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दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सियासी जंग के बीच भारत की इस देश के चुनाव पर भी पैनी नजर, जानिए वजह

नई दिल्ली: भारत में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटी हैं। इस चुनाव के बीच भारत की नजरें एक और चुनाव पर लगी हैं और ये चुनाव है मालदीव के संसदीय चुनाव। मालदीव के 2.8 लाख से ज्यादा लोग आज मालदीव की संसद, जिसे मजलिस कहा जाता है, उसके लिए वोट करेंगे।

मालदीव में आज हो रहे संसदीय चुनाव
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पिछले साल ही राष्ट्रपति चुने जा चुके हैं और अब हो रहे संसदीय चुनाव का राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पर कोई असर नहीं होगा और वे पद पर बने रहेंगे। हालांकि अगर मोहम्मद मुइज्जू की पार्टी बहुमत नहीं हासिल कर सकी तो मुइज्जू को अपनी नीतियां देश में लागू करने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। मोहम्मद मुइज्जू अपने भारत विरोधी रुख के चलते सुर्खियों में हैं। ऐसे में भारत चाहेगा कि राष्ट्रपति मुइज्जू की पार्टी को बहुमत न मिले ताकि चीन को वहां अपने पैर मजबूती से जमाने का मौका न मिल सके।

भारत के लिए अहम है मालदीव
हिंद महासागर में बसा मालदीव रणनीतिक रूप से बेहद अहम है। भारत और मालदीव के संबंध घनिष्ठ भी रहे हैं, लेकिन मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में थोड़ी कड़वाहट आई है। मालदीव के राष्ट्रपति ने वहां तैनात भारतीय सैनिकों को वापस भेजना शुरू कर दिया है, जिससे भारत की हिंद महासागर क्षेत्र में सर्विलांस की क्षमता प्रभावित होगी। यही वजह है कि भारत चाहेगा कि राष्ट्रपति मुइज्जू की पार्टी को संसदीय चुनाव में बहुमत न मिले ताकि उन्हें विपक्ष के दबाव में काम करना पड़े।

‘कर्नाटक की स्थिति पाकिस्तान-अफगानिस्तान जैसी’, भाजपा ने किया राज्यव्यापी प्रदर्शन का एलान

हुबली :  कर्नाटक के हुबली में कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या का मामले में अब राजनीति तेज हो गई है। इस मामले को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और भाजपा के बीच वार-पलटवार जारी है। भाजपा ने मामले में लव जिहाद का एंगल बताते हुए राज्य सरकार पर आरोपी को बचाने का आरोप लगाया है। साथ ही कर्नाटक भाजपा ने हुबली कॉलेज की छात्रा नेहा हिरेमठ की हत्या के विरोध में राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसके लिए राज्य भाजपा ने कल यानी 22 अप्रैल की तारीख तय की है।

भाजपा ने राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
इस मामले पर पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र येदियुरप्पा ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधा है। विजयेंद्र ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से महिलाओं के लिए सुरक्षा की गारंटी की बात बेमानी हो गई है। महिलाओं पर हमले और हत्या जैसे अपराधों बढ़ रहे हैं। यह चिंता का विषय है। विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस सरकार हमारी बहन बेटियों की सुरक्षा में पूरी तरह विफल रही है।

उन्होंने लिखा कि हिन्दू ‘जय श्री राम’ के नारे नहीं लगा सकते। यहां गाने की तारीफ करने पर युवक की बेरहमी से पिटाई की जाती है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया जाता है। कन्नड़ अभिनेत्री के साथ कन्नड़ में बात करने पर दुर्व्यवहार किया जा रहा है। हर छोटे शहर से हर दिन चेन स्नैचिंग की खबरें आ रही हैं।कैफे में बम विस्फोट हो रहा है। विधानसौधा के अंदर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं। राज्य में कानून और व्यवस्था की खराब स्थिति साफ है। यह पाकिस्तान और अफगानिस्तान की खराब स्थिति की याद दिलाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार लोगों के जीवन में परेशानी बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस के हाथ खून से सने हुए हैं।

आगे उन्होंने 22 अप्रैल को राज्य भर में कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य में अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण की नीतियों और कानून व्यवस्था की हालत को देखते हुए भाजपा सोमवार को राज्य भर में जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस दौरान उन्होंने लोगों से खास तौर पर महिलाओं से प्रदर्शन में शामिल होने की अपील भी की। विजयेंद्र ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा कि मैं इस राज्य के प्रत्येक नागरिक, विशेष रूप से महिलाओं, हमारी नारी शक्ति से अपील करता हूं कि वे भारी संख्या में भाग लें और राज्य में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के खिलाफ एक मजबूत संदेश दें।

यह है पूरा मामला
दरअसल, गुरुवार को हुबली में आरोपी फैयाज ने कथित तौर पर नेहा को प्रपोज किया था लेकिन छात्रा ने उसका प्रस्ताव ठुकरा दिया था। इससे आहत होकर फैयाज ने उस पर पांच-छह बार चाकू से हमला कर दिया।

UP, बंगाल, छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र में बुरा हाल, पांच दिन गंभीर; कई क्षेत्रों में भीषण जल संकट का खतरा

नई दिल्ली: देश के कई राज्य प्रचंड गर्मी से तप रहे हैं। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के साथ ही उसके साथ के लगते तराई वाले राज्यों को छोड़कर पूर्वी, मध्य और दक्षिण भारत के कम से कम 15 राज्य प्रचंड गर्मी और लू की चपेट में हैं। सुबह के 10 बजते ही दोपहरी जैसी गर्मी महसूस होने लग रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल के गंगा तट के इलाकों, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों के कई क्षेत्रों में अधिकतम पारा 42-45 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिन और अधिक गर्मी का सामना करना पड़ेगा और तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक ही वृद्धि दर्ज की जा सकती है। कई राज्यों में अप्रैल से जून की अवधि में 20 दिनों तक लू चलने की आशंका है।

ये इलाके भयंकर गर्मी की चपेट में
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को अगले पांच दिनों के लिए लू और गर्मी का पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी रायलसीमा, मध्य ये इलाके भयंकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गर्मी की चपेट में विदर्भ, मराठवाड़ा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से, तेलंगाना, ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान 42-44 डिग्री सेल्सियस रहेगा।

झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर के कुछ हिस्सों में 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहने का अनुमान है। इस दौरान बंगाल के गंगा के तटी इलाकों में भीषण लू चल सकती है। कर्नाटक के आंतरिक इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी, उत्तराखंड, विदर्भ और पश्चिमी मध्य प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री अधिक दर्ज किया गया।

17 राज्यों में तेज बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्यों और महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कर्नाटक के कुछ इलाकों में तेज बारिश होने की संभावना है। रविवार को मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में बिजली गिरने का अनुमान है। इसके अलावा, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ में 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

उत्तर भारत में तापमान में नहीं होगी गिरावट
आईएमडी ने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद इसमें कुछ कमी आएगी। अगले दो दिन के दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना नहीं है। उसके बाद तापमान में 3 डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है। उत्तर भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।

तापमान वृद्धि सीमित रखने के लक्ष्य से दुनिया को दूर ले जा रहा प्लास्टिक उद्योग, उत्पादन पर नकेल जरूरी

नई दिल्ली: जलवायु परिवर्तन के खतरनाक प्रभावों से बचने के लिए पृथ्वी के दीर्घकालिक औसत तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने से रोकना होगा। इसके लिए दुनिया को 2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन की स्थिति हासिल करनी है। लेकिन, वैश्विक प्लास्टिक उद्योग दुनिया को इस लक्ष्य से दूर ले जा रहा है। अगर मौजूदा दर से दुनिया में प्लास्टिक उत्पादन जारी रहा, तो शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य 2060 से 2083 के बीच हासिल होगा। हालांकि, तब तक काफी देर हो चुकी होगी, क्योंकि दुनिया 1.5 डिग्री सेल्सियस औसत तापमान वृद्धि की सीमा लांघ चुकी होगी और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव स्थायी व भयानक हो जाएंगे।

स्विस गैर-लाभकारी संस्था अर्थ एक्शन ने पिछले सप्ताह द प्लास्टिक ओवरशूट डे रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया कि 2021 के बाद से वैश्विक प्लास्टिक अपशिष्ट उत्पादन में 7.11 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसके अलावा दुनिया में इस साल 22 करोड़ टन प्लास्टिक कचरा पैदा होगा, जिसमें से 7 करोड़ टन पर्यावरण को प्रदूषित करेगा। इसके अलावा एक बड़ा हिस्सा समुद्र में समा जाएगा, जो उसके पारिस्थितिकी तंत्र को तबाह करेगा। इसके अलावा समुद्रों के गर्म होने में भी इसके असर पर अध्ययन किया जा रहा है। इन तमाम चिंताओं को ध्यान में रखकर कनाडा के ओटावा में प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए 23-29 अप्रैल के दौरान अंतरराष्ट्रीय संधि के लिए संयुक्त राष्ट्र वार्ता के चौथे दौर की बातचीत होनी है। इस बातचीत से पहले अमेरिका की लॉरेंस बर्कले नेशनल लैबोरेटरी (एलबीएनएल) ने एक अध्ययन में बताया है कि वैश्विक प्लास्टिक उत्पादन तेल की कुल मांग का लगभग 12 फीसदी और प्राकृतिक गैस की कुल मांग का 8.5 फीसदी है। एजेंसी

22 करोड़ टन प्लास्टिक कचरा पैदा होगा इस साल दुनिया में
2050 तक शून्य उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करते हुए 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान वृद्धि की सीमा को तोड़ने से बचने के लिए यह जरूरी है कि प्लास्टिक उत्पादन में 12 से 17 फीसदी की कमी की जाए। प्लास्टिक जीवाश्म ईंधन का बाय-प्रोडक्ट है। इसके अलावा प्लास्टिक उत्पादन में बिजली बनाने से लेकर गर्मी पैदा करने के लिए जीवाश्म ईंधन काम में लाया जाता है, जिससे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है। करीब 75 फीसदी उत्सर्जन तो प्लास्टिक बनने से पहले ही हो जाता है। जीवाश्म ईंधन जलाना वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों की बढ़ती सांद्रता का प्राथमिक कारण है, जो वैश्विक तापमान बढ़ा रहा है।

अपनी आंखों के सामने देखी बेटी की हत्या, महिला ने आरोपी शख्स को पत्थर से कुचलकर मारा

बंगलूरू:  कर्नाटक की राजधानी बंगलूरू में एक डबल मर्डर का मामला सामने आया है। एक 44 वर्षीय व्यक्ति ने 24 वर्षीय महिला की चाकू मारकर हत्या कर दी। बाद में आरोपी को एक पत्थर से मारा गया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह घटना जयनगर की है, और आरोपी व्यक्ति की पहचान सुरेश के तौर पर की गई है।

बंगलूरू में डबल मर्डर केस
आरोपी सुरेश ने पहले पीड़िता अनुशा पर दो बार चाकू से वार किया, इसके बाद लड़की की मां ने आरोपी पर पत्थर से वार कर दिया। पुलिस ने बताया कि अनुशा और सुरेश दोनों एक-दूसरे को पिछले पांच वर्षों से जानते थे। प्राथमिक जांच के अनुसार, पार्क में अनुशा और सुरेश के बीच झगड़ा हो गया। दरअसल, अनुशा सुरेश से दूरी बना रही थी और सुरेश को अनुशा का यह निर्णय अच्छा नहीं लगा।

अनुशा ने अपनी मां को बताया कि वह पार्क में किसी से मिलने जा रही है। मां को कुछ संदेह हुआ और उन्होंने अपनी बेटी का पीछा किया। सुरेश ने मां के सामने ही अनुशा की हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि अनुशा की मां अपनी बेटी को बचाने के लिए भागी और सुरेश पर पत्थर से वार कर दिया। सिर पर पत्थर लगने के कारण सुरेश की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) लोकेश भरमप्पा जगलासर ने बताया कि अनुशा और सुरेश की मौत पार्क में शाम के 4.45 बजे हुई। उन्होंने आगे बताया कि हादसे में अनुशा बुरी तरह से घायल हो गई थी। उसे सीने और गले में गंभीर चोट लगी थी। अस्पताल में उसे मृत घोषित किया गया।

गवाहों से पूछताछ जारी
पुलिस फिलहाल इस मामले को लेकर गवाहों से पूछताछ कर रही है। डीसीपी ने बताया कि दोनों ही एक-दूसरे को कार्यस्थल से ही जानते हैं। अनुशा एक केयरटेकर थी, जबकि सुरेश कंपनी में इवेंट मनेजमेंट के लिए काम करता था। अनुशा सुरेश से दूरी बनाकर रखने की कोशिश कर रही थी। इस घटना को लेकर दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। अनुशा की मां से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

‘भ्रष्टाचार का स्कूल चला रहे पीएम मोदी, कीमत देश चुका रहा’, राहुल गांधी का प्रधानमंत्री पर हमला

नई दिल्ली:  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बोला है। राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में भ्रष्टाचार का स्कूल चला रहे हैं, जिसमें वे खुद भ्रष्टाचार विज्ञान विषय के तहत चंदे का धंधा समेत हर चैप्टर खुद विस्तार से सिखा रहे हैं।’ राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी से दान की रकम जुटा रही है।

राहुल गांधी का भाजपा पर आरोप
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘छापेमारी कराकर दान कैसे लिया जाए? दान लेकर ठेके कैसे बांटे जाएं? भ्रष्ट लोगों को धुलने वाली वॉशिंग मशीन कैसे काम करती है? किस तरह से जांच एजेंसियों को रिकवरी एजेंट बनाकर जमानत और जेल का खेल खेला जाता है?’ राहुल गांधी ने लिखा कि ‘भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन चुकी भाजपा ने अपने नेताओं को इस ‘क्रैश कोर्स’ को जरूरी कर दिया है, जिसकी कीमत देश चुका रहा है।’ राहुल गांधी के अनुसार ‘I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के इस स्कूल पर ताला लगाकर हमेशा के लिए इस कोर्स को बंद कर देगी।’

राहुल गांधी शनिवार को बिहार दौरे पर रहेंगे और भागलपुर में रैली को संबोधित करेंगे। राहुल गांधी के साथ इस रैली में महागठबंधन के अन्य नेता भी शामिल होंगे। इनमें राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और वीआईपी पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी शामिल हैं।

बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट का निर्देश- सभी शिकायतकर्ताओं को बनाएं पक्षकार

बाबा रामदेव ने कोविड महामारी के दौरान एलोपैथिक दवाईयों को लेकर की गईं कथित टिप्पणियों के मामले में आपराधिक कार्रवाई पर रोक की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की हुई है। शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव को उनके खिलाफ शिकायत करने वाले सभी शिकायतकर्ता को मामले में पक्षकार बनाने का निर्देश दिया है।

बाबा रामदेव के बयान के खिलाफ दर्ज हुईं कई शिकायतें
पटना और रायपुर के आईएमए ने साल 2021 में बाबा रामदेव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि बाबा रामदेव की कथित टिप्पणियों से लोगों को एलौपैथिक दवाईयों से मोहभंग हुआ और लोगों ने सही से इलाज नहीं कराया। इसकी वजह से भी कोरोना को नियंत्रित करने में भी परेशानी हुई। बाबा रामदेव की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस पीबी वराले की पीठ ने शिकायतकर्ताओं को पक्षकार बनाने को कहा। कोर्ट ने मामले पर सुनवाई गर्मियों की छुट्टियों के बाद तक के लिए टाल दी है।

बिहार सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश हुए वकील ने कहा कि उन्हें इस मामले में जवाब दाखिल करने के लिए समय चाहिए। बाबा रामदेव ने अपनी याचिका में केंद्र सरकार, बिहार सरकार, छत्तीसगढ़ सरकार और आईएमए को पक्षकार बनाया हुआ है। बाबा रामदेव ने साल 2021 में अपने एक बयान में कहा था कि वे एलोपैथिक दवाओं पर विश्वास नहीं करते हैं। बाबा रामदेव के बयान से नाराज होकर उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हुए थे। योग गुरु ने अपने खिलाफ चल रही आपराधिक कार्यवाही की जांच पर रोक लगाने की मांग की है।

दावा- कोरोनिल से पतंजलि ने कमाए हजार करोड़ से ज्यादा
बाबा रामदेव के बयान के बाद देश में एलोपैथी बनाम आयुर्वेद की बहस शुरू हो गई थी और तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी बाबा रामदेव के बयान पर आपत्ति जताते हुए इसे गलत बताया था। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने दावा किया है कि कोरोना के दौरान कोरोनिल दवाई बेचकर बाबा रामदेव की कंपनी ने हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की, जबकि ये दवाई को किसी प्रतिस्पर्धी अथॉरिटी से मंजूरी भी नहीं मिली थी।

आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात आतंकरोधी बल NSG के चीफ नियुक्त, 2028 तक संभालेंगे जिम्मेदारी

नई दिल्ली:  वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात को आतंकरोधी बल एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) का चीफ नियुक्त किया गया है। नलिन प्रभात साल 1992 बैच के आंध्र प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल सीआरपीएफ के अतिरिक्त डायरेक्टर जनरल पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

साल 2028 तक पद पर रहेंगे
केंद्र सरकार की कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने नलिन प्रभात की नियुक्ति को मंजूरी दी। वह अपना पद संभालने के बाद 31 अगस्त 2028 तक एनएसजी के डीजी पद पर रहेंगे। ब्लैक कैट के नाम से पहचाने जाने वाले आतंकरोधी बल एनएसजी को साल 1984 में गठित किया गया था। एनएसजी आतंकवाद और अपहरण विरोधी अभियानों के लिए बनाया गया विशेष बल है। मुंबई में 26/11 के हमले के दौरान भी एनएसजी ने अहम भूमिका निभाई थी। सशस्त्र सीमा बल के चीफ दलजीत सिंह चौधरी एनएसजी चीफ का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे।

आईबी में विशेष निदेशक पद पर हुई नई तैनाती
कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने खुफिया ब्यूरो के स्पेशल डायरेक्टर पद पर सपना तिवारी की नियुक्ति को भी मंजूरी दी है। सपना तिवारी भी 1992 बैच की ओडिशा कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। फिलहाल सपना तिवारी आईबी में अतिरिक्त निदेशक के पद पर तैनात हैं। सपना तिवारी की नियुक्ति दो साल के लिए हुई है और वे 30 अप्रैल 2026 तक इस पद पर रहेंगी।

कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या पर हंगामा; भाजपा ने सरकार को घेरा, सत्ता दल ने किया पलटवार

बंगलूरू:हुबली के बीवीबी कॉलेज में कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या पर राजनीति जारी है। यह मुद्दा कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान में तब्दील हो गया है। भाजपा राज्य सरकार पर लगातार निशाना साध रही है। उसका कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था नहीं है, जबकि सत्तारूढ़ दल का कहना है कि हर मामले पर राजनीति करना जरूरी नहीं है।

मामले की जांच जारी
छात्रा की हत्या पर हुबली-धारवाड़ पुलिस कमिश्नर रेणुका सुकुमार ने बताया कि आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।उन्होंने कहा, ‘इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपी को भी एक घंटे के भीतर पकड़ लिया गया था। उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह बहुत गंभीर मामला है और हम जांच कर रहे हैं। जांच के दौरान सब कुछ सामने आ जाएगा।’

कई जगह हो रहे विरोध- प्रदर्शन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और हिंदुत्व संगठनों से जुड़े अन्य संगठनों ने न्याय की मांग करते हुए विरोध- प्रदर्शन किया और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की। कई अन्य स्थानों पर भी इसी तरह के विरोध- प्रदर्शन की खबरें हैं।

लव जिहाद होने का संदेह
केंद्रीय मंत्री और धारवाड़ लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रह्लाद जोशी ने संदेह जताया कि इस घटना के पीछे लव जिहाद हो सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की राजनीति बंद करने और एक समुदाय विशेष के साथ विशेष व्यवहार करने का अनुरोध करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ रही है.

इसलिए मारा चाकू
हालांकि, गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि अभी तक ‘लव जिहाद’ का कोई पहलू नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मेरी जानकारी के मुताबिक वे दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे। बताया जा रहा है कि लड़के ने लड़की को चाकू मार दिया क्योंकि उसने उससे दूरी बनाने की कोशिश की थी। लव जिहाद का पहलू अभी नजर नहीं आ रहा है। उसे डर था कि वह किसी और से शादी कर सकती है, लेकिन अभी तक ज्यादा जानकारी नहीं है।’

तुमकुरू में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं तो भाजपा नियमित रूप से कांग्रेस पर आरोप लगाती है जो सही नहीं है। सरकार कानून के अनुसार ऐसी घटनाओं को नियंत्रित करेगी, लेकिन चुनाव के समय हर चीज को राजनीतिक पहलुओं से देखना सही नहीं है। वे (भाजपा) एक निश्चित तरीके से जांच करने और कुछ धाराओं को लागू करने का निर्देश नहीं दे सकते। सबूतों के आधार पर पुलिस धाराएं लगाएगी।

मतदान के दौरान गोलीबारी; राजनीतिक दलों के एजेंटों की मिली धमकी, नाराज मतदाताओं ने की तोड़फोड़

इंफाल: आंतरिक मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के दौरान दो पूर्वी और तीन पश्चिमी इंफाल के कुल पांच मतदान केंद्रों से गोलीबारी की घटना सामने आई है। बिष्णुपुर जिले के मोइरंग निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत थामनापोक्पी में एक हथियारबंद व्यक्ति ने मतदान केंद्र के पास हवा में गोलीबारी शुरू कर दी। इसे देखते हुए वहां मौजूद मतदाता डर से भाग गए। पुलिस ने बताया कि घटना की सूचना पाकर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया।

अज्ञात हथियारबंद लोगों ने की फायरिंग
अज्ञात हथियारबंदों ने विभिन्न मतदान केंद्रों में एक विशेष राजनीतिक दल के एजेंटों को धमकी भी दी। पश्चिमी इंफाल जिले के उरीपोर और इरोइशेम्बा में हथियारबंद लोगों ने एजेंटों को मतदान केंद्र के परिसर से चले जाने के लिए कहा। इस धमकी से नाराज इरोइशेम्बा के मतदाताओं ने मतदान केंद्र में घुसकर तोड़फोड़ करने लगे।

मतदाताओं और हथियारबंद लोगों के बीच झड़प
पूर्वी इंफाल जिले के कीराव निर्वाचन क्षेत्र में हथियारबंद लोगों ने हवा में फायरिंग भी की। शुक्रवार की सुबह खोंगमान जोन 4 में मतदाताओं और हथियारबंद लोगों के बीच झड़प हो गई। कुकी बहुल विधानसभा क्षेत्रों में एक बजे तक बहुत ही कम मतदाता मतदान करने आए। एक अधिकारी ने बताया कि कांगपोकपी जिले के सैतु और सैकुल निर्वाचन क्षेत्रों में क्रमशः 13.22 प्रतिशत और 8.58 प्रतिशत मतदान हुआ।चुराचांदपुर में 43.67 प्रतिशत मतदान हुआ।

नागा और कुकी बहुल चंदेल निर्वाचन क्षेत्र में 68.63 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, मैतेई बहुत आउटर मणिपुर के क्षेत्रों में कुकी बहुल क्षेत्रों की तुलना में अधिक मतदान दर्ज किया गया।