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विदेश मंत्री जयंशकर-NCW अध्यक्ष रेखा शर्मा ने किया मतदान, प्रमाण पत्र से किया गया सम्मानित, जानें क्यों

नई दिल्ली:  देश में आज छठे चरण के लिए मतदान हो रहे हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की प्रमुख रेखा शर्मा ने भी आज दिल्ली में मतदान किया। खास बात यह है कि दोनों मतादाताओं को आज मतदान के बाद एक प्रमाण पत्र दिया गया। आखिर यह प्रमाण पत्र उन्हें क्यों दिया गया, आइये जानते हैं…

विदेश मंत्री ने मतदान के बाद अपनी तस्वीर एक्स पर साझा की। फोटो में उनके हाथों में एक प्रमाण पत्र था। एक्स पर उन्होंने प्रमाण पत्र मिलने का कारण भी बताया। उन्होंने बताया कि मैं अपने बूथ का पहला पुरुष मतदाता था इसिलए प्रमाण पत्र देकर मुझे सम्मानित किया गया। वहीं, रेखा शर्मा ने भी अपनी फोटो एक्स पर साझा की। फोटो साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं अपने मतदान केंद्र की पहली वरिष्ठ नागरिक हूं। जयशंकर और शर्मा दोनों ने जनता से मतदान करने के लिए अपील की। उन्होंने कहा कि सभी मतदाता अपने-अपने घरों से निकलें और मतदान करें।

जयशंकर बोले- भाजपा सत्ता में आएगी मुझे विश्वास
विदेश मंत्री ने विश्वास जताया कि एक बार फिर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सभी सातों सीट जीतेगी। उन्होंने मतदाताओं से वोटिंग की अपील की है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग बाहर आएं और अपना वोट डालें। यह देश के लिए एक निर्णायक क्षण है। मुझे विश्वास है कि भाजपा एक बार फिर सत्ता में वापसी करेगी।

आठ राज्यों की 58 सीटों पर मतदान
लोकसभा के छठे चरण में आठ राज्यों की 58 सीटों पर मतदान हो रहे हैं। 58 सीटों में बिहार-बंगाल की आठ-आठ, दिल्ली की सात, हरियाणा की 10, झारखंड की चार, उत्तर प्रदेश की 14, ओडिशा की छह और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर मतदान हो रहा है। वहीं, दिल्ली में सभी सात लोकसभा क्षेत्रों में वोटिंग हो रही है, जिसमें चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली हैं।

सीएम योगी बोले- धर्म के आधार पर आरक्षण देने वालों को बेनकाब करना जरूरी, हाईकोर्ट के फैसले का किया स्वागत

लखनऊ:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओबीसी-मुस्लिम आरक्षण को लेकर आए कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान किसी को भी धर्म के आधार पर आरक्षण की अनुमति नहीं देता है। पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार ने राजनीतिक तुष्टिकरण की पराकाष्ठा पार चलते हुए 2010 में 118 मुस्लिम जातियों को जबरन ओबीसी में डाल कर ये आरक्षण दिया था। इंडी गठबंधन द्वारा देश की कीमत पर राजनीति की जो ये नीति चल रही है, इस होड़ को खारिज और बेनकाब किया जाना चाहिए। सीएम योगी ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ओबीसी का हक जबरदस्ती हड़प रही थीं। इसी असंवैधानिक कृत्य पर माननीय उच्च न्यायालय ने टीएमसी सरकार के फैसले को पलटा है और एक जोरदार तमाचा मारा है। यह कार्य असंवैधानिक था, इसे अनुमति नहीं दी जा सकती है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने संविधान सभा में इस पर बार बार कहा था।

उन्होंने बताया कि भारत में अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए और मंडल कमीशन के बाद ओबीसी की सामाजिक और आर्थिक पिछड़ेपन को ध्यान में रखते हुए आरक्षण की व्यवस्था की गई थी। धर्म के आधार पर आरक्षण की इजाजत भारत का संविधान कभी नहीं देता। बाबा साहब ने इसके लिए बार बार देश को आगाह किया था कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन हुआ था और हमें ऐसी कोई स्थिति नहीं पैदा करना चाहिए जो देश को विभाजन की ओर धकेले।

मुख्यमंत्री ने कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को नजीर बताते हुए कहा कि कर्नाटक के अंदर भी कांग्रेस सरकार ने ओबीसी के अधिकार पर इसी प्रकार की सेंधमारी करते हुए मुसलमानों को आरक्षण देने का काम किया है साथ ही आंध्र प्रदेश में भी इसी प्रकार की शरारत की गई थी। इन सबका जोरदार विरोध करना जरूरी है। किसी भी असंवैधानिक कार्य को जो भारत के विभाजन की आधारशिला रखने वाला हो, भारत को कमजोर करने वाला हो उसे कतई स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

गूगल ने मोबाइल उत्पादन के लिए तमिलनाडु को चुना तो कर्नाटक में BJP-कांग्रेस भिड़ीं, छिड़ी जुबानी जंग

बंगलूरू: तमिलनाडु में गूगल अपने पिक्सेल स्मार्टफोन का निर्माण कर सकता है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इसकी घोषणा की। सीएम की घोषणा के बाद से कर्नाटक में वाद-विवाद शुरू हो गया। विपक्षी भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। इस वजह से कर्नाटक गूगल से करार करने में पिछड़ गया।

भाजपा ने ट्वीट कर लगाया आरोप
भाजपा ने एक्स पर एक पोस्ट किया। पोस्ट में पार्टी ने कहा कि कर्नाटक ने एक बड़ा निवेश खो दिया है। कांग्रेस सरकार के शासन के कारण कर्नाटक में काननू व्यवस्था धराशाई हो गई है। इस वजह से राज्य में बड़े निवेश नहीं हो रहे हैं। राज्य के युवा रोजगार के अवसर से चूक जा रहे हैं। भाजपा ने कर्नाटक को अपनी नीतियों से आर्थिक राज्य बना दिया था। वहीं, सीएम सिद्धारमैया अपनी नीतियों से इसे नष्ट कर रही हैं।

डीके शिवकुमार ने लगाए आरोप
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। भाजपा पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है। शिवकुमार ने कहा कि भाजपा नेताओं ने ऐसा ट्वीट किया, यह शर्मनाक है। भाजपा को पहले दस्तावेजों की जांच करनी चाहिए कि कितने निवेशक भाजपा सरकार के उत्पीड़न से परेशान होकर देश से बाहर चले गए हैं। जब से कांग्रेस ने राज्य की सत्ता संभाली है। कई निवेशक यहां आए हैं। चुनाव के बाद हम आपको दिखाएंगे कितने निवेशक राज्य में निवेश करना चाहते हैं। कर्नाटक विकास और शांति का स्थान है।

पेशेवर आईटी युवाओं को रोजगार मिलेगा
सीएम ने गुरुवार को कहा था कि राज्य सरकार ने गूगल के प्रबंधन के साथ शुरुआती स्तर पर बातचीत पूरी कर ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध गूगल जल्द ही आधिकारिक तौर पर बातचीत करने के लिए अपने अधिकारियों को चेन्नई भेजेगा। मुख्यमंत्री ने कहा था कि चेन्नई के पास गूगल पिक्सल स्मार्टफोन की उत्पादन फैक्ट्री लगाने से राज्य के कई पेशेवर आईटी युवाओं को रोजगार मिल जाएगा। मीडिया में आई जानकारी में बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने 2030 तक एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य हासिल करने का टारगेट सेट किया है। इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए निवेशकों ने तमिलनाडु, मलेशिया, सिंगापुर, जापान, फ्रांस और अरब देश में बैठक आयोजित की। इस दौरान लगभग 9.61 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ। इससे तकरीबन 30 लाख नौकरियां पैदा होंगी।

नाबालिग का फर्जी वीडियो वायरल होने पर मां का सब्र टूटा, रोते हुए पुलिस से की रक्षा की अपील

पुणे:  देश में इन दिनों पुणे में हुए सड़क हादसे की चर्चा हो रही है। यहां एक तेज रफ्तार लग्जरी कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। कार 17 साल का नाबालिग चला रहा था, जो शराब के नशे में धुत था। कोर्ट ने उसे निबंध लिखने की सजा देकर रिहा कर दिया था। बाद में विवाद बढ़ा तो कोर्ट ने उसकी जमानत रद्द कर दी। इन सबके बीच, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर आरोपी की मां परेशान हैं। उन्होंने पुलिस से बेटे की रक्षा करने की अपील की है।

‘मेरा बेटा डिटेंशन सेंटर में’
दरअसल, वीडियो में एक रैप गीत में आरोपी किशोर के होने का दावा करते हुए कार दुर्घटना में कैसे बच निकलने की बात बताई गई है। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पर 17 साल के लड़के की मां ने पुलिस से अपने बेटे की रक्षा की अपील की। एक वीडियो संदेश में किशोर की मां ने जोर देकर कहा, ‘जो वीडियो वायरल हो रहा है वह मेरे बेटे का नहीं है। यह एक फर्जी वीडियो है। मेरा बेटा डिटेंशन सेंटर में है।’

वायरल रैप वीडियो किसका?
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक रैप गीत में आरोपी किशोर के होने का दावा किया जा रहा है। साथ ही आरोप लगाए जा रहे हैं कि कार दुर्घटना के बाद भी कैसे बच निकला। हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह एक फर्जी अकाउंट था और किशोर का वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है। बाद में पता चला की रैप वीडियो एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का था।

यह है मामला
नाबालिग शराब के नशे में धुत था और 200 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से अपने पिता की पोर्श कार चला रहा था। तभी एक बाइक से कार की टक्कर हो जाती है। इस हादसे में मध्य प्रदेश के रहने वाले दो इंजीनियर अनीश अवधिया (पुरुष) और अश्विनी कोस्टा (महिला) की मौके पर ही मौत हो गई। ये कार कोई और नहीं बल्कि रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल का नाबालिग बेटा चला रहा था। हादसे के बाद उसने भागने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। बाद में उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया, जहां कुछ घंटों बाद जमानत दे दी गई। हालांकि विवाद बढ़ा तो कोर्ट ने उसकी जमानत रद्द कर दी। अब पुणे के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने लग्जरी कार के पंजीकरण को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

‘उन्हें पता था कि किसी भी चूक से धमाका हो सकता है’, फैक्ट्री मालिक के खिलाफ FIR में खुलासा

डोंबिवली: महाराष्ट्र के डोंबिवली की फैक्ट्री में बॉयलर फटने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 60 से अधिक लोग घायल हैं। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। एफआईआर में मालिकों/निदेशकों मालती प्रदीप मेहता, मयाल प्रदीप मेहता और अन्य निदेशकों, प्रबंधन कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम हैं, जो फैक्ट्री की देखरेख कर रहे थे।

एफआईआर के अनुसार, अधिकारियों ने रसायनों के मिश्रण और भंडारण में सावधानी नहीं बरती, वह भी यह जानते हुए कि छोटी सी चूक से विस्फोट हो सकता है। विस्फोट के लगभग 12 घंटे बाद, ठाणे जिले में मानपाड़ा पुलिस ने शुक्रवार को लगभग 1.50 बजे एफआईआर दर्ज की थी।

आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (धारा 304), जानबूझकर चोट पहुंचाने और ज्वलनशील पदार्थ और विस्फोटक पदार्थों के संबंध में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है।

एफआईआर में बताया गया कि विस्फोट का प्रभाव इतना भीषण था कि इससे घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए और कारखाने के आसपास की कारों, सड़कों और बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचा।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने गुरुवार को बताया कि फैक्ट्री में खाद्य रंगों का उत्पादन किया जाता है। इसमें पेरोक्साइड का इस्तेमाल होता है। यह अत्यधिक प्रतिक्रियाशील और अस्थिर रसायन है। यह कुछ परिस्थितियों में हिंसक विस्फोट का कारण बन सकते हैं।

गुरुवार दोपहर 1.40 बजे अमुदान कैमिकल फैक्टरी में बॉयलर फटने से विस्फोट हुआ था। अब तक घटनास्थल से 10 शव बरामद किए गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा भी की है। उन्होंने डोंबिवली बॉयलर विस्फोट मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

पोर्श कांड में भड़का विपक्ष, विरोध-प्रदर्शन कर राज्य सरकार पर लगाए बड़े आरोप

पुणे: पुणे पोर्श कांड से महाराष्ट्र की पूरी राजनीतिक तस्वीर बदल गई है। यह मामला अब राज्य का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। विपक्षी दल इस मामले में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा और राज्य सरकार पर भी निशाना साधा। विपक्षी नेताओं का कहना है कि देवेंद्र फडणवीस और भाजपा ने पुणे को बर्बाद किया है। इसके अलावा, बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ पब और बार कर्मचारियों ने भी अपनी आवाज उठाई।

कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार (एनसीपी-एससीपी) के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया।

सीपी ऑफिस के सामने विरोध
वहीं, पुणे लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र धांगेकर ने सीपी ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया।

जो लोग गुजर गए, उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए
रवींद्र धांगेकर ने कहा, ‘इस मामले में पुलिस अधिकारी डिफॉल्टर हैं और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए। जो लोग गुजर गए, उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए। पुलिस कमिश्नर को सब पता है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं यहां इसलिए हूं ताकि वह जान सकें कि पुणे के लोग सड़कों पर हैं।’

णे आज गलत वजहों से ट्रेंड में
पुणे एनसीपी-एससीपी के अध्यक्ष प्रशांत सुदामराव जगताप ने कहा, ‘पुणे आज गलत वजहों से ट्रेंड में हैं। इसलिए आज हम पुणे के डीएम कार्यालय यह अनुरोध करने के लिए आए हैं कि सब कुछ सही करें। जो पुणे पहले अच्छी संस्कृति के लिए जाना जाता था। वो 10 सालों में बिगड़ा हुआ है। दुर्घटना के बाद पुलिस पर राजनीतिक दबाव था। देवेंद्र फडणवीस और भाजपा ने पुणे को बर्बाद कर दिया। उन्होंने पुणे में मसाज पार्लर, डिस्को और पब की संस्कृति का समर्थन किया और इसलिए शहर में ‘माफिया राज’ है। पुलिस राज्य सरकार के तहत काम करती है, मुझे लगता है कि पुलिस को दबाव में काम नहीं करना चाहिए जो अब तक हुआ है। अगर कोई राजनीतिक दबाव बनाना चाहता है तो पुलिस को उसका नाम सार्वजनिक करना चाहिए। केवल मुआवजे से काम नहीं चलेगा, मुझे लगता है कि जो दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।’

यह है मामला
पुणे शहर में 18-19 मई की दरम्यानी रात को करीब तीन करोड़ रुपये की पोर्श कार को तेज गति से दौड़ाने के चक्कर में 17 साल के लड़के ने एक बाइक को टक्कर मार दी थी। गाड़ी की टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक अपना संतुलन खोकर काफी दूर तक सड़क पर घिसटते चली गई, जिससे उस पर सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना के 14 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी।

प. दिल्ली में क्यों हो रही प्रवेश वर्मा की चर्चा? ‘पुराने चावल’ और बहू-बेटी में किसकी लगेगी लॉटरी?

राजधानी दिल्ली की पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर इन दिनों यह शायरी “इतना भी गुमान ना कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं” चर्चा का केंद्र बनी हुई है। इसका जिक्र वोटर्स वर्तमान सांसद और भाजपा नेता प्रवेश वर्मा के लिए करते हुए दिख रहे हैं। आम मतदाता से लेकर स्थानीय भाजपा नेता केवल यही प्रश्न पूछते हुए दिख रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ, जो भाजपा ने प्रवेश वर्मा का ही टिकट काट दिया।

प्रवेश वर्मा का टिकट कटने के बाद अब पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा की तरफ से कमलजीत सहरावत मैदान में है। कमलजीत दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की महापौर रह चुकी हैं। फिल्हाल वे द्वारका-बी वार्ड से पार्षद हैं। जाट समाज से आने वालीं दिल्ली भाजपा की महासचिव कमलजीत सहरावत अपने क्षेत्र में एक जाना-पहचाना चेहरा हैं। वे समय-समय पर पार्टी के सभी कार्यक्रमों और धरना-प्रदर्शनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रही हैं। वे दिल्ली भाजपा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी रही हैं। इसलिए भाजपा ने महिला और जाट वोटरों को साधने के लिए कमलजीत सहरावत पर दांव खेला है। पश्चिमी दिल्ली की रहने वाली कमलजीत सहरावत मतदाताओं के बीच हमेशा बेटी और बहू की तरह पेश आती हैं। वे चुनाव प्रचार के दौरान आम लोगों से हमेशा हाजिर रहने का वादा करते हुए नजर आ रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कमलजीत सेहरावत के समर्थन में द्वारका में एक चुनावी रैली को संबोधित कर चुके हैं।

भाजपा उम्मीदवार सेहरावत का मुकाबला बिहारी दिग्गज महाबल मिश्रा से है। मिश्रा इंडिया गठबंधन और आम आदमी पार्टी के साझा उम्मीदवार हैं। बिहार के मधुबनी के रहने वाले महाबल मिश्रा का राजनीतिक सफर काफी लंबा रहा है। वे कांग्रेस पार्टी की तरफ से पहले भी पार्षद, विधायक भी रह चुके हैं। हालांकि, भाजपा की लहर में पहले उन्होंने अपनी सांसदी गंवाई, इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से विधायक का चुनाव लड़ा लेकिन आप को मिले प्रचंड बहुमत ने उन्हें दिल्ली विधानसभा तक भी नहीं पहुंचने दिया। पिछले लोकसभा चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनके पुत्र विनय मिश्रा के आप में शामिल होने के बाद महाबल मिश्रा भी आप में शामिल हो गए। ऐसे में पूर्वांचलियों के दिलों में सालों पहले राज करने वाले महाबल मिश्रा पर आप पार्टी ने फिर विश्वास जताया है। मिश्रा के लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी रोड शो कर चुके हैं। मिश्रा के बेटे विनय अभी इसी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली द्वारका सीट से आप पार्टी से विधायक हैं।

तिलक नगर निवासी संजीव झा कहते हैं कि महाबल मिश्रा जमीन से जुड़े नेता हैं। वे ऐसे एक मात्र नेता हैं जो पूरे क्षेत्र में कई बार स्कूटी या बाइक पर घूमते हुए मिल जाएंगे। सीनियर नेता और वीआईपी होने के बावजूद वे जरूरत पड़ने पर बिना किसी तामझाम और बगैर प्रोटोकॉल के स्कूटी से ही लोगों के बीच पहुंच जाते हैं। यही वजह है कि वे पूर्वांचली मतदाताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। क्षेत्र के लोग उन्हें पश्चिमी दिल्ली के ‘पुराने चावल’ या स्कूटी वाले बाबा कहकर भी पुकारते हैं।

इसलिए नजर आ रही है कांटे की टक्कर
भाजपा पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर पिछले दो बार से चुनाव जीतती आ रही है। इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली सभी 10 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। उत्तम नगर निवासी विजय कुमार कहते हैं कि इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। इसलिए उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार जीत सकता है। मिश्रा की पहले से इस क्षेत्र में पकड़ है। वे पूर्व सांसद भी रहे हैं। साथ ही बिहार के रहने वाले हैं। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में बिहारी लोग रहते हैं। ऐसे में क्षेत्रीय वोटर्स को साधने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी।

नाबालिग आरोपी की बढ़ेंगी मुश्किलें!, अधिकारी का दावा- खून की रिपोर्ट के अलावा और भी कई सबूत

पुणेl:   देश में इन दिनों पुणे में हुए सड़क हादसे की चर्चा हो रही है। यहां एक तेज रफ्तार लग्जरी कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। कार 17 साल का नाबालिग चला रहा था, जो शराब के नशे में धुत था। इस मामले में पुलिस जांच पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच एक अधिकारी ने बताया कि नाबालिग आरोपी के खिलाफ खून की रिपोर्ट के अलावा और भी कई सबूत हैं।

हमारे पास सीसीटीवी फुटेज
पुणे सीपी अमितेश कुमार ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सीसीटीवी फुटेज हैं, जिसमें नाबालिग शराब पीता हुआ दिख रहा है। मैं यह कहना चाहता हूं कि इस मामले में हमारे पास सिर्फ रक्त रिपोर्ट ही नहीं बल्कि और भी कई सबूत हैं। नाबालिग अपने होश में था। ऐसा नहीं था कि वह लोग इतने नशे में थे कि उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था। उन्हें इस बात की पूरी जानकारी थी कि उनके आचरण के कारण धारा 304 कैब जैसी घटना हो सकती है। थाने में पिज्जा पार्टी के मामले में कोई सबूत नहीं है।’

अब तक जांच में कुछ भी नहीं मिला
उन्होंने आगे कहा, ‘आरोपियों को तरजीह देने के आरोपों पर अब तक जांच में कुछ भी नहीं मिला है। अगर हमें कोई सूचना मिलती है कि चश्मदीद गवाह को किसी परेशानी का सामना करना पड़ा है, तो उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। हमें अभी तक खून की रिपोर्ट नहीं मिली है। हमने फोरेंसिक से दोनों नमूनों का डीएनए नमूना लेने का अनुरोध किया है।’

‘बहुत गलत किया’, अग्निपथ योजना पर राजनीति से रोकने को लेकर चुनाव आयोग पर चिदंबरम ने जताई नाराजगी

चुनाव आयोग (ईसीआई) ने कांग्रेस को अग्निपथ योजना के नाम पर सेना पर सियासत से परहेज करने का निर्देश दिया है। आयोग के इस फैसले पर पार्टी के नेता पी. चिदंबरम ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी को अग्निवीर योजना का राजनीतकरण नहीं करने का निर्देश देकर बहुत गलत किया है। चुनाव आयोग ने बुधवार को जाति, धर्म, समुदाय, संविधान और अग्निवीर योजना को लेकर सियासत करने पर सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को फटकार लगाई थी।

चुनाव आयोग के निर्देश पर चिदंबरम ने दी प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग के इस निर्देश पर कांग्रेस के वरिष्ट नेता पी. चिदंबरम ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, “चुनाव आयोग द्वारा कांग्रेस को अग्निवीर योजना को लेकर राजनीति नहीं करने का निर्देश देना गलत है।” कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “राजनीतिकरण का मतलब क्या है? क्या ईसीआई का मतलब आलोचना है? अग्निवीर एक योजना है। सरकार की नीति की देन है। सरकार की नीतियों को घेरना, उस पर राजनीति करना और यह कहना कि जब विपक्ष सत्ता में आएंगा तो इसे खत्म कर देगा, विपक्षी राजनीतिक पार्टियों का अधिकार है।”

चिदंबरम ने आगे कहा, “सैनिक जो एक साथ मिलकर लड़ते हैं, उन्हें अग्निवीर योजना दो श्रेणियों में बांटता है। यह गलत है। अग्निवीर को चार साल के लिए नौकरी पर रखा जाता है, और इसके बाद उन्हें बिना किसी नौकरी और पेंशन के बाहर कर दिया जाता है। यह गलत है। सैनिकों द्वारा भी अग्निवीर योजना का विरोध किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद सरकार इस योजना को उनपर थोप रही है, जो कि गलत है।” उन्होंने कहा कि एक नागरिक होने के नाते उनका यह कहने का अधिकार है कि चुनाव आयोग गलत है।

बंगलूरू के पांच-सितारा होटलों को बम से उड़ाने की धमकी, जांच में निकली अफवाह

बंगलूरू: बंगलूरू शहर के तीन पांच-सितारा होटलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। हालांकि, जांच के बाद यह फर्जी निकली। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि होटलों को कथित रूप से ईमेल से धमकी मिली है, जिसके बाद व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया और धमकी फर्जी साबित हुई। होटलों को धमकी वाला यह ईमेल शहर के रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को हुए बम विस्फोट की पृष्ठभूमि में आया है।

 

क्या है रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामला
बंगलूरू पुलिस ने कैफे में विस्फोट के संबंध में कड़े गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। यह धमाका शुक्रवार दोपहर एक बजे हुआ था। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध शख्स दिखाई दिया है, जो कैफे के अंदर एक बैग रखता दिख रहा है। पुलिस का मानना है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था। इस हादसे में 10 लोग घायल हुए थे। कैफे में विस्फोट के बाद पूरे राज्य में, खासकर केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बंगलूरू पुलिस ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।