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हेल्थ

पेट की चर्बी कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो आपके लिए बेहद जरुरी हैं ये खबर…

आपने अक्सर टीवी पर पेट की चर्बी घटाने और मोटापा कम करने के एड जरूर देखें होगें। जिसमें वो ग्रीन टी , हर्बल टी और कई तरह की एक्सरसाइज  या स्वेट बेल्ट के बारे में बताते हैं। लेकिन ये सारे उपाय हमेशा बहुत मंहगे होते हैं।

इलिनोइस यूनिवर्सिटी की 2011 की एक स्टडी में पाया गया कि छह सप्ताह एब्डामनल ट्रैनिंग भी अकेले पेट की चर्बी को कम करने के लिए काफी नहीं थी. इसलिए यदि आप पेट की चर्बी कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको अपने शरीर का वजन कम करना होगा. कई टिप्स को अपनाकर पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है.

पेट की चर्बी बढ़ने में शरीर में हार्मोनल बदलाव भी एक अहम भूमिका निभाते हैं। महिलाओं में अक्सर पेट या कमर में चर्बी यानि फैट 40 साल के बाद बहुत तेजी से बढ़ता है। मोटापे या पेट की चर्बी बढ़ने के लिए जरूरत से ज्यादा तनाव होना भी नुकसानदायक होता है, क्योंकि आमतौर पर लोग तनाव में होने पर बेहिसाब कुछ न कुछ खाते रहते हैं। जिससे पेट पर चर्बी जमा होने लगती है।

कार्डियो एक्सरसाइज महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके लिए ट्रेडिशनल कार्डियो होना जरूरी नहीं है. यदि आप जॉगिंग नहीं करना चाहते हैं हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) को ट्राई करें. वहीं, एब वर्कआउट आपको पेट की चर्बी को लूज में मदद नहीं करेगा, लेकिन वे मांसपेशियों को बिल्ड करेगा. यदि आप एब मसल्स का लक्ष्य बना रहे हैं, तो एब वर्कआउट्स को न छोड़ें.

कम्प्यूटर पर घंटों करना पड़ता हैं काम तो इन छोटी छोटी बातो का जरुर रखे ध्यान

महिलाएं अपने मेकअप और स्किन केयर को लेकर काफी परेशान हैं। कोरोना वायरस के बीच घर में रह कर अपने आपको कैसे फिट रखें और अपनी स्किन का ध्यान कैसे रखें।आज हम आपको यहाँ बताएँगे कुछ आसान टिप्स:

आंखों को आराम देना
फ्रेश दिखने के लिए आंखों को आराम देना भी बेहद जरूरी है। ज्यादा देर तक कम्प्यूटर के सामने बैठने वालों को थोड़ी-थोड़ी देर बाद खिड़की के बाहर या देखना चाहिए  इससे आंखों को आराम मिलता है।

स्नान करने से भी चेहरे पर रौनक आती है। हालांकि 10 मिनट से ज्यादा देर तक नहीं नहाना चाहिए। गर्म पानी से देर तक नहाने से त्वचा पर लाल धब्बे भी पड़ सकते हैं।

ध्यान केंद्रित करना
दोपहर के समय लगभग हर किसी को नींद आने लगती है। काम के बीच समय में से 5 मिनट निकालकर भी आंखें बंद करें, तो यह फायदेमंद होता है।  यह हार्मोन खुशी के एहसास के लिए जिम्मेदार होता है।

हाथों की बदबू को दूर करने के साथ फलों को ताजा रखने में मदद करेगा एक चुटकी नमक

नमक का जीवन में बहुत उपयोग है। दाल या सब्जी में नमक ज्यादा हो जाए तो नुकसान और कम हो तो भी नुकसान। नमक हमारी आयु बढ़ाता भी है और नमक ही आयु घटाता भी है। नमक का उपयोग करना बहुत कम लोग जानते हैं।

हम आपको यहां खाद्य पदार्थों में उपयोग हेतु नमक के प्रयोग नहीं बताने जा रहे हैं। वैसे तो नमक के ढेरों उपाय हैं, लेकिन हम तो नमक के ऐसे चमत्कारिक उपाय बताएंगे जिन्हें जानकर शायद आप हैरान रह जाएंगे।

हाथों की बदबू करे दूर: कई बार हम कुछ ऐसी चीजों को हाथ लगा देते हैं जिनसे हमारे हाथों से बदबू आनी शुरू हो जाती है। लहसुन, प्याज या अन्य कई तरह के बदबू से निजात पाने के लिए गुनगुने पानी में सिरके के साथ नमक मिलाकर हाथ धोएं, इससे हाथों की बदबू चली जाती है।

फलों को रखे ताजा: आपने कई बार गौर किया होगा कि अगर फलों को काटकर खाने के बजाए खुला रख दिया जाए तो वह धीरे धीरे खराब होने लगते हैं और काले पड़ते नजर आते हैं। यहां भी नमक आपकी मदद करेगा। फल काटने के बाद उन पर थोड़ा सा नमक छिड़क दें, यह फलों को लंबे समय तक ताजा रखेगा और जल्दी काला नहीं पड़ने देगा। यह फूलों को भी ताजा रख सकता है।

सिंक साफ करने में: अगर आपके किचन या कहीं और लगे सिंग में जिद्दी दाग निकलने का नाम नहीं ले रहे हैं तो यहां भी नमक आपकी मदद कर सकता है। थोड़े गर्म पानी में नमक मिलाने के बाद इसे सिंक में लगे दागों पर डालना चाहिए और थोड़ी देर के बाद साफ करने पर यह दाग आसानी से साफ हो जाएंगे।

दाद या खुजली की समस्या से हैं परेशान तो करी पत्ता का ये उपाए आपको दिलाएगा इससे निजात

मीठा नीम जिसकी ताजा-ताजा पत्तियों में एक अलग ही खुशबु होती है जो खाने के स्वाद को बढ़ाती ही है और इसके सेवन से सेहत को भी कई लाभ होते है यह स्वाद में भले ही कड़वा हो लेकिन इससे होने वाले लाभ अमृत से कम नहीं है।

कुछ लोग करी पत्ता सब्जी से बाहर निकालकर रख देते है जबकि इसे खा लेना चाहिए करी पत्ता का सेवन लीवर को सशक्त बनता है यह लीवर को बैक्‍टीरिया तथा वायरल इंफेक्शन से बचाता है इसके अलावा करी पत्ता का सेवन फ्री रेडिकल्स ,हेपेटाइटिस ,सिरोसिस जैसी कई बीमारियों से भी बचाता है।

1 बिच्छू ततैया जैसे विषैले कीटों द्वारा काट लेने पर, नीम के पत्तों को महीन पीस कर काटे गए स्थान पर उसका लेप करने से राहत मिलती है, और जहर भी नहीं फैलता।

2 किसी प्रकार का घाव हो जाने पर भी नीम के पत्तों का लेप लगाने से काफी लाभ मिलता है। इसके अलावा जैतून के तेल के साथ नीम की पत्त‍ियों का पेस्ट बनाकर लगाने से नासूर भी ठीक हो जाता है।

3 दाद या खुजली की समस्याएं होने पर, नीम की पत्त‍ियों को दही के साथ पीसकर लगाने पर काफी जल्दी लाभ होता है। और दाद की समस्या समाप्त हो जाती है।

4 गुर्दे में पथरी होने की स्थिति में नीम के पत्तों की राख को 2 ग्राम मात्रा में लेकर, प्रतिदिन पानी के साथ लेने पर पथरी गलने लगती है, और मूत्रमार्ग से बाहर निकल जाती है।

5 मलेरिया बुखार होने की स्थिति में नीम की छाल को पानी में उबालकर, उसका काढ़ा बना लें। अब इस काढ़े को दिन में तीन बार, दो बड़े चम्मच भरकर पीने से बुखार ठीक होता है और कमजोरी भी ठीक होती है।

कैल्शियम, आयरन से भरपूर तेजपत्ता आपके स्वास्थ्य को दिलाएगा अनेक लाभ, देखिए यहाँ

लोग वज़न घटाने के लिए क्या नहीं करते. कभी जिम तो कभी एरोबिक्स. हर तरह के नुस्खे अपना लेते हैं लेकिन वज़न वहीं का वहीं रहता है या वजन घटने में बहुत वक़्त लग जाता है. अगर आप भी उनमे से हैं जो वजन घटाने का सोच रहे हैं तो सबसे पहले दूध से बनी चाय पीना कम कर दें.

 तेजपत्ता में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, कैल्शियम, सेलेनियम, आयरन, कॉपर पोटैशियम पाया जाता है. ऐसे में अगर आप रोज सुबह तेज पत्ता की चाय पीते हैं तो इससे स्वास्थ्य को अनेक लाभ मिलते हैं. इससे आप तेजी से अपने बढ़े हुए वजन को कम कर सकते हैं.

तेज पत्ता के फायदे

1- तेज पत्ता में विटामिन-सी होता है जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है.

2- इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो इन्फेक्शन को दूर करता है.

3- तेज पत्ता वाली चाय में पोटैशियम, एंटी-ऑक्सीडेंट्सस आयरन होता है जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है.

4- दिल की बीमारियों से छुटकारा मिलता है.

5- तेज पत्ता ब्लड शुगर लेवल को सही रखता है. खासकर डाईबेटिस मरीज़ इसको खा सकते हैं.

6- इस चाय को पीने से स्ट्रेस लेवल भी कम हो जाता है वजन भी घटता है.

सर्दियों के मौसम में शरीर को हेल्दी बनाने के लिए विटामिन-सी हैं बेहतर विकल्प

शरीर को हेल्दी रखने के लिए वर्कआउट  के साथ ही हेल्दी खानपान बहुत आवश्यक होता है.सर्दियों के मौसम में संतरा विटामिन-सी का बेहतर विकल्प माना जाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि संतरे के अलावा भी कई ऐसे फल हैं जिनमें विटामिन सी पाए जाते हैं.

शरीर में विटामिन-सी की कमी को दूर करने के लिए 90 मिलीग्राम की मात्रा में हर रोज इस विटामिन से जुड़ी चीजों का सेवन आवश्यक है. आइए जानते हैं कि किन फलों को खाकर हम आसानी से विटामिन सी की कमी को पूरा कर सकते हैं.

ऑप्शन माना जाता है. कई अध्ययनों से से साफ हुआ है कि 100 ग्राम कीवी से करीब 91 मिलीग्राम की मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है. ऐसे में बात ये भी है कि कीवी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है. ऐसे में डायबिटीज के मरीज भी इसका सेवन आराम से कर सकते हैं, ये उनके लिए लाभदायक होता है. वजन कम करने के लिए भी कीवी फायदेमंद होती है.

देश के लगभग हर हिस्से में अमरुद फल पाया जाता है. शायद ही आपको पता हो कि अमरूद को विटामिन-सी से भरपूर रूप में पाया जाता है. आपको बता दें कि स्वाद से भरे अमरूद में कम कैलोरी पाई जाती है .

अनानास एक ऐसा फल होता है जिसमें कई तरह के फायदे से भरे गुण पाए जाते हैं. जी हां अनानास में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध होती है, अगर आपको पेट से संबंधित कोई दिक्कत हो या फिर शरीर में सूजन हो तो अनानास का सेवन लाभदायक माना जाता है.

इन फलों में पाए जाने वाले एंजाइम्स और पोषक तत्व आपके लिवर को करेंगे डिटॉक्स

लिवर मजबूत कैसे करें? इस सवाल का जवाब आज कल हर कोई जानना चाहता है। इसलिए कि खराब डाइट और लाइफस्टाइल लगातार हमारी लिवर को कमजोर बना रही है।

जैसे कि प्रोटीन का संश्लेषण नहीं होता है, जिससे कि कमजोर लिवर वाले लोगों में प्रोटीन की कमी देखी जा सकती है। दूसरा शरीर खुद को सही से डिटॉक्सीफाई नहीं कर पाता है और इसका असर खराब मेटाबोलिज्म के रूप में नजर आ सकता है।

कुछ फलों में पाए जाने वाले खास एंजाइम्स और पोषक तत्व लिवर डिटॉक्स करने में और इसे स्वस्थ बनाने में मदद कर सकते हैं। इसी बारे में हमने लखनऊ डाइट क्लीनिक की डाइट एक्सपर्ट अश्वनी कुमार से बात की जिन्होंने हमें लीवर को स्वस्थ और साफ़ रखने वाले फलों  के बारे में बताया।

लिवर को मजबूत करने वाले 10 फल

1. ग्रेपफ्रूट 

ग्रेपफ्रूट जिसे चकोतरा कहते हैं ये फल लिवर के लिए बहुत फयादेमंद है। दरअसल, इसमें कुछ खास एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जैसे कि नारिंगिनिन  और नारिंगिन ।

2. अंगूर

अंगूर में पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। ये लिवर को अंदर से साफ करने में मदद करता है। साथ ही इसमें विटामिन सी और कुछ खास एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कि लिवर सेल्स को हेल्दी रखते हैं और इसमें सूजन को रोकते हैं।

3. कांटेदार नाशपाती

कांटेदार नाशपाती  का जूस हमेशा से ही लिवर के लिए फायदेमंद रहा है। पर इसके लिए आप कांटेदार नाशपाती को ऐसे भी खा सकते हैं। ये लिवर के कई रोगों से बचाने में आपकी मदद कर सकता है।

4. केला

खाना बहुत फायदेमंद है। दरअसल, केला फैटी लिवर की समस्या को कम करने में मदद करता है। केले में अनसेचुरेड फैट होता है। साथ ही इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट और ओमेगा-3 फैट भी होता है।

5. ब्लूबेरी

ब्लूबेरी में एंथोसायनिन होते हैं, जो एंटीऑक्साडेंट हैं। इसका अर्क लिवर एंजाइम को बढ़ाने में मदद करता है और लिवर को स्ट्रांग करता है। इसके अलावा ब्लूबेरी कैंसर कोशिकाओं के विकास को बाधित करता है ।

कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद आप भी करें ये कार्य, जिससे बढ़ेगी शरीर में एंटीबॉडी की मात्रा

एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि कोविड-19 या किसी भी फ्लू के लिए टीकाकरण कराने के बाद 90 मिनट तक हल्की या मध्यम एक्सरसाइज कर शरीर में एंटीबॉडी की मात्रा बढ़ाई जा सकती हैं.

इस नए अध्ययन के निष्कर्ष ‘ब्रेन, बिहेवियर एंड इम्युनिटी’ पत्रिका में प्रकाशित हुए है. अध्ययन में शामिल लोगों ने कोरोना टीकाकरण के बाद डेढ़ घंटे तक साइकिल चलाई या वॉक किया था. चार सप्ताह में उन लोगों की तुलना में अधिक एंटीबॉडी बनीं, जिन्होंने कोरोना डोज लेने के बाद किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज नहीं की थी.

इस स्टडी के निष्कर्ष भी पहले वाले के जैसे ही समान निकले. आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर मरियन कोहुट ने कहा कि इस बात के कई कारण हो सकते हैं कि लंबे समय तक हल्की या मध्यम स्तर की कसरत करने से शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता में सुधार क्यों होता है.

कोहुट ने कहा, ‘लेकिन इसका कारण जानने के लिए अभी अनुसंधान की आवश्यकता है. जब हम कसरत करते हैं, तो शरीर में चयापचय, जैव रासायनिक, न्यूरोएंडोक्राइन रक्त एवं कोशिका के संचार स्तर पर कई बदलाव होते हैं.’

विटामिन, कैल्शियम से भरपूर दूध बच्चों और बुजुर्गों के लिए हैं अत्यंत लाभदायक

आयुर्वेद के अनुसार दूध शरीर के लिये सबसे जरुरी चीज़ है जिसका हमारे आहार में शामिल होना महत्‍वपूर्ण है। आयुर्वेद, सभी को नियमित रूप से हल्‍का गर्म दूध पीने की सलाह देता है। दूध में विटामिन (A, K और B12), थायमाइन और निकोटिनिक एसिड, मिनरल्‍स जैसे- कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम और पोटेशियम पाए जाते हैं।

दूध पीने का सही समय क्या है इस बात को लेकर कई लोगों के मन में दुविधा होती है। दूध पीने का सही समय क्या है। कई लोग कहते हैं दूध पीना सुबह में अच्छा होता है। तो कभी कुछ लोग नाश्ते के साथ दूध पीना सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद समझते है। अगर रात में लिया जाए तो यह दिमाग को शांत करके नींद लाने में काफी मददगार साबित होता है।

सुबह में दूध पीना बच्चों के लिए फायदेमंद है। और बुजुर्गों के लिए दोपहर में दूध पीना आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। और यही दुध हम रात में पी ले तो हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। ऐसे मे दिन भर का थकान दूर होता है। और हमें नींद भी काफी अच्छे आती है। दूध में कैल्शियम का स्रोत होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने में साबित होता है। शरीर की मांसपेशियों के विकास के लिए दूध आपके लिए बहुत जरूरी है

विटामिन डी में मौजूद पोषक तत्व आपके हृदय की रक्षा करने के साथ शरीर को बनाएगा हेल्थी

विटामिन डी एक वसा में घुलनशील विटामिन है, जो शरीर के समुचित कार्य के लिए जरूरी है. विटामिन डी मांसपेशियों, प्रतिरक्षा प्रणाली और कोशिका वृद्धि के लिए जरूरी है; सूजन को कम करने के अलावा, विटामिन डी रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद करता है और हृदय की रक्षा  करने के लिए जाना जाता है.

क्या कहती है स्टडी? एक हेल्थ इंस्टीयूट के अनुसार वजन कम करने और विटामिन-डी के बीच संबंधों पर रिसर्च की गयी. एक अन्य रिसर्च के अनुसार विटामिन डी के अधिक सेवन से प्रतिभागियों के शरीर में वसा की प्रतिशत में कमी आ गयी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि क्योंकि विटामिन डी शरीर में वसा के भंडारण और उत्पादन को प्रभावित करती है. यह आपके शरीर में अन्य हार्मोन जैसे टेस्टोस्टेरोन और न्यूरोट्रांसमीटर (सेरोटोनिन) को भी प्रभावित करता है, जो आपके वजन को घटाने में सहायक होता है.

इसके अलावा शोध में पाया गया है कि महिलाओं में पेट की चर्बी विटामिन डी के कम स्तर से जुड़ी हुई थीं, जिससे उनके पेट की चर्बी पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा. पुरुषों में विटामिन डी का स्तर उनके लिवर और पेट के फैट के साथ बेहद जुड़ा हुआ था. रिसर्च पेट की चर्बी बढ़ने और विटामिन डी की कमी से पेट के हिस्से में फैट जमा हो जाती है, या पेट का फैट विटामिन डी के स्तर में कमी ला सकता है?