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पीएम मोदी और सीएम योगी आज गजरौला में गरजेंगे, दूसरे-तीसरे चरण के लिए करेंगे प्रचार

लखनऊ:पश्चिम यूपी में पहले चरण की आठ सीटों पर शुक्रवार को जहां मतदान की गहमागहमी रहेगी, वहीं दूसरे चरण से संबंधित अमरोहा संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार की धूम रहेगी। इस दिन अमरोहा के गजरौला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ जनसभा करके माहौल को गरमाएंगे।

बता दें कि शुक्रवार से लगातार चार दिनों तक यानि 22 अप्रैल तक पीएम मोदी यूपी को मथेंगे। वह अब दूसरे और तीसरे चरण में होने वाले मतदान वाले छह सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे। पीएम इसकी शुरुआत गजरौला में जनसभा से करने जा रहे हैं। वहीं पीएम की सभा के बाद मुख्यमंत्री मुरादाबाद और गाजियाबाद में आयोजित कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे।

अवैध गेमिंग के कारण सरकार को 20897 करोड़ का नुकसान, यूजर्स को भी चपत; सट्टेबाजी-जुआ मंच जुटा रहे करोड़ों

अवैध सट्टेबाजी और जुए से जुड़ी विदेशी कंपनियों से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के रूप में सरकारी खजाने के हर साल 2.5 अरब डॉलर (20,897.08 करोड़ रुपये) का भारी नुकसान हो रहा है। गेमिंग उद्योग निकाय ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन (एआईजीएफ) ने केंद्र सरकार से ऐसे अवैध विदेशी मंचों पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

एआईजीएफ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोलैंड लैंडर्स ने कहा, विदेशी कंपनियां अवैध सट्टेबाजी और जुए से विभिन्न खेलों को जोड़ती हैं। इससे उपयोगकर्ता वैध और अवैध गेमिंग के बीच अंतर नहीं कर पाते हैं। इस तरह, अवैध सट्टेबाजी और जुए से जुड़ी विदेशी कंपनियां उपयोगकर्ताओं को चपत लगा रही हैं। इससे भारत में वैध उद्योग को भी नुकसान पहुंच सकता है।

लैंडर्स ने कहा, विदेशी अवैध सट्टेबाजी और जुआ मंच एक साल में 12 अरब डॉलर (एक लाख करोड़ रुपये) की रकम जुटा रहे हैं। इसका मतलब है कि सरकार को जीएसटी राजस्व में सालाना कम-से-कम 2.5 अरब डॉलर का नुकसान हो रहा है।

जीएसटी-टीडीएस पर बेबाकी से प्रचार
संगठन के सीईओ ने कहा, विदेशी अवैध गेमिंग कंपनियों ने उपयोगकर्ताओं को लुभाने के लिए मौजूदा आईपीएल सीजन के दौरान विज्ञापनों में तेजी से बढ़ोतरी की है। इनमें कई कंपनियां इतनी हिम्मत दिखा रही हैं कि अपने मंच पर कोई जीएसटी या टीडीएस नहीं लगने का बेबाकी से प्रचार कर रही हैं। लैंडर्स ने कहा, विदेशी कंपनियां अक्सर उपयोगकर्ताओं को नुकसान पहुंचाती हैं। वे वैध और अवैध गेमिंग कंपनियों के बीच भ्रमित हो जाते हैं। उपयोगकर्ताओं को इनके चंगुल से बचाने के लिए कठोर कदम उठाना जरूरी है।

एसआरओ मॉडल से खतरे को रोकने में मिलेगी मदद
गेमिंग निकाय का कहना है कि अवैध मंचों के खतरे को रोकने में मदद के लिए सरकार को स्व-नियामक संगठन (एसआरओ) जैसे मॉडल में तेजी लानी चाहिए। विदेशी संस्थाओं का भारत में कोई अधिकारी नहीं है। एसआरओ जैसी संस्था के जरिये जांच से वैध और अवैध मंचों के बीच अंतर करने में मदद मिल सकती है।

एशिया में भारतीय बैंकों का प्रदर्शन सबसे अच्छा, दुनिया के टॉप-50 में SBI; निजी बैंकों ने भी बनाई जगह

नई दिल्ली: भारतीय बैंकों का प्रदर्शन एशिया में अपने समकक्षों की तुलना में सबसे अच्छा रहा है। अपने प्रदर्शन के दम पर देश के तीन बड़े बैंकों ने दुनिया के शीर्ष-50 बैंकों की सूची में अपनी जगह बनाई है। इनमें सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं। 2022 में सिर्फ दो भारतीय बैंक ही शीर्ष-50 में जगह बनाने में कामयाब रहे थे। एसएंडपी ग्लोबल की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय स्थिति में सुधार, मजबूत आर्थिक माहौल में ज्यादा कर्ज वृद्धि के साथ हाल के वर्षों में बैंकों की संपत्तियां बढ़ी हैं।

50.5 फीसदी बढ़ी संपत्ति
रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में बैंकों की संपत्ति 50.5 फीसदी बढ़कर 1.51 लाख करोड़ डॉलर पहुंच गई। जुलाई, 2022 में एचडीएफसी लि. के विलय के बाद एचडीएफसी बैंक की संपत्ति 51.3 फीसदी बढ़कर 466.35 अरब डॉलर हो गई। इससे बैंक शीर्ष-50 सूची में 13 पायदान ऊपर 33वें स्थान पर पहुंच गया।

भारत में कर्ज वृद्धि में उछाल
एसएंडपी ने कहा, भारत में कर्ज वृद्धि में भी तेजी आई है। 29 दिसंबर, 2023 तक यह 15.6 फीसदी पहुंच गई, जो एक साल पहले 14.9 फीसदी थी।

पहले चरण के मतदान से पहले मायावती ने की अपील, वोट खरीदने, लूटने को लेकर रहें सावधान

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पहले चरण के मतदान से पहले मतदाताओं को दिए अपने संदेश में कहा कि अपने वोट के अधिकार की रक्षा पूरे जी-जान से करनी है। सावधान रहें ताकि आपका वोट खरीदा और लूटा न जा सके। कोई वोट पड़ने से न रह जाए। धनबल, मंदिर-मस्जिद आदि के नाम पर आपके वोट का गलत इस्तेमाल न हो।

बसपा सुप्रीमो ने बृहस्पतिवार को एक्स पर जारी अपने बयान में कहा कि निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने का आश्वासन दिया है। जिस पर खरा उतरने के लिए सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को रोकना होगा। साथ ही, सत्तारूढ़ दल द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन रोकना भी जरूरी है।

उन्होंने मतदाताओं से अपील भी की है कि कल मतदान के पहले चरण से ही ‘पहले मतदान-फिर जलपान’ के संकल्प के साथ अपने वोट के बहुमूल्य संवैधानिक अधिकार का निर्भय होकर इस्तेमाल करें और देश में गरीबों, मेहनतकश और वंचितों की बहुजन हितैषी सरकार चुनें।

डॉ. भीमराव आंबेडकर के संविधान के तहत बिना किसी भेदभाव के एक वोट का मिला अधिकार ऐसी लोकतांत्रिक शक्ति है, जिसके जरिए सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करके गरीबों, कमजोर व उपेक्षित लोग अपना उद्धार खुद कर सकते हैं इसलिए वोट जरूर डालें। यही सबसे बड़ा कर्तव्य और डॉ. आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि है।

50 से अधिक खेतों में लगी भीषण आग, सैंकड़ों बीघा गेहूं की फसल जली

फसल को लेकर किसान अपनी आंखों में कई सपने संजोकर रखता है कि जब फसल बिकेगी, तो बेटी की शादी करेगा, कर्ज चुकाएगा, बच्चों का एडमिशन कराएगा, ये खरीदेगा-वो खरीदेगा। वही फसल जब उसके सामने जल कर राख हो जाए और उसके हिस्से में बस राख रह जाए, तो उस किसान के आंखों के आंसू भी सूख जाते हैं।

ऐसा ही हुआ अतरौली के गांव गनियावली और पेंडरा में, जहां 18 अप्रैल दोपहर आग लगने से करीब 50 से अधिक किसानों की सैंकड़ों बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। आग बुझाने में किसानों के पसीने छूट गए। दमकल की तीन गाड़ी मौके पर पहुंची, तब करीब डेढ़ घण्टे बाद आग पर काबू पाया जा सका। फसलों में बर्बादी देख किसानों का रो-रो कर बुरा हाल है।

बताया जा रहा है कि गांव गनियावली में 18 अप्रैल को अपराह्न करीब 12.30 बजे किसान दीपक के नलकूप पर बिजली के तार से शार्ट सर्किट हुआ। जिससे उस खेत के गेहूं की फसल में आग लग गई। हवा चलने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। एक खेत से दूसरे खेत होती हुई आग कई खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को जलाते हुए पेंडरा गांव तक पहुंच गई।

किसानों ने ट्रैक्टर चलाकर खेतों में जुताई कर आग को काबू में करने का प्रयास किया, लेकिन आग काबू में नहीं आ सकी। किसानों ने ट्यूबवेल चलाकर खेतों में पानी चलाया और दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंची, तब बमुश्किल करीब दो बजे आग पर काबू पाया जा सका। सूचना मिलने पर एमएलसी चौ ऋषिपाल सिंह, पवन वर्मा, जिप सदस्य पुष्पेंद्र लोधी, केपी मिस्त्री, बोधपाल सिंह आदि मौके पर पहुंचे और किसानों के नुकसान की जानकारी ली। एमएलसी चौ ऋषिपाल सिंह ने अलीगढ़ डीएम से वार्ता कर किसानों के नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की कार्यवाही करने को कहा।

इन किसानों का हुआ नुकसान
बच्चू सिंह, वीरपाल, यासीन, चोब सिंह, साहब सिंह, कप्तान, कुमरपाल, मनोहर, नेत्रपाल, मुकेश, दूल्हे मियां, रघुराई, गनी, चतुरी, मनोज, अशरफ, शराफत, मख्खन, प्रमोद, समर सिंह, छोटे लाल, लतीफ, अमर सिंह, सूरजपाल, ओमप्रकाश, महिलाल, रामकुमार, अभिषेक नागर, दीपक, कन्हैया, योगेश, धीरेश, चुरामन, कलियान, केशर देव, सत्तार, इस्लाम, शायद खान, साजिद, साधु राम, रामप्रकाश, बासदेव, राजेश, शैतान, धुरी सिंह, हरिप्रसाद आदि।

रामनवमी की शोभा यात्रा पर पथराव, चार घायल; ममता बनर्जी बोलीं- भाजपा राज्य में हिंसा फैला रही

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान पथराव में चार लोग घायल हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब रामनवमी शोभायात्रा बुधवार की रात 9:10 बजे इगरा के कॉलेज मोड़ से गुजर रही थी, तब कुछ लोगों ने इस पर पथराव किया। फिलहाल इस मामले में चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। इससे पहले मुर्शिदाबाद में भी रामनवमी शोभायात्रा के दौरान पथराव को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। उन्होंने कहा, “इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हम मामले की जांच कर रहे हैं। चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।” भाजपा नेता और मिदनापुर से पार्टी के उम्मीदवार अग्निमित्रा पाल समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने इस पथराव का विरोध करते हुए सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।

इसके अलावा मुर्शिदाबाद में भी बुधवार को रामनवमी शोभायात्रा के दौरान झड़प होने की घटना सामने आई। शोभायात्रा पर छतों से पथराव होने से करीब 20 लोग घायल हुए हैं। रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव को लेकर भाजपा ने बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को घेरा। इसके साथ ही भाजपा ने राज्य पुलिस पर बदमाशों का साथ देने का आरोप भी लगाया है। भाजपा की बंगाल इकाई ने आरोप लगाया है कि रैली पर पथराव किया गया और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। घटना के बाद, इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।

ममता बनर्जी का भाजपा पर आरोप
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रायगंज में रैली के दौरान राम नवमी के दिन पथराव के पीछे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा, “बंगाल में रामनवमी के दौरान भाजपा ने हिंसा फैलाई।” ममता ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा की साजिश पहले से ही बनाई गई थी और आरोपी भगवा पार्टी हैं।

उन्होंने बताया कि मुर्शिदाबाद में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान विस्फोट हुआ, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। सीएम ममता ने कहा कि सब कुछ पूर्व नियोजित था। राम नवमी के एक दिन पहले ही मुर्शिदाबाद के डीआईजी को हटा दिया गया, जिससे कि वे (भाजपा) राज्य में हिंसा भड़का सके।

क्या सुप्रिया श्रीनेत ने मारे गए नक्सलियों को बताया शहीद?, BJP ने लगाया कांग्रेस पर बड़ा आरोप

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव शुरू होने में अब कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं। ऐसे में राजनीतिक दल प्रचार करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं।अपनी जीत के लिए एक से बढ़कर एक चुनावी वादे किए जा रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब भाजपा ने गुरुवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उसने आरोप लगाया कि कांग्रेस वोट के लिए नक्सलियों की वकालत कर रही है क्योंकि उसने लोकसभा चुनावों में अपनी हार भांप ली है।

चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई पर सवाल उठाए
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों को बुधवार को ‘शहीद’ करार दिया और चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई पर सवाल उठाए। गौरतलब है, छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया था। पिछले तीन दशकों से नक्सल खतरे का सामना कर रहे राज्य में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ है।

कांग्रेस ने वही किया है जो उनसे उम्मीद की जाती
पूनावाला ने कहा, ‘हमने छत्तीसगढ़ में एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान देखा जिसमें सुरक्षाकर्मियों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया। यह वास्तव में सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। सुरक्षा बलों की कार्रवाई का स्वागत करने के बजाय कांग्रेस ने वही किया है जो उनसे उम्मीद की जाती है। हालांकि, यह विश्वास से परे है कि सबसे पुरानी पार्टी ने दावा किया है कि नक्सली वास्तव में शहीद थे। इसने हमारे सुरक्षा बलों की बहादुरी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।’

विपक्षी गठबंधन का असली चेहरा सामने आया
सुप्रिया श्रीनेत ने नक्सलियों को शहीद बताया और उनके प्रति सहानुभूति जताई। पूनावाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक वीडियो क्लिप भी पेश किया। भाजपा नेता ने कहा कि श्रीनेत ने विपक्षी गठबंधन का असली चेहरा सामने ला दिया है।

मां सफाईकर्मी तो पिता चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी, नौवीं बार में पास की UPSC सिविल सेवा परीक्षा

मुंबई : सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाली मां के बेटे ने यूपीएससी- 2023 में सफलता हासिल की। हम बात कर रहे हैं ठाणे के रहने वाले प्रशांत सुरेश भोजने की। 32 साल के युवक का हमेशा सपना रहा कि वह संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण करे। मंगलवार को जारी हुए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा- 2023 के परिणामों की सूची में भोजने का नाम भी था। उन्होंने 849 रैंक हासिल करे। उनका कहना है कि उनके सामने कई मुसीबतें आईं पर उन्होंने सभी परेशानियों का मुकाबला किया और नौवें प्रयास में सफलता हासिल की।

साल 2015 से सिविल सर्विसेज की तैयारी
भोजने ठाणे के खरतन रोड स्थित स्वीपर्स कॉलोनी के रहवासी हैं। उनकी मां ठाणे नगर निगम (टीएमसी) में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं। वहीं, उनके पिता नगर निकाय में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं। उनकी मां ने बताया कि बेटे ने इंजीनियरिंग की है लेकिन उस क्षेत्र में नौकरी करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। वह हमेशा से आईएएस अधिकारी बनना चाहता था। भोजने ने बताया कि उन्होंने साल 2015 से सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी थी। इस दौरान उन्हें साल 2020 में दिल्ली की एक प्रतियोगी परीक्षा कोचिंग सेंटर में काम मिला, जहां उन्हें छात्रों के मॉक पेपर चेक करने की जिम्मेदारी दी गई।

घर लौटने का दबाव बनाता था परिवार
उन्होंने आगे बताया कि इस तरह मैं अपनी तैयारी के साथ-साथ आजीविका भी चला पा रहा था। उनके माता-पिता पढ़ाई बंद करके वापस घर लौटने का दबाव भी बना रहे थे लेकिन मुझे विश्वास था कि एक दिन मैं अपने लक्ष्य को हासिल कर लूंगा। सुरेश के पिता ने बताया कि बेटे ने परीक्षा पास कर लिया है, इससे मैं बहुत खुश हूं। पहले मुझे लगता था कि वह नौकरी करे लेकिन अब लगता है कि उसने जो फैसला किया वह बिलकुल सही है।

किस वर्ग के कितने उम्मीदवार?
यूपीएसी में सफलता पाने वाले 1016 उम्मीदवारों में 347 सामान्य वर्ग, 115 ईडब्ल्यूएस, 303 अन्य पिछड़ा वर्ग, 165 अनुसूचित जाति और 86 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

आईएएस के लिए 80 उम्मीदवारों का चयन
इस बार आईएएस सेवा के लिए 180 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 73 सामान्य वर्ग, 17 ईडब्ल्यूएस, 49 अन्य पिछड़ा वर्ग, 27 अनुसूचित जाति और 14 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

37 उम्मीदवार बनेंगे आईएफएस अफसर
ऐसे ही आईएफएस सेवा के लिए 37 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 16 सामान्य वर्ग, 4 ईडब्ल्यूएस, 10 अन्य पिछड़ा वर्ग, 5 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

आईपीएस सेवा के लिए 200 उम्मीदवारों का चयन
इसके साथ आईपीएस सेवा के लिए 200 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 80 सामान्य वर्ग, 20 ईडब्ल्यूएस, 55 अन्य पिछड़ा वर्ग, 32 अनुसूचित जाति और 13 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

आईटीसीएम और आईटीआर मिसाइल का उड़ान परीक्षण सफल, ओडिशा के चांदीपुर से हुई लॉन्चिंग, सुखोई से रखी गई नजर

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल (आईटीसीएम) और एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) मिसाइल का सफल उड़ान परीक्षण किया। इनकी लॉन्चिंग ओडिशा के तटीय क्षेत्र चांदीपुर से की गई।

भारतीय वायुसेना ने भी की मदद
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति के अनुसार, परीक्षण के दौरान सभी सिस्टम से अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन किया। मिसाइल की निगरानी के लिए आईटीआर ने पूरे उड़ान मार्ग को विभिन्न रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम, टेलीमेट्री और कई रेंज सेंसर से लैस कर दिया था। मिशन में भारतीय वायुसेना ने भी सहायत की। सुखोई एसू-30 एमके-1 से भी पूरे उड़ान की निगरानी की गई थी।

डीआरडीओ ने विकसित की मिसाइल
बयान के अनुसार, बेहतर और अधिक विश्वसनीय प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए मिसाइल को उन्नत एवियोनिक्स और सॉफ्टवेयर से लैस किया गया है। मिसाइल को बेंगलुरु स्थित डीआरडीओ प्रयोगशाला एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एडीई) सहित अन्य प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योगों के साथ संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।

रक्षा मंत्री और ओडिसा के मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आईटीसीएम के सफल उड़ान परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्वदेशी प्रणोदन प्रणाली द्वारा संचालित स्वदेशी लंबी दूरी की सबसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षा डीआरडीओ के लिए एक मील का पत्थर है। वहीं, ओडिशा के सीएम नवीन पटनाक ने भी डीआरडीओ को बधाई दी है। रक्षा विभाग के आरएंडडी सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत ने लॉन्चिंग की सफलता के लिए डीआरडीओ की पूरी टीम को बधाई दी है।

पुरुषों से आगे निकल जाएंगी महिला मतदाता, लोकसभा और विधानसभा चुनावों में तेजी से बढ़ी संख्या

केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की बदौलत लोकसभा और विधानसभा चुनावों में महिला मतदाताओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच वर्षों में जिन 23 बड़े राज्यों में चुनाव हुए हैं, उनमें से 18 राज्यों में पुरुषों से ज्यादा महिला मतदाताओं ने मतदान किया। इन 18 में से 10 राज्यों में दोबारा वही सरकार आई, जो पहले से थी। देश की राजनीति में गेम चेंजर साबित होने वाली महिला मतदाता 2029 के चुनाव में पुरुषों से ज्यादा मतदान करेंगी। मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले कुल 73 करोड़ मतदाताओं में 37 करोड़ महिलाएं ही होंगी।

17वीं लोकसभा में कुल सांसदों में केवल 15 फीसदी सांसद महिलाएं थीं। पहली लोकसभा में यह संख्या 5 फीसदी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार के चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 96.8 करोड़ है। कुल 68 करोड़ लोग मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें 33 करोड़ यानी 49 फीसदी महिला मतदाता होंगी। 85.3 लाख महिलाएं पहली बार मतदान करेंगी। रिपोर्ट के मुताबिक, 2047 तक (2049 में संभावित चुनाव) महिला मतदाताओं की संख्या बढ़कर 55 फीसदी (50.6 करोड़) जबकि पुरुषों की संख्या घटकर 45 फीसदी (41.4 करोड़) हो जाएगी। इस दौरान कुल 115 करोड़ मतदाता होंगे। इनमें 80 फीसदी लोग यानी 92 करोड़ मतदान कर सकते हैं।