Sunday , November 24 2024

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बेल्लारी में छापेमारी; 5.60 करोड़ नकदी के साथ तीन किलो सोना, 100 Kg से ज्यादा के चांदी के आभूषण जब्त

लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के बेल्लारी शहर में पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने 5.60 करोड़ रुपये नकद, तीन किलो सोना, 100 किलो से ज्यादा चांदी के आभूषण और 68 चांदी के बिस्किट जब्त किए। इसकी कुल कीमत 7.60 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

पुलिस के अनुसार, आभूषण की दुकान के मालिक नरेश के घर से भारी मात्रा में नकद और आभूषण बरामद किए गए हैं। पूछताछ के लिए उसे पुलिस हिरासत में लिया गया है। पुलिस को इस मामले में हवाला लिंक का संदेह है। कर्नाटक पुलिस एक्ट की धारा 98 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की पूछताछ के लिए मामले को आयकर विभाग के पास भेजा जाएगा। एक अन्य छापेमारी में 1200 जिलेटिन स्टिक, तार के सात बक्से और छह डिटोनेटर बरामद किया गया। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

बंगलूरू में भाजपा विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज
कर्नाटक में भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल के खिलाफ बंगलूरू के संजय नागर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज किया गया है। उनपर काग्रेस नेता दिनेश गुंडू राव और उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। रविवार को कांग्रेस नेता की पत्नी ने भाजपा विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।

रामलला के दर्शन करने पहुंचे अयोध्या के राज्यपाल कलराज मिश्र , कहा- राम की कृपा से बना भव्य मंदिर

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र परिवार समेत रविवार को अयोध्या पहुँचे। महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। सर्किट हाउस में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल कलराज मिश्रा ने कहा कि अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचा हूं।

स्वाभाविक है कि जिस मंदिर के निर्माण के लिए कोटि-कोटि लोग लगे रहे, आंदोलनरत रहे, हम सब लोग भी आंदोलन में सहभागी थे। जब मंदिर बन गया तो मन को इतनी प्रसन्नता हुई है कि इसको प्रकट नहीं किया जा सकत। अयोध्या पहुंचकर मैं अपने को धन्य महसूस कर रहा हूं। यह कभी कल्पना नहीं की थी कि हम लोगों के काल में राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा लेकिन भगवान राम की कृपा से भगवत कृपा से भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है।

संत महात्माओं के सामूहिक प्रयास से भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है। अयोध्या में बहुत परिवर्तन हो चुका है। मैं अयोध्या पहुंचकर देख रहा हूं। क्या मैं उस अयोध्या में पहुंचा हूं जहां मैं बार-बार आता था या किसी और नगरी में पहुंच गया हूं। अयोध्या में जबरदस्त विकास हुआ है। महर्षि बाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भव्य बना है, इसने अयोध्या का स्वरूप ही बदल दिया है। यहां आने के पश्चात एक अद्भुत प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। यहां के विकास को देखकर लगा कि विश्व भर के लोग आकर रामलला का दर्शन करें।

मुख्तार को श्रद्धांजलि देने गाजीपुर पहुंचे अखिलेश यादव, यूपी सरकार पर लगाए कई आरोप, कही ये बड़ी बातें

मुख्तार अंसारी की मौत पर शोक जताने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को गाजीपुर पहुंचे। वह शोक जताने के लिए फाटक स्थित सांसद अफजाल अंसारी के घर पहुंचे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। उन्होंने मुख्तार अंसारी के घर पहुंचकर शोक संवेदना और श्रद्धांजलि अर्पित की।

अखिलेश यादव ने कहा कि कस्टोडियन डेट में उत्तर प्रदेश लगातार आगे बढ़ता जा रहा है। मुख्तार अंसारी ने जो आशंका जताई थी, वह सच साबित हुई। मेरी मांग है कि जांच हो और जो सच्चाई है वह सामने आए। अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में केशव प्रसाद मौर्य के बयान पर पलटवार किया। कहा कि केशव प्रसाद से बड़ा गुंडा कौन है। अखिलेश ने कहा कि फिर से भाजपा की सरकार आई तो अग्निवीर की तरह खाकी वालों की वर्दी 4 साल की हो जाएगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि जेल में जो घटना हुई उस घटना के सवालों का जवाब सरकार के पास नहीं है। मैं हमेशा से कहता रहा हूं इस सरकार में सबसे ज्यादा भेदभाव लोगों पर होता आ रहा है। कस्टोडियन डेथ में यह सरकार और प्रदेशों से आगे जाना चाहती है। जहां तक इस मामले का सवाल है। इस व्यक्ति ने खुद इतने वर्षों से सजा पाई और खुद कहा मेरी जान ले ली जाएगी।

अखिलेश ने कहा कि जेल में जहर दिया जा रहा है। यह पहली घटना नहीं है, इसके पहले भी जिन लोगों ने जेल में अपनी जान का खतरा बताया उन्हें सरकार सुरक्षा नहीं दे पाई। जो सरकार जनता को सुरक्षा नहीं दे सकती वह सरकार जनता की नहीं है। कहा कि मीडिया पर भी दबाव है।

अखिलेश ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि लोगों को न्याय मिले। लोगों की सरकार के प्रति भावना बढ़िया हो, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इस सरकार ने सच्चाई और भरोसा को कम करने का काम किया। सुप्रीम कोर्ट के सेटिंग जज की निगरानी में अगर जांच होती है तो न्याय मिलेगा। मुझे सरकार पर भरोसा नहीं है कि इस मामले की सच्चाई सामने ला पाएगी। हालांकि लोग जानते हैं कि सच्चाई क्या है। कैसरगंज लोकसभा का प्रत्याशी कौन होगा क्या बीजेपी बता पाएगी?

चेन्नई कस्टम का तेलंगाना के मंत्री के बेटे को समन, करोड़ों की घड़ियों की तस्करी का आरोप

चेन्नई कस्टम ने तेलंगाना के मंत्री के बेटे पोंगुलेटी हर्षा रेड्डी को समन जारी किया है। आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, उनपर कई करोड़ों की घड़ियों की तस्करी में शामिल होने का आरोप है। रेड्डी को चार अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने बताया कि वह फिलहाल डेंगु के बुखार से पीड़ित है, जिस वजह से पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हो पाएंगे। हालांकि, वह 27 अप्रैल के बाद विभाग के समक्ष उपस्थित होने के लिए सहमत हुए हैं।

मीडिया से बात करते हुए रेड्डी ने बताया कि उनका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। तेलंगाना के राजस्व और आवास मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के बेटे ने कहा, “यह मामला आधारहीन है। मेरी तबीयत फिलहाल ठीक नहीं है।”

28 मार्च को कंपनी को भेजा था समन
28 मार्च को हैदराबाद में एक परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी को समन भेजा गया था। बता दें कि इस कंपनी के निदेशक हर्षा रेड्डी है। पांच फरवरी को तस्करी का मामला दर्ज किया गया था, जब हांगकांग स्थित भारतीय मुहम्मद फहरदीन मुबीन के पास से चेन्नई में दो लक्जरी घड़ियां (पाटेक फिलिप 5740 और ब्रेगुएट 2759) जब्त की गई थी। घड़ियों की असली कीमत 1.73 करोड़ रुपये है। पाटेक फिलिक का भारत में कोई डीलर नहीं है, जबकि भारतीय मार्केट में ब्रेगुएट का स्टॉक खत्म हो गया है।

‘फ्रिज, स्मार्ट टीवी…’; मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी ने इकट्ठा किए ये सबूत

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने फ्रिज, स्मार्ट टीवी चालन को सबूत के दौर पर इस्तेमाल किया है। ईडी का दावा है कि हेमंत सोरेन न 31 करोड़ रुपये से अधिक 8.86 एकड़ जमीन अवैध रूप से हासिल की थी। ईडी ने रांची स्थित दो डीलरों से ये रसीदें प्राप्त की हैं। पिछले महीने झामुमो नेता और चार अन्य के खिलाफ दायर अपने आरोप पत्र में संलग्न किया था।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं हेमंत सोरेन
ईडी के मुताबिक, दोनों गैजेट संतोष मुंडा के परिवार के सदस्यों के नाम पर खरीदे गए थे, जिन्होंने एजेंसी को बताया था कि वह 14 वर्षों के लिए उक्त भूमि (8.86 एकड़) पर हेमंत सोरेन की संपत्ति के देखभालकर्ता के रूप में रह रहे हैं। रांची में न्यायाधीश राजीव रंजन की विशेष पीएमएलए अदालत ने चार अप्रैल को अभियोजन की शिकायत पर संज्ञान लिया। हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद 31 जनवरी को कथित भूमि हड़पने से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। वह फिलहाल रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल में न्यायिक हिरासत में हैं।

सोरेन ने दावा किया था कि वह जमीन उनकी नहीं
एजेंसी ने सोरेन के इस दावे का खंडन करने के लिए मुंडा के बयान का इस्तेमाल किया कि उनका उक्त भूमि से कोई संबंध नहीं है। ईडी ने जमीन के टुकड़े पर राजकुमार पाहन नाम के व्यक्ति के दावे को भी खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वह सोरेन के लिए संपत्ति को अपने नियंत्रण में रखने का मुखौटा था। ईडी ने दावा किया कि पिछले साल अगस्त में इस मामले में सोरेन को पहला समन जारी होने के तुरंत बाद, पाहन ने रांची के उपायुक्त को पत्र लिखकर कहा था कि उनके और कुछ अन्य लोगों के पास जमीन है और अन्य मालिकों के नाम पर पहले का परिवर्तन रद्द कर दिया जाए। और उन्हें उनकी संपत्ति से बेदखल होने से बचाया जा सके।

‘इंडी गठबंधन सत्ता में आया तो…’ स्टालिन का इस केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा

डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार को कहा कि अगर इंडिया ब्लॉक लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता में आता है तो पुडुचेरी को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा। बता दें, कांग्रेस उम्मीदवार और मौजूदा सांसद वी वैथिलिंगम के लिए समर्थन मांगते हुए स्टालिन यहां एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि डीएमके और कांग्रेस पुडुचेरी को पूर्ण राज्य बनाने को लेकर दृढ़ हैं।

रंगासामी केंद्र के हाथों की कठपुतली
सीएम स्टालिन ने इस बात पर जोर दिया कि पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी केंद्र के हाथों की कठपुतली हैं। उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि न केवल तमिलनाडु जैसे बड़े राज्यों के अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए, बल्कि पुडुचेरी जैसे केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारों की भी रक्षा की जानी चाहिए।’

धर्म और जाति के नाम पर प्रचार
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा कि पुडुचेरी को केंद्र में भाजपा के 10 साल के शासन के दौरान कोई फायदा नहीं हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल धर्म और जाति के नाम पर प्रचार कर रहे हैं। मोदी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और कमजोर वर्गों की दशा सुधारने के लिए कोई उपाय नहीं किया है बल्कि धर्म और जाति के नाम पर प्रचार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘कराईकल के मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा कठिनाइयों और गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा और मछुआरों के कष्टों को रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने क्या उपाय किए। प्रधानमंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ पुडुचेरी बनाने के अपने वादे को पूरा करने के लिए कुछ भी नहीं किया।’

बच्ची के यौन उत्पीड़न की घटना से पूरा देश स्तब्ध
स्टालिन ने पुडुचेरी में कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में नौ वर्षीय बच्ची के यौन उत्पीड़न और हत्या की हालिया घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह घटना पुडुचेरी में कानून व्यवस्था की स्थिति का सबूत है। भाजपा के शासन के दौरान देश में महिलाओं को कोई सुरक्षा नहीं थी।

शिलांग में कांग्रेस के सामने गढ़ बचाने की चुनौती, तुरा में तीन संगमाओं में जंग

पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय में लोकसभा की दो सीटें (शिलांग और तुरा) हैं। मेघालय की दोनों ही सीटें कांग्रेस की परंपरागत सीट रही हैं। तुरा सीट की बात करें तो चाहे कांग्रेस के समय में हो या फिर राष्ट्रवादी कांग्रेस के गठन के बाद। यह सीट संगमा परिवार के पास ही रही। यहां से लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष पीए संगमा सांसद रहे हैं। अब इस सीट पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की अगाथा संगमा सांसद हैं। इस बार मेघालय लोकसभा चुनाव की सबसे खासियत बात यह है कि एनपीपी ने दोनों ही जगह से महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। इन दोनों लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है।

मेघालय की दूसरी सीट है, शिलांग । यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। शिलॉन्ग सीट कांग्रेस का गढ़ रहा है। 1998 से कांग्रेस ने यहां पर कभी हार का सामना नहीं किया है। फिलहाल यहां से कांग्रेस के विंसेंट पाला सांसद हैं। ये दोनों ही सीटें आरक्षित हैं। उल्लेखनीय है कि इस बार भाजपा ने मेघालय में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। भाजपा ने दोनों ही सीटों पर एनडीए गठबंधन के सहयोगी एनपीपी को दे दी है।

शिलांग से अम्पारीन लिंग्दोह देंगी पाला को चुनौती
शिलांग सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। यहां पर कांग्रेस का ही सांसद रहा है। 1998 से कांग्रेस इस सीट पर कभी हारी नहीं है। 2009, 2014 और 2019 से यहां से कांग्रेस के विंसेंट पाला सांसद हैं। पिछले तीन बार से लगातार शिलांग सीट से सांसद रहे विंसेंट पाला को चुनौती देने के लिए इस बार एनपीपी ने मेघालय सरकार में कैबिनेट मंत्री अम्पारीन लिंग्दोह को मैदान में उतारा है। उल्लेखनीय है कि लिंग्दोह के स्व. पिता पीटर जी मार्बानियांग 1989 से 1996 तक लोकसभा सांसद रहे हैं। इस बार पाला और लिंग्दोह में कड़ी टक्कर की देखी जा रही है। देखना यह होगा कि पाला अपना गढ़ बचा पाते हैं या फिर लिंग्दोह पहली बार लोकसभा की दहलीज पर कदम रखेंगी।

तृणमूल कांग्रेस का आरोप- BJP और NIA के बीच गठबंधन, भाजपा ने किया पलटवार

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने राष्ट्रीय जांच एंजेसी (एनआईए) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच अपवित्र गठबंधन होने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि चुनाव आयोग इस मुद्दे पर चुप है।

अपने दायित्वों की अनदेखी कर रहा चुनाव आयोग: अभिषेक बनर्जी
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा, एनआईए और बंगाल भाजपा के बीच गठबंधन महसूस करें। तृणमूल नेताओं और आदर्श आचार संहिता के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं। बनर्जी ने कहा, यह मिलीभगत जारी है। चुनाव आयोग चुप रहकर निष्पक्षता सुनिश्चित करने के अपने दायित्वों की अनदेखी कर रहा है।

कुणाल घोष ने दी भाजपा नेता को चुनौती
पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि पश्चिम बर्धमान जिले में एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने 26 मार्च की शाम को शहर के न्यू टाउन इलाके में अपने अपार्टमेंट में एनआईए के एक अधिकारी से मुलाकात की थी और उन टीएमसी नेताओं की एक सूची सौंपी थी, जिन्हें लोकसभा चुनाव से पहले एनआईए द्वारा गिरफ्तार किया जाना था। घोष ने कहा, मैं इस नेता को चुनौती देता हूं कि यातो उस दिन की अपनी आवाजाही के पुख्ता सबूत के साथ मेरे आरोपों का खंडन करे या फिर हम 48 घंटे बाद उनके कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज के सबूत के साथ आएंगे।

एजेंसियों का इस्तेमाल कर साजिश रच रही भाजपा: चंद्रिमा भट्टाचार्य
बंगाल सरकार में वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि वह केवल इतना ही कहेंगी कि एनआईए ने चुनाव से ठीक पहले 2022 के पटाखों के विस्फोट के मामले की जांच शुरू की है और भूपतिनगर के तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की संलिप्तता पाई है। इससे पता चलता है कि यह केवल एक घटना के सिलसिले में एनआईए द्वारा कुछ लोगों को गिरफ्तार करने का मामला नहीं है। उसे स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। यह दिखाता है कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर टीएमसी के खिलाफ गहरी साजिश रच रही है।

सबूत लाने में विफल हुए तो मानहानि का मुकदमा करेंगे: भाजपा
वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता और आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी ने एक टीवी चैनल से कहा कि महिलाओं और गरीब ग्रामीणों के खिलाफ आतंकवाद और अत्याचार के मामलों में संलिप्तता के कारण टीएमसी की अपने पैरों तले जमीन खिसक रही है। इसलिए वह झूठ गढ़ रही है और मनगढ़ंत कहानियां गढ़ रही है। तिवारी ने कहा,अगर टीएमसी नेता कुणाल घोष इस बात के सबूत लाने में विफल रहते हैं कि मैं या हमारा कोई नेता एनआईए की जांच को प्रभावित करने या उनके किसी भी अधिकारी से मिलने में शामिल था, तो मैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।

समुद्री रक्षा सहयोग बढ़ाने का अहम संकल्प, ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय कमान का किया दौरा

रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना (आरएएन) के प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय नौसेना के पश्चिमी कमान (डब्ल्यूएनसी) का शनिवार को दौरा किया। इस दौरान दोनों पक्षों ने समुद्री रक्षा सहयोग को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन (एमओयू) 2014 से लागू है।

भारतीय नौसेना ने कहा कि पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को लाल सागर और अदन की खाड़ी में सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। ऑस्ट्रेलियाई नौसेना प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीफ ऑफ आरएएन, एओ वाइस एडमिरल मार्क हैमंड ने किया। प्रतिनिधिमंडल ने वाइस एडमिरल संजय जे सिंह, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पश्चिमी नौसेना कमान के साथ बातचीत की। दोनों नौसेनाओं के बीच समुद्री चुनौतियों से निपटने के लिए आपसी सहयगो पर भी चर्चा हुई।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा भारतीय नौसेना अच्छा काम कर रही है
ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई स्थित भारतीय नौसेना के पश्चिमी कमान मुख्यालय का दौरा कर नौसेना डॉकयार्ड में डेस्ट्रायॅर व पनडुब्बी का निरीक्षण किया। प्रतिनिधिमंडल को मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड की क्षमताओं और भारतीय नौसेना के लिए जारी परियोजनाओं के बारे में पूरी जानकारी दी गई। इस पर वाइस एडमिरल मार्क हैमंड ने कहा कि भारतीय नौसेना अच्छा काम कर रही है।

हिंद महासागर में शांति प्राथमिकता आरएएन प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि दोनों देशों की नौसेनाओं की प्राथमिकता हिंद महासागर रिम (आईओआर) में शांति स्थिरता और विकास करना हैं। इसके लिए दोनों पक्षों को नौसैनिक सहयोग को और बढ़ाना होगा। सांस्कृतिक और राजनयिक आदान-प्रदान इसमें प्रमुख कारक साबित होंगे।

बेसहारा बच्चों के माता-पिता बन उनकी जिम्मेदारी उठा रही ये दंपती, 50 से अधिक बच्चों का आश्रय ‘माझा घर’

बच्चे जिनका नाम लेते ही हमारे दिमाग में उनकी मासूमयित और उनका हंसता खेलता चेहरा नजर आता है। वहीं, हमारे समाज में कुछ ऐसे भी बच्चे हैं, जिनका बचपन कई कारणों से उनसे छिन गया है। हमें और आपको ऐसे बच्चे रेलवे स्टेशन, ट्रैफिक सिग्नल, बाजार और दूसरी जगहों पर दिखाई दे जाते हैं, लेकिन हम लोगों में से कितनों का ध्यान इनके पुनर्वास पर जाता है। बावजूद हमारे समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो इन बच्चों के विकास पर ध्यान दे रहे हैं। ऐसा ही एक दंपती है जो महाराष्ट्र के लातूर जिले के एक गुमनाम से गांव में रहकर ऐसे बच्चों का ना सिर्फ सहारा बन रहे हैं बल्कि उनको पढ़ा लिखाकर इस काबिल बना रहे कि वो अपने पैरों पर खड़े हो सकें। दंपती ने वंचित बच्चों को पढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक आश्रय स्थल बनाया है। वे अभी करीब 51 लड़के-लड़कियों के माता-पिता हैं।

14 एकड़ में बना आश्रम
बेसहारा, परिवार से अलग हुए और गरीब परिवार से जुड़े बच्चों को अपने साथ जोड़ने के लिए शरद और संगीता जारे ने ‘माझा घर’ नाम से एक आश्रम खोला। यह आश्रम औसा तहसील के बुधोदा गांव के पास 14 एकड़ जमीन पर स्थित है। इसे दंपती अपने मानुस प्रतिष्ठान संगठन की मदद से चलाता है। बता दें, आश्रम 1.10 एकड़ में स्थापित है, जबकि शेष भूमि का उपयोग खेती के लिए किया जाता है और बच्चों द्वारा विभिन्न फसलों का उत्पादन किया जाता है।

बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना चाहता हूं
शरद जारे ने बताया, ‘महात्मा गांधी ने 1937 में ‘नई तालीम’ की अवधारणा पेश की थी, जिसके तहत गांवों को स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने का सपना देखा गया था। इसी तरह, मैं अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना चाहता हूं। हम बच्चों को मूर्तियां और अन्य वस्तुएं बनाना सिखाते हैं।’ उन्होंने बताया कि आश्रम का खर्चा कृषि से और बच्चों द्वारा बनाए गए सामनों को बेचकर उठाया जाता है।

इन बच्चों का सहारा बना दंपती
बता दें, अभी तक दंपती ने 51 बच्चों को गोद लिया है। जिन्हें गोद लिया है उनमें रेड-लाइट क्षेत्रों के बच्चे, अनाथ, गन्ना काटने वाले बच्चे और आत्महत्या करने वाले किसानों के बच्चे शामिल हैं।

ऐसे मन में आया विचार
शरद ने बताया कि साल 2016 में पुणे में एक आदिवासी लड़की को करतब दिखाते हुए देखा, तब उनके मन में गरीब बच्चों के लिए काम करने का विचार आया। बच्ची बहुत प्रतिभाशाली थी, लेकिन वह शिक्षा से वंचित थी क्योंकि वह एक गरीब परिवार से थी।अवसरों की कमी के कारण ऐसे बच्चे अपराध करने लग जाते हैं।

शुरुआत में जारे दपंती ने 2019 में पराली तहसील के वंतकली गांव के एक पहाड़ी इलाके में 70 बच्चों के साथ एक आश्रम शुरू किया था। हालांकि, राजनीतिक दबाव के कारण उन्हें दो साल बाद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद वे कटगांव के अंबेजोगाई चले गए और आखिरकार पिछले साल मार्च में लातूर जिले में रहने लगे। आश्रम अब छह से 16 वर्ष की आयु के बच्चों का घर है।