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हेल्थ

Covid-19 Vaccine की बूस्टर खुराक को लेकर WHO ने कहा “साल के अंत तक लगे लगाम”

विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने वर्ष के अंत तक कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर खुराक देने से परहेज करने का आह्वान किया है. टेड्रोस अधानोम घेब्रियेसिस ने कहा कि वैक्सीन की बड़ी आपूर्ति रखनेवाले अमीर देश जैसे अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी को गरीब देशों के लिए डोज उपलब्ध कराना चाहिए.

उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “मैं उस वक्त खामोश नहीं रहूंगा जब वैक्सीन की वैश्विक आपूर्ति पर कब्जा जमानेवाले देश और कंपनियां सोचें कि दुनिया के गरीबों को बचे हुए से संतुष्ट होना चाहिए.”

ट्रेडोस ने माना कि तसरा डोज जोखिम वाले ग्रुप के लिए जरूरी हो सकता है, लेकिन जोर दिया कि बूस्टर के लिए वैज्ञानिक रिसर्च अस्पष्ट है. उन्होंने कहा, “हम बड़े पैमाने पर पूरी तरह टीकाकरण करा चुके हेल्दी लोगों को बूस्टर का इस्तेमाल देखना नहीं चाहते हैं.” अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों की तरफ से विज्ञान और बूस्टर की उपयोगिता का आकलन जारी है.

 

केरल से गोवा आने वाले सभी लोगों के लिए राज्य सरकार ने जारी किया ये आदेश, जरुर देखें

गोवा सरकार ने कोविड-19 मामलों में वृद्धि को देखते हुए बाहर से आने वाले लोगों के लिए पांच दिवसीय क्वारंटाइन जरुरी कर दिया है. राज्य सरकार ने खासकर विद्यार्थियों और केरल से काम के मकसद से गोवा में प्रवेश कर रहे लोगों के लिए यह नियम जारी किया है.

अधिसूचना में इस बात के बारे में भी जानकारी दी गई है, “केरल से आने वाले सभी छात्र और कर्मचारी” पांच दिनों के लिए संस्थागत क्वारंटाइन में रहेंगे.” सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि पांच दिन खत्म होने के बाद जिन लोगों को क्वारंटाइन किया गया था उन्हें आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी.”

इस साल 24 घंटे का कर्फ्यू पहली बार नौ मई को लगाया गया था और उसके बाद से इसे लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है. गोवा सरकार ने पर्यटन को लेकर ज्यादातर गतिविधियों पर से प्रतिबंध हटा दिया है लेकिन कसीनो पर अभी भी प्रतिबंध जारी रखा गया है.

 

किशमिश का सेवन करने से होने वाले इन फायदों के बारे में नहीं जानते होंगे आप

अगर आप भी रोज नट्स और किशमिश खाते हैं, तो अच्छी बात है। अगर आप रोजाना सिर्फ 10 किशमिश के दानों को रात में भिगोकर सुबह खाएं, तो इससे कई तरह के रोगों और बीमारियों से बचाव होगा। साथ ही सेहत भी बेहतर होगी। एक नजर इसके फायदों पर:

आजकल कब्ज की समस्या एक आम समस्या बन गई है ज्यादातर लोग कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में रोजाना भीगी हुई किशमिश खाने से कब्ज में राहत मिलती है।

आपने आज तक किसमिश को ड्राई फ्रूट की तरह खाया होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि अंगूर को सुखाकर बनाई जाने वाली किशमिश को भिगोकर खाने से स्वास्थ्य अनगिनत फायदे मिलते हैं। अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको इसके कुछ बेहतरीन फायदे के बारे में बताते है।

मुलायम सी दिखने वाली किसमिश हड्डियों को मजबूत बनाने में काम आती है। ऐसे में अगर आप जोड़ों के दर्द या घुटनों के दर्द से परेशान रहते हैं तो आपको किशमिश के पानी का सेवन करना चाहिए।

मुधमेह से ग्रसित मरीजों के बीच तेज़ी से बढ़ रहा इस जानलेवा बीमारी का खतरा

मुधमेह से पीड़ित कोई व्यक्ति यदि ग्लूकोज का स्तर कम करने वाली एजीएलटी2आई नामक दवा लेता है, तो कोरोना वायरस से संक्रमित होना उसके लिए घातक साबित हो सकता है। एक नए अध्ययन में इसे लेकर सचेत किया गया है।

जब बीमारी कोशिकाओं को काम करने के लिए पर्याप्त ग्लूकोज प्राप्त करने से रोकती है, तो ‘डायबटिक कीटोएसिडोसिस (डीकेए) की स्थिति पैदा हो सकती है।

‘द अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजिस्ट्स क्लीनिकल केस रिपोर्ट्स’ में प्रकाशित ताजा अध्ययन में कहा गया है कि कोरोना वायरस के जो मरीज एसजीएलटी2आई दवा ले रहे हैं.

उनमें डीकेए के एक प्रकार, ईयूडीकेए की स्थिति पैदा होने का अधिक खतरा है. ईयूडीकेए की स्थिति तब पैदा होती है, जब शरीर की कोशिकाएं पर्याप्य ग्लूकोज ग्रहण नहीं कर पाती.

वैज्ञानिकों ने पाया कि बोस्टन में ईयूडीकेए के पांच असाधारण मामले सामने आए हैं और ये सभी मामले उन लोगों में पाए गए हैं जो एसजीएलटी2आई ले रहे थे और कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. इनमें से तीन मरीजों को पुनर्वास केंद्रों में भेजा गया है, एक व्यक्ति को घर भेज दिया गया है और एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

मोटापा कम करने में बेहद प्रभावी हैं ये चीजें जिससे आपको मिलेगा जल्द छुटकारा

आज के समय में मोटापा बढ़ने की वजह केवल खान-पान नहीं रह गया है। बल्कि बदला हुआ लाइफ स्टाइल भीजिनका प्रयोग करके आप मोटापे की समस्या से निजात पा सकते है, जो कि आपके स्वस्थ रहने के लिए अत्यन्त आवश्यक है।  इसके लिए बहुत अधिक जिम्मेदार है। हमारे खाने की प्लेट में न केवल फास्ट फूड ने तेजी से जगह बनाई है

जिससे शरीर बेडौल हो जाता है। स्वास्थ्य की तमाम समस्याओं के मूल में यह मोटापा ही रहता है। इससे निजात पाना आज के दौर में अत्यन्त आवश्यक है, क्योंकि हमारा खानपान अब पहले जैसा नहीं रहा है।

उपाय के अनुसार, शहद में लगाकर मूली खावें। मोटापा कम करने में प्रभावी होती है।

उपाय- सोंठ, सोंफ, चव्य, वायबिडंग, काला नमक – इनका चूर्ण दो माशा गाय के मठे के साथ नित्य खावें।

उपाय- बेर की पत्ती, अनार की कली, गिलोय, अरंड की जड़, ढाक के फूल – इन पाँचों को एक – एक मासे लेकर आधा पाव पानी में पीस लें और मिश्री मिलाकर पीवें।

 

दोपहर में थोड़ी देर के लिए सोना क्या आपके स्वास्थ्य के लिए हैं फायदेमंद, जानिए यहाँ

दिन की नींद में शामिल होने के लिए आलस्य महसूस करने की आवश्यकता नहीं है. दोपहर को कुछ देर सोना याद्दाश्त तेज कर सकता है, काम का प्रदर्शन बेहतर कर सकता है, मिजाज खुशगवार बना सकता है, आपको ज्यादा सजग रख सकता और तनाव में कमी लाता है.

एक रिसर्च से पता चला कि दोपहर को सोने के आदी लोगों को दिन भर की सूचना को व्यवस्थित रखना आसान हो जाता है. जब आप दिन भर में एक ही काम करते हों तो प्रदर्शन दिन गुजरन के साथ बदतर होती चली जाती है.

विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ देर सुकून से लेटकर आराम करना मूड बूस्टर है, चाहे आप सोएं या नहीं. अगर दोपहर के खाने के बाद सुस्ती या औंघ आ रही है, तो आप अकेले नहीं हैं.

लेकिन दोपहर में सोने का समय 30 मिनट या कम रखें ताकि जागने पर आपको थकान का एहसास न हो. आप जितना देर सोएंगे, आपके एहसास की संभावना भी बढ़ती जाएगी.

देश में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, पिछले 24 घंटे में हुई 28,591 नए मामलों की पुष्टि

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार तीसरे दिन गिरावट आयी। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 28,591 नए मामले सामने आने से महामारी के कुल मामलों की संख्या 3,32,36,921 पर पहुंच गयी जबकि करीब 6,600 लोगों के संक्रमण मुक्त होने से उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,84,921 रह गयी।

मंत्रालय ने बताया कि दैनिक संक्रमण दर 1.87 प्रतिशत दर्ज की गयी। पिछले 13 दिनों से यह तीन प्रतिशत से कम रही है। साप्ताहिक संक्रमण दर 2.17 प्रतिशत दर्ज की गयी। पिछले 79 दिनों से यह तीन फीसदी से कम रही है।

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।  संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए।

ऑयली स्किन की वजह से हो रही हैं कई परेशानियाँ तो आप भी ट्राई करें ये फेस मास्क

ऑयली स्किन भले ही नॉरमल स्किन से ज्यादा शाइन करती हो, लेकिन ऑयली स्किन वाले अपनी स्किन से काफी परेशान रहते है। ऑयली स्किन चिपचपी रहती है। बरसात के दिनों में ऑयली स्किन की देखभाल करना काफी मुश्किल हो जाता है।

ऑयली स्किन की वजह से स्किन चिपचिपी रहती है। ऑयली स्किन पर नॉरमल स्किन से ज्यादा पिंपल और एक्ने हो जाते है। ऑयली स्किन पर ज्यादा पसीना आता है जिसकी वजह से स्किन के पोर्स पर गंदगी जमा हो जाती है।

बेसन और दही

ऑयली स्किन के लिए बेसन काफी फायदेमंद है। बेसन का फेस मास्क लगाने से चेहरे के दाग धब्बे कम हो जाते है साथ ही बेसन पिंपल और एक्ने को भी कम करता है। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद अपना चेहरा धो लें। आपको फर्क महसूस होगा।

नींबू और केले का फेस मास्क

ऑयली स्किन के लिए नींबू और केले का फेस मास्क बहुत ही फायदेमंद है। नींबू का रस चेहरे के एक्सट्रा ऑयल को कम करता है। केला का इस्तेमाल करने से पिंपल और एक्ने को कम हो जाते है। केले को मैश करके नींबू का रस मिला लें। इसके बाद इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद अपना चेहरा धो लें।

 

 

Bird Flu in France: तेज़ी से बढ़ रहे बर्ड फ्लू के मामलों ने बढ़ाई सरकार की चिंता, जारी हुआ अलर्ट

फ्रांस  के पड़ोसी देश बेल्जियम और लक्जमबर्ग  में बर्ड फ्लू  के मामलों के बढ़ने के बाद फ्रांस ने अपना बर्ड फ्लू अलर्ट का लेवल बढ़ा दिया है. यहां पर वायरस का एक नया रूप देखने को मिला है. फ्रांस के कृषि मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी.

वहीं, प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सभी जानवरों को मार दिया गया. मंत्रालय ने कहा, एवियन इन्फ्लूएंजा के संबंध में स्वास्थ्य की स्थिति चिंताजनक है. एक अगस्त से यूरोप (Europe) में जंगली और घरेलू पक्षियों के बीच 25 मामलों का पता चला है. फ्रांसीसी मंत्रालय ने कहा, बेल्जियम में पिछले हफ्ते H5N8 के दो मामले सामने आए.

बड़े पैमाने पर बर्ड फ्लू प्रकोप ने सरकार को पोल्ट्री क्षेत्र के साथ नए जैव सुरक्षा उपायों पर सहमत व्यक्त करने के लिए प्रेरित किया. इसके तहत बर्ड फ्लू प्रकोप सामने आने पर पक्षियों के झुंड को सीमित करने के लिए फार्म में बंद करना. बर्ड फ्लू का प्रकोप ऐसे समय पर आया है, जब दुनिया कोरोनावायरस (Coronavirus) से जूझ रही है.

कोरोना के साथ यहाँ बढ़ रहा एक नई बिमारी का खतरा, एक दिन में आ रहे 1,304 नए केस

मानसून के दौरान बेंगलुरु में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ा है. मई के महीने में यहां डेंगू के 102 केस सामने आए थें जबकि मानसून की शुरुआत के बाद अगस्त तक इनकी संख्या बढ़कर 1,304 पर पहुंच गई है.

जुलाई के महीने में यहां इसके 351 सामने आए थे जबकि अगस्त के महीने में डेंगू के 677 मामलों की पुष्टि हुई है. BBMP के आठ जोन की अगर बात करें तो, ईस्ट जोन में डेंगू के सबसे ज्यादा 438 मामले सामने आए हैं. वहीं साउथ जोन 319 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर है.

BBMP के चीफ हेल्थ ऑफिसर बीके विजेंद्र के मुताबिक, “इसमें कोई दो राय नहीं है कि यहां डेंगू के मामले बढ़े हैं. हालांकि फिलहाल हालात चिंताजनक नहीं है और स्थिति पूरी तरह से काबू में है. हम जमीनी हालात को लगातार मॉनिटर कर रहे हैं. जिस भी इलाके में केस सामने आ रहे हैं हम वहां लगातार फ़ॉगिंग करवा रहे हैं जिस से कि लार्वा को पैदा होने से रोका जा सकें. आमतौर पर मानसून के मौसम में डेंगू के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है.”