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बस्ती में पीएम मोदी का हमला, बोले- शहजादे फिर से प्रभु श्रीराम को टेंट में भेजना चाहते हैं

बस्ती:   पीएम मोदी ने बस्ती में विशाल जनसभा को संबोधित किया। कहा, दोनों शहजादे ( अखिलेश और राहुल) मिलकर अफवाह उड़ा रहे हैं कि यूपी की 79 सीट जीत जाएंगे। अब जाना दिन में सपने देखने का क्या मतलब होता है। 4 जून को ये जनता ही इन्हें नींद से जगा देगी। तब ये ईवीएम पर ठीकरा फोड़ेंगे। इंडी गठबंधन की पार्टियों ने तुष्टीकरण की हदें पार कर दीं। देश 500 वर्षों से राम मंदिर की प्रतिक्षा कर रहा था। लेकिन, ये इंडी वालों को राम मंदिर और प्रभु श्री राम से पेरशानी है। सपा के एक बड़े नेता कहते हैं, राम मंदिर बेकार है।

ये इंडी गठबंधन वाले मंदिर पर बाबरी ताला लगाने का सपना देख रहे हैं। फिर से रामलला को टेंट में भेजना चाह रहे हैं। आप सभी को अपने वोट से इन्हें करारी चोट करनी है। इस समय कांग्रेस और सपा को अचानक संविधान की याद आ गई। इसी कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगाया था। संविधान खत्म करने की भरपूर कोशिश की थी। पार्टी खुद का संविधान नहीं मानती है।प्रधानमंत्री मोदी ने शुरूआत ही खुद को सीधे यहां के लोगों के साथ जोड़ते हुए किया। कहा, सब भैया बहिनिन के राम-राम। पीएम ने कहा, साथियों देश में पांच चरण के चुनाव हो चुके हैं। इन चरणों ने तीसरी बार मोदी सरकार पक्की कर दी है।

इसके लिए इधर-उधर जाने की जरूरत नहीं है। इसके लिए इंडिया गठबंधन निराशा के गर्त में डूबा है कि अब उनको यह भी याद नहीं रहता कि वे दो दिन पहले क्या बोले थे और आज क्या बोल रहे हैं।
कहा, आप समझदार लोग हैं इसलिए अपनी शक्ति व्यर्थ नहीं जाने देंगे।

आप सोचिए कि कांग्रेस को पड़ने वाला वोट किसी काम का नहीं है। निरर्थक है। आपका वोट बर्बाद हो जाए यह कोई मतदाता नहीं चाहेगा। इसलिए आपका वोट उसे पड़ना चाहिए, जिसकी सरकार आप बनने देना चाहते हैं। आप खुद सच्चे दिल से बताओ कि इस चुनाव के बाद किसकी सरकार बनेगी? तो वोट बर्बाद होने देना चाहिए क्या? कभी भी पुण्य कार्य मिलता हो तो गंवाना चाहिए क्या?

अखिलेश की जनसभा में फिर हुआ हंगामा, कार्यकर्ताओं ने फाड़े पर्दे; पुलिस ने लिया एक्शन तो फेंके पत्थर

आजमगढ़:  आजमगढ़ जनपद में एक बार फिर अखिलेश की जनसभा में कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। जिसके कारण कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ मच गई। कार्यकर्ताओं ने वहां लगे पर्दों को फाड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने जब उन पर लाठियां बरसाईं तो उन्होंने पुलिस पर पत्थर भी फेंके। किसी तरह से मामला शांत हुआ।

लोकसभा चुनाव को लेकर आजमगढ़ लोकसभा के प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के लिए बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव गोपालपुर और सदर विधानसभा में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। सबसे पहले वह गोपालपुर विधानसभा के बिलरियागंज स्थित बघैला ताल में जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे। जहां कार्यकर्ताओं का जोश इतना बढ़ गया कि उन्होंने बैरिकेडिंग को तोड़कर मंच की तरफ बढ़ने का प्रयास किया। जिससे वहां पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस ने किसी तरह से मामले को संभाला।

इसके बाद अखिलेश सदर विधानसभा के भदुली में जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे। यहां भी कार्यकर्ताओं के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर लगे पर्दों को फाड़ दिया। जिसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजी। इसके बाद कार्यकर्ता वहां से भागते हुए पुलिस पर पत्थर चलाने लगे। अखिलेश ने मंच से ही कार्यकर्ताओं को शांत कराया।

अवैध बार के खिलाफ कार्रवाई शुरू; फडणवीस का कांग्रेस पर वार, कहा- हर चीज में राजनीति…

पुणे:  पुणे पोर्शे कांड ने पूरे देश में खलबली मचा दी है। नाबालिग रईसजादे ने शराब के नशे में दो इंजीनियरों की जिंदगी को लग्जरी पोर्शे कार से रौंद डाला। इस मामले पर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के जमानत देने के आदेश और नाबालिग को शराब देने पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि, इन सबके बीच पुणे नगर निगम (पीएमसी) ने अवैध पब और बार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू
पीएमसी ने कोरेगांव क्षेत्र में पब और बार के अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। उप अभियंता योगेंद्र सोनवणे ने कहा, ‘हमने अब तक दो पबों के खिलाफ कार्रवाई की है और आगे की कार्रवाई चल रही है। पुणे में अलग-अलग जगहों पर कार्रवाई हो रही है। आज हम पांच अवैध बार और पब के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।’

घटना को राजनीतिक रंग देने की बहुत ओछी कोशिश
वहीं घटना को राजनीतिक रंग देने पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने, ‘ये इस घटना को राजनीतिक रंग देने की बहुत ओछी कोशिश है, क्योंकि पुणे की घटना में पुलिस ने तुरंत एक्शन ले लिया। हमने इस मामले में जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड द्वारा दिए गए फैसले पर भी आश्चर्य जताया है, लेकिन पुलिस ने इसके खिलाफ अपील दायर की। नाबालिग को शराब देने वालों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और कार देने वाले पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। राहुल गांधी द्वारा हर चीज में वोट की राजनीति लाने का प्रयास बहुत गलत है। मैं इसकी निंदा करता हूं।’

हर चीज पर होगी कार्रवाई
पुणे कार दुर्घटना मामले के आरोपी के परिवार का अंडरवर्ल्ड से संबंध होने पर फडणवीस ने कहा, ‘जो भी कनेक्शन है, पूरी जांच की जाएगी। हर चीज पर कार्रवाई की जाएगी।’

ओडिशा में हो सकती है बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, मछुआरों पर तट पर लौटने की सलाह

नई दिल्ली:  भारत मौसम विभाग ने ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के कारण मौसम में भारी बदलाव आ सकता है। मछुआरों को वापस तट पर लौटने की चेतावनी दी गई है। भारत मौसम विभाग ने सूचना जारी की कि उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट पर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है।

24 मई की सुबह तक दबाव में बदल जाएगा। उन्होंने कहा “बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत, एक कम दबाव का क्षेत्र बना है।आईएमडी ने 24 मई से बालासोर जिले के अलग-अलग स्थानों में 7 सेमी से 11 सेमी तक भारी वर्षा और अन्य उत्तरी ओडिशा जिलों में मध्यम वर्षा की संभावना जताई है।

मछुआरों को लौटने की सलाह
मौसम विभाग ने मछुआरों को चेतावनी दी कि वे 23 और 24 मई को समुद्र में न जाएं। उन्होंने कहा कि समुद्र की स्थिति बहुत खराब होने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि समुद्र में गए मछुआरे 23 मई तक तट पर लौट आएं।

हवा का रुख भी बदला
आईएमडी ने कहा कि 22 मई को दक्षिण बंगाल की खाड़ी में हवा की गति 35-45 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। जो कि यह धीरे-धीरे बढ़कर मध्य और निकटवर्ती दक्षिण खाड़ी में 40-50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि 24 मई की सुबह से 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ उत्तरी बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों तक फैल जाएगा। साथ ही 25 मई तक उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास के उत्तर-पश्चिम और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैल जाएगा।

प्रशासन को किया सतर्क
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने सभी जिला कलेक्टरों को लिखे पत्र में कहा कि 24 और 25 मई के दौरान उत्तरी ओडिशा के जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने जिला कलेक्टरों से जिला प्रशासन को सतर्क रखने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।

प्रज्ज्वल का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग पर केंद्र ने नहीं दिया कोई जवाब, गृह मंत्री का आरोप

बंगलूरू: कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बुधवार को कहा कि अश्लील वीडियो मामले में केंद्र सरकार से प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी, लेकिन अभी तक केंद्र ने उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र की जिम्मेदारी है कि तय कानून के तहत मदद करे और राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करे। राज्य सरकार ने प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ शारीरिक शोषण के मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। इसी एसआईटी टीम ने केंद्र सरकार को प्रज्ज्वल का राजनियक पासपोर्ट रद्द करने की अपील की थी।

गृह मंत्री ने केंद्र पर लगाए आरोप
जी परमेश्वर ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी पीएम मोदी को इस संबंध में पत्र लिखा है। कोर्ट ने प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। ऐसे में राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करना केंद्र की जिम्मेदारी है। 33 वर्षीय प्रज्ज्वल रेवन्ना पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं और हासन लोकसभा सीट से सांसद हैं। प्रज्ज्वल पर कई महिलाओं का शारीरिक शोषण करने और उनकी अश्लील वीडियो बनाने के आरोप हैं। मामले का खुलासा होते ही प्रज्ज्वल रेवन्ना 27 अप्रैल को जर्मनी के लिए रवाना हो गए थे। माना जा रहा है कि प्रज्ज्वल अभी भी जर्मनी में ही हैं। एसआईटी की अपील पर इंटरपोल की तरफ से प्रज्ज्वल के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है।

राज्य सरकार से नहीं हुई कोई लापरवाही
कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा है कि हसन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना द्वारा महिलाओं के कथित यौन शोषण से संबंधित मामलों से निपटने में राज्य सरकार की ओर से कोई लापरवाही नहीं हुई है और विशेष जांच दल सभी पहलुओं की जांच कर रहा है। परमेश्वर ने कर्नाटक में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होने के विपक्षी दलों के आरोपों को भी खारिज कर दिया और राज्य पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने (पुलिस ने) अच्छा काम किया है।

ममता सरकार को झटका, 2010 के बाद जारी किए गए ओबीसी सर्टिफिकेट रद्द

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को कलकत्ता हाईकर्ट से बुधवार को एक और झटका लगा है। हाईकोर्ट ने तृणमूल सरकार द्वारा जारी राज्य के सभी ओबीसी प्रमाणपत्र रद्द कर दिए हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट ने बुधवार को कहा कि फैसला सुनाए जाने के बाद रद्द किए गए प्रमाणपत्र का इस्तेमाल किसी भी रोजगार प्रक्रिया में नहीं किया जा सकता है।

हाईकोर्ट के इस आदेश के परिणामस्वरूप करीब पांच लाख ओबीसी प्रमाणपत्र रद्द कर दिए गए। हालांकि, साथ ही हाईकोर्ट ने कहा, इस प्रमाणपत्र के जिन उपयोगकर्ताओं को पहले ही मौका मिल चुका है, उन पर इस फैसले का असर नहीं होगा। हालांकि, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बुधवार को विशेष रूप से तृणमूल सरकार का उल्लेख नहीं किया। कोर्ट ने कहा कि 2010 के बाद जारी किए गए सभी ओबीसी प्रमाणपत्र रद्द कर दिए जाएंगे। संयोग से तृणमूल कांग्रेस 2011 से राज्य में सत्ता में आई है। नतीजतन, अदालत का आदेश केवल तृणमूल के समय में जारी ओबीसी प्रमाण पत्र पर प्रभावी होगा।

कलकत्ता हाई कोर्ट का कहना है कि 2010 के बाद जितने भी ओबीसी सर्टिफिकेट बनाए गए हैं, वे कानून के मुताबिक ठीक से नहीं बनाए गए हैं। इसलिए उस प्रमाणपत्र को रद्द किया जाना चाहिए, लेकिन साथ ही हाईकोर्ट ने कहा है कि इस निर्देश का उन लोगों पर कोई असर नहीं होगा जो पहले ही इस सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी पा चुके हैं या नौकरी पाने की प्रक्रिया में हैं। अन्य लोग अब उस प्रमाणपत्र का उपयोग रोजगार प्रक्रिया में नहीं कर सकेंगे।

भाजपा-कांग्रेस पर ECI सख्त, नड्डा-खरगे को भेजा नोटिस; चुनाव प्रचार में मर्यादा बनाए रखने को कहा

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बीच राजनीतिक दलों के नेताओं की बयानबाजी का सिलसिला भी जारी है। चुनाव आयोग द्वारा लगातार ऐसे मामलों पर कार्रवाई भी की जा रही है। इस बीच चुनाव आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को निर्देश दिए हैं। दोनों नेताओं से कहा गया है कि अपने स्टार प्रचारकों को कोई भी बयान देते समय सावधानी बरतने और मर्यादा बनाए रखने के निर्देश दें।

चुनाव आयोग ने दिए सख्त निर्देश
चुनाव आयोग द्वारा चुनाव प्रचार के गिरते स्तर को देखते हुए ये आदेश दिए गए हैं। आयोग ने जाति, समुदाय, भाषा और धर्म के आधार पर प्रचार करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों को आड़े हाथों लिया। आयोग ने भाजपा को निर्देश दिए हैं कि पार्टी के नेता अपने भाषणों के दौरान धार्मिक और सांप्रदायिक बयानबाजी न करें। यह भी कहा गया है कि समाज को बांटने वाले बयानों से बचें।

‘रक्षा बलों को लेकर राजनीति न करें कांग्रेस नेता’
चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेताओं से कहा है कि आधारहीन बयानबाजी न करें। मुख्य रूप से संविधान को खत्म करने और अग्निवीर योजना खत्म करने वाले बयान न देने के आदेश दिए गए हैं। कांग्रेस प्रचारकों और उम्मीदवारों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि वे रक्षा बलों पर राजनीति न करें। साथ ही रक्षा बलों की सामाजिक और आर्थिक संरचना को लेकर विभाजनकारी भाषण न देने का आदेश दिया है।

खोखला हो रहा दुनिया का सबसे बड़ा डूम्सडे ग्लेशियर, पूरा पिघलने पर 2 फुट बढ़ जाएगा समुद्री जलस्तर

नई दिल्ली:  दुनिया का सबसे बड़ा डूम्सडे ग्लेशियर अंदर ही अंदर खोखला हो रहा है यानी तेजी से पिघल रहा है। इसके पूरी तरह पिघलने से समुद्र का जलस्तर करीब दो फुट तक बढ़ जाएगा, जो मानवता के लिए प्रलयंकारी साबित होगा। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का यह अध्ययन नेशनल अकेडमी ऑफ साइंस की शोध पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। इसके मुताबिक डूम्सडे ग्लेशियर जिसे थ्वाइट्स ग्लेशियर भी कहते हैं, के नीचे अंदर ही अंदर कई मील तक समुद्री जल भर चुका है।

यह गर्म नमकीन समुद्री जल इस ग्लेशियर को पहले के अनुमानों से कहीं ज्यादा तेजी से पिघला रहा है।शोधकर्ताओं के मुताबिक, ग्लेशियर का एक्स-रे करने के लिए अंतरिक्ष से रडार डाटा का उपयोग किया गया, जिसमें सामने आया फ्लोरिडा के आकार वाला यह ग्लेशियर असल में 1940 से पिघलना शुरू हुआ और इसके बाद कभी पूरी तरह से मूल आकार में नहीं लौट पाया।

जलवायु परिवर्तन का असर…
शोध में सामने आया कि पिछले कुछ वर्षों में समुद्री बर्फ के लगातार कम होने के पीछे जलवायु परिवर्तन सबसे बड़ा कारण है। ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वे के शोधकर्ताओं ने सैटेलाइट डाटा का विश्लेषण करते हुए पाया कि जलवायु परिवर्तन से पृथ्वी के गर्म होने का असर समुद्रों के तापमान पर भी पड़ रहा है। समुद्रों के गर्म होते खारे पानी से ग्लेशियरों के तेजी से पिघलने और टूटने का खतरा बढ़ता जा रहा है।

तटीय इलाकों के लिए प्रलयंकारी
डूम्सडे ग्लेशियर पूरी तरह पिघनले पर समुद्री जलस्तर 2 फीट तक बढ़ जाएगा। इसके अलावा यह पश्चिम अंटार्कटिका में आसपास की बर्फ की चादर के लिए एक प्राकृतिक बांध के रूप में भी काम करता है। इसके पिघलते ही बर्फ की पूरी चादर भी पिघलने लगेगी, जो दुनिया के तटीय इलाकों के लिए प्रलयंकारी साबित होगा, क्योंकि इससे समुद्र जलस्तर 10 फीट तक बढ़ सकता है। शोध से जुड़े कोलोराडो यूनिवर्सिटी के अध्येता डॉ. टेड स्कैम्बॉस कहते हैं, हर दिन समुद्री लहरें ज्वार-भाटे की नियमित प्रक्रिया के तहत ग्लेशियर को ऊपर धकेल रही हैं, जिससे ग्राउंडिंग लाइन बढ़ती जा रही है। ग्लेशियर के पिघलने की गणनाओं में कभी इस कारण को शामिल ही नहीं किया गया था। इससे ग्लेशियर के पिघलने को लेकर ज्यादा सटीक अनुमान लगाने में मदद मिलेगी।

2.8 फीसदी की दर से बढ़ रही भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था, 2027-28 तक होगी एक लाख करोड़ डॉलर

नई दिल्ली:  घरेलू डिजिटल अर्थव्यवस्था हर साल 2.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रही है। 2027-28 तक इसका आकार बढ़कर एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के लिए समर्पित इंडिया एआई मिशन का मूल्य भी इस अवधि तक 10,000 करोड़ रुपये से दोगुना होकर 20,000 करोड़ रुपये हो जाएगा। उन्होंने मंगलवार को एक कार्यक्रम में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से डिजिटल अर्थव्यवस्था सालाना 2.8 फीसदी की दर से बढ़ रही है। हम पहले से ही दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था हैं।

चंद्रशेखर ने कहा, पीएम मोदी ने युवा भारतीयों को आगे लाकर उन्हें विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया। प्रतिभाशाली उद्यमी बनाया, जिनका आज दुनिया सम्मान करती है। उन्होंने कहा, सरकार को पहले 2026-27 तक डिजिटल अर्थव्यवस्था के एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद थी। लेकिन, कई वजहों से इस लक्ष्य को एक साल के लिए आगे बढ़ा दिया गया है।

भारतीय मूल के पहले अंतरिक्ष पर्यटक गोपीचंद ने स्पेसशिप पर दिखाया तिरंगा, वीडियो में ऐसे जताई खुशी

भारतीय मूल के पायलट गोपीचंद थोटाकुरा समेत छह लोगों ने रविवार को अंतरिक्ष की सैर की। ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड रॉकेट और कैप्सूल (एनएस-25) ने सभी छह अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अमेरिका के पश्चिमी टेक्सास से स्थानीय समय के अनुसार रविवार सुबह 9.36 बजे उड़ान भरी। इसी के साथ भारतीय मूल के पायलट गोपीचंद थोटाकुरा ने ब्लू ओरिजिन के एनएस -25 मिशन के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय पर्यटक बनकर इतिहास रच दिया। ब्लू ओरिजिन ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में थोटाकुरा अंतरिक्ष में एक छोटा भारतीय झंडा दिखाते हुए दिख रहे थे।

छह लोगों की इस टीम में अमेरिका के पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुने गए 90 वर्षीय एड ड्विट भी शामिल थे। उन्होंने 60 साल बाद अंतरिक्ष की उड़ान भरी। बता दें कि अमेरिकी वायुसेना में कैप्टन रहे एड ड्विट का अंतरिक्ष यात्री के रूप में 1961 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने चुनाव किया था, लेकिन किसी कारण से वह 1963 में अमेरिकी उड़ान में नहीं जा सके थे।

अंतरिक्ष यात्रियों में गोपी थोटाकुरा और एड ड्विट के अलावा उद्यमी मेसन एंजेल, फ्रांसीसी शराब कंपनी मोंट-ब्लैंक के संस्थापक सिल्वेन चिरोन, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और उद्यमी केनेथ एल हेस और सेवानिवृत्त लेखाकार कैरोल स्कॉलर शामिल थे।

कौन हैं गोपीचंद थोटाकुरा
आंध्र प्रदेश में जन्मे गोपीचंद थोटाकुरा ने अंतरिक्ष की यात्रा कर इतिहास रच दिया है। वह 1984 में भारतीय सेना के विंग कमांडर राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। इसी के साथ वह पहले भारतीय अंतरिक्ष पर्यटक भी बन गए। गोपी एक पायलट और एविएटर हैं। गोपी अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जेट पायलट के रूप में काम कर चुके हैं। आंध्र प्रदेश में जन्मे थोटाकुरा एम्ब्री-रिडल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं।