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रद्द होगा पोर्श कार का पंजीकरण, परिवहन विभाग ने शुरू की कार्रवाई; कार के मालिक को नोटिस

पुणे:देश में इन दिनों पुणे में हुए सड़क हादसे की चर्चा हो रही है। यहां एक तेज रफ्तार लग्जरी कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। कार 17 साल का नाबालिग चला रहा था, जो शराब के नशे में धुत था। कोर्ट ने उसे निबंध लिखने की सजा देकर रिहा कर दिया था। बाद में विवाद बढ़ा तो कोर्ट ने उसकी जमानत रद्द कर दी। अब पुणे के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने लग्जरी कार के पंजीकरण को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

मार्च में बंगलूरू में आयातित की गई थी लग्जरी कार
बताया गया है कि लग्जरी कार पोर्श टायकन को मार्च में बंगलूरू में आयातित किया गया था। इसके बाद कार का अस्थाई पंजीकरण कर महाराष्ट्र भेजा गया था। अधिकारियों का कहना है कि कार को पुणे आरटीओ ले जाने के बाद पता चला कि पंजीकरण शुल्क का भुगतान नहीं किया गया था। कार के मालिक को इसका भुगतान करने के लिए कहा गया था और इसलिए उसका स्थायी पंजीकरण लंबित था। बताया गया है कि कार को रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल का नाबालिग बेटा चला रहा था। पुलिस ने दावा किया है कि वह हादसे के समय नशे में धुत था। कल्याणी नगर ने कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मारी और इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई।

कार के मालिक को नोटिस जारी
आरोपी नाबालिग को 5 जून तक संप्रेक्षण गृह भेजा गया है। इसके अलावा आरोपी के पिता को 24 मई तक पुलिस हिरासत में लिया गया है। परिवहन विभाग के अधिकारी संजीव भोर का कहना है कि मोटर वाहन अधिनियम प्रावधान के तहत कार का पंजीकरण 12 महीने के लिए रद्द किया जा सकता है। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा कार के पंजीकृत मालिक को एक नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि स्थाई पंजीकरण के बिना सड़क पर कार चलाना अपराध है। बता दें हादसे के बाद पुलिस ने लग्जरी कार को जब्त कर लिया है।

‘अदालत के फैसले पर टिप्पणी नहीं करूंगा’, विश्विद्यालय में सीनेट नामांकन रद्द होने पर बोले राज्यपाल खान

तिरुवनंतपुरम:  केरल विश्वविद्यालय की सीनेट में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान द्वारा किए गए नामांकन को रद्द किया गया है। जब राज्यपाल से सवाल पूछा गया कि क्या वह इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करेंगे? इसके जवाब में उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार किया है।

कुछ संस्थानों की पवित्रता बनाए रखें- राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि वह अदालत के फैसले पर सार्वजनिक रूप से कुछ भी नहीं कहेंगे। उन्होंने इतना जरूर कहा ‘कुछ संस्थानों की पवित्रता बनाए रखने के लिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि फैसले का सम्मान करें।’

अदालन ने रद्द किया था नामांकन
बता दें कि केरल उच्च न्यायालय ने मंगलवार को राज्यपाल द्वारा केरल विश्वविद्यालय की सीनेट में विश्वविद्यालयों के चांसलर के रूप में किए गए नामांकन को रद्द किया था। अदालत ने खान को छह सप्ताह की अवधि के भीतर नए नामांकित व्यक्तियों के चयन का निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि नामांकन करते समय कुलपति के पास वैधानिक प्रावधानों के तहत कोई शक्ति नहीं होती।

पूर्व पीएम देवगौड़ा की अपने पोते प्रज्ज्वल को चेतावनी, भारत लौटकर जांच का सामना करने को कहा

बंगलूरू: कर्नाटक की राजनीति में प्रज्ज्वल रेवन्ना मामले के बाद हलचल मची हुई है। कई महिलाओं से दुष्कर्म और यौन शोषण के आरोपी प्रज्ज्वल विदेश में हैं। अब देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने उन्हें चेतावनी दी है कि भारत लौटकर जांच का सामना करें। बता दें कि एचडी देवगौड़ा प्रज्ज्वल रेवन्ना के दादा हैं।

आत्मसमर्पण करें प्रज्ज्वल- एचडी देवगौड़ा
देवगौड़ा ने यह दावा भी किया है कि पूछताछ के दौरान उनके परिवार द्वारा कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रज्जवल रेवन्ना को कई महिलाओं से दुष्कर्म के मामले में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करना चाहिए। बता दें कि 27 अप्रैल को हासन सांसद विदेश चले गए थे। देवगौड़ा ने कहा कि अगर प्रज्ज्वल दोषी पाए गए तो सख्त से सख्त सजा दी जाए।

यह अनुरोध नहीं चेतावनी है- एचडी देवगौड़ा
एचडी देवगौड़ा ने कहा ‘इस समय मैं केवल एक ही काम कर सकता हूं। मैं प्रज्ज्वल को कड़ी चेतावनी दे सकता हूं। मैं उन्हें वापस लौटने और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए कह सकता हूं। प्रज्ज्वल को खुद को कानूनी के आगे आत्मसमर्पण करना चाहिए।’ पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कोई अनुरोध नहीं बल्कि चेतावनी है। देवगौड़ा ने कहा ‘अगर प्रज्ज्वल ने इस चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया तो उन्हें मेरे पूरे परिवार को क्रोध झेलना पड़ेगा। अगर उनके दिल में मेरे लिए थोड़ा सा भी सम्मान है, तो उन्हें जल्द से जल्द वापस लौटना होगा।’ पूर्व पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि पीड़ितों को न्याय मिलना आवश्यक है।

पूर्वांचल में CM-पूर्व सीएम के हवाले प्रचार, जनसभाओं के माध्यम से वोटरों के साधने की कवायद

वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी ने जौनपुर चुनावी जनसभा में कहा कि लोकसभा चुनाव के पांच चरण पूरे हो चुके हैं। पूरे देश की एक ही पुकार है, फिर एक बार मोदी सरकार। अबकी बार-400 पार। यह सुनते ही समाजवादी पार्टी की स्थिति खराब हो जाती है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के लोगों की दुनिया भर में पहचान दिलाई है। इस बार भी भाजपा की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि कृपाशंकर सिंह ने सामान्य परिवार में जन्म लिया, लेकिन परिश्रम व पुरुषार्थ की बदौलत मुंबई में अलग पहचान बनाई है। अबकी बार 400 पार में हमें जौनपुर सीट भी चाहिए। आप 10-10 घरों में जाइए और संपर्क कीजिए। हर मतदान केंद्र पर कमल खिलाइए।

मुख्यमंत्री की दूसरी जनसभा जिले के रामपुर स्थित मेला मैदान में हुई। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार ने ही राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं। यह बात सभी को अच्छी तरह से याद है। कहा कि मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र से बीपी सरोज और भदोही से डॉ. विनोद बिंद को विजयी बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करना है। टीएमसी और इंडी गठबंधन के लोग कहते हैं कि साधु-संतों को मारकर भगा देना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार में विकास की गंगा बह रही है। पूरे प्रदेश में बिना भेदभाव के सबका विकास किया जा रहा है। पहले की सरकारों ने देश व प्रदेश को लूटने का कार्य किया। हमारी सरकार में गरीब, किसान, व्यापारी चैन की सांस ले रहे हैं। बहन-बेटियां सुरक्षित हैं। छेड़ने वाले छेड़ने से पहले सौ बार सोचते हैं, यदि गलती से छेड़ दिया तो अगले चौराहे तक उनका काम तमाम हो जाता है।

कृष्ण अगर जागरूक हो जाएं तो मथुरा की तरफ भी चलेंगे
उन्होंने कहा कि यदुवंशी कुलभूषण श्री कृष्ण अगर ठीक तरह से जागरूक हो जाएं तो हम श्री कृष्ण भगवान की तरफ मथुरा भी चलेंगे। मथुरा के मुद्दे पर सपा के मुंह बंद हो जाते हैं, जबकि वह खुद यदुवंशी हैं। जब जन्म भूमि की बात आएगी तो इनको वोट बैंक की चिंता होने लगेगी। मथुरा का मंदिर मंदिर भी औरंगजेब ने ही तोड़ा था।

भाजपा सरकार की विदाई की उलटी गिनती शुरू हो गई है : अखिलेश
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो हमें और आपको 400 पार का नारा देकर डरा रहे थे, उसका भी मतलब हम समझ गए हैं। इस बार जनता ने अंदर ही अंदर 400 पार के नारे को 400 हार के नारे में बदल दिया। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि भाजपा सरकार की विदाई का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इस बार जनता ने अपना मन बना लिया है।

दो साल में तीन आईपीएस अफसर BJP में हुए शामिल, दलितों को भी खास तवज्जो

लखनऊ: चुनावी समर के दौरान यदि नौकरशाह सियासी दलों का दामन थामते हैं तो सबकी नजरें उन पर टिक जाती हैं। हालिया चुनाव में भी नौकरशाहों का सियासत में आने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को सेवानिवृत्त आईपीएस प्रेम प्रकाश के भाजपा में शामिल होने से साफ हो गया कि यह चलन आगे और बढ़ेगा। दरअसल, बीते दो साल में प्रदेश के तीन आईपीएस अधिकारी भाजपा में शामिल हुए हैं। अफसर यदि दलित है तो पार्टी उसे खास तवज्जो दे रही है।

गौरतलब है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मुंबई के पुलिस कमिश्नर रहे सत्यपाल सिंह ने भाजपा ज्वाइन की थी। इसके बाद वह सांसद और केंद्रीय मंत्री बने। इनके बाद वर्ष 2015 में यूपी से सेवानिवृत्त डीजीपी बृजलाल ने भी भाजपा से सियासी सफर की शुरुआत की और राज्यसभा सांसद बने। वहीं, वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने वीआरएस लेने के बाद भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और वर्तमान में राज्य सरकार में समाज कल्याण मंत्री हैं।

ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर रहे राजेश्वर सिंह ने भी वीआरएस लेकर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक बने। हालिया लोकसभा चुनाव के दौरान डीजीपी के पद से सेवानिवृत्त हुए विजय कुमार ने भी अपनी पत्नी के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण करके राजनीतिक सफर का आगाज किया।

रेरा व सूचना आयोग में भी अफसरों का समायोजन
राज्य सरकार ने सेवानिवृत्त हुए कई आईपीएस अफसरों को दोबारा सिस्टम में लाने की बड़ी पहल भी की। विजिलेंस डायरेक्टर के पद से सेवानिवृत्त भानु प्रताप सिंह को रेरा में सदस्य बनाया गया। इसी तरह डीजी इंटेलिजेंस के पद से सेवानिवृत्त भवेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त डीजीपी आरके विश्वकर्मा को सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर तैनात किया गया। सेवानिवृत्त आईपीएस सुबेश कुमार सिंह, सुधीर कुमार सिंह और गिरजेश कुमार चौधरी को भी सूचना आयोग में सूचना आयुक्त बनाया गया।

दलित वोट बैंक में सेंध की कवायद
भाजपा में दलित अफसरों की वाइल्ड कार्ड इंट्री का असली मकसद दलित वोट बैंक में सेंध माना जा रहा है। उदाहरण के तौर पर बृजलाल और प्रेम प्रकाश लंबे वक्त तक बसपा सरकार में अहम पदों पर रहने के दौरान दलितों को न्याय दिलाने की मुहिम चलाते रहे। दलित वोटरों के बीच उनकी लोकप्रियता को भांपकर ही भाजपा ने उन्हें तत्काल पार्टी में शामिल करने के साथ अहम पदों पर नियुक्त किया।

अग्निवीर योजना बंद करके युवाओं को देंगे पक्की नौकरी, भाजपा ने नौजवानों को ठगा

प्रतापगढ़:  सपा मुखिया और पर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रतापगढ़ में कहा कि सपा और कांग्रेस की सरकार केंद्र में बनी तो अग्निवीर योजना बंद कर युवाओं को सेना में स्थायी नौकरी देने का कार्य करेंगे। भाजपा सरकार ने रेल बेच दिया, स्टेशन बेच दिया, हवाई जहाज बेच दिया, प्लेटफार्म बेच दिया, सारी नौकरियां खत्म कर संविदा भर्ती शुरू कर दी। नोटबंदी करके लोगों को बर्बाद कर दिया। अब जनता भाजपा का हिसाब करेगी। अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रतापगढ़ में सपा प्रत्याशी एसपी सिंह पटेल के समर्थन में सभा को संबोधित कर रहे थे।

अखिलेश यादव की सभा के दौरान एक युवक पंडाल के पोल पर चढ़ गया और करतब दिखाने लगा। अखिलेश यादव ने उससे नीचे उतरने का आग्रह करते हुए उसके करतब की तारीफ की और कहा कि इन सब नौजवानों को सेना में स्थायी नौकरी मिलेगी। भाजपा सरकार युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है। अस्पतालों में उपचार नहीं हो रहा है। प्रदेस में ऐसा कोई जिला अस्पताल नहीं है जहां पर गरीबों को मुफ्त में उपचार हो जाए। पहले तो एंबलेंस खराब थी भाजपा ने अस्पताल ही खराब कर दी है। कहा कि प्रतापगढ़ के भाजपा सांसद संगमलाल मंच पर ही रो रहे हैं। उनको हार सामने दिख रहा है। जनता उन्हें इस बार लाखों वोटों से हराने का कार्य करेगी।

भारत से विदेश भेजी गई रिकॉर्ड 31.73 अरब डॉलर की रकम, यात्रा-पढ़ाई और संबंधियों की देखभाल पर ज्यादा खर्च

नई दिल्ली :  उदारीकृत धनप्रेषण योजना यानी एलआरएस के तहत वित्त वर्ष 2023-24 में भारत से 31.73 अरब डॉलर की रिकॉर्ड रकम विदेश भेजी गई है। अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में जोरदार बढ़ोतरी के कारण ऐसा हुआ है।

आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 2022-23 में भेजी गए 27.14 अरब डॉलर से यह करीब 17 फीसदी अधिक है। पिछले 10 साल में विदेश में भेजे जाने वाला धन लगातार बढ़ रहा है। एचडीएफसी बैंक में प्रधान अर्थशास्त्री साक्षी गुप्ता ने कहा, विदेश भेजी जाने वाली रकम में तेजी मुख्य रूप से प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के कारण हुई है। आय बढ़ने से लोग विदेश यात्रा, विदेश में शिक्षा सहित अन्य चीजों पर जमकर खर्च कर रहे हैं। पिछले वित्त वर्ष में अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर खर्च बढ़कर 17 अरब डॉलर हो गया। उसके पहले के साल में यह 13.66 अरब डॉलर था। नजदीकी संबंधियों के देखभाल व विदेश में शिक्षा पर क्रमशः 4.61 अरब डॉलर और 3.58 अरब डॉलर खर्च किया गया।

एनआरआई जमा 8 साल के शीर्ष पर
प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) की ओर से जमा किए जाने वाले धन की आवक वित्त वर्ष 2023-24 में 63.55 फीसदी बढ़कर 14.7 अरब डॉलर हो गई है। 2022-23 में 8.98 अरब डॉलर थी। इसके पहले का सबसे ऊंचा स्तर वित्त वर्ष 2015-16 में 15.97 अरब डॉलर का था। सबसे ज्यादा धन विदेशी मुद्रा प्रवासी खातों में आया है। इन खातों में 6.37 अरब डॉलर आए हैं।

राहुल बोले- अदाणी घोटालों की JPC जांच कराएगी INDI सरकार; 90% दलित-OBC आबादी को इज्जत नहीं ताकत चाहिए

नई दिल्ली:  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने के एक महीने के भीतर अदाणी समूह से जुड़े घोटालों को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराई जाएगी।  पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के तहत बड़ा कोयला घोटाला सामने आया है और इस घोटाले के माध्यम से पीएम के प्रिय मित्र’ ने कम गुणवत्ता वाले कोयले को तीन गुने दाम पर बेचकर हजारों करोड़ रुपये लूटे हैं, जिसकी कीमत आम जनता ने बिजली का महंगा बिल भरकर चुकाई है।

ब्रिटिश अखबार ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ में प्रकाशित खबर का हवाला देते हुए कहा कि अदाणी समूह ने सार्वजनिक क्षेत्र के ‘तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन’ (टीएएनजीईडीसीओ) को कम गुणवत्ता वाला कोयला कहीं अधिक कीमत पर स्वच्छ ईंधन के रूप में बेचा। अदाणी समूह की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है। हालांकि पूर्व में समूह ने ऐसे आरोपों का खंडन किया था। राहुल गांधी ने इस खबर को लेकर पोस्ट किया है।

90% आबादी दलित-ओबीसी को इज्जत नहीं, पावर चाहिए
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीएम कहते हैं कि उन्होंने दलित, ओबीसी और आदिवासी को इज्जत दी है, लेकिन हम ये कहते हैं कि इन्हें इज्जत नहीं, बल्कि पावर चाहिए। जिस दिन इनको सत्ता में भागीदारी मिली, उसी दिन से इनको इज्जत मिलनी शुरू हो जाएगी। ये कब तक चलेगा कि अमीर आदमी को गरीब इज्जत देगा। ऐसा भारत तो पहले राजा महाराजाओं के समय होता था। ये सिस्टम बंद होना चाहिए। 90 प्रतिशत इस आबादी को उनका हक दिलाने के लिए राजनीतिक लक्ष्य नहीं, बल्कि जीवन का मिशन बन गया है और अब वे इसे छोड़ने वाले नहीं हैं। इंडिया गठबंधन की सरकार आने पर इस आबादी को सत्ता में भागीदारी दी जाएगी।

राहुल पंचकूला में आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। राहुल ने पीएम मोदी, अडानी और अंबानी को निशाने पर रखा। उन्होंने कहा, कुछ लोग संविधान को बदलने की मंशा रखते हैं, लेकिन हम चेताना चाहते हैं कि भारत ही नहीं दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है, जो इस संविधान को छू सके।

संविधान से छेड़छाड़ तो देश की जनता करेगी इंसाफ
राहुल ने कहा कि संविधान सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि संविधान को अगर गहराई से देखें तो यह ट्रांसफर ऑफ पावर दस्तावेज है। जिन नियमों का सैकड़ों साल पुराने गुरुनानक देव जी, गौतम बुद्ध, भीम राव आंबेडकर ने पालन किया है, उनके बेसिक और हर वर्ग को ध्यान में रखकर संविधान तैयार किया गया है। इसमें छेड़छाड़ करने वालों के साथ देश की 90 फीसदी जनता इंसाफ करेगी। उन्होंने कहा नरेंद्र मोदी और आरएसएस का ग्राफ धीरे-धीरे ऊपर उठा है, नीचे कब आएगा, उन्हें भी पता ही नहीं चलेगा।

‘सिल्क रूट की तरह गेम चेंजर होगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा’, प्रधानममंत्री मोदी बोले

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) रेशम मार्ग (सिल्क रूट) की तरह एक बड़ा गेम चेंजर साबित होगा। आईएमईसी के लिए पिछले साल भारत की मेजबानी में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक समझौता हुआ था।

एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने आईएमईसी को लेकर कहा, ‘खाड़ी देशों ने सकारात्मक भूमिका निभाई है। अमेरिका और यूरोप ने भी इस पर भारत का समर्थन किया है। G20 में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के हाथ मिलाने की तस्वीरों ने विश्व स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने कहा, जब हम वैश्विक भलाई के लिए काम करते हैं, तो कोई अगर-मगर की बात नहीं होती। आप दुनिया को अपने साथ ले सकते हैं और मेरी यही कोशिश थी।

आप मुझे बताएं कि G8 और G20 का जन्म कैसे हुआ। जिन मुद्दों के लिए इनका गठन किया गया है, हमें उन मुद्दों से कभी भटकना नहीं चाहिए। मैंने हर किसी को आश्वस्त किया। कुछ लोगों के साथ मुझे निजी तौर पर बात करने की जरूरत थी। मैंने वैसा ही किया। दूसरी बात, मेरा इरादा ये था कि मैं आखिरी सत्र में प्रस्ताव नहीं लाऊंगा। मैं इसे इतनी जल्दी करूंगा कि लोग हैरान हो जाएंगे। इसलिए मैंने दूसरे दिन की घोषणा का काम पहले दिन ही पूरा कर लिया। यह मेरी रणनीति थी और वह रणनीति काम कर गई।’

बाइडन और मोहम्मद बिन सलमान के हाथ मिलाने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी दोनों नेताओं से मित्रता है। उन्होंने कहा, हमने आईएमईसी पर काम किया है, जो सिल्क रूट की तरह एक बड़ा गेम चेंजर होने जा रहा है। खाड़ी देशों की सकारात्मक और सक्रिय भूमिका थी। भारत को अच्छी भूमिका निभाने का मौका मिला। अमेरिका और यूरोप हमारे साथ थे। सभी ने सोचा कि एक ठोस और सकारात्मक परिणाम होगा। इसलिए हम उस पर मिलते थे। पीएम ने आगे कहा, इसलिए सऊदी किंग और राष्ट्रपति बाइडन को एक साथ लाने का अवसर था और मेरी दोनों के साथ अच्छी दोस्ती है।

सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, प्रज्ज्वल का पासपोर्ट रद्द करने की अपील

बंगलूरू:  प्रज्ज्वल रेवन्ना अश्लील वीडियो मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा। उन्होंने पीएम मोदी से जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने का अनुरोध किया। इसके साथ उन्होंने प्रज्ज्वल रेवन्ना को भारत वापस लाने और उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने की भी मांग की। अपने पत्र में सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “शर्मनाक है कि प्रज्ज्वल रेवन्ना 27 अप्रैल को अपने राजनयिक पासपोर्ट के जरिए जर्मनी निकल गए। वो भी अपने घिनौनी कृत्यों की खबरें सामने आने के बाद। इसके कुछ ही घंटों बाद उन पर एफआईआर भी हुई थी।”

कर्नाटक के गृह मंत्री ने भी की थी पासपोर्ट रद्द करने की मांग
इससे पहले कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने अश्लील वीडियो मामले में केंद्र सरकार से प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी। केंद्र की तरफ से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उन्होंने कहा था कि यह केंद्र की जिम्मेदारी है कि तय कानून के तहत मदद करे और राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करे।

बता दें कि कर्नाटक में प्रज्ज्वल रेवन्ना का मामला काफी विवादों में है। रेवन्ना मामले की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ इंटरपोल ने ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है।

क्या है मामला
कर्नाटक के बहुचर्चित पेन ड्राइव / अश्लील वीडियो मामले में जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना का नाम जुड़ा है। 33 साल के प्रज्ज्वल पर महिलाओं के यौन शोषण करने के कई मामले दर्ज हैं। इस घोटाले ने सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा-जेडीएस के बीच राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है। बता दें कि प्रज्ज्वल कर्नाटक के हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जैसे ही सांसद से जुड़े वीडियो सामने आने लगे, वह वोटिंग खत्म होने के बाद वह 27 अप्रैल को देश छोड़कर जर्मनी भाग गए।