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हेल्थ

त्वचा सम्बंधित समस्याओं से आपको छुटकारा दिलाएगा बादाम, बस ऐसे करें सेवन

किसी भी ड्राई फ्रूट का सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें कई मिनरल्स व विटामिंस पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. आज हम आपको भीगे हुए बादाम खाने के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं.

जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, रोजाना खाली पेट भीगे बादाम खाने याददाश्त और सोचने-समझने की शक्ति बढ़ाने में मदद मिल सकती है. इससे सेंट्रल नर्वस सिस्टम ठीक से काम करता है जिससे दिमाग स्वस्थ रहता है।

कई अध्ययन के अनुसार, भीगे बादाम में प्री-बायोटिक गुण होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। प्री-बायोटिक की वजह से यह आंतो में मौजूद गुड बैक्टीरिया के निर्माण को बढ़ाता है जिससे आंतों को नुकसान देने वाले रोगों से बचाव हो सकता है.

बादाम एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत होता है. भीगे हुए बादाम में विटामिन ए एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है जो उम्र बढ़ने और सूजन को रोकने में मददगार होता है.

त्वचा की झुर्रियों को दूर करने के लिए कोई और चीजें इस्तेमाल करने की बजाय आपको भीगे हुए बादाम खाने चाहिए। बादाम को एक नेचुरल एंटी-एजिंग फूड माना जाता है। सुबह-सुबह भीगे बादाम खाने से चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ती हैं और आपकी त्वचा स्वस्थ रहती है।

सप्ताह में एक बार इस चीज़ का सेवन करके आप भी खुद को रख सकते हैं हेल्थी

हम सब की फेवरेट चॉकलेट कोई आज की नहीं है. इसकी हिस्ट्री में ढेर सारी मिस्ट्री है. चॉकलेट का इतिहास 1900 ईसा पूर्व का है और इसके अंश आज के मैक्सिको के आस-पास के इलाकों में रहने वाले प्री-ओल्मेक सभ्यता से जुड़ते हैं.

पहले इसे कोको के पेड़ों में देखा गया और यहीं से चॉकलेट बनाने की शुरुआत हुई. आपको बताते चलें कि पहले इसे खाया नहीं बल्कि पिया जाता था और स्वाद की दृष्टि से ये बेहद कड़वी और तीखी होती थी.

क्लीनिकल स्टडी से पता चला कि चॉकलेट ब्लड प्रेसर और ब्लड वेसल लाइनिंग दोनों के लिए फायदेमंद है. रिसर्च को लीड करने वाले अमेरिका के बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के चयक्रिट क्रिटाननॉन्ग के अनुसार, “मैं यह देखना चाहता था कि क्या यह हार्ट (कोरोनरी आर्टरिज) की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है या नहीं. और यदि ऐसा होता है, तो क्या यह फायदेमंद या हानिकारक है?”

सप्ताह में एक बार से कम चॉकलेट खाने की तुलना में, एक बार से अधिक चॉकलेट खाने से आठ प्रतिशत आर्टरी डिजीज का खतरा कम होता है. क्रिटानानॉन्ग के अनुसार “चॉकलेट में हार्ट को स्वस्थ रखने वाले पोषक तत्व होते हैं जैसे कि फ्लेवोनोइड, मिथाइलक्सैन्थिन, पॉलीफेनोल और स्टीयरिक एसिड जो सूजन को कम कर सकते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं.”

Corona Update: कोरोना संक्रमण के 28,326 नए मामले आए सामने, 24 घंटों में 260 मरीजों ने गंवाई जान

भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 28,326 केस मिले हैं। वहीं, इस दौरान 26,032 लोग ठीक हुए हैं। देश में रिकवरी रेट 97.77% पर है। देश में अभी 3.03 लाख एक्टिव केस हैं।

बता दें कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या आज दूसरे दिन 30 हजार के नीचे आई है। पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 30 से 40 हजार के बीच रिकॉर्ड की जा रही है।

पिछले 24 घंटों में 260 मरीजों ने महामारी से जान गंवाई है. जिसके बाद देश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 4,46,918 हो गयी है. भारत में अब तक 84,89,29,160 लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन किया जा चुका है.

पिछले 24 घंटों में 85,60,81,527 लोगों का टीकाकरण किया गया. राज्यों की अगर बात की जाए तो केरल में कल कोरोना वायरस के 16,671 मामले आए. राज्य में कल 120 मौतें हुई.

इन आंकड़ों को देखने के बाद विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की चेतावनी जारी कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही अभी कोरोना की स्थिति सुधरी हुई दिख रही हो लेकिन कभी भी इसके आंकड़ों में इजाफा हो सकता है।

शरीर के साथ साथ हड्डियों को बनाए मजबूत, इन बुरी आदतों को आज ही कहें Bye

शरीर को स्वस्थ रखने के हड्डियों को मजबूत होना जरूरी है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. 35 साल की उम्र के बाद शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है, जिसका असर हड्डियों और दातों पर सबसे ज्यादा पड़ता है.

इसके अलावा कई बार गलत खान-पान की आदत और लाइफस्टाइल की वजह से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. अगर हड्डियों को मजबूत बनाना है तो कुछ आदतों से दूर रहने की जरूरत है.

1- अपने आहार में ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू, बादाम, अखरोट और किशमिश शामिल करें. इनमें कैल्शियम और पोटैशियम काफी पाया जाता है.
2- कैल्शियम के लिए आप खाने में गुड़ जरूर शामिल करें. गुड़ खाने से शरीर को कैल्शियम और आयरन दोनों मिलते हैं.
3- खट्टे फलों में विटामिन सी, विटामिन डी और कैल्शियम काफी होता है. हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए अपनी डाइट में संतरा और दूसरे खट्टे फल शामिल करें.
4- अंडा में सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. रोज एक अंडा खाने से आपकी बोन हेल्थ भी अच्छी रहती है. अंडा में प्रोटीन, विटामिन डी और कैल्शियम भी पाया जाता है.
5- हड्डियों को ताकतवर बनाने के लिए हरी सब्जियां जरूरी खाएं. बीन्स को सब्जियों में जरूर शामिल करें, इसमें विटामिन ए, सी, और के, और फोलिक एसिड भी होता है.

छाती के दर्द और हार्ट अटैक में जानना हैं अंतर तो एक बार जरुर पढ़े ये खबर

कभी आपको छाती में तेज दर्द हुआ हो और आपने सोचा कि ये दिल का दौरा है. गैस या पेट में जलन भी वास्तव में दिल का दौरा निकला हो. ये भी हो सकता है कि छाती का दर्द सिर्फ मांसपेशी का चोट हो. दरअसल, छाती के दर्द की वजह का पता लगाना अक्सर काफी दुश्वारी होता है.

अगर आपको संदेह है कि आपको दिल का दौरा पड़ रहा है, तो आपको तत्काल करीबी अस्पताल जाना चाहिए और ईसीजी करवाना चाहिए. लेटना, इंतजार करना, आराम करना, खांसना और कोई अन्य अभ्यास करना केवल अनावश्यक देरी का कारण आपके इलाज में बन सकता है और समस्या को बढ़ा भी सकता है.

छाती का दर्द बाएं, दाहिने या दोनों तरफ हो सकता है और दिल के दौरे या दिल में ब्लॉकेज का प्रतिनिधित्व कर सकता है. छाती के दबाव या जकड़न का अनुभव कहीं भी महसूस किया जा सकता है, यहां तक कि ऊपरी पेट में, और आम तौर पर गर्दन, बाजू, कांधा और जबड़े तक फैल जाता है.

हार्ट अटैक होने पर धमनी में रक्त का प्रवाह रुक जाता है, जो दिल के टिश्यू को नुकसान पहुंचा सकता है. जब दिल धड़कना बंद कर देता है, तो उसे ‘कार्डियक अरेस्ट’ के रूप में बयान किया जाता है. हार्ट अटैक कार्डिएक अरेस्ट का कारण बन सकता है. इसलिए, हार्ट अटैक के कार्डियक अरेस्ट में बदलने से पहले समय रहते अस्पताल पहुंचने का मौका नहीं गंवाना चाहिए.

पसीने की गंदी बदबू आपको सबके सामने कर रही हैं शर्मिंदा तो आजमाएं ये उपाए

अगर आप को भी भूख न लगने की समस्या है तो यह आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लंबे समय तक भूख न लगने की स्थिति को डॉक्टरी भाषा में एनोरेक्सिया कहा जाता है।

यह समस्या गलत जीवन-शैली, खान-पान की बुरी आदतों के कारण उत्पन्न होती है। एनोरेक्सिया से निजात पाने के लिए अच्छी जीवनशैली, खान-पान पर विशेष ध्यान और व्यायाम आवश्यक है।

30 ग्राम पानी में हरे धनिये का रस पानी में मिला कर रोजाना पीने से भूख लगनी जल्द शुरू हो जाती है।भोजन अकेले करने से भी भूख कम लगती है अगर आप कुछ लोगों के साथ बैठकर खाना खाएंगे तो यह स्वाभाविक सी बात है कि खाना खाने पहले के मुकाबले ज्यादा खाया जाता है इसलिए कोशिश करें अकेले खाना ना खाएं

रात को सोने से पहले अांवला का तीसरा भाग,हरड़ का दूसरा और बहेडा(बेलेरिक मिरोबोलम) का एक भाग मिलाकर चूर्ण बना लें और पानी के साथ पी लेने से सुबह पेट साफ हो जाता है। इससे भी भूख लगनी शुरू हो जाती है।

 

पैर से आने वाली गंदी दुर्गंध से छुटकारा पाने के लिए आप भी ट्राई करें ये सिंपल टिप्स

अक्सर दिनभर जूते पहने रखों तो पैर से गंदी बदबू आने लगती है ये बदबू किसी से भी बर्दाश्त नहीं होती इसके लिए आप कितने ही तरीका क्यों ना कर लें ये बदबू जाती ही नहीं हैआपके पैरों की दुर्गंध आपको सबके बीच शर्मिंदा करती है तो इससे छुटकारा आप जरूर चाहेंगे जानिए ऐसे 5 घरेलू उपाय, जिनकी मदद से आप पैरों से आनी वाली पसीने की दुर्गंध से छुटकारा पा सकते है

नमक वाला पानी : बाहर से आने के बाद गुनगुने पानी में नमक मिलाकर उसमें 15 से 20 मिनट तक रोज पैर सेंकें इससे न सिर्फ पैरों से दुर्गंध गायब होती है बल्कि उनकी नमी भी बनी रहती है  एड़ियां नहीं फटतीं

विनेगर वाला पानी : विनेगर यानी सिरके को पानी में मिलाकर एक सप्ताह तक रोज 30 मिनट पैरों को सेंक दें इससे न केवल पसीने की बदबू दूर होगी बल्कि पैरों का बैक्टीरियाई संक्रमण से भी बचाव होगा

चाय का पानी : चाय में मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स संक्रमण से बचाते हैं  बैक्टीरिया मारते हैं जिससे पैरों से दुर्गंध नहीं आती एक ग्लास पानी में दो टी बैग डालें, 15 मिनट उबालने के बाद ठंडा होने के लिए छोड़ दें अब इस पानी को टब में पानी डालकर उसमें मिलाएं  30 मिनट तक पैर भिगोएं

कपड़ा भी रखता है मायने : नायलॉन  कॉटन के मोजे इस मामले में अच्छा विकल्प हैं क्योंकि ये पसीने को सोखने में मदद करते हैं जिससे पैरों से दुर्गंध नहीं आती है

पाउडर : टाइम बिल्कुल नहीं है तो रोज नहाने के बाद पैरों पर भी पाउडर लगाएं जिससे नमीं की वजह से पैरों से दुर्गंध न आ सके

हाई बी पी से परेशान लोग रोजाना सुबह पीएं अंजीर वाला दूध, जल्द मिलेगा लाभ

गलत खानपान व लाइफ स्टाइल के कारण आर्टरीज की दीवार पर खून का प्रेशर बढ़ने लगता है। इसके कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने लगती है। वहीं आज दुनियाभर में करीब 20 करोड़ से अधिक लोग हाई बीपी की समस्या से परेशान है।

अंजीर में विटामिन ए, सी, ई, के, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, पोटैशियम, कॉपर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण आदि होते हैं। यह शरीर में ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करते हैं। ऐसे में दिल स्वस्थ रहता है। साथ ही शरीर का बेहतर तरीके से विकास होने में मदद मिलती है।

हाई बी पी से परेशान लोग अंजीर वाला दूध पी सकते हैं। इसके लिए 1 गिलास गुनगुने दूध के साथ 2 अंजीर खाएं। आप सोने से पहले इसका सेवन कर सकती हैं। यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने में मदद करेगा।

मोटापे से परेशान लोग अंजीर का सेवन करके इसे कम कर सकते हैं। अंजीर कम कैलोरी वाला फ्रूट है। ऐसे में इसका सेवन करने से वजन कम होने में मदद मिलती है।

 

तो अक्सर इस वजह से महिलाओं में बढ़ जाती हैं हेयर लॉस की समस्या, जरुर देखें

हेयर लॉस गंजेपन, फंगल इंफेक्शन और गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते है। बालों का झड़ना किसी को भी पसंद नहीं होता है। झड़ते बालों से हर कोई परेशान रहता है, रोजाना 50 से 100 बालों का गिरना सामान्य है लेकिन इससे ज्यादा बाल झड़ते है तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। चलिए जानते हैं झड़ते बालों के गंभीर लक्षण और इलाज।

– अचानक और तेजी से झड़ते बाल
– ज्यादा मात्रा बालों का गिरना
– बालों में खुजली होना
– स्कैल्प का लाल होना

क्यो होता है हेयर लॉस

हेयर लॉस की बार अधिक तनाव लेने की वजह से भी होता है। आजकल के लाइफस्टाइल में अनहेल्दी डाइट की वजह से भी बालों का झड़ना बढ़ गया है। अनहेल्दी डाइट की वजह से शरीर को पोषक तत्व नहीं मिल पाते है जिसकी वजह से बालों का झड़ना बढ़ जाता है। विटामिन सी, विटामिनी डी, विटामिन ई और आयरन की कमी से बालों का झड़ना बढ़ जाता है।

बाल गिरने के बाद नए बाल आ जाते हैं, लेकिन जब बाल गिरने के बाद दोबारा बाल नहीं उगते है तो उसे हेयर लॉस कहते हैं। चलिए जानते हैं हेयर लॉस क्यो होता है। थायराइड की बीमारी होने पर भी बालों का झड़ना बढ़ जाता है।

गर्म पानी से होगी असली-नकली शहद की पहचान, यहाँ जानिए कुछ सिम्पल स्टेप्स

हनी यानी शहद का इस्तेमाल प्रचीनकाल से होता आया है. यह खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ ग्लोइंग त्वचा पाने में भी मदद करता है. भारत में भी लोग इसका खूब सेवन करते है.

तो चलिए हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स बताने वाले हैं जिससे आप आसानी से असली और नकली हनी की पहचान कर पाएंगे. जानते हैं उन टिप्स के बारे में-

जांचने के लिए आप एक मोमबत्ती जलाएं और एक लकड़ी में रूई लपेटकर शहद लगा दें. बाद में इसे आग में जलाएं. अगर यह आग पकड़ने में समय लेता है तो यह समझ लें कि शहद में पानी की मिलावट है.

शहद की शुद्धता पहचाने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करें. आप एक गर्म पानी को कांच के गिलास में लें और उसमें शहद एक चम्मच मिला दें. अगर यह शहद पानी में घुल जाता है तो यह मिलावटी है. अगर यह शहद पानी के नीचे बैठ जाए तो असली शहद है.आप इसके लिए ब्रेड लें और उस पर शहद डाल दें. अगर शहद नकली होगी तो यह गीली हो जाएगी क्योंकि इसमें पानी मौजूद होता है.