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हेल्थ

सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं ग्रीन टी, जानिए इसके कुछ लाभ

ग्रीन टी, सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है इससे शायद ही आज कोई अंजान है। फिटनेस को प्रियोरिटी देने वालों के तो डाइट का ये बहुत ही खास हिस्सा बन चुकी है।

लेकिन इसे कब पीना चाहिए, कितनी मात्रा में पीना चाहिए जैसी चीज़ों पर कम ही लोगों का ध्यान ज्यादा है। तो आपको बताना चाहेंगे कि किसी भी चीज़ को फायदा लेने के लिए जरूरी है उसे सही तरीके से खाना या पीना। तो आज हम ग्रीन टी के बारे में जानेंगे।

याद्दाश्त बढ़ाता है

हमारे दिमाग में तंत्र-तंत्रिका को लगातार सुचारू रूप से काम करने के बहुत सारी रक्तवाहिकाओं की जरूरत पड़ती है। जिसे रोजाना ग्रीन टी (Green Tea) का सेवन करके मजबूत बनाया जा सकता है।  जो लोग रोजाना ग्रीन टी पीते हैं, तो उनकी याद्दाश्त बढ़ती है जिससे लंबे समय तक चीजों और बातों को याद रख पाते हैं।

बालों के लिए फायदेमंद

अगर आप दो मुंहे बालों, झड़ते बालों की समस्या से हमेशा परेशान रहते हैं, तो ऐसे में आप नियमित रूप से ग्रीन टीपीना शुरू कर दें। क्योंकि ग्रीन टी में पाया जाने वाला विटामिन B दो मुंहे बालों को खत्म करता हैं, तो वहीं ग्रीन टी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट बालों के ग्रोथ को बढ़ाता है साथ ही मुलायम और घने बनाता है।

डायबिटीज

अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं तो आपके लिए ग्रीन टी पीना बेहद फायदेमंद रहेगा, क्योंकि उसमें पैलीफेनॉल्स और पोलीस्च्चराइड्स नामक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के इंसुलिन को कंट्रोल रखता है।

वजन कम करने के लिए बेहद लाभदायक हैं ये हरी सब्जी, जानिए इसके लाभ

गांठ गोभी खाने को हमारे देश में कई नामों से जाना जाता है. यह एक शरदकालीन सब्जी है. इसकी खेती बंदगोभी और फूलगोभी की मुकाबले में कम की जाती है.

इसकी ज्यादातर खेती कश्मीर, महाराष्ट्र,  बंगाल, आसाम, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब या फिर दक्षिण भारत के कुछ इलाकों कोहलराबी में विटामिन सी, एंथोसायनिन और आइसोथियोसाइनेट जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है. यह आपके सेल्स को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाता है. एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा डायबिटीज और पेट संबंधी बीमारी को कम करने में मददगार है.

पाचन में करता है सुधार
कोहलराबी डायटरी फाइबर का एक अच्छा स्त्रोत है, जो डाइजेस्टिव हेल्थ में सुधार करता है. फाइबर खाने से कब्ज, ऐंठन और सूजन की समस्या नहीं होती. यह आम तौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम की गुणवत्ता में सुधार करता है.

वजन करता है कम
कोहलराबी को वजन कम करने वाले डाइट के लिए एकदम सही सब्जी कहा जाता है. दरअसल यह कैलोरी में कम है, फाइबर में उच्च है, और लाभकारी पोषक तत्वों के साथ पैक किया जाता है. फाइबर हमें लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है.

Weight Loss करने में हो रही हैं बहुत परेशानी तो आप भी आजमाएं ये उपाए

तेजी से वजन घटाने के लिए घरेलू उपाय जरूरी होते हैं. अगर आप जल्दी वजन कम करना चाहते हैं तो इन 3 पेय पदार्थों (Weight Loss Drinks) के बारे में जरूर जान लें. वेट लॉस डाइट प्लान (Weight Loss Diet Plan) के साथ आप इन वेट लॉस ड्रिंक्स का सेवन जरूर करें. पेट की चर्बी कम करने के लिए भी इन पेय पदार्थों का सेवन किया जा सकता है.

– नट्स और सीड्स में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से पेट भरा महसूस होता है। इससे मोटापे को नियंत्रित किया जा सकता है।

– अमरूद को वजन घटाने वाला फल कहा जाता है। इसमें डायटरी फाइबर पाया जाता है। साथ ही अमरूद मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है। इससे बढ़ते वजन में बहुत जल्द आराम मिलता है।

– एक कप स्ट्राबेरी में महज 49 कैलोरीज होती है। इसके लिए सर्दी के दिनों में स्ट्राबेरी का सेवन कर सकते हैं। इससे बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता हैं

डायरिया और फूड पॉइजनिंग की समस्‍या से बचाव के लिए जरुर करें इस चीज़ का सेवन

अक्सर अच्छी सेहत के लिए सभी खाने के साथ सलाद का सेवन करते हैं। सलाद में खीरा बड़े चाव से खाया जाता है। खीरे में कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए जरूरी होते हैं। इसमें विटामिन, मिनरल और इलेक्ट्रोलाइट्स का पावरहाउस कहा जाता है। इसका सेवन आप किसी भी रूप में कर सकते हैं।

बहुत से लोग इसे सलाद, सैंडविच, रायता जैसी चीजों में खाना पसंद करते हैं। गर्मियों में हल्का और साफ भोजन करना चाहिए, क्योंकि सर्दियों के मुकाबले इस सीजन में डायरिया और फूड पॉइजनिंग की समस्‍या अधिक होती है। इसलिए हमें अपने डायट का विशेष ख्याल रखना चाहिए। चलिए जानते हैं खीरा खाने के दौरान हमें किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।

खीरे में लगभग 95 फीसदी पानी होता है।  स्किन और बालों के लिए खीरा काफी अच्छा माना जाता है। इसमें 95 फीसदी पानी होने की वजह से इसे खाने के बाद पानी का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो खीरे में मौजूद पोषक तत्‍वों से वंचित रह सकते हैं। खीरे में मौजूद पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण के लिए आप कच्ची सब्‍जियां और फलों के साथ खीरे का सेवन कर सकते हैं।

रूखे और झड़ते बालों को बनाए सिल्की, हफ्ते में एक बार करें कोकोनट मिल्क से हेयर स्पा

तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और प्रदुषण के कारण हमारी स्किन के साथ बालों पर भी काफी असर पड़ता है। इसका सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव नई पीढ़ी पर पड रहा है जिसके कारण कम उम्र में एजिंग के लक्षण दिखना, बाल झड़ना और सफ़ेद हों जैसी समस्याएं होने लगी हैं।

 

विटामिन बी, सी, ई, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल गुणों से भरपूर नारियल दूध सिर्फ स्किन के लिए ही नहीं बल्कि बालों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।

कोकोनट मिल्क को ऐसे करें तैयार

मिक्सी में कद्दूकस किया हुआ नारियल और 1 कप पानी बारीक पीस लें।
अब साफ और कॉटन में नारियल का पेस्ट डालें।
कपड़े को जोर से बांधे और एक बाउल में नारियल को निचोड़े।
इसे फ्रिज में स्टोर करें।
इसे आप बालों पर लगाने के साथ कुकिंग के लिए भी इस्तेमाल कर सकती है।

कोकोनट मिल्क से हेयर स्पा करने का तरीका

सबसे पहले बालों को माइल्ड शैंपू से धोकर सुखाएं।
अब कॉटन को कोकोनट मिल्क में डुबोएं।
इसे स्कैल्प से लेकर पूरे बालों पर लगाएं।
अब गुनगुने पानी में टॉवल निचोड़कर सिर पर लपेट।
इसे करीब 5 मिनट तक रहने दें।

सावधान ! यदि आपको भी हैं भूलने की आदत तो जल्द हो सकती हैं ये गंभीर बिमारी

बाइक की चाबी इधर-उधर रखने की आदत से परेशान हैं? बाद में चाबी खोजते समय पूरा घर सिर पर उठा लेते हैं? अगर हां तो भूलने की इस बीमारी को हल्के में न लें। यह हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) की निशानी हो सकती है। अमेरिका स्थित मेयो क्लीनिक का हालिया अध्ययन तो कुछ यही बयां करता है।

इसमें स्मृति, ध्यान, मौखिक प्रवाह और एकाग्रता जैसी चीजें शामिल हैं। 120 mmHg-129 mmHg सिस्टोलिक (शीर्ष संख्या) या उच्चतर के उच्च रक्तचाप को उच्च माना जाता है। सिस्टोलिक दबाव 130 मिमी एचजी से अधिक है। डायस्टोलिक दबाव (कम संख्या) 80 मिमीएचजी या अधिक उच्च रक्तचाप माना जाता है।

यह स्थिति तंत्रिका तंत्र की कोशिकाओं पर भारी पड़ती है और वे दम तोड़ने लगती हैं। इससे न सिर्फ याददाश्त, बल्कि तर्क शक्ति और एक साथ कई काम निपटाने की क्षमता भी कमजोर पड़ जाती है।

किसी भी उम्र में रक्तचाप के समान प्रभाव: ब्राजील में यूनिवर्सिड फेडरल डे मिनस गेरैस में मेडिसिन के प्रोफेसर और अध्ययन लेखक सैंडी एम। बरेटो ने कहा कि हमने शुरू में यह अनुमान लगाया था कि संज्ञानात्मक कार्यों पर उच्च रक्तचाप का नकारात्मक प्रभाव तब अधिक महत्वपूर्ण है, जब उच्च रक्तचाप कम उम्र में शुरू होता है, लेकिन हमारे परिणामों से पता चलता है कि संज्ञानात्मक प्रदर्शन में एक समान गिरावट तब देखी जाती है जब उच्च रक्तचाप मध्यम आयु या यहां तक ​​कि बड़ी उम्र में शुरू होता है।

Monsoon के सीजन में मेकअप करने में होती हैं परेशानी तो आजमाएं ये तरीका

मॉनसून (Monsoon) के मौसम में उन लोगों को खासा दिक्‍कत का सामना करना पड़ता है जिनकी स्किन ऑयली होती है. दरअसल इस मौसम में ह्रयूमिडिटी अधिक होती है और पसीना बहुत ज्‍यादा आता है.

ऐसे में अगर आपकी त्‍वचा भी ऑयली है तो इस पर मेकअप करना बहुत ही बड़ी चुनौती होती है.  बरसात के मौसम में ऑयली स्किन पर मेकअप कैसे किया जाए कि ये पैची ना बनें.

1.एक्सफोलिएट जरूर करें

जब भी आपको मेकअप करना हो तो पहले स्किन को अच्‍छी तरह से क्‍लीन करें और स्‍क्रबर की मदद से एक्‍सफोलिएट करें. ऐसा करने से स्किन के अंदर मौजूद अतिरिक्‍त ऑयल हट जाएंगे और स्किन साफ और स्‍मूथ रहेगी.

2.हयालूरोनिक एसिड सीरम

अगर आप हयालूरोनिक एसिड सीरम का इस्‍तेमाल करती हैं तो ये आपकी त्वचा को हाइड्रेट रखता है और उसके मॉइश्चर के नुकसान को रोकने में मदद कर सकता है.

3.प्राइमर जरूरी

अगर आप फाउंडेशन से पहले अपनी स्किन पर प्राइमर का प्रयोग करें तो आपकी स्किन स्‍मूथ और ऑयलफ्री रहेगी. इस बेस पर हर तरह का मेकअप लॉन्‍ग लास्टिंग रहेगा.

4.सेटिंग पाउडर का करें प्रयोग

आप ट्रांसलूसेंट पाउडर के बदले अपने मेकअप को सेट करने के लिए प्राइमर लगाने के बाद सेटिंग पाउडर से अपना मेकअप सेट करें. यह आपकी स्किन को लंबे समय तक मैट फिनिश देगा.

5.ऑयल फ्री फाउंडेशन

ऑयली स्किन वालों को हमेशा वैसे प्रोडक्‍ट का प्रयोग करना बेहतर होता है जो ऑयल फ्री हों. ऐसे में वॉटर-जेल बेस्ड, ऑयल-फ्री और लाइटवेट फाउंडेशन को ही हमेशा चुनें.

आंखों के नीचे मौजूद कालेपन हो करना हैं दूर तो रोज़ लगाएं ये चीज़

आंखें पूरे शरीर के लिए सबसे जरूरी हिस्सों में से एक हैं। खूबसूरत दिखने के लिए भी आंखों का योगदान सर्वोपरि है। लेकिन अक्सर हमन आंखों की देखभाल को भूल जाते हैं। जिसकी वजह से अक्सर आंखों को पास की त्वचा ढीली पढ़ने लगती है।

नींद न आने की वजह से आंखों में थकावट के साथ डार्क सर्कल हो जाते हैं। इससे आपकी सुंदरता के साथ आंखों की सेहत पर फर्क पड़ता है। तो चलिए जानते हैं इससे बचने के तरीकों के बारे में।

आंखों के नीचे काले पन से बचने के लिए गुलाब जल और कच्चा दूध आपकी मदद कर सकता है। स्किन के लिए गुलाबजल काफी फायदेमंद होता है। ये स्किन को कूल करता है और झुर्रियों को दूर रखने में भी मदद करता है। गुलाब जल धूप से होने वाली स्किन टैनिंग को भी ठीक करता है। ये स्किन को हाईड्रेट रखने में मदद करता है।

एक बाउल में दूध और गुलाब जल डालें। इस मिश्रण को आंखों के आस-पास लगाएं। इस मिश्रण रात भर के लिए लगा रहने दें। रोजाना ऐसा करने से आंखों के नीचे का कालापन जल्द ही दूर हो जाएगा।

घने बालों के लिए आप भी आजमा सकते हैं भूमि पेडनेकर का ये EASY DIY हेयर मास्क

बॉलीवुड एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर कई फिल्मों में अपनी शानदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत चुकी हैं। भूमि अपनी एक्टिंग के साथ साथ नेचुरल ब्यूटी के लिए जानी जाती हैं। चलिए जानते हैं उनके घने बालों का राज।

डैंड्रफ
डैंड्रफ बालों के लिए बहुत ही नुकसान दायक होता है। डैंड्रफ की वजह से बालों में खुजली होती है। बालों की देखभाल के लिए डैंड्रफ से छुटकारा पाना बहुत जरुरी है। डैंड्रफ को कम करने के लिए आप दही का इस्तेमाल कर सकते हैं। दही का इस्तेमाल करने से बालों से डैंड्रफ हट जाता है। डैंड्रफ हटाने के लिए एक दही लें इस दही में एक चम्मच बेसन मिलाकर बेस्ट बना लें। इस पेस्ट को बालों में लगाएं। 30 मिनट बाद हेयर वॉश कर लें। हफ्ते में 2 से 3 बार इस हेयर मास्क का इस्तेमाल करें।

खुजली के लिए दही का इस्तेमाल

बालों में कई तरह की परेशानी देखने को मिलती हैं। बालों में खुजली होना भी आम समस्या है। बालों की खुजली को दूर करने के लिए आप दही और नींब का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक कप दही में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर अच्छा पेस्ट बना लें। इसके बाद इस पेस्ट को स्कैल्प में लगाएं। इस पेस्ट को लगाने बालों की खुजली दूर हो जाएगी

ज्यादा देर तक रनिंग करना महिलाओं के लिए हो सकता हैं बेहद नुकसानदायक

रनिंग सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है. कनिंग करने मानसिक और शारीरिक बीमारियां दूर होती है. डॉक्टर्स भी रोजाना 30 मिनट रनिंग करने की सलाह देते हैं. कुछ लोगों को रनिंग करना काफी पसंद होता है और वह नियमित रूप से रनिंग करते हैं. लेकिन महिलाओं के लिए रनिंग  करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है.

इंफेक्शन

ज्यादा देर तक रनिंग करने से पसीना निकलता है. ऐसे में बॉडी में रैशेज, रेडनेस का इंफेक्शन हो सकता है. इससे बचने के लिए रनिंग के बाद स्नान जरूर करें.

डिस्चार्ज

दौड़ने की वजह से पेट पर प्रेशर पड़ता है और बॉडी से नॉर्मल फ्लूड डिस्चार्ज हो सकता है. इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है. रनिंग के दौरान कॉटन की पैंटी पहनें.

बाथरूम ब्रेक

कई महिलाओं की मांसपेशिया कमजोर होती है जिसकी वजह से रनिंग के दौरान यूरिन लीकेज की प्रॉब्लम हो सकती हैं. खासकर गर्भवती महिलाएं में हार्मोनल बदलाव और मेनोपॉज के दौरान ये समस्या बढ़ सकती हैं.