उन्होंने मुझे यह कहकर आश्वासन दिया कि दोरासानी (रानी) आपको मिल जाएगी।’ किसान महिला ने कहा, ‘अब यह दिखाया जा रहा है कि मुझे थप्पड़ मारा गया था। क्या इससे मेरी बदनामी नहीं हो रही है?’ बता दें, तेलंगाना में 13 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है।

वीडियो को लेकर सफाई दी
कांग्रेस सांसद जीवन रेड्डी ने कथित तौर पर थप्पड़ मारने के वायरल हो रहे वीडियो को लेकर सफाई दी। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ प्यार था। उन्होंने पत्रकार के गाल को प्यार से सहलाते हुए कहा कि वो थप्पड़ नहीं था, सिर्फ व्यार था।

रेवन्ना के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर सकती है CBI, सिद्धारमैया को SIT दी जानकारी

बंगलूरू: कर्नाटक में पेन ड्राइव स्कैंडल के बाद राजनीति गरमाई हुई है। मामले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा एसआईटी गठित की गई है। एसआईटी ने मुख्यंमत्री सिद्धारमैया को बताया कि इस मामले में प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया जा सकता है। बता दें कि ब्लू कॉर्नर नोटिस किसी अपराध के संबंध में व्यक्ति की पहचान, स्थान या गतिविधियों के बारे में अतिरिक्त जानकारी एकत्र करने के लिये जारी किया जाता है।

ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर सकती है सीबीआई
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एसआईटी के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिस दौरान उन्होंने प्रज्ज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार करने के लिए तत्काल एक्शन लेने के लिए कहा। बैठक में एसआईटी के अधिकारियों ने सीएम को बताया कि रेवन्ना की गिरफ्तारी के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि जांच में तेजी लाने के लिए सीबीआई द्वारा ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया जा सकता है। एसआईटी ने कहा कि जैसे ही एयरपोर्ट से कोई जानकारी मिलेगी, रेवन्ना को तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रेवन्ना को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश
एसआईटी ने सीबीआई से अनुरोध किया है कि इस मामले में प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया जाए। जांच टीम ने उम्मीद जताई कि हासन सांसद के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने के बाद उनके ठिकानों के बारे में जानकारी हासिल हो सकती है। खबर थी कि कर्नाटक में पहले चरण के मतदान के बाद प्रज्ज्वल रेवन्ना 27 अप्रैल को विदेश चले गए थे। उनके वकील ने एसआईटी के सामने पेश होने के लिए सात दिन का समय मांगा था, जिस पर जांच टीम ने जवाब दिया कि ऐसा संभव नहीं है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एसआईटी को निर्देश दिया है कि प्रज्ज्वल को गिरफ्तार करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए। साथ ही इस मामले शामिल लोगों के खिलाफ भी सख्त से सख्त एक्शन लेने के लिए कहा गया है।

वायरल वीडियो में बयान- दुष्कर्म के आरोप सुनियोजित; CM ममता बोलीं- BJP ने लिखी पूरी पटकथा

कोलकाता:  क्या संदेशखाली में महिलाओं पर हुए उत्पीड़न पूरी तरह से सुनियोजित थे? ये सवाल इसिलए उठ रहे हैं क्योंकि शनिवार को संदेशखाली उत्पीड़न मामले में एक वीडियो के वायरल हो रहा है। संदेशखाली में दुष्कर्म के आरोप पूरी तरह से सुनियोजित थे? गुप्त कैमरे से कैद किए गए वीडियो में एक स्थानीय भाजपा नेता को यही बात कहते हुए सुना जा सकता है। हालांकि अमर उजाला इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता।

तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला
वायरल वीडियो में एक व्यक्ति यह स्वीकार करता हुआ सुनाई दे रहा है कि बलात्कार सहित विभिन्न आरोप योजना के अनुसार लगाए गए थे। वीडियो में उनकी पहचान संदेशखाली 2 ब्लॉक के भाजपा के ‘मंडल अध्यक्ष’ गंगाधर कयाल के रूप में हुई है। इस वीडियो के सामने आने के बाद सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं, भाजपा ने मामले में थोड़ी देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात कही है। अमर उजाला ने इस बारे में जानकारी के लिए संबंधित लोगों से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो सका।

भाजपा ने कहा- वीडियो में दिख रहा व्यक्ति सिर्फ समर्थक
कहा जा रहा है कि वीडियो संदेशखाली में एक छिपे हुए कैमरे के माध्यम से रिकॉर्ड किया गया था। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, वीडियो में दिख रहे गंगाधर का घर संदेशखाली के सिंहपारा इलाके में है। स्थानीय भाजपा नेतृत्व का दावा है कि वह मंडल अध्यक्ष नहीं हैं। सिर्फ उनकी पार्टी के समर्थक हैं। भाजपा के बशीरहाट संगठनात्मक जिला उपाध्यक्ष विवेक रॉय ने भी दावा किया कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं।

50 साल की महिला को बिजली से खंभे से बांधकर जमकर पीटा, पीड़ित के बेटे पर युवती को भगाने का आरोप

बंगलुरू: कर्नाटक के अरेमल्लापुर गांव में महिलाओं के एक समूह ने 50 साल की एक महिला को बिजली के खंभे से बांधकर जमकर मारपीट की। आरोप है कि महिला का बेटा उनकी लड़की को अपने साथ भगा ले गया है। पुलिस ने बताया कि घटना 30 अप्रैल की है। तीन महिलाओं सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

युवती की शादी की जानकारी मिली तो अपने साथ भगा ले गया युवक
पुलिस ने बताया कि कुरुबा समुदाय के हनुमव्वा मेडलेरी का बेटा मंजूनाथ पिछले दो वर्षों से गांव की एक लड़की से प्रेम करता था। युवती मराठा समुदाय की थी। प्रेम प्रसंग की जानकारी, जब युवती के परिजनों को लगी तो दोनों परिवारों के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद मंजूनाथ गांव छोड़कर चला गया और अपनी बहन के साथ उसके घर पर रहने लगा। इस बीच, युवती का परिवार उसकी शादी की तैयारी करने लगे। मंजूनाथ पिछले सप्ताह गांव आया और युवती को साथ लेकर भाग गया।

ग्रामीणों ने आरोपियों से महिला को छोड़ने के लिए कहा
पुलिस के अनुसार, लड़की के परिजन इस बात से आहत हो गए। उन्होंने युवक की मां को सड़क पर घसीटा और उसे रस्सी से बिजली के खंभे से बांध दिया। महिलाओं के समूह ने उस पर हमला किया। मारपीट में तीन पुरुषों भी शामिल थे। मारपीट की जानकारी मिलते ही ग्रामीण वहां इक्ट्ठा हो गए। उन्होंने मंजूनाथ की मां को छोड़ने के लिए आरोपी महिला-पुरुषों को नसीहत दी। पुलिस ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही हम मौके पर पहुंचे। हमने इलाज के लिए महिला को अस्पताल भिजवाया। पीड़ित महिला की शिकायक के आधार पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पीएम मोदी के राहुल गांधी पर तंज से भड़की कांग्रेस, कहा- अपनी गरिमा भूलकर ओछी बातें कर रहे प्रधानमंत्री

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच, कांग्रेस पार्टी एक बार फिर अपने नेता राहुल गांधी के बचाव में उतर आई है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डरो मत, भागो मत’ वाले बयान पर पलटवार किया। कहा कि उनके दो प्रेरक नेता भी दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। दरअसल, राहुल गांधी ने शुक्रवार को रायबरेली से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वह केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं।

खुद लड़ा था दो सीटों से चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के आइकन लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं, खुद पीएम मोदी ने साल 2014 के आम चुनाव में दो सीटों से चुनाव लड़ा था। बता दें, पीएम मोदी ने 2014 में वाराणसी और वडोदरा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। बाद में उन्होंने वडोदरा निर्वाचन क्षेत्र छोड़ दिया।

प्रधानमंत्री पर ओछी बातें करने का आरोप
मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री पर ओछी बातें करने और अपनी गरिमा भूलने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी डरे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘वह अपनी गरिमा छोड़कर तुच्छ बातें करते हैं और हमले करते हैं। उन्हें जवाब देने का कोई मतलब नहीं है। कौन डरा हुआ है? क्या आडवाणी ने दो सीटों से नामांकन दाखिल नहीं किया था? क्या अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा नहीं किया था? उन्होंने खुद ऐसा किया।’

पीएम मोदी ने कसा तंज
पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ने से डर गए हैं। यही वजह है कि उन्होंने इस बार अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वायनाड से हार के डर से राहुल गांधी अपने लिए सुरक्षित सीट तलाश रहे हैं। पीएम मोदी ने राहुल गांधी से डरने या भागने की कोशिश नहीं करने के लिए कहा।

उन्होंने कहा, ‘दो सीटों से चुनाव लड़ने को लेकर पीएम मोदी ने राहुल पर तंज कसते हुए एक रैली में कहा था, ‘मैंने पहले ही ये भी बता दिया था कि शहजादे वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट खोज रहे हैं। अब इन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुननी पड़ी है। ये लोग घूम-घूम कर सबको कहते हैं – डरो मत! मैं भी इन्हें यही कहूंगा – डरो मत! भागो मत!’ अमेठी 2019 तक राहुल गांधी का गढ़ था। हालांकि, 2019 में स्मृति ईरानी ने उन्हें 55000 से अधिक मतों से हरा दिया था। गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल शर्मा वहां से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। रायबरेली में राहुल गांधी का मुकाबला भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से होगा।

‘सिल्क रूट की तरह गेम चेंजर होगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा’, प्रधानममंत्री मोदी बोले

नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) रेशम मार्ग (सिल्क रूट) की तरह एक बड़ा गेम चेंजर साबित होगा। आईएमईसी के लिए पिछले साल भारत की मेजबानी में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक समझौता हुआ था।

एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने आईएमईसी को लेकर कहा, ‘खाड़ी देशों ने सकारात्मक भूमिका निभाई है। अमेरिका और यूरोप ने भी इस पर भारत का समर्थन किया है। G20 में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के हाथ मिलाने की तस्वीरों ने विश्व स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने कहा, जब हम वैश्विक भलाई के लिए काम करते हैं, तो कोई अगर-मगर की बात नहीं होती। आप दुनिया को अपने साथ ले सकते हैं और मेरी यही कोशिश थी। आप मुझे बताएं कि G8 और G20 का जन्म कैसे हुआ। जिन मुद्दों के लिए इनका गठन किया गया है, हमें उन मुद्दों से कभी भटकना नहीं चाहिए। मैंने हर किसी को आश्वस्त किया। कुछ लोगों के साथ मुझे निजी तौर पर बात करने की जरूरत थी। मैंने वैसा ही किया। दूसरी बात, मेरा इरादा ये था कि मैं आखिरी सत्र में प्रस्ताव नहीं लाऊंगा। मैं इसे इतनी जल्दी करूंगा कि लोग हैरान हो जाएंगे। इसलिए मैंने दूसरे दिन की घोषणा का काम पहले दिन ही पूरा कर लिया। यह मेरी रणनीति थी और वह रणनीति काम कर गई।’

बाइडन और मोहम्मद बिन सलमान के हाथ मिलाने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी दोनों नेताओं से मित्रता है। उन्होंने कहा, हमने आईएमईसी पर काम किया है, जो सिल्क रूट की तरह एक बड़ा गेम चेंजर होने जा रहा है। खाड़ी देशों की सकारात्मक और सक्रिय भूमिका थी। भारत को अच्छी भूमिका निभाने का मौका मिला। अमेरिका और यूरोप हमारे साथ थे। सभी ने सोचा कि एक ठोस और सकारात्मक परिणाम होगा। इसलिए हम उस पर मिलते थे। पीएम ने आगे कहा, इसलिए सऊदी किंग और राष्ट्रपति बाइडन को एक साथ लाने का अवसर था और मेरी दोनों के साथ अच्छी दोस्ती है।

कहा- गोकशी के बारे में सोचने वालों के लिए खोल दिए जाएंगे जहन्नुम के द्वार

बरेली:  बरेली के फरीदपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की स्वतंत्रता देने की बात कही है। दरअसल, अल्पसंख्यक समाज को गोमांस पसंद है लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। हम गोमाता की रक्षा के लिए जान भी देंगे। गोकशी तो दूर की बात, प्रदेश में कोई इसके बारे में सोचेगा भी तो उसके लिए जहन्नुम के द्वार खोल दिए जाएंगे।

आंवला लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप के समर्थन में फरीदपुर कस्बे में शुक्रवार को आयोजित विजय संकल्प रैली में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अयोध्या के महाराज दिलीप ने गो माता को शेर के मुंह से छुड़ाया था। ऐसे धर्मात्माओं ने भारत माता की धरती पर जन्म लिया है।

विपक्षी गठबंधन पर बरसे
उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस और इंडी गठबंधन में शामिल दल बोलते थे कि राम हुए ही नहीं। जब रामलला का दिव्य, भव्य और नव्य मंदिर बन गया तो कहते हैं राम सबके हैं। यह इनका दोहरा चरित्र है। ऐसे ही चुनाव के समय आप इनके माई-बाप हैं और चुनाव खत्म होते ही यह आपको पहचानेंगे भी नहीं। सपा, बसपा और कांग्रेस का काम झूठ बोलना है।

सीएम योगी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद की भट्ठी है। उसने इस भट्ठी को सुलगाया है और आज वही इसमें जल रहा है। पाकिस्तान कांग्रेस के लोगों की तारीफ कर रहा है। पुलवामा में जवानों की शहादत पर खुशी मनाने वाले लोग कांग्रेस के शहजादे राहुल गांधी की तारीफ कर रहे हैं। वे राहुल गांधी को समर्थन देने की बात कह रहे हैं। ऐसे में आपको सतर्क रहने की जरूरत है।

भारतवासियों के लिए लोकतंत्र का पर्व गौरव का क्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के तीसरे चरण में आपको मतदान करना है। हर भारतवासी के लिए लोकतंत्र का पर्व गौरव का क्षण होता है। यह पर्व अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार देता है। अगर सरकार गलत काम करती है तो उसे सत्ता से हटाने की ताकत जनता के पास है। कोई अच्छा काम करता है तो उसे सत्ता सौंपने का काम भी जनता करती है। इसलिए इसमें भागीदार बनना है।

उत्तर प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय में धर्मांतरण का मामला, शीर्ष अदालत में 14 मई को अंतिम सुनवाई

 नई दिल्ली :  सुप्रीम कोर्ट ने धर्मांतरण मामले में उत्तर प्रदेश के सैम हिगिनबॉटम कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र बिहारी लाल और अन्य के खिलाफ दर्ज पांच एफआईआर को रद्द करने या एक साथ जोड़ने वाली याचिकाओं पर अंतिम सुनवाई तय कर दी है।

14 मई को होगी अंतिम सुनवाई
न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने सिद्धार्थ दवे और मुक्ता गुप्ता सहित वरिष्ठ वकीलों की दलीलों पर गौर करते हुए कहा कि सभी नौ याचिकाओं पर 14 मई को अंतिम सुनवाई की जाएगी। शीर्ष अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अदालत में पेश हुईं वरिष्ठ वरील गरिमा प्रसाद को निर्देश दिया है कि सिद्धार्थ दवे को अगली सुनवाई से पहले पहली एफआईआर में दायर आरोपपत्र की एक प्रति प्रदान करें। अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार और आरोपियों के वकील से लिखित दलीलें दाखिल करने को भी कहा।