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राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना पर उठाए सवाल, पूछा- क्या एक सैनिक की जिंदगी दूसरे से कम कीमती है?

नई दिल्ली: नासिक में प्रशिक्षण के दौरान दो अग्निवीरों की मौत के बाद विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सवाल किा कि एक सैनिक का जीवन दूसरे से अधिक कीमती क्यों है। उन्होंने कहा कि जिन दो अग्निवीरों की मौत हुई, उनके परिवारों को अन्य शहीद सैनिकों के परिजनों के समान पेंशन और लाभ क्यों नहीं मिल रहे। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहेंगे।

कांग्रेस नेता ने कहा, नासिक में प्रशिक्षण के दौरान अग्निवीर गोहिल विश्वराज सिंह और सैफद की मौत बहुत दुखद है। मैं उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। उन्होंने आगे कहा, यह घटना एक बार फिर अग्निवीर योजना पर गंभीर सवाल उठाती है, जिसका भाजपा सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। क्या गोहिल और सैफत के परिवारों को शहीद सैनिकों के बराबर मुआवजा मिलेगा?

राहुल गांधी ने यह भी पूछा, अग्निवीरों के परिवारों को पेंशन और अन्य सरकारी सुविधाएं क्यों नहीं मिलेंगी? जब दोनों सैनिकों की जिम्मेदारियां और बलिदान समान हैं, तो उनके शहीद होने के बाद यह भेदभाव क्यों? उन्होने कहा कि अग्निपथ योजना सेना के साथ अन्याय है और हमारे वीर सैनिकों की शहादत का अपमान है। गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को जवाब देना चाहिए कि एक सैनिक की जिंदगी दूसरे से ज्यादा कीमती क्यों है?

मुंबई लोकल ट्रेन के दो खाली डिब्बे पटरी से उतरे, रेल सेवाएं हुई प्रभावित

रविवार की दोपहर मुंबई सेंट्रल से कार शेड में प्रवेश करते समय एक खाली लोकल ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। जिससे पश्चिमी मुंबई रेलवे का आवाजाही मुख्य रूप से प्रभावित हुई। वहीं, इस मामले में पश्चिमी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने बताया कि किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। दोपहर 12.10 बजे के आसपास ट्रेन जब पटरी से उतरी, तब यह खाली थी।

अधिकारी ने दी जानकारी
विनीत अभिषेक ने आगे बताया कि ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना के चलते पश्चिम मुंबई में रेलवे सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। इस घटना के बाद दादर की ओर जाने वाला धीमा ट्रैक बाधित हो गया है। अधिकारी ने बताया कि डिब्बों को पटरी पर लाने और सेवाएं बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

रेल हादसा सरकार के लिए चुनौती
देश में आए दिन कोई ना कोई रेल हादसा घटित हो रहे है। जो कि रेल मंत्रालय के लिए एक चुनौती के तौर पर बन गई है। कल शनिवार को चेन्नई रेल मंडल के पोन्नेरी-कवरपेट्टई सेक्शन में एक एक्सप्रेस ट्रेन और मालगाड़ी में टक्कर हो गई। हलांकि इस घटना में किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई।

वहीं इस घटना के तुरंत बाद रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने एक वीडियो जारी कर घटना के बारे में बताते हुए कहा कि हमें चेन्नई मंडल के कवरपेट्टई स्टेशन पर बागमती एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर की सूचना मिली। बचाव एवं राहत दल तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंच गया। प्रभावित डिब्बों से 95 प्रतिशत से अधिक यात्रियों को निकाल लिया गया है और अभी तक हमें किसी के मारे जाने या गंभीर रूप से घायल होने की कोई सूचना नहीं मिली है।

‘बाबा सिद्दीकी की हत्या का राजनीतिकरण न करें’, अजित पवार ने विपक्ष से की अपील

मुंबई:  महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने पूरे महाराष्ट्र को हिला दिया है। कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का राजनीतिकरण न किया जाए और राज्य सरकार दोषियों को सजा मिलने तक चैन से नहीं बैठेगी।

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी को मुंबई में बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके विधायक पुत्र जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर शनिवार रात को तीन लोगों ने गोली मार दी थी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस चौंकाने वाली घटना के बाद विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना सधा और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया। राज्य में अगले महीने विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।

‘यह सिर्फ एक राजनीतिक क्षति नहीं है, यह एक गहरी व्यक्तिगत त्रासदी है’
अजित पवार ने कहा कि राकांपा बाबा सिद्दीकी की मौत से बहुत दुखी है जो ऐसे नेता थे जिन्हें काफी लोग बहुत प्यार करते थे और व्यक्तिगत रूप से उन्होंने एक प्रिय मित्र को खो दिया है जिसे वह वर्षों से जानते थे। सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा कि, हमारा दिल टूट गया है और इस घटना की क्रूरता से उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह सिर्फ एक राजनीतिक क्षति नहीं है, यह एक गहरी व्यक्तिगत त्रासदी है जिसने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है।

अजित पवार ने कहा, मैं सभी से दृढ़तापूर्वक आग्रह करता हूं कि वे इस भयावह घटना का राजनीतिकरण न करें। यह विभाजन का या राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों की पीड़ा का फायदा उठाने का समय नहीं है। फिलहाल, हमारा ध्यान न्याय सुनिश्चित करने पर होना चाहिए। सरकार हत्या के दोषियों को सजा दिलाने तक चैन से नहीं बैठेगी।

‘अवसरवादी इस त्रासदी को राजनीतिक तमाशा बनाने देने के बजाय सम्मान और करुणा दिखाए’
पवार ने कहा, मैं बाबा सिद्दीकी के परिवार के अपार दुख को समझते हैं, जिन्हें सबसे बड़ी क्षति हुई है। आइए अवसरवादी आवाज़ों को इस त्रासदी को राजनीतिक तमाशा बनाने देने के बजाय सम्मान और करुणा दिखाए। अजित पवार की टिप्पणी उनके चाचा और विपक्षी राकांपा (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार की उस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि सत्ता में बैठे लोगों को केवल जांच की घोषणा करने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें जिम्मेदारी स्वीकार करने और अपने पद से हटने की जरूरत है।

नेपाल से भारत आ रहे हैं नकली नोट… एक के बदले मिलते हैं 10, पुलिस तलाश रही है नेटवर्क की कड़ियां

बरेली:सरहद पार (नेपाल) से नकली नोटों का धंधा बदस्तूर जारी है। डेलापीर मंडी के व्यापारियों की सूचना पर इज्जतनगर पुलिस ने पांच सौ रुपये के तीन नकली नोटों के साथ शाहजहांपुर निवासी तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके साथी शाहजहांपुर निवासी टायर व्यापारी पिता-पुत्र कार और तीन सौ नकली नोट लेकर फरार हो गए।

 

इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि शाहजहांपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सिंजई निवासी विवेक मौर्य को डेलापीर मंडी के पास से गिरफ्तार किया गया। उसके साथी शाहजहांपुर के ही मोहल्ला बक्सरिया निवासी रवि अरोड़ा और उसका बेटा आयुष फरार हो गए। विवेक के पास पांच सौ रुपये के तीन नकली नोट मिले।

पूछताछ में विवेक ने बताया कि 27 सितंबर को वह शाहजहांपुर जेल से जमानत पर बाहर आया था। 29 को उसकी मुलाकात रवि और आयुष से हुई। दोनों की शाहजहांपुर में टायर की दुकान है। तीनों ने जाली नोट लाकर बाजार में खपाने की योजना बनाई।

देश के 19 एम्स में एक साथ पढ़ाई करेंगे मेडिकल छात्र, केंद्र का फैसला- अन्य केंद्रीय अस्पताल भी जुड़ेंगे

मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों को अब एक ही समय पर देश के 19 एम्स में एक साथ पढ़ाई का मौका मिलेगा। केंद्र सरकार ने एम्स के साथ-साथ सभी केंद्रीय चिकित्सा संस्थानों को मिलाकर नेटवर्क स्थापित किया है, जिसके तहत 3डी एनिमेशन से चिकित्सा छात्रों को मरीजों की बीमारियों और मानव शरीर की रचना से रूबरू होने का मौका मिलेगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार ने एक आदेश में कहा है कि छह सदस्यीय समिति की सिफारिश के आधार पर स्मार्ट क्लासरूम की तरह चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके तहत दिल्ली एम्स नोडल केंद्र रहेगा जो ई लर्निंग से जुड़ी पाठ्य सामग्री को एकत्रित करेगा। दिनेश कुमार ने बताया कि सरकार की यह पहल देश के 19 एम्स के साथ साथ चंडीगढ़ पीजीआई, बंगलूरू स्थित निम्हांस, पांडिचेरी स्थित जेआईपीएमईआर, दिल्ली के सफदरजंग, आरएमएल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों में स्थित केंद्रीय चिकित्सा संस्थान सहित कुल 50 अस्पतालों पर लागू होगी। अभी देश में कुल एम्स की संख्या 22 है जिनमें से छह पूरी तरह से कार्यरत हैं और 12 एम्स में पढ़ाई के साथ ओपीडी चल रही है। वहीं एक मदुरै एम्स में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हुई है। इस तरह 22 में से 19 एम्स पर यह फैसला अभी लागू रहेगा।

समिति ने सौंपी है 80 पन्नों की सिफारिश
मंत्रालय ने बताया कि विश्व स्तरीय चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए काफी समय से बदलाव की चर्चा चल रही है। हाल ही में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने चिकित्सा के पाठ्यक्रम में बदलाव भी किया है। ऐसे में सरकार ने संयुक्त सचिव पुष्पेंद्र राजपूत की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जिन्होंने इस साल अलग अलग बैठक के बाद करीब 80 पन्नों की सिफारिश सौंपी है। इसमें पाठ्य सामग्री को डिजिटल करने व एक साथ सभी केंद्रीय अस्पतालों में उसे पढ़ाया जाना शामिल है, जिसमें 3डी एनिमेशन व एआई का भी उपयोग होगा। अगले दो से तीन वर्ष में देश के सभी 50 केंद्रीय चिकित्सा संस्थानों में यह तकनीक विकसित होगी और सभी एक दूसरे से जुड़ जाएगें।

दशहरा रैली से दोनों शिवसेना ने फूंका चुनावी बिगुल, शिवाजी और 2022 की बगावत पर खूब चले जुबानी तीर

मुंबई: शनिवार को मुंबई में आयोजित हुईं दो दशहरा रैलियों पर सभी की निगाहें रहीं। दरअसल ये रैलियां सत्ताधारी शिवसेना और विपक्षी शिवसेना यूबीटी की थीं, जिन्हें क्रमशः सीएम एकनाथ शिंदे और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने संबोधित किया। महाराष्ट्र चुनाव से कुछ हफ्ते पहले हुईं इन रैलियों से आगामी विधानसभा चुनाव में क्या मुद्दे अहम रहेंगे और किनकी चर्चा सुनाई देगी, उनका अंदाजा हो गया।

उद्धव बोले- हर जिले में शिवाजी महाराज के मंदिर बनवाएंगे
शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई पार्क में आयोजित हुई दशहरा रैली में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर धोखा देने का आरोप लगाया और शिंदे की शिवसेना को नकली शिवसेना करार दिया। रैली के दौरान उद्धव ने स्क्रीन पर अपने 2019 में सीएम पद की शपथ लेने के वीडियो को भी चलाया और अपने विरोधियों को चेतावनी दी।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘एक बार स्वर्गीय रतन टाटा ने मुझसे कहा था कि जेआरडी टाटा ने उन पर विश्वास करके उन्हें टाटा ग्रुप की विरासत सौंपी थी। ऐसे ही बालासाहब ने आपको चुना है क्योंकि उन्होंने आपको विश्वासपात्र माना।’ उद्धव ने भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा को अपने आप को भारतीय कहने में भी शर्म आनी चाहिए। उन्होंने भाजपा की तुलना कौरवों से की और उन पर अहंकारी होने का आरोप लगाया।

उद्धव ठाकरे ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने का मुद्दा भी उठाया और कहा कि ‘महायुति सरकार ने सिर्फ वोटों के लिए शिवाजी महाराज की प्रतिमा लगवाई, लेकिन वो प्रतिमा गिर गई। हम जब सत्ता में आएंगे तो हर जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर बनवाएंगे। शिवाजी महाराज हमारे लिए भगवान हैं और हम उनके मंदिर बनवाएंगे। वहीं उनके (महायुति) लिए शिवाजी महाराज वोटबैंक हैं।’

एकनाथ शिंदे ने कहा- असली शिवसैनिक का अपमान होता
वहीं आजाद मैदान में आयोजित हुई शिवसेना की रैली में सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि ‘अगर उन्होंने बगावत न की होती तो सच्चे शिवसैनिकों का अपमान किया जाता और महाराष्ट्र कई साल पीछे चला जाता। एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया कि उद्धव सरकार में महाराष्ट्र की कई विकास परियोजनाओं को रोक दिया गया। इसकी वजह राज्य का कर्ज बढ़कर 17 हजार करोड़ रुपये हो गया।’

डॉक्टरों के संगठन ने CM ममता को लिखा पत्र, जूनियर डॉक्टरों के शिकायतों का समाधान करने की अपील की

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के एक संगठन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर जूनियर डॉक्टरों की शिकायतों का समाधान करने का आग्रह किया है। बता दें कि जूनियर डॉक्टर्स आरजी कर अस्पताल में अपने सहकर्मी के कथित दुष्कर्म और हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले में फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा है कि अगर कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके में आमरण अनशन पर बैठे बहादुर जूनियर डॉक्टरों को कोई नुकसान पहुंचता है तो वह पूरे देश में ‘चिकित्सा सेवाओं को पूरी तरह से बंद’ करने की घोषणा करेगा।

‘हम जूनियर डॉक्टरों की बिगड़ती स्वास्थ्य को लेकर चिंतित’
फेडरेशन के बयान में कहा गया है, हम जूनियर डॉक्टरों की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति को लेकर बेहद चिंतित हैं, जबकि सोशल मीडिया पर आपके की तरफ से उनकी दलीलों को अनदेखा करते हुए जश्न मनाने के दृश्य सामने आ रहे हैं। हम आपसे आग्रह करते हैं कि आप स्थिति की गंभीरता को समझें, महत्व को स्वीकार करें और उनकी शिकायतों को दूर करने के लिए तत्काल और निर्णायक कार्रवाई करें, क्योंकि समय बीत रहा है।

डॉक्टरों के संगठन ने देश बंद की भी दी चेतावनी
डॉक्टरों के संगठन ने यह भी कहा कि अगर बंगाल की मुख्यमंत्री स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए सुरक्षित और संरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने में विफल रहती हैं तो वे पूर्ण बंद शुरू करने के लिए तैयार हैं। एफएआईएमए ने कहा, हम आपको बताना चाहते हैं कि अगर राज्य की निष्क्रियता के कारण इन बहादुर जूनियर डॉक्टरों को कोई नुकसान पहुंचता है, तो एफएआईएमए और देश भर के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के पास भारत भर में चिकित्सा सेवाओं को पूरी तरह से बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।

‘हम जूनियर डॉक्टरों के साथ पूरी तरह से एकजुट हैं’
देश भर के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व कर रहे एफएआईएमए ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टरों के साथ पूरी तरह से एकजुट है। संस्था ने कहा, एफएआईएमए की राष्ट्रीय टीम पहले से ही सभी राष्ट्रीय संघों और राज्य संघों के संपर्क में है, ताकि अगर आपके शहर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे किसी भी डॉक्टर को कोई नुकसान पहुंचता है, तो वैकल्पिक सेवाओं को देश भर में बंद किया जा सके।

कर्नाटक सरकार ने हुबली दंगा केस लिया वापस, भड़की BJP ने कांग्रेस पर लगाया मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप

कर्नाटक:  कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने 2022 में हुबली में हुए पुलिस पर हमले के मामले में आरोपियों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले को वापस लेने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले के बाद राज्य की राजनीति गर्म हो गई है। बीजेपी कांग्रेस सरकार के इस फैसले पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। इसके साथ ही बीजेपी ने राज्य सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप भी लगाया है।

क्या है 2022 हुबली केस?
साल 2022 में हुबली जिले में एक आरोपी ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर अपमानजनक सामग्री पोस्ट की थी। जिससे नाराज अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग 150 लोगों ने 16 अप्रैल, 2022 को रात करीब 10.30 बजे उत्तरी कर्नाटक के ओल्ड हुबली टाउन पुलिस स्टेशन के पास डंडों से लैस होकर जमा हुए थे। सूत्रों की माने तो कर्नाटक सरकार की तरफ से यह उन 43 मामलों में से एक है, जिन्हें राज्य मंत्रिमंडल ने गुरुवार को अपनी बैठक में वापस लेने का फैसला किया है।

भीड़ ने पुलिस से की थी आरोपी को सौंपने की मांग
हुबली दंगे के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया था कि वहां उपस्थित भीड़ मांग कर रही थी कि पुलिस आरोपी को उन्हें सौंप दें, ताकि वे उसे वहीं खत्म कर सकें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि जो कोई भी आरोपी की बचाएगा, उसे भी नहीं बख्शा जाएगा। इस दौरान भीड़ ने कथित तौर पर आरोपी रक्षा करने वाले पुलिसकर्मियों को मारने के नारे लगाए। सूत्रों ने बताया कि पुलिस इंस्पेक्टर ने उन्हें अपना अड़ियल रुख छोड़ने और मनाने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान आक्रोशित भीड़ हर हाल में आरोपी को हासिल करना चाहते थे।

आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर डंडे और पत्थरों से किया था हमला
इसके बाद भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर डंडों और पत्थरों से हमला किया और जिसमें कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस दौरान आक्रोशित भीड़ पुलिस स्टेशन में मौजूद कई सरकारी और निजी वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया था। इसके साथ ही इस मामले में अधिकारी ने आगे बताया कि ओल्ड हुबली टाउन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दंगा, हत्या का प्रयास, सरकारी अधिकारियों पर हमला, सरकारी और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।

जूनियर डॉक्टरों में से एक की हालत गंभीर, फिर भी अनशन तोड़ने को तैयार नहीं; न्याय की मांग की

कोलकाता :  कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई भयावह घटना को लेकर अभी भी देशभर में गुस्सा है। न्याय और कार्यस्थल की सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर सड़कों पर हैं। वह करीब एक हफ्ते से अनशन पर बैठे हुए हैं। भूख हड़ताल पर बैठे एक डॉक्टर की हालत गंभीर है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एक डॉक्टर की हालत गंभीर

रविवार से अनशन पर बैठे अनिकेत महतो की हालत खराब हो गई है। उन्हें गुरुवार रात आरजी कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि महतो के इलाज के लिए पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है।

यह है भयावह घटना

नौ अगस्त की वो भयावह सुबह कोई नहीं भूल सकता, जब कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर की लाश मिली थी। जब मामला विवादों में आया, तो पता चला कि डॉक्टर के साथ दुष्कर्म हुआ था। यह मामला कोलकाता हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और फिर सीबीआई को इसकी जांच सौंप दी गई। घटना के लगभग दो महीने बाद महिला डॉक्टर को इंसाफ मिलने की उम्मीद नजर आ रही है। महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में कलकत्ता पुलिस ने 10 अगस्त को संजय रॉय को गिरफ्तार किया था।

पांच डॉक्टरों की टीम कर रही इलाज

अस्पताल की सीसीयू प्रभारी डॉ. (प्रोफेसर) सोमा मुखोपाध्याय ने कहा, ‘महतो को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था। उनकी हालत गंभीर है। उन्हें ऑक्सीजन दी गई। साथ ही अन्य जरूरी उपचार किया जा रहा है। उन्होंने पिछले कुछ दिनों से पानी तक नहीं पीया है। उनकी हालत स्थिर नहीं है। हम आशा करते हैं कि वह कुछ दिनों में सही हो जाएंगे। पांच लोगों की टीम उनका इलाज कर रही है।’

मांगे पूरी नहीं होने तक अनशन रहेगा जारी: देबाशीष हलदर

मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके में प्रदर्शन स्थल पर मौजूद एक अन्य जूनियर डॉक्टर देबाशीष हलदर ने बताया कि अनशन पर बैठे छह अन्य जूनियर डॉक्टरों की हालत खराब होने के संकेत हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने आईसीयू एंबुलेंस और अन्य जैसे सभी जरूरी सहायता को तैयार रखा है ताकि अगर किसी को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत हो तो हम उसकी देखभाल कर सकें।’

नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर IAF C-295 ने की लैंडिंग, सीएम और डिप्टी सीएम रहे मौजूद

मुंबई:  नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर पर पहुंच गया, क्योंकि भारतीय वायु सेना के सी-295 विमान ने पहली लैंडिंग सफलतापूर्वक पूरी की। इस परीक्षण के दौरान सुखोई-30 लड़ाकू विमान ने भी उड़ान भरी। बता दें, आईएएफ सी-295 विमान दक्षिणी रनवे पर ट्रायल के लिए उतरा था।

कार्यक्रम में कौन-कौन रहा मौजूद?
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने इस पल का आनंद उठाया। यहां तक कि सीएम ने विमान में उड़ान भी भरी।

सीएम शिंदे बोले- महायुति ‘फ्लाइट और फाइट’ के लिए तैयार
हरियाणा विधानसभा चुनावों में सहयोगी भाजपा की ऐतिहासिक जीत से उत्साहित महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनका सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति चुनावी राज्य में ‘फ्लाइट और फाइट’ दोनों के लिए तैयार है। यह बात उन्होंने राज्य विधानसभा चुनावों के संदर्भ में कही, जिनकी घोषणा किसी भी दिन हो सकती है।

बता दें कि रायगढ़ जिले के निकटवर्ती उल्वे में आगामी नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय वायुसेना के विमान की ट्रायल लैंडिंग देखने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार 31 मार्च, 2025 की निर्धारित समय सीमा से पहले हवाई अड्डे से वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने का प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीनफील्ड नवी मुंबई हवाई अड्डा उच्च क्षमता वाला होगा और देश की बड़ी विमानन सुविधाओं में से एक होगा। इस सुविधा को लोगों के लिए एक बड़ा उपहार बताते हुए शिंदे ने कहा कि एक बार इसके चालू हो जाने पर व्यस्त मुंबई हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ काफी कम हो जाएगी। उन्होंने बताया कि 21.8 किलोमीटर लंबे 6 लेन वाले समुद्री पुल अटल सेतु के निर्माण के कारण, आगामी हवाई अड्डा मुंबई और नवी मुंबई दोनों के करीब हो गया है।