Sunday , November 24 2024

देश

‘मेरे लिए अल्पसंख्यक समुदाय की तरक्की अहम, वोट नहीं’, जानिए असम के मुख्यमंत्री ने क्यों कही ये बात

असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा का कहना है कि बहुविवाह, बाल विवाह जैसे विषय लोकसभा चुनाव में मुद्दे नहीं हैं। सीएम ने कहा कि वह इन विषयों को सामाजिक बदलाव के लिए उठा रहे हैं। सरमा ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य की 14 सीटों में से सिर्फ तीन पर मुकाबला होगा, बाकी सीटों पर भाजपा एकतरफा अंदाज में जीत दर्ज करेगी।

अल्पसंख्यक समुदाय की तरक्की अहम, वोट नहीं
जोरहाट में तीताबोर में एक इंटरव्यू में असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मैं हमेशा से कहता हूं कि वोट लेना अलग चीज है। हम अल्पसंख्यक समुदाय के लिए असली विकास चाहते हैं। अब वे मुझे वोट करते हैं या नहीं, इस बात का कोई मतलब नहीं है।’ असम सीएम ने कहा कि ‘उनके लिए मायने ये रखता है कि अल्पसंख्यक समुदाय समृद्ध बने। अगर अल्पसंख्यक समुदाय में बहुविवाह का चलन नहीं रुकेगा तो समुदाय कैसे समृद्ध होगा? अगर बाल विवाह जारी रहेगा तो समुदाय कैसे तरक्की करेगा?’ हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि ‘अगर लड़कियों को समान अधिकार नहीं मिलेंगे और उन्हें शिक्षा नहीं दी जाएगी तो मिंया समुदाय कैसे तरक्की करेगा? असम में बंगाली बोलने वाले मुसलमानों को मियां कहा जाता है।’

‘मुस्लिम बहुल इलाकों में वोट नहीं मांगूंगा, मुद्दों पर बात करूंगा’
सीएम ने कहा कि ‘मदरसा शिक्षा बंद होनी चाहिए और छात्रों को सामान्य शिक्षा दी जानी चाहिए।’ सीएम ने कहा कि ‘मैं असम के मुस्लिम बहुल इलाकों में जाऊंगा, लेकिन मैं वोट की अपील नहीं करूंगा। मैं सिर्फ इन मुद्दों पर बात करूंगा। सरमा ने कहा कि चुनाव तो हैं, लेकिन ये मुद्दे चुनाव से भी बड़े हैं और मैं चुनावी राजनीति की मदद से लक्ष्यों को हासिल करने की कोशिश करूंगा।’ सरमा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर ही मुकाबला हो सकता है और बाकी 11 सीटों पर उन्हें एकतरफा तरीके से जीत मिलेगी। हालांकि सीएम ने उन तीन सीटों के बारे में नहीं बताया। सीएम ने कहा कि असम में विपक्षी गठबंधन का अस्तित्व नहीं है और असल मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और एआईयूडीएफ में ही होगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई, खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर गृह मंत्रालय का फैसला

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खतरे की आशंका को देखते हुए केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्य चुनाव आयुक्त को हथियारबंद कमांडो से लैस जेड श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा प्रदान करने का फैसला किया है। खुफिया एजेंसियों की ओर से जारी किए गए अलट के बाद यह कदम उठाया गया है।

चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों की मानें तो राजीव कुमार के खिलाफ दुश्मन देश साजिश रचने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद ही उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसके लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को 40-50 कर्मियों की एक टुकड़ी उपलब्ध कराने को कहा है।

यह कदम लोकसभा चुनाव के शुरू होने से पहले उठाया गया है। दरअसल, देशभर में सात चरणों में 19 अप्रैल से मतदान शुरू होगा। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर तैयार की गई रिपोर्ट में सीईसी को खतरा बताया गया और रिपोर्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त के लिए कड़ी सुरक्षा की सिफारिश की गई थी। अब सुरक्षा बढ़ाए जाने के बाद देशभर में यात्रा के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा घेरे में रहेंगे।। बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 1984 बैच के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने 15 मई 2022 में 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर कार्यभार संभाला था। उन्हें एक सितंबर, 2020 को चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था।

मुख्य चुनाव आयुक्त को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई, खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर गृह मंत्रालय का फैसला

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खतरे की आशंका को देखते हुए केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्य चुनाव आयुक्त को हथियारबंद कमांडो से लैस जेड श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा प्रदान करने का फैसला किया है। खुफिया एजेंसियों की ओर से जारी किए गए अलट के बाद यह कदम उठाया गया है।

चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों की मानें तो राजीव कुमार के खिलाफ दुश्मन देश साजिश रचने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद ही उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसके लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को 40-50 कर्मियों की एक टुकड़ी उपलब्ध कराने को कहा है।

यह कदम लोकसभा चुनाव के शुरू होने से पहले उठाया गया है। दरअसल, देशभर में सात चरणों में 19 अप्रैल से मतदान शुरू होगा। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर तैयार की गई रिपोर्ट में सीईसी को खतरा बताया गया और रिपोर्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त के लिए कड़ी सुरक्षा की सिफारिश की गई थी। अब सुरक्षा बढ़ाए जाने के बाद देशभर में यात्रा के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा घेरे में रहेंगे।। बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 1984 बैच के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने 15 मई 2022 में 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर कार्यभार संभाला था। उन्हें एक सितंबर, 2020 को चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था।

‘मोदी सरकार में एक इंच भी जमीन न कब्जा सका चीन’, चुनावी रैली में बोले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह असम के दौरे पर हैं। उन्होंने राज्य के लखीमपुर में मंगलवार को एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार में चीन भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि लोग यह कभी नहीं भूलेंगे कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1962 में चीन के आक्रमण के दौरान असम और अरुणाचल को अकेले छोड़ दिया था।

‘एक इंच भी जमीन पर कब्जा न कर सका चीन’
शाह ने कहा, जब चीन का हमला हुआ..लड़ने की जगह जवाहर लाल नेहरू ने असम को बाय-बाय कह दिया था। असम को छोड़ दिया था। लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार में चीन देश की जमीन पर एक इंच भी कब्जा न कर सका। इस तरह का शासन नरेंद्र मोदी ने दिया है। उन्होंने कहा, अरुणाचल और असम 1962 को कभी नहीं भूल नहीं सकता। नरेंद्र मोदी के समय में उसने (चीन) डोकलाम में थोड़ी हिम्मत की..उसे 43 दिन तक रोककर रखा और नरेंद्र मोदी ने वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया।

‘कांग्रेस ने लटकाए रखा राम मंदिर का मुद्दा’
गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने बांग्लादेश के साथ देश की सीमा को भी सुरक्षित किया और घुसपैठ को रोका। उन्होंने आगे कहा, आने वाले दिनों में असम देश के अन्य राज्यों की तरह एक विकसित राज्य बन जाएगा। वर्षों से कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर के मुद्दे को लटका कर रखा था। प्रधानमंत्री मोदी के समय ही फैसला आया। भूमि पूजन हुआ और आखिरकार 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा हुई।

‘मोदी सरकार में एक इंच भी जमीन न कब्जा सका चीन’, चुनावी रैली में बोले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह असम के दौरे पर हैं। उन्होंने राज्य के लखीमपुर में मंगलवार को एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार में चीन भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि लोग यह कभी नहीं भूलेंगे कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1962 में चीन के आक्रमण के दौरान असम और अरुणाचल को अकेले छोड़ दिया था।

‘एक इंच भी जमीन पर कब्जा न कर सका चीन’
शाह ने कहा, जब चीन का हमला हुआ..लड़ने की जगह जवाहर लाल नेहरू ने असम को बाय-बाय कह दिया था। असम को छोड़ दिया था। लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार में चीन देश की जमीन पर एक इंच भी कब्जा न कर सका। इस तरह का शासन नरेंद्र मोदी ने दिया है। उन्होंने कहा, अरुणाचल और असम 1962 को कभी नहीं भूल नहीं सकता। नरेंद्र मोदी के समय में उसने (चीन) डोकलाम में थोड़ी हिम्मत की..उसे 43 दिन तक रोककर रखा और नरेंद्र मोदी ने वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया।

‘कांग्रेस ने लटकाए रखा राम मंदिर का मुद्दा’
गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने बांग्लादेश के साथ देश की सीमा को भी सुरक्षित किया और घुसपैठ को रोका। उन्होंने आगे कहा, आने वाले दिनों में असम देश के अन्य राज्यों की तरह एक विकसित राज्य बन जाएगा। वर्षों से कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर के मुद्दे को लटका कर रखा था। प्रधानमंत्री मोदी के समय ही फैसला आया। भूमि पूजन हुआ और आखिरकार 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा हुई।

‘जांच एजेंसियों ने थमाया नोटिस तो भाजपा में चले गए’, कांग्रेस से नेताओं के इस्तीफे पर बोले वेणुगोपाल

कुछ कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों से नोटिस मिलते ही कुछ नेता पार्टी छोड़ देते हैं और जाकर सत्तारूढ़ दल भाजपा में शामिल हो जाते हैं। साथ ही उन्होंने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार जैसे नेताओं की सराहना करते हुए कहा कि उन पर भी कई केंद्रीय एजेंसियों का दबाव था, लेकिन उन्होंने भाजपा को हरा दिया।

शिवकुमार जैसे नेता हर कोई नहीं होते- वेणुगोपाल
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जैसे ही कुछ नेताओं को जांच एजेंसियों ने नोटिस थमाए, तो वह कांग्रेस छोड़ भाजपा के चरणों में जा गिरे। उन्होंने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि शिवकुमार को जेल भेजा गया। बिना कारण के वे तिहाड़ जले भेजा गया। साथ ही उन्हें कहा था कि अगर वह पार्टी छोड़ने के लिए तैयार है तो उन्हें रिहा कर दिया जाएगा। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। शिवकुमार ने कहा था कि कांग्रेस मेरी मां है, वह इसे कभी नहीं छोड़ेंगे। वेणुगोपाल ने कहा कि मैं शिवकुमार के लिए वास्तव में खुश हूं। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, जो अलप्पुझा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, एक चुनावी अभियान के दौरान मंच पर शिवकुमार भी उनके साथ थे।

‘जैसे ही मिलता है नोटिस, भाजपा में शामिल हो जाते हैं’
वेणुगोपाल ने आगे कहा, कुछ नेता ऐसा नहीं कह सकते हैं। जांच एजेंसियों से नोटिस मिलने पर वे आसानी से आत्मसमर्पण कर देते हैं और राजनीतिक विरोधियों के पैरों पर गिर जाते हैं। वेणुगोपाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लगातार आलोचना के लिए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की भी आलोचना की। उन्होंने दोहराया कि अगर विजयन राहुल गांधी की आलोचना करके किसी को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं तो कांग्रेस को इससे कोई दिक्कत नहीं है।

‘राहुल गांधी बेसब्र व्यक्ति हैं’, असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस नेता को लेकर क्यों कही ये बात?

असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने दावा किया है कि राहुल गांधी एक बेसब्र व्यक्ति हैं। सरमा ने ये बात राहुल गांधी की बीते दिनों असम से निकली न्याय यात्रा को लेकर कही। सीएम ने कहा कि राहुल गांधी ने बिना असम की राजनीति के बारे में जानकारी लिए बयानबाजी की। सरमा ने कहा कि असम कांग्रेस के नेताओं ने राहुल गांधी को जानकारी देने की कोशिश की होगी, लेकिन राहुल गांधी में सब्र नहीं है, जबकि किसी राज्य की संस्कृति, वहां के मुद्दों और भूगोल को समझने में काफी समय देना पड़ता है।

असम सीएम बोले- राहुल गांधी, राज्यों के बारे में जानने की कोशिश नहीं करते
असम सीएम ने कहा कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान सड़कों पर काफी हंगामा हुआ। इससे कांग्रेस पार्टी के ही कई नेता नाराज हैं। सरमा ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद बड़ी संख्या में असम कांग्रेस के नेता भाजपा में शामिल हो जाएंगे। सरमा ने कहा कि, ‘राहुल गांधी राज्य की संस्कृति के बारे में नहीं जानते हैं और वह इसके बारे में पढ़ते या सहयोगियों से चर्चा भी नहीं करते। वह बस आते हैं और लोगों को अपने बयानों से परेशान करते हैं। अगर आप किसी राज्य में जाते हैं, तो पहले हमें उस राज्य के सांस्कृतिक हस्तियों के बारे में जान लेना चाहिए। क्या बातें कहनी हैं और क्या नहीं और क्या मुद्दे राज्य के लिए संवेदनशील हैं, इसके बारे में भी जानकारी ले लेनी चाहिए।’ सरमा ने कहा कि ‘वह भी जब किसी अन्य राज्य में जाते हैं तो पहले वहां के बारे में जानकारी हासिल करते हैं ताकि कोई गलती न हो।’

‘असम जातीय आधार पर मुक्त राज्य’
सरमा ने आरोप लगाया कि ‘राहुल गांधी बिना किसी पूर्व जानकारी के आते हैं और जानबूझकर या अनजाने स्थानीय लोगों को शर्मसार करके जाते हैं।’ उदाहरण देते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि ‘राहुल गांधी ने न्याय यात्रा के दौरान राज्य में जातीय जनगणना और मणिपुर हिंसा के मामले उठाए, लेकिन असम में इन दोनों मामलों में लोगों की रुचि नहीं है। असम जातीय आधार पर एक मुक्त राज्य है, जहां जातीय व्यवस्था पर लोगों का विश्वास नहीं है। उत्तर प्रदेश और बिहार में ये मुद्दा काफी अहम है, लेकिन असम में नहीं।’ असम सीएम ने कहा कि ‘जब आप असम में मणिपुर के बारे में बात करते हैं तो लोग इससे जुड़ाव महसूस नहीं करते क्योंकि असम और मणिपुर दो अलग राज्य हैं। मणिपुर का असम में और असम में मणिपुर का कोई प्रभाव नहीं है।’

एनआईए अधिकारियों पर हमले को लेकर ममता बनर्जी का एजेंसी पर निशाना, कहा- पुलिस को बिना बताए की छापेमारी

ममता बनर्जी ने बांकुरा में रैली को संबोधित करते हुए भूपतिनगर विस्फोट मामले की जांच के दौरान एनआईए अधिकारियों पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने रैली के दौरान बताया कि एनआईए स्थानीय पुलिस को बिना बताए छापेमारी करने गई थी। इससे पहले भी इस मामले को लेकर ममता ने कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसियां ईडी, एनआईए और सीबीआई, भाजपा के लिए काम कर रही हैं और बिना किसी जानकारी के छापेमारी कर रही हैं। रैली में उन्होंने इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब है जून के बाद सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डालना।

इस मामले में अबतक क्या-क्या हुआ
बीते हफ्ते एनआईए की टीम भूपतिनगर में साल 2022 में हुए बम धमाके के मामले में छापेमारी करने और दो आरोपियों (मनोब्रतो जाना और बालीचरन मैती) को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस दौरान जब एनआईए टीम दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लौट रही थी, तो स्थानीय लोगों ने एनआईए टीम पर पथराव किया। जिसमें एनआईए की गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई अधिकारी घायल हुए।

शनिवार को एनआीए की टीम 2022 में हुए भूपतिनगर विस्फोट मामले की जांच के लिए पूर्वी मिदनापुर पहुंची। उन्होंने इस मामले में जाना की पत्नी ने एनआईए के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि एनआईए की टीम जबरन उनके घर में घुसी और उनके घर में तोड़-फोड़ की। जाना की पत्नी ने एनआईए टीम पर उसका शील भंग करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।

‘हम किसी धर्म की महिला पर जुल्म नहीं होने देंगे’, तमिलनाडु में सीएए पर ये बोले राजनाथ सिंह

तमिलनाडु में एक कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि तीन तलाक कानून पर रक्षा मंत्री ने कहा कि हम किसी भी धर्म को मानने वाली महिला पर अत्याचार नहीं होने देंगे। राजनाथ सिंह ने सीएए कानून को लेकर कहा कि इस कानून से किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी। डीएमके और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि डीएमके और कांग्रेस अपने-अपने परिवारों के लिए काम कर रही हैं, जबकि पीएम मोदी देश के लिए काम कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु में रोडशो भी किया।

आज तमिलनाडु में तीन केंद्रीय मंत्री करेंगे पार्टी के लिए प्रचार
राजनाथ सिंह ने कीराबुर में रोडशो किया और पार्टी के नमाक्कल सीट से उम्मीदवार केपी रामालिंगम के लिए प्रचार किया। इसके बाद राजनाथ सिंह तिरिवरुर सीट पर पार्टी के उम्मीदवार एसजीएम रमेश के लिए प्रचार करेंगे। शाम में राजनाथ सिंह तेनकाशी में भाजपा उम्मीदवार बी. जॉन पंडियन के समर्थन में रोड शो करेंगे। राजनाथ सिंह के अलावा आज तमिलनाडु में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और पुरुषोत्तम रुपाला भी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।

पिंपरी चिंचवड में देह-व्यापार के रैकेट का भंडाफोड़, तीन महिलाओं को बचाया; स्पा का मालिक गिरफ्तार

पुणे पुलिस ने पिंपरी चिंचवड़ के हिंजेवाड़ी इलाके में एक स्पा पार्लर में देह-व्यापार चलाने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में दो पुरुषों को गिरफ्तार करने के साथ तीन महिलाओं को बचाया गया है। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की मानव तस्करी विरोधी इकाई ने हिंजेवाड़ी इलाके में रविवार को ब्रीथ स्पा में अचानक छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने मसाज की आड़ में पार्लर में चर रहे देह-व्यापार का पर्दाफाश किया।

मानव तस्करी विरोधी इकाई के पुलिस इंस्पेक्टर देवेंद्र चव्हाण ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आदार पर उन्होंने स्पा पार्लर में छापेमारी की। इस दौरान तीन महिलाओं को बचाया गया और स्पा के मालिक समेत दो पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ अनैतिक तस्करी (रोकथाम) अधिनियम की धारा तीन एवं सात और भारतीय दंड संहिता की धारा 370(3) एवं 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुणे से लापता इंजीनियरिंग छात्रा का शव अहमदनगर में मिला
पुणे से 30 मार्च को लापता हुई इंजीनियरिंग छात्रा की अहमदनगर जिले में हत्या कर दी गई। एक अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों ने मिलकर लड़की का अपहरण किया था, जिसमें उसका एक कॉलेज दोस्त भी शामिल है। फिरौती के लिए लड़की का अपहरण किया गया था, लेकिन बाद में उसकी हत्या कर दी गई।

लड़की का शव रविवार को अहमदनगर से बरामद किया गया। पुलिस ने बताया कि तीनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारी ने कहा, “वागहोली इलाके में एक कॉलेज से लड़की इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी। 29 मार्च को उसके एक दोस्त और दो अन्य लोगों ने उससे मुलाकात की और उसे उसके हॉस्टल तक छोड़ा। 30 मार्च को उन्होंने लड़की को अहमदनगर ले गए। अपहरणकर्ताओं ने लड़की के घरवालों से नौ लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे। इसके बाद उन्होंने लड़की का गला घोंट दिया और उसके शव को अहमदनगर के बाहर दफना दिया। उन लोगों ने लड़की के फोन से सिम कार्ट भी निकालकर फेंक दिया था।”

जब लड़की के घरवाले उससे संपर्क नहीं कर पाए, तब वे पूछताछ के लिए कॉलेज और हॉस्टल पहुंचे, लेकिन यहां भी उन्हें उनकी बेटी नहीं मिली। बाद में उन्होंने पुलिस में लड़की के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई। बाद में आरोपी लड़की के परिवार को नौ लाख रुपये की फिरौती के लिए एक मैसेज भेजा। परिवार ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। तीनों को गिरफ्तार करने के बाद आरोपियों ने अपना गुनाह स्वीकार किया।