Sunday , November 24 2024

देश

‘राजभवन उत्पीड़न’ मामले में CM ममता आक्रामक, कहा- राज्यपाल पर लगे गंभीर आरोपों पर भी मौन हैं मोदी

कोलकाता:   पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री पर संदेशखाली मामले को लेरक झूठी खबर फैलाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने राज्यपाल सीवी आनंद बोल पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों पर चुप्पी साधने के लिए पीएम मोदी को घेरा।

ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को घेरा
रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री को शर्म आनी चाहिए की संदेशखाली को लेकर भाजपा की साजिश सार्वजनिक हो गई है। उन्होंने आगे कहा, “संदेशखाली को लेकर पीएम मोदी अभी भी झूठ फैला रहे हैं। उन्हें इस बात पर शर्म आनी चाहिए कि भाजपा की साजिश अब सार्वजनिक हो गई है।” बंगाल की सीएम ने उस वीडियो का हवाला देते हुए पीएम मोदी को घेरा, जिसमें एक स्थानीय भाजपा नेता को यह कहते हुए सुना गया कि 70 से अधिक महिलाओं को टीएमसी के मजबूत नेता शाहजहां शेख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए दो हजार रुपये मिले थे।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तर 24 परगना में आज चुनाव प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडे संदेशखाली की महिलाओं को डरा-धमका रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, “इस मामले का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख है और टीएमसी आरोपी को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है।”

विपक्ष पर तीखा हमला, कहा- कांग्रेस के भ्रष्टाचार-तुष्टिकरण और वाम की अराजकता मिलकर बनी TMC

कोलकाता:  देश में इन दिनों चुनावी मौसम चल रहा है। अब तक तीन चरणों के दौरान कई प्रदेशों में मतदान हो गए हैं और अभी आगे कई राज्यों में कराए जाने हैं। इसके साथ ही धुआंधार चुनाव प्रचार का दौर भी जारी है। वोटरों को लामबंद करने के लिए विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं और विरोधियों के खिलाफ बयानबाजी कर एक-दूसरे की पोल खोलने में लगे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे।

टीएमसी सरकार एससी समुदाय के विकास से चिढ़ती है
हावड़ा में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने टीएमसी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि टीएमसी कट्टर महिला और एससी-एसटी विरोधी है। कांग्रेस धर्म के आधार पर विभाजित करती है। दोनों दल अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए अपने नियंत्रण की हर चीज कर सकते हैं। उन्होंने सीएए के माध्यम से मतुआ समुदाय को नागरिकता देने का विरोध किया। पीएम ने आगे कहा कि टीएमसी सरकार एससी समुदाय के विकास से चिढ़ती है, इसलिए वह आपको आगे नहीं बढ़ने दे रही है। भाजपा सरकार हितों को प्राथमिकता देती है। उन्होंने पूछा जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो एससी समुदाय के कल्याण के लिए सिर्फ 40 हजार करोड़ रुपये का बजट क्यों दिया जाता था। आज भाजपा सरकार, एससी समुदाय के कल्याण के लिए 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बजट देती है।

कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी ने बंगाल को बर्बाद कर दिया
उन्होंने कहा कि जिस तरह से टीएमसी बंगाल को लूट रही है, वह बहुत बड़ा पाप है। शिक्षक भर्ती घोटाला, कोयला घोटाला, चिटफंड घोटाला, राशन घोटाला, सूची बहुत लंबी है। टीएमसी ने हमारे किसानों को भी नहीं बख्शा। उन्होंने मंडियों में धान किसानों को भी लूट लिया। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस का भ्रष्टाचार, कांग्रेस का भाई-जातिवाद और कांग्रेस के तुष्टिकरण को लेफ्ट के अत्याचार, और अराजकता सहित तमाम बुराइयों को मिलाते हैं तो तब जाकर टीएमसी बनती है। हमारा हावड़ा देख रहा है कि कैसे कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी ने बंगाल को बर्बाद कर दिया है।

दोषी के परीक्षा देने पर बहस, हाइकोर्ट ने मुंबई विवि से ऑनलाइन परीक्षा पर किया सवाल

बॉम्बे हाईकोर्ट ने 7/11 सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले के दोषी को लेकर मुंबई विश्वविद्यालय से एक सवाल किया है। अदालत ने विश्वविद्यालय से पूछा है कि क्या दोषी कानून की ऑनलाइन परीक्षा दे सकता है। न्यायमूर्ति मकरंद कार्णिक और न्यायमूर्ति कमल खाता की खंडपीठ ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा कारणों के चलते मोहम्मद साजिद मरघूब अंसारी को ऑनलाइन परीक्षा देने की अनुमति दी जा सकती है।

यह है घटना
11 जुलाई 2006 का दिन इतिहास के पन्नों में ब्लैक डे के तौर पर दर्ज है। क्योंकि इस दिन मुंबई की लोकल ट्रेनों में एक नहीं बल्कि सात बम धमाके हुए थे। इन धमाकों ने मुंबई को हिलाकर रख दिया था। इस धमाके में 189 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 824 लोग घायल हो गए थे। सितंबर 2015 में एक विशेष अदालत ने अंसारी और अन्य को विस्फोट मामले में दोषी ठहराया था।

परीक्षाओं में बैठने की अनुमति मांगी
अंसारी ने दक्षिण मुंबई के सिद्धार्थ लॉ कॉलेज द्वारा तीन मई से 15 मई तक आयोजित विधि के दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाओं में बैठने की अनुमति मांगी थी। अदालत ने तब उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति दी और नासिक केंद्रीय जेल अधिकारियों को उसे परीक्षा की तारीखों पर कॉलेज ले जाने का निर्देश दिया था। हालांकि,10 मई को अंसारी ने एक याचिका देकर कहा कि वह तीन और नौ मई को हुई परीक्षा नहीं दे सके थे।

जेल अधीक्षक को हलफनामा दायर करने का निर्देश
अभियोजन पक्ष ने कहा कि नासिक केंद्रीय कारागार के अधिकारियों द्वारा वास्तविक प्रयासों के बावजूद अंसारी को समय पर कॉलेज नहीं ले जाया जा सका था। इस पर पीठ ने जेल अधीक्षक को पांच जून तक यह बताने के लिए कि आखिर देरी क्यों हुई, एक हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया।

मुंबई विश्वविद्यालय से किया यह सवाल
अदालत ने मुंबई विश्वविद्यालय की ओर से पेश अधिवक्ता रुई रॉड्रिग्स से पूछा कि क्या अंसारी को ऑनलाइन परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जा सकती है, जिस पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई सुविधा नहीं है। अदालत ने कहा कि मौजूदा मामले में अजीबोगरीब तथ्यों को देखते हुए सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर उम्मीदवार को ऑनलाइन परीक्षा देने की अनुमति देना जरूरी है।

अदालत ने मुंबई विश्वविद्यालय को ऐसे उम्मीदवारों को ऑनलाइन मोड के माध्यम से उपस्थित होने की अनुमति देने के लिए अपना रुख स्पष्ट करने का निर्देश दिया। पीठ ने कहा, ‘हम मुंबई विश्वविद्यालय के सक्षम प्राधिकार से अनुरोध करते हैं कि वह इस पहलू पर गौर करें और एटीएस (महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते) सहित सभी संबंधितों के साथ परामर्श करने के बाद अपना रुख रखें।’

चीन के साथ पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद से लेकर IMEC पर जयशंकर ने की बात, कहा- उम्मीद है बाकी मुद्दों का…

नई दिल्ली: भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में कुछ स्थानों पर चार साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है। ऐसे में विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि भारत चीन के साथ शेष मुद्दों के समाधान की उम्मीद करता है और द्विपक्षीय संबंधों के सामान्य होने से ही सीमा पर शांति हो सकती है।

केवल ‘बड़ी तस्वीर’ पेश की
एक इंटरव्यू में विदेश मंत्री ने कहा कि शेष मुद्दे मुख्य रूप से गश्त करने के अधिकारों और गश्त क्षमताओं से संबंधित हैं। यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले महीने न्यूजवीक पत्रिका में की गई टिप्पणी से उभरे विवाद के समाधान की उम्मीद कब की जा सकती है। इस पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने इस मामले में केवल ‘बड़ी तस्वीर’ पेश की है।

उन्होंने आगे कहा, ‘हम उम्मीद करेंगे कि वहां शेष मुद्दों का समाधान होगा। ये मुद्दे मुख्य रूप से वहां गश्त के अधिकार और गश्त क्षमताओं से संबंधित हैं। मैं इस मामले को प्रधानमंत्री के इंटरव्यू से नहीं जोड़ूंगा। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री बड़ी तस्वीर पेश कर रहे हैं और उनका बड़ी तस्वीर वाला नजरिया बहुत तार्किक नजरिया है, जो यह है कि आखिरकार पड़ोसी होने के नाते हर देश अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है।’

‘मोदी सरकार नहीं हारी तो देश को देखने पड़ेंगे काले दिन’, चुनाव के बीच उद्धव ठाकरे का बड़ा दावा

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना को दिए एक साक्षात्कार में देशभर में जारी लोकसभा चुनाव के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि अगर मोदी सरकार नहीं हारी तो देश को काले दिन देखने पड़ेंगे। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आगे कहा कि भारत के लोग अपने नेताओं का भविष्य तय करेंगे।

उद्धव ठाकरे ने दावा किया, “अगर मोदी सरकार हारी तो देश का भविष्य शांतिपूर्ण होगा और लोकतंत्र फलने-फूलने लगेगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश को काले दिन देखने पड़ेंगे। अच्छे दिन कभी नहीं आएंगे, लेकिन काले दिन जरूर आएंगे।”

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भ्रष्टाचारियों को बचाना ही मोदी गारंटी है। भाजपा अन्य पार्टी के लोगों को अपने खेमे में शामिल कर उनके भ्रष्टाचार को साफ कर रही है। उन भ्रष्ट लोगों को भाजपा ने सुरक्षा का आश्वासन दिया है। भाजपा सभी भ्रष्ट लोगों को वैक्यूम क्लीनर की तरह अपने साथ जोड़ रही है, जो गंदगी को अपने अंदर खींच लेती है। कांग्रेस, शिवसेना और पूरा देश भ्रष्टाचार से मुक्त हो गया है।

भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी के लिए वोट मांग रहा सपा विधायक का परिवार, पति गायत्री जेल में बंद हैं

अमेठी:अमेठी का सियासी रण दिलचस्प होता जा रहा है। अमेठी की सपा विधायक महराजी प्रजापति का परिवार केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी स्मृति जूबिन ईरानी के लिए वोट मांग रहा है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारे में इसके नफा नुकसान को लेकर चर्चा तेज हो गई है।

अमेठी से भाजपा ने स्मृति जूबिन ईरानी को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस-सपा गठबंधन से किशोरी लाल शर्मा चुनावी समर में है। दोनों तरफ से राजनीतिक दांवपेंच चल रहे हैं। इसी बीच एक बड़े सियासी घटनाक्रम में शुक्रवार की देर शाम भादर के घोरहा में एक चुनावी जनसभा में भाजपा के मंच पर सपा विधायक महराजी प्रजापति का पूरा परिवार स्मृति जूबिन ईरानी के साथ खड़ा दिखा।

राज्यसभा के चुनाव में नहीं दिया था वोट
वर्ष 2012 के चुनाव में गायत्री प्रसाद प्रजापति पहली बार सपा से विधायक बने। इसके बाद वह सरकार में मंत्री बना दिए गए। 2017 में भी सपा ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन वह भाजपा की गरिमा सिंह से पराजित हो गए थे। बाद में 2022 में उनकी पत्नी महराजी प्रजापति ने सपा के टिकट पर जीत दर्ज की। फरवरी 2024 में राज्यसभा चुनाव में सपा विधायक ने बीमारी का हवाला देकर वोट नहीं दिया था। इसके बाद से सियासी गलियारे में तरह-तरह की चर्चा चल रही थी।अमेठी का सियासी रण दिलचस्प होता जा रहा है। अमेठी की सपा विधायक महराजी प्रजापति का परिवार केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी स्मृति जूबिन ईरानी के लिए वोट मांग रहा है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारे में इसके नफा नुकसान को लेकर चर्चा तेज हो गई है।

अमेठी से भाजपा ने स्मृति जूबिन ईरानी को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस-सपा गठबंधन से किशोरी लाल शर्मा चुनावी समर में है। दोनों तरफ से राजनीतिक दांवपेंच चल रहे हैं। इसी बीच एक बड़े सियासी घटनाक्रम में शुक्रवार की देर शाम भादर के घोरहा में एक चुनावी जनसभा में भाजपा के मंच पर सपा विधायक महराजी प्रजापति का पूरा परिवार स्मृति जूबिन ईरानी के साथ खड़ा दिखा।

विधायक की बेटी अंकिता प्रजापति ने मंच से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की। कहा कि जिस तरह से आपने हमारा साथ दिया उसी तरह का साथ स्मृति ईरानी को दीजिए। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से हाथ उठवाकर इसकी तस्दीक ली। जवाब में जनता ने जय श्रीराम का नारा लगाया।

राज्यसभा के चुनाव में नहीं दिया था वोट
वर्ष 2012 के चुनाव में गायत्री प्रसाद प्रजापति पहली बार सपा से विधायक बने। इसके बाद वह सरकार में मंत्री बना दिए गए। 2017 में भी सपा ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन वह भाजपा की गरिमा सिंह से पराजित हो गए थे। बाद में 2022 में उनकी पत्नी महराजी प्रजापति ने सपा के टिकट पर जीत दर्ज की। फरवरी 2024 में राज्यसभा चुनाव में सपा विधायक ने बीमारी का हवाला देकर वोट नहीं दिया था। इसके बाद से सियासी गलियारे में तरह-तरह की चर्चा चल रही थी।

बदला कोरोना का टीका, ओमिक्रॉन वैरिएंट से भी बचाएगा,आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति देने का प्रस्ताव मंजूर

नए फॉर्मूले पर बने कोरोना रोधी टीके को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति देने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया गया है। यह पहला ऐसा टीका है जो कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन और एक्सबीबी स्वरूप से बचाव करने में सक्षम है। बीते सप्ताह केंद्र सरकार की विशेषज्ञ कार्य समिति (एसईसी) ने कुछ शर्तों के साथ एडजुवेंटेड 2023-2024 फॉर्मूले पर आधारित इस टीके को अनुमति देने की सिफारिश की है।

पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने हाल ही में इस नए अपडेट टीके को भारत में बिक्री और वितरण की अनुमति मांगी थी। साथ ही कंपनी ने अमेरिका में चल रहे नैदानिक परीक्षण और प्रीक्लिनिकल अध्ययन की रिपोर्ट भी साझा की, जिसके आधार पर समिति ने निर्णय लिया। दरअसल कुछ समय पहले अमेरिकी कंपनी नोवा वैक्स के कोरोना टीके को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिली। इसका उत्पादन भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने किया और पूरी दुनिया में करीब 200 करोड़ खुराक उपलब्ध कराईं। अब इसी नोवा वैक्स टीका को नए फॉर्मूला के जरिए अपडेट किया है जो कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन और एक्सबीबी.1.5 स्वरूप से बचाव में असरदार है। नोवावैक्स के अलावा भारत में एस्ट्राजेनेका कंपनी का कोविशील्ड टीका उपलब्ध कराने का अधिकार सीरम कंपनी के पास है जो इस समय काफी चर्चाओं में है।

देश में चौथे चरण का अध्ययन करेगी कंपनी
विशेषज्ञ कार्य समिति (एसईसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टीके को लेकर अंतिम फैसला केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के जरिये होगा। फिलहाल कंपनी से देश में चौथे चरण का अध्ययन कराने के लिए कहा है जिसकी रिपोर्ट तीन माह के भीतर समिति के आगे पेश करनी होगी। बूस्टर यानी एहतियाती खुराक के लिए इस टीका का इस्तेमाल 18 वर्ष या उससे अधिक आयु की आबादी में किया जा सकता है। समिति ने यह भी शर्त रखी है कि जो स्वास्थ्य कर्मचारी यह टीका लगाने वाले हैं उन्हें फैक्टशीट और मार्गदर्शन मिलना बहुत जरूरी है।

‘पाकिस्तान की गोलियों का जवाब तोप से देंगे’, तेलंगाना में प्रचार के दौरान अमित शाह ने कांग्रेस को घेरा

हैदराबाद:  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को तेलंगाना में हुंकार भरी। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है, इसके डर से कांग्रेस पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर भारत का अधिकार छोड़ना चाहती है।

अमित शाह ने कांग्रेस को घेरा
रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर कहते हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है, इसलिए भारत को पीओके के बारे में बात नहीं करनी चाहिए। परमाणु बम के डर से वे पीओके पर भारत का अधिकार छोड़ना चाहते हैं। लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। नरेंद्र मोदी फिर एक बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं और इस बार पाकिस्तान की गोलियों का जवाब तोप से दिया जाएगा।”

तेलंगाना के सीएम पर साधा निशाना
अमित शाह ने इस दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को भी घेरा। भाजपा नेता ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर रेवंत रेड्डी की टिप्पणी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक की और आतंकवादियों को खत्म किया।”

बता दें कि रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को पुलवामा हमले को रोकने में खुफिया विफलता का दावा किया था। उन्होंने आगे कहा, “पुलवामा घटना के बाद सर्जिकल स्ट्राइक से पीएम मोदी ने राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की। मोदी जी से मेरा एक सवाल है, वह क्या कर रहे हैं? पुलवामा घटना क्यों हुआ? आपने इसे क्यों होने दिया? आंतरिक सुरक्षा को लेकर आप क्या कर रहे हैं? आपने आईबी या आरएंडएडब्ल्यू जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल क्यों नहीं किया?” तेलंगाना के सीएम ने इसे प्रधानमंत्री की विफलता बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी को नहीं मालूम कि सर्जिकल स्ट्राइक सच में हुआ था या नहीं।

‘वाईएसआरसीपी, टीडीपी और जनसेना भाजपा की बी टीम’, आंध्र प्रदेश में विपक्ष पर भड़के राहुल गांधी

कडप्पा:  कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को आंध्र प्रदेश के कडप्पा में चुनाव प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और अन्य विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने इस दौरान भाजपा को भी घेरा। उन्होंने कहा कि भाजपा का मतलब बाबू (टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू), जगन और पवन (जनसेना संस्थापक पवन कल्याण) है। रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि तीनों नेताओं का रिमोर्ट कंट्रोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास है।

रैली में राहुल गांधी ने किया चंद्रशेखर रेड्डी का जिक्र
पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पूरे आंध्र प्रदेश में राजशेखर रेड्डी की पदयात्रा उनकी भारत जोड़ो यात्रा के लिए प्रेरणा थी। कांग्रेस नेता ने कहा, “आज आंध्र प्रदेश को भाजपा की बी टीम चला रही है। भाजपा की बी टीम का मतलब बी से बाबू, जे से जगन और पी से पवन है। इन तीनों लोगों का रिमोर्ट कंट्रोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास है।” राहुल गांधी ने आगे कहा कि ये तीनों नेता पीएम मोदी के नियंत्रण में हैं, क्योंकि उनके पास सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियां हैं। कांग्रेस नेता ने बताया कि राजशेखर रेड्डी उनके पिता के लिए भाई समान थे।

‘आंध्र प्रदेश में जगन रेड्डी को कभी सहयोगी नहीं माना’, पीएम मोदी को उम्मीद- एकतरफा जीतेगा एनडीए

विशाखापत्तनम:  पीएम मोदी को उम्मीद है कि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन आंध्र प्रदेश में एकतरफा जीत हासिल करेगा। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि उन्होंने कभी भी सीएम जगनमोहन रेड्डी को सहयोगी नहीं माना। एक तेलुगु न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने ये बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि सत्ताधारी वाईएसआरसीपी की राज्य की सत्ता में वापसी नहीं होगी।

‘जगन रेड्डी की नहीं होगी सत्ता में वापसी’
आंध्र प्रदेश में भाजपा, चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और पवन कल्याण की पार्टी जनसेना के साथ मिलकर लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ रही है। पीएम मोदी ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि ‘मुझे नहीं लगता कि आंध्र प्रदेश की मौजूदा सरकार सत्ता में वापस आएगी। राज्य की आर्थिक स्थिति खराब है। हमने कभी भी जगन रेड्डी को अपना सहयोगी नहीं माना हालांकि वाईएसआरसीपी ने कई मुद्दों पर संसद में हमारा सहयोग जरूर किया।’ पीएम मोदी ने जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी को लेकर कहा ‘हम पहले भी विरोधी की तरह एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं और हमने कभी भी साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ा है। मेरे पास संवैधानिक पद है और मैं चाहता हूं कि सभी राज्य मजबूत बनें, फिर चाहे वहां सत्ता में कोई भी हो। मैं दूसरे राज्यों की तरह ही आंध्र प्रदेश को विकसित देखना चाहता हूं और ये मेरी संवैधानिक जिम्मेदारी भी है।’

‘क्षेत्रीय पार्टियों की आकांक्षाओं का सम्मान करते हैं’
क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन पर पीएम मोदी ने कहा मेरा मानना है कि राष्ट्रीय पार्टियों को क्षेत्रीय पार्टियों का आकांक्षाओं का भी सम्मान करना चाहिए। अगर क्षेत्रीय पार्टियां हमारे साथ हैं तो लोगों की आकांक्षाओं का पूरा करना हमारे लिए आसान हो जाता है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हम चाहते हैं कि और पार्टियां हमारे साथ जुड़ें। हम अपने क्षेत्रीय सहयोगियों को साथ लेकर चलेंगे और उनके लक्ष्यों और आकांक्षाओं को पूरा करेंगे।