Saturday , November 23 2024

देश

जदयू नेता केसी त्यागी का दावा, नीतीश को इंडी गठबंधन ने दिया था पीएम पद का प्रस्ताव

नई दिल्ली:  तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे एनडीए के घटक जदयू के नेता केसी त्यागी ने शनिवार को एक चैनल से बातचीत में दावा किया कि विपक्षी इंडी गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया था। हालांकि, कांग्रेस की तरफ से अतीत में हुए दुर्व्यवहार को ध्यान में रखकर नीतीश ने प्रस्ताव खारिज कर दिया था।

त्यागी ने कहा, नीतीश को प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव उन लोगों की तरफ से आए, जिन्होंने नीतीश को इंडी गठबंधन का संयोजक बनाने से इन्कार कर दिया था, जबकि नीतीश इसके जन्मदाता थे। हालांकि उन्होंने नाम बताने से इन्कार कर दिया। त्यागी ने कहा कि नीतीश की वजह से ही राजनीतिक दलों के बीच कांग्रेस की अस्पृश्यता खत्म हुई, वर्ना अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी जैसे नेता किसी कीमत पर कांग्रेस के साथ मंच साझा करने के लिए तैयार नहीं थे।

कांग्रेस नेता बोले-शायद उनका मन हो
केसी त्यागी के बयान पर कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, वे कुछ भी कह सकते हैं, क्योंकि उनका दोबारा मन बन रहा होगा कि वे वापस आ जाएं। ऐसी राजनीति हमें नहीं चाहिए। हमारे पास और भी नेता हैं और अगर उनका मानना है तो उन्हें इंडिया गठबंधन में आना चाहिए। देशहित की बात करनी चाहिए।

शपथ ग्रहण से पहले राजघाट पर पीएम मोदी ने बापू को किया नमन; ‘सदैव अटल’ और ‘समर स्मारक’ भी पहुंचे

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत नरेंद्र मोदी रविवार को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे। इसके बाद सदैव अटल पर पहुंच कर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि भी दी। आज नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में लगातार अपना तीसरा कार्यकाल शुरू करने जा रहे हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीट जीती थीं। वहीं एनडीए ने 293 सीट जीत मिली हैं। वहीं इस बार कांग्रेस ने 99 सीट जीती हैं, और इंडी गठबंधन ने 230 सीट हासिल की।

वहीं भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने सभी सहयोगी दलों ने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव स्वीकार किया। आज नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं, बतौर प्रधानमंत्री यह उनका लगातार तीसरा कार्यकाल होगा।शपथ ग्रहण समारोह के दिन की शुरुआत उन्होंने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करके की। शाम 7:30 बजे शुरू होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले सुबह नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे। वहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धाजंलि अर्पित की।

राजघाट के दौरे के बाद मोदी ने दिग्गज भाजपा नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि ‘सदैव अटल’ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार शाम को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद को पद की शपथ दिलाएंगी। गठबंधन सरकार में टीडीपी, जेडी(यू) और शिवसेना जैसे कई सहयोगी दलों के शामिल होने की संभावना है।

शपथ ग्रहण से पहले कुछ इस अंदाज में नजर आए मोदी, राजघाट समेत इन जगहों पर झुकाया सिर; देखें तस्वीरें

 नई दिल्ली:  मोदी सरकार 3.0 शपथ लेने को तैयार है। नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। राष्ट्रपति भवन का प्रांगण तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण का साक्षी होगा। इसके साथ ही मोदी पंडित जवाहर लाल नेहरू के लगातार तीन बार पीएम पद की शपथ लेने के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे।

सुबह-सुबह राजघाट पहुंचे

आज के दिन की शुरुआत मोदी ने बड़े ही खास तरीके से की। वह आज शाम साढ़े सात बजे शुरू होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले सुबह-सुबह राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बेहतर समाज के निर्माण में बापू का मार्गदर्शन जरूरी पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘राजघाट पर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की। हम सेवा और सामाजिक कल्याण के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता से बहुत प्रेरित हैं। उनके विचार एक बेहतर समाज के निर्माण में हमारा मार्गदर्शन करते रहते हैं।’

मोदी पहुंचे सदैव अटल

राजघाट के दौरे के बाद नरेंद्र मोदी दिग्गज भाजपा नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि ‘सदैव अटल’ पर पहुंचे। इस दौरान मोदी ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘सदैव अटल पर अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता से हमारे राष्ट्र को बहुत लाभ हुआ। उनके शब्द और कार्य हमें सर्वांगीण विकास के प्रयास में प्रेरित करते रहते हैं। वह हम सभी के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश बने हुए हैं।’

मोदी ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनका अटूट साहस और निस्वार्थता हमें उन मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करती है, जिनके लिए उन्होंने संघर्ष किया। उनका बलिदान हमें उनके सपनों का एक मजबूत और समृद्ध भारत बनाने के लिए भी प्रेरित करता है।’

राष्ट्रीय समर स्मारक पर नरेंद्र मोदी के साथ राजनाथ सिंह भी नजर आए। बता दें, इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीट जीती थीं। वहीं एनडीए ने 293 सीट जीत मिली हैं। वहीं इस बार कांग्रेस ने 99 सीट जीती हैं, और इंडी गठबंधन ने 230 सीट हासिल की। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने सभी सहयोगी दलों ने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव स्वीकार किया। बतौर प्रधानमंत्री यह उनका लगातार तीसरा कार्यकाल होगा।

बांग्लादेशी सांसद की हत्या का मामला, बंगाल सीआईडी ने नेपाल से गिरफ्तार मुख्य संदिग्ध से पूछताछ

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल सीआईडी ने रविवार को बांग्लादेश के सांसद की हत्या के मामले में संदिग्ध मोहम्मद सियाम हुसैन से पूछताछ शुरू की। मोहम्मद सियाम हुसैन को नेपाल ने पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसे भारत को प्रत्यर्पित किया गया था। सीआईडी बांग्लादेशी सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या के मामले की जांच कर रही है। सीआईडी की टीम सियाम को कोलकाता के न्यू टाउन इलाके में स्थित उस फ्लैट पर लेकर जाएगी जहां कथित तौर पर अनवारुल अजीम अनार की हत्या हुई थी।

जिस जगह हुई सांसद की हत्या, वहां भी ले जाकर हुई पूछताछ
बंगाल सीआईडी के एक अधिकारी ने बताया कि ‘हम सियाम हुसैन से पूछताछ कर रहे हैं। हम उसे कोलकाता के फ्लैट पर लेकर गए और वहां अनवारुल अजीम अनार के शव के अंगों की तलाश की। सियाम से पूछताछ के आधार पर सांसद के शव को ढूंढने की कोशिश की जा रही है।’ शनिवार शाम को कोलकाता की स्थानीय अदालत ने मोहम्मद सियाम हुसैन को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया।

भारत में बांग्लादेश के सांसद की हुई थी हत्या
बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार बीती 12 मई को इलाज कराने कोलकाता आए थे। कोलकाता में वे गोपाल बिस्वास नाम के व्यक्ति के घर पर ठहरे और 13 मई को डॉक्टर से मिलने की बात कहकर निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। इस पर गोपाल बिस्वास ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद बांग्लादेशी सांसद की खोजबीन शुरू की गई। जांच के दौरान अनवारुल अजीम अनार कोलकाता के न्यू टाउन इलाके में एक फ्लैट में दाखिल होते सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए। उसके बाद उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। बांग्लादेश की पुलिस ने ढाका से तीन आरोपियों को पकड़ा, जिन्होंने स्वीकार किया कि अनवारुल अजीम अनार की हत्या कर दी गई है। इस मामले में बांग्लादेशी मूल का अमेरिकी नागरिक अख्तरुज्जमां शाहीन मुख्य आरोपी है।

अखिलेश यादव से मिले आप सांसद संजय सिंह, बोले- संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे

लखनऊ:  आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात की और इंडिया गठबंधन को यूपी में मिली जीत पर बधाई दी।उन्होंने कहा कि हम संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिए आगे भी मिलकर काम करते रहेंगे।

उन्होंने एक्स पर मुलाकात की एक तस्वीर भी डाली।इंडिया गठबंधन ने यूपी में 43 सीटों पर जीत हासिल की। इस गठबंधन में सपा व कांग्रेस शामिल रही और आप ने बिना शर्त समर्थन किया।यूपी में भाजपा ने 33, सपा ने 37, कांग्रेस ने छह, रालोद ने दो, अपना दल एस व आजाद समाज पार्टी ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की।

शपथ ग्रहण के लिए बुलावा, केंद्रीय मंत्रिमंडल में 10 वर्ष बाद चौधरी परिवार की वापसी

बागपत:  एनडीए सरकार में रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह का मंत्री बनना तय हो गया है। शपथ ग्रहण के लिए उनको बुलावा भी आया है। इस तरह चौधरी परिवार दस साल बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में दिखाई देगा। जयंत के मंत्री बनने से बागपत के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों को बड़ा फायदा होने की उम्मीद है।

भाजपा से गठबंधन के वक्त ही एनडीए की सरकार बनने पर रालोद को एक मंत्री पत्र दिए जाने की बात तय हुई थी। मगर पुराने संसद भवन में एनडीए की बैठक में रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह के तीसरी पंक्ति में बैठने पर विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने सवाल उठाना शुरू कर दिया था कि रालोद को अब मंत्रीमंडल में शामिल किए जाने पर संशय है।

रालोद के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह से पहले दिन शनिवार को चौधरी जयंत सिंह के पास बुलावा आ गया है। उनको मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा, मगर यह साफ नहीं हो सका है कि उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा या राज्यमंत्री की शपथ दिलाई जाएगी। मगर यह जरूर है कि इससे रालोद के नेता व कार्यकर्ता काफी उत्साहित है और चौधरी परिवार की तीसरी पीढ़ी भी केंद्र में मंत्री बनेगी।

वर्ष 2014 तक मंत्री रहे अजित सिंह
चौधरी अजित सिंह वर्ष 2009 में भाजपा के साथ चुनाव लडक़र सांसद बने थे। वह वर्ष 2011 में भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस के साथ गए और चौधरी अजित सिंह नागरिक उड्डयन मंत्री बने जो 2014 में चुनाव होने तक मंत्री पद पर बने रहे। यह माना जाता है कि अजित सिंह के पैरोकारी करने पर ही चुनाव से पहले जाटों को केंद्र में आरक्षण दिया गया था।

बागपत समेत पश्चिम यूपी के अधिकतर जिलों को फायदा होगा
रालोद को मंत्री पद मिलने पर सबसे ज्यादा फायदा बागपत को होगा। क्योंकि बागपत जयंत का नोडल जिला है और यहां के सहारे ही अन्य जगह बजट भेजा जाता है। ऐसे में जयंत के मंत्री बनने से बागपत में विकास कार्य बेहतर हो सकते हैं। इससे केवल बागपत ही नहीं, बल्कि पश्चिम यूपी के अन्य जिलों को भी फायदा मिलने की उम्मीद है।

‘वीके पांडियन मेरे उत्तराधिकारी नहीं, इसका फैसला ओडिशा के लोग करेंगे’, नवीन पटनायक ने स्पष्ट किया रुख

ओडिशा:  लोकसभा चुनाव के नतीजों के साथ ओडिशा में विधानसभा चुनाव के नतीजे भी जारी हुए। ओडिशा की 147 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 78 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, बीजू जनता दल (बीजद) को 51 सीटों पर जीत मिली। विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ ही ओडिशा में बीजद के 24 साल का शासन भी खत्म हो गया। अब भाजपा राज्य में अपनी सरकार बनाएगी।

हालांकि, बीजद की हार के बाद ही नवीन पटनायक ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अब ऐसी अफवाहें उड़ रही थीं कि पटनायक अब पार्टी की कमान बीजद नेता वीके पांडियन को सौंपने वाले हैं। पटनायक ने इन अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए अपना रुख स्पष्ट किया है। मीडिया से बात करते हुए पटनायक ने कहा, “मैंने हमेशा स्पष्ट रूप से यह बताया है कि जब भी मेरे उत्तराधिकारी के बारे में पूछा गया तो मैंने कहा कि वह निश्चित तौर पर वीके पांडियन नहीं हैं। मैं दोबारा कह रहा हूं कि ओडिशा के लोग मेरे उत्तराधिकारी का चयन करेंगे।’

उन्होंने आगे कहा, “वीके पांडियन की आलोचना हो रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पांडियन पार्टी में शामिल हुए, उनके पास कोई पद नहीं है। वह किसी भी क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़े। मैंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब भी मेरे उत्तराधिकारी के बारे में पूछा जाएगा तो वह पांडियन नहीं होंगे।”

पटनायक ने कहा कि पांडियन ने एक सरकारी अधिकारी के रूप में पिछले 10 सालों में कई क्षेत्रों में जबरदस्त काम किया है। जिनमें दो चक्रवात और कोरोना महामारी भी शामिल है। उन्होंने नौकरशाही छोड़ने के बाद वह बीजेडी से जुड़े और काफी व्यापक तरीके से पार्टी के लिए बेहतरीन काम किया। पांडियन भरोसेमंद और बेहद ईमानदार हैं।

ओडिशा के लोगों का किया धन्यवाद
नवीन पटनायक ने ओडिशा के लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “मुझे बार बार आशीर्वाद देने के लिए ओडिशा के लोगों का धन्यवाद। मुझे लगता है कि हमने अच्छा काम करने की कोशिश की। हमारी सरकार और हमारी पार्टी में गर्व करने के लिए बहुत कुछ है।”

बता दें कि नवीन पटनायक साल 2000 में पहली बार ओडिशा के मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद लगातार 24 वर्षों तक वे ओडिशा के सीएम के तौर पर कार्यरत रहें। सिक्किम के पवन कुमार चामलिंग के बाद नवीन पटनायक दूसरे ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो 24 वर्षों तक सीएम पद पर बने रहे हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री बनने से पहले वह बीजद के अध्यक्ष और केंद्रीय इस्पात और खनन मंत्री के पद पर भी काम कर चुके हैं।

‘उद्धव शिवसेना के दो नवनिर्वाचित सांसद हमारे साथ जुड़ने को तैयार’, शिंदे के करीबी नेता का बड़ा दावा

नई दिल्ली:  लोकसभा चुनाव खत्म हो गए, लेकिन सियासी पारा चरम पर है। शिवसेना ने शनिवार को दावा किया कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना के दो नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के संपर्क में हैं।

लोकसभा सदस्यों का नाम लेने से इनकार
शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दलबदल विरोधी कानून का हवाला देते हुए दोनों लोकसभा सदस्यों का नाम लेने से इनकार कर दिया। हालांकि आगे कहा कि दोनों नेताओं के साथ जल्द ही चार और सांसद जुड़ जाएंगे और शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होंगे।

खास समुदाय से वोट मांगने से नाराज नेता
ठाणे से नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य म्हास्के ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे ने जिस तरह से बसों में सवार होकर आए एक खास समुदाय से वोट मांगा, उससे दोनों लोकसभा सदस्य नाखुश थे। इसलिए ठाकरे खेमे के दो लोकसभा सदस्य हमारे साथ संपर्क में हैं। उनके साथ चार और सदस्य जुड़ेंगे। इसके बाद यह सभी सदस्य मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करेंगे।’

संजय राउत के बयान पर पलटवार
म्हास्के का यह बयान ऐसे समय में आया, जब संजय राउत ने दावा किया था कि शिंदे गुट के विधायक और सांसद ठाकरे के साथ फिर से शामिल होने के इच्छुक हैं। बता दें, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने सात लोकसभा सीटें जीतीं, जबकि ठाकरे गुट ने नौ सीटें जीतीं।

प्रधानमंत्री मोदी का शपथ ग्रहण समारोह होगा यादगार, विदेशी मेहमानों के साथ कई खास मेहमान होंगे शामिल

नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी तीसरे कार्यकाल के लिए 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह कई मायनों में बेहद खास होगा। इस समारोह में जहां एक तरफ दुनियाभर के शीर्ष नेता शामिल होंगे, तो वहीं सफाईकर्मी, ट्रांसजेंडर, मजदूर भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे। नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में कुल 8000 मेहमान शामिल हो सकते हैं। इस शपथ ग्रहण समारोह में दुनिया के कई शीर्ष नेता शामिल हो सकते हैं। भारत के पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र के नेताओं को विशिष्ट अतिथि के रूप में सादर आमंत्रित किया गया है।

इन लोगों ने निमंत्रण किया स्वीकार
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जु, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री, शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। यह भी बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के अलावा यह सभी नेता उसी शाम राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित भोज में भाग लेंगे।

मालदीव के राष्ट्रपति भी भारत आएंगे
मालदीव के मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति मुइज्जू शनिवार को नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे और इस दौरान उनके साथ उनकी सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी भी भारत आएंगे। हालांकि अभी तक मालदीव की सरकार की तरफ से इसे लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। बुधवार को मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव में जीत की बधाई भी दी थी। मुइज्जू को चीन समर्थक माना जाता है और अगर वह भारत आते हैं तो यह राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी पहली भारत यात्रा होगी। मोहम्मद मुइज्जू पिछले साल राष्ट्रपति बनने के बाद से तुर्किए और चीन का दौरा कर चुके हैं।

चुनाव में जीत के बाद जेल में बंद अमृतपाल से मिलने पहुंचे माता-पिता, मां ने बांटी मिठाई

डिब्रूगढ़:  ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल ने खडूर साहिब लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद अमृतपाल के माता-पिता असम के डिब्रूगढ़ पहुंचे, जहां सेंट्रल जेल में अमृतपाल बंद है। लोकसभा चुनाव में अमृतपाल सिंह ने बतौर निर्दलीय खडूर साहिब लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है। अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह और माता बलविंदर कौर का डिब्रूगढ़ एयरपोर्ट पर अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर ने स्वागत किया, जो यहां बीती 5 जून से ही मौजूद हैं।

पिता बोले- लोगों ने खूब प्यार दिया
डिब्रूगढ़ पहुंचने के बाद तरसेम सिंह और बलविंदर कौर ने अपने बेटे अमृतपाल सिंह से जेल में मुलाकात की। अमृतपाल मार्च 2023 से डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। पिता तरसेम सिंह ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा ‘हम बहुत खुश हैं क्योंकि हमारे बेटे ने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। हम यहां उससे मिलने आए हैं और हम इस बात से बहुत खुश हैं कि लोगों ने उसे बहुत प्यार दिया और उसे बड़े अंतर से जीत दिलाई।’ तरसेम सिंह ने कहा कि ‘हम उससे पूछेंगे कि चुनाव में जीत के बाद उसे कैसा लग रहा है और अपनी लोकसभा के लोगों को वह क्या संदेश देना चाहता है।’

अमृतपाल की मां ने बांटी मिठाईयां
अमृतपाल की मां बलविंदर कौर ने जेल कर्मचारियों को मिठाई भी बांटी। कौर ने कहा कि वह उसके (अमृतपाल) लिए नए कपड़े और जूते लेकर आए हैं ताकि वह इन्हें पहनकर सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सके। अमृतपाल की पत्नी के साथ वकील और पंजाब के पूर्व सांसद राजदेव सिंह खालसा भी मौजूद थे। खालसा ने कहा कि अमृतपाल की रिहाई के लिए सभी जरूरी कानूनी कदम उठा लिए गए हैं। खालसा ने कहा कि लोगों ने अमृतपाल में नेतृत्व करने की क्षमता देखी है, तभी उसे वोट दिया गया।